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Nvidia ने छुआ नया शिखर, बनी दुनिया की नंबर 1 मार्केट कैप कंपनी

इंदौर AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) क्रांति की तेज लहर में एक नया चैप्टर जुड़ गया है। ग्राफिक्स और प्रोसेसर चिप निर्माता कंपनी Nvidia ने 3.92 ट्रिलियन डॉलर के ऐतिहासिक मार्केट कैप को छू लिया है। इस उपलब्धि ने कंपनी को दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बना दिया है। इसने Apple के पहले के रिकॉर्ड ($3.915 ट्रिलियन, दिसंबर 2024) को भी पार कर दिया है।   क्यों Nvidia बन गई AI क्रांति की धुरी? Microsoft, Google, Meta और Amazon जैसे टेक दिग्गज AI पर अरबों डॉलर खर्च कर रहे हैं। Nvidia उनके लिए बुनियादी हार्डवेयर मुहैया करवा रही है। ऐसे में यह Nvidia को AI इकोसिस्टम के लिए बहुत जरूरी बना देती है। Nvidia के GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) कभी गेमिंग के लिए डिजाइन थे, जो कि अब बड़े-बड़े AI मॉडल जैसे GPT, Gemini और Grok को ट्रेन करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। कंपनी के प्रोसेसर लगभग सभी प्रमुख AI डाटा सेंटर्स में लगे हुए हैं, जिससे Nvidia AI के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का राजा बन गया है। Nvidia का मार्केट वैल्यू 2021 से अब तक आठ गुना बढ़ चुका है। इसने $500 बिलियन से $3.92 ट्रिलियन तक का सफर तय किया है। बाजार में बड़ी टेक कंपनियों से आगे Nvidia ने बाजार पूंजीकरण के मामले में Microsoft ($3.7 ट्रिलियन), Apple ($3.19 ट्रिलियन), Google की पैरेंट कंपनी Alphabet ($2.3 ट्रिलियन) और Amazon ($2.2 ट्रिलियन) को पीछे छोड़ दिया है। विशेष बात यह है कि Nvidia की यह वैल्यूएशन ब्रिटेन के पूरे स्टॉक मार्केट से भी बड़ी है और कनाडा व मैक्सिको की सभी पब्लिक कंपनियों के कुल मूल्य से अधिक है। चिप किंग से अरबपति बादशाह Nvidia के CEO जेनसन हुआंग की संपत्ति भी कंपनी के साथ आसमान छू रही है। 2025 में नेट वर्थ: $139 बिलियन सिर्फ 2025 में संपत्ति में वृद्धि: $25 बिलियन (Bloomberg Billionaires Index के अनुसार)

तेजाब फेंकने वाली युवती गिरफ्तार, दुकानदार पर भी FIR दर्ज

जबलपुर ग्वारीघाट के अवधपुरी में सहेली पर तेजाब फेंकने के मामले में युवती को अवैध रूप से तेजाब बेचने वाले पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आरोपिता को सिविक सेंटर स्थित अनुप्रास इंटर प्राइज के संचालक शक्तिनगर निवासी सत्येंद्र गुप्ता (67) को भी आरोपित बनाया है। उस पर धारा 6(1)(ए) विष अधिनियम एवं 286 बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध किया है। यह कार्रवाई खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की जांच के बाद की गई है।   क्या है मामला मालूम हो कि अवधपुरी निवासी इंजीनियरिंग छात्रा इशिता साहू ने कुछ दिन पूर्व अपनी बचपन की सहेली को सरप्राइज देने के लिए घर से बुलाया था। पड़ोस में रहने वाली उसकी सहेली श्रृद्धा जैसे ही बाहर आयी, इशिता ने उस पर तेजाब फेंक दिया था। इस हमले में श्रृद्धा का चेहरा सहित लगभग 50 प्रतिशत शरीर झुलस गया है। घायल श्रृद्धा अस्पताल में उपचाररत है। अपनी सहेली की सुंदरता से आरोपित इशिता जलती थी। कुछ समय पूर्व उसका एक युवक के साथ वीडियो वायरल हुआ था। इशिता को संदेह था कि वीडियो वायरल करने में उसकी सहेली श्रृद्धा की भूमिका है। इस घटना के बाद आरोपित इशिता मन ही मन श्रृद्धा से रंजिश रखने लगे थी। कुछ दिन पहले उसे पता चला कि श्रृद्धा की कोलकाता में नौकरी लग गई और वह जा रही है। तब उसने बदला लेने के लिए उस पर तेजाब से हमला कर दिया था। एसिड अटैक पीड़िता को देखने पहुंचे मंत्री सहेली द्वारा किए गए एसिड अटैक में घायल अवधपुरी कॉलोनी निवासी पीड़िता को देखने लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह स्थानीय एमएच हॉस्पिटल पहुंचे। मंत्री उन्होंने अस्पताल में भर्ती पीड़िता के स्वास्थ्य की जानकारी ली साथ ही स्वजन से भेंट की। उन्होंने कहा इस तरह की घटनाएं समाज को झकझोर देती है। चिकित्सकों के अनुसार अभी उनकी हालत स्थिर है और आशा है वह जल्द ही स्वस्थ होगी।

फिलिस्तीन समर्थन पर विवाद: जबलपुर में लगे बैनर, आयोजकों पर FIR दर्ज करने के निर्देश

जबलपुर जबलपुर के मालवीय चौक पर मोहर्रम के अवसर पर लंगर वितरण के दौरान शनिवार देर रात फिलिस्तीन के समर्थन में बैनर लगाए जाने की घटना सामने आई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बैनर को जब्त कर लिया है। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक मोहर्रम के अवसर पर शहर भर में अनेक आयोजन का क्रम जारी है। इसी बीच शहर के व्यस्ततम चौराहे पर लंगर वितरण किया जा रहा था। जब लोग वहां से गुजरे तो फिलिस्तीन के समर्थन में बैनर लगा देखा।   पुलिस ने शुरू की बैनर लगाने वालों की जांच रस्सियों से बांधकर लगाए गए बैनर में 'प्रे फार फिलिस्तीन' लिखा हुआ था। यह देख आक्रोश बढ़ा तो कुछ लोगों ने इसकी सूचना थाने और कंट्रोल रूम में दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बैनर को तत्काल निकलवाकर जब्त कर लिया है। पुलिस ने बैनर कब लगा और किसने लगाया, इसकी जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी निकलवाकर देखे जा रहे हैं। इसके बाद ही संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। हिंदूवादी संगठनों का आक्रोश इधर, हिंदूवादी संगठनों ने आक्रोश व्यक्त किया है। उनका आरोप है कि मोहर्रम पर शांति व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस सक्रिय है। इसके बावजूद मालवीय चौक जैसे व्यस्त क्षेत्र में खुलेआम फिलिस्तीन के समर्थन में बैनर लगाया जा रहा है। फिलिस्तीन के प्रति समर्थन जताकर कुछ लोग अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। संगठनों ने शांति व सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वाले आरोपितों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एनसी क्लासिक 2025 में गदर काटा, खिताब किया अपने नाम

नई दिल्ली  भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने  एनसी क्लासिक 2025 में गदर काटा। उन्होंने प्रतियोगिता का पहला खिताब अपने नाम कर लिया है। नीरज प्रतियोगिता के मेजबान थे। वह पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 86.18 मीटर के थ्रो के साथ पहले स्थान पर रहे। उन्होंने बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में जोश से भरे माहौल में अपना दबदबा बनाया। 27 वर्षीय नीरज किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में मेजबान के रूप में भाग लेने वाले पहले भारतीय हैं। एनसी क्लासिक को विश्व एथलेटिक्स द्वारा कैटेगरी ए का दर्जा दिया गया है। दोहरे ओलंपिक पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन नीरज ने शुरुआत एक फाउल थ्रो के साथ की। उन्होंने दूसरे प्रयास में 82.99 मीटर दूरे भाला फेंका। उन्होंने तीसरे प्रयास में 86.18 मीटर का थ्रो किया, जो बेस्ट रहा। इसके बाद, उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में दोनों हाथ हवा को ऊपर उठाकर जश्न मनाया।स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट और शोर मचाकर उनके हौसले को बढ़ाया। उनका चौथा थ्रो फाउल रहा भारतीय स्टार का पांचवां थ्रो 84.07 मीटर दूर गया। वहीं, भारतीय स्टार का छठा और आखिरी थ्रो 82.22 मीटर का था। यह उनका लगातार तीसरा खिताब है। नीराज ने इससे पहले पेरिस डायमंड लीग (20 जून) और पोलैंड के ओस्ट्रावा में गोल्डन स्पाइक (24 जून) में खिताब जीता था। केन्या के जूलियस येगो दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने 84.51 मीटर दूरा फाला फेंका। श्रीलंका के रूमेश पथिरगे (84.34 मीटर थ्रो) तीसरा नंहर पर फिनिश किया। भारत के सचिन यादव चौथे स्थान पर रहे। उन्होंने 82.33 मीटर का थ्रो किया। नीरज ने इस प्रतियोगिता को जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के सहयोग से आयोजित किया गया था। इसे भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने मंजूरी दी थी। नीरज चोपड़ा क्लासिक प्रतियोगिता में 12 भाला फेंक खिलाड़ियों ने भाग लिया जिसमें सात शीर्ष अंतरराष्ट्रीय भाला फेंकने वाले खिलाड़ी शामिल थे। इसमें चोपड़ा सहित पांच भारतीय खिलाड़ियों ने भी चुनौती पेश की। नीरज ने स्वीडन के पोल वॉल्टर अर्मांडो डुप्लांटिस और कीनिया के लंबी दूरी के धावक किपचोगे कीनो से प्रेरणा ली है, जिनके नाम पर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट मोंडो क्लासिक और किप कीनो क्लासिक होते हैं। एनसी क्लासिक पहले 24 मई को हरियाणा के पंचकूला में होना था लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रसारकों की जरूरत के अनुसार लाइट की व्यवस्था नहीं होने से इसे बेंगलुरु में कराने का फैसला किया गया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के कारण प्रतियोगिता को स्थगित कर दिया गया था ।  

शहडोल में आफत की बारिश, जिला अस्पताल और रेलवे स्टेशन तक डूबे पानी में

शहडोल रात से शुरू हुई बारिश रविवार की सुबह अभी तक जारी है। स्थिति यह है की नदी नाले उफान पर है और शहर के रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल, सड़कों और घरों में पानी भर गया है। गलियों में पानी का बहाव तेजी से चल रहा है। जो मकान निचले इलाके में है वहां पानी भर गया है और लोग घरों से पानी निकालने में जुटे हुए हैं। हालत यह है कि जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है । शहडोल कलेक्टर ने नाकाबंदी करवा दी है नदी जहां से गुजरती है वहां के पुल और रपटों पर आना-जाना रोक दिया गया है। इस तरह से ग्रामीण क्षेत्र का शहर से पूरी तरह से संपर्क टूट चुका है। भारी बारिश ने स्थिति को बहुत ही दुष्कर बना दिया है। हालत यह है कि एक ही स्पीड में कई घंटे से बरसात हो रही है लोग अपने घरों में हैं। जिन घरों में पानी भरा हुआ है वहां के लोग पूरा परिवार पानी निकालने में जुटा हुआ है। बारिश को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए शहडोल जिला मुख्यालय के अधिकांश निचले इलाकों में पानी का सैलाब देखा जा रहा है ।लोग नहीं समझ पा रहे हैं कि क्या किया जाए। शहडोल शहर में बरसात के पहले नगर पालिका को ड्रेनेज सिस्टम ठीक करना था और बरसात के पानी की निकासी का व्यवस्था करनी थी, लेकिन इस तरह के कोई इंतजाम नहीं किए गए। यही कारण है कि अब पानी का यह सैलाब लोगों के घरों में घुस रहा है। कई इलाकों में घरों में घुस गया पानी आज रविवार का दिन है और छुट्टी का दिन है लोग अपने घरों में है लेकिन उनका समय घरों में घुसे पानी को निकालने में बीत रहा है। जिला अस्पताल के कई वार्डों में पानी भर गया है। पांडव नगर के शासकीय आवासों में भी पानी का भराव देखा जा रहा है। शहर के मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए हैं और आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। पिछले कई सालों में इस तरह की बरसात जुलाई के महीने में देखी जा रही है। बारिश से शहडोल शहर के आलीशान कॉलोनियों में भी घुटने तक पानी भरा, स्वास्तिक ग्रीन वैली, एमआर सिटी, राज रेजिडेंसी में लोगों के घरों में घुसा बारिश का पानी,पार्किंग में खड़ी कार और दुपहिया वाहन डूबे। 

माहौल बिगाड़ने की साजिश? ताजिया के दौरान चबूतरा टूटने पर बरेली में बढ़ा तनाव

फरीदपुर (बरेली) यूपी के बरेली में माहौल खराब करने की कोशिश की गई। फतेहपुर में बहुसंख्यक आबादी के बीच ताजिया रखने के दौरान पड़ोस की दुकान का चबूतरा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसको लेकर वहां रहने वाले व्यापारियों ने हंगामा कर दिया। पुलिस ने विवाद शांत करने को अपनी ओर से मुकदमा भी दर्ज किया लेकिन व्यापारी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर धरने पर बैठ गए। उन्होंने गिरफ्तारी न होने तक ताजिया न निकलने देने की बात कही है। फरीदपुर के मोहल्ला साहूकारा में बहुसंख्यक आबादी के बीच उत्तम अग्रवाल के घर के सामने रात में ताजिया रखने की कई वर्ष पुरानी परंपरा है। कभी इसको लेकर कोई विवाद भी नहीं हुआ। मगर शनिवार रात करीब साढ़े तीन बजे यहां ताजिया रखने के दौरान मुस्लिम पक्ष के लोगों ने पड़ोस के व्यापारी दीपक अग्रवाल का चबूतरा हथौड़े से क्षतिग्रस्त कर दिया। आरोप है कि उनकी दुकान के शटर को भी तोड़ने की कोशिश की गई। रविवार सुबह वहां रहने वाले व्यापारियों ने चबूतरा टूटा देखा तो वे लोग आक्रोशित होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो उसमें चबूतरा तोड़ने वाले सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। बेवजह चबूतरा तोड़कर माहौल खराब करने की कोशिश की गई है। पुलिस ने व्यापारियों को समझाने की कोशिश कर अपनी ओर से मुकदमा दर्ज कर एक महिला को हिरासत में ले लिया। मगर व्यापारी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक ताजिया नहीं उठने देंगे। मौके पर मौजूद पुलिस कर रही है वार्ता घटना की सूचना पर सीओ संदीप सिंह और इंस्पेक्टर राधेश्याम फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे हैं। दोनों पक्षों के लोगों से वार्ता कर विवाद का समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है कि त्योहार को सकुशल संपन्न कराया जा सके।  

मोर्ने मोर्कल ने देरी से पारी घोषित करने के फैसले को लेकर तोड़ी चुप्पी, इंग्लैंड के बैजबॉल से डरा भारत?

नई दिल्ली मोर्ने मोर्कल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट के चौथे दिन देर से पारी घोषित करने के भारत के फैसले का बचाव किया है और कहा है कि वे इंग्लैंड और बाजबॉल के बारे में चिंतित नहीं थे। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 427 रन बनाए, जिसमें शुभमन गिल ने 161 रन बनाए और रवींद्र जडेजा और ऋषभ पंत ने शानदार अर्धशतक जड़े। पहली पारी में 180 रनों की बड़त के साथ भारत ने मेजबानों के सामने जीत के लिए 608 रनों का टारगेट रखा है। इस स्कोर का पीछा करते हुए इंग्लैंड 72 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा चुका है। मैच के पांचवें और आखिरी दिन मेजबानों को जीत के लिए 536 रनों की दरकार है और उनके हाथों में 7 विकेट शेष है। जब भारत ने पारी घोषित की तो कई फैंस और क्रिकेट पंडितों को लगा कि शुभमन गिल ने थोड़ी देरी कर दी है। टेस्ट क्रिकेट में जहां आज तक 418 रनों से बड़ा टारगेट चेज नहीं हुआ वहां भारत ने ज्यादा समय तक बैटिंग कर हार को गेम से बाहर करने की कोशिश की, जिस वजह से इंग्लैंड को चौथे दिन 16 ही ओवर बैटिंग करने का मौका मिला। अगर भारत पारी जल्दी घोषित कर देता तो इंग्लैंड को वह अधिक ओवर खिला सकता था। चौथे दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए मोर्केल ने कहा कि टीम ने पारी घोषित करने के बारे में बात की थी, लेकिन उन्हें लगा कि यह अभी भी बल्लेबाजी के लिए एक अच्छा विकेट है। भारत के गेंदबाजी कोच ने कहा कि टीम अच्छी स्थिति में पहुंचना चाहती थी क्योंकि मौसम उनके नियंत्रण से बाहर था। मोर्केल ने कहा, "यह एक अच्छा सवाल है। हमने इस बारे में दिन भर बहुत बात की। लेकिन मुझे लगता है कि हम देखते हैं कि यह अभी भी एक अच्छा विकेट है। हमारे खिलाड़ी भी अंत में 4 या 5 रन प्रति ओवर की दर से काफी आराम से बल्लेबाजी कर रहे थे। अतिरिक्त दिन होने के कारण, मेरा मतलब है, मौसम, आप वास्तव में इसे नियंत्रित नहीं कर सकते। यह हमें बल्लेबाजी में एक आरामदायक स्थिति में लाने के लिए था, और फिर, जाहिर है, आज रात, उनके पास 20 से अधिक ओवर थे और उम्मीद है कि ग्रे आसमान होगा, और दो या तीन विकेट मिलेंगे, और हमने वह हासिल कर लिया, जो हमारे लिए एक बोनस है।" उन्होंने आगे कहा, “तो हां, कल सुबह का पहला घंटा बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। हमने आज सुबह देखा कि, आप जानते हैं, अगर आप सही क्षेत्र में गेंद डालते हैं, तो थोड़ी सहायता मिलती है और हां, हमें कल इस पर पूरी तरह से ध्यान देने की आवश्यकता है।”  

इंग्लैंड की टीम क्या एजबेस्टन टेस्ट अब ड्रॉ कराने के लिए खेलेगी?, कोच बोले- हम इतने मूर्ख नहीं है कि…

नई दिल्ली बैजबॉल अंदाज में क्रिकेट खेलने वाली इंग्लैंड की टीम क्या एजबेस्टन टेस्ट अब ड्रॉ कराने के लिए खेलेगी? इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक ने ड्रॉ खेलने की संभावना से यह इनकार नहीं किया कि वह इतने मूर्ख नहीं है कि सिर्फ हार और जीत के लिए खेले। उनका कहना है कि टेस्ट मैच में तीन रिजल्ट निकल सकते हैं। अगर जीत ना मिल रही हो तो टीम ड्रॉ लिए जा सकती है। बता दें, भारत ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 608 रनों का टारगेट रखा है। इंग्लिश टीम इस स्कोर का पीछा करते हुए 72 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा चुकी है। पांचवें और आखिरी दिन मेजबानों को जीत के लिए 536 रनों की दरकार है। चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद इंग्लैंड के बैटिंग कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक ने कहा, "मुझे लगता है कि जब भी परिस्थिति चुनौतीपूर्ण होती है, तो निश्चित रूप से ऐसा होता है। मुझे लगता है, अगर आप उस पॉइंट पर पहुंच जाते हैं जहां आप खेल को ड्रॉ कर सकते हैं, तो निश्चित रूप से। हम इतने मूर्ख नहीं हैं कि यह समझें कि आपको बस जीतना है या हारना है, आपके द्वारा खेले जाने वाले हर खेल में 3 परिणाम संभव हैं। लेकिन हमने अपने समय में कुछ ऐसी चीजें की हैं जो हमने पहले की तुलना में अलग हैं, इसलिए हम देखेंगे कि क्या होता है।" इसके अलावा, ट्रेस्कोथिक ने खुलासा किया कि वे ड्रेसिंग रूम में ड्रॉ पर चर्चा नहीं करते हैं, लेकिन उन्होंने बताया कि कुछ खिलाड़ी खेल के साथ अच्छी तरह से तालमेल बिठा लेते हैं और खेल की स्थिति के अनुसार अपनी योजना बदल सकते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हम इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। यह उस तरह का चेंज रूम नहीं है, जैसा कि हम हैं, लेकिन हम इतने भोले नहीं हैं कि यह जान सकें कि यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण स्कोर है। क्या आप बस अपने बंकर में चले जाते हैं और बस उसे खोद देते हैं और आप जानते हैं कि कुछ खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं। आप वास्तव में नहीं जानते कि यह व्यक्ति ही है जो खेल के अनुकूल हो सकता है और समझ सकता है कि क्या हो रहा है, लेकिन आपको पता है कि आपको हमारे चेंजिंग रूम को समझना होगा। हमने जो अतीत में किया है, उसके संदर्भ में यह एक अलग तरह की संस्कृति है।"  

भीषण सड़क हादसा : कंटेनर और ट्रक की टक्कर, कंटेनर के केबिन में बुरी तरह फंस गया था ड्राइवर का शव, डेढ घंटे की मशक्कत के बाद निकला

छतरपुर-बक्सवाहा रविवार सुबह करीब 5 बजे बक्सवाहा थाना क्षेत्र में एक भीषण सड़क हादसे में एक ड्राइवर की जान चली गई। गढ़ोई और भड़ाटोर के बीच स्थित ड्राइवर ढाबे के सामने तेज रफ्तार कंटेनर और आइशर ट्रक की आमने-सामने जबरदस्त भिड़ंत हो गई, जिसमें कंटेनर के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर की पहचान लाखन सिंह (46 वर्ष) पिता बलदेव सिंह ठाकुर, निवासी थाना सोजना, जिला ललितपुर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। हादसे के बाद उसका शव बुरी तरह केबिन में फंस गया था। प्रत्यक्षदर्शी प्रत्यक्षदर्शी बाबू सिंह लोधी, नीरज लोधी और संदीप यादव ने टक्कर की आवाज सुनते ही घटना स्थल पर पहुंचकर तत्काल पुलिस को सूचना दी और बचाव में जुट गए। जब शव निकालने में असफलता मिली तो दिनेश यादव की जेसीबी मशीन मौके पर बुलाई गई। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कंटेनर चालक के शव को बाहर निकाला गया और तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बकस्वाहा पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आइशर चालक हादसे के बाद फरार हादसे में शामिल कंटेनर (यूपी 94Aटी 0179) दमोह-जबलपुर मार्ग से बकस्वाहा की ओर आ रहा था, जबकि आईसर (एमपी 06जी 3672) छतरपुर की ओर से हीरापुर मार्ग से गुजर रहा था। ढाबे के पास हुई सीधी भिड़ंत में कंटेनर चकनाचूर हो गया। इस भीषण टक्कर के बाद आईसर का चालक और क्लीनर वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गए। थाना बक्सवाहा एसआई महेश पांडे ने बताया कि हादसे में कंटेनर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। आइशर ड्राइवर और क्लीनर की तलाश की जा रही है, मामला दर्ज कर जांच जारी है।

दुकानदारों से ऑनलाइन ठगी, फर्जी रसीद दिखाकर हो रहा फ्रॉड

बिलासपुर ऑनलाइन पेमेंट लेने वाले दुकानदारों को अब और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि ठगों ने ऑनआइन ठगी का एक नया तरीका इजात कर लिया है। जिसमें ठग ऑनलाइन पेमेंट की नकली रसीद दिखाकर व्यापारियों को ठग रहे हैं। बिलासपुर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। जिसके बाद व्यापारियों ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी है। बिलासपुर में दुकान में खरीदी के बाद फोन पे से फर्जी पेमेंट की रसीद दिखाकर कई व्यापारियों से ठगी का मामला सामने आया है। एक ही व्यापारी के तीन रिश्तेदारों की दुकान से इस तरह की ठगी का मामला सामाने आने के बाद व्यापारियों को इसकी जानकारी हुई। जब व्यापारियों ने अन्य व्यापारियों से बातचीत की तब पता चला कि मेडिकल स्टोर, किराने की दुकान समेत अन्य दुकानों में इस तरह ठगी की जा रही है। व्यापारियों ने ठगी की शिकायत सरकंडा थाने में की है। साथ ही संदेही की तस्वीर पुलिस को सौंप दी है। इसके आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। व्यापारियों को बना रहे शिकार सरकंडा क्षेत्र के मोपका स्थित राधा विहार में रहने वाले संतराम साहू व्यवसायी हैं। उनकी बहतराई रोड प्रथम अस्पताल के पास किराने की दुकान है। व्यवसायी ने बताया कि 9 जून की रात करीब 8 बजे उनकी दुकान पर एक व्यक्ति पर आया। उसने घरेलू सामान की खरीदारी की। इसका बिल एक हजार 639 रुपये बना। उसने ऑनलाइन पेमेंट करने की बात कही। साथ ही उसने दुकान में लगे पेटीएम के स्कैनर को अपने मोबाइल से स्कैन किया। स्कैन करते ही उनके संस्थान का नाम आ गया। इसके बाद उसने बिल की रकम डालकर पेमेंट किया। कुछ देर बाद उसने पेमेंट की रसीद दुकान संचालक को दिखाया। उनके साउंड बाक्स में पेमेंट का एनाउंस नहीं हुआ था। दुकान संचालक ने बैंक सर्वर डाउन होने की बात सोचकर उसे जाने दिया। रकम बड़ा होने के कारण उन्होंने रात में स्टेटमेंट चेक किया। दूसरे दिन भी उनके एकाउंट में पेमेंट नहीं आया। तब उन्होंने अपने परिचित से बात की। इसमें पता चला कि कई दुकानों में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं। व्यापारी ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की है। ऑनलाइन पेमेंट लेते समय रहे सावधान पुलिस ने बताया कि मोबाइल पर किसी दुकान पर फर्जी पेमेंट की स्क्रीनशाट दिखाकर ठगी के मामले सामने आए हैं। ऐसे मामले में सावधानी जरूरी है। इस तरह के मामले में व्यापारियों के पास किसी तरह के ट्रांजेक्शन का कोई रसीद नहीं रहती। इसके कारण ठगी करने वालों तक पहुंचना कठिन होता है। इस तरह की ठगी से बचने के लिए सतर्कता रखना जरूरी है। जब तक उनके मोबाइल पर ट्रांजेक्शन की रसीद नहीं आती, तब तक सामान नहीं देना चाहिए। अगर बैंक की कोई समस्या या अन्य परेशानी हो तो व्यक्ति दूसरे दिन दुकान आकर सामान ले जा सकता है। वहीं, अगर ठगी हो जाए तो व्यापारी उस व्यक्ति तक नहीं पहुंच सकते। व्यापारियों को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान सावधान रहने की जरूरत है।