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कक्षा-6 की पाठ्य-पुस्तक एवं राष्‍ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा पर शिक्षकों का प्रशिक्षण

भोपाल राज्य शिक्षा केंद्र, स्‍कूल शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत शिक्षकों के सतत व्यावसायिक विकास की दिशा में सेवाकालीन प्रशिक्षण इन दिनों चल रहा है। यह प्रशिक्षण अकादमिक वर्ष 2025-26 में एनसीईआरटी की कक्षा-6 की नवीन पाठ्य-पुस्तक पर केन्द्रित है। प्रशिक्षण प्रदेश के विकासखण्ड मुख्यालयों पर चल रहा है। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा एक्सिस बैंक के सीएसआर फण्ड सहयोग से कार्यरत संस्‍था ‘पीपल’ द्वारा यह प्रशिक्षण संचालित किया जा रहा है। प्रदेश के 60 हजार से अधिक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला में सहभागिता कर रहे हैं। उल्‍लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण के तहत जून माह में राज्य स्तर पर 36 एसआरजी एवं लगभग 2 हज़ार मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण आयोजित किया जा चुका है। मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जो जुलाई के द्वितीय सप्ताह तक जारी रहेगा। इस प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकगण राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एवं राष्‍ट्रीय पाठयचर्या रूपरेखा स्‍कूल शिक्षा पर आधारित पाठ्य-पुस्तकों के अध्‍यापन के लिए उचित शिक्षण विधियां तय कर सकेंगे। इस प्रशिक्षण के बाद शिक्षक नई शिक्षा नीति की मंशानुरूप कक्षा में शिक्षण कार्य को प्रभावी रूप से लागू कर सकेंगे। एनसीईआरटी द्वारा “सभी बच्चों को उच्चतम गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने” को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष कक्षा-6 की गणित, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान की नवीन पुस्तकें तैयार की गई हैं। इन पुस्तकों को प्रदेश में इस अकादमिक वर्ष से क्रियान्वयन में लाया जा रहा है।  

रूस-पाकिस्तान में रेल समझौता, सेंट्रल एशिया तक कनेक्टिविटी बढ़ाने की तैयारी

इस्लामाबाद, मॉस्को भारत के मित्र देश कहने जाने वाले रूस से पाकिस्तान ने एक बड़ा समझौता करने में सफलता पाई है। इसके तहत रूस और सेंट्रल एशिया तक पाकिस्तान से ट्रेनों के जरिए कनेक्टिविटी होगी। इसके अलावा सड़क मार्ग से भी पाकिस्तान से लेकर रूस और सेंट्रल एशिया तक पहुंचा जा सकेगा। चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन से इतर आयोजित मीटिंग के दौरान पाकिस्तान के संचार मंत्री अब्दुल अलीम खान और रूस के परिवहन मंत्री आंद्रे सेरगेविच निकितिन के बीच इस अग्रीमेंट को लेकर सहमति बनी। दोनों नेताओं ने कहा कि इससे रूस और पाकिस्तान के बीच आर्थिक एवं व्यापारिक सहयोग बढ़ेगा। इस अग्रीमेंट को पाकिस्तान अपनी बड़ी सफलता के तौर पर प्रचारित कर रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि इस समझौते से हमारा देश एक बड़ा ट्रांजिट हब बन जाएगा। इससे कारोबारी गलियारा बनेगा और माल की आवाजाही आसान हो सकेगी। रूस और सेंट्रल एशिया तक पहुंचना आसान होगा। रूस के मंत्री आंद्रे निकितिन ने कहा कि रूस और पाकिस्तान के सहयोग में वह ताकत है कि क्षेत्रीय समीकरण बदल जाएंगे। उन्होंने कहा कि रूस की यह प्रतिबद्धता है कि पाकिस्तान के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाई जाए और कारोबार में भी इजाफा हो। बता दें कि रूस के साथ समझौते के लिए पाकिस्तान लगातार कोशिश करता रहा है। यही नहीं बीते कुछ सालों में जब भारत ने बड़े पैमाने पर रूस से तेल खरीदा तो पाकिस्तान ने भी उससे संपर्क साधा था। हालांकि रूस ने पाकिस्तान को सस्ता तेल देने से इनकार कर दिया था। बता दें कि रूस का भारत के साथ भी एक समझौता है, जिसके तहत इंटरनेशनल नॉर्थ साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है। इस कॉरिडोर के माध्यम से भारत की पहुंच सीधे यूरोप तक हो सकती है। माना जा रहा है कि इसी प्रतिस्पर्धा के कारण पाकिस्तान ने रूस के साथ यह करार किया है।  

भोपाल में जैट पेचर तकनीक से सड़कों के गड्ढे भरने के कार्य का प्रदर्शन

भोपाल नगरीय प्रशासन एवं आवास आयुक्त श्री संकेत भोंडवे की उपस्थिति में शुक्रवार को राजधानी भोपाल के ई-7 क्षेत्र में जैट पेचर तकनीक के माध्यम से नगरीय क्षेत्रों में सड़कों पर गड्ढों को भरने के कार्य का डेमोन्स्ट्रेशन किया गया। आयुक्त श्री भोंडवे ने बताया कि यह अत्याधुनिक मशीन नगरीय क्षेत्रों में सड़कों के गड्ढों से नागरिकों को शीघ्र राहत दिलाने में उपयोगी सिद्ध होगी। यह तकनीक कम समय में, परिशुद्धता के साथ गड्ढे भरने का कार्य करती है। इसमें सड़क निर्माण सामग्री का विशेष मिश्रण प्रयुक्त होता है, जो प्रेशराइज इंजेक्शन तकनीक पर आधारित है। डेमोन्स्ट्रेशन के अवसर पर नगर निगम की अपर आयुक्त सुश्री टीना यादव, प्रमुख अभियंता श्री प्रदीप मिश्रा, अधीक्षण यंत्री श्री जीवेन्द्र सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। 

संघर्ष से सफलता तक : भोपाल के बालिका गृह की कुछ खास बच्चियाँ गौरव की प्रतीक बनी

भोपाल भोपाल के बालिका गृह की कुछ खास बच्चियाँ गौरव की प्रतीक बन गई हैं। इन बच्चियों ने ‘फर्स्ट एशियन चेस फॉर फ्रीडम चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया और यह साबित कर दिया कि हालात चाहे जैसे भी हों, हौसले अगर बुलंद हों तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता। शुक्रवार को इन चैम्पियन बच्चियों ने महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया से मुलाकात की, तो माहौल भावनाओं से भर गया। आँखों में चमक, चेहरे पर आत्मविश्वास और मन में कुछ कर दिखाने की आग, हर बच्ची की मुस्कान एक नई कहानी कह रही थी। मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने बच्चियों को बधाई दी और कहा कि ये सिर्फ एक जीत नहीं, ये समाज के लिए एक संदेश है कि हर बच्ची, चाहे वह किसी भी परिस्थिति में जन्मी हो, अगर उसे अवसर मिले तो वह सितारों को छू सकती है।उन्होंने बच्चियों का न केवल हौसला बढ़ाया बल्कि यह भी भरोसा दिलाया कि उनके सपनों को साकार करने के लिए सरकार हरसंभव मदद करेगी। सुश्री भूरिया ने कहा कि ये बेटियाँ अब सिर्फ बालिका गृह की बच्चियाँ नहीं रहीं। अब वे प्रेरणा बन चुकी हैं, उन लाखों बच्चों के लिए, जो अपने जीवन को एक नई दिशा देना चाहते हैं। आयुक्त महिला बाल विकास श्रीमती सूफिया फारुकी वली ने कहा कि इन बच्चों को प्रोत्साहन देना, इनका सबसे बड़ा सम्मान है। मिशन वात्सल्य की टीम के मोटिवेशन के साथ इन बच्चियों ने लगन और मेहनत से ये अपार सफलता प्राप्त की है। उन्होंने बच्चियों को बधाई देते हुए कहा कि आपने जीवन की निराशा को आशा में बदलकर अपने भविष्य को गढ़ा है। उल्लेखनीय है कि 1st एशियन चेस फॉर फ्रीडम चैंपियनशिप ऑनलाइन चैंपियनशिप है। इसमें चार महाद्वीपों के 15 देशों ने भाग लिया। इंडियन ऑयल की परिवर्तन प्रिजन टू प्राइम के तहत इन बच्चियों को चेस खेल का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक श्री अभिजीत कुंटे ने बताया कि पहली बार जब मैं इन बच्चियों को प्रशिक्षण देने गया तो सब डरी सहमी थी, पर इनके जज्बे को सलाम है। इनकी लगातार 3-6 महीने की मेहनत ने इन्हें चैंपियन बना दिया है। श्री कुंटे ने कहा कि अब बालिकाएं अक्टूबर में वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेंगी। इस मुलाक़ात में बच्चियों ने बताया कि कैसे शतरंज ने उन्हें धैर्य, रणनीति और आत्मविश्वास सिखाया। वे चाहती हैं कि आने वाले समय में वे और भी बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लें और देश के लिए खेलें। उनकी देखभाल में जुटे प्रशिक्षकों और बाल संरक्षण अधिकारियों की आँखों में भी गर्व और संतोष था, मानो उनके प्रयासों को आज असली मुकाम मिला हो।  

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- सिंगरौली प्रदेश का सीमावर्ती, खनिज सम्पन्न और सर्वप्रिय जिला है

503 करोड़ रुपए से अधिक लागत वाले 54 कार्यों का हुआ लोकार्पण एवं भूमि-पूजन गुरु पूर्णिमा पर स्कूल भवनों सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण सिंगरौली जिले के सरई में हुआ महिला सशक्तिकरण एवं जनजातीय गौरव सम्मेलन भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सिंगरौली प्रदेश का सीमावर्ती, खनिज सम्पन्न और सर्वप्रिय जिला है। सिंगरौली को शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने वाली है। अगले साल से यहां पढ़-लिखकर डॉक्टर निकलेंगे। आज प्रदेशभर के 94 हजार 234 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप की राशि ट्रांसफर की गई है। इसमें 60 प्रतिशत छात्राएं और 40 प्रतिशत छात्र शामिल हैं। राज्य सरकार जनजातीय अंचल में सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। बीते 2 साल में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को 15 हजार से अधिक स्कूटी बांटी गई हैं। हमारी सरकार सबके चतुर्दिक विकास के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को सिंगरौली जिले के सरई गांव में महिला सशक्तिकरण तथा जनजातीय गौरव सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुरु हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। कुछ दिनों बाद 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है, इस दिन प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज, हॉस्टल सहित बच्चों की सुविधा से जुड़े निर्माण कार्यों का एक साथ लोकार्पण होगा। शासकीय स्कूलों के बच्चों को साइकिल, ड्रेस और किताबों का वितरण भी किया जाएगा। भागवत गीता से मध्यप्रदेश का संबंध है। वृंदावन ग्राम बनाकर भगवान श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता को जीवंत करना है। बच्चे पढ़ाई करके कहीं भी जाएं, पर अपने गरीब मित्र को न भूलें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विपक्षी दल की सरकार के समय प्रदेश में बेटे-बेटियों के लिंगानुपात में बड़ा अंतर था। हमारी सरकार में लाड़ली बेटी जन्म से ही लखपति हो, इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश से हुई। बेटियाँ जब 18 वर्ष की उम्र पूरी करेंगी, तो सरकार की ओर से उन्हें एक-एक लाख रुपए से अधिक राशि दी जाएगी। राज्य सरकार लाड़ली बहनों और स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को और अधिक सशक्त करने के लिए कार्य कर रही है। पहले प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय मात्र 11 हजार थी, लेकिन अब हमारी सरकार के प्रयासों से यह 1 लाख 52 हजार रुपए हो गई है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन से पहले सभी पात्र बहनों को 250 रुपए की अतिरिक्त राशि शगुन के रूप में भेजी जाएगी। दीपावली के बाद हम प्रदेश की सभी लाडली बहनों को हर माह 1500 रुपए महीना देंगे। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों के हाथ में पैसा रहे तो घर ठीक से चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के सम्मान और गरीबों के कल्याण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। हमने रानी दुर्गावाती और राजा भभूत सिंह की स्मृति में कैबिनेट की बैठक भी आयोजित की है। श्रीअन्न खरीदने पर किसानों को एक हजार रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि दी जा रही है। किसानों से 26 सौ रूपये प्रति क्विंटल में गेंहू की खरीद की गई जो देश में सर्वाधिक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने 27 हजार करोड़ से अधिक की बजट राशि महिलाओं को समर्पित की है। लाड़ली बहना योजना के लिए 18 हजार करोड़ से अधिक का प्रावधान रखा है। आज प्रदेश में 51 लाख से अधिक लाड़ली बेटियां पंजीकृत हैं इनमें से 12 लाख 99 हजार बेटियों को 672 करोड़ की छात्रवृ्त्ति दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में 62 लाख बहनों के 5 लाख स्व-सहायता समूहों को राज्य सरकार सशक्त करने के लिए धनराशि दे रही है। प्रदेश की बहनों को नगर पालिका, नगर निगम और पंचायत चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है। अगले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बहनों को 33 प्रतिशत सीटों पर आरक्षण का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनका हक दिलाने में हमने कोई कमी नहीं रखी है। हमारी सरकार में प्रदेश के 4 जिलों में महिला अधिकारी जिला कलेक्टर का दायित्व संभाल रही हैं। राज्य सरकार गरीब से गरीब के जीवन में सबेरा लाने का कार्य कर रही है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास के लाभ से वंचित पात्र हितग्राहियों की पहचान के लिए नए सिरे से सर्वे शुरू किया गया है। संपत्ति की रजिस्ट्री में एक प्रतिशत की छूट देने से आज 45 प्रतिशत रजिस्ट्री बहनों के नाम पर हो रही हैं। यह हमारी पहल का ही सुखद परिणाम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय समुदाय के लिए राज्य सरकार नेक-नीयत और विशेष भावना से कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। सिंगरौली की कुल आबादी में 39 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति है, इनमें से 5 लाख को शासकीय योजनाओं का लाभ मिल रहा है। हमारी सरकार की भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना और टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना से जनजातीय वर्ग को बड़ी मदद मिली है। प्रधानमंत्री जन-मन योजना, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का लाभ भी जनजातीय वर्ग को दिया जा रहा है। राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें फसलों का समुचित मूल्य देने के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणाएं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सरई में कहा कि सिंगरौली में भरपूर कोयला एवं अन्य खनिज संपदा उपलब्ध है। यहां 4 लेन सड़क बनाई जाएगी। माडा अस्पताल को अपग्रेड कर सीएचसी बनाया जाएगा। सरई में उपखंड कार्यालय, बरगवा-परसवा में 52 किलोमीटर लंबी 4 लेन सड़क बनाई जायेगी। सरई में 100 बेड के नये अस्पताल की स्थापना के लिए सर्वे कराया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंगरौली को हवाई सेवा से भी जोड़ा गया है। हमारी सरकार ने जरूरतमंदों को बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराई है। मृत्यु के बाद शव को अस्पताल से घर तक छोड़ने के लिए सभी जिलों में शव वाहन की सुविधा शुरू की जा रही है। राज्य सरकार ने देहदान/अंगदान को प्रोत्साहित करने के लिए अंगदान और देहदान करने वालों को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दिए जाने का निर्णय किया है। अंगदान से किसी दूसरे जरुरतमंद व्यक्ति को नया जीवन मिल जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय गौरव सम्मेलन में शासकीय योजनाओं से लाभान्वित जनजातीय वर्ग के चार व्यक्तियों श्री महाबली सिंह, श्री शंकर सिंह पनिका, श्री वंश बहादुर सिंह और श्री दयाल सिंह का मंच से सम्मान किया। … Read more

मेकअप आर्टिस्ट बनकर करियर को दें नया लुक

  मेकअप करने का शौक आपको है, तो यह आपके लिए एक शानदार करियर बन सकता है। यह याद रखें कि मेकअप आर्टिस्ट सबसे ज्यादा एक्सपेरिमेंट फेस और हेयर पर करता है। इससे वह किसी को भी नया लुक देने में समर्थ होता है। इसलिए, एक मेकअप आर्टिस्ट को नॉलेज इनहैंस करते रहना होता है, ताकि वह मेकअप के समय सही चीजों का इस्तेमाल कर सके। पर्सनैलिटी एक मेकअप आर्टिस्ट पूरी तरह से क्रिएटिव होता है। यह उसकी पर्सनैलिटी का सबसे मजबूत पक्ष होता है। वह अपनी क्रिएटिविटी से यह जान जाता है कि कौन-सा मेकअप किसपर सही होगा। इसलिए उसे हर स्टाइल और गेटअप के बारे में भी जानकारी रखनी होती है। मेकअप आर्टिस्ट को एक दिन में अनेक लोगों से मिलना होता है, इसलिए उसका कम्यूनिकेशन लेवल भी बढ़िया होना चाहिए। बेटर कम्यूनिकेशन और क्रिएटिविटी के मेल से वह अपने करियर को ऊंचाई दे सकता है। इसके साथ ही एक मेकअप आर्टिस्ट को यूज में आने वाले सभी प्रॉडक्ट्स के बारे में जबरदस्त नॉलेज रखनी होती है। याद रखें कि मेकअप आर्टिस्ट के भीतर पेशंस का होना भी जरूरी है। इसके अभाव में वह अपने काम के बारे में नॉलेज रखते हुए भी सही रिजल्ट नहीं दे सकता है। एक मेकअप आर्टिस्ट को दुनिया में हो रहे नए प्रयोगों के बारे में पूरी जानकारी रखनी होती है। काम का स्वरूप एक मेकअप आर्टिस्ट को टीवी और फिल्म के लिए काम करने को मिलता है। आज के दौर में बहुत सारी ऐड कंपनियां भी मेकअप आर्टिस्ट को हायर करना प्रेफर करती हैं। ऐसे में, आप इन जगहों पर काम करने की इच्छा पाले हुए हैं, तो आपको असीमित समय तक काम करना पड़ सकता है। अगर आप पर्सनल बिजनस के रूप में करियर को स्टार्ट करने जा रहे हैं, तो वहां भी समय की कोई गारंटी नहीं होती है। अगर वह किसी प्रॉजेक्ट का हिस्सा है, तो डेडलाइन के अनुसार उसे काम करना होता है। योग्यता मेकअप आर्टिस्ट बनने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होने से काम बन जाएगा। लेकिन अगर आप इस फील्ड में उम्मीद से बेहतर करना चाहते हैं, तो प्रफेशनल कोर्स करना फायदेमंद रहेगा। मेकअप आर्टिस्ट बनने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। इस फील्ड को करियर के रूप में ऑप्ट करने वाले लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहना जरूरी है। हो सकता है कि आपको कम सोकर ज्यादा काम करना पड़े। एक बार इंडस्ट्री का हिस्सा बन जाने के बाद से आप कोई एक्सक्यूज नहीं दे पाते हैं। इसलिए अपने फिटनेस लेवल को चेक करके ही इसे करियर के रूप में अपनाएं। इन कोर्सेज को करना रहेगा फायदेमंद यूं तो अलग-अलग इंस्टिट्यूट्स डिफरेंट कोर्सेज के साथ स्टूडेंट्स को ट्रेन करते हैं। लेकिन आप इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो ब्यूटीशन, मैनिक्यूरिस्ट, पैडिक्यूरिस्ट, इलेक्ट्रॉलजिस्ट व अरोमा थेरपी जैसे सब्जेक्ट्स में स्पेशलाइजेशन हासिल कर सकते हैं। यह ऐसा फील्ड है, जहां पर आपको अपने नॉलेज को प्रैक्टिकल वर्क के रूप में शो करना होता है। इसलिए मेकअप के सारे पार्ट के अलावा फेशल, मसाज पर गहरी समझ विकसित करनी होती है। इसलिए इससे जुड़े कोर्स को सही तरीके से करें। आप अडवांस्ड डिप्लोमा इन कॉस्मैटॉलजी, डिप्लोमा इन ब्यूटीकल्चर और सर्टिफिकेट कोर्स इन स्किन केयर जैसे कोर्स प्रचलन में हैं। आप बौका ब्यूटी अकेडमी ऑफ मेकअप, सीएमसी मेकअप स्कूल, मरिनेल्लो स्कूल ऑफ ब्यूटी, चिक स्टूडियोज- स्कूल ऑफ मेकअप से इस कोर्स को कर सकते हैं। क्या होगी सैलरी इस इंडस्ट्री में सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस ग्रुप के साथ काम कर रहे हैं और इंडस्ट्री में आपको कितने दिनों का अनुभव है। अगर आप किसी बड़े कलाकार के मेकअप आर्टिस्ट हैं, तो फिर समझ लें कि आपकी सैलरी बहुत ही अच्छी हो सकती है। एक्सपर्ट मानते हैं कि 5 साल के भीतर यहां सैलरी अच्छी हो जाती है। तो फिर देर किस बात की है, अगर आप मेकअप आर्टिस्ट के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो इन बातों को ध्यान में रखते हुए अपना कदम बढ़ाएं। आपको सफलता जरूर मिलेगी।  

शाजापुर में प्रभारी मंत्री कुशवाह द्वारा बाढ़ राहत तैयारियों की समीक्षा

भोपाल सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण एवं शाजापुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा है कि प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को शिक्षा की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार कृत-संकल्पित है। मंत्री श्री कुशवाह प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत शुक्रवार को शाजापुर में लैपटॉप वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में जिले के 1558 विद्यार्थियों को 25-25 हजार रुपये की राशि प्रदान की। मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा भोपाल से राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के 94 हजार 234 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को 25-25 हजार रुपये की राशि उनके बैंक खातों में अंतरित की गयी है। मंत्री श्री कुशवाह ने सांकेतिक रूप से शाजापुर जिले के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए चैक वितरित किये। मंत्री श्री कुशवाह ने शाजापुर जिले के प्रवास के दौरान वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए बाढ़ राहत और बचाव कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की। मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि आपदा की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिये सभी विभागों को सजग रहना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बाढ़ की स्थिति की सतत निगरानी करें।प्रयास ऐसा हो कि जान-माल का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में समुचित व्यवस्थाएं, राहत एवं बचाव कार्य, आवश्यक सामग्री की उपलब्धता तथा समन्वयकारी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। स्थानीय विधायकगण और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।  

कोलकाता गैंगरेप मामले में कई लड़कियों ने मनोजीत पर यौन उत्पीड़न के लगाए हैं आरोप

कोलकाता कोलकाता गैंगरेप मामले में टीएमसी के पूर्व छात्रनेता मनोजीत मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक के बाद एक कई लड़कियों ने मनोजीत पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। ताजा मामले में एक छात्रा ने दावा किया है कि एक कमरे में मनोजीत ने उसके बाल खीचें थे और बालकनी में घसीट ले गया था। इसके बाद वह उसके कपड़े उतारने लगा था और फिर एक अन्य छात्रा के दरवाजा खटखटाने की वजह से वह बच सकी थी। मीडिया से बातचीत में छात्रा ने बताया कि यह घटना अक्टूबर 2023 की थी। छात्रा ने बताया कि एक कार्यक्रम के दौरान उसके पिता ने उसे बुलाया तो वह उनसे बात करने के लिए एक खाली कमरे में चली गई। उसने कहा, ''जैसे ही मैं बाहर निकलने वाली थी, मैंने देखा कि मनोजीत अंदर आया और उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। वह साफ तौर पर नशे में था और उसे वीड भी पी रखी थी। मैंने उससे कहा कि वह मुझे जाने दे, लेकिन उसने मेरी बात नहीं सुनी और मेरे करीब आता रहा।'' छात्रा लॉ के दूसरे ईयर की पढ़ाई कर रही है। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व युवा विंग नेता मनोजीत ने कमरे के अंदर उस समय छात्रा के साथ मारपीट की, जब अन्य छात्र बाहर नाच रहे थे और मौज-मस्ती कर रहे थे। उसने कहा कि उसने अपने साथ रखे रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल करके बाहर गानों की आवाज तेज कर दी, ताकि छात्रा की चीखें बाहर न जाएं। छात्रा ने आगे बताया, ''उसने (मनोजीत) मेरे बाल खींचे और मुझे कमरे की बालकनी में घसीटकर ले गया। मेरे कपड़े उतारने लगा… सौभाग्य से, एक सीनियर छात्रा ने दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया और जल्दी में वह कमरे से भाग गया।" कलकत्ता लॉ कॉलेज की एक छात्रा से मनोजीत समेत अन्य पर गैंगरेप का आरोप लगा है। वह इस मामले में मुख्य आरोपी है। मनोजीत समेत कुल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। टीएमसी का पूर्व छात्रनेता होने की वजह से मनोजीत मामले के चलते टीएमसी पर बीजेपी निशाना साध रही है। इससे पहले, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को एक विधि कॉलेज में सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच की प्रगति पर एक हलफनामा दाखिल करने का बृहस्पतिवार को निर्देश दिया। न्यायमूर्ति सौमेन सेन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य सरकार को 10 जुलाई को मामले की अगली सुनवाई पर उसके समक्ष जांच की केस डायरी भी पेश करने का निर्देश दिया। पीठ में न्यायमूर्ति स्मिता दास डे भी शामिल थीं। साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में 25 जून की शाम को कानून की एक छात्रा से कथित सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के मामले में तीन जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं। मुख्य आरोपी कॉलेज का भूतपूर्व छात्र है और संस्थान का संविदा कर्मचारी भी है।  

टैक्सपेयर्स के लिए राहत, UPS पर भी लागू होंगे NPS जैसे टैक्स बेनिफिट

नई दिल्ली  वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के तहत मिलने वाले कर लाभ आवश्यक परिवर्तनों के साथ यूनीफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) पर भी लागू होंगे, क्योंकि यूपीएस, एनपीएस के तहत एक विकल्प के रूप में लाया गया है। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस उपाय का उद्देश्य यूपीएस को गति प्रदान करना है। ये प्रावधान मौजूदा एनपीएस फ्रेमवर्क के साथ समानता सुनिश्चित करते हैं और यूपीएस का विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों को पर्याप्त कर राहत और प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। वित्त मंत्रालय ने कहा कि यूपीएस को टैक्स फ्रेमवर्क के तहत शामिल करना पारदर्शी, लचीले और कर-कुशल विकल्पों के माध्यम से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट सुरक्षा को मजबूत करने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। वित्त मंत्रालय ने 1 अप्रैल, 2025 से केंद्र सरकार की सिविल सेवा में भर्ती होने वाले लोगों के लिए एनपीएस के तहत एक विकल्प के रूप में यूपीएस की शुरूआत को अधिसूचित किया था, जिससे एनपीएस के तहत आने वाले केंद्र सरकार के कर्मचारियों को यूपीएस के तहत शामिल होने का वन-टाइम ऑप्शन मिल गया। इस फ्रेमवर्क को क्रियान्वित करने के लिए, पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने 19 मार्च 2025 को पीएफआरडीए (एनपीएस के तहत यूपीएस का संचालन) विनियम, 2025 को अधिसूचित किया। ये विनियम केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तीन श्रेणियों के नामांकन को सक्षम करते हैं। पहली श्रेणी में 1 अप्रैल 2025 तक सेवा में मौजूदा केंद्र सरकार के कर्मचारी शामिल हैं, जो एनपीएस के तहत आते हैं। दूसरी श्रेणी में केंद्र सरकार की सेवाओं में नए भर्ती हुए लोग शामिल हैं, जो 1 अप्रैल 2025 को या उसके बाद सेवा में शामिल होते हैं। तीसरी श्रेणी में केंद्र सरकार के कर्मचारी शामिल हैं, जो एनपीएस के तहत आते थे और जो 31 मार्च 2025 को या उससे पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं या स्वैच्छिक रूप से सेवानिवृत्त हो चुके हैं या मौलिक नियम 56 (जे) के तहत सेवानिवृत्त हुए हैं और यूपीएस के लिए पात्र हैं या ऐसे ग्राहक के मामले में कानूनी रूप से विवाहित पति या पत्नी जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं और यूपीएस के विकल्प का प्रयोग करने से पहले उनकी मृत्यु हो गई है। वित्त मंत्रालय ने 30 मई को यह भी घोषणा की थी कि केंद्र सरकार के एनपीएस सब्सक्राइबर्स जो 31 मार्च, 2025 को या उससे पहले न्यूनतम 10 साल की क्वालिफाइंग सर्विस के साथ रिटायर हुए हैं, या उनके कानूनी रूप से विवाहित पति या पत्नी अब पहले से दावा किए गए एनपीएस लाभों के अलावा यूपीएस के तहत अतिरिक्त लाभों का दावा कर सकते हैं।

रिलीज हुआ ‘द बंगाल फाइल्स’ का धमाकेदार प्रोमो, 5 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी

मुंबई,  बॉलीवुड के चर्चित फिल्म निर्माता और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म द बंगाल फाइल्स को लेकर खूब चर्चा में हैं। यह फिल्म 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। हाल ही में फिल्म का एक दमदार प्रोमो वीडियो जारी किया गया, जिसे सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। विवेक अग्निहोत्री की पिछली फिल्मों की तरह द बंगाल फाइल्स भी एक गंभीर और विचारोत्तेजक विषय पर आधारित है। दिलचस्प बात यह है कि फिल्म का प्रीमियर भारत से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में किया जा रहा है। यह फिल्म अमेरिका के 10 प्रमुख शहरों में स्क्रीनिंग के लिए तैयार है, जो दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी मजबूत पकड़ बन रही है। विवेक अग्निहोत्री अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' के साथ एक बार फिर दर्शकों के सामने आने को तैयार हैं। इस फिल्म का भव्य प्रीमियर अमेरिका के विभिन्न शहरों में होने जा रही है। यह फिल्म 19 जुलाई को न्यू जर्सी में, 20 जुलाई को वाशिंगटन डीसी में, 25 जुलाई को रैले में, 26 जुलाई को अटलांटा में, 27 जुलाई को टैम्पा में, 1 अगस्त को फीनिक्स में, 2 अगस्त को लॉस एंजिल्स में, 3 अगस्त को एसएफ बे एरिया में, 9 अगस्त को शिकागो और 10 अगस्त को ह्यूस्टन में दिखाई जाएगी। फिल्म द बंगाल फाइल्स का प्रोमो शेयर करते हुए निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने एक भावुक संदेश लिखा, अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हम लेकर आए हैं भारतीय स्वतंत्रता की एक अनकही और असहज करने वाली कहानी। 10 शहर, 1 सत्य। अगर द कश्मीर फाइल्स ने आपको भीतर तक झकझोरा था, तो द बंगाल फाइल्स आपको और भी ज्यादा बेचैन कर देगी। इस फिल्म में दमदार कलाकारों की टोली नजर आने वाली है। अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार और सिमरत कौर प्रमुख भूमिकाओं में दिखाई देंगे। निर्देशन की बागडोर खुद विवेक अग्निहोत्री ने संभाली है, जबकि फिल्म का निर्माण अभिषेक अग्रवाल और पल्लवी जोशी ने किया है। 'द बंगाल फाइ'ल्स एक बार फिर सिनेमा के जरिए इतिहास के उन पन्नों को उजागर करने जा रही है, जिन्हें अब तक दबा दिया गया था।