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बीएसएनएल ने यात्रा सिम को खास अमरनाथ यात्रियों के लिए किया पेश

नई दिल्ली BSNL एक के बाद एक कमाल के प्लान लॉन्च कर रहा है। इस बार बीएसएनएल ने एक खास सिम पेश किया है जिसका नाम है यात्रा सिम। दरअसल यह खास अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लांच किया गया है। इसकी कीमत मात्र 196 रुपये रखी गई है जिसमें 15 दिन की वैलेडिटी भी मिलेगी। BSNL का दावा है कि उनका यह सिम अमरनाथ यात्रा के रूट पर अच्छा 4G नेटवर्क देगा। चलिए इस नए सिम और इसके फायदों के बारे में और डिटेल में जानते हैं। क्या है यात्रा सिम? यात्रा सिम को खास अमरनाथ यात्रियों के लिए पेश किया गया है। भारत संचार निगम लिमिटेड की ओर से इस सिम की कीमत 196 रुपये रखी गई है। ये सिम खास उव लोगों के लिए है जो अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं और यात्रा के दौरान अपने परिवार, दोस्तों या काम से जुड़े लोगों से जुड़े रहना चाहते हैं। BSNL का कहना है कि यह सिम मजबूत मोबाइल नेटवर्क देगा ताकि यात्रियों को सिग्नल की परेशानी न हो। इसके साथ ही BSNL अपने नेटवर्क को 4G में अपग्रेड भी कर रहा है और इसमें स्वदेसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। यात्रा सिम के फायदे और कीमत BSNL की यात्रा सिम की कीमत 196 रुपये है। यह सिम 15 दिन की वैलिडिटी के साथ आती है। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि अमरनाथ यात्रा के रूट पर यह सिम मजबूत नेटवर्क कनेक्टिविटी देगा, ताकि यात्रियों को सिग्नल की कोई दिक्कत न हो। इस सिम को आप BSNL के कैंप से खरीद सकते हैं जो लक्ष्मणपुर, भगवती नगर, चंदरकोट, पहलगाम, बालटाल जैसी जगहों पर लगाए जाएंगे। फिलहाल BSNL की ओर से इसके बारे में और ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। पहले कब आया यात्रा सिम जैसा प्लान 2021 में BSNL का एक 197 रुपये वाला प्लान आया था जिसमें भी 15 दिन की वैलिडिटी मिलती थी। हालांकि रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह दोनों प्लान एक जैसे नहीं होने वाले हैं। अगर आप अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं, तो ये सिम आपके लिए एक बढ़िया ऑप्शन हो सकता है ताकि आप अपने परिवार और दोस्तों से जुड़े रह सकें। वैसे तो एयरटेल, जियो और Vi जैसी दूसरी कंपनियां भी इस रूप पर नेटवर्क देने की कोशिश करती हैं, लेकिन BSNL की यह सिम खासतौर पर अमरनाथ यात्रा के लिए ही लॉन्च की गई है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि अमरनाथ रूट पर BSNL का सिग्नल सबसे स्ट्रांग रहेगा। बता दें कि 38 दिनों की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो चुकी है। इस यात्रा में लाखों शिव भक्त हिस्सा लेने वाले हैं।

बरेली में 20 प्रतिशत तक बढ़ेंगे जमीन के रेट , एक अगस्त से नया डीएम सर्किट रेट प्रभावी

बरेली बरेली जिले की जमीनों की कीमतों में इजाफा होने वाला है। डीएम सर्किल रेट की दरों के पुनर्निधारण का काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि पिछली दरों की अपेक्षा इस बार सर्किल रेट 20 प्रतिशत तक महंगा हो जाएगा। दरों के पुनर्निधारण के लिए टाइम-लाइन भी जारी हो गई है। शुक्रवार को एडीएम राजस्व एवं वित्त ने उप निबंधकों के साथ बैठक भी कर ली है। नए सर्किल रेट को एक अगस्त से प्रभावी किया जाना है। एडीएम राजस्व एवं वित्त संतोष कुमार सिंह के चेंबर में हुई बैठक में सहायक महानिरीक्षक निबंधन (एआईजी) तेज सिंह यादव और उप निबंधकों के बीच में सर्किल रेट बढ़ाने के संबंध में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। बताया कि कौन-कौन से गाटे आबादी के 200 मीटर के दायरे में हैं। इस संबंध में तहसीलों से रिपोर्ट मांगी गई है, जो अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। एडीएम ने बताया कि इस बार तय हुआ है कि छह से 12 मीटर और इससे अधिक चौड़ाई वाली सड़कों के आसपास की जमीनों को सर्किल रेट वृद्धि की श्रेणी में लाया जा रहा है। विकसित एवं विकासशील क्षेत्रों को भी चिह्नित कर वहां की जमीन का सर्किल रेट बढ़ाने की योजना बनी है। जून में कम हुए बैनामे बैठक में उप निबंधकों ने बताया कि लक्ष्य के हिसाब से जून महीने में सदर तहसील में स्टांप शुल्क से आय में गिरावट आई है। बैनामे कम संख्या में हुए हैं। जबकि, शहरी क्षेत्र में 80 और ग्रामीण क्षेत्र में 20 प्रतिशत स्टांप शुल्क की आय का लक्ष्य है। इसका एक कारण बीडीए की तरफ से निजी भू-स्वामियों की जमीनों के नक्शे न स्वीकृत किए जाने की बात सामने आई है। उप निबंधकों ने कहा कि बीडीए अपने प्लाटों को बेचने के चक्कर में निजी भूमियों के नक्शे पास नहीं कर रहा है। सर्किल रेट के संबंध में जारी समय-सारिणी संशोधन के लिए प्रस्ताव का प्रस्तुतीकरण 15 जुलाई को होगा। संशोधित दर सूची के प्रस्ताव का प्रकाशन 16 जुलाई को किया जाएगा। फिर 22 जुलाई तक आपत्ति एवं सुझाव मांगे जाएंगे। इनके निस्तारण के उपरांत एक अगस्त से जिले में नया डीएम सर्किल रेट प्रभावी हो जाएगा।  

आरएएस के बाद अब अन्य सेवाओं से IAS बनने की प्रक्रिया शुरू, 23 और 24 जुलाई को होंगे इंटरव्यू

जयपुर राजस्थान में अन्य सेवाओं के अफसरों के लिए आईएएस में विशेष चयन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद राजस्थान को 4 आईएएस और मिल जाएंगे। यूपीएससी की अन्य सेवा से आईएएस में प्रमोशन को लेकर चयन समिति की बैठक 23 और 24 जुलाई को होगी। चयन समिति की इस बैठक के लिए केन्द्र में संयुक्त सचिव स्तर तक के दो आईएएस नामित किए जाएंगे। बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत भी शामिल होंगे। पूर्व आईएएस वीनू गुप्ता की अध्यक्षता वाली स्क्रूटनी कमेटी ने पिछले साल ही प्रदेश की अन्य सेवाओं के 20 अफसरों के नाम इंटरव्यू के लिए तय कर दिए थे। अब चयन समिति की बैठक में इन अफसरों के इंटरव्यू होंगे, जिसके बाद 20 में से 4 नाम फाइनल होंगे। 23 जुलाई को जिन अफसरों के इंटरव्यू होने वाले हैं उनमें- लेखा सेवा से नरेश कुमार गोयल, सांख्यिकी सेवा से नीतीश शर्मा, जल संसाधन सेवा से अनिल अंबेश, सहकारिता सेवा से भोमाराम, पीएचईडी से भूपेंद्र सिंह देथा,परिवहन सेवा से धर्मेंद्र कुमार, कृषि विपणन से केशर सिंह, सांख्यिकी सेवा से मुकेश मीणा, नरेंद्र कुमार मेघनानी व अमिता शर्मा शामिल हैं। 24 जुलाई को चिकित्सा सेवा से डॉ. पूनम प्रसाद, परिवहन सेवा से प्रवीणा चारण, कृषि सेवा से राजेन्द्र सिंह, विधि सेवा से रमजान अली, कृषि सेवा से राशिद खान, पीडब्ल्यूडी सेवा से संगीत कुमार, सहकारिता सेवा से शुधोधन उज्ज्वल, कॉलेज शिक्षा से श्यामसुंदर ज्यानी, लेखा सेवा से सुरेश वर्मा, आईटी व संचार सेवा से योगेंद्र कुमार जैन के इंटरव्यू लिए जाएंगे।

काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन को लेकर तैयारियों को अंतिम दिया जा रहा रूप, एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना

वाराणसी सावन में श्रद्धालुओं को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार, नंदू फारिया, सिल्को गली, ढुंढिराज और सरस्वती फाटक से प्रवेश दिया जाएगा। गंगा में बाढ़ की वजह से ललिता घाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया जा सकता है। दर्शन के लिए आने वाले वृद्ध, अशक्त, दिव्यांगजन और बच्चों के लिए गोदौलिया से मैदागिन तक निशुल्क ई-रिक्शा का संचालन किया जाएगा। सावन में श्री काशी विश्वनाथ धाम में एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने बताया कि इस बार सावन में बाबा के दरबार में कोई भी वीआईपी या वीवीआईपी नहीं होगा। सावन भर प्रोटोकॉल दर्शन नहीं होंगे। इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। दर्शन के लिए सभी श्रद्धालु कतार में लगकर ही आएंगे। कोई श्रद्धालु दलालों के झांसे में न आए। यदि कोई व्यक्ति विशेष दर्शन के नाम पर रुपये मांगता है या अपनी दुकान से प्रसाद लेने पर दर्शन में सहायता का दावा करता है, तो वह आपको ठगने का प्रयास कर रहा है। इसकी जानकारी निकटतम पुलिस या फिर मंदिर के कर्मी को दी जा सकती है। उधर, मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे खाली पेट कतार में न लगें। पहले सोमवार को चल प्रतिमा, तो दूसरे सोमवार गौरी-शंकर शृंगार इस सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं। हर सोमवार को बाबा विश्वनाथ के अलग-अलग शृंगार किए जाएंगे। 14 जुलाई को पहले सोमवार को चल प्रतिमा शृंगार, दूसरे सोमवार (21 जुलाई) को गौरी-शंकर (शंकर-पार्वती) शृंगार, तीसरे सोमवार (28 जुलाई) को अर्धनारीश्वर शृंगार और चौथे व अंतिम सोमवार (चार अगस्त) को रुद्राक्ष शृंगार होगा। वहीं, नौ अगस्त को पूर्णिमा पर झूला शृंगार होगा। मंडलायुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी के सहयोग से धाम परिसर और शहर के अलग-अलग स्थानों पर बाबा विश्वनाथ की आरती और शृंगार के डिजिटल दर्शन की व्यवस्था की गई है। साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी दर्शन की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग की जाएगी। व्यवस्था प्रबंधन के लिए संपूर्ण धाम में केंद्रीयकृत लोक सूचना प्रणाली (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) और आवश्यक स्थानों पर स्थानीय लोक सूचना प्रणाली (लोकल पब्लिक एड्रेस सिस्टम) की व्यवस्था रहेगी। मंडलायुक्त ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुल पांच स्थानों पर चिकित्सकीय टीम की तैनाती की जाएगी। हेल्थ डेस्क पर तीन पाली में डॉक्टरों की ड्यूटी लगेगी। प्रत्येक पाली में दो डॉक्टरों की टीम रहेगी। मंदिर में दो एंबुलेंस रहेगी। इनमें एक एंबुलेंस में एडवांस लाइफ सपोर्ट की सुविधा होगी, जो किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तत्पर रहेगी। छह स्थानों पर खोया-पाया केंद्र मंडलायुक्त ने बताया कि विश्वनाथ धाम में छह स्थानों पर खोया-पाया केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसमें मंदिर प्रांगण, शंकराचार्य चौक, गेट नंबर एक (गंगा निकास द्वार), गेट नंबर दो (सरस्वती फाटक), गेट नंबर चार (मुख्य प्रवेश मार्ग) और ललिता घाट पर बने खोया पाया केंद्र पर भीड़ में अपने परिवार से बिछड़े लोग सहायता प्राप्त कर सकेंगे।   पेयजल काउंटर की रहेगी सुविधा मंडलायुक्त के मुताबिक, धाम में समय-समय पर ग्लूकोज/ओआरएस घोल, सूक्ष्म जलपान, बिस्किट, टॉफी, चॉकलेट आदि का वितरण किया जाएगा। इससे वृद्ध और बच्चों को सहूलियत मिलेगी। अतिरिक्त पेयजल काउंटर और गुड़ की व्यवस्था भी रहेगी।

एम-आधार से होगी पहचान की जांच, फर्जी आईडी वाले रेल यात्रियों पर होगी सख्ती

भोपाल  ट्रेन यात्रा के दौरान यात्री को अपनी पहचान साबित करने के लिए मोबाइल ऐप एम-आधार का सहारा लेना होगा। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी जोन को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। एमआधार ऐप के जरिए अब ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों की पहचान तकनीकी रूप से सत्यापित की जाएगी। ट्रेनों में अक्सर देखा जाता है कि दूसरे के टिकट पर लोग यात्रा कर लेते हैं। लेकिन अब ट्रेन यात्रा के दौरान यात्री को अपनी पहचान साबित करने के लिए मोबाइल ऐप एम-आधार का सहारा लेना होगा। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी जोन को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। एमआधार ऐप के जरिए अब ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों की पहचान तकनीकी रूप से सत्यापित की जाएगी। दूसरों के नाम पर टिकट लेकर यात्रा करते हैं लोग मिली जानकारी के अनुसार रेलवे को लंबे समय से ऐसी शिकायतें मिलती रही हैं कि कुछ लोग दूसरों के नाम पर टिकट लेकर यात्रा करते हैं या फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर ट्रेन में चढ़ जाते हैं। ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए रेलवे अब एमआधार ऐप का इस्तेमाल करेगा, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने विकसित किया है। जाने कैसे काम करेगे एम आधार एप रेवले द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस ऐप में क्यूआर कोड स्कैन कर पहचान सत्यापन की सुविधा है। टीटीई इस ऐप के माध्यम से यात्री का आधार कार्ड स्कैन कर उसकी वास्तविकता को तुरंत जांच सकेंगे। इससे फर्जी आधार कार्ड की पहचान आसान हो जाएगी और टिकटों की कालाबाजारी पर भी नियंत्रण संभव होगा। रेलवे बोर्ड ने कहा है कि ऐप को जल्द ही HHT (हैंड हेल्ड टर्मिनल) डिवाइस से जोड़ा जाएगा, जिससे टीटीई को यह सुविधा सीधे उनके उपकरण में उपलब्ध होगी। इससे आरक्षित टिकटों का गलत इस्तेमाल रुकेगा और यात्रा के दौरान यात्रियों की असली पहचान सुनिश्चित हो सकेगी। यात्री सुरक्षा और ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को रोकने का प्रयास रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह कदम यात्री सुरक्षा, पारदर्शिता और ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को रोकने की दिशा में एक बड़ा सुधार है। साथ ही डिजिटल इंडिया की दिशा में भी यह प्रयास मील का पत्थर साबित हो सकता है।  

एनसीआर में बड़ी महापंचायत, किसानों और गुर्जरों ने 13 जुलाई को राष्ट्रीय बैठक बुलाने का किया ऐलान

नई दिल्ली  राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के फरीदाबाद जिला स्थित अरावली क्षेत्र में वन विभाग के बुलडोजर एक्‍शन के खिलाफ लामबंदी तेज हो गई है। शनिवार को महापंचायत में हजारों की संख्या में जुटे किसानों और गुर्जर नेताओं ने तोड़फोड़ के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई। इस महापंचायत में पूरे एनसीआर से किसान और गुर्जर नेताओं ने भाग लिया। यह पंचायत फरीदाबाद जिले के अनंगपुर गांव में आयोजित की गई। इसे भारतीय किसान यूनियन समेत कई किसान संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि रविवार को भी पंचायत होगी। इसके साथ ही 13 जुलाई को किसानों की राष्ट्रीय पंचायत बुलाई गई है। जो बुलडोजर एक्‍शन के खिलाफ ग्रामीणों की आवाज बुलंद करेगी। वन विभाग के बुलडोजर एक्‍शन पर भड़का गुस्सा दरअसल, फरीदाबाद जिले के अरावली क्षेत्र स्थित अनंगपुर गांव में वन विभाग ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। इसका बड़े स्तर पर विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को आयोजित पंचायत में ग्रामीणों और किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि अरावली क्षेत्र में अनंगपुर गांव सदियों पुराना है। यहां कई लोग पीढ़ियों से निवास करते आए हैं। किसान और गुर्जर नेताओं ने कहा कि वन कानून बहुत बाद में बना। जबकि यह गांव सैकड़ों साल पुराना है। ऐसे में गांवों पर वन कानून जबरन लागू करना गलत है।   गांवों को उजाड़ रही भाजपा सरकार पंचायत में जुटे किसान और गुर्जर नेताओं ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। किसानों और गुर्जरों ने कहा कि भाजपा सरकार पूरे देश में बुलडोजर चला रही है। इसके साथ ही अब वह पुराने गांवों को भी उजाड़ने में जुटी है। ग्रामीणों ने कहा कि सदियों पुराने अनंगपुर गांव को बचाने के लिए बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा, लेकिन वन विभाग को यहां तोड़फोड़ नहीं करने दी जाएगी। लोगों ने पंचायत में कहा कि आबादी वाले पुराने गांवों को नुकसान पहुंचाना जनता के साथ बड़ा अन्याय है। घर टूटने के डर से अनंगपुर में चल रहा धरना प्रदर्शन दरअसल, वन विभाग ने फरीदाबाद के गांव अनंगपुर को अरावली क्षेत्र में अवैध कब्जा बताया है। इसके साथ ही स्‍थानीय निवासियों को घर खाली करने को कहा गया है। इसी के बाद से ग्रामीण अनंगपुर में अपना घर बचाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों के धरने को कांग्रेसी नेता विजय प्रताप और किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि अपना समर्थन देने पहुंचे थे। इस दौरान 13 जुलाई को गांव बचाने के लिए राष्ट्रीय पंचायत बुलाने ऐलान किया गया था। धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अनंगपुर को ग्रामीणों की संपत्ति बताते हुए वन विभाग की कार्रवाई को गलत बताया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही कार्रवाई गौरतलब है कि फरीदाबाद अरावली क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया था कि अरावली पर्वत माला क्षेत्र में जितने भी अवैध कब्जे हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाकर पर्यावरण को सुरक्षित किया जाए। इसके बाद पहले फेज में वन विभाग ने अब तक 420 अवैध ढांचों को ध्वस्त किया है। इस कार्रवाई की जद में अनंगपुर समेत करीब आधा दर्जन से ज्यादा गांव शामिल हैं। अनंगपुर गांव में आबादी ज्यादा होने के चलते ग्रामीण तोड़फोड़ के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

यूपी के युवाओं के लिए खुशखबरी, योगी सरकार दे रही स्थानीय स्तर पर रोजगार का मौका

लखनऊ  योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाने के साथ ही उनकी क्षमता का भी पूरा उपयोग करने का इंतजाम कर रही है। सरकार स्किल डेवलपमेंट के साथ युवाओं को स्वावाल‍ंबी बनाने के लिए हर स्तर उनकी मदद की योजना तैयार कर चुकी है। सरकार तो अब युवाओं को उनके ही जिले में रोजगार देने की कोशिश कर रही है। पहली बार जिला स्तर पर स्थानीय उद्योगों की जरूरतों के अनुसार कौशल विकास की कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके तहत युवाओं को उन्हीं सेक्टरों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिनकी उनके जिले में सबसे अधिक मांग है। हर जिले में पांच प्रमुख सेक्टरों की पहचान की जा रही है। यह चयन स्थानीय उद्योगों की मांग, रोजगार की संभावनाएं और तकनीकी जरूरतों को ध्यान में रखकर होगा। हर जिले में चुने गए पांच सेक्टरों में काम कर रही पांच अग्रणी कंपनियों या औद्योगिक इकाइयों को चिन्ह्ति किया जाएगा। इनके साथ समन्वय कर युवाओं को उनकी मांग के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें उन्हीं कंपनियों में सीधे रोजगार के अवसर मिलेंगे। कौशल विकास मिशन के निदेशक पुलकित खरे ने सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों (सीडीओ) के साथ बैठक कर योजना की रूपरेखा साझा की है। योजना को अगले तीन वर्षों में चरणबद्ध रूप से पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इस दौरान जिला प्रशासन, उद्योग प्रतिनिधियों, प्रशिक्षण संस्थानों और मिशन टीम के बीच मजबूत समन्वय किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारियों को 26 सेक्टरों की सूची सौंपी गई है, जिनमें से उन्हें अपने जिले के लिए पांच उपयुक्त सेक्टरों का चयन करना है। कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि इससे उद्योगों को स्थानीय प्रशिक्षित जनशक्ति मिलेगी, जिससे उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और युवाओं को घर के पास ही नौकरी मिलेगी।  

अंतिम चरणों में रायपुर-राजिम रेल लाइन का काम, 15 अगस्त से चल सकती है ट्रेन

रायपुर नवा रायपुर-धमतरी-राजिम रेल लाइन का काम अंतिम चरणों में हैं। 30 जून को जीएम तरुण सिन्हा ने अभनपुर से राजिम के बीच बिछे रेल लाइन का निरीक्षण किया। अभनपुर से राजिम के बीच गेज कनवर्जन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। सीआरएस (कमिशनर आफ रेलवे सेफ्टी) के निरीक्षण के बाद राजिम तक ट्रेन चलाने की तैयारी है। इसके लिए अफसरों ने तारीख भी तय कर ली है। अधिकारियों के अनुसार 15 अगस्त तक राजिम तक ट्रेन शुरू हो जाएगी। वर्तमान में ट्रेन रायपुर से अभनपुर के बीच चलाई जा रही है। नवा रायपुर-धमतरी-राजिम रेल लाइन पर वर्तमान में मेमू ट्रेन चलाई जा रही है। इसी ट्रेन को राजिम तक विस्तार किया जाएगा। 550 करोड़ की लागत से बनाई जा रही 67 किलोमीटर लंबी रेललाइन परियोजना पहले से ही अपने निर्धारित समय से तीन साल पीछे चल रही है। लेकिन इस साल इस रेल लाइन में लगातार प्रगति देखने को मिल रही है। 31 मार्च को रायपुर से अभनपुर के बीच पहली ट्रेन चलाई गई। इसके बाद अब अधिकारी 15 अगस्त से पहले तक इस रेल लाइन में राजिम तक ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। वर्तमान में इस ट्रेन में रायपुर से अभनपुर के बीच हर महीने लगभग दो हजार यात्री सफर कर रहे हैं। राजिम तक ट्रेन शुरू होने से यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। राजिम प्रदेश का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह तीन नदियों, महानदी, पैरी और सोंढूर के संगम पर स्थित है, जिसे छत्तीसगढ़ का प्रयाग भी कहा जाता है। यहां राजीव लोचन मंदिर और कुलेश्वर महादेव मंदिर जैसे प्रसिद्ध मंदिर हैं। राजिम में अतिक्रमण, इसलिए आ रही है परेशानी वर्तमान में राजिम स्टेशन के दोनों छोर पर अतिक्रमण है। जिसे हटाने के लिए स्थानीय प्रशासन से बात की जा रही है। अफसरों के अनुसार यात्री ट्रेनें चलाने में रेलवे को परेशानी नहीं है। लेकिन गुड्स ट्रेनें (मालगाड़ी) चलाने में जरूर दिक्कत हो सकती है। धमतरी के लिए दिसंबर तक का रखा लक्ष्य अफसरों की माने तो अभनपुर से धमतरी के बीच भी गेज कनवर्जन कार्य प्रगति पर है। दिसंबर में धमतरी तक ट्रेन शुरू करने की बात कही जा रही है। हांलाकि पूरी तरह से धमतरी तक रेल सेवा शुरू करने के लिए 2026 का ही लक्ष्य रखा है। 1920 में इसी रेल लाइन पर हुआ था सत्याग्रह ब्रिटिश सरकार के काले कानूनों से लड़ने इसी रेल लाइन पर राष्ट्रपिता महात्मागांधी 1920 में कंडेल सत्याग्रह के लिए धमतरी पहुंचे थे। इस रेल लाइन को रेलवे ने नौ साल पहले नुकसान बताकर बंद कर दिया था। लोगों के विरोध पर रेलवे ने 2018 में नई रेल लाइन की घोषणा की। फिर बजट पास किया और काम शुरू हुआ। 15 अगस्त तक किसी भी हाल में यात्री ट्रेन राजिम तक शुरू हो जाएगी। राजिम रेलवे स्टेशन के आसपास अतिक्रमण है। जिसे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर हटाने की तैयारी है। – अवधेश कुमार त्रिवेदी, सीनियर डीसीएम, रायपुर।

भारत का गिनी इंडेक्स अब 25.5, दुनिया का चौथा सबसे समान देश बना

नई दिल्ली पहले अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन और अब वर्ल्ड बैंक ने भारत की ताकत का लोहा माना है। भारत सरकार ने एक खास मुकाम हासिल करते हुए चीन-अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। इस सफलता का प्रमुख आधार बनीं केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सरकारी योजनाएं। वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का गिनी इंडेक्स अब 25.5 है। इसके साथ ही भारत दुनिया का चौथा सबसे समान देश बन गया है। इस लिस्ट में स्लोवाक रिपब्लिक, स्लोवेनिया और बेलारूस पहले तीन स्थान पर हैं। दरअसल गिनी इंडेक्स एक तरीका है, जिससे पता चलता है कि किसी देश में आय, संपत्ति या उपभोग लोगों के बीच कितनी बराबरी से बंटा हुआ है। इसका स्कोर 0 से 100 तक होता है। 0 का मतलब है कि सब कुछ बराबर है। 100 का मतलब है कि सब कुछ सिर्फ एक व्यक्ति के पास है। भारत का स्कोर चीन (35.7) और अमेरिका (41.8) से बहुत कम है। यह कई विकसित देशों से भी बेहतर है। गरीबी कम करने से मिली सफलता भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ समान समाज में से एक है। सरकार के अनुसार, गिनी इंडेक्स में भारत की अच्छी रैंकिंग कोई संयोग नहीं है। यह गरीबी कम करने में मिली सफलता का नतीजा है। World Bank की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दस सालों में 17.1 करोड़ भारतीय गरीबी से बाहर निकले हैं। भारत में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या 2011-12 में 16.2% थी। 2022-23 में यह घटकर 2.3% हो गई। यह आंकड़ा 2.15 डॉलर प्रति दिन से कम कमाने वाले लोगों का है। वर्ल्ड बैंक ने गरीबी की नई सीमा 3 डॉलर प्रति दिन तय की है। इसके अनुसार, 2022-23 में गरीबी दर 5.3% होगी। सरकारी योजनाओं ने कर दिया कमाल भारत की इस सफलता के पीछे सरकार द्वारा चलाई जा रही सरकारी योजनाएं हैं। इन्हीं योजनाओं के दम पर भारत ने आय में समानता लाने की ओर मजबूती से कदम बढ़ाया है। इन योजनाओं में पीएम जन धन योजना, DBT, आयुष्मान भारत, स्टैंड-अप इंडिया, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) और पीएम विश्वकर्मा योजना शामिल हैं। जन धन योजना और डीबीटी जैसी योजनाओं से देश के आम नागरिक बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं। वहीं आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं ने गरीब लोगों को मुफ्त इलाज, पक्के घर जैसी आधारभूत सुविधाएं दी हैं। इसके अलावा स्टैंड अप इंडिया, पीएम विश्वकर्मा जैसी योजनाओं से लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करने में कामयाबी हासिल कर रहे हैं। किसानों के लिए भी पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम कुसुम जैसी योजनाएं चलाकर उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर की जा रही है। ILO ने भी बांधे तारीफों के पुल अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने भी हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके अनुसार पिछले 11 साल में भारत की सामाजिक सुरक्षा काफी बेहतर हुई है। रिपोर्ट के अनुसार 2019 में जहां सिर्फ 19 फीसदी कवरेज था, वहीं 2025 में यह बढ़कर 64.3% हो गया है। भारत ने दुनिया में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। इस उपलब्धि को हासिल करने में भी केंद्र द्वारा चलाई जा रही सरकारी योजनाओं ने अहम भूमिका निभाई है।  

राष्ट्रपति ट्रंप की बहु वैनेसा ट्रम्प दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स के साथ रिलेशनशिप , करेगी दूसरी शादी

वाशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भला कौन नहीं जानता है। बिजनेस हो या फिर पॉलिटिक्स या पर्सनल लाइफ ट्रंप किसी ना किसी वजह चर्चा में रहते ही हैं। ट्रंप को लेकर पॉलिटिक्स की खबरें तो आपने खूब सुनी और पढ़ी होगी, लेकिन एक खबर उनकी फैमिली से जुड़ी हुई निकल कर सामने आ रही है जिससे सनसनी मच गई है। ये खबर है डोनाल्ड ट्रंप की बहु वैनेसा ट्रम्प की। वैनेसा डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की एक्स वाइफ हैं। वैनेसे और डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की शादी साल 2005 में हुई थी, लेकिन 13 साल बाद दोनों का 2018 में तलाक हो गया। वहीं अब वैनेसा दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स के साथ रिलेशनशिप में हैं और जल्द ही 47 साल की उम्र में वह वुड्स से शादी करने वाली हैं। इसी साल मार्च में पहली बार ये खबर आई थी कि टाइगर वुड्स और वैनेसा ट्रम्प एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। वैनेसा और टाइगर वुड्स ने दुनिया की नजरों से छिप कर 2024 में एक दूसरे को डेट करना शुरू किया था, सेकिन जल्दी इसके बारे में सबको पता चल गया। मॉडलिंग और एक्टिंग कर चुकी हैं वैनेसा बता दें कि वैनेसा डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के साथ शादी से पहले भी काफी मशहूर थीं। खास तौर से उन्होंने मॉडलिंग में खूब नाम कमाया। उन्होंने 20 साल की उम्र में मॉडलिंग शुरू कर दी थी। इसके अलावा हॉलीवुड के मशहूर एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो को भी डेट कर चुकी हैं। वैनेसा ने साल 2003 में आई फिल्म 'समथिंग्स गोटा गिव' के एक दृश्य में भी दिखाई दीं थीं। इसके अलावा 2011 में वह अपने ससुर डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा होस्ट किए गए 'द अपरेंटिस' के एक एपिसोड में दिखाई दीं थी।  पांच बच्चों की मां हैं वैनेसा वैनेसा ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की पूर्व पत्नी हैं। दोनों ने 12 नवंबर 2005 में शादी रचाई थी और 2018 में उनका तलाक हो गया। वैनेसा पांच बच्चों की मां हैं और अब दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स के साथ रिश्ते में हैं। इसकी पुष्टि अमेरिकी खिलाड़ी ने खुद की। सोमवार को उन्होंने तस्वीर साझा कर कहा- 'प्यार हवा में है और तुम्हारे साथ मेरी जिंदगी बेहतर है। हम साथ मिलकर जिंदगी की यात्रा करने के लिए उत्सुक हैं। इस समय हम अपने दिल के करीब सभी लोगों के लिए गोपनीयता की सराहना करेंगे।' 2010 में हुआ था वुड्स का तलाक वैनेसा की तरह वुड्स भी शादी के बंधन में बंध चुके हैं। उन्होंने स्वीडिश मॉडल एलिन नॉर्डग्रेन से शादी रचाई थी, लेकिन 2010 में उनका तलाक हो गया था। इसके बाद वुड्स का नाम कथित तौर पर अमेरिकी स्कीइंग दिग्गज लिंडसे वॉन और एरिका हरमन के साथ जुड़ा। हालांकि, अब वह वैनेसा के साथ रिलेशनशिप में हैं।  वुड्स की निजी जिंदगी और पिछले रिश्ते टाइगर वुड्स हमेशा अपनी निजी जिंदगी को मीडिया से दूर रखने के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले उनकी शादी एलिन नॉर्डग्रेन से हुई थी, जिनसे उनके दो बच्चे हैं. वुड्स का हालिया रिश्ता एरिका हरमन के साथ था, जो 2022 में कानूनी विवादों के बाद समाप्त हो गया. हाल ही में वुड्स ने अपने बाएं एच्लीस टेंडन में चोट की वजह से मास्टर्स टूर्नामेंट से बाहर होने की घोषणा की थी. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप टाइगर वुड्स के अच्छे मित्र भी है. हाल ही में जब टाइगर वुड्स की मां का निधन हुआ था तो राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट कर गोल्फ खिलाड़ी की मां के निधन पर शोक व्यक्त किया था.