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45 दिन पहले अवैध रूप से भारत में रहने वाले को बांग्लादेश डिपोर्ट किया था, यह ट्रांसजेंडर ना सिर्फ फिर से दिल्ली लौटी …..

नई दिल्ली दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर उसी ट्रांसजेंडर को गिरफ्तार किया है, जिसे करीब 45 दिन पहले अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में बांग्लादेश डिपोर्ट किया गया था. यह ट्रांसजेंडर ना सिर्फ फिर से दिल्ली लौट आया, बल्कि उसी इलाके में वापस पहुंच गया, जहां से उसे पहले पकड़ा गया था. पुलिस ने उसके साथ 6 और लोगों को भी अवैध निवास के आरोप में हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसार, ट्रांसजेंडर सुहान खान (30) शालीमार बाग में भीख मांग रहा था. पुलिस ने 30 जून इस इलाके में छापा मारा और उसे गिरफ्तार किया है. पहले मई में किया गया था सुहान हैरानी की बात यह है कि सुहान उन 300 बांग्लादेशी नागरिकों में शामिल था, जिसे मई में गिरफ्तार किया गया और जून के पहले हफ्ते में हिंडन एयरबेस से फ्लाइट के जरिए त्रिपुरा के अगरतला ले जाया गया और वहां से बांग्लादेश के बॉर्डर पर डिपोर्ट किया गया था. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 15 मई को उत्तर-पश्चिम दिल्ली में सुहान को पहली बार गिरफ्तार किया गया था और फिर उसे फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (FRRO) को सौंपा गया था. पहले नाटक किया, फिर अंधेरे का फायदा उठाया पुलिस सूत्रों का कहना है कि डिपोर्ट किए जाने के बाद सुहान ने मानसिक रूप से अस्वस्थ होने का नाटक किया और कुछ दिनों तक त्रिपुरा की सीमा पर घूमता रहा. उसके बाद उसने अंधेरे का फायदा उठाया और दोबारा भारत में प्रवेश कर लिया. वो पहले अगरतला से दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक पहुंचा और फिर सीधे उसी शालीमार बाग इलाके में लौट आया, जहां वो पहले रहता था और भीख मांगता था. मोबाइल में मिला प्रतिबंधित मैसेजिंग ऐप उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त (DCP) भीष्म सिंह ने बताया कि सहान समेत सात लोगों को 30 जून को हिरासत में लिया गया है. जांच के दौरान तीन स्मार्टफोन जब्त किए गए, जिनमें एक प्रतिबंधित मैसेजिंग ऐप मिला है. इस ऐप का इस्तेमाल ये लोग बांग्लादेश में अपने परिवारवालों से संपर्क के लिए कर रहे थे. पांच ट्रांसजेंडर भीख मांगते पाए उन्होंने बताया कि सुहान समेत पांच ट्रांसजेंडर शालीमार बाग इलाके में भीख मांगते पाए गए. पूछताछ में उन्होंने खुद को भारतीय नागरिक बताया, लेकिन दस्तावेजों की जांच और वेरिफिकेशन के बाद उनका दावा झूठा निकला. इसी इलाके से एक पुरुष और एक महिला को भी अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में पकड़ा गया है. ये दोनों भी बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे. सातों लोगों से की जा रही है पूछताछ पुलिस का कहना है कि दिल्ली समेत कई मेट्रो शहरों में अवैध तरीके से प्रवेश कर चुके विदेशी नागरिकों पर विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके. फिलहाल सभी सातों को हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए FRRO और अन्य एजेंसियों को सूचना दे दी गई है.  

इंग्लैंड की ब्रिस्टल में बादशाहत खत्म, दूसरे T20 मैच में जेमिमा और अमनजोत की जोरदार बल्लाजी, भारत को 2-0 की बढ़त

 ब्रिस्टल ब्रिस्टल के काउंटी ग्राउंड में खेले गए दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 24 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है. टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने 20 ओवर में 181 रन बनाए.  जेमिमा रोड्रिग्स और अमनजोत कौर ने टीम को मुश्किल हालात से निकालते हुए बल्ले से कमाल दिखाया और 93 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसकी मदद से महिला टीम ने 181 रन बनाने में सफल हुई.  जेमिमा ने शानदार अर्धशतक जड़ा जबकि अमनजोत ने अपने टी20 करियर का पहला अर्धशतक लगाया और आखिरी गेंद तक डटी रहीं. जेमिमा औऱ अमनजोत की शानदार बैटिंग भारत की शुरुआत निराशाजनक रही और भारत ने पावरप्ले में तीन विकेट गंवा दिए थे. शैफाली वर्मा, स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर सस्ते में पवेलियन लौट गई थीं. इसके बाद जेमिमा और अमनजोत ने पारी को संभाला. दोनों ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के आक्रामक आक्रमण का डटकर सामना किया और अर्धशतक जमाए. जेमिमा ने जहां 41 गेंदों में 63 रन बनाए वहीं अमनजोत ने भी 40 गेंदों में 63 रन बनाए और अंत तक नाबाद रहीं. ब्यूमोंट की फिफ्टी काम नहीं आई जवाब में बैटिंग करने उतरी इंग्लैंड की शुरूआत खराब रही और उसके तीन विकेट महज 17 रन पर आउट हो गए. हालांकि टैमी ब्यूमोंट ने कुछ देर तक उम्मीद जगाए रखी. ब्यूमोंट ने लगभग चार साल में अपना पहला टी20ई अर्धशतक बनाया और एमी जोन्स के साथ साझेदारी करते हुए 49 गेंदों पर 70 रन जोड़े. वह स्नेहा राणा के सटीक थ्रो से 54 रन बनाकर रन आउट हो गईं. भारत के लिए श्री चरानी ने एक ही ओवर में दो विकेट झटके, वहीं अमनजोत और दीप्ति शर्मा ने भी एक-एक विकेट लिया.      

एजबेस्टन टेस्ट मैच में मचेगी खलबली, कई महा रिकॉर्ड निशाने पर, जायसवाल और रूट तोड़ सकते हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड

एजबेस्टन  भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन, बर्मिंघम में 2 जुलाई से खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले रोमांच चरम पर है. हेडिंग्ले टेस्ट में हार के बाद शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया वापसी की तलाश में है. इंग्लैंड ने पहला टेस्ट 371 रन का रिकॉर्ड लक्ष्य चेज़ कर जीत लिया था. अब भारत को सीरीज में बराबरी करने और वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) 2025-27 चक्र में मजबूत शुरुआत करने की जरूरत है. एजबेस्टन में भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब भारत का इंग्लैंड में टेस्ट रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है. भारत ने इंग्लैंड में अब तक सभी फॉर्मैट में कुल 169 मैच खेले हैं, जिसमें सिर्फ 9 टेस्ट, 45 वनडे और 6 टी20 मैच जीते हैं. लेकिन अगर सिर्फ एजबेस्टन की बात करें, तो आंकड़े और भी निराशाजनक हैं. भारत ने इस मैदान पर अब तक 8 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन एक भी नहीं जीता. भारत ने यहां अपना पहला टेस्ट साल 1967 में खेला था, लेकिन जीत अब तक नहीं मिली. हालांकि, भारत ने यहां वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां 12 में से 8 मुकाबले जीते हैं. भारत का एजबेस्टन टेस्ट रिकॉर्ड भारत ने एजबेस्टन में अबतक 8 टेस्ट मैच खेले हैं. जिनमें से केवल एक ही मैच भारतीय टीम ड्रॉ करा सकी है. बाकी सभी 7 मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है. यानी एजबेस्टन में अबतक भारत ने जीत का स्वाद नहीं चखा है. वहीं, इंग्लैंड ने इस ग्राउंड पर अबतक 56 टेस्ट मैच खेले हैं और 30 में उसे जीत मिली है. 11 में ही उसे हार का सामना करना पड़ा है. 15 मैच ड्रा पर खत्म हुए हैं.  एजबेस्टन में भारतीय बल्लेबाज़ों का औसत (टेस्ट में) एजबेस्टन में भारतीय बल्लेबाज़ों का औसत देखें तो केएल राहुल का औसत यहां केवल 8.5 का है, जबकि कप्तान गिल का औसत 10.5 का है. पंत इकलौते खिलाड़ी हैं जिनका औसत यहां 100 से ऊपर का है. जडेजा का औसत 60 से ज्यादा का है. गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह ने इस मैदान पर 5 विकेट झटके हैं. सिराज ने 4 विकेट हासिल किए हैं. कई महा रिकॉर्ड निशाने पर, जायसवाल और रूट तोड़ सकते हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड जायसवाल के नाम हो सकता है वर्ल्ड रिकॉर्ड दूसरे टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल के पास इतिहास रचने का मौका होगा. जायसवाल के पास टेस्ट इतिहास में सबसे तेज 50 छक्के पूरा करने का मौका होगा. इसके लिए युवा बल्लेबाज को 10 छक्के लगाने होंगे. बता दें कि  टेस्ट इतिहास में सबसे तेज 50 छक्के लगने का वर्ल्ड रिकॉर्ड शाहिद अफरीदी के नाम है. अफरीदी ने अपने टेस्ट करियर में 50 छक्के केवल 46 पारियों में पूरा किए थे. वहीं, अबतक जायसवाल ने  38 पारी खेलकर कुल 40 छक्के लगाने में सफल हो गए हैं. अब यदि 10 छक्के जायसवाल अगली दो पारियों में लगाने में सफल रहे तो वो टेस्ट में सबसे तेज 50 छक्के लगाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ देंगे. वैसे, उनके पास इस महारिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 7 पारियां हैं.  जो रूट टेस्ट में कर सकते हैं यह कमाल  रूट दूसरे टेस्ट में कुल 202 रन बना लेते हैं, तो टेस्ट फॉर्मेट में सर्वाधिक रन बनाने वालों की लिस्ट में राहुल द्रविड़ और जैक कैलिस से आगे निकल जाएंगे. (Most runs in career in Tests – Batting records) इस समय रूट के नाम 13087 रन दर्ज है. द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 13288 रन बनाए हैं तो वहीं जैक कैलिस ने 13289 रन बनाने का कमाल किया है.  इसके अलावा भी कई सारे रिकॉर्ड बन सकते हैं.  केएल राहुल को 3500 टेस्ट रन पूरा करने के लिए 64 रनों की दरकार है.  रविंद्र जडेजा लाल गेंद क्रिकेट में 3500 रन बनाने से सिर्फ 94 रन दूर हैं. ऋषभ पंत टेस्ट में 350 चौके पूरा करने के से केवल 3 चौके दूर हैं. यशस्वी जायसवाल को 2000 टेस्ट रन बनाने के लिए 97 रनों की जरूरत है.  ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बनेंगे रूट जो रूट 73 रन बनाते ही भारत के खिलाफ टेस्ट में 3000 रन बनाने वाले इंग्लैंड के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे. रूट ने भारत के खिलाफ टेस्ट में अबतक कुल 2927  रन बनाए हैं. जिसमें 10 शतक औऱ 12 अर्धशतक शामिल है.  रूट तोड़ेंगे राहुल द्रविड़ का वर्ल्ड रिकॉर्ड इसके अलावा एक कैच लेते ही रूट टेस्ट में सबसे ज्यादा कैच लेने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे. ऐसा करत ही रूट, राहुल द्रविड़ से आगे निकल जाएंगे. राहुल और रूट ने अबतक टेस्ट में 210 कैच लपके हैं.  ओली पोप भी इतिहास रचने के करीब ओली पोप भी एक उपलब्धि के करीब पहुंच रहे हैं, उन्हें टेस्ट क्रिकेट में 3500 रन तक पहुंचने के लिए 85 रन की जरूरत है. बेन डकेट के पास भी महाकारनामा करने का मौका बेन डकेट को टेस्ट में 350 चौके पूरे करने के लिए 13 और चौकों की जरूरत है. यह देखना दिलचल्प होगा कि दूसरे टेस्ट में डकेट इस खास मुकाम को हासिल कर पाते हैं नहीं.  हैरी ब्रूक भी कतार में हैरी ब्रूक टेस्ट मैचों में 2500 रन के आंकड़े से सिर्फ 62 रन दूर हैं.   बुमराह को छोड़कर बाकी गेंदबाज नहीं कर पाए कमाल दरअसल, लीड्स में इंग्लैंड से पांच विकेट से हार के बाद बुमराह को तीन ही टेस्ट खिलाने की बात कही गई थी। ऐसे में उनको इस टेस्ट में आराम देकर, अगले में मौका दिया जा सकता है। लीड्स में पहली पारी में पांच विकेट लेने के बाद, दूसरी पारी में वह कोई विकेट नहीं ले पाए थे। हार के बाद कोच गंभीर ने बुमराह के तीन टेस्ट खेलने की रणनीति में कोई बदलाव नहीं करने की बात कही थी। यह देखने वाली बात होगी कि भारतीय टीम एजबेस्टन में दो स्पिनर्स के साथ उतरता है या तीन मुख्य तेज गेंदबाजों को मौका देता है या फिर दोनों संयोजन को बनाता है। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा भी पिछले टेस्ट में कोई छाप नहीं छोड़ पाए थे। प्रसिद्ध काफी महंगे साबित हुए थे, जबकि सिराज को दूसरी पारी में विकेट के लिए जूझना पड़ा था। ऐसे में टीम मैनेजमेंट इनमें से एक की जगह आकाश दीप को मौका देने … Read more

शमी को लगा तगड़ा झटका, कोर्ट के फैसले से हसीन जहां और बेटी आयरा को हुआ लाखों का फायदा

कलकत्ता भारत के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) और उनकी पूर्व पत्नी हसीन जहां के मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया है. कलकत्ता हाई कोर्ट ने शमी को आदेश दिया है कि वे हसीन जहां को कुल 4 लाख रुपये मासिक गुजारा भत्ता देंगे. जस्टिस अजय कुमार मुखर्जी के द्वारा जारी किए गए आदेश में शमी को हसीन जहां के भरण-पोषण के लिए हर महीने 1.5 लाख रुपये और उनकी नाबालिग बेटी की देखभाल और खर्च के लिए 2.5 लाख रुपये देने का निर्देश दिया गया है. यह फैसला तब आया है, जब हसीन जहां ने कोलकाता के अलीपुर कोर्ट के 2018 के आदेश के खिलाफ अपील की थी, जिसमें शमी को उन्हें हर महीने 50 हजार रुपये और उनकी बेटी के खर्च के लिए अतिरिक्त 80 हजार रुपये देने का निर्देश दिया गया था. उस वक्त हसीन जहां ने मूल रूप से कुल 10 लाख रुपये मांगे थे, 7 लाख रुपये अपने लिए और 3 लाख रुपये अपनी बेटी के लिए, लेकिन निचली अदालत ने उनकी गुजारिश को खारिज कर दिया था. कोर्ट में ऐसे कामयाब हुईं हसीन जहां… हसीन जहां ने अपनी अपील में तर्क दिया कि शमी की फाइनेंशियल स्थिति ऐसी है, जिससे वे और ज्यादा गुजारा भत्ता राशि दे सकते हैं. वित्तीय वर्ष 2021 के लिए उनके आयकर रिटर्न के मुताबिक, शमी की वार्षिक आय करीब 7.19 करोड़ रुपये या 60 लाख रुपये प्रति माह थी. हसीन जहां ने दावा किया कि उनकी बेटी के लिए उनका महीने का खर्च 6 लाख रुपये से ज्यादा है. दलीलें सुनने के बाद हाई कोर्ट हसीन जहां के पक्ष में फैसला सुनाया. जस्टिस मुखर्जी ने आदेश में कहा, "मेरी राय में याचिकाकर्ता नंबर 1 (पत्नी) को 1,50,000 रुपये हर महीने और उनकी बेटी को 2,50,000 रुपये की राशि उचित होगी." कोर्ट ने यह भी कहा कि शमी अपनी बेटी के एजुकेशन या अन्य भविष्य की जरूरतों के लिए खुद से अतिरिक्त राशि का योगदान कर सकते हैं. हाई कोर्ट ने पिछले फैसले के आधार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह साफ नहीं है कि अलीपुर कोर्ट ने किस आधार पर काफी कम राशि का आदेश दिया था. संशोधित आदेश में कहा गया कि पहले के फैसले में सुधार की जरूरत है. 2014 में हुई थी शादी साल 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स की पूर्व मॉडल और चीयरलीडर हसीन जहां और मोहम्मद शमी से शादी हुई थी. 2015 में उन्हें एक बेटी हुई. इसके बाद, साल 2018 में उनके रिश्ते में कड़वाहट तब आ गई, जब हसीन जहां ने मोहम्मद शमी पर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शमी ने घर के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट देना बंद कर दिया है. साल 2023 में मोहम्मद शमी ने अपनी बेटी आयरा से लंबे वक्त के अलगाव के बाद मिलने के बाद इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया. उन्होंने लिखा, "जब मैंने उसे लंबे वक्त के बाद फिर से देखा तो वक्त थम गया. बेबो, मैं तुमसे शब्दों से ज़्यादा प्यार करता हूं." इस पोस्ट को एक घंटे के अंदर 1.6 लाख से ज़्यादा लाइक मिले थे.  

सेंसेक्स ओपन होने के साथ ही 200 अंकों से ज्यादा की छलांग लगा गया और 84000 के करीब पहुंच गया

मुंबई  सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को शेयर बाजार (Stock Market) में कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई और दोनों इंडेक्स ग्रीन जोन में ओपन हुए. बॉम्बे स्टॉक एक्सचें का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) ओपन होने के साथ ही करीब 200 अंकों से ज्यादा की छलांग लगा गया और 84000 के करीब पहुंच गया, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी अपने पिछले बंद के मुकाबले बढ़त के साथ हरे निशान पर ओपन हुआ. शुरुआती कारोबार में Infosys और Tata Communication के शेयर जोरदार तेजी पकड़े हुए नजर आए.  सेंसेक्स-निफ्टी ने ऐसे की शुरुआत बीते कारोबारी दिन मंगलवार को शेयर बाजार की चाल शुरुआत से अंत तक सुस्त नजर आई थी, लेकिन बुधवार को बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) अपने पिछले बंद 83,697 के मुकाबले मामूली बढ़त लेकर 83,790 पर खुला, लेकिन मिनटों में ही ये 200 अंकों से ज्यादा चढ़कर 83,935 के लेवल पर ट्रेड करता नजर आने लगा. सेंसेक्स की तरह ही निफ्टी की भी चाल देखने को मिली और NSE Nifty ने अपने पिछले बंद 25,541.80 की तुलना में चढ़कर 25,588 पर कारोबार शुरू किया और फिर अचानक 25,608 तक उछल गया. चढ़ने और गिरने वाले शेयर मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच बाजार ने बढ़त के साथ शुरुआत की. मार्केट ओपन होते समय 229 शेयरों ने तेजी के साथ ओपनिंग की, जबकि करीब 100 कंपनियों के शेयर ऐसे थे, जो अपने पिछले बंद के मुकाबले गिरावट के साथ लाल निशान पर ओपन हुए. इसके अलावा 20 शेयरों की स्थिति में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला. शुरुआती कारोबार में Infosys, Hero MotoCorp, ICICI Bank, TCS और Grasim Industries सबसे ज्यादा चढ़ने वाले स्टॉक्स में आगे रहे. तो वहीं  IndusInd Bank, Asian Paints, Trent, Bharat Electronics और Nestle India के शेयर गिरावट के साथ ओपन हुए. ये 10 शेयर खुलते ही उछले बुधवार को सबसे तेज ओपनिंग करने वाले स्टॉक्स पर नजर डालें, तो टेक कंपनियां इस मामले में आगे रहीं. Infosys Share करीब 2 फीसदी उछलकर खुला, तो वहीं Tata Group की आईटी कंपनी TCS का शेयर भी 1 फीसदी के आस-पास चढ़ गया. बात मिडकैप कैटेगरी की करें, तो Tata Communication Share (2.20%), Escorts Share (2.10%), GMR Airports Share (1.90%) और IGL Share (1.70%) की तेजी लेकर ट्रेड कर रहा था. स्मॉलकैप कंपनियों पर नजर डालें, तो Gabriel Share (20%), Venus Pipes Share (7.39%), IRM Energy Share (7.25%) और Rites Share (7.06%) की तेजी लेकर कारोबार कर रहे था.  

अंगदान को बढ़ावा देने की पहल, MP सरकार करेगी डोनर्स का राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मान

भोपाल अंगदान को महादान की संज्ञा दी जाती है, क्योंकि इसके जरिए एक व्यक्ति जाते-जाते भी कई जिंदगियों को नया जीवन देने की क्षमता रखता है। ऐसे लोग जो अंगदान करते हैं, उनको सम्मानित करने का ऐलान मध्य प्रदेश की मौहन सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की तरफ से जानकारी साझा करते हुए बताया गया कि देहदान अथवा हृदय, लीवर व गुर्दा दान करने वाले महान लोगों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसकी जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर दी। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी लिखित आदेश की कॉपी शेयर करते हुए लिखा- मृत्यु के बाद जीवन का उपहार देना, यह केवल दान नहीं, अमरता है। मध्यप्रदेश सरकार का संकल्प है कि देहदान अथवा हृदय, लीवर व गुर्दा दान करने वाले महान लोगों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी जाएगी, साथ ही उनके परिजनों को 26 जनवरी एवं 15 अगस्त को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाएगा। अर्थात देहदान करने वालों के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने खास इंतजाम किया है, ताकि और लोगों को इसके लिए प्रेरित किया जा सके। इसके अलावा अपने अंगों को दान करने वाले शख्स और उसके परिजनों को इसके लिए सम्मानित महसूस कराया जा सके।  

सरकारी कर्मचारियों को शेयर व म्युचुअल फंड में निवेश की रहेगी अनुमति, इंट्राडे ट्रेडिंग पर रोक

रायपुर सामान्य प्रशासन विभाग ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 में संशोधन अधिसूचित किया है, जिसके तहत भारत सरकार के प्रावधानों की तर्ज पर अब राज्य के शासकीय सेवकों को शेयर (Shares), प्रतिभूतियों (Securities), डिबेंचर्स (Debentures) और म्युचुअल फंड्स (Mutual Funds) में निवेश की अनुमति दी गई है। यह संशोधन नियम 19 में नया उप-खण्ड जोड़ते हुए लागू किया गया है, जिसका उद्देश्य वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। हालांकि, अधिसूचना में यह स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग, बीटीएसटी (BTST), फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) तथा क्रिप्टोकरेंसी जैसे  प्रकृति के निवेश गतिविधियों पर रोक लागू रहेगी।

खाद्य मंत्री राजपूत का ऐलान: 15 जुलाई तक कराएं ई-केवायसी, न चूकें यह अंतिम मौका

भोपाल खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम अंतर्गत सम्मिलित पात्र हितग्राहियों की पहचान सुनिश्चित कर वास्तविक हितग्राहियों को राशन वितरण करने के लिये हितग्राहियों की ई-केवायसी करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया है कि शेष हितग्राहियों की ई-केवायसी कराने तथा मृत तथा अपात्र एवं अस्तित्वहीन हितग्राहियों का मौके पर सत्यापन के बाद उनका नाम हटाने के लिये 1 से 15 जुलाई तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये गये हैं। गौरतलब है कि अभी तक कुल पात्र हितग्राही 5 करोड़ 32 लाख 42 हजार में से 4 करोड़ 75 लाख 66 हजार हितग्राहियों के ई-केवायसी किये जा चुके हैं। इनमें 2 लाख 36 हजार हिताग्राहियों के नाम विलोपित किये गये हैं। इनमें से 54 लाख 40 हजार की ई-केवायसी किया जाना शेष है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित समय-सीमा में ई-केवायसी कराने के लिये जून माह में ई-केवायसी से शेष परिवारों को ई-केवायसी के बाद राशन वितरण की व्यवस्था की गई है। ई-केवायसी से शेष हितग्राहियों का घर-घर जाकर सत्यापन करने के लिये वार्ड प्रभारी/पंचायत सचिव/रोजगार सहायक की ड्यूटी लगाने के निर्देश कलेक्टर्स को दिये गये हैं। ई-केवायसी से शेष हितग्राहियों की सूची उचित मूल्य दुकान/ग्राम पंचायत/वार्ड कार्यालय पर चस्पा की जाएगी। मौके पर उपलब्ध एवं पात्र हितग्राहियों को उचित मूल्य दुकान पर जाकर अथवा “मेरा राशन” एप पर फेस एथेंटिकेशन के माध्यम से ई-केवायसी करने के लिये अवगत कराने और हितग्राही के आधार नंबर में दर्ज नाम, मोबाइल नंबर त्रुटिपूर्ण होने एवं बायोमेट्रिक डाटा अपडेट न होने पर आधार केम्प में जाकर डाटा अपडेट कराने के निर्देश दिये गये हैं। पात्र हितग्राही द्वारा उचित मूल्य दुकान पर ई-केवायसी कराने पर आगामी दिवस में पात्रतानुसार राशन प्राप्त किया जा सकेगा। कलेक्टर्स को निर्देश दिये गये हैं कि ग्राम/वार्ड में सत्यापन के लिये नियत दिनांक की सूचना एक दिन पूर्व हितग्राहियों को विभिन्न माध्यमों से उपलब्ध कराई जाए। ई-केवायसी की मॉनीटरिंग के लिये अनुभाग एवं जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाए, जिसमें सत्यापन दल द्वारा प्रतिदिन की कार्यवाही की जानकारी ली जाए। साथ ही पात्र ई-केवायसी करने में आने वाली समस्याओं का निराकरण किया जाए। शेष हितग्राहियों के ई-केवायसी करने एवं अपात्र/मृत/स्थाई पलायन/दोहरे हितग्राहियों का विलोपन घर-घर जाकर सत्यापन अभियान के संबंध में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों को भी अवगत कराया जाए। शेष हितग्राहियों के ई-केवायसी कराने का अभियान समाप्त होने तक भी ई-केवायसी नहीं होती है, तो यह समझा जाएगा कि या तो व्यक्ति अस्तित्व में नहीं है या फिर उसे राशन की आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में उनके नाम को सूची से विलोपन की कार्यवाही पर विचार किया जा सकेगा।  

परिवहन व्यवस्था को मिलेगी रफ्तार, MP के 6 शहरों में जल्द चलेंगी 582 नई बसें

भोपाल   मध्यप्रदेश में ईवी को को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी 2025 तैयार की गई है। इसमें सरकार के द्वारा छूट देने की व्यवस्था की गई है। बड़े शहरों में परिवहन सेवा के अंतर्गत इलेक्ट्रिक बसें संचालित होंगी। अभी इंदौर में 80 रूटों पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है। सड़कों पर दौड़ेंगी 582 बसें ई-बस सेवा योजना के अंतर्गत 6 शहरों में 582 इलेक्ट्रिक बसों का संचानल तैयार करके प्रस्ताव भेजा गया था। जिसमें केंद्रीय शहरी मंत्रालय दिल्ली से स्वीकृति मिल गई है। इंदौर में 150, भोपाल में 100, ग्वालियर में 100, जबलपुर में 100, सागर में 32 और उज्जैन में 100 इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का प्रस्ताव है। बसों के संचालन के लिए निविदा जारी राज्य के 6 शहरों में बस संचालन के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग के द्वारा निविदा जारी कर दी करके बस ऑपरेटरों का चयन कर लिया गया है। पीएम ई-बस सेवा के अंतर्गत बस डिपो के निर्माण के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें 60 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार द्वारा और शेष 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग सेंटर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा पूरी राशि दी जाएगी। इन शहरों में बनाएं गए चार्जिंग स्टेशन शहरों में लाइट इलेक्ट्रिक व्हीकल के संचालन को बढ़ावा देने के लिए भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर शहर में 34 चार्जिंग स्टेशन पर 190 चार्जिंग पाइंट लगाएं गए हैं। 

अब जरूरी काम के लिए शहर तक आने की आवश्यकता नहीं, मल्हारगंज तहसील के नए भवन में कामकाज शुरू

इंदौर सुपर कॉरिडोर पर बनाए गए मल्हारगंज तहसील के नए भवन में कामकाज शुरू कर दिया गया है। इससे 20 गांवों के किसानों को फायदा होगा और जरूरी काम के लिए शहर तक आने की आवश्यकता नहीं होगी। लंबे समय से किसान नए भवन में कार्यालय शुरू करने की मांग कर रहे थे, जो अब जाकर शुरू हुआ है। यहां पहले दिन ही सर्वर और बिजली की समस्याएं सामने आई। इसके लिए अब ईंवर्टर और नेटवर्क के लिए नए कनेक्शन की व्यवस्था की जा रही है।   दस्तावेज बस्तों में बांधकर नए भवन पहुंचाए मल्हारगंज तहसील का नया भवन करीब एक वर्ष पहले बनकर तैयार हो गया था, लेकिन यहां प्रशासनिक संकुल स्थित तहसील कार्यालय को स्थानांतरित नहीं किया जा रहा था। विगत दिनों मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा भवन का लोकार्पण करने के बाद यहां पर तहसील कार्यालय का सामान स्थानांतरित कर कामकाज शुरू कर दिया गया। तहसील कार्यालय के दस्तावेज बस्तों में बांधकर नए भवन में पहुंचा दिए गए है। किसानों का समय बचेगा वहीं, जिन दस्तावेज की आवश्यकता नहीं थी, उनको रिकॉर्ड रूम में रखवाया गया है। दो मंजिला भवन में तहसील और एसडीएम कार्यालय बनाए गए है। इससे किसानों का समय बचेगा और काम जल्द हो सकेगा। किसान कमल सिंह डाबी का कहना है कि किसानों को नामांतरण, खसरा नकल जैसे कार्यो के लिए मोती तबेला स्थित कलेक्टर कार्यालय जाना पड़ता था। इससे पूरा दिन खराब हो जाता था। अब यहां कुछ घंटों में काम हो जाएगा।