अपनी प्राइवेसी पर कोई खतरा नहीं चाहते हैं तो तुरंत WiFi ट्रैकिंग फीचर को करें बंद

नई दिल्ली अगर आप iPhone यूजर हैं और अपनी प्राइवेसी को लेकर सतर्क रहते हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है. iPhone में एक ऐसा फीचर है जो आपकी जानकारी के बिना भी आपके मूवमेंट और नेटवर्क एक्टिविटी को ट्रैक कर सकता है. इस फीचर को WiFi ट्रैकिंग कहते हैं. हालांकि Apple का दावा है कि ये फीचर बेहतर नेटवर्क परफॉर्मेंस और लोकेशन बेस्ड सर्विसेस के लिए होता है, लेकिन कई बार ये फीचर आपकी लोकेशन प्राइवेसी और बैटरी दोनों पर बुरा असर डालता है. क्या है iPhone का WiFi ट्रैकिंग फीचर? iPhone में एक सेटिंग होती है Networking & Wireless ये फीचर लोकेशन सर्विस के जरिए आसपास के WiFi नेटवर्क की मदद से आपकी लोकेशन को ट्रैक करता है, भले ही आपने WiFi ऑन न किया हो. इसका मतलब जब आपका WiFi बंद भी हो, तब भी फोन बैकग्राउंड में नेटवर्क स्कैन करता रहता है और आपकी लोकेशन से जुड़ी जानकारी भेजता रहता है. क्यों जरूरी है इसे बंद करना? इससे आपकी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है. आपका लोकेशन डेटा बिना आपकी मर्जी के शेयर हो सकता है. बैटरी जल्दी खत्म होती है, फोन लगातार नेटवर्क स्कैन करता है. इससे आपके पर्सनल डेटा की सेफ्टी पर सवाल खड़ा होता है. कई बार थर्ड पार्टी ऐप्स इस जानकारी का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. पब्लिक WiFi से कनेक्ट करते समय ट्रैकिंग के जरिए हैकिंग का रिस्क बढ़ता है. कैसे बंद करें WiFi ट्रैकिंग फीचर? iPhone में WiFi ट्रैकिंग को बंद करना बेहद आसान है. बस नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें. इसके लिए सबसे Settings में जाएं. नीचे स्क्रॉल करें और Privacy & Security के ऑप्शन पर जाएं. अब Location Services पर क्लिक करें. इसके बाद सबसे नीचे जाएं और सिस्टम सर्विसेज सिलेक्ट करें. यहां नेटवर्किंग एंड वायरलेस का ऑप्शन शो होगा. इस पर क्लिक करें और Toggle Off कर दें. इन बातों का रखें ध्यान इस फीचर को बंद करने से आपका फोन WiFi से कनेक्ट होना बंद नहीं करेगा. ये सिर्फ आपकी लोकेशन से जुड़ी WiFi ट्रैकिंग को बंद करेगा. Apple एक पॉप-अप दिखा सकता है जिसमें लिखा होगा कि इससे WiFi कनेक्शन इफेक्ट हो सकता है आप Turn Off पर क्लिक करें.  

Oppo Reno 14 5G और Oppo Reno 14 Pro 5G स्मार्टफोन को भारतीय बाजार में लॉन्च

नई दिल्ली Oppo Reno 14 5G और Oppo Reno 14 Pro 5G स्मार्टफोन को भारतीय बाजार में ग्राहकों के लिए लॉन्च कर दिया गया है. ओप्पो रेनो 14 सीरीज के अंतर्गत उतारे गए ये दो नए स्मार्टफोन्स दमदार बैटरी, शानदार कैमरा और पावरफुल प्रोसेसर के साथ उतारे गए हैं. चलिए जानते हैं कि इन स्मार्टफोन्स को खरीदने के लिए आपको कितने पैसे खर्च करने होंगे. कीमत ओप्पो रेनो 14 के 8 जीबी/256 जीबी वेरिएंट की कीमत 37999 रुपए, 12 जीबी/256 जीबी वेरिएंट की कीमत 39999 रुपए और 12 जीबी/512 जीबी वाले वेरिएंट की कीमत 42999 रुपए है. वहीं, प्रो वेरिएंट के 12/256 जीबी वेरिएंट का दाम 49999 रुपए और 12/512 जीबी वेरिएंट का दाम 54999 रुपए है. ओप्पो रेनो 14 सीरीज की बिक्री कंपनी की साइट के अलावा अमेजन और चुनिंदा रिटेल स्टोर्स पर 8 जुलाई से शुरू हो जाएगी. मुकाबला ओप्पो रेनो 14 की टक्कर वीवो वी50 5जी (कीमत 36999 रुपए), Xiaomi 14 CIVI (कीमत 38999 रुपए) से तो वहीं प्रो वेरिएंट का मुकाबला आईकू 12 5जी (कीमत 54990 रुपए) और वीवो वी40 प्रो (कीमत 49145 रुपए) से होगी. Oppo Reno 14 Pro 5G Specifications     डिस्प्ले: इस फोन में 1200 निट्स पीक ब्राइटनेस और 120 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ 6.83 इंच 1.5K रिजॉल्यूशन ओलेड डिस्प्ले है.     चिपसेट: इस हैंडसेट में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8450 प्रोसेसर दिया गया है.     कैमरा: फोन के पिछले हिस्से में 50 मेगापिक्सल प्राइमरी, साथ में 50 मेगापिक्सल टेलीफोटो और 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड कैमरा दिया गया है. फोन के फ्रंट में भी कंपनी ने 50 मेगापिक्सल का सेंसर सेल्फी के लिए दिया है.     बैटरी: 80 वॉट सुपरवूक और 50 वॉट एयरवूक चार्ज सपोर्ट के साथ 6200 एमएएच की दमदार बैटरी फोन में जान फूंकने के लिए दी गई है. Oppo Reno 14 5G Specifications     डिस्प्ले: इस फोन में 6.59 इंच 1.5K रिजॉल्यूशन ओलेड डिस्प्ले दी गई है.     चिपसेट: इस फोन में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है.     कैमरा: 50MP सेल्फी कैमरा वाले इस फोन के रियर में 50MP प्राइमरी, 50MP टेलीफोटो और 8MP अल्ट्रा वाइड कैमरा दिया गया है.     बैटरी: 80 वॉट सुपरवूक चार्ज सपोर्ट के साथ 6000 एमएएच की बैटरी फोन में जान फूंकने का काम करती है.  

महिलाएं नौकरी में कैसे करें चुनौती का सामना?

नई दिल्ली एआई के आने से कितनी सहूलियत हो गई है न। हमारे वह काम अब चुटकियों में हो जाते हैं, जिनके लिए पहले हम यहां-वहां भटकते थे। पहले मेले में जाते थे तो एक तसवीर खींचने वाली दुकान मिलती थी। नया जोड़ा हो या पूरा परिवार, झील वाले बैकग्राउंड के सामने बड़े शौक से फोटो खिंचवाकर आता था। अब घर की दीवार के आगे खड़े होकर एक क्लिक करो और बैकग्राउंड आराम से एआई से बना लो। सबको यही लगेगा कि आप कहीं बाहर घूमने गई हैं। पर सोचो तो यह उस तस्वीर खींचने वाले के लिए कितना मायूसी भरा होगा, जो शायद अब राह ताकते अपना सामान समेटकर किसी और धंधे को निकल पड़ा। एआई यहीं तक सीमित नहीं है। इसका दायरा पलक झपकने के साथ बढ़ता दिख रहा है। कभी न्यूज चैनल में एआई एंकर नजर आती है, तो कभी किसी को घर बैठे पता चलता है कि अब उसकी नौकरी नहीं रही क्योंकि कंपनी ने उसके जैसे काम के लिए एक सॉफ्टवेयर टूल बनवा लिया है। कंपनी तो अपना मुनाफा ही देखेगी, कर्मचारियों को कम करने से उसे नुकसान नहीं हो रहा, बल्कि अब तो काम और भी जल्दी हो जा रहा। फर्क उसे पड़ रहा है, जिसकी रोटी पर संकट है। यह चिंता अंतरराष्ट्रीय स्तर की है। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन की मानें तो विश्व भर में पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एआई से नौकरी जाने का खतरा तीन गुना ज्यादा है। इस शोध को भारत के संदर्भ में समझना भी जरूरी है। कौन है ज्यादा प्रभावित सबसे पहला सवाल यही है कि एआई सबसे ज्यादा किस तरह की नौकरियों पर खतरा बना बैठा है। रिपोर्ट की मानें तो एंट्री लेवल की नौकरियों को एआई की वजह से सबसे ज्यादा खतरा है। पहले जिस काम को करने में ज्यादा वक्त और ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ती थी, वही काम अब एआई की मदद से कम समय और कम लोगों से पूरा हो जाता है। इस तरह के काम में कैशियर, टाइपिस्ट, डाटा एंट्री, ट्रांसलेटर, कंटेंट राइटर जैसी नौकरियां आती हैं। इनमें कई लोगों को घर बैठे भी काम मिल रहा है। घरेलू महिलाएं ज्यादातर ऐसी नौकरियां पसंद करती हैं ताकि परिवार और बच्चों की जिम्मेदारियां संभालते हुए वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन सकें। इस स्तर पर देखा जाए तो भारत में भी महिलाएं एआई की वजह से प्रभावित हो सकती हैं। यूं करें अपस्किलिंग आपको अपने क्षेत्र को समझने की जरूरत है कि उसमें किस तरह के बदलाव आ रहे हैं। यह काम आपको समय रहते करना होगा तकि आप आगे के लिए खुद को तैयार कर सकें। इसके लिए आप कई तरह के ऑनलाइन कोर्स कर सकती हैं या फिर अपने क्षेत्र में इंटर्नशिप का लाभ उठा सकती हैं। साथ ही ऐसे क्षेत्रों पर गौर करें जो एआई की पकड़ से दूर हैं। अपस्किलिंग के साथ ही आपको अपनी नेटवर्किंग पर भी ध्यान देना होगा क्योंकि किसी भी उद्योग में बने रहने में नेटवर्किंग की अहम भूमिका होती है। हर बदलाव के लिए तैयारी जरूरी बदलाव तो प्रकृति का नियम है। हम हमेशा एक तरह से नहीं रह सकते। बदलाव आएगा तो उसे स्वीकारना भी होगा। इस बाबत लोग कहते हैं कि नब्बे के दशक में जब कंप्यूटर लाया जा रहा था, तब भी एक तरह के डर का माहौल था। लोग चर्चा करते थे कि कंप्यूटर आएगा तो नौकरियों पर खतरा मंडराएगा। पर, आज इतने साल बाद इस मुद्दे पर बात करें तो हम महसूस करेंगे कि कंप्यूटर को लेकर उस वक्त की हमारी राय गलत थी। उस वक्त जैसा सोचा गया, उसका उल्टा हुआ। ऐसा ही कुछ इस नए बदलाव के साथ है। अपको बस इसमें ढलना सीखना होगा। एक बात तय है, मशीन या एआई इंसान के काम में उसकी मदद कर सकते हैं, उसकी जगह नहीं ले सकते। आपको बस खुद को उद्योग के हिसाब से ढालते रहने की जरूरत है। अपनी अपस्किलिंग पर काम करें। हर दौर में आपकी नौकरी सुरक्षित रहेगी। हमें डरना नहीं है करिअर काउंसलर कहते हैं, 'भारत की बात करें तो यहां आज भी ज्यादातर महिलाएं केयर गिविंग सेक्टर में हैं जैसे नर्सिंग, चिकित्सा, टीचर, केयर टेकर, कुक, फैशन, ब्यूटी वगैरह। ऐसे में ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां एआई दखल नहीं दे सकेगा। हां, जिस वर्ग को खतरा है, वहां जेंडर गैप भी बड़ा है। एंट्री लेवल की ही बात करें तो यहां केवल 33 प्रतिशत कार्यरत्त हैं। ऊंचे पदों पर पहुंचने वाली महिलाओं का प्रतिशत भी कम हो जाता है। अगर ऐसे क्षेत्रों में ध्यान दिया जाए जहां आप लंबी पारी खेल सकती हैं, तो खतरे से बची रहेंगी।'  

Oppo ने भारत में लॉन्च किए दो दमदार 5G फोन, मिलेगा 50MP का फ्रंट कैमरा

मुंबई  Oppo Reno 14 सीरीज लॉन्च हो गई है. इस सीरीज में कंपनी ने दो स्मार्टफोन Oppo Reno 14 और Reno 14 Pro 5G को लॉन्च किया है. प्रो वेरिएंट में कंपनी ने MediaTek Dimensity 8450 प्रोसेसर इस्तेमाल किया है, जबकि स्टैंडर्ड वेरिएंट में ब्रांड MediaTek Dimensity 8350 प्रोसेसर ऑफर करता है.  दोनों ही वेरिएंट्स में बड़ी बैटरी मिलती है. स्टैंडर्ड मॉडल में 6000mAh की बैटरी और प्रो वर्जन में 6200mAh की बैटरी मिलती है. स्मार्टफोन्स ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप के साथ आते हैं. कंपनी इन फोन्स को चीन में पहले ही लॉन्च कर चुकी है. आइए जानते हैं इनकी डिटेल्स.  कितनी है कीमत?  Oppo Reno 14 Pro 5G दो कॉन्फिग्रेशन में आता है. स्मार्टफोन के 12GB RAM + 256GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 49,999 रुपये है. वहीं 12GB RAM + 512GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 54,999 रुपये है. ये डिवाइस पर्ल वॉइट और टाइटेनियम ग्रे कलर में आता है.  वहीं स्टैंडर्ड वेरिएंट यानी Oppo Reno 14 5G की कीमत 37,999 रुपये से शुरू होती है. ये कीमत फोन के 8GB RAM + 256GB स्टोरेज वेरिएंट की है. फोन 12GB RAM + 256GB स्टोरेज और 12GB RAM + 512GB स्टोरेज में आता है, जिसकी कीमत 39,999 रुपये और 42,999 रुपये क्रमशः है. ये फोन ऐमेजॉन पर उपलब्ध होगा. वहीं रिटेल स्टोर्स पर ये 8 जुलाई से उपलब्ध होगा.  क्या हैं स्पेसिफिकेशन्स?  Oppo Reno 14 Pro 5G में 6.83-inch का OLED डिस्प्ले मिलता है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आता है. इसमें Corning Gorilla Glass 7i प्रोटेक्शन मिलेगी. फोन Dimensity 8450 प्रोसेसर के साथ आता है. इसमें 50MP + 50MP + 50MP का ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा.  वहीं फ्रंट में कंपनी ने 50MP का सेल्फी कैमरा दिया है. हैंडसेट इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर, 6200mAh की बैटरी और 80W की चार्जिंग के साथ आता है. इसमें 50W की वायरलेस चार्जिंग भी मिलती है.  Oppo Reno 14 5G की बात करें, तो इसमें 6.59-inch का OLED डिस्प्ले मिलता है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट और Corning Gorilla Glass 7i प्रोटेक्शन के साथ आता है. स्मार्टफोन Dimensity 8350 प्रोसेसर पर काम करता है. इसमें 50MP + 8MP + 50MP का ट्रिपल रियर और 50MP का फ्रंट कैमरा मिलता है.  इसमें भी आपको इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर और टाइप-सी चार्जिंग सपोर्ट मिलता है. स्मार्टफोन को पावर देने के लिए 6000mAh की बैटरी दी गई है, जो 80W की चार्जिंग सपोर्ट करता है.  

6600mAh बैटरी और 108MP कैमरा के साथ भारत में लॉन्‍च होगा HONOR X9c 5G

नई दिल्ली कुछ महीनों से यह कहा जा रहा था कि ऑनर ब्रैंड ने भारत से अपना कारोबार फ‍िर समेट लिया है। हालांकि भारत में ऑनर ब्रैंड स्‍मार्टफोन बेचने वाली कंपनी ने खबरों को नकारा और बताया कि कई नए स्‍मार्टफोन लाइनअप हैं, जिन्‍हें जल्‍द पेश किया जाएगा। अब जानकारी कन्‍फर्म हो गई है कि कई महीनों के इंतजार के बाद ऑनर का नया फोन भारत में लॉन्‍च होने जा रहा है। HONOR X9c 5G को 7 जुलाई को पेश किया जाएगा। यह फोन सीधे एमेजॉन पर लॉन्‍च होगा और बिक्री के लिए जाएगा। फोन के ज्‍यादा फीचर्स सामने आए गए हैं। क्‍या कुछ खास होने वाला है नए ऑनर स्‍मार्टफोन में, आइए जानते हैं। प्राइस, उपलब्‍धता HONOR X9c 5G की कीमतों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। कंपनी ने बताया है कि यह फोन 8GB RAM + 256GB स्‍टोरेज वेरिएंट में उपलब्‍ध होगा। फोन की सेल 12 जुलाई से शुरू होगी और यह दो कलर्स- टाइटेनियम ब्‍लैक और जेड स्‍यान में आएगा। फीचर्स, स्‍पेसिफ‍िकेशंस HONOR X9c 5G में 6.78 इंच का कर्व्‍ड एमोलेड डिस्‍प्‍ले दिया जाएगा, जिसका रेजॉलूशन 1.5K होगा। यह 120 हर्त्‍ज रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगा। फोन के डिस्‍प्‍ले में 3840Hz PWM डिमिंग होगी, जिसका मतलब है कि यह यूजर की आंखों को कम से कम नुकसान पहुंचाएगा। 66 वॉट चार्जिंग सपोर्ट HONOR X9c 5G में क्‍वॉलकॉम स्‍नैपड्रैगन 6 जेन 1 प्रोसेसर दिया गया है। यह 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्‍टाेरेज ऑफर करता है। कैमरा सिस्‍टम्‍स की बात करें तो फोन में 108 मेगापिक्‍सल का मेन एआई कैमरा ऑप्टिकल इमेज स्‍टैबलाइजेशन के साथ दिया गया है। यह फोन एंड्रॉयड 15 ओएस पर बेस्‍ड MagicOS 9.0 ओएस पर चलता है। फोन में 6600 एमएएच की बैटरी है जो 66 वॉट की फास्‍ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। दावा है कि यह फोन SGS सर्टिफाइड है और पानी, धूल और गिरने पर होने वाले नुकसान से बचा रह सकता है। फोन को बनाने में प्रीमियम मैट फ‍िनिश इस्‍तेमाल हुई है और यह 7.98mm स्‍ल‍िम है। ऑनर का नया फोन 5जी रेडी है। ऑनर को लेकर तब ज्‍यादा कयास लगाए गए, जब इसे इंडिया में लीड कर रहे माधव सेठ ने कंपनी छोड़ दी। कहा गया कि ऑनर ने इंडिया से अपना बिजनेस फ‍िर समेट लिया है। हालांकि ऑनर के ब्रैंड पार्टनर, सीपी खंडेलवाल ने स्‍पष्‍ट कर दिया था कि ऑनर ब्रैंड के साथ कम से कम 4 स्‍मार्टफोन इंडिया में लॉन्‍च होने वाले हैं।

मानसून के मौसम में अपने बैग में जरूर रखें ये चीजें

यूं तो मानसून में होने वाली बारिश सभी को पसंद होती है लेकिन यही बारिश तब आफत बन जाती है जब आपको कहीं बाहर जाना पड़े। इसीलिए हम आपको यहां बता रहे हैं कि मानसून के मौसम में कहीं भी बाहर जाते हुए अपने बैग में क्या चीजें जरूर रखें? मानसून में हवा बहुत ज्यादा चलती है जिसके कारण होठ सूख जाते हैं। ड्राय और चैप्ड लिप्स किसी को पसंद नहीं आते। ऐसे में हैंडबैग में अपना फेवरेट लिप ग्लॉस जरूर रखें। जब भी आपको लगे कि लिप्स ड्राय हो रहे हैं तुरंत इसे लगाएं। नहाने के बाद आप मॉइस्चराइजर लगाते ही हैं। इसी तरह जब आप हाथ धोते हैं या बारिश में कहीं फंस जाते हैं तब भी मॉइस्चराइजर लगाना जरूरी है। जैसे ही पानी आपकी स्किन के सपर्क में आता है और जब वह सूखने लगता है तब वह स्किन का मॉइस्चर भी ले उड़ता है, इसलिए अपने बैग में एक मॉइस्चराइजर जरूर रखें। मानसून अपने साथ बैक्टीरिया की भरमार लेकर आता है। बारिश, कीचड़ और धूल हर जगह होती है। इसके लिए बाहर कम खाएं और अगर खाना पड़े तो हाथ सैनिटाइज किए बिना कभी ना खाएं। अपने बैग में एक छोटी सैनिटाइजर की बॉटल जरूर रखें। अगर आपकी हेल्थ अच्छी है तो सब अच्छा है। मानसून में हमारी प्यास कम हो जाती है इसलिए अपने बैग में एक छोटी पानी की बॉटल जरूर रखें। ये आपको ज्यादा पानी पिने की याद दिलाती रहेगी। मानसून का मतलब है बैक्टीरिया, तो ये आपको हेल्दी रखेगी। आप घर से बाहर जा रहे हैं तो हो सकता है मेकअप करके जाएं, स्टाइलिश हेयरस्टाइल बनाकर जाएं, या अपना सबसे अच्छा आउटफिट पहनकर जाएं। ऐसे में अगर बारिश की संभावना बन जाती है तो आप रेन डांस के मूड में तो बिलकुल नहीं आएंगे। इसलिए अपने बैग में एक फोल्डिंग छतरी जरूर रखें। न जाने कब इसकी जरूरत पड़ जाए।  

पहचान बनाने के लिए करें बाकियों से कुछ अलग

देश के अलग-अलग इलाकों के विद्यार्थियों में एक जैसी छटपटाहट दिखती है। वह यह कि 11वीं, 12वीं या ग्रेजुएशन में पढ़ते हुए वे अपने भविष्य के करियर को लेकर दुविधा में हैं। उन्हें समझ नहीं आता कि आगे वे क्या करें। इस तरह की व्याकुलता ऐसे अभिभावकों में भी देखी जाती है, जिनके बच्चे अभी छोटी कक्षाओं में पढ़ रहे हैं लेकिन वे अभी से जानना चाहते हैं कि वे अपने बच्चों के बेहतर करियर के लिए क्या करें। पहचान की बेचैनी आपमें से कइयों को लगता होगा कि आप कुछ नहीं जानते, आपको कुछ नहीं आता। ऐसे में जो हीन भावना आपके मन में भर जाती है, उसी के कारण आपको अक्सर ऐसा लगता होगा कि आपकी आगे की राह पूरी तरह अंधकारमय है। इससे निकलने का रास्ता आपको नहीं सूझता। मगर इसका हल आपके पास ही है। जरा सोचें, आप अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं, इसीलिए तो परेशान हैं। पहचान बनाने की यह व्याकुलता ही आपकी शक्ति है। आप इसी के सहारे आगे बढ़ सकते हैं क्योंकि इसी में असली ताकत है। सामर्थ्य पहचानें आप अपने मन से यह बात पूरी तरह निकाल दें कि आपको कुछ नहीं आता। ध्यान रखें कि हर व्यक्ति में कोई-न-कोई गुण होता है। यह बात अलग है कि हममें से तमाम को अपने भीतर छिपे इन गुणों के बारे में पता ही नहीं होता। जिस दिन आपको अपनी छिपी प्रतिभा का पता चल जाएगा, उस दिन से आपकी सोच सकारात्मक हो जाएगी। इसलिए सबसे पहले अपनी इस खासियत को ढूंढें। जरूरी नहीं कि एक दिन में यह तलाश पूरी हो जाए। कुछ देर से ही सही, आपको अपनी खासियत का पता चल ही जाएगा। अब इसे निखारें जब आपको अपने गुणों के बारे में पता चल जाए, तो उस पर आत्ममुग्ध होने के बजाय उसे तराशने की योजना बनाकर आगे बढ़ें। अगर इसके लिए आज के वक्त के हिसाब से कोई अपडेटेड कोर्स करने की जरूरत हो, तो उससे भी पीछे न हटें। इससे आपको अपनी खासियत निखारने-चमकाने का अवसर मिलेगा। अगर कोर्स करने की जरूरत न हो, तो स्वाध्याय या सेल्फ-ट्रेनिंग से भी खुद को तराश सकते हैं। प्रेक्टिकल पर जोर कोर्स जॉइन कर लेने के बाद बारीकियों को अच्छी तरह से जानने के लिए थ्योरी तो जरूर पढ़ें, पर प्रेक्टिकल नॉलेज पर ज्यादा जोर दें। इससे आपको व्यवहारिक बातें सीखने को मिलेंगीं, जो सिर्फ किताबें पढ़ने से नहीं सीखी जा सकतीं। अगर तकनीकी कोर्स कर रहे हैं, तब तो प्रेक्टिकल ट्रेनिंग और भी जरूरी है। जिज्ञासा जरूरी अपनी पहचान बनाने के लिए अपने स्वभाव में ही चीज सीखने की उत्सुकता शामिल करनी होगी। जानने की जिज्ञासा को अपनी दिनचर्या में शुमार करके ही आप अपने ज्ञान में लगातार इजाफा कर सकते हैं। आज के प्रतिस्पर्धी समय में इस तरह की जिज्ञासा बेहद आवश्यक है। इससे आप उस फील्ड से संबंधित नई-नई बातों और टेक्नोलॉजी को समझकर उसे अपने काम में शुमार करके अपनी काबिलियत बढ़ा सकते हैं। इससे आपके काम का परिणाम और सटीक तथा प्रभावशाली हो सकता है। विनम्रता न छोड़ें आप किसी भी फील्ड से जुड़े हों, नौकरी कर रहे हों या फिर स्वरोजगार, क्लाइंट के सामने हों या फिर मालिक के या अपने सहयोगियों के साथ मीटिंग में हों, विनम्र बने रहकर आप अपनी अहमियत बढ़ा सकते हैं। ज्ञान, पद, पैसा, पहचान आदि हासिल करने के दौरान अहंकार से तनने के बजाय खुद को अधिक से अधिक विनम्र बनाए रखने का प्रयास करें। दूसरों की मदद को तत्पर रहें। आप देखेंगे कि समय आने पर दूसरे लोग भी आपकी मदद को तैयार रहेंगे। हार में जीत जीत आपको ज्यादा कुछ नहीं सिखाती। जीत की खुशी में आप बहुत कुछ भूल जाते हैं। मगर हार आपको बहुत कुछ सिखा सकती है। इसलिए कभी भी नाकामी या हार से हताश न हों। इस हार में कोई-न-कोई सीख जरूर होगी, जो आपकी जीत की सीढ़ी बन सकती है। अपनी कमी को तलाशें और उसे दूर करने की कोशिश करें। अगर कई बार असफलता मिलती है, तो भी परेशान न हों। उससे भी सबक लें। अगर आप सच्चे मन से सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, तो एक-न-एक दिन कामयाबी जरूर मिलेगी।  

50 के बाद भी रहें हेल्दी और ब्यूटीफुल

भारतीय महिलाएं अक्सर पचास की आयु के बाद स्वयं को बूढ़ा सा बडों की कैटेगिरी में रखने लगती है। उनकी सोच उन्हें अधिक बूढ़ा बना देती है। कुछ भी पहनने और संवरने से पहले वे कई बार सोचती है उन्हें लगता है कि कहीं वे लोगों के बीच हास्य का पात्र तो न हीं बन रही। विदेसों में महिलाओं की सोच बिल्कुल अलग होती है। उन्हें लगता है कि अब जो समय है वह स्वयं को अधिक खुशनुमा रखने का है, अपनी ओर ध्यान देने का है। जिम्मेदारियां अब कम हैं, ऐसा एक सर्वेक्षण का मानना है। वैसे अब भारतीय महिलाओं की सोच में भी बदलाव आने लगा है, विशेषकर बड़े शहरों में। अगर हम इस उम्र तक पहुंचते ही अपनी सेहत अपनी लुक्स लुक्स पर ध्यान दें तो हम भी हैल्दी और ब्यूटीफुल लग सकती हैं। कराएं जरूरी टेस्ट:- 50 वर्ष तक पहुंचते पहुंचते हमारी हड्डियों की डेंसिटी कम हो जाती है और जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है जो आर्थराइटिस की पहचान है। इसके लिए हर दो साल में बोन डेंसिटी टेस्ट करवाते रहना चाहिए ताकि समय रहते इलाज करवाकर हम अपनी हड्डियों को बचा सकें। -पेशाब की रूटीन जांच करवाते रहना चाहिए। इंफेक्शन होने पर कल्चर करवाएं ताकि कोई भी इंफेक्शन हो तो पता चल सके। लंबे समय तक इंफेक्शन रहने से किडनी प्रभावित होने का खतरा रहता है. -पेल्विक अल्ट्रासाउंड साल में दो बार करवाना चाहिए ताकि ओवरी में होने वाले ट्यूमर का पता चल सके। -छाती का अल्ट्रासाउंड भी दो साल में एक बार करवाना चाहिए ताकि ब्रेस्ट कैंसर के खतरे का समय रहते पता चल सके। -इसके अतिरिक्त विटामिन डी, आंख, दांत, कान, डिप्रेशन, डिमेशिया आदि के टेस्ट भी करवाते रहने चाहिए। -बीपी, ब्लडप्रेशर व कोलेस्ट्रोल की जांच भी करवाते रहना चाहिए। करें नियमित व्यायाम: इस उम्र तक पहुंचते पहुंचते कई बार फैट शरीर के किसी विशेष भाग पर एकत्र हो जाता है। व्यायाम करते समय उस भाग को अवश्य ध्यान देते हुए करें ताकि उस भाग के फैट्स कम हो जाए। हल्के फुल्के योग आसन या व्यायाम नियमित करते रहें ताकि शरीर में लचक बनी रहे। अगर एनर्जी लेबल हाई है तो जिम ट्राई कर सकते हैं। वैसे ब्रिस्क वाक, जागिंग, स्विमिंग या कोई मनपसंद स्पोर्ट ट्राई कर सकते हैं। कोई भी नियमित व्यायाम करने से पहले अपने शरीर की स्थिति को ध्यान में अवश्य रखें। हर शरीर की स्थिति अलग होती है। अपने फैट्स को बर्न करने के लिए हर माह व्यायाम के तरीकों में थोड़ा बदलाव लाते रहें। संतुलित आहार जरूरी है: डाइटिशियन के अनुसार इस आयु में भी प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स की जरूरत रहती है पर इनका संतुलित मात्रा में लेना ही शरीर के लिए उचित होती है। अगर हम डाइटिशियन से अपना फूड चार्ट बनवा लें और उस पर चलें, तो हम स्वस्थ रह सकते हैं। वैसे सामान्यतः पालक, दूध, टमाटर, स्प्राउटस, फल, अंडे, नींबू, आंवला, चुकंदर, दलिया, सूखे मेवे लेते रहने चाहिए ताकि शरीर को सही खुराक मिलती रह सके। सुंदर दिखने के लिए नेचरल उत्पादों का प्रयोग करें: -केला स्किन और बालों के लिए बहुत अच्छा होता है। यह त्वचा को माइश्चराइज करता है। केला मैश कर उसमें तीन चार बूंदें शहद और थोड़ा सा ओटमील मिलाकर मिश्रण को फेस मास्क की तरह प्रयोग कर त्वचा को टाइट बना सकते हैं। इससे झुर्रियां दूर होती हैं, त्वचा पर ग्लो भी आता है। -होंठ और हाथों पैरों को नर्म बनाए रखने के लिए आलिव आयल लगाएं। पूरे शरीर में नमी बरकरार रहे इसके लिए बाथटब में या नहाने वाली बाल्टी में आलिव आयल की बूंदे डालें। -डेड स्किन को दूर करने के लिए पके पपीते को मैश कर चेहरे लगाएं और 10 मिनट बाद चेहरा धो लें। -शहद चेहरे पर सीदे लगा सकते हैं। 15 मिनट गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। बालों पर काले शेड के स्थान पर बरगंडी शेड लगाएं।  

IRCTC ने टिकट बुकिंग के लिए आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य, फोन नंबर संग न करें ये गलती

नई दिल्ली UPI से लेकर तत्काल टिकट की बुकिंग तक, आज यानी 1 जुलाई, 2025 से कई नियमों में बदलाव होने वाला है। इन बदलावों में एक बड़ा बदलाव तत्काल टिकट से संबंधित है। आज से अगर आपका आधार नंबर IRCTC अकाउंट से जुड़ा नहीं होगा तो आप टिकट बुक नहीं कर पाएंगे और इतना ही नहीं तत्काल टिकट बुक करने के लिए भी आधार नंबर के जरिए आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य हो जाएगा। ऐसे में अगर आप अपने फोन नंबर के साथ एक कॉमन गलती कर रहे हैं, तो आप ट्रेन का टिकट ही बुक नहीं करवा पाएंगे। चलिए डिटेल में समझते हैं कि वो कॉमन गलती क्या है जो लोग अपने नंबर के साथ करते हैं और उसकी वजह से आप ट्रेन का टिकट बुक कैसे नहीं करवा पाएंगे। फोन नंबर संग कॉमन गलती क्या? हम में से कई लोग एक कॉमन गलती अपने फोन नंबर के साथ करते हैं और वह है लंबे समय तक अपने फोन को रिचार्ज न करवाना। ऐसा करने से आपका नंबर अस्थायी रूप से बंद हो सकता है या कंपनी उसे किसी और को अलॉट कर सकती है। अगर यही नंबर आपने IRCTC, बैंक या आधार नंबर से लिंक या अन्य जरूरी सेवाओं में रजिस्टर कर रखा है, तो आप OTP नहीं पा सकेंगे और न ही वेरिफिकेशन पूरा कर सकेंगे। इसका सीधा असर तत्काल टिकट बुकिंग से लेकर अपना IRCTC अकाउंट एक्सेस करने पर पड़ेगा। गलती से कैसे बचें? अगर आप नहीं चाहते कि आपका IRCTC अकाउंट बंद हो या आप आधार वेरिफिकेशन न कर पाने की वजह से तत्काल टिकल बुक न करवा पाएं, तो सबसे पहले अपने उस नंबर को चालू रखें जो आधार नंबर से लिंक है। ऐसा इसलिए क्योंकि अपना नंबर IRCTC अकाउंट से लिंक करने से लेकर तत्काल टिकट बुक करवाने तक आपको OTP की जरूरत पड़ेगी। यह OTP उसी नंबर पर आएगा जो आपके आधार नंबर से लिंक है। ऐसे में अगर आपके आधार नंबर से लिंक्ड फोन नंबर लंबे समय से बंद है, तो उसे फॉरन रिचार्ज करके चालू कराएं। आगे क्या करें? ऐसी स्थिति में जहां आपका आधार से लिंक नंबर मुख्य नंबर न हो उसे हमेशा एक्टिव या अपने नाम पर अलॉट रखने के लिए उसे कुछ-कुछ समय के लिए रिचार्ज करवाते रहें। अगर किसी वजह से ऐसा करना संभव नहीं है, तो भविष्य में किसी परेशानी से बचने के लिए आधार से लिंक अपने फोन नंबर को उस नंबर से अपडेट करवा दें जिसे आप मुख्य रूप से इस्तेमाल करते हैं और एक्टिव रखते हैं।

रेलवे ने लॉन्च किया RailOne सुपर ऐप, टिकट बुक करने से लेकर ट्रेन में खाना ऑर्डर करने तक, आपको कई ऐप्स की जरूरत नहीं पड़ेगी

नई दिल्ली  भारतीय रेलवे ने यात्रियों की जर्नी को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए नई ऐप RailOne लॉन्च की है। यह सुपर ऐप यात्रियों को कई सारी सुविधाएं सिर्फ एक जगह पर ऑफर करती है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेंटर ऑफर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम (CRIS) के 40वें फाउंडेशन दिवस के मौके पर इस ऐप को लॉन्च किया है। RailOne ऐप: हाईलाइट्स वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म: RailOne ऐप में IRCTC रिजर्व टिकट, अनरिजर्व टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग, PNR और ट्रेन स्टेटस ट्रैकिंग, कोच पोजिशन, Rail Madad और यात्रा फीडबैक जैसी सभी सुविधाएं एक ही जगह मिलेंगी। आसान इंटरफेस: इस ऐप को खासतौर पर यूजर फ्रेंडली और बिना झंझट वाला बनाया गया है, ताकि हर यात्री आसानी से इस्तेमाल कर सके। सिंगल साइन-ऑन फीचर: RailOne की एक बड़ी खासियत यह है कि इसमें सिंगल साइन-ऑन की सुविधा दी गई है। यानी यात्रियों को अलग-अलग पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं होगी। यूजर पुराने RailConnect या UTSonMobile लॉगिन से भी सीधे लॉगिन कर सकते हैं। R-Wallet की सुविधा: RailOne में रेलवे का ई-वॉलेट (R-Wallet) भी जुड़ा है। यूजर mPIN या बायोमेट्रिक लॉगिन से अपने खाते में आसानी से एक्सेस कर सकेंगे। एंड्रॉइड और iOS पर उपलब्ध: RailOne ऐप एंड्रॉइड प्ले स्टोर और iOS ऐप स्टोर दोनों पर उपलब्ध है, जिससे हर प्लेटफॉर्म के यूजर इसे डाउनलोड कर सकते हैं। गेस्ट एक्सेस और आसान रजिस्ट्रेशन: नए यूजर्स के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बेहद आसान रखी गई है। जानकारी कम देनी होगी और केवल मोबाइल नंबर/OTP से गेस्ट एक्सेस भी मिलेगा। अनारक्षित और प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग पर छूट:  भारतीय रेलवे के नए सुपर ऐप ‘RailOne’ से अनारक्षित और प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग पर यात्रियों को अब 3 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी। यह सुविधा डिजिटल बुकिंग को बढ़ावा देने और यात्रियों का अनुभव बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई है। अब कई ऐप्स की जरूरत नहीं! अभी तक यात्री IRCTC Rail Connect से टिकट बुक करते थे, Rail Madad से शिकायत दर्ज करते थे, UTSonMobile से अनरिजर्व टिकट खरीदते थे और National Train Enquiry System से ट्रेन स्टेटस देखते थे। अब RailOne से ये सब एक ही ऐप में हो सकेगा, जिससे डिवाइस स्टोरेज भी बचेगा और काम भी जल्दी होगा। IRCTC Rail Connect ऐप पहले ही 10 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड के साथ रेलवे का सबसे लोकप्रिय ऐप बन चुका है। कई बाहरी ट्रैवल प्लेटफॉर्म भी IRCTC से ही टिकट बुक करते हैं। ऐसे में RailOne ऐप से यात्रियों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिलेंगी और रेलवे की डिजिटल सेवाएं और भी मज़बूत होंगी।