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केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान को उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा में भारतीय भाषा के समावेश के लिए हो रहे कार्यों की जानकारी से भी अवगत कराया

भोपाल  केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने बुधवार को भोपाल में भेंट कर उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा को लेकर सारगर्भित चर्चा की। उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान को "राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020" के परिप्रेक्ष्य में राज्य शासन के नीतिगत निर्णयों, शिक्षा में किए जा रहे कार्यों एवं नवाचारों से अवगत कराया। परमार ने "राष्ट्रीय शिक्षा नीति" के अनुसरण में प्रदेश के समस्त जिलों में स्थापित किए गए प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस और उनमें भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ की स्थापना एवं प्रगति के सम्बंध में अवगत कराया। परमार ने पाठ्यक्रमों में "भारतीय ज्ञान परम्परा" के द्रुतगति से समावेश के लिए विभिन्न कार्यशालाओं एवं संगोष्ठियों से प्राप्त अनुशंसाओं की जानकारी भी दी। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान को उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा में भारतीय भाषा के समावेश के लिए हो रहे कार्यों की जानकारी से भी अवगत कराया। परमार ने विद्यार्थियों के गुणात्मक एवं संज्ञानात्मक विकास के लिए मजबूत आधार तैयार करने, उद्योगजगत की आवश्यकता अनुरूप रोजगारपरक पाठ्यक्रमों की समावेशिता को बढ़ावा देने और देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए किए जा रहे कार्यों एवं प्रगति से भी अवगत कराया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह, सचिव स्कूल शिक्षा डॉ संजय गोयल, आयुक्त तकनीकी शिक्षा अवधेश शर्मा सहित उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।  

बागेश्वर धाम में गुरु पूर्णिमा पर्व की तैयारी में जुटा प्रशासन, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान

छतरपुर  बागेश्वर धाम में 2 से 12 जुलाई तक गुरू पूर्णिमा पर्व पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के जन्मोत्सव कार्यक्रम होने वाला है। इसके अलावा कथा का आयोजन भी हो रहा है। संभावित भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाएं की हैं। प्रशासन ने की चाक चौबंद व्यवस्थाएं विभिन्न राज्यों से आने वाले विशिष्ट अतिथियों और श्रद्धालुओं के लिए ग्राम गढ़ा बागेश्वर धाम में भीड़ प्रबंधन, कानून व्यवस्था, साफ-सफाई, सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेटों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसडीएम राजनगर को संपूर्ण कानून व्यवस्था और आयोजकों से समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि एसडीओपी खजुराहो को कानून, सुरक्षा, यातायात और पार्किंग व्यवस्था का दायित्व दिया गया है। कार्यक्रम स्थल पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। विभिन्न राज्यों से आएंगे श्रद्धालु छतरपुर जिला मजिस्ट्रेट ने गुरू पूर्णिमा पर्व, पडित धीरेंद्र शास्त्री के जन्मोत्सव कार्यक्रम और कथा आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों से विशिष्ट अतिथियों व श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई है। इसे देखते हुए ग्राम गढ़ा बागेश्वर धाम में भीड़ प्रबंधन और कानून व्यवस्था के मद्देनजर कार्यपालिक मजिस्ट्रेटों को नियुक्त किया गया है। आवश्यक भीड़ नियंत्रण व कानून व्यवस्था के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसडीएम ने दिए आदेश एसडीएम राजनगर को संपूर्ण कानून व्यवस्था और आयोजकों से आवश्यक समन्वय करने व प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसडीओपी खजुराहो को कानून, सुरक्षा व्यवस्था सहित यातायात और पार्किंग व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। दुकानों और होम स्टे से ज्वलनशील पदार्थों को हटाने के लिए कहा गया है। पार्किंग से लेकर मंच के लिए व्यवस्थाएं पार्किंग स्थल की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। आवारा पशुओं से बचाव की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। मंच निर्माण एवं पंडाल की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर अबाध विद्युत आपूर्ति रखने के लिए कहा गया है। मंच पर विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने, लूज वायरिंग न हो, मरम्मत दल मौजूद हो, इस बात का ध्यान रखने के लिए कहा गया है। पेयजल के लिए टैंकर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। केटल वाहन, फायर ब्रिगेड एवं चलित शौचालय उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। राउंड द क्लॉक रहेगी डॉक्टर्स की ड्यूटी कार्यक्रम में चिकित्सकों की राउंड द क्लॉक ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। दो एंबुलेंस मय चिकित्सकीय दल के मौजूद रहने के लिए कहा गया है। भंडारे में तैयार भोजन की जांच और सैंपलिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को 2 से 12 जुलाई तक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला कमांडेंट होमगार्ड को आपदा प्रबंधन संबंधी तैयारी करने के लिए कहा गया है। आरटीओ को स्थल पर आवागमन में वाहनों की चेकिंग और यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं।  

पैरा खिलाड़ी सुश्री तिवारी की राह हुई आसान, स्पोर्ट व्हीलचेयर से खेलों में कर सकेंगी श्रेष्ठ प्रदर्शन

भोपाल पैरा एथलीट सुश्री मनस्विता तिवारी अब और भी अच्छा प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकेंगी। उज्जैन कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह के निर्देश पर एवं सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण विभाग द्वारा पैरा खिलाड़ी सुश्री मनस्विता तिवारी को मंगलवार को जनसुनवाई में स्पोर्ट्स व्हीलचेयर प्रदान की गई है। उल्लेखनीय है कि सुश्री तिवारी पैरा एथलीट हैं और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। मनस्विता तिवारी की माता श्रीमती कल्पना तिवारी ने बताया कि मनस्विता पैरा स्विमिंग, पैरा कैनोइंग, ताइक्वांडो खिलाड़ी है। मनस्विता ने पैरा स्विमिंग व पैरा कैनोइंग में राष्ट्रीय खेलों में 17 गोल्ड मेडल, 5 सिल्वर मेडल तथा 3 कांस्य पदक प्राप्त किए हैं। वही ताइक्वांडो में 01 स्वर्ण पदक व 1 रजत पदक प्राप्त किया है। मनस्विता की बचपन से ही खेलों में विशेष रुचि रही है। वह दिव्यांग है लेकिन अपनी इस कमी को ही अपनी ताकत बनाकर वह क्षेत्र व देश का नाम रोशन कर रही है। मनस्विता को अपने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये स्पोर्ट्स व्हीलचेयर की बहुत आवश्यकता थी, उनकी माता इसे उपलब्ध कराने में समर्थ नहीं थीं। उन्होंने जन सुनवाई में कलेक्टर उज्जैन से बात की कि शासन द्वारा यदि बेटी को व्हीलचेयर मिल सके तो वह और अधिक श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकेगी। कलेक्टर ने सुश्री मनस्विता को स्पोर्ट्स व्हीलचेयर उपलब्ध कराये जाने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए। सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जयती सिंह द्वारा मनस्विता को व्हीलचेयर उपलब्ध करवाई गई। मनस्विता की माता श्रीमती कल्पना तिवारी ने इस अप्रतिम सहयोग के लिए राज्य शासन का आभार व्यक्त किया है। 

कोलकाता रेप केस में चौंकाने वाले खुलासे, पीड़िता की मेडिकल जांच में जबरन यौन संबंध, काटने के निशान और खरोंच के निशान पाए गए

    कोलकाता  पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में कसबा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. 25 जून को कॉलेज परिसर के सिक्योरिटी गार्ड के कमरे में हुई इस जघन्य वारदात ने न केवल कानून के मंदिर की पवित्रता को कलंकित किया, बल्कि कॉलेज में लंबे समय से दबदबा बनाए हुए मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि को भी उजागर किया. इस मामले में पीड़िता की शिकायत, मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. इस घटना ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के छात्र संगठन से जुड़े मनोजीत के राजनीतिक रसूख और कॉलेज प्रशासन की नाकामी पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. आइए, इस मामले में हुए 10 नए खुलासों पर नजर डालते हैं… 1. पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि गैंगरेप से पहले उसे पैनिक अटैक हुआ और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. उसने अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई, लेकिन मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा ने अपने साथी जैब अहमद से इनहेलर लाने को कहा. पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने कोर्ट में खुलासा किया कि इनहेलर पीड़िता की मदद के लिए नहीं, बल्कि उसकी हालत सुधारने के बाद उसे फिर से यातना देने के लिए लाया गया था. पीड़िता ने इनहेलर लेने के बाद कुछ राहत महसूस की और भागने की कोशिश की, लेकिन मुख्य गेट लॉक होने के कारण वह असफल रही. 2. कोलकाता पुलिस ने कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल स्टोर की फुटेज हासिल की है, जिसमें जैब अहमद को 25 जून की रात 8:29 बजे इनहेलर खरीदते देखा गया. मेडिकल स्टोर के मालिक ने बताया कि जैब ने 350 रुपये का भुगतान यूपीआई के जरिए किया. पीड़िता की मेडिकल जांच में जबरन यौन संबंध, काटने के निशान और खरोंच के निशान पाए गए, जो उसके प्रतिरोध की पुष्टि करते हैं. मनोजीत के शरीर पर भी ताजा खरोंच और चोट के निशान मिले, जो पीड़िता के संघर्ष का सबूत हैं. 3. पुलिस ने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा (31), दो छात्रों जैब अहमद (19) और प्रमित मुखर्जी (20), और सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी को कल अलीपुर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने मनोजीत और दो छात्रों को 8 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है, जबकि गार्ड की हिरासत 4 जुलाई तक बढ़ाई गई है. पुलिस का कहना है कि जांच अभी अधूरी है और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है. 4. मनोजीत मिश्रा साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र और टीएमसी छात्र संगठन का पदाधिकारी है. एक ‘हिस्ट्री-शीटर’ रह चुका है. उसके खिलाफ कोलकाता के कालीघाट, कसबा, अलीपुर, हरिदेवपुर और टॉलीगंज थानों में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें 2019 में कॉलेज में एक छात्रा के कपड़े फाड़ने, 2020 में चोरी, 2022 में छेड़छाड़ और 2024 में सिक्योरिटी गार्ड पर हमला और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोप शामिल हैं. 5.  रिपोर्ट के मुताबिक, एक पूर्व छात्रा ने बताया कि मनोजीत कॉलेज में सभी के लिए डर का कारण था. उसने कई छात्राओं को परेशान किया, उनकी तस्वीरें मॉर्फ कीं और व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर कीं. एक अन्य छात्रा ने इंडिया टुडे को बताया कि दो साल पहले एक कॉलेज ट्रिप के दौरान मनोजीत ने उसके साथ छेड़छाड़ की और विरोध करने पर उसे और उसके परिवार को धमकी दी. कम से कम 15 छात्राओं के साथ उसकी हरकतों की शिकायतें सामने आई हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. 6. पुलिस ने मनोजीत के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स की जांच की, जिसमें पता चला कि घटना के अगले दिन सुबह उसने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. नयना चटर्जी से बात की थी. पुलिस ने उपप्राचार्य से दो बार पूछताछ की है और इस बातचीत के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रही है. यह खुलासा मामले में कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाता है. 7. साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज ने मनोजीत मिश्रा की अस्थायी नौकरी समाप्त कर दी है और जैब अहमद व प्रमित मुखर्जी को निष्कासित कर दिया. कॉलेज ने अनिश्चितकाल के लिए कक्षाएं निलंबित कर दी हैं. गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष और टीएमसी विधायक अशोक कुमार देब ने कहा कि सिक्योरिटी एजेंसी को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. 8. मनोजीत मिश्रा के टीएमसी छात्र संगठन (TMCP) के दक्षिण कोलकाता जिला संगठन सचिव होने की वजह से यह मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया है. बीजेपी ने मनोजीत की तस्वीरें टीएमसी नेताओं, जैसे अभिषेक बनर्जी और चंद्रिमा भट्टाचार्जी के साथ शेयर कर सरकार पर निशाना साधा. टीएमसी ने दावा किया कि मनोजीत का संगठन से कोई सक्रिय संबंध नहीं था और उसे कड़ी सजा दी जाएगी. 9. अलीपुर कोर्ट में सुनवाई के दौरान सैकड़ों वकील बिना अनुमति कोर्ट रूम में घुस आए, जिससे हंगामा मच गया. एक पक्ष ने आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग की, जबकि दूसरा पक्ष निष्पक्ष जांच की वकालत कर रहा था. मनोजीत के वकील ने दावा किया कि यह मामला उनके मुवक्किल के खिलाफ साजिश है और पुलिस को पीड़िता का फोन और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच करनी चाहिए. 10. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में कॉलेज परिसर में शाम 4 बजे के बाद मौजूद 16 लोगों की सूची तैयार की है, जिनमें से 6 से पूछताछ की जा चुकी है. जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस वारदात में और लोग शामिल थे. एक छोटा वीडियो क्लिप (1 मिनट 30 सेकंड) भी बरामद हुआ है, जो पीड़िता के बयान की पुष्टि करता है.

राजस्थान में भी दिल्ली AIIMS की तर्ज पर बनेगा RIMS, सरकार लाने जा रही विधेयक

जयपुर देश के शीर्ष मेडिकल संस्थान एम्स की तरह ही राजस्थान में RIMS बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने AIIMS दिल्ली के साथ एमओयू का प्रारूप तय कर लिया है, जो कि जल्द ही साइन हो जाएगा। इसे तैयार करने में AIIMS दिल्ली के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी है। मेडिकल एज्यूकेशन विभाग के सचिव अंबरीश कुमार ने बताया कि RIMS में कैसे उपकरण होने चाहिए, कैसा स्पेशलाइजेशन होना चाहिए, कैसे हम AIIMS क्वालिटी की फैकल्टी को हॉयर कर सकें इन सब चीजों में AIIMS के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।   AIIMS की तर्ज पर लाया जाएगा विधेयक  अंबरीश कुमार ने बताया कि AIIMS की तर्ज पर राजस्थान में भी RIMS को एक इंडिपेंडेंट इंस्टिट्यूट बनाया जा सके, इसके लिए ड्रॉफ्ट एक्ट बनाया गया है। इसके लिए सरकार ने AIIMS के एक्ट को ही कॉपी किया है। यह विधेयक अभी विधि विभाग के पास वेटिंग के लिए गया हुआ है। जल्द ही इसे राज्य सरकार की तरफ से पारित किया जाएगा। खुद ही कॉलेज और यूनिवर्सिटी होगा RIMS अंबरीश कुमार ने बताया कि यह एक अनोखा इंस्टिट्यूट होगा, जो खुद ही अपने आप में कॉलेज व यूनिवर्सिटी दोनों होगा। अभी राजस्थान में बाकी मेडिकल कॉलेज राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज (RUHS)से संबद्ध हैं। इनकी डिग्री RUHS से आती है। इसी तरह से RIMS खुद की डिग्री देगा। यह खुद ही पढ़ाई करवाएगा, खुद ही अपना सिलेबस सेट करेगा। यह AIIMS, IIT पैटर्न पर प्रदेश का पहला इंस्टिट्यूट होगा।

जूनियर बॉयज फुटबाल यूपी टीम का मेरठ में 4 और 5 जुलाई को हाेगा चयन

मुरादाबाद उत्तर प्रदेश फुटबॉल संघ के निर्देश पर जूनियर बॉयज फुटबाल यूपी टीम की चयन प्रक्रिया चार और पांच जुलाई को स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ के फिज़िकल एजुकेशन विभाग में प्रातः छह बजे से आरम्भ होगी। टीम में चयन के लिए ट्रायल तीन जुलाई काे एमपीएस मुरादाबाद के मैदान में किया जाएगा। इस चयन प्रक्रिया में 1 जनवरी 2010 से 31 दिसंबर 2011 के मध्य के जन्म लेने वाले खिलाड़ी ही प्रतिभाग कर सकते हैं। यह जानकारी बुधवार काे ज़िला फुटबॉल एसोसिएशन मुरादाबाद के महासचिव मुहम्मद नासिर कमाल ने मीडिया काे दी। ज़िला फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव ने आगे बताया कि इच्छुक खिलाड़ी ट्रायल में भाग लेने के लिए गुरुवार काे अपरान्ह तीन बजे एमपीएस मुरादाबाद के फुटबॉल मैदान पर सभी प्रपत्र, जिसमें नगर निगम की ओर से जारी आयु प्रमाण पत्र जन्म के एक वर्ष के भीतर जारी किया गया हो, आधार कार्ड, 4 रंगीन पासपोर्ट साइज़ फोटो, एआइएफएफ की पंजीयन शुल्क 118 रुपये एवं खेल किट व सभी मूल पत्रों के साथ उनकी छाया प्रति लेकर ज़िला फुटबॉल एसोसिएशन मुरादाबाद के सहायक सचिव आमिर मिर्ज़ा व सुरेंद्रपाल सिंह, महिला विंग की सचिव माधुरी देवी से सीआरएस पंजीयन के लिए संपर्क करें। चयन के लिए केवल उन्हीं खिलाड़ियों को अनुमति पत्र दिया जायेगा जो अपना पंजीयन करा लेंगे। चयन में जाने वाले खिलाड़ी अपना प्रयोग में आने वाला सभी सामान साथ लेकर जायेंगे ताकि चयनित होने पर कोई असुविधा ना हो। चार और पांच जुलाई को चयनित टीम का प्रशिक्षण छह जुलाई से 20 जुलाई तक स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ के फिज़िकल एजुकेशन विभाग में होगा।  

विंबलडन 2025: फ्रेंच ओपन चैंपियन कोको गॉफ पहले ही दौर में बाहर

लंदन फ्रेंच ओपन 2025 की चैंपियन कोको गॉफ विंबलडन के पहले ही राउंड में चौंकाने वाली हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। अमेरिका की नंबर 2 वरीयता प्राप्त गॉफ को यूक्रेन की गैरवरीय डयाना यास्त्रेम्स्का ने सीधे सेटों में 7-6(3), 6-1 से हरा दिया। यह मुकाबला मंगलवार देर रात को प्रतिष्ठित नंबर 1 कोर्ट पर खेला गया। 21 वर्षीय गॉफ इस हार के साथ ओपन एरा में केवल तीसरी महिला बन गई हैं, जो फ्रेंच ओपन जीतने के बाद अगले ही ग्रैंड स्लैम यानी विंबलडन के पहले दौर में हार गईं। इससे पहले यह दुर्भाग्य जस्टिन हेनेन (2005) और फ्रांसेस्का स्कियावोने (2010) को झेलना पड़ा था। गॉफ के लिए यह मुकाबला बेहद निराशाजनक रहा। उन्होंने केवल छह विनर लगाए, जबकि 29 अनफोर्स्ड एरर किए, जिनमें नौ डबल फॉल्ट शामिल थे। वहीं यास्त्रेम्स्का ने 16 विनर लगाते हुए दबदबे के साथ मुकाबला अपने नाम किया। गॉफ का ग्रास कोर्ट पर खराब रिकॉर्ड जारी रोनाल्ड गैरोस की लाल मिट्टी पर कुछ हफ्ते पहले ही गॉफ ने नंबर 1 आर्यना सबालेंका को हराकर अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। इससे पहले उन्होंने 2023 यूएस ओपन में भी खिताब अपने नाम किया था। लेकिन विंबलडन, जहां उन्होंने 2019 में 15 साल की उम्र में वीनस विलियम्स को हराकर सनसनी मचाई थी, उनके लिए अब तक सबसे कमजोर ग्रैंड स्लैम साबित हुआ है। वह यहां अभी तक सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच सकी हैं और पिछले तीन वर्षों में यह दूसरी बार है जब वह पहले ही राउंड में बाहर हुई हैं। यास्त्रेम्स्का का आत्मविश्वास दिखा गॉफ के खिलाफ यह यास्त्रेम्स्का की पहली जीत थी। इससे पहले तीन मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 42वीं रैंक की यास्त्रेम्स्का ने कहा, “मैं आज काफी लय में थी। कोको के खिलाफ खेलना अपने आप में खास होता है।” यास्त्रेम्स्का ने हाल ही में नॉटिंघम में एक ग्रास कोर्ट टूर्नामेंट के फाइनल तक का सफर तय किया था, जिससे उन्हें आत्मविश्वास मिला। उन्होंने कहा, “मुझे घास पर खेलना बहुत पसंद है। इस बार ऐसा लग रहा है जैसे घास से मेरी दोस्ती हो गई है।”  इस जीत के साथ यास्त्रेम्स्का ने न केवल एक बड़ी उलटफेर को अंजाम दिया, बल्कि टूर्नामेंट में अपने अभियान को भी नई उड़ान दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह यहां से कितनी दूर तक जा पाती हैं।  

महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, राहुल गांधी के करीबी नेता कुणाल पाटिल ने छोड़ी पार्टी

मुंबई  भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की महाराष्ट्र इकाई के नए अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने कार्यभार संभालते ही विपक्षी कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया. रवींद्र चव्हाण की मौजूदगी में महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुणाल पाटिल ने हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. कुणाल का कांग्रेस छोड़ना उत्तर महाराष्ट्र और धुले में ग्रैंड ओल्ड पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. कुणाल पाटिल की गिनती लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबियों में होती थी. कुणाल पाटिल धुले ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. हफ्तेभर पहले कुणाल पाटिल की रवींद्र चव्हाण के साथ सीक्रेट मीटिंग की खबर आई थी. तब ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कुणाल सीएम देवेंद्र फडणवीस और रवींद्र चव्हाण की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. हालांकि, तब कुणाल पाटिल ने बीजेपी में जाने की अटकलों को खारिज कर दिया था. मुलाकात की बात स्वीकार करते हुए कुणाल पाटिल ने कहा था कि वह अपने निजी काम के सिलसिले में रवींद्र चव्हाण से मिले थे. अब कुणाल बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी पर तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस का जनता से जुड़ाव कम हो गया है. धुले में कुणाल पाटिल का मजबूत प्रभाव कुणाल पाटिल का धुले के साथ ही उत्तर महाराष्ट्र के आसपास के जिलों में भी मजबूत प्रभाव माना जाता है. उनकी पहचान सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में है और युवा वर्ग के बीच उनका अपना आधार है. कुणाल का पार्टी छोड़ना, बीजेपी में शामिल होना विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अब निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव करीब हैं और बीजेपी ने अब दूसरे दलों के मजबूत नेताओं को अपने पाले में लाने की कोशिशें भी तेज कर दी हैं. रवींद्र चव्हाण के महाराष्ट्र बीजेपी की कमान संभालने के बाद दूसरे दलों से नेताओं के बीजेपी में आने का सिलसिला और तेज होने के आसार हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी रवींद्र चव्हाण पहली फडणवीस कैबिनेट में मंत्री थे. वह एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में भी मंत्री थे. ठाणे जिले के डोंबिवली से आने वाले चार बार के विधायक रवींद्र चव्हाण की इमेज मुश्किल मसलों के त्वरित समाधान निकालने वाले नेता की है.  

कपड़ा उद्योग को नई गति देने के लिए धार में 2158 एकड़ भूमि पर विकसित हो रहा पीएम मित्र पार्क

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री मोदी का माना आभार केंद्र सरकार से मिली पीएम मित्र पार्क की सौगात – प्रदेश के विकास और कपड़ा  उद्योग में नए युग का शुभारंभ – मुख्यमंत्री डॉ. यादव पीएम मित्र पार्क के प्रथम चरण में विकास कार्यों की प्रक्रिया प्रारम्भ कपड़ा उद्योग को नई गति देने के लिए धार में 2158 एकड़ भूमि पर विकसित हो रहा पीएम मित्र पार्क भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धार जिले में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री मित्र पार्क के प्रथम चरण में अधोसंरचना विकास की प्रक्रिया आरंभ होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह का हृदय से आभार माना है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा धार की 2158 एकड़ भूमि पर लगभग 2050 करोड़ की लागत से विकसित हो रहे पीएम मित्र पार्क के लिए हाल ही में 773 करोड़ रुपए लागत के टेंडर जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह पहल मध्यप्रदेश में कपड़ा उद्योग (टेक्सटाइल सेक्टर) को नई गति प्रदान करेगी। मध्यप्रदेश लगातार विकसित राज्य बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई पीएम मित्र पार्क की सौगात निश्चित रूप से प्रदेश के विकास और कपड़ा उद्योग में नए युग का शुभारंभ करेगी।  

2161 करोड़ का शराब घोटाला : लखमा के साथ एक बड़े कांग्रेसी नेता को भी हर महीने में मिलता 20 करोड़

रायपुर  छत्तीसगढ़ के 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में बड़े अहम और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. ईओडब्ल्यू के पूरक चालान के मुताबिक, पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के अलावा एक अन्य बड़े कांग्रेसी नेता को महीने में दो बार 10-10 करोड़ रुपए मिलते थे. यही नहीं शराब घोटाले से मिली रकम में से 1500 करोड़ रुपए पार्टी फंड के नाम पर दिया गया है, हालांकि, डायरी में इस बात का उल्लेख नहीं है कि किस पार्टी को यह फंड दिया गया है, जिसकी पड़ताल में ईओडब्ल्यू जुटी हुई है. जांच एजेंसी ने चार्जशीट में बताया कि फरवरी 2019 से आबकारी विभाग में भ्रष्टाचार शुरू हुआ. शुरुआती महीने में 800 पेटी शराब से भरी ट्रक डिस्टलरी से हर माह निकलती थी. एक पेटी को 2840 रुपए में बेचा जाता था. उसके बाद हर माह 400 ट्रक शराब की सप्लाई शुरू हो गई. अबकी बार प्रति पेटी शराब 3880 रुपए में बेचा जाने लगा. ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि साल में 60 लाख से ज्यादा पेटियां अवैध रूप से बेची गई. 15 जिलों में खपाई जाती थी अवैध शराब दो नंबर की शराब बेचने के लिए राज्य को 8 जोन में बांटकर 15 जिलों को चुना गया था. यहाँ की दुकानों में फैक्ट्री से ही डुप्लीकेट होलोग्राम लगकर शराब आती थी. सिंडीकेट में शामिल अरविंद सिंह का भतीजा अमित सिंह, अनुराग ट्रेडर्स से जुड़े अनुराग द्विवेदी, सत्येंद्र प्रकाश गर्ग, नवनीत गुप्ता ने ओवर बिलिंग और बिना बिल के शराब की बोतल की सप्लाई की. अमित अपने साथी दीपक दुआरी और प्रकाश शर्मा के साथ मिलकर डुप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई करता था. कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया की सुमित फैसिलिटीज कंपनी के कर्मचारी ही डुप्लीकेट होलोग्राम लगाते थे. इसके एवज में 8 पैसा प्रति होलोग्राम कमीशन लिया जाता था. वसूली के लिए बनी थी अलग टीम शराब घोटाले का पैसा कलेक्ट करने के लिए एक अलग टीम काम करती थी, जिसमें विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू, सिद्धार्थ सिंघानिया अमित सिंह समेत कई लोग शामिल थे. एक साल बाद सिस्टम बदल दिया गया और प्लेसमेंट कंपनी के जरिए पैसों का कलेक्शन होने लगा. घोटाले का पैसा हवाला के जरिए दिल्ली, मुंबई और कोलकाता भेजा गया. इसमें कारोवारी सुमित मालू और रवि बजाज शामिल थे. दोनों ने पूछताछ में यह कबूल किया है. रकम बस, टैक्सी और मालवाहक से भेजा गया. पत्नियों के नाम पर कंपनी बनाकर किया खेल शराब घोटाले में दो अहम किरदारों ने इस काले कारोबार में अपनी पत्नियों के नाम का इस्तेमाल किया. घोटाले में शामिल आबकारी सचिव अरुणपति त्रिपाठी ने अपनी पत्नी मंजूलता त्रिपाठी के नाम पर रतनप्रिया मीडिया प्राइवेट कंपनी रजिस्टर कराई. इस कंपनी ने डुप्लीकेट होलोग्राम बनाने वाली कंपनी को 50 लाख में सॉफ्टवेयर बेचा था. वहीं अरुणपति त्रिपाठी के करीबी निलंबित बीएसपी कर्मी अरविंद सिंह ने अपनी पत्नी पिंकी सिंह के नाम पर अदीप एम्पायर और माउंटेन व्यू इंटरप्राइजेज कंपनी रजिस्टर कराई. फिर इस कंपनी के नाम से शराब का कारोबार करने लगे. पूरा काम अरविंद का भतीजा अमित सिंह देखता था. इसी तरह टुटेजा परिवार और ढेबर परिवार का नाम भी इसमें सामने आया है. उनके नाम से कारोबार निवेश की भी जांच एजेंसी को मिली है.