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भारत-इंग्लैंड टी20 सीरीज : स्मृति मंधाना-शेफाली वर्मा की जोड़ी के नाम ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’

नई दिल्ली भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज का लगातार दूसरा मैच जीत लिया है। भारतीय टीम ने ब्रिस्टल में खेले गए इस मुकाबले में 24 रन से जीत दर्ज की। पांच मुकाबलों की सीरीज के इस दूसरे मैच के दौरान स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की जोड़ी ने इतिहास रच दिया। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिला टी20 मुकाबलों में सर्वाधिक रन बनाने वाली जोड़ी बन गई है। स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की जोड़ी ने अब तक इस फॉर्मेट में कुल 2726 रन बनाए हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की ओर से एलिसा हेली और बेथ मूनी की जोड़ी ने कुल 2720 रन जोड़े हैं। इस लिस्ट में सुजी बेट्स और सोफी डिवाइन की जोड़ी तीसरे पायदान पर है, जिसने साथ मिलकर न्यूजीलैंड के लिए कुल 2556 रन जुटाए हैं। ईशा ओझा और तीर्था सतीश की जोड़ी अब तक यूएई के लिए कुल 1985 रन बना चुकी है, जबकि पांचवें पायदान पर मौजूद कविशा ईगोडागे और ईशा ओझा की जोड़ी ने यूएई के लिए कुल 1976 रन जुटाए हैं। ब्रिस्टल में खेले गए इस मुकाबले की बात करें, तो टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय महिला टीम ने चार विकेट खोकर 181 रन बनाए। टीम 31 के स्कोर तक तीन विकेट गंवा चुकी थी। यहां से जेमिमा रोड्रिग्स ने अमनजोत कौर के साथ चौथे विकेट के लिए 93 रन जुटाए। जेमिमा 41 गेंदों में एक छक्के और नौ चौकों के साथ 63 रन बनाकर आउट हुईं। यहां से अमनजोत ने ऋचा घोष के साथ पांचवें विकेट के लिए 57 रन की अटूट साझेदारी करते हुए भारत को विशाल स्कोर तक पहुंचाया। अमनजोत ने 40 गेंदों में 63 रन बनाए, जबकि ऋचा ने 20 गेंदों में 32 रन की नाबाद पारी खेली। मेजबान टीम की ओर से लॉरेन बेल ने सर्वाधिक दो विकेट चटकाए, जबकि लॉरेन फाइलर और एम अर्लॉट ने एक-एक शिकार किया। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम निर्धारित ओवरों के खेल तक सात विकेट खोकर 157 रन ही बना सकी। टीम 17 के स्कोर तक अपने तीन विकेट गंवा चुकी थी। यहां से टैमी ब्यूमोंट ने एमी जोन्स के साथ 70 रन जोड़े। टैमी 35 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुईं। उनकी इस पारी में एक छक्का और आठ चौके शामिल थे। वहीं, एमी जोन्स ने 27 गेंदों में 32 रन की पारी खेली। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरीं सोफी स्केलेटन ने 23 गेंदों में 35 रन जड़े, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सकीं। भारत के लिए श्री चरणी ने सर्वाधिक दो विकेट लिए। यह उनका दूसरा टी20 मैच था। इससे पिछले मुकाबले में उन्होंने चार विकेट अपने नाम किए थे। वहीं दीप्ति शर्मा और अमनजोत कौर ने एक-एक शिकार किया। बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन करने वाली अमनजोत को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।  

MP में बड़ा स्कॉलरशिप घोटाला, 40 स्कूलों-मदरसों ने की धोखाधड़ी, क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच

भोपाल मध्य प्रदेश में अल्पसंख्यक छात्रों को केंद्र सरकार से मिलने वाली विशेष छात्रवृत्ति योजना में घोटाला का मामला सामने आया है। भोपाल में आठवीं और 10वीं कक्षा तक की मान्यता वाले अल्पसंख्यक स्कूलों और मदरसों ने 11वीं व 12वीं कक्षा के 972 विद्यार्थियों के नाम पर 57 लाख रुपये की छात्रवृत्ति हड़प ली। 20 मदरसों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक की शिकायत पर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 20 स्कूलों और 20 मदरसों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक, मेरिट कम मीन्स, अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में भोपाल जिले की 83 शिक्षण संस्थाओं को रेड फ्लैग से चिह्नित किया था। राज्य सरकार ने भौतिक निरीक्षण कराया तो खुली पोल राज्य सरकार ने इसका भौतिक निरीक्षण कराया। पता चला कि इनमें से नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर पंजीकृत 20 निजी स्कूल और 20 मदरसे ऐसे हैं, जिनकी मान्यता तो आठवीं और 10वीं कक्षा तक की ही है, लेकिन उन्होंने 11वीं-12वीं के विद्यार्थियों का पंजीयन पोर्टल पर करा रखा है। उनके नाम पर जारी छात्रवृत्ति निकाली जाती रही है। जिन विद्यार्थियों के नाम पर यह छात्रवृत्ति निकली, वे वास्तव में दूसरे स्कूलों में पढ़ रहे थे। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की शुरुआती जांच के बाद पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक योगेंद्र राज ने क्राइम ब्रांच थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की है। केंद्र सरकार की यह छात्रवृत्ति मुस्लिम, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी समुदाय के विद्यार्थियों की बेहतरी के लिए आती है।  

अध्यक्ष की रेस में सबसे प्रबल दावेदार के रूप में पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम था, फिर ऐसा क्या हुआ …….

  भोपाल  एमपी में बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। हेमंत खंडेलवाल के नाम की घोषणा हो गई है। 18 साल बाद कोई विधायक एमपी में बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बना है। हेमंत खंडेलवाल के पिता भी सांसद रहे हैं। इस रेस में कई लोगों के नाम आगे चल रहे थे। सबसे प्रबल दावेदार के रूप में पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम था। माना जा रहा था कि नरोत्तम मिश्रा को इस बार पार्टी कोई बड़ी जिम्मेदारी देगी। चेहरे से चमक गायब दरअसल, नरोत्तम मिश्रा चुनाव हारने के बाद लोकसभा चुनाव के दौरान काफी एक्टिव रहे थे। उन्होंने हजारों की संख्या में कांग्रेस नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलवाई थी। साथ ही केंद्रीय नेतृत्व के नेताओं से लगातार मुलाकातें भी चल रही थी। इसकी वजह से रेस में उनका नाम था कि पार्टी के वे वरिष्ठ नेता हैं। मंगलवार को नामांकन के साथ ही नरोत्तम मिश्रा रेस से बाहर हो गए। बुधवार को पार्टी ऑफिस जब वह पहुंचे तो उनका चेहरा उतरा हुआ था। दिल के अरमा आंसुओं में बह गए अब नरोत्तम मिश्रा पर यह गाना बिल्कुल फिट बैठ रहा है कि दिल के अरमा आंसुओं में बह गए। बीजेपी ऑफिस में नरोत्तम मिश्रा पहुंचे तो उनका चेहरा उतरा हुआ था। साथ ही बॉडी लैंग्वेज यह बताने को काफी था कि यह मौका हाथ से निकलने का उनके मन में मसोस है। उतरे मन से वह पार्टी ऑफिस में पहुंचे थे। मंच पर बैठे नरोत्तम मिश्रा के मन में बेचैनी दिख रही थी। कभी भी उनके चेहरे पर चमक नहीं दिखी। गौरतलब है कि नरोत्तम मिश्रा एमपी में बीजेपी के कद्दावर नेता रहे हैं। केंद्रीय नेतृत्व के साथ भी अच्छे संबंध हैं लेकिन विधानसभा चुनाव हारने के बाद वह पद की उम्मीद में बैठे हैं। अब प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में अब अटकलें हैं कि आगे चलकर उन्हें किसी महत्वपूर्ण बोर्ड और निगम में उन्हें एडजस्ट किया जा सकता है।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने झांसी रोड पेट्रोल पंप पर दो महिलाओं को शक्ति दीदी की जैकेट पहनाकर फ्यूल डिलीवरी वर्कर का दायित्व सौपा

ग्वालियर  ग्वालियर जिले की महिलाएं अब चौका-चूल्हे और घरेलू कामकाज करने तक ही सीमित नहीं रही हैं। जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से किए गए नवाचार ‘शक्ति दीदी’ से जुडकर जरूरतमंद महिलाएं बखूबी ढंग से पुरुषों की तरह फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।  5 और जरूरतमंद महिलाएं शक्ति दीदी बनाई गईं। इन सभी महिलाओं ने जिले के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी संभाल ली है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने शक्ति दीदी जैकेट पहनाकर सौंपा दायित्व  कलेक्टर रुचिका चौहान ने झांसी रोड और अचलेश्वर के पास स्थित पेट्रोल पंप पर दो महिलाओं को शक्ति दीदी की जैकेट पहनाकर उन्हें फ्यूल डिलीवरी वर्कर का दायित्व सौपा। ऐसा ही फुलबाग ,कलेक्ट्रेट के पीछे और काल्पी ब्रिज स्तिथ पेट्रोल पंप पर भी तीन महिलाओं को फ्यूल डिलीवरी वर्कर का जिम्मा दिया गया। आपको बता दें कि ग्वालियर कलेक्टर के इस नवाचार की तारीफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी कर चुके हैं। कलेक्टर ने पेट्रोल पंप संचालकों को दिए निर्देश  इस अवसर पर कलेक्टर चौहान ने पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दिए कि शक्ति दीदियों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें प्रावधानों के अनुसार मानदेय व अन्य सुविधाएं एवं साप्ताहिक अवकाश अवश्य प्रदान किया जाए। उन्होंने थाना प्रभारी को भी निर्देश दिए कि जिन पेट्रोल पंप पर शक्ति दीदी तैनात हैं उन पर लगातार गश्त करते रहें। साथ ही एसडीएम, तहसीलदार पुलिस अधिकारी, पेट्रोल पंप संचालक एवं शक्ति दीदियों को शामिल कर एक वॉट्सएप ग्रुप में नई शक्ति दीदियों को जोडें।

‘गली-स्लिप’ में स्पेशलिस्ट फील्डर चाहिए टीम इंडिया को, संजय बांगर ने दी सख्त सलाह

नई दिल्ली भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। बर्मिंघम में दूसरे टेस्ट से पहले भारत के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर ने बताया कि ‘गिल एंड कंपनी’ क्लोज-इन फील्डिंग को बेहतर बनाकर वापसी कैसे कर सकती है। बांगर ने कहा कि मेहमान टीम का असली फोकस गली और स्लिप में सर्वश्रेष्ठ कैचर तैयार करने पर है, जहां अधिकांश कैच पकड़े जाते हैं। भारत ने अपनी दोनों पारियों में कुल 835 रन बनाए थे, लेकिन गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह को छोड़कर कोई भी खिलाड़ी इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर हावी नहीं हो सका। पहले टेस्ट के अधिकांश सेशन में इंग्लैंड से आगे रहने के बावजूद, भारत मुकाबले के अंतिम दिन इसका लाभ उठाने में नाकाम रहा। मेजबान टीम ने बेन डकेट के 149 रनों की बदौलत पांच विकेट से जीत हासिल की। संजय बांगर ने कहा, “इस खास टेस्ट मैच को जीतने का सबसे अच्छा तरीका कॉम्बिनेशन को देखना है। अगर पहले टेस्ट में भारत के लिए शीर्ष क्रम और मध्य क्रम ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है, तो मुझे नहीं लगता कि टीम मैनेजमेंट को इस बात की चिंता करनी चाहिए कि नंबर आठ पर आपके लिए कौन रन बनाएगा।” उन्होंने आगे कहा, “इसलिए नंबर आठ पर एक अच्छे गेंदबाज को खिलाएं। इससे भारत के टेस्ट मैच जीतने की संभावना सच में बढ़ सकती है। क्योंकि पहली पारी में भारत ने जो 471 रन बनाए, चौथी पारी में उन्होंने जो लक्ष्य रखा वह टीम के लिए इंग्लैंड को दो बार आउट करने के लिए काफी था। मुझे लगता है कि गेंदबाजी विभाग पर जिम्मेदारी होनी चाहिए, जिसमें एक और गेंदबाज हो, लेकिन इंग्लैंड को दोनों पारियों में ऑलआउट करने की कोशिश करें।” भारत के पहले टेस्ट में हार की बड़ी वजह खराब फील्डिंग भी थी। कैच के महत्व पर बात करते हुए बांगर ने कहा, “कैच न छोड़ना बहुत जरूरी है। कैच छूटने से गेंदबाजी विभाग का काम और भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि यह भारत के लिए एक नया कदम है। यशस्वी जहां भी फील्डिंग करते हैं- मूल रूप से, गली क्रिकेट में एक ऐसी पोजीशन है, जो बेहद खास है। मुझे लगता है कि यहीं पर भारत को गली क्षेत्र में कैचिंग में महारत हासिल करने के लिए एक खास खिलाड़ी को लगाना होगा।” उन्होंने कहा, “मुझे ऐसे बहुत से महान खिलाड़ी याद नहीं हैं, जो लगातार गली एरिया में रहे हों। मेरी याददाश्त में, अनिल कुंबले ने भारत के लिए खेलते समय यह बहुत अच्छा किया था। अजिंक्य रहाणे ने उस स्पॉट को अपना बना लिया। लेकिन उसके बाद, एक अच्छे गली फील्डर को तैयार करने पर फोकस करना होगा। क्योंकि यहां काफी कैच होते हैं। यह एक ऐसी पोजिशन है, जो सच में आपके सर्वश्रेष्ठ फील्डर को मिलनी चाहिए।”  

अब प्राइवेट नंबर की बाइक भी कर सकेंगे बुक, सरकार का बड़ा फैसला, पीक ऑवर में दोगुना किराया… जारी की गाइडलाइन

नई दिल्ली ऐप या एग्रीगेटर्स के जरिये अब आप प्राइवेंट नंबर की बाइक बुक कर सफर पर निकल सकेंगे। दरअसल, केंद्र सरकार ने बीते मंगलवार को पहली बार एग्रीगेटर्स के जरिये पैसेंजर यात्रा के लिए गैर-परिवहन (निजी) मोटरसाइकिलों के इस्तेमाल की अनुमति दे दी, जो राज्य सरकार की मंजूरी के अधीन है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, केंद्र की गाइडलाइंस में कहा गया है कि राज्य सरकार एग्रीगेटर्स के जरिये पैसेंजर द्वारा यात्रा के लिए गैर-परिवहन मोटरसाइकिलों के एकत्रीकरण (एग्रीगेशन) की अनुमति दे सकती है। इसका फायदा यह होगा कि यातायात की भीड़ और वाहन प्रदूषण में कमी आएगी। इसके अलावा, सस्ती यात्री गतिशीलता, हाइपरलोकल डिलीवरी और आजीविका के अवसर पैदा होंगे।  केंद्र सरकार ने बाइक टैक्सी को मंजूरी दे दी है। सरकार ने 1 जुलाई को मोटर वाहन एग्रीगेटर दिशानिर्देश, 2025 जारी किए, जिनमें निजी (गैर-परिवहन) बाइक को यात्री सेवा के लिए उपयोग करने की अनुमति दी गई है। लेकिन इसके लिए राज्य सरकारों की मंजूरी जरूरी होगी। रैपिडो, उबर और ओला जैसी बाइक टैक्सी प्लेटफॉर्म के लिए यह बहुत बड़ी राहत है। राज्यों को प्रतिदिन, साप्ताहिक या 15 दिनों के हिसाब से शुल्क लगाने का अधिकार दिशानिर्देश में कहा गया है कि इस पहल से न केवल ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि लोगों को सस्ता परिवहन विकल्प भी उपलब्ध होगा। साथ ही, हाइपरलोकल डिलीवरी सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा और नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। राज्य सरकारों को एग्रीगेटर कंपनियों पर प्रतिदिन, साप्ताहिक या 15 दिनों के हिसाब से शुल्क लगाने का अधिकार होगा। बाइक्स को मिली मंजूरी MVAG 2025 राज्य सरकार की मंजूरी के अधीन एग्रीगेटर्स के माध्यम से नॉन-ट्रांसपोर्ट (निजी) मोटरसाइकिलों के उपयोग की अनुमति देकर एक लंबे समय से चली आ रही बहस को भी खत्म करता है. नई गाइडलाइन के अनुसार, "राज्य सरकार एग्रीगेटर्स के माध्यम से नॉन-ट्रांसपोर्ट (निजी) मोटरसाइकिलों को भी शेयर्ड मोबिलिटी के तौर पर अनुमति दे सकती हैं. जिसका उद्देश्य ट्रैफिक और प्रदूषण को कम करते हुए सस्ती मोबिलिटी प्रदान करना है.  इसका मतलब है कि अब मोटरसाइकिलों को भी कैब सर्विस के रूप में इस्तेमाल करने का रास्ता साफ हो गया है. गाइडलाइन के क्लॉज 23 के अनुसार राज्यों को ऐसी मोटरसाइकिलों के उपयोग के लिए एग्रीगेटर्स पर दैनिक, साप्ताहिक या पाक्षिक शुल्क लगाने का अधिकार होगा. रैपिडो और उबर जैसे बाइक टैक्सी ऑपरेटर, जो कई राज्यों में विनियामक ग्रे ज़ोन में काम करते हैं – जिसमें कर्नाटक भी शामिल है, जहाँ हाल ही में प्रतिबंध के कारण विरोध प्रदर्शन हुए थे – ने इस कदम का स्वागत किया है. रैपिडो ने इस क्लॉज को "विकसित भारत की दिशा में मील का पत्थर" कहा, और कहा कि यह परिवर्तन लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और कम सेवा वाले क्षेत्रों में किफायती परिवहन का विस्तार करने में मदद करेगा.  बता दें कि, मोटर व्हीकल एग्रीग्रेटर गाइडलाइन (MVAG) का ये नया एडिशन पिछले 2020 संस्करण की जगह लेगा. इस नए गाइडलाइन के जरिए आम लोगों के इस्तेमाल में आने वाले रोजाना की मोबिलिटी को असाना बनाने का प्रयास किया गया है.  केंद्र सरकार के फैसले से बाइक टैक्सी सेवाओं को कानूनी स्पष्टता मिली केंद्र के इस फैसले से उन ऐप-आधारित बाइक टैक्सी सेवाओं को कानूनी स्पष्टता मिली है जो अब तक कई राज्यों में कानूनी अनिश्चितता में काम कर रही थीं। हालांकि, इसका असली असर तब देखने को मिलेगा जब राज्य सरकारों की ओर से इसे लागू करने के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। कर्नाटक में 16 जून से बाइक टैक्सी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। उबर और रैपिडो ने किया स्वागत केंद्र सरकार का यह फैसला रैपिडो और उबर जैसे बाइक टैक्सी ऑपरेटरों को राहत देता है, जो लंबे समय से कानूनी ग्रे एरिया में काम कर रहे हैं, खासकर कर्नाटक जैसे राज्यों में, जहां हाल ही में बाइक टैक्सियों पर प्रतिबंध के चलते व्यापक विरोध हुआ था। उबर और रैपिडो सहित अन्य ऐसी कंपनियों ने इस कदम का स्वागत किया है। उबर ने गाइडलाइंस की सराहना करते हुए कहा कि यह इनोवेशन और विनियामक स्पष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है।  उबर के प्रवक्ता ने कहा कि हम मंत्रालय के परामर्शी और संतुलित दृष्टिकोण की सराहना करते हैं और फ्रेमवर्क के प्रभावी और समावेशी रोलआउट का समर्थन करने के लिए सभी स्तरों पर सरकारों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। रैपिडो ने विशेष रूप से MVAG 2025 के खंड 23 के संचालन का स्वागत किया। यह खंड यात्री यात्राओं के लिए गैर-परिवहन मोटरसाइकिलों के एकत्रीकरण की अनुमति देता है। इसे रैपिडो ने भारत की विकासशील भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर बताया। रैपिडो ने एक बयान में कहा कि गैर-परिवहन मोटरसाइकिलों (निजी बाइक) को साझा गतिशीलता के साधन के रूप में मान्यता देकर, सरकार ने लाखों लोगों के लिए अधिक किफायती परिवहन विकल्पों के द्वार खोले हैं, खासकर वंचित और अति-स्थानीय क्षेत्रों में। शेयर्ड मोबिलिटी ईकोसिस्टम में अहम बदलाव आया साल 2020 से, भारत के साझा गतिशीलता पारिस्थितिकी तंत्र (शेयर्ड मोबिलिटी ईकोसिस्टम) में तेजी से और महत्वपूर्ण बदलाव आया है। सरकार ने 2020 में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 93 के तहत मोटर वाहन एग्रीगेटर दिशानिर्देश 2020 जारी किए। बाइक-शेयरिंग, इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की शुरुआत और ऑटो-रिक्शा की सवारी सहित विविध और लचीले गतिशीलता समाधानों की मांग में वृद्धि ने उपभोक्ता आधार को व्यापक बनाया है। मोटर वाहन एग्रीगेटर गाइडलाइंस 2020 को मोटर वाहन एग्रीगेटर ईकोसिस्टम में विकास के साथ नियामक ढांचे को अपडेट रखने के लिए संशोधित किया गया है। नए गाइडलाइंस यूजर्स की सुरक्षा और चालक के कल्याण के मुद्दों पर ध्यान देते हुए एक हल्के-फुल्के नियामक प्रणाली प्रदान करने का प्रयास करते हैं।

राज्य पुलिस सेवा के 10 अधिकारियों को इधर से उधर किया गया

भोपाल   मध्य प्रदेश में लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में पदस्थ अधिकारियों का तबादला किया गया है। राज्य पुलिस सेवा के 10 अधिकारियों को इधर से उधर किया गया है। प्रदेश सरकार ने मंगलवार देर रात इसके आदेश दिए हैं। गृह विभाग की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर लोकायुक्त एसपी का ट्रांसफर किया गया है। जबकि, उज्जैन और जबलपुर के ईओडब्ल्यू अफसर भी बदले गए हैं। एमपी में लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू के अफसरों का ट्रांसफर ऑर्डर दिए गए हैं। विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, राजेश कुमार मिश्रा एसपी लोकायुक्त ग्वालियर से एआईजी पीएचक्यू, समर वर्मा एएसपी जबलपुर से एसपी ईओडब्ल्यू उज्जैन, अनिल विश्वकर्मा एसपी लोकायुक्त उज्जैन से एसपी ईओडब्ल्यू जबलपुर पदस्थ किया है। पल्लवी त्रिवेदी एआईजी ईओडब्ल्यू मुख्यालय भोपाल को एआईजी पीएचक्यू, संजय साहू एसपी लोकायुक्त जबलपुर को एआईजी पीएचक्यू भेजा गया है। लोकायुक्त और EOW अफसरों के तबादले वहीं, सुनील पाटीदार एआईजी ईओडब्ल्यू भोपाल को एसपी लोकायुक्त रीवा, अंजुलता पटले उपसेनानी छठवीं वाहिनी एसएएफ जबलपुर को एसपी लोकायुक्त जबलपुर, यास्मीन जहरा जमाल एएसपी क्यूडी पुलिस मुख्यालय पीटीसी भौंरी को एआईजी पीएचक्यू, निरंजन शर्मा एएसपी ग्वालियर को एसपी लोकायुक्त ग्वालियर तथा आनंद यादव एएसपी उपायुक्त जोन 4 नगरीय पुलिस इंदौर को एसपी लोकायुक्त उज्जैन पदस्थ किया है।

राजस्थान पीटीईटी के नतीजे घोषित, यहाँ से डाउनलोड करें अपना स्कोर कार्ड

जयपुर राजस्थान पीटीईटी 2025 का परिणाम घोषित कर दिया गया है। वे उम्मीदवार जो दो वर्षीय बीएड (B.Ed) या चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स (B.A. B.Ed/ B.Sc. B.Ed) में प्रवेश लेना चाहते हैं, वे अब आधिकारिक वेबसाइट ptetvmoukota2025.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा आयोजित इस परीक्षा की फाइनल आंसर-की पहले ही जारी की जा चुकी थी। अब रिजल्ट के साथ ही अगली प्रक्रिया यानी काउंसलिंग और कॉलेज चॉइस फिलिंग की तैयारी शुरू हो गई है।   पीटीईटी परीक्षा के माध्यम से ही राजस्थान के सभी सरकारी एवं निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में दो वर्षीय बीएड कोर्स और चार वर्षीय बीए-बीएड/बीएससी-बीएड कोर्स संचालित किए जाते हैं। परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से मेरिट के आधार पर बीएड कॉलेज आवंटित किया जाएगा। महत्वपूर्ण तिथियां राजस्थान पीटीईटी 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत 5 मार्च, 2025 से हुई थी। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 7 अप्रैल, 2025 निर्धारित की गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 17 अप्रैल, 2025 किया गया। इसके बाद एक बार फिर आवेदन की समयसीमा बढ़ाई गई और अंतिम तिथि 5 मई, 2025 तय की गई। परीक्षा 15 जून, 2025 को आयोजित की गई थी। ऐसे चेक करें अपना पीटीईटी रिजल्ट     सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट ptetvmoukota2025.in पर जाएं।     अपने कोर्स – दो वर्षीय बीएड या चार वर्षीय बीएड को चुनें।     अपना रोल नंबर व अन्य जरूरी डिटेल्स दर्ज करें।     लॉग इन करते ही आपका रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा।  

हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, दोबारा नीट यूजी परीक्षा पर रोक, काउंसलिंग पर भी लगाई रोक

इंदौर   हाईकोर्ट की सिंगल बैंच ने सोमवार को एनईईटी-यूजी के छात्रों की दोबारा परीक्षा कराने के आदेश जारी किए थे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इसके खिलाफ युगलपीठ में अपील की। मंगलवार को जस्टिस विवेक रुसिया और जस्टिस बिनोद कुमार द्विवेदी की खंडपीठ ने एकलपीठ के आदेश पर रोक लगा दी। 4 मई को आयोजित की गई थी परीक्षा डिप्टी एडवोकेट जनरल रोमेश दवे ने बताया कि, 4 मई को एनटीए ने पूरे देश में परीक्षा आयोजित की थी। इंदौर में उस दिन आंधी-तूफान व बारिश हुई थी। इंदौर के कुछ सेंटर्स की बिजली गुल हो गई थी। इसको लेकर कुछ छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। दोबारा परीक्षा लेने की मांग की थी। एमपी हाई कोर्ट युगलपीठ में एकलपीठ के फैसले पर लगाई रोक मामले में मंगलवार को हाईकोर्ट की युगलपीठ में सुनवाई हुई। एनटीए की ओर से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पक्ष रखा। उन्होंने एकलपीठ के फैसले पर स्टे दिए जाने की मांग रखते हुए कहा कि इस फैसले को लागू करना गलत होगा। परीक्षा में 22 लाख छात्रों ने भाग लिया था। इन 75 छात्रों के लिए अलग से पेपर सेट करना होगा, उसमें ये बात भी सामने आ सकती है कि 22 लाख छात्र ये आरोप लगाएं कि उनका पेपर टफ था, जबकि इनका सरल। ऐसे में नई कंट्रोवर्सी खड़ी हो जाएगी। छात्रों के वकील ने किया विरोध कोर्ट में याचिका दायर करने वाले छात्रों के वकील ने विरोध करते हुए कहा कि काउंसलिंग शुरू हुई तो उस स्थिति में उनका भविष्य उलझ जाएगा। सेशन शुरू होने पर उनका नुकसान होगा। कोर्ट ने सोमवार को जारी आदेश पर फिलहाल रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही छात्रों को नोटिस जारी करते हुए जवाब पेश करने के लिए कहा है। अब 10 जुलाई को सुनवाई हो सकती है।

बिग बॉस ओटीटी 3 फेम और यूट्यूबर अदनान शेख बने पापा

मुंबई फेमस रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 3 फेम और यूट्यूबर अदनान शेख शादी के 9 महिने बाद ही पापा बन गए हैं. उनकी पत्नी आयशा ने अपने पहले बच्चे को जन्म दे दिया है. इसकी जानकारी खुद यूट्यूबर ने एक वीडियो शेयर कर दिया है. पापा बने अदनान शेख बता दें कि अदनान शेख ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किए वीडियो में एक शख्स गोदी में बच्चा पकड़े खड़ा दिख रहा है. वीडियो में एक पालना दिखा रहा है और उसमें लिखा है ‘वेलकम टू द वर्ल्ड… इट्स बेबी बॉय.’ उनकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया है. इस वीडियो को शेयर करते हुए अदनान शेखने इंस्टाग्राम पर कैप्शन में लिखा, ‘अल्लाह ने हमें हमारे प्यारे बच्चे का आशीर्वाद दिया है! मैं अपनी फीलिंग और इमोशन को बयां नहीं कर सकता. बहुत आभारी हूं…प्लीज अपनी दुआओं में रखियेगा.’ बता दें कि अदनान शेख और आयशा ने सितंबर 2024 में निकाह किया था. सोशल मीडिया पर इस कपल की शादी कई सारी फोटोज सामने आई थीं. वहीं, अब शादी के 9 महीने बाद कपल माता-पिता बन गए हैं. हालांकि यूट्यूबर ने अपनी वाइफ का चेहरा नहीं रिवील किया है.