श्रावणी मेला स्पेशल: महादेवसाल स्टेशन पर रुकेंगी तीन ट्रेनें, यात्रियों को मिलेगा फायदा

तीन ट्रनों के स्थायी ठहराव से मिलेगी यात्रियों को राहत, महादेवसाल स्टेशन पर श्रावणी मेला के लिए रुकेंगी ट्रेनें महादेवसाल स्टेशन पर तीन ट्रेनों का स्थायी ठहराव, श्रावणी मेले में यात्रियों को बड़ी राहत तीन ट्रेनों के ठहराव को मिली मंजूरी, श्रावणी मेला में महादेवसाल स्टेशन पर होगी सुविधा श्रावणी मेला स्पेशल: महादेवसाल स्टेशन पर रुकेंगी तीन ट्रेनें, यात्रियों को मिलेगा फायदा रायपुर   यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने/गुजरने वाली तीन ट्रेनों के अस्थायी ठहराव को अब आगामी आदेश तक के लिए बढ़ा दिया है। ये ठहराव पहले प्रायोगिक रूप से पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल के दो स्टेशनों- अशोक नगर और मुंगावली में शुरू किए गए थे।     गाड़ी संख्या 18573/18574 विशाखापत्तनम-भगत की कोठी-विशाखापत्तनम एक्सप्रेस का ठहराव अशोक नगर स्टेशन में जारी रहेगा। गाड़ी संख्या 20971/20972 उदयपुर-शालीमार-उदयपुर एक्सप्रेस का ठहराव मुंगावली स्टेशन में अब स्थायी रूप से लागू रहेगा। 18207/18208 दुर्ग-अजमेर-दुर्ग एक्सप्रेस का ठहराव मुंगावली स्टेशन में अब स्थायी रूप से लागू रहेगा। बता दें कि इससे पहले इन तीनों ट्रेनों का ठहराव प्रायोगिक रूप में शुरू किया गया था, जिसे यात्रियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। यात्रियों की संख्या और मांग को देखते हुए रेलवे ने इन स्टापेज को आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। रेलवे का यह निर्णय न केवल यात्रियों को सुविधा देगा, बल्कि क्षेत्रीय आवागमन को भी बेहतर बनाएगा। रेलवे की ओर से उठाया गया यह कदम स्थानीय यात्रियों के लिए यह एक बड़ी राहत है, जो अब बिना अतिरिक्त यात्रा किए अपने नजदीकी स्टेशनों से ही ट्रेनों की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। रेल प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करें। श्रावणी मेला के दौरान दर्शनार्थियों के लिए खास सुविधा श्रावणी मेला के दौरान दर्शनार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल अंतर्गत महादेवसाल स्टेशन में चार जोड़ी ट्रेनों का अस्थायी ठहराव दिया गया है। यह सुविधा 11 जुलाई से 9 अगस्त तकलागू रहेगी। इस पहल से महादेवसाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा में विशेष राहत मिलेगी। इन ट्रेनों का रहेगा ठहराव     13287/13288 दुर्ग–आरा–दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस     18477/18478 पुरी–योगनगरी ऋषिकेश–पुरी उत्कल एक्सप्रेस     18109/18110 टाटानगर–इतवारी–टाटानगर एक्सप्रेस     18113/18114 टाटानगर–बिलासपुर–टाटानगर एक्सप्रेस रेल प्रशासन ने बताया कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से गुजरने वाली इन ट्रेनों का महादेवसाल स्टेशन पर दो मिनट का ठहराव रहेगा, ताकि श्रावणी मेले में शामिल होने वाले यात्री आसानी से महादेवसाल मंदिर तक पहुंच सकें। 

रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, अब वेटिंग टिकट के कैंसल पर कैंसिलेशन का यह चार्ज नहीं लगेगा

 नई दिल्ली रेलवे अब कैंसल टिकट पर बड़ी राहत देने की तैयारी में है। फिलहाल यदि कोई टिकट बुक हुआ है और वह वेटिंग लिस्ट में दिखा रहा है तो कैंसल होने के बाद भी पूरा रिफंड नहीं आता। इसकी वजह होती है कि रेलवे कुछ चार्ज क्लर्क फीस के तौर पर काट लेता है। यह चार्ज अलग-अलग क्लास के मुताबिक 30 से 60 रुपये तक होता है। इससे यात्रियों को दोहरा झटका लगता है। एक तरफ उनका टिकट कन्फर्म नहीं हो पाता, दूसरी तरफ रिफंड में भी कटौती हो जाती है। अब ऐसी स्थिति से लोगों को बचाने के लिए रेलवे इस फीस को ही खत्म करने पर विचार कर रहा है। ऐसा हुआ तो फिर वेटिंग लिस्ट वाले टिकटों के कन्फर्म न होने पर लोगों को पूरा रिफंड मिलेगा। कैंसल टिकटों पर भी लगने वाले चार्ज पर लंबे समय से बहस रही है। अलग-अलग क्लास के हिसाब से यह चार्ज 30 से 60 रुपये तक रहा है। इस पर आम लोग कई बार शिकायत करते रहे हैं कि आखिर जिन टिकटों को हम खुद कैंसल नहीं कराते और वेटिंग लिस्ट में होने के चलते रद्द होते हैं, उन पर रेलवे चार्ज क्यों वसूलता है। अब इस चार्ज को खत्म करने का प्रस्ताव रेलवे के समक्ष रखा गया है, जिस पर वह विचार कर रहा है। फिलहाल 2S क्लास के कैंसल टिकट 30 रुपये का चार्ज लगता है। 60 रुपये स्लीपर क्लास का चार्ज है एवं थर्ड एसी समेत अन्य सभी पर 60 रुपये प्लस जीएसटी वसूला जाता है। यह फीस तब भी लगती है, जब टिकट की बुकिंग आईआरसीटीसी के पोर्टल से ही की जाए। वेट लिस्ट वाला टिकट कन्फर्म न होने पर टिकट कैंसलेशन की प्रक्रिया ऑटोमेटेड होती है और क्लर्क चार्ज के अलावा कुछ अन्य शुल्क काटकर रकम वापस कर दी जाती है। बता दें कि फाइनेंशियल ईयर 2025 में रेलवे को रिकॉर्ड 2.7 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है। यह इजाफा मालवाहक ट्रेनों और यात्री ट्रेनों से हुआ है। इसके अलावा रेलवे के यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इसे रेलवे अपनी सेवाओं में भरोसे के तौर पर देखा रहा है। रेलवे को माल ढुलाई से 1.75 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अलावा य़ात्रियों की संख्या 735 करोड़ रही है। कैंसलेशन चार्ज से ही रेलवे को हुई 6 हजार करोड़ की इनकम बता दें कि रेलवे को टिकट कैंसलेशन चार्ज से भी बड़ा रेवेन्यू मिलता रहा है। एक आरटीआई के जवाब में दी गई जानकारी से पता चला था कि रेलवे ने 2020 से 2023 के दौरान 4 सालों में अकेले टिकट कैंसलेशन चार्ज से ही 6 हजार करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था। इस डेटा के सामने आने के बाद से वेटिंग लिस्ट टिकट के कैंसल होने पर कटने वाले चार्ज को लेकर सवाल उठने लगे थे।