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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मूंग उत्पादन का 40 प्रतिशत खरीदी का लक्ष्य निर्धारित करने का किया आग्रह

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से किसानों के हित में मूंग के कुल उत्पादन का 40 प्रतिशत समर्थन मूल्य पर क्रय करने का लक्ष्य निर्धारित करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विपणन वर्ष 2025-26 में ग्रीष्मकालीन मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8,682 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। प्रदेश में इस वर्ष मोबाइल ऐप के माध्यम से की गई गिरदावरी में ग्रीष्मकालीन मूंग के क्षेत्रफल में वृद्धि हुई है।  

भारत के खिलाफ फिर बोले पाक पीएम, पहलगाम हमले पर दिया आपत्तिजनक बयान

इस्लामाबाद  पाकिस्तान के प्रधानमंत्री  शहबाज शरीफ ने एक बार फिर  कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाकर भारत पर झूठे और बेबुनियाद आरोप  लगाए हैं।  पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसे पाक समर्थित आतंकी संगठन TRF  ने अंजाम दिया था, को उन्होंने "दुर्भाग्यपूर्ण" कहकर  भारत की जवाबी कार्रवाई को ही दोषी ठहराने की कोशिश की है। अज़रबैजान में आयोजित  Economic Cooperation Organization (ECO) शिखर सम्मेलन में शरीफ ने कहा कि "भारत ने एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना को बहाना बनाकर पाकिस्तान के खिलाफ उकसावे वाली कार्रवाई की"। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत की कार्रवाई "क्षेत्रीय शांति को अस्थिर करने वाली" थी। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 25 पर्यटकों सहित 26 लोग मारे गए थे। इस हमले की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन  लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह TRF (The Resistance Front)  ने ली थी। हमले के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के अंदर छिपे 9 आतंकी ठिकानों  को सटीक हमलों से तबाह कर दिया था। इससे बौखलाए पाकिस्तान ने ड्रोन हमलों का सहारा लिया, लेकिन भारत ने उन्हें भी मुंहतोड़ जवाब दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अंततः  10 मई को पाकिस्तान को खुद ही युद्धविराम की अपील करनी पड़ी ।   शहबाज शरीफ ने भारत पर झूठे आरोप लगाने के साथ-साथ गाजा और ईरान में हुए हमलों  का हवाला देक इज़राइल पर भी परोक्ष हमला बोला जबकि सच्चाई यह है कि पाकिस्तान खुद दुनिया में आतंक का पनाहगाह बन चुका है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान उन सभी के खिलाफ खड़ा है जो निर्दोष लोगों पर बर्बरता करते हैं चाहे वो गाजा हो, कश्मीर या ईरान।”यह बात खुद में विडंबना है, क्योंकि पाकिस्तान के संरक्षण में पनप रहे आतंकी संगठनों ने ही कश्मीर में बार-बार निर्दोषों की जान ली है।भारत ने बार-बार कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ 'ज़ीरो टॉलरेंस' नीति पर कायम है। चाहे आतंक पाकिस्तान की जमीन से पनपे या कहीं और से  भारत हर साजिश का जवाब निर्णायक रूप से देगा।   

रेबीज टीके के लिए भटका पद्मश्री डॉक्टर का परिवार, हेल्थ सेंटर ने नहीं दी मदद

मांडू पर्यटन नगरी मांडू में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की खराब तस्वीर देखने को मिली। बड़ौदा के पद्मश्री प्राप्त डॉक्टर सुब्रत राय और उनकी पत्नी मांडू भ्रमण पर आए थे। इस दौरान एक कुत्ते ने उनकी पत्नी को काट लिया। इसके बाद जब इलाज के लिए रेबीज इंजेक्शन लगवाने परिवार मांडू के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, तो उन्हें कह दिया गया कि रेबीज का इंजेक्शन नहीं है। आपको नालछा जाना पड़ेगा। मीडिया के हस्तक्षेप के बाद परिवार दूसरी बार अस्पताल पहुंचा और रेबीज का इंजेक्शन लग सका। देश के प्रतिष्ठित पद्मश्री अवॉर्ड प्राप्त डॉक्टर सुब्रत राय व्यवस्थाओं को लेकर बेहद आहत नजर आए। दरअसल, मांडू में आम और विशिष्ट अतिथियों के साथ दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई है। उसके बाद भी यहां व्यवस्थाओं में सुधार देखने को नहीं मिलता है।   हेल्थ सेंटर ने टीके के लिए कर दिया मना ऐसी ही शर्मसार करने वाली घटना शनिवार को हुई। डॉक्टर सुब्रत राय की पत्नी सुषमा राय को पैर में कुत्ते ने काट लिया। रेबीज का इंजेक्शन लगवाने वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मांडू पहुंचे। एक कक्ष से दूसरे कक्ष घूमते रहे, संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। जानकारी मिलने के बाद मीडिया कर्मी अस्पताल पहुंचे। मीडिया की उपस्थिति में पहले डॉक्टर ने कहा कि रेबीज का इंजेक्शन नहीं है, आपको नालछा जाना पड़ेगा। मीडिया की एंट्री से लग पाया टीका जब डॉक्टर राय और मीडिया ने रेबीज ना होने की वजह पूछी, तो डॉक्टर ने स्टाफ को आवाज लगाकर पूछा – 'रेबीज का इंजेक्शन है क्या? इसके बाद उपस्थित नर्स ने कहा कि कुछ इंजेक्शन रखे हैं। इसके बाद सुषमा राय को रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया। इस विषय में डॉक्टर का कहना था कि "मुझे नहीं पता था कि इंजेक्शन रखा है।" 'लाइफ लाइन' संस्था के सीईओ हैं सुब्रत राय दरअसल, डॉक्टर सुब्रत राय को देश का सर्वोच्च पद्मश्री सम्मान मिला है। वह 'लाइफ लाइन' संस्था के सीईओ हैं। 1999 में पत्नी के साथ हाईवे पर सफर के दौरान दुर्घटना होने पर उन्हें 6 घंटे तक इलाज नहीं मिला था। उसके बाद लोगों को सही समय पर दुर्घटना के बाद इलाज मिले, इसी को लेकर वह समाज में लगातार काम कर रहे हैं। अब तक कई लोगों की जान वह बचा चुके हैं और उनकी पत्नी सुषमा राय इस काम में उनका पूरा सहयोग करती हैं। उनके परिवार को 'हाईवे का मसीहा' कहा जाता है। देश में आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधा 108 एम्बुलेंस सेवा शुरू करवाने में भी उनका बड़ा योगदान है।  

भारी बारिश से बने बाढ़ जैसे हालात, रास्ते बंद और वाहन जलमग्न

शिवपुरी शिवपुरी शहर सहित जिले में शुक्रवार को आधी रात के बाद लगातार हो रही बारिश सुबह नौ बजे तक लगातार जारी रही। जिले भर में आठ घंटे में औसत 42.44 एमएम बारिश रिकाॅर्ड की गई। इस बारिश ने शहर सहित कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात निर्मित कर दिए, जिससे लोग कुछ घंटों के लिए अपने घरों में कैद होकर रह गए। शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं।   रेलवे स्टेशन रोड पर वार्ड क्रमांक एक में नई पुलिस लाइन के पीछे बनी कालोनी पूरी कॉलोनी में कमर तक पानी भर गया, कई लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया। पोहरी बस स्टैंड के पीछे मनीयर में पुलिया जलमग्न हो गई। वहीं रेलवे स्टेशन रोड पर पानी इतना ज्यादा था कि किसी नदी-नाले जैसा अहसास हो रहा था। इसके अलावा कई पाॅश कॉलोनियों में भी गलियों में पानी भर गया। बैराड़ के ग्राम जरिया में तो स्थिति यह बनी कि घरों के बाहर खड़ी गाड़ियां तक पानी में डूब गईं। इसके अलावा शहर के मनीयर, रातौर, पिपरसमां अंडर ब्रिज जलमग्न हो गए, जिसके कारण शहर आने के लिए लोगों को पांच से दस किमी का फेर खाकर आना पड़ा, हालांकि कुछ लोगों ने जोखिम उठाकर इन अंडर ब्रिज को क्रास करने का भी प्रयास किया। इसके अलवा पोहरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम हर्रई में भी आवागमन का रास्ता जलमग्न हो गया, जिससे गांव का अन्य जगहों से संपर्क कट गया।

रथ यात्रा आज अपने अंतिम पड़ाव पर, पुरी में उमड़ी भीड़, प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा

पुरी  ओडिशा के पुरी में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की ‘बहुदा यात्रा' के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इस यात्रा के साथ ही ‘रथ यात्रा उत्सव' का समापन हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्य पुलिस के कुल 6,000 अधिकारी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के 800 जवान शहर में तैनात किए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अप्रिय घटना न हो। उन्होंने बताया कि 29 जून को उत्सव के दौरान गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई थी। यात्रा के संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि मौसम अनुकूल होने के कारण ‘बहुदा यात्रा' में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद के साथ विशेष यातायात व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि भीड़ पर नजर रखने के लिए 275 से अधिक एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया के नेतृत्व में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पुरी में ‘बहुदा यात्रा' को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए डेरा डाले हुए हैं। यात्रा के दौरान भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ अपने जन्मस्थान गुंडिचा मंदिर में एक सप्ताह बिताने के बाद अपने रथों पर सवार होकर 12वीं शताब्दी के मंदिर में लौटेंगे। खुरानिया ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, “हमने उत्सव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी संभव उपाय किए हैं।” श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के अनुसार, देवों की ‘पहांडी' या यात्रा शनिवार को दोपहर 12 बजे निकाली जाएगी। पुरी के ‘राजा' गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब अपराह्न ढाई बजे से साढ़े तीन बजे के बीच रथों की औपचारिक सफाई करेंगे, जिसे ‘छेरा पहनरा' के नाम से जाना जाता है। रथ खींचने की रस्म शाम चार बजे होगी।

54 साल में पहली बार: शुभमन गिल ने डबल सेंचुरी के बाद ठोका शतक, बनाया खास रिकॉर्ड

नई दिल्ली  भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक जड़ दिया है। गिल ने 129 गेंदों में 100 रन पूरे किए। इससे पहले भारतीय स्टार बल्लेबाज ने पहली पारी में दोहरा शतक लगाया था। इसके साथ ही शुभमन गिल एक मैच में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले दुनिया के नौवें बल्लेबाज बन गए हैं। वह सुनील गावस्कर के बाद ऐसा करने वाले भारत के दूसरे बल्लेबाज हैं। शुभमन गिल का टेस्ट करियर का ये आठवां शतक है।   54 साल बाद गिल ने किया कारनामा भारत के दिग्गज सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक पारी में शतक और दोहरा शतक लगाया था। उन्होंने पहली पारी में 124 और दूसरी पारी में 220 रन बनाए थे। शुभमन गिल 54 साल बाद एक मैच में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने हैं। शुभमन गिल ने एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में 269 रन बनाए और दूसरी पारी में 100 रन बनाए। एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय शुभमन गिल एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ा। सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में 344 रन बनाए थे। शुभमन गिल नेइस टेस्ट मैच में 369* रन बनाए हैं। वीवीएस लक्ष्मण ने 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में 340 रन बनाए थे। सौरव गांगुली ने पाकिस्तान के खिलाफ 2007 में टेस्ट मैच में 330 रन बटोरे थे। इससे पहले गिल पहली पारी के दौरान इंग्लैंड की सरजमीं पर सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बने थे। उन्होंने सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ा जिन्होंने 1979 में ओवल में 221 रन की पारी खेली थी। लीड्स में टेस्ट कप्तान के रूप में अपने पदार्पण मैच में 147 रन बनाने वाले गिल ने जोश टंग की गेंद पर डीप फाइन लेग पर एक रन लेकर लेकर पारंपरिक प्रारूप में अपना पहला दोहरा शतक पूरा किया। वह भारत के लिए दोहरा शतक लगाने वाले कप्तानों की सूची में एमएके पटौदी, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी के साथ शामिल हो गए। विराट कोहली के नाम भारत के लिए कप्तान के रूप में सात दोहरे शतक जड़ने का रिकॉर्ड है।  

आणंद में यूनिवर्सिटी शिलान्यास के मौके पर अमित शाह का तंज, कहा- कांग्रेस भूल गई देश के बाकी नेताओं को

अहमदाबाद  गुजरात के आणंद में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने ही नेता त्रिभुवनदास किशीभाई पटेल को भुला दिया, जिन्होंने अमूल की नींव रखी और देश में सहकारिता आंदोलन को एक नई दिशा दी। शाह ने साफ किया कि लोकसभा में पेश किए गए त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी विधेयक, 2025 में इस यूनिवर्सिटी का नाम त्रिभुवनदास पटेल के सम्मान में रखा गया है, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। उन्होंने कहा, “विपक्ष को शायद यह भी नहीं पता कि त्रिभुवनदास उनकी ही पार्टी से थे। लेकिन वे नेहरू-गांधी परिवार से नहीं थे, इसलिए कांग्रेस ने उन्हें भुला दिया।” अमूल और सहकारिता आंदोलन में त्रिभुवनदास का योगदान अमित शाह ने बताया कि त्रिभुवनदास पटेल ने सरदार पटेल के मार्गदर्शन में अमूल की स्थापना की और वर्गीज कुरियन को डेयरी साइंस पढ़ने के लिए विदेश भेजा। इसका नतीजा यह हुआ कि आज भारत विश्व में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन करने वाला देश है। शाह ने कुरियन के योगदान को भी सराहा, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि उस पूरी सोच की शुरुआत त्रिभुवनदास पटेल के विजन से हुई थी। शाह ने यह भी बताया कि जब त्रिभुवनदास अमूल से सेवानिवृत्त हुए, तो उन्होंने अपनी सेवामुक्ति पर मिले 6 लाख रुपये फाउंडेशन को दान में दे दिए, जो उनके समर्पण का प्रतीक है। यूनिवर्सिटी का उद्देश्य और महत्व अमित शाह ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी सहकारिता क्षेत्र को नई दिशा देगी। इसमें प्रबंधन, वित्त, कानून और ग्रामीण विकास से जुड़े कोर्स होंगे। यह यूनिवर्सिटी 200 से ज्यादा सहकारी संस्थाओं से जुड़कर पीएचडी, डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स कराएगी। साथ ही, यह 40 लाख सहकारी कर्मियों को प्रशिक्षित कर भाई-भतीजावाद को खत्म करने में मदद करेगी।   मोदी सरकार की पहल और सहकारिता की मजबूती शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2021 में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना के बाद अब तक 60 नई पहलें शुरू की गई हैं, जो किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण विकास को गति देने के लिए हैं। पीएम मोदी ने 2 लाख नए पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां) बनाने की घोषणा की है, जिससे 17 लाख लोग जुड़ेंगे। CBSE ने भी 9वीं से 12वीं तक के पाठ्यक्रम में सहकारिता को शामिल किया है, जिससे युवा पीढ़ी को इस क्षेत्र से जोड़ा जा सके।   अमूल: सहकारिता का मॉडल शाह ने कहा कि अमूल आज 80,000 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ देश का सबसे मूल्यवान ब्रांड है, जो 36 लाख ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वर्गीज कुरियन के जन्म शताब्दी वर्ष को अमूल और गुजरात सरकार ने मनाया, लेकिन कांग्रेस ने इस ऐतिहासिक मौके को भी नजरअंदाज कर दिया। अंत में शाह ने कहा, “त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी न सिर्फ एक शैक्षिक संस्थान है, बल्कि यह सहकारिता के जननायकों को सच्ची श्रद्धांजलि है, जो ग्रामीण भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।”  

यूपी में दर्दनाक हादसा, दूल्हे समेत आठ की मौत, 400 मीटर की दूरी तय करने में पुलिस को लग गए 40 मिनट

संभल  यह हादसा जिस स्थान पर हुआ है वहां आबादी नहीं है। बस्ती से कुछ दूरी पर कॉलेज बना है। गांव धनीपुर निवासी राजू ने बताया कि कार की रफ्तार काफी तेज थी। अचानक से ही कार को पलटते हुए देखा और तेज धमाके की आवाज हुई। मौके पर पहुंचे तो कार में सवार लोग चीख रहे थे लेकिन उनको बाहर निकालना मुश्किल था, क्योंकि खिड़कियां चिपक गई थीं।  हादसा चालक की लापरवाही से हुआ है। रफ्तार बेकाबू थी। इसके चलते ही चालक ने स्टेयरिंग से नियंत्रण खो दिया और अचानक से गाड़ी पलट गई। हादसा इतना भीषण था कि दूर तक आवाज पहुंची, लोग मौके पर आए लेकिन मदद नहीं कर सके क्योंकि क्षतिग्रस्त कार दीवार से चिपक जैसी गई थी। पुलिस के पहुंचने पर शव और घायल कार से बाहर निकाले गए। यह कहना है एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का। वह हादसे के बाद मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने पुलिस के साथ आम लोगों से भी हादसे की जानकारी ली।   आधार कार्ड से हुई मृतकों की पहचान एसपी ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तो हादसा चालक की लापरवाही से हुआ है। कार की रफ्तार तेज थी। अचानक से ही पलट गई और कॉलेज की दीवार से जा भिड़ी। इस भीषण हादसे में आठ लोगों की जान चल गई है, एक घायल का उपचार चल रहा है, जिसकी हालत गंभीर है। तीन वर्षीय बालिका की हालत ठीक है। मौके पर पांच लोगों ने दम तोड़ा था। घटनास्थल पर पुलिस को आधार कार्ड मिले थे। उसके माध्यम से सूचना पीड़ित परिवार तक पहुंचाई गई।   जेसीबी से की गई दीवार से अलग कार एसपी ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो जेसीबी से कार को दीवार से अलग किया गया। इसके बाद मशीन से कार के दरवाजे काटे गए। तब शव और घायलों को निकाला गया। पहले सीएचसी भर्ती कराया और बाद में अलीगढ़ के लिए रेफर कराया गया।   तेज धमाका हुआ और उड़ गए कार के परखच्चे यह हादसा जिस स्थान पर हुआ है वहां आबादी नहीं है। बस्ती से कुछ दूरी पर कॉलेज बना है। गांव धनीपुर निवासी राजू ने बताया कि कार की रफ्तार काफी तेज थी। अचानक से ही कार को पलटते हुए देखा और तेज धमाके की आवाज हुई। मौके पर पहुंचे तो कार में सवार लोग चीख रहे थे लेकिन उनको बाहर निकालना मुश्किल था, क्योंकि खिड़कियां चिपक गई थीं। जो हाथ से नहीं खोली जा सकती थीं। इसके बाद जेसीबी से कार को सीधा किया गया। फिर जेसीबी से ही गेट तोड़े गए।

चमड़ा उद्योग बना स्वास्थ्य संकट! कानपुर में 157 लोगों के खून में मिला खतरनाक क्रोमियम

गोरखपुर चमड़ा उद्योग से निकलने वाला प्रदूषण कानपुर के लोगों के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है। लेदर में इस्तेमाल क्रोमियम की चपेट में आने वालों की संख्या में और इजाफा हुआ है। 24 जून को शहर के छह इलाकों के 157 लोगों के खून में भी क्रोमियम तय मानक से अधिक निकला है। शुक्रवार को सैंपल की जारी रिपोर्ट में 20 लोगों में मर्करी (पारा) भी तय मानक से ज्यादा पाया गया है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर 24 जून को स्वास्थ्य विभाग ने रूमा, जाजमऊ व पनकी औद्योगिक क्षेत्र, तेजाब मिल का हाता, राखी मंडी, नौरेयाखेड़ा में शिविर लगाया गया था। छह जगह के 177 लोगों का ब्लड सैंपल राममनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ जांच के लिए भेजा गया था। इनमें महिलाएं 102 और पुरुषों की संख्या 75 थी। सीएमओ ने कहा-शासन के आदेश पर आगे बढ़ाएंगे कदम : सीएमओ डॉ. उदयनाथ ने 24 जून को छह जगह में शिविर लगाकर 177 लोगों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि राममनोहर लोहिया अस्पताल में जांच के लिए सभी ब्लड सैंपल भेजे गए थे। 157 लोगों में क्रोमियम मानक से अधिक पाया गया है। वहीं 20 लोगों के ब्लड में मर्करी भी तय मानक से अधिक मिला है। अब इन इलाकों को लेकर क्या योजनाएं बननी हैं, इसको लेकर शासन के आदेश का इंतजार है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। क्या बोले विशेषज्ञ जीएसवीएम मेडिसिन के विभागाध्यक्ष बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि ब्लड में क्रोमियम या मर्करी स्तर से अधिक होना खतरनाक है। इससे शरीर के तमाम अहम अंगों के पूरी तरह खराब होने व गंभीर रोगों की चपेट में आने की आशंका काफी बढ़ जाती है। अगर क्रोमियम अधिक तो इन रोगों का हो सकता है खतरा -लिवर, किडनी के लिए बेहद खतरनाक -नसों को नुकसान पहुंचने से सुन्नता और दर्द -पेट में जलन, मतली, और उल्टी की परेशानी -हार्ट, त्वचा संबंधी रोग, कैंसर की भी आशंका हालिया सैंपलिंग रिपोर्ट में खुलासा -एनजीटी के आदेश पर 6 इलाकों से एकत्र किए थे ब्लड सैंपल -पारा भी तय मानक से ज्यादा मिला, अब शासन के आदेश का हो रहा इंतजार -मर्करी का स्तर अधिक होने से इस तरह की दिक्कतें आ सकतीं -मर्करी जमा होने से गुर्दा फेल होने का डर -मानसिक रोग को बढ़ावा, याददाश्त कम -सांस संबंधी समस्याएं, सांस लेने में दिक्कत -गर्भावस्था में स्तर अधिक तो शिशु को दिक्कत  

सावधान! यूपी सहित इन राज्यों में अगले हफ्ते झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

नई दिल्ली देशभर में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। यूपी समेत उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर भारत में अगले 7 दिनों के दौरान, पूर्वी भारत में 07 जुलाई तक भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 05 जुलाई और हिमाचल प्रदेश में 06 जुलाई और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 06 और 07 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है। पूर्वी और मध्य भारत की बात करें तो पांच से 11 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होगी। इसके अलावा, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में 5-8 जुलाई, सब हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम में पांच, 8-10 जुलाई, अंडमान और निकोबार द्वीप में छह जुलाई को बहुत भारी बारिश होने वाली है। वहीं, छत्तीसगढ़ में 5-7 जुलाई, विदर्भ में 7 और 8 जुलाई, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा में 5, 6 जुलाई को भारी वर्षा होगी। उत्तर पश्चिम भारत की बात करें तो उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान में 5-11 जुलाई, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान में 5, छह जुलाई, 10 और 11 जुलाई, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश, 5-9 जुलाई के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, 7 और 8 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, 5-7 जुलाई उत्तराखंड, छह और सात को पंजाब, हरियाणा, पांच, 9 और 10 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में बहुत भारी बारिश होने वाली है। पश्चिम भारत की बात करें तो अगले सात दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट इलाकों, गुजरात, पांच से सात जुलाई के दौरान सौराष्ट्र, कच्छ में अलग अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने वाली है। इसके अलावा, छह और सात जुलाई को मराठवाड़ा में भारी बरसात होगी। पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो अगले सात दिनों के दौरान ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम व गरज के साथ तूफान, बिजली चमकने की संभावना है। पांच जुलाई को मेघालय में बहुत भारी बारिश हो सकती है।