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06 जुलाई 2025 रविवार, सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य

मेष: आज आपको दिन की शुरुआत एक्सरसाइज से करनी चाहिए। व्यापारियों को लाभ होने की संभावना है। नौकरी पेशा करने वालों को उन्नति व आय में वृद्धि मिल सकती है। दोस्तों के साथ एक रंगीन शाम बिताने का मौका मिलेगा। शादीशुदा लोगों के लिए दिन अच्छा रहेगा। लोग आपके काम की तारीफ करेंगे। वृषभ: आज आपको परेशानियों का समाधान मिल सकता है। अगर आप भविष्य में आर्थिक रूप से मजबूत बनना चाहते हैं तो आपको आज से ही पैसे बचाना शुरू कर देना होगा। आप अपने बिजी शेड्यूल से अपने लिए समय निकाल सकते हैं और अपने जीवनसाथी के साथ बाहर घूमने जा सकते हैं। व्यापारियों को मुनाफा होगा। मिथुन: आज आपके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। किसी अटके हुए धन की वापसी हो सकती है, जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। जो लोग अभी तक सिंगल हैं, उनकी आज किसी खास शख्स से मुलाकात होने की संभावना है। खरीदारी करने के लिए आज का दिन अच्छा है। व्यापारियों को विस्तार के नए विचार आ सकते हैं। शादीशुदा जिंदगी में मुश्किलें आ सकती हैं। कर्क: आज आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अगर आप कर्ज लेने वाले थे और काफी समय से इस काम में लगे हुए थे तो आज आपके लिए भाग्यशाली दिन है। आपके घर का माहौल अच्छा रहेगा। आज आपको महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। आज आप अपने जीवन का सबसे अच्छा दिन अपने जीवनसाथी के साथ बिताएंगे। सिंह: आज सेहत को लेकर सतर्क रहें। आज किसी पार्टी में आपकी मुलाकात किसी ऐसे व्यक्ति से हो सकती है जो आपको अपना आर्थिक पक्ष मजबूत करने के लिए कोई महत्वपूर्ण सलाह दे सकता है। परिवार के सदस्यों का साथ मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। आज का दिन लव लाइफ के मामले में यादगार बन सकता है। कन्या: आज आपको ऑफिस की पॉलिटिक्स से बचना चाहिए। कार्यस्थल पर आपके पिता की कोई सलाह लाभकारी साबित हो सकती है। आपको दोस्तों का साथ मिलेगा। वैवाहिक जीवन में मुश्किल दौर के बाद यह दिन आपको राहत देगा। आर्थिक रूप से दिन मध्यम रहने वाला है। तुला: आज आप दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आज आप पैसों से जुड़ी परेशानियों के कारण मन परेशान हो सकता है। भावुकता पर काबू रखें। आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव आएगा। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। यात्रा कष्टकारी हो सकती है। वृश्चिक: आज आपको आर्थिक व व्यापारिक रूप से सफलता मिलेगी। कोई आपका दोस्त आज आपसे बड़ी रकम उधार मांग सकता है, लेकिन रुपए-पैसे के लेनदेन से पहले विचार करना जरूरी है। प्रभावशाली लोगों के साथ बातचीत से आज आपको व्यापार में विस्तार मिल सकता है। मानसिक तनाव दूर करने के लिए दिन की शुरुआत एक्सरसाइज से करें। धनु: आज आपकी एनर्जी का लेवल हाई रहेगा। आप अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर धन पर चर्चा कर सकते हैं और अपने भविष्य के लिए अपने धन की प्लानिंग बना सकते हैं। मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं। आज का दिन वाकई बहुत रोमांटिक होने वाला है। व्यापारिक रूप से स्थिति सुदृढ़ रहने वाली है। मकर: आज आपको शरीर से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। अगर आप भविष्य में आर्थिक रूप से मजबूत बनना चाहते हैं तो आपको आज से ही पैसे बचाना शुरू कर देना होगा। किसी व्यक्तिगत परेशानी को सुलझा सकते हैं। व्यापारियों को आर्थिक मुनाफा हो सकता है। कुंभ: आज आपको अपनी डाइट पर नजर रखनी चाहिए। आपको बेवजह ज्यादा खर्च करने से खुद को रोकना चाहिए, नहीं तो पैसों की तंगी हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आपका खराब मूड आपका जीवनसाथी किसी खास सरप्राइज से खुश हो जाएगा। आपके दिन की शुरुआत शानदार होगी, जिससे आप पूरे दिन ऊर्जावान रहेंगे। मीन: आज आपको शारीरिक रूप से कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आर्थिक पक्ष मजबूत होने की संभावना है। अगर आपने किसी व्यक्ति को पैसा उधार दिया था तो आज वह पैसा आपको वापस मिलने की उम्मीद है। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। कामकाज के लिहाज से दिन अच्छा रहने वाला है।

युक्तियुक्तकरण नीति : शिक्षकों की पदस्थापना से बदला विद्यालय का परिदृश्य

रायपुर, राज्य शासन की युक्तियुक्तकरण नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से प्रदेश के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखंड अंतर्गत शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल, घुंचापाली इसका एक सशक्त उदाहरण है। जहाँ पूर्व में शिक्षकों की कमी के कारण शैक्षणिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही थीं, वहीं अब अंग्रेजी एवं भौतिकी विषय के शिक्षकों की पदस्थापना से न केवल पठन-पाठन में गुणवत्ता आई है, बल्कि विद्यार्थियों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। विद्यालय में अंग्रेजी विषय के व्याख्याता संजय गिरी गोस्वामी एवं भौतिकी विषय के लिए व्याख्याता तिर्की मैडम की पदस्थापना से शिक्षा का स्तर बेहतर हुआ है। इन विषयों के शिक्षक लंबे समय से विद्यालय में नहीं थे, जिसके चलते विद्यार्थियों के प्रवेश में गिरावट आ रही थी और कई छात्र जाने लगे थे। युक्तियुक्तकरण की बदौलत विद्यालय में नया शैक्षणिक वातावरण निर्मित किया है। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि शिक्षक उपलब्ध न होने के कारण पूर्व में कक्षा 9 में बच्चों का प्रवेश न के बराबर था। स्थिति इतनी गंभीर थी कि पूर्व में दर्ज छात्र भी स्थानांतरण प्रमाणपत्र (टीसी) लेकर विद्यालय छोड़ रहे थे। परंतु वर्तमान शैक्षणिक सत्र में दिनांक 05 जुलाई 2025 तक कक्षा 9 में 48 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है, जिससे विद्यालय की कुल दर्ज संख्या बढ़कर 87 हो गई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने विधालय के निरीक्षण के दौरान शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि विद्यालय में आवश्यक भौतिक संसाधनों की पूर्ति हेतु विभागीय स्तर पर हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।

एक और बोइंग विमान में आई खराबी, फ्लाइट रद्द होने से यात्रियों ने किया हंगामा

कोलकाता एक के बाद एक विमानों के रद होने की सूचना से हवाई यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली एक फ्लाइट, जो बैंकाक जाने वाली थी, तकनीकी खराबी के चलते वापस पार्किंग स्टैंड पर लौट आई। अधिकारियों ने बताया कि 130 यात्रियों और सात क्रू मेंबर्स के साथ थाई लायन एयर की फ्लाइट शनिवार को तकनीकी खराबी की वजह से वापस लौटी और बाद में पार्किंग बे में उसे खड़ा किया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट को दिनभर के लिए रद कर दिया गया है। विमान में फ्लैप से संबंधित समस्या आई भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, विमान की शुक्रवार देर रात 1:35 बजे कोलकाता में लैंडिंग हुई और उसे कोलकाता से बैंकाक डॉन मुआंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए तड़के 2:35 बजे टेकऑफ करना था। बोइंग 737 नई पीढ़ी के विमान में फ्लैप से संबंधित समस्या आ गई और इसलिए विमान को वापस पार्किंग वे में लाया गया जिसके बाद उड़ान रद हो गई। एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने कहा कि विमान में 'फ्लैप' उड़ान भरने और उतरने दोनों के दौरान बहुत अहम होते हैं। एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि विमान के रद होने से यात्री नाखुश थे और कई यात्रियों ने तो एयरलाइन कर्मचारियों पर अपना गुस्सा निकाला। एयरलाइन के एक अधिकारी के मुताबिक, यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए उड़ान को दिनभर के लिए रद कर दिया गया।  

हाई कोर्ट के बाद स्पेशल कोर्ट ने भी झटका दिया, अब्बास अंसारी को नहीं मिली राहत

मऊ  भडकाऊ भाषण मामले में निवर्तमान सदर विधायक अब्बास अंसारी को विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए राजीव कुमार वत्स ने कोई राहत नहीं दी। उसके सजा के विरुद्ध दाखिल किए गए स्थगन आदेश के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही अपील निस्तारण पर सुनवाई के लिए 25 जुलाई की तिथि निर्धारित की है। कोर्ट ने इसके साथ ही सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक रहे अब्बास अंसारी को अपील के निस्तारण तक जमानत पर छोड़ने का आदेश दिया है। विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए राजीव कुमार वत्स के फैसले के बाद अब मऊ सदर सीट पर विधानसभा का उप चुनाव होने की संभावना बढ़ गई है। राजेश कुमार पांडेय व अनिल कुमार पांडेय ने इस मामले अभियोजन की तरफ से अपना पक्ष रखा। इस मामले में अब्बास अंसारी की तरफ से उनके अधिवक्ता दारोगा सिंह व विपक्षी संख्या एक वादी गंगाराम बिंद की तरफ से सदानंद राय ने बहस की। गौरतलब है कि तीन मार्च 2022 को विधानसभा चुनाव के दौरान सदर विधानसभा सीट से सुभासपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे अब्बास अंसारी ने जनसभा के दौरान मंच से अधिकारियों को सबक सिखाने की धमकी दी थी। इस मामले में शहर कोतवाली में दर्ज एफआइआर के बाद न्यायालय में बीते 31 मई को दो साल का कारावास व 11 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाई थी। इसके बाद से उसकी विधायकी चली गई थी। भड़काऊ भाषण मामले में दो वर्ष की सजा के खिलाफ अब्बास अंसारी की अपील पर शनिवार शाम को विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट राजीव कुमार वत्स ने फैसला सुनाया। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी हो गई और पिछली सुनवाई में अदालत ने फैसला सुनाने के लिए पांच जुलाई की तारीख तय की थी। अदालत ने बीती 31 मई को अब्बास को दोषी मानते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी विधायकी चली गई थी। विधानसभा चुनाव के दौरान तीन मार्च 2022 को एक जनसभा के दौरान मंच से अब्बास ने जीतने के बाद अधिकारियों को सबक सिखाने की धमकी दी थी। मामले में शहर कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई गई थी। अब्बास ने सुभासपा के टिकट पर मऊ सदर से चुनाव जीता था।  

सीएम फडणवीस का तंज: ठाकरे भाइयों की रैली में नहीं दिखा जोश, बल्कि शोक का माहौल था

मुंबई महाराष्ट्र की राजनीति में आज एक बड़ी हलचल देखने को मिली। महाराष्ट्र में करीब दो दशक बाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक मंच पर दिखे। दोनों ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। इस संयुक्त रैली के बाद सीएम फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।  सीएम ने कहा कि संयुक्त रैली में उद्धव ठाकरे ने ‘‘रुदाली’’ जैसा भाषण दिया। जानकारी दें कि रुदाली वे महिलाएं होती हैं, जो शोक प्रकट करने के लिए आती हैं। इन महिलाओं को अंतिम संस्कार के दौरान सार्वजनिक रूप से शोक व्यक्त करने के लिए रखा जाता है।   'ये जीत की रैली नहीं, शोक का नजारा' महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने कहा कि भले की उद्धव ठाकरे इस रैली को जीत का जश्न करार दे रहे हों, लेकिन ये रैली शोक का नजारा रही। इसके साथ ही सीएम फडणवीस ने एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे को दोनों ठाकरे चचेरे भाइयों को फिर से मिलाने का श्रेय देने के लिए धन्यवाद दिया। दरअसल, शनिवार को राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने शनिवार को राज्य के स्कूलों में कक्षा 1 से तीसरी भाषा के रूप में हिंदी को शामिल करने संबंधी सरकार द्वारा पहले जारी किए गए दो सरकारी आदेशों को वापस लेने का जश्न मनाने के लिए मुंबई में एक विजय रैली में सार्वजनिक मंच साझा किया। इस दौरान मंच से भाषण देते हुए राज ठाकरे ने मजाकिया अंदाज में फडणवीस को दोनों चचेरे भाइयों को एक साथ लाने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि ये बाल ठाकरे भी नहीं कर सके थे। सीएम फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना ठाकरे ब्रदर्स की इस संयुक्त रैली के बाद सीएम फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे मुझे आशीर्वाद दे रहे होंगे। मुझे बताया गया था कि यह एक 'विजय' रैली होनी थी, लेकिन यह एक 'रुदाली' भाषण निकला। फडणवीस ने कहा कि इस कार्यक्रम में मराठी के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला गया और (उद्धव द्वारा दिया गया) भाषण इस बात पर केंद्रित था कि उनकी सरकार कैसे गिराई गई और वे कैसे सत्ता हासिल कर सकते हैं। आगे कहा कि यह रैली विजय उत्सव नहीं बल्कि 'रुदाली' दर्शन थी।  

7 जुलाई को कांग्रेस की सभा, बैज ने बोले – किसान, जवान और संविधान पर केंद्र और राज्य की सरकार लगातार कर रही प्रहार

रायपुर कांग्रेस की 7 जुलाई को होने वाली किसान, जवान, संविधान सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के के साथ महासचिव केसी वेणुगोपाल भी शामिल होंगे. आयोजन में 25 हजार से अधिक कार्यकर्ता, किसान और जवान की भागीदारी होगी. छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सभा के जरिए बिगुल फूंकने की बात कहते हुए कहा कि “किसान, जवान और संविधान” पर केंद्र और राज्य की सरकार लगातार प्रहार कर रही है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज सभा की जानकारी देने राजीव भवन में कांग्रेस के प्रदेश सह-प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में मीडिया से रू-ब-रू हुए. इस दौरान उन्होंने सभा को देश के लिए एक मील का पत्थर बताया है. उन्होंने कहा कि सभा का उद्देश्य प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ते अपराध, किसानों के लिए DAP और खाद की कमी, नक्सलवाद उन्मूलन के ख़िलाफ़ लड़ाई के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को मारने के साथ लचर बिजली व्यवस्था, छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा को बेचने, 10 हजार स्कूलों को बंद करने, अवैध शराब बिक्री और नई शराब दुकान खोलने के खिलाफ आवाज उठाना है. दीपक बैज ने कहा कि आयोजन की तैयारी में प्रदेश प्रभारी के साथ तमाम वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी जुटे हुए हैं. इस ऐतिहासिक जनसभा के बाद छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं, किसानों और जवानों को एक नई ताकत और ऊर्जा मिलेगी. इस सभा के जरिए कांग्रेस पार्टी एक बिगुल फूंकने जा रही है.

डी.ए.पी. की कमी को पूरा करने छत्तीसगढ़ सरकार की प्रभावी पहल

रायपुर, राज्य में खरीफ सीजन 2025 के दौरान विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों की मांग को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने समय रहते न सिर्फ इसकी ठोस व्यवस्था सुनिश्चित की बल्कि रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति भंडारण एवं वितरण व्यवस्था पर भी लगातार निगरानी रख रही है, जिसके चलते राज्य में रासायनिक उर्वरकों के भण्डरण एवं उठाव की स्थिति बेहतर बनी हुई है। डी.ए.पी. की कमी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एन.पी.के., सुपर फास्फेट और नेनो डी.ए.पी. जैसे वैकल्पिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कर किसानों के हितों का ध्यान रखा है। छत्तीसगढ़ में अब तक विभिन्न प्रकार के 12.27 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का भंडारण कर लिया गया है, जिससे खरीफ सीजन में किसानों को समय पर पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध हो सकें।  छत्तीसगढ़ राज्य में खरीफ 2025 में पूर्व में कुल 14.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरक वितरण का लक्ष्य निर्धारित था। इसमें यूरिया 7.12 लाख, डी.ए.पी. 3.10 लाख, एन.पी.के. 1.80 लाख, पोटाश 60 हजार तथा सुपर फास्फेट 2 लाख मीट्रिक टन शामिल हैं। वर्तमान में कुल 12.27 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का भंडारण किया जा चुका है। डीएपी की आपूर्ति में कमी के चलते उर्वरक वितरण के लक्ष्य को संशोधित कर अन्य वैकल्पिक उर्वरकों जैसे- एनपीके, एसएसपी के लक्ष्य में 4.62 लाख मीट्रिक टन की उल्लेखनीय वृद्धि की है, जिसके चलते खरीफ सीजन 2025 में विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों की वितरण का लक्ष्य 17.18 लाख मीट्रिक टन हो गया है। राज्य में अब तक 5.63 लाख मीट्रिक टन यूरिया का भंडारण एवं 3.76 लाख मीट्रिक टन का वितरण किया गया है। किसानों को अभी 1.86 लाख मीट्रिक टन यूरिया वितरण हेतु उपलब्ध है। यहां यह उल्लेखनीय है कि यूरिया का उपयोग धान फसल में तीन बार किया जाता है। पहली बार बुवाई अथवा रोपाई के समय कुल अनुशंसित मात्रा का 30 प्रतिशत, दूसरी बार 3 से 4 सप्ताह बाद कन्से निकलने के समय एवं तीसरी बार 7 से 8 सप्ताह बाद गभौट अवस्था में किया जाता है। इस प्रकार यूरिया का उपयोग बुवाई से लेकर सितंबर तक विभिन्न अवस्थाओं में किया जाना है, जिसके अनुरूप राज्य में यूरिया की चरणबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। डी.ए.पी. के आयात में राष्ट्रीय स्तर पर कमी को देखते हुए राज्य शासन ने समय रहते वैकल्पिक उर्वरकों की दिशा में ठोस पहल की है, जिसके चलते एन.पी.के. को लक्ष्य बढ़ाकर 4.90 लाख तथा सुपर फास्फेट का 3.53 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया। वर्तमान में एन.पी.के. 11 हजार एवं सुपर फास्फेट 54 हजार मीट्रिक टन, लक्ष्य से अधिक भंडारित है, जिससे 23 हजार 600 मीट्रिक टन डी.ए.पी. में उपलब्ध फॉस्फेट तत्व की पूर्ति होगी। छत्तीसगढ़ राज्य को चालू माह जुलाई में आपूर्ति प्लान के अनुसार कुल 2.33 लाख मी. टन उर्वरक मिलेगी। जिसमें यूरिया 1.25 लाख, डी.ए.पी. 48,850, एन.पी.के. 34,380, पोटाश 10 हजार एवं सुपर फास्फेट 76 हजार मी. टन शामिल हैं। जुलाई के अंत तक डी.ए.पी. का कुल भंडारण 1.95 लाख मी. टन तक होने की उम्मीद है। राज्य में डी.ए.पी. की कमी से बचाव हेतु 25 हजार मी. टन सुपर फास्फेट एवं 40 हजार मी. टन एन.पी.के. के अतिरिक्त भंडारण का लक्ष्य तय किया गया है। साथ ही, नैनो डी.ए.पी. उर्वरक को बढ़ावा देने हेतु सहकारी क्षेत्र में एक लाख बाटल का भंडारण किया जा रहा है, जिससे 25 हजार मीट्रिक टन पारंपरिक डी.ए.पी. की आवश्यकता की पूर्ति होगी। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अप्रैल माह से ही वैकल्पिक उर्वरकों के प्रचार-प्रसार हेतु पोस्टर पैम्फलेट तैयार कर समस्त सहकारी समितियों एवं उपार्जन केन्द्रों में प्रदर्शित किए गए डीएपी, उर्वरक के स्थान पर अन्य वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। इसी कड़ी में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को विकसित कृषि संकल्प अभियान के दौरान एन.पी.के, सुपर फास्फेट एवं नेनो डी.ए.पी. के वैज्ञानिक उपयोग का प्रशिक्षण भी दिया। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कुशल प्रबंधन कर खरीफ 2025 में उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है।

पाकिस्तान का बड़ा यू-टर्न! हाफिज और मसूद को भारत को सौंपने पर बोले बिलावल भुट्टो

इस्लामाबाद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि उनके देश को विश्वास बहाली के उपाय के रूप में 'जांच के दायरे में आए व्यक्तियों' को भारत को प्रत्यर्पित करने में कोई आपत्ति नहीं है बशर्ते नई दिल्ली इस प्रक्रिया में सहयोग करने की इच्छा दिखाए। 'डॉन अखबार' की खबर के अनुसार, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल ने शुक्रवार को अल जजीरा के साथ एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की। खबर में कहा गया कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर को संभावित समझौते और सद्भावनापूर्ण रुख के तहत भारत को प्रत्यर्पित करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिलावल ने यह टिप्पणी की। बिलावल ने कहा, ''पाकिस्तान के साथ एक व्यापक वार्ता के हिस्से के रूप में, जहां आतंकवाद उन मुद्दों में से एक है जिन पर हम चर्चा करते हैं, मुझे यकीन है कि पाकिस्तान इनमें से किसी भी चीज का विरोध नहीं करेगा।'' राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण (नैक्टा) के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद दोनों को पाकिस्तान ने प्रतिबंधित कर रखा है, जबकि 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मुख्य षड्यंत्रकारी हाफिज सईद वर्तमान में आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए 33 साल की सजा काट रहा है। इसी तरह संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित अजहर को भी नैक्टा ने प्रतिबंधित कर रखा है। बिलावल ने कहा कि इन 'व्यक्तियों' के खिलाफ मुकदमे वाले मामले पाकिस्तान से संबंधित थे, जैसे कि आतंकवादी गतिविधियों का वित्तपोषण। हालांकि, उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद के लिए उन पर मुकदमा चलाना मुश्किल था क्योंकि दिल्ली की ओर से बुनियादी चीजों का 'अनुपालन' नहीं किया गया। उन्होंने कहा, ''भारत कुछ बुनियादी चीजों का पालन करने से इनकार कर रहा है जिसकी दोषसिद्धि के लिए आवश्यकता होती है। यह महत्वपूर्ण है … इन अदालतों में सबूत पेश करना, लोगों को भारत से गवाही देने के लिए आना, जो भी जवाबी आरोप लगेंगे उन्हें सहन करना।'' बिलावल ने कहा, ''अगर भारत इस प्रक्रिया में सहयोग करने को तैयार है, तो मुझे यकीन है कि किसी भी 'जांच के दायरे में आए व्यक्ति' को प्रत्यर्पित करने में कोई बाधा नहीं आएगी।'' उन्होंने आतंकवादियों को पकड़ने के भारत के संकल्प पर भी चिंता व्यक्त की और इसे 'नई असामान्यता' करार दिया। उन्होंने कहा, ''यह पाकिस्तान के हितों की पूर्ति नहीं करता है, और यह भारत के हितों की भी पूर्ति नहीं करता है।'' सईद और अजहर के ठिकानों के बारे में पूछे जाने पर बिलावल ने कहा कि सईद जेल में है, जबकि इस्लामाबाद का मानना है कि अजहर अफगानिस्तान में है।  

इस्राइल-गाजा संघर्ष जारी, 47 की जान गई; हमास 60 दिन के युद्धविराम को तैयार

गाजा  गाजा की सड़कों पर आज फिर मातम पसरा है। भूख मिटाने के लिए कतार में खड़े फलस्तीनियों पर इस्राइल ने एक बार फिर हवाई हमला किया। इस हमले में 47 जानें चली गईं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो इस हमले के साथ ही अस्पतालों में चीख-पूकार मची हुई है और दवाएं कम पड़ रही हैं। हालांकि, इसी बीच हमास ने 60 दिन के युद्धविराम पर सहमति जताकर एक उम्मीद की किरण जगाई है। इस्राइल और हमास के बीच लगभग दो साल से चल रहे संघर्ष में गाजा के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को भी हुए इस्राइली हवाई हमलों में कम से कम 47 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हमले उस समय हुए जब लोग खाना पाने के लिए कतार में खड़े थे। अस्पतालों में घायलों की भरमार है और इलाज के संसाधन कम पड़ रहे हैं। बता दें कि इस्राइल की ओर से ये हमला उस समय हुआ जब हमास ने एक 60 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव पर बातचीत शुरू करने की सहमति दी है। इसका मकसद गाजा में राहत सामग्री पहुंचाना और आगे चलकर स्थायी संघर्षविराम की दिशा में कदम बढ़ाना है। हमास के सहयोगी संगठन इस्लामिक जिहाद ने भी इस प्रस्ताव को समर्थन दिया है। साथ ही स्थायी शांति के लिए गारंटी की मांग की है। युद्धविराम को लेकर वार्ता में लगातार प्रगति मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने 60 दिन की सीजफायर योजना पर सकारात्मक जवाब दिया है। हमास की ओर से जारी बयान में बताया गया कि वे तुरंत बातचीत के लिए तैयार हैं। हालांकि इस बीच इस्राइल पहले ही अमेरिका द्वारा प्रस्तावित इस योजना को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर चुका है। डोनाल्ड ट्रंप ने क्या बोला? वहीं इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी उम्मीद जताई है कि अगले सप्ताह तक युद्धविराम का समझौता हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमें इसे अब खत्म करना होगा। साथ ही ट्रंप ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा, "अगर उन्होंने इस प्रस्ताव को नहीं माना, तो हालात और बिगड़ेंगे। युद्धविराम प्रस्ताव में क्या-क्या है? प्रस्ताव के तहत हमास पहले चरण में 10 इस्राइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें से 8 जीवित और 18 मृत घोषित किए गए हैं। इसके बदले में कुछ फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई होगी और इस्राइली सेना उत्तरी गाजा के कुछ हिस्सों से हटेगी। इसके बाद दोनों पक्ष स्थायी संघर्षविराम पर बातचीत शुरू करेंगे। इस्राइल की रणनीति में बदलाव अब तक इस्राइल प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू हमास के सैन्य ढांचे को पूरी तरह खत्म करने की बात कहते रहे हैं। लेकिन हाल ही में ईरान के साथ हुए 12 दिन के संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद उन्होंने अपना रुख नरम किया है। शनिवार रात वे अपने कैबिनेट के साथ इस युद्धविराम प्रस्ताव पर बैठक करने जा रहे हैं, फिर सोमवार को वे वॉशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात करेंगे। बड़े मानवीय संकट के बीच मध्यस्थता पर जोर वहीं कतर, मिस्र और अमेरिका युद्धविराम के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं। नई योजना के तहत अमेरिका ने भरोसा दिलाया है कि वह इस्राइल को बातचीत के लिए मजबूती से जोड़े रखेगा। साथ ही गाजा में मानवीय राहत भेजने के लिए पारंपरिक रास्तों को प्राथमिकता देने की बात कही गई है। अगर प्रस्ताव पर सहमति बनती है, तो यह 21 महीने से चल रहे इस भयानक युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है। अब तक का सबसे बड़ा मानवीय संकट गौरतलब है कि सात अक्तूबर 2023 को इस्राइल पर हमास के हमले के साथ शुरू हुआ संघर्ष ने गाजा में की स्थिति डमाडोल कर दी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 57,338 लोगों की मौत हो चुकी है और 1.35 लाख से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस्राइल में 7 अक्तूबर, 2023 को हमास के हमलों में 1,139 लोगों की जान गई थी और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। 

एक देश एक विधान राष्ट्रीय कार्यक्रम रवीन्द्र भवन में आज, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे शामिल

भोपाल राष्ट्रीय एकता और संवैधानिक अखण्डता के प्रणेता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 125वें जन्म-दिवस पर 6 जुलाई को शाम 6 बजे अंजनी सभागार रवीन्द्र भवन में एक देश एक विधान राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। “एक देश दो विधान, एक देश दो प्रधान नहीं चलेगा‘’ अपने इस युगांतरकारी विचार से भारत की एकता की बुनियाद को अटल मजबूती देने वाले डॉ. मुखर्जी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में वैचारिक सत्र होगा। साथ ही लघु फिल्म का प्रदर्शन और एक प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी।