मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन के पश्चात आयोग का देवास दौरा निरस्त

देवास जिले में जनजाति वर्ग के हित में की गई कार्यवाही से आयोग संतुष्ट: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिले अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य दोषी अधिकारियों के विरूद्ध होगी कार्यवाही मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन के पश्चात आयोग का देवास दौरा निरस्त भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से  राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आर्य को देवास जिले के घटनाक्रम और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम से अवगत कराया। आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन से संतुष्ट होकर वे एक जुलाई को प्रस्तावित अपना देवास जिले का दौरा निरस्त कर रहे हैं। आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने कहा कि आयोग ने देवास जिले में जनजातीय वर्ग के लोगों के मकान हटाए जाने की घटना पर संज्ञान लिया था। इसे ध्यान में रखते हुए वे नई दिल्ली से मध्यप्रदेश प्रवास पर आए और इस संदर्भ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट की है। आर्य ने कहा कि घटना पर विस्तृत चर्चा के पश्चात इस बात से संतुष्ट हूं कि इस संबंध में संवेदनशील और समुचित कार्यवाही की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह और वरिष्ठ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम को देवास जिला भेजा गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और सरकार ने आवश्यक सुझाव उन्हें मान्य किए हैं। इस बात पर भी सहमति हुई है कि इस तरह की कोई घटना भविष्य में न हो इसका ध्यान विभिन्न पक्षों द्वारा रखा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया है कि जनजातीय वर्ग का हित सुनिश्चित किया जाएगा। दोषी अधिकारियों को बख्शेंगे नहीं आर्य ने बताया मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया है कि इस प्रकरण में किसी भी दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। जनजातीय वर्ग के हितों की रक्षा और उनका समग्र कल्याण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री मोदी का माना आभार

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का खंडवा में "वाटरशेड सम्मेलन" एवं "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान पर संदेश के रूप में प्राप्त आशीर्वाद के लिए आभार माना है। प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून तक 3 माह के जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के कुशल मार्गदर्शन में 90 दिन संचालित "जल गंगा संवर्धन अभियान" का सफलता के साथ समापन हुआ है। हालांकि यह अभियान भिन्न स्वरूप में जारी रहेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान को जन आंदोलन बनते देखना एक सुखद अनुभूति है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को कोटि-कोटि धन्यवाद देते हुए उनके द्वारा दिए गए विशेष संदेश पर आभार माना है।  

मेडिकल कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था होगी सुदृढ़ : उप मुख्यमंत्री शुक्ला

59 चिकित्सा शिक्षकों की चयन सूची ज़ारी प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा समय पर और सुलभ रूप से प्राप्त हो सके मेडिकल कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था होगी सुदृढ़ : उप मुख्यमंत्री शुक्ला भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में समन्वित रूप से संसाधनों और मानव संसाधन को सशक्त किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा समय पर और सुलभ रूप से प्राप्त हो सके। प्रदेश सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक शासकीय मेडिकल कॉलेज में योग्य एवं अनुभवी संकाय की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चयनित 59 चिकित्सा शिक्षकों को शुभकामनाएँ देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि वे सेवा, संवेदना और पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह नियुक्तियाँ चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देंगी। मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक सुदृढ़ एवं सुव्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से अप्रैल 2025 में प्राध्यापक, सह-प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक के शैक्षणिक पदों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। इनमें प्राध्यापक के 90, सह-प्राध्यापक के 179 एवं सहायक प्राध्यापक के 201 इस प्रकार कुल 470 शैक्षणिक पद शामिल हैं। उक्त प्रक्रिया के अंतर्गत प्रथम चरण में जून माह में कुल 59 चिकित्सा शिक्षकों की चयन सूची जारी की गई है। इनमें 11 प्राध्यापक, 08 सह-प्राध्यापक और 40 सहायक प्राध्यापक सम्मिलित हैं।  

वाराणसी में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड का हुआ रोड शो, पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के हितधारक हुए शामिल

उत्तरप्रदेश का गेटवे रीवा – मध्यप्रदेश आपके आतिथ्य सत्कार के लिए तैयार : उपमुख्यमंत्री शुक्ल रीवा में 26 व 27 जुलाई को होगा रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव: उपमुख्यमंत्री शुक्ल वाराणसी में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड का हुआ रोड शो, पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के हितधारक हुए शामिल प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने प्रदेश की पर्यटन विशेषताओं से कराया अवगत रीवा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में अधोसंरचना विकास, संस्कृति का संरक्षण एवं प्रोत्साहन और पर्यटन क्षेत्र में निजी सहभागिता को बढ़ावा देने के सुनियोजित एवं एकीकृत प्रयास किए जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल वाराणसी के होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में पर्यटन रोड-शो में पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े हितधारकों को संबोधित कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा उत्तरप्रदेश का गेटवे है। उत्तरप्रदेश से कनेक्टिवटी सुगम है। मध्यप्रदेश सभी आगंतुकों, पर्यटकों के आतिथ्य सत्कार के लिए तैयार है। रीवा में 26 एवं 27 जुलाई 2025 को रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इस कॉन्क्लेव में शामिल होंगे। सभी को इस आयोजन में सहभागिता के लिए भी आंमत्रित किया। पर्यटकों को मिलेगा समृद्ध और विविध अनुभव प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश हमारी संस्कृति, विरासतों और धरोहरों को संजोकर पर्यटकों को सुखद और अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करें। उत्तरप्रदेश और म.प्र. के पर्यटन में काफी समानता है। बाबा महाकाल और बाबा काशी विश्वनाथ दुनियाभर के श्रृद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पर्यटकों को एक समृद्ध और विविध अनुभव मिलेगा साथ ही धार्मिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य और विरासत से पर्यटन को आकर्षित करने में सहयोग प्राप्त होगा। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े हितधारकों के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा पर्य़टन रोड शो का आयोजन किया गया। यह रोड शो आगामी माह में होने वाले मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट और रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियों के दृष्टिगत किया गया। इस अवसर पर प्रतिष्ठित संत सतुआ महाराज, वाराणसी कैंट एरिया के विधायक सौरभ श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित रहे।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव खण्डवा में दादाजी दरबार भूमि-पूजन महोत्सव में हुए शामिल

लाखों भक्तों की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है धूनी वाले दादा का मंदिर: मुख्यमंत्री डॉ. यादव भक्तों की बरसों की कामना भूमि-पूजन के साथ हुई पूर्ण: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव खण्डवा में दादाजी दरबार भूमि-पूजन महोत्सव में हुए शामिल खण्डवा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि धूनी वाले दादाजी मंदिर जिलेवासियों सहित निमाड़ क्षेत्र के भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यह केवल एक मंदिर नहीं लाखों भक्तों की आस्था एवं उनकी श्रद्धा का प्रतीक है। मंदिर निर्माण की कई बरसों पूर्व की कामना आज शिलान्यास के साथ पूर्ण हुई जो एक नए आध्यात्मिक युग का प्रारंभ हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोमवार को खंडवा में आयोजित दादाजी दरबार भूमि-पूजन महोत्सव में पहुँचकर समाधि के दर्शन और पूजन-अर्चन किया। उन्होने भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि-पूजन स्थल पर पुष्प अर्पित किए। धूनी वाले दादाजी मंदिर के भव्य निर्माण के लिए भूमि-पूजन वेद-ऋचाओं के उच्चारण के साथ संतों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों की उपस्थिति में हुआ। मुख्यमंत्री द्वारा समाधी स्थल पर पुष्प अर्पित मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दादाजी दरबार में बड़े और छोटे दादाजी महाराज की समाधियों के दर्शन कर पूजन अर्चन किया और धूनीमाई में आहूति अर्पित कर प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाधी स्थल पर संतों की उपस्थिति में पुष्प अर्पित किये। धूनी वाले दादाजी का भव्य मंदिर निर्माण किया जाएगा धूनी वाले दादाजी मंदिर का निर्माण 22 एकड़ भूमि पर 100 करोड़ की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा जितना संभव हो उतना मंदिर का निर्माण कार्य किया जाए, उसके बाद शेष रहे कार्य का निर्माण शासन द्वारा किया जाएगा। मंदिर का निर्माण शिर्डी एवं अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर विभिन्न चरणों में किया जाएगा। मंदिर निर्माण में संगमरमर का उपयोग होगा। निर्माण कार्य का प्रारंभ गुरु पूर्णिमा के बाद किया जाएगा। भव्य मंदिर निर्माण में आधुनिक गौशाला, सेवाधारी निवास, पार्किंग व्यवस्था, भक्त निवास, भोजनशाला एवं नर्मदा परिक्रमावासी विश्रामस्थल का निर्माण किया जाएगा। दादा गुरु महाराज ने कहा कि यह मंदिर निर्माण नहीं बल्कि एक युग का प्रारंभ होगा। भारत के आध्यात्मिक चारों धामों के बाद किसी धाम की गिनती होती है तो वह है दादाजी धाम जो पांचवां धाम हैं। ये मंदिर श्रद्धा, सेवा एवं आध्यात्म का पवित्र केन्द्र है। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, जनजातीय कार्य विभाग मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग एवं प्रभारी मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, बुरहानपुर विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस, पंधाना विधायक श्रीमती छाया मोरे, महापौर श्रीमती अमृता यादव, विधायक कंचन तनवे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।  

अमरनाथ यात्रा में मौसम देगा शिवभक्तों का साथ, 6 छह जुलाई तक फेरबदल के आसार नहीं

जम्मू- कश्मीर श्री अमरनाथ यात्रा से पहले मौसम सुहावना बना हुआ है। शिवभक्तों के लिए राहत यह है कि जुलाई के पहले सप्ताह तक मौसम में कोई बड़े फेरबदल के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार जम्मू संभाग के कुछ हिस्सों में आगामी बारिश के साथ 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती है। मगर कश्मीर संभाग में लगभग मौसम साफ रहेगा। यात्रा आगामी तीन जुलाई से शुरू हो रही है। अमरनाथ यात्रियों के लिए मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार निरंतर मौसम संबंधी भविष्यवाणी जारी की जाएगी। इसमें अगले सात दिन का मौसम पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। इससे यात्री बेहतर योजना से अपनी यात्रा को सुगम और सुरक्षित बना सकेंगे। कश्मीर में छूट रहे पसीने, उमस कर रही बेहाल जून की गर्मी से कश्मीर में पसीने छूट रहे हैं। यहां अधिकांश जिलों में दिन का पारा सामान्य से 3 से 5 डिग्री ऊपर चल रहा है। रविवार को जम्मू से अधिक राजधानी श्रीनगर गर्म रही। जम्मू संभाग के कई हिस्सों में बारिश हुई, मगर उमस भी परेशान कर रही है। धुंध और खराब मौसम से कटड़ा-सांझीछत चापर सेवा बाधित रही। कश्मीर में साफ मौसम के बीच श्रीनगर में दिन का पारा 4.5 डिग्री सेल्सियस चढ़कर 34.5 और न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू के आसपास के इलाकों में बारिश हुई। लेकिन आर्द्रता का प्रतिशत 84 तक पहुंच जाने से उमस से पसीने छूट रहे हैं। जम्मू के मुकाबले लगातार श्रीनगर का पारा ऊपर चल रहा है। कश्मीर के काजीगुंड में अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री चढ़कर 32.6, कुपवाड़ा में 33.2, कोकरनाग में 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रियासी में बारिश हुई। बनिहाल में अधिकतम तापमान 30.1, बटोत में 27.7, कटड़ा में 30.2 और भद्रवाह में 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

8 जुलाई को भारत में दस्तक देगा नया स्मार्टफोन ब्रैंड AI+

नई दिल्ली भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में जल्द एक नया ब्रैंड दस्तक देने वाला है। AI+ नाम से आने वाले इस ब्रैंड को NxtQuantum Shift Technologies पेश कर रहा है और इसे लीड कर रहे हैं माधव सेठ। खबरें हैं कि यह अपने पहले डिवाइस से 8 जुलाई को पर्दा उठाएंगे। ब्रैंड का दावा है कि वह कम से कम कीमत पर AI के स्मार्ट फीचर्स से लैस और बेहतरीन स्पेक्स वाला फोन लॉन्च करेंगे। यह फोन फ्लिपकार्ट एक्सक्लूसिव होंगे और सिर्फ फ्लिपकार्ट के जरिए ही खरीदे जा सकेंगे। लॉन्च से पहले ही इसका पेज फ्लिपकार्ट पर लाइव भी हो चुका है। चलिए इनके बारे में डिटेल में जानते हैं। कौन से डिवाइस होंगे लॉन्च? खबरें हैं कि AI+ 8 जुलाई को Nova 5G और Pulse 4G स्मार्टफोन लॉन्च कर सकते हैं। इसकी शुरुआती कीमत 5,000 रुपये रहने वाली है। इसमें 6 नैनोमीटर टेक्नोलॉजी पर बेस्ड Unisoc T8200 चिपसेट देखने को मिलेगा। इस फोन की खासियत यह होगी कि यह 5000 की कीमत पर 50MP का ड्युअल रियल कैमरा सेटअप, 5000mAh बैटरी और 1TB तक की एक्सपेंडेबल स्टोरेज का ऑप्शन देगा। वहीं Pulse 4G स्मार्टफोन सस्ता ऑप्शन होगा। इसमें 12 नैनोमीटर वाला Unisoc T7250 चिपसेट मिलेगा। हालांकि इनके बैटरी और कैमरा फीचर्स एक जैसे रहेंगे। Nova 5G में गोल और Pulse 4G में चौकोर कैमरा मॉड्यूल देखने को मिलेगा। Nova 5G और Pulse 4G के स्पेसिफिकेशंस यह दोनो ही फोन NxtQuantum OS पर चलेंगे। यह देश में ही बना और देश की जरूरतों को देखकर एंड्रॉयड 15 पर आधारित ओएस है। कंपनी का दावा है कि उनके यह फोन ब्लोटवेयर से मुक्त रहेंगे और इनमें खास AI फीचर्स भी मिलेंगे। फोन को भारत में ही डिजाइन और मैन्युफेक्चर किया जाएगा। इसके अलावा AI+ के डिवाइसेज में कुछ रिसाइकल्ड मैटीरियल का भी इस्तेमाल होगा। Nova 5G फोन में फ्लैट डिस्प्ले देखनो को मिलेगी और यह 6GB रैम और 128GB स्टोरेज के साथ आएगा। इसमें ब्लैक, ब्लू, ग्रीन और पर्पल कलर वेरिएंट देखने को मिलेंगे।GSMArena की रिपोर्ट के अनुसार AI+ फोन के साथ Wearbuds Watch 3 को भी लॉन्च करेगी। इस स्मार्टवॉच में TWS भी देखने को मिलेंगे। स्पेक्स में शानदार लगने वाले यह दो स्मार्टफोन असल जिंदगी में कैसे परफॉर्म करते हैं, यह इनके लॉन्च के बाद ही पता चलेगा। इसके लिए फिलहाल 8 जुलाई तक का इंतजार कर ना पड़ेगा। अगर आप इन दो स्मार्टफोन्स के बारे में और डिटेल चाहते हैं, तो आप Flipkart पर लाइव हो चुके इनके पेज को देख सकते हैं।

बदनावर-पेटलावद- थांदला 4-लेन सड़क के लिए भूमिअधिग्रहण की प्रक्रिया को पूर्ण करने प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त

झाबुआ   एमपी में बदनावर-पेटलावद- थांदला मार्ग के फोरलेन निर्माण की प्रक्रिया में कदम बढ़ाए गए है। शासन प्रशासन ने उक्त मार्ग में जमीन अधिग्रहण के लिए राजपत्र में प्रकाशन कर दिया है। राजपत्र में प्रकाशन के आधार पर भूमि अधिग्रहण के लिए क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी को प्राधिकृत अधिकारी बनाया है। इनके द्वारा भूमिअधिग्रहण की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। इन गांव से ली जाएगी जमीन इस संबंध में राजपत्र में अधिग्रहीत की जाने वाले गांव और कस्बों की सूची भी प्रकाशीत की गई है। इसके अनुसार पेटलावद तहसील के पेटलावद, करड़ावद, सारंगी जैसे बड़े कस्बों सहित नाहरपुरा, उन्नई, टेमरिया, पंथबोराली, बाछीखेडा, छावनी, भाभरापाड़ा, कुंडियापाड़ा, हिंडोला, बावडी, बेंगनबर्डी, छायनपाड़ा, मोहनपुरा, कसारबर्डी, खोरिया, छोटी बोलासा आदि गांवों को भूमि अधिग्रहण करने के लिए प्राधिकारी बनाए गए हैं। इसी प्रकार बदनावर और थांदला तहसील में भी प्राधिकारी बनाए गए हैं। मार्ग बना क्षेत्र के लिए पहेली बदनावद-पेटलावद- थांदला मार्ग क्षेत्रवासियों के लिए एक पहेली बन चुका है। जिसका हल हर कोई निकालना चाहता है। इस पहेली के सुलझने पर कई लोगों को लाभ तो कई लोगों को नुकसान होगा। क्योंकि वर्तमान टू लेन के आसपास पूरे क्षेत्र का व्यवसाय जमा हुआ है। सारंगी के लोग जता चुके हैं विरोध रोड निर्माण को लेकर आ रहे बयानों को लेकर पिछले दिनों सारंगी की रहवासियों ने सारंगी चैपाटी पर ओवरब्रिज बनने पर विरोध किया था। सारंगीवासियों का कहना है कि इस प्रकार ओवरब्रिज बनने से चौपाटी का रोजगार पूरी तरह से ठप हो जाएगा। वहीं दूसरी और करडावद और पेटलावद के बीच निकलने वाले मार्ग को लेकर संभावनाएं व्यक्त की जा रही है। कहां से आखिर यह मार्ग निकलेगा।

मध्य प्रदेश में वक्फ बोर्ड की कमेटियों का लेन देन अब होगा पारदर्शी, खुलेंगे बैंक खाते, सेन्ट्रल बैंक से हुआ करार

भोपाल  मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के अधीन 15 हजार वक़्फ सम्पतियां रजिस्टर्ड है। कमेटियों के बैंक खाता नहीं होने के कारण भारी अनियमिताएं होने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। इस पर वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सनवर पटेल के सख्त निर्देश पर बोर्ड ने गहन छानबीन करते हुए बताया कि कमेटियों के बैंक खाते नहीं होने के कारण बोर्ड भारी असुविधा एवं आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। बैंक खाता अनिवार्य रूप से खुलवाने का फैसला राज्य के बोर्ड ने अपने काम में पारदर्शिता लाने, ऊपरी लेन देन रोकने और बोर्ड एवं कमेटियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए बोर्ड की कमेटियों का बैंक खाता अनिवार्य रूप से खुलवाने का फैसला किया, परन्तु प्रदेश भर में कमेटियों के खाते खोलने को लेकर बैंक में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अनेक स्थानों पर तो बैंक खाते खुल ही नहीं पाते थे। कमेटियों की इस परेशानी को दूर करने के लिए बोर्ड चेयरमैन डॉ सनवर पटेल ने बोर्ड की टीम के साथ सेन्ट्रल बैंक के जोनल हेड एवं मैनेजमेंट से अनेक दौर की चर्चा की। खाता खुलवाने का सरकुलर जारी उक्त कार्य में मध्यप्रदेश शासन के प्रमुख सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सहयोग एवं मार्गदर्शन किया। आज सेंट्रल बैंक ने बड़ा निर्णय लेते हुए बोर्ड के इतिहास में पहली बार अपनी सभी शाखाओं को बोर्ड की वैधानिक कमेटियों का खाता खुलवाने का सरकुलर जारी कर दिया है। ऐसी सभी वक्फ कमेटियां जिनको अपना बैंक खाता खुलवाने में परेशानी होती थी। कमेटियों के पदाधिकारी अब इस पत्र के साथ अपने जिले में सेन्ट्रल बैंक की अपने पास स्थित शाखा में जाये और अपनी वक्फ कमेटी का खाता बिना किसी परेशानी के खुलवाये।

रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, अब वेटिंग टिकट के कैंसल पर कैंसिलेशन का यह चार्ज नहीं लगेगा

 नई दिल्ली रेलवे अब कैंसल टिकट पर बड़ी राहत देने की तैयारी में है। फिलहाल यदि कोई टिकट बुक हुआ है और वह वेटिंग लिस्ट में दिखा रहा है तो कैंसल होने के बाद भी पूरा रिफंड नहीं आता। इसकी वजह होती है कि रेलवे कुछ चार्ज क्लर्क फीस के तौर पर काट लेता है। यह चार्ज अलग-अलग क्लास के मुताबिक 30 से 60 रुपये तक होता है। इससे यात्रियों को दोहरा झटका लगता है। एक तरफ उनका टिकट कन्फर्म नहीं हो पाता, दूसरी तरफ रिफंड में भी कटौती हो जाती है। अब ऐसी स्थिति से लोगों को बचाने के लिए रेलवे इस फीस को ही खत्म करने पर विचार कर रहा है। ऐसा हुआ तो फिर वेटिंग लिस्ट वाले टिकटों के कन्फर्म न होने पर लोगों को पूरा रिफंड मिलेगा। कैंसल टिकटों पर भी लगने वाले चार्ज पर लंबे समय से बहस रही है। अलग-अलग क्लास के हिसाब से यह चार्ज 30 से 60 रुपये तक रहा है। इस पर आम लोग कई बार शिकायत करते रहे हैं कि आखिर जिन टिकटों को हम खुद कैंसल नहीं कराते और वेटिंग लिस्ट में होने के चलते रद्द होते हैं, उन पर रेलवे चार्ज क्यों वसूलता है। अब इस चार्ज को खत्म करने का प्रस्ताव रेलवे के समक्ष रखा गया है, जिस पर वह विचार कर रहा है। फिलहाल 2S क्लास के कैंसल टिकट 30 रुपये का चार्ज लगता है। 60 रुपये स्लीपर क्लास का चार्ज है एवं थर्ड एसी समेत अन्य सभी पर 60 रुपये प्लस जीएसटी वसूला जाता है। यह फीस तब भी लगती है, जब टिकट की बुकिंग आईआरसीटीसी के पोर्टल से ही की जाए। वेट लिस्ट वाला टिकट कन्फर्म न होने पर टिकट कैंसलेशन की प्रक्रिया ऑटोमेटेड होती है और क्लर्क चार्ज के अलावा कुछ अन्य शुल्क काटकर रकम वापस कर दी जाती है। बता दें कि फाइनेंशियल ईयर 2025 में रेलवे को रिकॉर्ड 2.7 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है। यह इजाफा मालवाहक ट्रेनों और यात्री ट्रेनों से हुआ है। इसके अलावा रेलवे के यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इसे रेलवे अपनी सेवाओं में भरोसे के तौर पर देखा रहा है। रेलवे को माल ढुलाई से 1.75 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अलावा य़ात्रियों की संख्या 735 करोड़ रही है। कैंसलेशन चार्ज से ही रेलवे को हुई 6 हजार करोड़ की इनकम बता दें कि रेलवे को टिकट कैंसलेशन चार्ज से भी बड़ा रेवेन्यू मिलता रहा है। एक आरटीआई के जवाब में दी गई जानकारी से पता चला था कि रेलवे ने 2020 से 2023 के दौरान 4 सालों में अकेले टिकट कैंसलेशन चार्ज से ही 6 हजार करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था। इस डेटा के सामने आने के बाद से वेटिंग लिस्ट टिकट के कैंसल होने पर कटने वाले चार्ज को लेकर सवाल उठने लगे थे।