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पतंजलि का आयुर्वेदिक इनोवेशन, दन्त कांति गंडूष ऑयल पुलिंग हुआ बाजार में उपलब्ध

हरिद्वार पतंजलि ने आज इंडियन डेंटल एसोसिएशन की उपस्थिति में दन्त कांति गंडूष ऑयल पुलिंग नामक उत्पाद लांच किया। यह उत्पाद आयुर्वेद ग्रंथों में उल्लेखित गंडूष विधि पर आधारित है। आयुर्वेद में इसे ‘दिनचर्या’ का अभिन्न हिस्सा माना गया है। स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण की उपस्थिति में उत्पाद लॉन्चिंग इंडियन डेंटल एसोसिएशन, उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ. राजीव बंसल, सचिव डॉ. विश्वजीत वालिया, कोषाध्यक्ष डॉ. वैभव पाहवा के कर-कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यह उत्पाद पतंजलि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के तीन वर्षों के अथक पुरुषार्थ और समर्पण का परिणाम है। दन्त कांति गंडूष ऑयल पुलिंग केवल एक दैनिक क्रिया नहीं, यह एक चिकित्सा विज्ञान है, जो आज के समय की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि चरक संहिता व सुश्रुत संहिता जैसे आयुर्वेद के मूल ग्रंथों में गंडूष को मुँह के स्वास्थ्य की प्रमुख प्रक्रिया के रूप में वर्णित किया गया है। यह पतंजलि की दंत कांति शृंखला का नवीनतम और अभिनव उत्पाद है। उन्होंने कहा कि इसमें तुम्बरू तेल है, जो दाँतों व मसूड़ों को मजबूत करता है। लौंग तेल है, जो दांत के दर्द में राहत प्रदान करता है। पुदीना तेल, मुँह की दुर्गंध का नाश करता है। नीलगिरी तेल है, जोकि एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है, और बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकता है, साथ ही तुलसी तेल जीवाणुनाशक होने के कारण दाँतों को सड़न और संक्रमण से बचाता है।  अनावरण समारोह में इंडियन डेंटल एसोसिएशन से जुड़े डॉ.गुरप्रीत ओबेरॉय, पतंजलि हॉस्पिटल के दंत विभाग प्रमुख डॉ. कुलदीप सिंह, पतंजलि अनुसन्धान संस्थान के उपाध्यक्ष एवं प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. अनुराग वार्ष्णेय उपस्थित रहे।  

भारत बनेगा वैश्विक आपूर्ति नेटवर्क का मजबूत हिस्सा, सरकार का बड़ा लक्ष्य – पीयूष गोयल

नई दिल्ली केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता दुनिया के कुछ सबसे उन्नत क्षेत्रों को सशक्त बना रही है। साथ ही कहा कि सरकार का लक्ष्य भारत को आपूर्ति श्रृंखलाओं में वैश्विक स्तर पर विश्वसनीय भागीदार बनाना है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, भारत में विभिन्न ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के माध्यम से पहले से ही बहुत सारे डिजाइन और इनोवेशन हो रहे हैं, "हमारा लक्ष्य अब न केवल डिजाइन और इनोवेशन करना है, बल्कि यहां पेटेंट और उत्पादन करना भी है, जिससे भारत आपूर्ति श्रृंखलाओं में वैश्विक स्तर पर विश्वसनीय भागीदार बन सके।" उन्होंने देवनहल्ली में कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) एयरोस्पेस विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) का दौरा किया और देश में फ्रांसीसी प्रमुख सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की ज्वाइंट इनिशिएटिव की सराहना की। गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "एसईजेड में संचालित कई इकाइयों की लीडरशीप के साथ भी बातचीत की और नीति निर्माण प्रक्रिया को मजबूत करने में मदद करने के लिए उनकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया और सुझाव लिए।" पिछले महीने, पेरिस एयर शो के 55वें संस्करण में, विमान इंजन के डिजाइन, विकास और उत्पादन में दुनिया की अग्रणी फ्रांसीसी इंजन निर्माता कंपनी सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन ने एलईएपी इंजन के रेटेटिंग पार्ट्स के उत्पादन के लिए भारत की अग्रणी एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी एचएएल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। यह समझौता सरकार की "मेक इन इंडिया" नीति का भी समर्थन करता है। एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. डीके सुनील ने कहा, "हमें सफ्रान के साथ इस दीर्घकालिक साझेदारी का विस्तार करने और एलईएपी कार्यक्रम के लिए इनकोनेल भागों के लिए फोर्जिंग प्रक्रियाओं में अपनी औद्योगिक विशेषज्ञता विकसित करने पर वास्तव में गर्व है।" फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन भारत में अपनी क्षमताओं और उपस्थिति को बढ़ा रहा है। कंपनी पहले से ही हैदराबाद, बेंगलुरु और गोवा में पांच प्रोडक्शन साइट्स का संचालन करती है।

फिल्म ‘मासूम’ की सिक्वल लेकर आ रहे हैं शेखर कपूर

मुंबई,  चार दशक पहले आई फिल्म ‘मासूम’ की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए निर्माता शेखर कपूर ‘मासूम – द नेक्स्ट जेनरेशन’ लेकर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर हाल ही में मूल फिल्म के पोस्टर के साथ साझा एक भावुक पोस्ट में उन्होंने अपनी यात्रा और इस कहानी के प्रति अपने निजी जुड़ाव को याद किया। शेखर कपूर ने लिखा कि यह फिल्म घर और पहचान के सवालों के बारे में है और इसे गढ़ने में उन्हें पूरे दस साल लगे ताकि यह मूल फिल्म जितनी सरल हो लेकिन उतनी ही गहरी और अर्थपूर्ण भी। कपूर ने माना कि यह सीक्वल उनके अपने जीवन में हमेशा मौजूद रही पहचान की खोज से प्रेरित है, जो उनके लिए बेहद निजी रही है। इसी विषय पर 1983 की ‘मासूम’ में नजर आई दिग्गज अभिनेत्री शबाना आज़मी ने भी हाल ही में बात की। उन्होंने कहा कि शेखर कपूर को पहचान का सवाल हमेशा उलझाता रहा है और वह लंबे समय से इसे समझने की कोशिश करते रहे हैं। शेखर कपूर ने एक हालिया स्क्रिप्ट नैरेशन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब उन्होंने फिल्म उद्योग के अपने करीबी दोस्तों को यह कहानी सुनाई तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए और उनकी अपनी आंखें भी भर आईं। उन्होंने कहा कि अब, जब वह दोबारा निर्देशक की कुर्सी पर लौट रहे हैं, तो वे आशीर्वाद चाहते हैं कि इस कहानी की सच्चाई को उसी सरलता से कह सकें और एक बार फिर परिवार, घर और पहचान के नजरिए से भावनाओं की गहराइयों में उतर सकें। ‘मासूम – द नेक्स्ट जेनरेशन’ के साथ शेखर कपूर सिर्फ एक सीक्वल नहीं बना रहे हैं, बल्कि उस भावना और ईमानदारी को फिर से जीना चाहते हैं जिसने दशकों पहले लोगों के दिलों को छुआ था। इस बार उनके साथ उनकी बेटी कावेरी कपूर भी हैं, जो फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। पद्म भूषण से सम्मानित और विश्व सिनेमा में अपनी अलग पहचान रखने वाले शेखर कपूर इस नई फिल्म के जरिए एक ऐसी कहानी कहना चाहते हैं जो घर, परिवार और पहचान जैसे सार्वकालिक सवालों को नए दौर के नजरिए से फिर से देखने का अवसर दे। बता दें कि फिल्म ‘मासूम’ ने परिवार, प्यार और गहन भावनाओं के सरल मगर असरदार चित्रण से लाखों दर्शकों का दिल छू लिया था। एक बार फिर निर्माता शेखर कपूर इसी तरह की कहानी दर्शकों के लिए लेकर आ रहे हैं।  

झुंझुनूं में नग्न अवस्था में युवक का शव मिलने से सनसनी, हत्या की आशंका, जांच में जुटी पुलिस

झुंझुनूं झुंझुनूं जिले के सिंघाना थाना क्षेत्र स्थित पचेरी खुर्द गांव में रविवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब दिल्ली-झुंझुनूं नेशनल हाईवे पर रॉयल होटल के पास एक युवक का नग्न अवस्था में शव मिला। शव की स्थिति और शरीर पर गहरे चोटों के निशान से हत्या की आशंका जताई जा रही है। मृतक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। सुबह हाईवे किनारे शव को देख ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे थानाधिकारी राजपाल यादव ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल को घेर कर जांच शुरू की। युवक के शरीर पर कई जगह गंभीर चोटों के निशान हैं, जिससे आशंका है कि उसकी बेरहमी से हत्या की गई और शव को घटनास्थल पर लाकर फेंका गया। पुलिस के अनुसार, घटनास्थल के आसपास संघर्ष या खून के कोई स्पष्ट निशान नहीं मिले हैं, जिससे यह संकेत मिल रहे हैं कि हत्या किसी अन्य स्थान पर की गई और बाद में शव को यहां लाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की उम्र लगभग 25 से 30 वर्ष के बीच बताई जा रही है। मृतक की पहचान के लिए पुलिस आसपास के थानों से गुमशुदगी की रिपोर्ट खंगाल रही है। साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि शव को किस वाहन से लाया गया और आरोपी कौन हो सकता है। पुलिस विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है जिसमें निजी रंजिश, लूटपाट या अन्य आपराधिक कारण शामिल हो सकते हैं। इस वीभत्स वारदात के बाद क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल है। लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं जबकि पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।  

रायपुर एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने पेंडिंग मामले, एक्सीडेंट, नशे के बढ़ते मामलों पर हुई चर्चा

रायपुर रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा और रायपुर एसएसपी डॉक्टर लाल उम्मेद उमेंद्र सिंह ने आज जिले के सभी एएसपी, सीएसपी और थाना प्रभारियों की बैठक ली. बैठक में शहर में बढ़ते अपराध, सुरक्षा व्यवस्था और आगामी विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा की गई. रायपुर एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि बैठक में पेंडिंग मामले. एक्सीडेंट, नशे के बढ़ते मामलों के साथ पुलिस अधिकारियों से कई विषयों पर चर्चा हुई. जुलाई के दूसरे पखवाड़े में होने वाले विधानसभा के सत्र के दौरान तत्परता से ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा थाना में प्रार्थियों से प्रेम व्यवहार से बातचीत करने कहा गया है. एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने कहा कि पिछले दिनों 24 थानों के प्रभारी बदले गए है. सभी को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने थाने का प्रभार जल्द से जल्द संभाले. आगामी त्योहार की दृष्टि से देखते हुए कैसे सही पुलिसिंग रखे, उसे बताया गया. वहीं विजन को लेकर स्टाफ को अलर्ट किया गया है. चाकूबाजी करने वालों के साथ नशे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है. इसके अलावा एक साल के ऊपर लंबित अपराध को निपटाने कहा गया है. पुलिस रिमांड पर लिया गया हसन आबिदी एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि पटवारी से जबरिया वसूली मामले में आरोपी हसन आबिदी को पुलिस ने 3 दिन की रिमांड पर लिया है. उन्होंने बताया कि हसन आबिदी अब राज खोलने लगा है. आरोपी ने पीएम आवास दिलाने के नाम पर भी ठगी की थी. इस संबंध में राजेंद्र नगर थाना में गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया है. गरीबों से रकम लेकर हसन आबिदी को देते थे.

झांसी स्टेशन पर समय रहते मिली मदद, महिला कर्मचारियों ने कराई सुरक्षित डिलीवरी

झांसी उत्तर मध्य रेलवे के झांसी स्टेशन पर उस समय एक बच्ची की किलकारी गूंज उठी जब महिला रेलवे कर्मचारियों एवं डॉक्टरों की मदद से एक महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. डिलीवरी के बाद महिला को निकटवर्ती अस्पताल भेजा गया. उत्तर मध्य रेलवे के झांसी स्टेशन पर शनिवार को उस समय भावुक दृश्य देखने को मिला जब एक महिला यात्री की प्रसव पीड़ा के बीच रेलवे कर्मचारियों की तत्परता से प्लेटफॉर्म पर ही सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. रेलवे जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने प्रेस नोट के माध्यम से यह जानकारी साझा की. दरअसल, ट्रेन संख्या 15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस में पनवेल से बाराबंकी जा रही एक गर्भवती महिला को रास्ते में अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी. महिला की हालत बिगड़ती देख तुरंत रेलवे हेल्पलाइन से संपर्क किया गया और इसके बाद झांसी रेल कंट्रोल को जानकारी दी गई. सूचना मिलते ही रेलवे की महिला कर्मचारी टीम, मेडिकल टीम और अन्य स्टाफ अलर्ट मोड पर आ गए. जैसे ही ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर पहुंची, महिला यात्री को रेलवे मेडिकल टीम, रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ पाली प्रभारी पीएन सोनी एवं महिला टिकट कर्मचारियों, उप स्टेशन अधीक्षक वाणिज्य मणि राय तथा स्टेशन पर उपस्थित आर्मी डॉक्टर की सहायता द्वारा तत्परता से अटेंड किया गया.   महिला की सुरक्षित डिलीवरी इसके बाद रेलवे की ओर से मौजूद डॉ. टीम तथा महिला चेकिंग स्टाफ लिली कुशवाहा, राखी कुशवाहा, ज्योतिका साहू एवं कविता अग्रवाल की मदद से झांसी स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी करवाई. बिना देर किए प्लेटफॉर्म को अस्थायी प्रसव कक्ष में बदल दिया गया और सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया.इस दौरान  लिली कुशवाहा ने बिना किसी हिचक के अपने वस्त्रों की परवाह किए बिना नवजात कन्या को सुरक्षित संभाला और माँ को सौंपा. डिलीवरी के बाद महिला को प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस के माध्यम से निकटवर्ती अस्पताल भेजा गया. जहां दोनों स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं.

रॉयटर्स का X अकाउंट ब्लॉक होने पर मचा बवाल, भारत सरकार ने झाड़ा पल्ला

नई दिल्ली  दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ऐसे सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने गैंग के साथ मिलकर कैब ड्राइवरों की हत्याओं की साजिश रची. आरोपी अजय लांबा और उसके तीन साथी किराए पर कैब बुक करते, ड्राइवर को पहाड़ियों में ले जाकर पहले बेहोश करते और फिर गला घोंटकर हत्या कर देते थे. लाश को खाई में फेंक दिया जाता, जबकि गाड़ी को नेपाल में बेच देते थे.   दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की आरकेपुरम टीम ने ऐसे सीरियल किलर को पकड़ा है, जिसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर चार कैब ड्राइवर्स की हत्या की. इसके बाद शवों को उत्तराखंड की पहाड़ियों से गहरी खाई में फेंक दिया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान अजय लांबा के रूप में हुई है, जो दिल्ली के इंडिया गेट इलाके से पकड़ा गया. पुलिस के अनुसार यह गिरोह पिछले कई वर्षों से एक्टिव था. अब तक कई कैब ड्राइवरों को अपना शिकार बना चुका है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गैंग रेंट पर कैब बुक करता था. ड्राइवर को उत्तराखंड की ओर ले जाकर पहले उसे नशीला पदार्थ देकर बेहोश करता था. इसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी जाती थी. लाश को अल्मोड़ा, हल्द्वानी और उधमसिंह नगर जैसे इलाकों की गहरी खाइयों में फेंक दिया जाता था, जिससे शव कभी बरामद न हो सकें. हत्या के बाद आरोपी कैब को नेपाल ले जाकर ऊंचे दामों में बेचते थे.   अब तक इस केस में चार ड्राइवरों की हत्या की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से केवल एक शव पुलिस बरामद कर सकी है. बाकी तीन शवों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस को शक है कि यह गैंग दर्जनों मिसिंग कैब ड्राइवर केसों से जुड़ा हो सकता है, और उनकी हत्या भी इन्हीं आरोपियों ने की हो. गिरफ्तार आरोपी अजय लांबा नेपाल में भी करीब 10 साल तक छिपा रहा और वहीं की एक युवती से शादी की. उसके खिलाफ दिल्ली में ड्रग्स तस्करी और ओडिशा में डकैती जैसे संगीन मामलों में पहले भी जेल जा चुका है. इस गैंग के अन्य सदस्य धीरेंद्र और दिलीप पांडे पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन एक और अहम आरोपी धीरज अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है. दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए इस सीरियल किलर से गहन पूछताछ जारी है. दिल्ली से लेकर उत्तराखंड और नेपाल तक फैले इस गिरोह का नेटवर्क अब पुलिस के निशाने पर है.

देवशयनी एकादशी: काशी में गंगा स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु, लगाई आस्था की डुबकी

वाराणसी सनातन धर्म में विशेष महत्व रखने वाली देवशयनी एकादशी के पावन अवसर पर रविवार को काशी के गंगा घाटों पर श्रद्धालु उमड़ पड़े। श्रद्धालुओं ने सुबह दशाश्वमेध घाट सहित अन्य प्रमुख घाटों पर गंगा स्नान किया और भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की। मान्यता है कि इस दिन गंगा में डुबकी लगाने से पापों का नाश होता है और पुण्य फलों में वृद्धि होती है। सुबह से ही घाटों पर स्नान और पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। दशाश्वमेध घाट पर महिलाओं के साथ ही बच्चे और बुजुर्ग भी आस्था की डुबकी लगाते नजर आए। प्रतापगढ़ से काशी पहुंचे श्रद्धालु शिवम ने बताया, “एकादशी के दिन गंगा नदी में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यता है कि कई पाप और दोष खत्म हो जाते हैं।” राजन कुमार ने बताया, “गंगा में स्नान करने से तन-मन दोनों पवित्र हो जाते हैं और पूजा-पाठ से कई पुण्य फल मिलते हैं। हम लोग आज के दिन अन्न का त्याग कर फलाहार ही खाते हैं, व्रत रखते हैं और भोलेनाथ के साथ नारायण की पूजा करते हैं।” दशाश्वमेध घाट के पुरोहित विवेकानंद पाण्डेय ने बताया, “आषाढ़ मास की एकादशी है। आज के दिन व्रत-पूजन करने से कई लाभ मिलते हैं। भक्त भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वो उनके दुख-दर्द दूर करें।” ‘हर-हर महादेव’ और ‘नारायण-नारायण’ के जयघोष से घाटों का माहौल भक्तिमय बन गया। श्रद्धालुओं ने गंगा जल से भगवान विष्णु का अभिषेक किया, पीले फूल, तुलसी पत्र और पंचामृत अर्पित किए। वहीं, कई भक्तों ने विष्णु सहस्रनाम का पाठ भी किया और दान-पुण्य के कामों में हिस्सा भी लिया। इस दिन किए गए दान को विशेष फलदायी माना जाता है। हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीरसागर में योगनिद्रा में चले जाते हैं और सृष्टि का संचालन भगवान शिव संभालते हैं। इस अवधि को चातुर्मास कहा जाता है, जो 6 जुलाई से शुरू होकर 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी तक चलेगा। इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक रहती है, क्योंकि मान्यता है कि भगवान विष्णु की अनुपस्थिति में शुभ कार्यों में उनका आशीर्वाद नहीं मिलता।  

‘तन्वी द ग्रेट’ को मिला ‘स्टैंडिंग ओवेशन’ तो गदगद हुए अनुपम खेर, बोले- ‘40 साल के करियर में सबसे यादगार पल’

मुंबई, फिल्म निर्माता-अभिनेता अनुपम खेर की अपकमिंग फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने को तैयार है। खेर ने रविवार को सोशल मीडिया पर फिल्म से जुड़ा पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि शनिवार को स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान नेशनल डिफेंस अकादमी में ‘तन्वी द ग्रेट’ के लिए खड़े होकर तालियां बजाई गईं, जो उनके लिए यादगार पल बन गया है। इंस्टाग्राम पर अनुपम खेर ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह अपने जज्बात बयां करते नजर आए। उन्होंने कैप्शन में लिखा, “नेशनल डिफेंस अकादमी में ‘तन्वी द ग्रेट’ के लिए खड़े होकर तालियां बजाई गईं। एक अभिनेता और मनोरंजनकर्ता के रूप में मेरे 40 साल के करियर में यह मेरे जीवन का सबसे यादगार पल है।” उन्होंने आगे बताया, “भारत में ‘तन्वी द ग्रेट’ की पहली स्क्रीनिंग नेशनल डिफेंस एकेडमी खड़कवासला में थी, एक ऐसी जगह जहां युवा कैडेट्स को हमारे सशस्त्र सेवा अधिकारी बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। एकेडमी (एनडीए) के कमांडेंट वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह ने कैडेट्स से फिल्म के बारे में अपनी राय स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने को कहा, तो एनडीए के हबीबुल्लाह ऑडिटोरियम में मौजूद सभी लोग तालियों की गड़गड़ाहट के साथ खड़े हो गए। यह मेरे लिए एक बहुत ही भावुक और कभी न भूल पाने वाला पल था।” खेर ने आगे बताया, “मैंने और टीम ने फिल्म बनाने में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन इस पल ने सारी मेहनत को सार्थक कर दिया। भले ही फिल्म का भविष्य अनिश्चित हो, लेकिन 2500 से अधिक कैडेट्स और अधिकारियों का उत्साह और समर्थन ब्लॉकबस्टर अनुभव रहा। सभी लोगों के प्रति आभार।” खेर ने शनिवार को पोस्ट के जरिए फैंस को जानकारी दी थी कि ‘तन्वी द ग्रेट’ की नेशनल डिफेंस एकेडमी कैडेट्स और ऑफिसर्स के लिए स्क्रीनिंग होगी। वहीं, शनिवार को फिल्म का पहला गाना भी रिलीज होगा। अनुपम खेर के निर्देशन में तैयार फिल्म में ऑस्कर विजेता एमएम कीरावानी ने संगीत दिया है। फिल्म का निर्माण अनुपम खेर स्टूडियोज ने एनएफडीसी (राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम) के साथ मिलकर किया है। ‘तन्वी द ग्रेट’ में अनुपम खेर के साथ ही इयान ग्लेन, बोमन ईरानी, जैकी श्रॉफ, अरविंद स्वामी, पल्लवी जोशी, करण टैकर, नासिर और शुभांगी भी अहम भूमिकाओं में हैं। ‘तन्वी द ग्रेट’ 18 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।  

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये ऑनलाइन आवेदन एवं नामांकन की प्रक्रिया शुरू

13 जुलाई तक किये जा सकेंगे नामांकन एवं आवेदन भोपाल  प्रदेश में केन्द्र सरकार के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग मंत्रालय नई दिल्ली के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये आवेदन और नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने समस्त जिला कलेक्टर्स एवं जिला शिक्षा अधिकारी को दिशा-निर्देश जारी किये हैं। आवेदन एवं नामांकन वेब पोर्टल http://nationalawardstoteachers.education.gov.in पर 13 जुलाई तक स्वीकार किये जायेंगे। प्रदेश में जिन शिक्षकों द्वारा 13 जुलाई तक नामांकन कर दिया जायेगा उनके अभिलेख, ऑडियो, वीडियो 15 जुलाई तक पोर्टल पर अपलोड किये जा सकेंगे। जिला स्तरीय चयन समिति शिक्षक द्वारा किये गये नामांकन की प्रथम स्तर पर स्कूटनी के लिये जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी। समिति में राज्य शासन का प्रतिनिधित्व जिले के डाइट प्राचार्य और कलेक्टर द्वारा नामांकित प्रतिष्ठित शिक्षाविद् सदस्य के रूप में करेंगे। राज्य स्तरीय चयन समिति राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार एवं सम्मान के लिये राज्य स्तर पर भी समिति होगी। सचिव स्कूल शिक्षा विभाग अध्यक्ष होंगे। समिति के अन्य सदस्यों में केन्द्र सरकार के नामांकित प्रतिनिधि, संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के साथ आयुक्त लोक शिक्षण सदस्य सचिव के रूप में शामिल होंगे। राज्य चयन समिति द्वारा विशेष श्रेणी सहित अधिकतम 6 अनुशंसाएं केन्द्र सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर अग्रेषित की जा सकेंगी। समय सारणी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की ऑनलाइन प्रक्रिया के निष्पादन की समय सारणी निर्धारित की गई है। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के ऑनलाइन आवेदन एवं नामांकन 13 जुलाई 2025 तक स्वीकार किये जायेंगे। शिक्षक द्वारा अंतिम रूप से नामांकन पूर्ण करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई तय की गई है। जिला स्तरीय चयन समिति द्वारा राज्य चयन समिति के लिये ऑनलाइन पोर्टल पर 3 अनुशंसाओं को 16 जुलाई से 25 जुलाई तक भेजा जा सकेगा। राज्य चयन समिति द्वारा नेशनल ज्यूरी को शॅार्ट-लिस्टेड 6 अनुशंसाएं केन्द्र सरकार को ऑनलाइन 26 जुलाई से 4 अगस्त तक भेजी जा सकेंगी। पुरस्कार के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के बेव पोर्टल से प्राप्त किये जा सकते हैं।