इतिहास रच दिया! महिला टीम ने इंग्लैंड में पहली बार T20 सीरीज अपने नाम की

मैनचेस्‍टर  हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय वुमेंस क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में उस समय इतिहास रचा जब उन्होंने मेजबान टीम को चौथी T20I में 6 विकेट से धूल चटाई। इंग्लैंड की सरजमीं पर पहली बार 2006 में T20I मैच खेलने वाली टीम इंडिया ने इंग्लिश टीम को उन्हीं के घर पर पहली बार 2 या उससे अधिक मैच की टी20 सीरीज में धूल चटाई है। यह कारनामा टीम इंडिया अपने स्पिनर्स के दम पर करने में कामयाब रही। भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को मात्र 126 के स्कोर पर रोक दिया, इसके बाद इस स्कोर का पीछा उन्होंने 6 विकेट और तीन ओवर रहते आसानी से कर लिया। राधा यादव को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पावरप्ले में ही टीम ने 38 के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद श्री चरणी और राधा यावद ने अपनी घूमती गेंदों के आगे इंग्लिश बल्लेबाजों की एक ना चलने दी। भारत की कसी हुई गेंदबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कोई भी इंग्लिश बैटर 25 रन का आंकड़ा नहीं छू पाई। श्री चरणी और राधा यादव ने मिलकर 4 विकेट चटकाए और इंग्लैंड को निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 126 के स्कोर पर रोका। राधा यादव ने इस दौरान अपने 4 ओवर के कोटे में मात्र 15 रन खर्च कर 2 विकेट चटकाए। 127 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को स्मृति मंधाना (32) और शैफाली वर्मा (31) की ओपनिंग जोड़ी ने धाकड़ शुरुआत दी। 7 ओवर में दोनों ने मिलकर 56 रन जोड़ जीत की नींव रखी। इसके बाद जेमिमा रोड्रिग्स (24) और हरमनप्रीत कौर (26) ने छोटी-छोटी पारी खेल टीम को जीत के नजदीक पहुंचाया। भारत ने 18 गेंदें और 6 विकेट रहते मैच को अपने नाम किया और 5 मैच की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बनाई।

छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ियों को मिली अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा की मंजूरी, देश का नाम करेंगे रोशन

रायपुर : छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ी करेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन रायपुर: छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दिखाएंगे प्रतिभा, बढ़ाएंगे देश का मान छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ियों को मिली अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा की मंजूरी, देश का नाम करेंगे रोशन रायपुर छत्तीसगढ़ में खेलों को नया आयाम देते हुए प्रदेश के दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए पहली बार राजधानी रायपुर में दो दिवसीय पैरा कैनो वर्कशॉप का सफल आयोजन हुआ। छत्तीसगढ़ प्रदेश कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन एवं भारतीय कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यशाला छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन कार्यालय, इंडोर स्टेडियम और बूढ़ा तालाब में आयोजित की गई। राज्यपाल रमेन डेका से पैरा कैनो एथलीट प्राची यादव, मनीष कौरव और अन्य खिलाड़ियों ने शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। वर्कशॉप के अंत में डॉ. प्रशांत चतुर्वेदी ने दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के दौरान संभावित इंजुरी से बचने और उनकी रोकथाम पर विशेष सेशन लिया, जिससे खिलाड़ियों को सुरक्षित प्रशिक्षण के टिप्स भी मिले। छत्तीसगढ़ के खेल मंत्री माननीय टंक राम वर्मा ने झण्डा दिखाकर दिव्यांग खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खिलाड़ियों से चर्चा भी की और पैरा कैनो खेल की बारीकियों को समझा। खेल मंत्री ने दिव्यांग खिलाड़ियों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया। इस वर्कशॉप का उद्देश्य प्रदेश के पैरा खिलाड़ियों को तकनीकी जानकारी देकर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता बनाने की दिशा में तैयार करना था। प्रशिक्षकों ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के दिव्यांग खिलाड़ी जल्द ही इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। एक ही दिन में खिलाड़ियों ने बोट्स को बैलेंसिंग सहित चलाना सीख लिया, जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। कार्यशाला के दौरान अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित पैरा कैनो एथलीट प्राची यादव और मनीष कौरव ने खिलाड़ियों का टेस्ट लिया और उनकी पात्रता की जांच की। चयनित खिलाड़ियों को अब भोपाल के पैरा सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय पैरा चेयरपर्सन मयंक ठाकुर से प्रशिक्षण मिलेगा।  इस अवसर पर डॉ. विक्रम सिंह सिसोदिया महासचिव छत्तीसगढ़ ओलिंपिक एसोसिएशन, प्रशांत सिंह रघुवंशी चेयरमैन सीजी पैरा कैनोइंग एवं सह सचिव भारतीय कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन, जिला खेल अधिकारी प्रवेश जोशी सहित खिलाड़ी और संबंधित लोग उपस्थित थे।

सचिन तेंदुलकर को लॉर्ड्स में खास जगह, एमसीसी संग्रहालय में हुआ तस्वीर का अनावरण

लंदन इंग्लैंड और भारत के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच से पहले लॉर्ड्स स्थित एमसीसी संग्रहालय में गुरुवार को भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर की नई तस्वीर का अनावरण किया गया। ब्रिटिश कलाकार स्टुअर्ट पियर्सन राइट द्वारा बनाई गई इस तस्वीर में तेंदुलकर के 'बस्ट' की विशाल छवि को दर्शाया गया है और यह इस वर्ष के अंत में मंडप में स्थानांतरित किए जाने से पहले संग्रहालय में रहेगी। एमसीसी की संग्रहित तस्वीर में यह किसी भारतीय खिलाड़ी का पांचवां और पियर्सन राइट द्वारा बनाया चौथा चित्र है। तेंदुलकर से पहले कपिल देव, बिशन सिंह बेदी और दिलीप वेंगसरकर के चित्र उन्होंने बनाए हैं। कपिल देव, बिशन बेदी और दिलीप वेंगसरकर के आदमकद चित्रों के विपरीत सचिन की तस्वीर सिर्फ उनके बस्ट (छाती तक) पर केंद्रित है। यह पेंटिंग 18 साल पहले मुंबई में तेंदुलकर के घर पर ली गई एक तस्वीर पर आधारित है। तस्वीर के अनावरण और लॉर्ड्स टेस्ट की शुरुआत से पहले घंटी बजाने के बाद सचिन तेंदुलकर कहा, "1983 में, जब भारत ने विश्व कप जीता, तब लॉर्ड्स से मेरा पहला परिचय हुआ। मैंने हमारे कप्तान कपिल देव को ट्रॉफी उठाते देखा। उस पल ने मेरे क्रिकेट के सफर को गति दी। आज, पवेलियन में मेरी तस्वीर लगने से, ऐसा लग रहा है, जैसे जिदगी का एक चक्र पूरा हो गया हो।" इंग्लैंड बनाम भारत के तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले सचिन तेंदुलकर ने प्रतिष्ठित घंटी बजाई। साल 2007 में शुरू की गई यह परंपरा क्रिकेट की सबसे प्रिय परंपराओं में से एक है, जो उन खिलाड़ियों के लिए आरक्षित है जिन्होंने खेल पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। सचिन तेंदुलकर ने 2013 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था। वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन और शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं। तीनों फॉर्मेट मिलाकर सचिन ने कुल 34,357 रन बनाए हैं और रिकॉर्ड 100 शतक लगाए हैं। पियर्सन राइट ने कहा, "एमसीसी पिछली तस्वीरों से कुछ अलग चाहता था, इसलिए मैंने सचिन के चेहरे पर ध्यान केंद्रित किया।" लॉर्ड्स पोर्ट्रेट कार्यक्रम 30 साल से भी ज्यादा समय से चल रहा है, लेकिन एमसीसी का कला संग्रह विक्टोरियन युग से जुड़ा है। 3,000 कलाकृतियों में से लगभग 300 पोर्ट्रेट के साथ, यह दुनिया के सबसे समृद्ध खेल संग्रहालयों में से एक है। एमसीसी की संग्रह एवं कार्यक्रम प्रबंधक चार्लोट गुडह्यू ने कहा, "सचिन तेंदुलकर जैसे व्यक्तित्व की तस्वीर को संग्रहालय में शामिल करना अद्भुत है।"

बुमराह ने ब्रूक को बोल्ड किया, स्कोर 170 के पार

लंदन भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जा रहा है। यह मैच लॉर्ड्स में खेला जा रहा है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। दोनों टीमों में एक-एक बदलाव है। इंग्लैंड ने जोश टंग की जगह जोफ्रा आर्चर और भारत ने प्रसिद्ध कृष्णा की जगह जसप्रीत बुमराह को शामिल किया है। बुमराह ने ब्रूक को बोल्ड किया बुमराह ने इंग्लैंड को चौथा झटका दिया। उन्होंने हैरी ब्रूक को बोल्ड किया। वह सिर्फ 11 रन बना पाए। अब रूट का साथ देने कप्तान बेन स्टोक्स आए हैं। इंग्लैंड का स्कोर 170 के पार पहुंच गया है। 

भारत ए हॉकी टीम ने आयरलैंड को 6-0 से हराया

आइंडहोवन भारत ए पुरुष हॉकी टीम ने यूरोपीय दौरे पर अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए यहां हॉकी क्लब ओरांजे रूड में आयरलैंड को 6-0 से करारी शिकस्त दी। यह भारत ए की आयरलैंड के खिलाफ लगातार दूसरी जीत है, जिसे उसने दौरे के पहले मैच में 6-1 से हराया था। उत्तम सिंह ने भारत ए के लिए पहला गोल किया, जिसके बाद कप्तान संजय ने स्कोर 2-0 कर दिया। इसके बाद मिडफील्डर मोहम्मद राहील मौसीन ने लगातार दो गोल दागे। अमनदीप लाकड़ा और वरुण कुमार ने एक-एक गोल किया। भारतीय टीम का अगला मुकाबला शनिवार को फ्रांस से होगा। भारतीय कोच शिवेन्द्र सिंह ने कहा कि टीम आयरलैंड के खिलाफ किए गए शानदार प्रदर्शन को फ्रांस के खिलाफ होने वाले मैच में भी जारी रखना चाहेगी। उन्होंने कहा, ''आयरलैंड के खिलाफ हमारे दो मैच वाकई अच्छे रहे हैं और मैं खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश हूं। अब हमारा सामना फ्रांस से होगा और मुझे उम्मीद है कि हमारी टीम अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखेगी।'' आयरलैंड और फ्रांस के अलावा भारत दो सप्ताह के अपने यूरोपीय दौरे में इंग्लैंड, बेल्जियम और मेजबान नीदरलैंड के खिलाफ भी खेलेगा।  

पीएसजी से मिली हार के बाद लुका मोड्रिक ने रियल मैड्रिड को कहा अलविदा

ईस्ट रदरफोर्ड फीफा क्लब वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) के हाथों 0-4 की करारी हार रियल मैड्रिड के दिग्गज मिडफील्डर लुका मोड्रिक के लिए विदाई का पल साबित हुई। यह मैच रियल मैड्रिड के लिए मोड्रिक का आखिरी मुकाबला था। 39 वर्षीय क्रोएशियाई स्टार मोड्रिक ने 2012 में रियल मैड्रिड का दामन थामा था और इसके बाद क्लब के साथ उन्होंने 28 प्रमुख खिताब अपने नाम किए। इनमें छह यूएफा चैंपियंस लीग, चार ला लीगा और दो कोपा डेल रे खिताब शामिल हैं। इस उपलब्धि के साथ मोड्रिक रियल मैड्रिड के इतिहास में सबसे अधिक ट्रॉफी जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। मोड्रिक न सिर्फ क्लब के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी रहे हैं, बल्कि रियल मैड्रिड के लिए सबसे उम्रदराज गोल स्कोरर का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। पीएसजी के खिलाफ अपने आखिरी मैच में मोड्रिक 63वें मिनट में जूड बेलिंघम की जगह मैदान पर उतरे। उनके इस फैसले से एक युग का अंत हुआ है, जिसमें उन्होंने रियल मैड्रिड को यूरोप और दुनिया की फुटबॉल में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।  

भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट: लंच के बाद का खेल हुआ शुरू, जो रूट-ओली पोप बने खतरा

लॉर्ड्स भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट गुरुवार से लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है। इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। दोनों टीमें इस मैच में बदलाव के साथ उतरी हैं। इंग्लैंड की टीम में जोफ्रा आर्चर को जगह मिली है, जबकि जोश टंग को बाहर बैठना पड़ा है। वहीं भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह की वापसी हुई है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड को जैक क्रॉउली और बेन डकेट ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 43 रन की साझेदारी हुई। बेन डकेट 40 गेंद में 23 रन बनाकर आउट हुए। जैक क्रॉउली 43 गेंद में 18 रन ही बना सके। नीतीश ने एक ही ओवर में सलामी बल्लेबाजों को आउट किया। जो रूट और ओली पोप क्रीज पर मौजूद हैं। लीड्स में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हराया था, जबकि भारत ने बर्मिंघम में दूसरा टेस्ट 336 रनों से जीता था। इस तरह से पांच मैच की सीरीज अभी बराबरी पर है। बुमराह को नहीं मिल रही सफलता भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पिछले 29 ओवर से विकेट नहीं मिला है। उन्होंने पहले मैच की दूसरी पारी में 19 ओवर डाले और अब तीसरे टेस्ट में 10 ओवर डाल चुके हैं लेकिन सफलता नहीं मिली है। इंग्लैंड ने पहले सेशन में बनाए 83 रन इंग्लैंड की टीम ने लॉर्ड्स टेस्ट में पहले दिन बल्लेबाजी करते हुए पहले सेशन में 25 ओवर में दो विकेट खोकर 83 रन बना लिए हैं।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम का कमाल, इंग्लैंड में टी20 सीरीज जीतकर रचा इतिहास

मैनचेस्टर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20 मैच में छह विकेट से जीत दर्ज की। इसी के साथ भारत ने इंग्लैंड की सरजमीं पर इतिहास रच दिया है। भारतीय महिला टीम ने पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ उन्हीं के घर में दो या उससे अधिक मुकाबलों की टी20 सीरीज अपने नाम की है। भारत ने इंग्लैंड में पहली बार साल 2006 में टी20 क्रिकेट खेला था। इस दौरान सिर्फ एक ही टी20 मैच खेला गया, जिसमें भारत ने आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। भारत-इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच पांच मुकाबलों की टी20 सीरीज का यह मुकाबला मैनचेस्टर में खेला गया, जिसमें इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। इंग्लैंड को अपना ही निर्णय भारी पड़ गया। टीम ने 21 के स्कोर पर डेनियल व्याट-हॉज (5) का विकेट खो दिया। इसके बाद टीम ने निरंतर अंतराल पर विकेट गंवाए। मेजबान टीम निर्धारित ओवरों तक सात विकेट खोकर महज 126 रन बना सकी। इस टीम के लिए सोफिया डंकले ने 19 गेंदों में सर्वाधिक 22 रन की पारी खेली, जबकि कप्तान टैमी ब्यूमोंट ने 19 गेंदों में 20 रन बनाए। भारत की ओर से श्री चरणी और राधा यादव को दो-दो विकेट हाथ लगे, जबकि अमनजोत कौर और दीप्ति शर्मा ने एक-एक विकेट अपने नाम किया। इसके जवाब में भारतीय टीम ने तीन ओवर शेष रहते मुकाबला जीत लिया। स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के बीच सात ओवरों में 56 रन की साझेदारी हुई। शेफाली ने 19 गेंदों में 31 रन बनाए, जबकि मंधाना ने 31 गेंदों में 32 रन टीम के खाते में जोड़े। भारत 69 के स्कोर तक अपनी सलामी जोड़ी गंवा चुका था। यहां से जेमिमा रोड्रिगेज ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ तीसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़कर टीम को जीत की दहलीज पर ला दिया। हरमनप्रीत कौर ने 25 गेंदों में 26 रन की पारी खेली, जिसमें तीन चौके शामिल रहे, जबकि जेमिमा ने 22 गेंदों में नाबाद 24 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से चार्लोट डीन, सोफी एक्लेस्टोन और ईसी वोंग ने एक-एक विकेट अपने नाम किया। भारत पांच मुकाबलों की सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना चुका है। सीरीज का आखिरी मुकाबला 12 जुलाई को एजबेस्टन में खेला जाएगा।  

हमारा सफर यहीं नहीं रुकेगा: राधा यादव ने जताई भविष्य की बड़ी उम्मीदें

मैनचेस्टर अपनी स्पिन गेंदबाजी से भारत की इंग्लैंड के खिलाफ महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाने वाली बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव ने कहा कि टीम कोई बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध थी। बाएं हाथ की स्पिन जोड़ी राधा (2/15) और श्री चरणी (2/30) तथा अनुभवी दीप्ति शर्मा (1/29) ने मिलकर पांच विकेट लिए, जिससे इंग्लैंड की टीम चौथे मैच में सात विकेट पर 126 रन ही बना सकी। भारत ने 17 ओवर में लक्ष्य हासिल करके पांच मैचों की श्रृंखला में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली। राधा ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ''इस बार का विश्वास और समर्पण वाकई अलग है। मुझे पहले के बारे में तो नहीं पता, लेकिन इस बार टीम का माहौल बहुत शानदार है और हम आगे भी बड़ी उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं।'' बाएं हाथ की स्पिनर ने कहा कि हालांकि टीम को अभी भी कुछ क्षेत्रों में सुधार करना है, लेकिन वह हर हाल में दबदबा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ''दबदबा बनाकर खेलना ऐसा रास्ता है जिस पर हम जाना चाहते हैं। हम जानते हैं कि अभी हमें कुछ क्षेत्रों में सुधार करने की जरूरत है लेकिन यह अलग टीम है जो हावी होकर खेलना चाहती है।''  

विंबलडन 2025: कोर्ट पर गिरे नोवाक जोकोविच, कहा- मेरा शरीर अब पहले जैसा नहीं रहा

लंदन विंबलडन-2025 के क्वार्टर फाइनल में नोवाक जोकोविच ने फ्लावियो कोबोली के खिलाफ मुकाबले को अपने नाम किया। जीत हासिल करने से ठीक पहले जोकोविच कोर्ट पर गिर पड़े, जिसने वहां मौजूद फैंस को चिंतित कर दिया। 24 बार के मेजर चैंपियन नोवाक जोकोविच कुछ देर बाद अपने पैरों पर वापस उठे और 6-7(6), 6-2, 7-5, 6-4 से जीत हासिल करते हुए अगले दौर में जगह बनाई। जीत के बाद नोवाक जोकोविच ने पत्रकारों से कहा, “यह बहुत अजीब था। घास पर ऐसा होता है। मेरे करियर में ग्रास-कोर्ट पर ऐसा कई बार हुआ है। स्पष्ट है कि मेरा शरीर अब पहले जैसा नहीं रहा, इसलिए चोट का असर मुझे अगले दिन महसूस होगा। तो देखते हैं। मैं उम्मीद कर रहा हूं कि अगले 24 से 48 घंटे में जो कुछ भी हुआ है, वह ज्यादा गंभीर न हो, ताकि मैं दो दिनों में बिना दर्द के अपना सर्वश्रेष्ठ खेल सकूं।” अपनी 102वीं विंबलडन जीत के साथ, जोकोविच के इस सीजन का रिकॉर्ड 26-8 हो गया है। वह 25वें मेजर खिताब से दो कदम दूर हैं। अगर 38 वर्षीय जोकोविच इस खिताब को जीत लेते हैं, तो वह ग्रास कोर्ट मेजर में रोजर फेडरर के आठ खिताबों के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। अगर जोकोविच खिताब जीत लेते हैं, तो टूर्नामेंट के ओपन एरा इतिहास में सबसे उम्रदराज चैंपियन भी बन जाएंगे। इसी के साथ वह रोजर फेडरर के साल 2017 में बनाए गए रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देंगे, जिन्होंने 35 साल की उम्र में खिताब जीता था। जोकोविच ने कहा, “मैं 38 वर्षीय खिलाड़ी के रूप में इस बात से बहुत संतुष्ट हूं कि मैं अभी जिस तरह से चल-फिर रहा हूं और खेल रहा हूं, यह मुझे बहुत पसंद है। मेरी टीम में लगभग 10 लोग हैं, जो मेरे ऑन-कोर्ट और ऑफ-कोर्ट करियर, तैयारी और रिकवरी के हर पहलू पर रोजाना काम करते हैं।” उन्होंने कहा, “कभी-कभी मैं इन रोजमर्रा के कामों से थक जाता हूं, लेकिन प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए मुझे करना पड़ता है। कोर्ट से बाहर, जिम में या फिर ट्रीटमेंट टेबल पर कई-कई घंटे बिताने पड़ते हैं, बस इस कोशिश में कि जो कुछ भी मेरे पास है, उसके साथ मैं सर्वश्रेष्ठ दे सकूं।”