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रामभुआल निषाद पर कोर्ट सख्त, गैरहाजिरी पर SSP को भेजी चिट्ठी

गोरखपुर  यूपी की सुल्तानपुर सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद रामभुआल निषाद फिर मुश्किल में हैं। फर्जी शस्त्र लाइसेंस के मुकदमे में गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद सांसद के उपस्थित नहीं होने पर न्यायालय ने सख्त रुख अपना लिया है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्ञानेंद्र कुमार की कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी करने के साथ ही रामभुआल को कोर्ट में पेश करने के लिए एसएसपी को पत्र भी लिखा है। बड़हलगंज क्षेत्र के दवनाडीह निवासी रामभुआल निषाद 2024 में सपा के टिकट पर सुल्तानपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं। राम भुआल के खिलाफ आयुध लिपिक (असलहा बाबू) सुनील कुमार गुप्ता ने जिला मजिस्ट्रेट के 25 जनवरी 2020 के आदेशानुसार मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे के मुताबिक, आरोपित रामभुआल निषाद द्वारा गलत ढंग से कूटरचित दस्तावेज तैयार कर लाइसेंस संख्या 3912 डीबीबीएल गन का उपयोग किया जा रहा है। यह लाइसेंस 19 जुलाई 1996 को बेचू यादव पुत्र महेंद्र यादव निवासी मुंडेरा बाबू थाना बड़हलगंज के नाम से जारी हुआ है। लाइसेंसी बेचू यादव की मृत्यु हो चुकी है। इस मामले में विवेचक ने आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया है। न्यायालय ने पिछली कई तिथियों पर आरोपित के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया। इसके बावजूद रामभुआल न्यायालय के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। जिसके बाद न्यायालय ने रामभुआल के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी करते हुए उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा है। कोर्ट इससे पहले थानेदार और फिर एसपी नार्थ को भी पत्र लिख चुका है। जिलाधिकारी से दारा निषाद ने की थी शिकायत मामला तब खुला जब दारा निषाद ने रामभुआल के खिलाफ जिलाधिकारी से शिकायत की और बताया कि उनके पास मौजूद राइफल का लाइसेंस फर्जी है। वह लाइसेंस बेचू यादव के नाम से डीबीबीएल गन के लिए जारी है। शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने इसकी तस्दीक कराई तो शिकायत सही मिली। इसके बाद डीएम ने असलहा बाबू को रामभुआल निषाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। 14 अगस्त को खुला था फर्जी शस्त्र का मामला गोरखपुर में 14 अगस्त 2019 को शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ था। उसी क्रम में जांच शुरू हुई रामभुआल निषाद के लाइसेंस का भी मामला सामने आया था। जांच के दौरान शस्त्र अनुभाग में काम करने वाले दो बबुओं का नाम सामने आया था। पुष्टि होने के बाद दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ और उन्हें जेल भेज दिया गया।  

युक्तियुक्तकरण से पोड़ी खुर्द और हरापारा स्कूल में उत्साह का माहौल

रायपुर, शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया की बदौलत विद्यार्थियों में अब अध्ययन अध्यापन का माहौल दिखाई देने लगा है। इसी क्रम में सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत पोड़ी खुर्द स्थित प्राथमिक शाला पोड़ी खुर्द एवं प्राथमिक शाला हरापारा में नवीन शिक्षकों की पदस्थापना हुई है, जिससे एकल शिक्षकी समस्या से जूझ रहे इन विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियाँ सुचारु रूप से संचालित होने लगी है। ग्रामवासी श्री शोहन ने बताया कि पूर्व में इन दोनों शालाओं में केवल एक-एक शिक्षक कार्यरत थे, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। अब शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत अतिरिक्त शिक्षकों की पदस्थापना से इन विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने शासन की इस पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया। प्राथमिक शाला हरापारा में नवपदस्थ प्रधान पाठक श्रीमती सीमा सिंह ने बताया कि वे पूर्व में किशुननगर प्राथमिक शाला में कार्यरत थीं। शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत उन्हें स्वेच्छा से विद्यालय चयन का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने हरापारा का चयन किया। उन्होंने बताया कि पूर्व में विद्यालय में केवल एक शिक्षिका कार्यरत थीं, जिससे शिक्षण कार्य में कठिनाई हो रही थी। अब दो शिक्षकों की उपस्थिति से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना संभव हो सकेगा। उन्होंने प्रक्रिया में अपनाई गई पारदर्शिता के लिए शासन का आभार जताया। इसी प्रकार प्राथमिक शाला पोड़ी खुर्द में नवपदस्थ सहायक शिक्षिका श्रीमती इमिला कुजूर, जो पूर्व में जोगीबांध प्राथमिक शाला में पदस्थ थीं, ने बताया कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत उन्हें विद्यालय चयन का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने पोड़ी खुर्द का चयन किया। उन्होंने अपनी नवीन पदस्थापना पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की इस पहल से दूरस्थ एवं ग्रामीण अंचलों में शिक्षकों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित हो रही है। इससे न केवल बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल रहा है, बल्कि शिक्षा के अधिकार को भी मजबूती मिल रही है।

सीएम यादव ने डॉ. मुखर्जी के कश्मीर एकीकरण और धारा 370 के विरोध में किए गए संघर्ष को ऐतिहासिक बताया

भोपाल  सीएम डॉ. मोहन यादव ने आज भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार से मुलाकात की। इस अवसर पर नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल भी उनके साथ उपस्थित थे। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम चहुमुंखी प्रगति कर रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती पर प्रदेश सरकार बड़े स्तर पर दो कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डॉ मुखर्जी का योगदान अतुलनीय है और आज भी हम सब उनके जीवन से प्रेरणा ग्रहण करते हैं। मुख्यमंत्री ने की वरिष्ठ बीजेपी नेता से भेंट सीएम डॉ. मोहन यादव ने मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार के भोपाल स्थित निवास पहुँचकर उनसे भेंट की और हालचाल जानें। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल भी उपस्थित रहे। इसके बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विक्रमोत्सव को एशिया का वाउ गोल्ड अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए पूरी तरह उनके साथ है और ये सौभाग्य की बात है कि प्रदेश के युवा नाम रोशन कर रहे हैं। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती पर होंगे प्रदेशस्तरीय कार्यक्रम  रविवार को जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मौके पर राज्य सरकार दो बड़े आयोजन करने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि डॉ श्यामाप्रसाद का सबसे महत्वपूर्ण योगदान जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण के लिए उनका संघर्ष था। वे एक देश, एक विधान, एक निशान के प्रबल समर्थक थे और उन्होंने धारा 370 के खिलाफ जम्मू-कश्मीर बचाओ आंदोलन शुरू किया, जो बेहद उल्लेखनीय है। उन्होंने डॉ. मुखर्जी को याद करते हुए उन्हें नमन किया और कहा कि आज भी उनकी शिक्षा प्रासंगिक हैं और सभी उससे प्रेरणा लेते हैं।

घर में बम बनाते समय जोरदार धमाका, एक की मौत, दूसरा अस्पताल में भर्ती

कोलकाता  पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में देशी बम में विस्फोट होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे कटवा अनुमंडल के अंतर्गत राजोआ गांव में हुई। पुलिस ने बताया कि विस्फोट इतना भयानक था कि जिस घर में बम बनाया जा रहा था उसकी टीन की छत उड़ गई। घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों के अनुसार यह विस्फोट खाली पड़े एक मकान में हुआ, जिसे असामाजिक तत्व अक्सर देशी बम बनाने के लिए इस्तेमाल करते थे। स्थानीय निवासी ने बताया, ‘दो तेज धमाके हुए, जिससे पूरा इलाका हिल गया।' सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घर के अंदर से एक जला हुआ शव बरामद किया। विस्फोट में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की पहचान तूफान चौधरी के रूप में हुई है और उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब तक की जांच में क्या आया सामने प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि एक स्थानीय असामाजिक तत्व ने कुछ लोगों को उस घर में देशी बम बनाने के लिए बुलाया था। उसी दौरान विस्फोट हो गया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम जांच कर रहे हैं कि क्या यह घर वाकई बम बनाने के अड्डे के रूप में इस्तेमाल हो रहा था और इसके पीछे और कौन लोग जुड़े हैं।’ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर आएगी और जांच करेगी।  

वैभव सूर्यवंशी ने चौथे मेंस यूथ वनडे मैच में रचा इतिहास, सबसे तेज शतक जड़ा, पाकिस्तानी खिलाड़ी का रिकॉर्ड ध्वस्त

नई दिल्ली वैभव सूर्यवंशी ने शनिवार को वॉर्सेस्टर में इंग्लैंड अंडर-19 और भारत अंडर-19 के बीच चौथे मेंस यूथ वनडे मैच में इतिहास रच दिया। वैभव ने शतक जड़कर 12 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए पाकिस्तान के खिलाड़ी को पीछे छोड़ दिया। वैभव सूर्यवंशी यूथ वनडे इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। सूर्यवंशी ने 52 गेंद पर शतक पूरा किया और पाकिस्तान के कामराम गुलाम के 53 गेंद पर शतक बनाने के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी तेजतर्रार पारी के दौरान 10 चौके और 7 छक्के लगाए।   यूथ वनडे में सबसे तेज शतक     52 गेंद – वैभव सूर्यवंशी – भारत U19 बनाम इंग्लैंड U19 – वॉर्सेस्टर (2025)     53 गेंद – कामरान गुलाम – पाकिस्तान अंडर 19 बनाम इंग्लैंड अंडर 19 – लीसेस्टर (2013)     68 गेंद – तमीम इकबाल – बांग्लादेश अंडर 19 बनाम इंग्लैंड अंडर 19 – फतुल्लाह (2005/06)     69 गेंद – राज अंगद बावा – भारत U19 बनाम युगांडा U19 – तारौबा (2021/22)     69 गेंद – शॉन मार्श – ऑस्ट्रेलिया अंडर 19 बनाम केन्या अंडर 19 – डुनेडिन (2001/02) टेस्ट में मचा चुके हैं धमाका बता दें कि पिछले साल 14 वर्षीय इस खिलाड़ी ने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ मेंस यूथ टेस्ट में दूसरा सबसे तेज शतक लगाया था। उन्होंने सिर्फ 56 गेंद पर शतक जड़ा था। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ इंग्लैंड के मोईन अली हैं, जिन्होंने 2005 में 56 गेंद पर शतक लगाया था। इंग्लैंड में जमकर गरज रहा वैभव का बल्ला गौरतलब हो कि सूर्यवंशी इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैचों की यूथ वनडे सीरीज में शानदार फॉर्म में हैं। पिछले मैच में उन्होंने 20 गेंद में अर्धशतक जड़ा था, जो किसी भारतीय द्वारा यूथ वनडे में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है। सूर्यवंशी 31 गेंद पर 86 रन बनाकर आउट हो गए थे। सीरीज के पहले दो मैचों में उन्होंने 48 और 45 रन बनाए थे।  

एसआईए ने एएसपी आकाश राव गिरेपुंजे शहादत मामले में कोंटा से 7 संदिग्धों को हिरासत में लेकर कर रही पूछताछ

रायपुर एएसपी आकाश राव गिरेपुंजे शहादत मामले में एसआईए कोंटा से 7 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. संदेहियों के पास आंध्र प्रदेश के सिमकार्ड से लैस मोबाइल फोन मिले हैं. पूरे मामले की जांच कर रही एसआईए ने जिन संदेहियों को हिरासत लेकर गोपनीय स्थान में पूछताछ कर रही है, उनके मोबाइल फोन से माओवादियों को पुलिस की गतिविधियों की देने की जानकारी मिली है. पूछताछ के जरिए घटना के मास्टरमाइंड तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. बता दें कि 9 जून को सुकमा जिले के कोन्टा-गोलापल्ली मार्ग पर पुलिस टीम तलाशी अभियान पर निकली थी. इसी दौरान नक्सलियों द्वारा पहले से बिछाए गए आईईडी बम की चपेट में आने से एडिशनल एसपी आकाश राव गिरेपुंजे मौके पर ही शहीद हो गए, वहीं एसडीओपी कोंटा भानु प्रताप चंद्राकर और टीआई सोनल ग्वाला गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

मेडिकल शिक्षा घोटाला उजागर, CBI ने दर्ज की FIR, पूर्व UGC चीफ भी घेरे में

नई दिल्ली  सीबीआई ने एक बड़े मेडिकल एजुकेशन घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस घोटाले में स्वास्थ्य मंत्रालय के कई बड़े अधिकारियों, यूजीसी के पूर्व चेयरमैन, धर्मगुरु के अलावा कई नाम शामिल हैं। सीबीआई की एफआईआर में कुल 34 लोगों के नाम शामिल किए गए हैं। इनमें से आठ स्वासथ्य मंत्रालय, एक नेशनल हेल्थ अथॉरिटी, पांच डॉक्टर और एक स्वयंभू संत शामिल हैं। कौन-कौन से हाई प्रोफाइल नाम सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक यूजीसी के पूर्व चेयरमैन डीपी सिंह का नाम भी भी इस घोटाले में शामिल है। फिलहाल वर टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) के चांसलर हैं। दूसरा नाम रावतपुरा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ऐंड रिसर्च के चेयरमैन और स्वयंभू संत रविशंकर महाराज का है। इन्हें रावतपुरा सरकार के नाम से भी जाना जाता है अब तक आठ गिरफ्तारियां इसके अलावा इंडेक्स मेडिकल कॉलेज इंदौर के चेयरमैन सुरेश सिंह भदौरिया के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। गीताांजलि विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मयूर सरकार का नाम भी इस स्कैम से जुड़ा है। सीबीआई ने अब तक इस मामले में कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन डॉक्टरों पर 55 लाख रुपये घूस लेकर मनमानी जांच रिपोर्ट लगाने का आरोप है। एफआईआर के मुताबिक रवि शंकर महाराज ने जांच को लेकर एडवांस जानकारी लेने की कोशिश की। इसके बाद रावतपुर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर अतुल कुमार तिवारी ने मयूर रावल से संपर्क किया। रावल ने जानकारी देने के लिए 25 से 30 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद उन्होंने इंस्पेक्शन की तारीक और अधिकारियों के नाम बता दिए। एजेंसियों का दावा है कि रविशंकर महाराज ने डीपी सिंह से भी अपने पसंद की रिपोर्ट बनवाने के लिए संपर्क किया था। वहीं डीपी सिंह ने यह काम सुरेश को सौंप दिया। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में डीपी सिंह से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। स्वास्थ्य मंत्रालय से ही लीक हो गईं फाइल जानकारी के मुताबिक यह घोटाला स्वास्थ्य मंत्रालय से ही शुरू हुआ था। बताया गया कि आठ अधिकारियों ने दलालों को गुप्त फाइलों की भी जानकारी दे दी। लंबी चौड़ी रिश्वत लेने के बाद कॉलेज के प्रतिनिधिोयों को सीक्रेट इन्फॉर्मेशन दे दी गई। अधिकारियों ने फाइल की फोटो खींचकर बिचौलियों को भेजी थी। सीबीआई ने इन अधिकारियों की पहचान पूनम मीना, धर्मवीर, पियूष मल्यान, अनूप जैसवाल, राहुल श्रीवास्तव, दीपक, मनीषा और चंदन कुमार के तौर पर की है। इस तरह की जानकारी मिलने से कॉलेज जांच से पहले ही तैयार हो गए । कॉलेजों में फर्जी फैकल्टी, फर्जी मरीजों का इंतजाम किया गया। इसके अलावा बायोमीट्रिक सिस्टम में भी बदलाव कर दिया गया। इस मामले में आरोपी इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के सुरेश सिंह भदौरिया पर आरोप हैकि वह डॉक्टरों की बायोमीट्रिक अटेंडेंस बनाने के लिए आर्टिफिशियल फिंगर का इस्तेमाल करते थे। सीबीआई का कहना है कि बड़ी मात्रा में रिश्वत हवाला के जरिए दी जाती थी। कभी इसे मंदिर बनवाने के लिए दान के रूप में दिखाया जाता था तो कभी चैरिटी के लिए। एनएमसी की मेडिकल असेसमेंट ऐंड रेटिंग बोर्ड के सदस्य जीतू लाल मीना वाराणसी के इंद्र बली मिश्रा के साथ संपर्क में थे। इंद्र बली को गुरुजी के तौर पर जाना जाता है। जानकारी के मुताबिक उन्होंने वीरेंद्र कुमार के लिए काम किया जा को दक्षिण भारत के कई कॉलेजों के लिए दलाली का काम करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस घोटाले की जड़ें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण के अन्य राज्यों में फैली हैं। अनंतपुर का हरि प्रसाद यही काम करता है। वह एनएमसी की जांच से पहले डमी फैकल्टी की व्यवस्था भी कर देता है। हरी प्रसाद और कृष्ण किशोर पर दक्षिण के दो कॉलेजों से घूस लेने का आरोप है।

सुरक्षाबलों की कार्रवाई से नक्सलियों को झटका, मुठभेड़ में दो ढेर

बीजापुर शनिवार को छत्तीसगढ़ एक बीजापुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर हुई इस मुठभेड़ में दो माओवादियों की मौत हो गई है। पुलिस ने आज यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई, जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ माओवादी कैडरों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान शुरू किया गया था और शुक्रवार से ही इलाके में रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही थी। मुठभेड़ स्थल से दो पुरुष नक्सली के शव और हथियार बरामद किए गए हैं। सुरक्षा कारणों से जानकारी गोपनीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह ऑपरेशन अभी भी जारी है, इसलिए विस्तृत जानकारी गोपनीय रखी गई है। ऑपरेशन के समाप्त होने के बाद ही पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।  

अखिलेश यादव का BJP पर निशाना: JPNIC बर्बाद, अब बंद स्कूलों में मनाएंगे स्वतंत्रता दिवस

लखनऊ  समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेपी एनआईसी को लेकर एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है। जेपीएनआईसी और स्कूलों के मर्जर को लेकर सरकार पर निशाना साधा। सभी बंद स्कूलों में 15 अगस्त को तिरंगा फहराने का भी ऐलान किया। अखिलेश ने कहा कि समाजवाद और देश के बचाने के लिए जयप्रकाश नारायण जी बाहर निकले थे। उनके साथ पूरा देश था। संपूर्ण क्रांति आंदोलन का परिणाम यह हुआ कि राजनीति में बदलाव आ गया। कई पार्टियां बन गईं। अब वही लोग जिन्होंने जेपी के नाम पर बने जेपी एनआईसी को बर्बाद कर दिया, वही लोग बिहार में जाकर वोट मांगेंगे। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि जेपी एनआईसी कमेटी के हम लोग मेम्बर थे। उसे भंग कर दिया गया। जय प्रकाश नारायण के नाम पर बनाया गया संस्थान नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत था। सरकार इसे चला नहीं पाई। अब एलडीए को दे दिया। क्या वह चला पाएगी। हमने पहले भी कहा है कि अगर जेपीएनआईसी को बेचना ही है तो हम लोग चंदा लगाकर लेने के लिए तैयार हैं। अखिलेश ने कहा कि जेपी एनआईसी की बर्बादी मीडिया को वहां जाकर देखनी चाहिए। जेपी एनआईसी को बर्बाद कर बिहार में किस आधार पर भाजपा वाले वोट मांगेगे। अखिलेश ने कहा कि लोग राजनितिक लाभ के लिए भाषा विवाद हो रहा है। महाराष्ट्र मे गुजरात के लोगो को पीटा गया। कहा कि सरकार को जेपी एनआईसी के हर फ्लोर को एक-एक भारतीय भाषा के प्रचार के लिए आवंटित कर देना चाहिए। हिंदी समेत किसी भाषा का अपमान न हो। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने हारने वाले बूथ चिह्नित कर लिए हैं। उनके संबंधित स्कूल बंद किए जा रहे हैं। 15 अगस्त को सपा कार्यकर्ता बंद हो रहे 5000 स्कूलों मे जाकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे। वहां पर तिरंगा झंडा फहराएंगे। उत्तर भारतीयों का अपमान बर्दाश्त नहीं महाराष्ट्र में हिंदी भाषा के मामले में मारपीट की निंदा करते हुए अखिलेश ने कहा कि देश की सभी भाषाओं का सम्मान होना चाहिए मगर हिंदी भाषी लोगों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र में हिंदी भाषा का विरोध सही नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसे राजनीतिक मुद्दा बना रही है जो गलत है। भाजपा की मंशा समाज में खाई पैदा कर राजनीतिक लाभ उठाना है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को मराठी, गुजराती, कन्नड़, उर्दू और तमित समेत सभी प्रांतों की भाषाओं के उत्थान और प्रचार प्रसार के लिये बड़े बजट का प्रावधान करना चाहिये। बड़ी संख्या में लोग रोजगार और पर्यटन के लिये एक से दूसरे राज्य में जाते है। भाषा और संस्कृति की आपसी समझबूझ से देश में सदभावना का माहौल बनेगा और कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश के लाखों युवक विदेशों में रोजगार के लिए जाते हैं। हाल ही में अमेरिका से कई भारतीय जंजीरों में बांधकर वापस भेजे गये। यह सरकार की विफलता का प्रमाण है। इस अवसर पर उन्होंने लखीमपुरखीरी में 23 जून को तेंदुए से लोहा लेने वाले वीर श्रमिक और उसके परिवार का सम्मान किया।  

मुख्यमंत्री साय संसदीय पत्रकारिता विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में हुए शामिल

रायपुर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा परिसर के प्रेक्षागृह में संसदीय रिपोर्टिंग विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य और विधानसभा के रजत जयंती वर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश विधानसभा ने भी 25 वर्षों की गौरवमयी यात्रा पूरी की है और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ किया है। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि हाल ही में विधायकों के लिए भी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया था, जिसका लाभ हमारे सदस्यों को मिला है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में अनेक नवनिर्वाचित विधायक भी हैं, जिनकी यह जिम्मेदारी है कि वे अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाएं। इसी तरह पत्रकारों की भी अहम भूमिका है, जो विधानसभा की गतिविधियों को जनता तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी पत्रकार बंधु बड़ी मेहनत से विधानसभा की कार्यवाही को कवर करते हैं, जिससे आमजन यह जान पाते हैं कि विधायकों द्वारा उनके मुद्दों को गंभीरता से उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ विधानसभा द्वारा उत्कृष्ट पत्रकारों को सम्मानित करने की परंपरा को भी सराहा और कहा कि इससे पत्रकारों का मनोबल बढ़ता है तथा संसदीय रिपोर्टिंग को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह कार्यशाला पत्रकारों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी और इसके माध्यम से विधानसभा की गतिविधियां और अधिक प्रभावी रूप से जनता तक पहुंचेंगी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने संबोधन में संसदीय पत्रकारिता की महत्ता बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की 25 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा में पत्रकारों का योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने कहा कि संसदीय पत्रकारिता अत्यंत संवेदनशील दायित्व है, जो सदन की गोपनीयता, अनुशासन और गरिमा को बनाए रखते हुए जनता तक सटीक एवं निष्पक्ष जानकारी पहुंचाने का कार्य करती है। डॉ. सिंह ने कहा कि पत्रकार जब पक्ष–विपक्ष से परे रहकर निष्पक्ष रूप से विधानसभा की कार्यवाही का अवलोकन करते हैं और उसे प्रस्तुत करते हैं, तब लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि संसदीय प्रणाली की गहरी समझ से ही पत्रकार बेहतर ढंग से जनता को विधानसभा की गतिविधियों से अवगत करा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संसदीय पत्रकारिता में विशेष रूप से विधानसभा की प्रक्रिया से जुड़े समाचारों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना आवश्यक है, ताकि आमजन तक वे प्रभावी ढंग से पहुंच सकें। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ एवं दिवंगत पत्रकारों का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि प्रदेश की पत्रकारिता परंपरा ने सदैव विधानसभा की गरिमा बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यशाला में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पत्रकारों की भूमिका को नारद मुनि की परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि पत्रकार समयबद्धता और सजगता के साथ लोकतंत्र के संवाहक होते हैं। डॉ. महंत ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से सभी को कुछ नया सीखने का अवसर मिलेगा और संसदीय पत्रकारिता को समझने का दायरा और व्यापक होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आयोजन उपयोगी सिद्ध होगा और पत्रकारों के कार्य को नई दिशा देगा। उन्होंने अपनी लंबी संसदीय यात्रा का स्मरण करते हुए कहा कि इस दौरान पत्रकारों के साथ बिताए गए समय और अनुभव अत्यंत मूल्यवान रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों की सजगता, सटीकता और संवेदनशीलता की सराहना की, जो वर्षों से संसदीय गतिविधियों को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप, विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा, आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक श्री संजय द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे।