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कडलूर में रेलवे ट्रैक पार करते वक्त स्कूल बस को ट्रेन ने मारी जोरदार टक्कर, जानें कैसे हुआ बड़ा हादसा

चेन्नई तमिलनाडु के कडलूर जिले के चेम्मनकुप्पम इलाके में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब तेज रफ्तार से आ रही ट्रेन ने बिना फाटक वाले रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूल वैन को जोरदार टक्कर मार दी। इस भयानक हादसे में तीन मासूम बच्चों की जान चली गई, जबकि दस बच्चे और वैन का ड्राइवर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब स्कूल वैन रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश कर रही थी, तभी चिदंबरम जा रही एक पैसेंजर ट्रेन ने वैन को टक्कर मार दी और उसे करीब 50 मीटर तक घसीट लिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वैन पूरी तरह तहस-नहस हो गई। हादसे में तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि बच्चों के नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, वैन में स्कूल के बच्चे सवार थे। हादसे के बाद घायल बच्चों और ड्राइवर को फौरन कडलूर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है। वैन ड्राइवर की लापरवाही से हुआ हादसा स्थानीय लोगों और रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह हादसा वैन ड्राइवर की लापरवाही की वजह से हुआ। बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ट्रेन को देखने के बावजूद जल्दबाजी में ट्रैक पार करने की कोशिश की। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और जिला प्रशासन ने हादसे की तहकीकात शुरू कर दी है, ताकि इसकी असल वजह का पता लगाया जा सके और जिम्मेदारों को सजा दी जाए। हादसे की खबर फैलते ही इलाके में गम और गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए और रेलवे क्रॉसिंग पर सुरक्षा इंतजामों की कमी को लेकर नाराजगी जाहिर की। लोगों का कहना है कि स्कूलों के आसपास बिना फाटक वाले क्रॉसिंग खतरनाक हैं और इन्हें तुरंत ठीक करना चाहिए। लोगों को फूटा गुस्सा हादसे की आवाज सुनकर सबसे पहले स्थानीय लोग ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने फंसे हुए बच्चों को निकालने की कोशिश की और बचाव दल के आने तक मदद की। गुस्साए लोगों ने रेलवे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और स्कूलों के पास सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि जांच के नतीजों के आधार पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। हादसे की पूरी जांच की जा रही है।  

भारी बारिश के कारण सुबह बागेश्वर धाम में एक दीवार गिरने से एक महिला श्रद्धालु की मौत हो

 छतरपुर भारी बारिश के कारण छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में एक दीवार गिरने से एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि मलबे में दबने से 10 श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना मंगलवार तड़के की है, यह सभी लोग बागेश्वर धाम में दर्शन करने आए थे और पास में ही एक ढाबे पर रुके हुए थे, जहां यह हादसा हुआ। यूपी से आए थे सभी श्रद्धालु मिली जानकारी के अनुसार, मृतका और सभी घायल श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और बागेश्वर धाम के दर्शन कर लौट रहे थे। वे गढ़ा गांव में एक ढाबे पर रुके थे, तभी अचानक भारी बारिश के कारण कमजोर हुई एक दीवार भरभराकर गिर गई। इस दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई है और 10 श्रद्धालु घायल हैं। एक-दो श्रद्धालुओं की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायल अस्पताल में भर्ती बमीठा थाना पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। सभी घायलों को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

देशभर में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, आईएमडी ने इन राज्यों में होगी भारी बारिश का अलर्ट किया जारी

नई दिल्ली देशभर में मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है और अब इसका असर लगभग हर राज्य में महसूस किया जा रहा है। कहीं बादल झमाझम बरस रहे हैं तो कहीं हल्की फुहारें राहत पहुंचा रही हैं। लेकिन कई इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने साफ कर दिया है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश का यही सिलसिला जारी रहेगा। खास बात यह है कि 8 से 12 जुलाई के बीच देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी के साथ अलर्ट जारी कर दिया गया है। राजस्थान में तेज़ बारिश और आंधी का कहर संभव मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में अगले छह दिन बारिश से भीगने वाले हैं। खासतौर पर 9 जुलाई को भारी बारिश का अनुमान है। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में तेज़ हवाएं, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। दिल्ली को मिलेगी गर्मी से राहत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी मौसम करवट लेने वाला है। अगले छह दिनों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं तेज़ हवाएं और गरज के साथ बारिश हो सकती है। इससे दिल्लीवासियों को उमस और गर्मी से राहत मिल सकती है। उत्तर भारत में लगातार बरसेंगे बादल उत्तरपश्चिम भारत के राज्यों — उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भी अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। मौसम विभाग ने इन इलाकों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है। भारत भी होगा बारिश से तरबतर दक्षिण भारत के राज्यों — केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, यनम और लक्षद्वीप में 8 और 9 जुलाई को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं 9 से 12 जुलाई के बीच इन क्षेत्रों में कई जगहों पर मूसलधार बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की आशंका भी बनी हुई है। भारत में तूफानी बारिश की चेतावनी पूर्वोत्तर भारत के राज्यों जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले छह दिन आंधी और तेज़ बारिश से लोग परेशान हो सकते हैं। गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाएं इन क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर सकती हैं। छाए रहेंगे बादल छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मानसून की पकड़ मजबूत बनी हुई है। 8 से 12 जुलाई तक इन राज्यों के विभिन्न हिस्सों में भारी से लेकर हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। कहीं-कहीं पर जलभराव और बिजली गिरने की आशंका है, जिससे सतर्क रहने की जरूरत है। पश्चिमी भारत में भीषण बारिश की संभावना महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, कोंकण और सौराष्ट्र क्षेत्र में अगले छह दिन भारी बारिश होने के संकेत मिले हैं। मौसम विभाग ने इन इलाकों में आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। कुछ स्थानों पर बारिश इतनी तेज़ हो सकती है कि सड़कें जलमग्न हो जाएं और यातायात प्रभावित हो। IMD के मुताबिक, मॉनसून फिलहाल पूरे भारत में सक्रिय है और इसका असर आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है। यह सिस्टम बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर देशभर में बारिश ला रहा है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम से जुड़ी ताज़ा अपडेट्स पर नज़र रखें और बारिश से जुड़ी चेतावनियों को हल्के में न लें।  

प्रदेश से जब तक नक्सली हिंसा और उग्रवाद का अंत नहीं हो जाता हम चुप नहीं बैंठेंगे: CM

रायपुर छत्तीसगढ़, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, घने वन क्षेत्र और विविध जनजातीय समुदायों के लिए जाना जाता है, लंबे समय से नक्सलवाद की चुनौती से जूझता रहा है। बस्तर के विकास में बाधक रहे नक्सलवाद के अब यहां से नक्सल उन्मूलन की अंतिम लड़ाई जारी है। बस्तर संभाग अपनी कला एवं संस्कृति के लिए विशिष्ट पहचान रखता है अकेले बस्तर संभाग में ही हल्बी, गोड़ी, भतरी दोलरी जैसे पारंपरिक बोली, बोली जाती है। वर्षों से अशांत रहे बस्तर अंचल में ढोल और मांदर की थाप अब फिर से सुनाई देने लगेगी। मार्च 2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया है। सटीक रणनीति के साथ यहां आतंक के खात्मे और सामाजिक- आर्थिक विकास के काम हो रहे हैं। बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम जैसे आयोजनों में जिस तरह लोगों ने भागीदारी की वो इस बात का प्रमाण है की बस्तर में अब शांति स्थापित हो रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का मानना है कि ‘‘लाल आतंक के खात्मे के लिए नक्सलियों के खिलाफ हमारी निर्णायक लड़ाई जोर शोर से जारी है। इसका परिणाम है कि नक्सलियों की कमर अब टूट गई है। प्रदेश से जब तक नक्सली हिंसा और उग्रवाद का अंत नहीं हो जाता हम चुप नहीं बैंठेंगे।’’  केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह 22 जून 2025 को छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए थे इस दौरान उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में आराम करने वाले नक्सली इस बरसात में चैन की नींद नहीं सो पाएंगे। सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा।  मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों के वीर जवान कठिन चुनौतियों और दुर्गम परिस्थितियों के बावजूद नक्सलवाद के खात्मे के अभियान को ऐतिहासिक सफलता की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों का अद्वितीय साहस और बलिदान न केवल हमारे जवानों की कर्तव्यनिष्ठा को प्रदर्शित करता है, बल्कि पूरे देश को एक सकारात्मक संदेश भी देता है कि हमारा देश अब नक्सलवाद की बेड़ियों से मुक्त होने की ओर अग्रसर है। छत्तीसगढ़ में बीते 21 मई 2025 को माओवादी सरगना बसव राजू के साथ अबूझमाड़ के जंगल में 26 नक्सलियों को सुरक्षा बल के जवानों के हाथों मारे जाने से नक्सलवाद की कमर टूटी है। इस पर सवा 3 करोड़ का ईनाम घोषित था। तीन दशकों में पहली बार हुआ है कि जनरल सेक्रेटरी रैंक का कोई माओवादी न्यूट्रलाइज किया गया। यह असाधरण कामयाबी है और इस बात का स्पष्ट संकेत है कि नक्सल के ताबूत में हमने अंतिम कील जड़ दिया है। इसके अलावा शीर्ष ईनामी नक्सली लक्ष्मी नरसिम्हा चालम उर्फ सुधाकर भी 05 जून 2025 को नेशनल पार्क एरिया में पुलिस मुठभेड़ में ढेर किया गया, इस पर 1 करोड़ का ईनाम था।   नियद नेल्ला नार (आपका अच्छा गांव) योजना नक्सल प्रभावित इलाकों में गेम चेन्जर्स साबित हो रही है। माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित नए कैम्पों के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों एवं ग्रामीणों को 17 विभागों की 59 हितग्राहीमूलक योजनाओं और 28 सामुदायिक सुविधाओं के तहत आवास, अस्पताल, पानी, बिजली, पुल-पुलिया, स्कूल इत्यादि मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर छत्तीसगढ़ के माओवादी आतंक प्रभावित जिलों के विद्यार्थियों को तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए ब्याज रहित ऋण मिलेगा। प्रदेश में पिछले डेढ़ साल के भीतर सुरक्षाबलों ने अपनी बहादुरी से 438 नक्सलियों को मार गिराया है। साथ ही 1515 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 1476 नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने पर विवश किया है। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे सुरक्षा बल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कैंपों के माध्यम से हमारी सरकार अंदरूनी गांवों तक सुरक्षा के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की पहुंच भी सुनिश्चित करने में सफल हो रहे हैं।  आखिर क्यों खास है पूवर्ती गांव     सुकमा जिले के अंदरूनी व अतिसंवेदनशील क्षेत्र में बसा हुआ पूवर्ती गांव एक वक्त नक्सलियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना हुआ करता था। एक करोड़ रूपए का ईनामी नक्सली हिड़मा तथा टेकलगुड़ा कैंप निर्माण के दौरान नक्सली हमले की घटना का मास्टरमाइंड देवा का यह पैतृक गांव होने के कारण हमेशा चर्चा में रहा है। माओवादियों का प्रभाव में होने के कारण पूवर्ती गांव में शासन की योजनाएं नहीं पहुंच पा रही थी, लेकिन अब इस गांव में सुरक्षा कैम्प खुलने से यहां के लोगों को तेजी से मूलभूत सुविधाएं सुलभ होने लगी है। आदिवासी बाहुल्य आबादी, अनुपम नैसर्गिक सुंदरता और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर बस्तर में आज विकास का सबसे बढ़ा अवरोधक है नक्सली हिंसा। पिछले 3 दशकों में नक्सलियों ने यहां अपने पैर पसारे। बंदूक के दम पर हिंसा के साथ विकास कार्यों में बाधा पहुंचाई। नक्सलियों ने अपने झूठे, खोखले सिद्धांतों के जरिए लंबे समय तक भोले-भाले आदिवासियों को भ्रम में डाला, हिंसा का सहारा लेकर उन्हें डराने की कोशिश की। बच्चों से उनके स्कूल छीने, उनका बचपन छीना उन्हें हिंसा की राह पर धकेला। कई परिवारों को बर्बाद किया, सुहागनों की सिंदूर उजाड़े, बेटियों को अगवा किया और उन्हें भी हिंसा के रास्ते पर ले गए। इसी वजह से संसाधनों से परिपूर्ण बस्तर पर देश के सबसे पिछड़े इलाकों में एक होने का धब्बा लगा। लेकिन अब छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ विकास के इस अवरोध को पूरी तरह से समाप्त करने पर डटी हुई है। बस्तर में विकास का अब नया सबेरा होने वाला है। यहां नक्सलियों की कमर टूट चुकी है। लोगों को अब खुशहाल बस्तर मिलेगा। पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान पूरे हौंसले के साथ नक्सल मोर्चे पर डटे और अब जल्द ही नक्सलियों का समूल अंत होगा।

पौधारोपण अभियान-2025 के तहत उत्तर प्रदेश सरकार लगाएगी 37 करोड़ पौधे

लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार बुधवार को पौधारोपण अभियान-2025 के तहत राज्य के सभी जिलों में 37 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। राज्यव्यापी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सभी 75 जिलों में अभियान का नेतृत्व करेंगे। बयान में कहा गया कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को जिला नोडल अधिकारी नामित किया गया है जो मंगलवार सुबह तैयारियों की समीक्षा करने के लिए अपने-अपने जिलों में पहुंचेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या और आजमगढ़ में पौधारोपण अभियान का नेतृत्व करेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बाराबंकी में अभियान में भाग लेंगी। बयान में कहा गया है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मेरठ और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ में पौधारोपण अभियान में हिस्सा लेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार के सभी मंत्री बुधवार को राज्यव्यापी पौधारोपण अभियान में भाग लेंगे और अपने-अपने जिलों में पौधे लगाएंगे। सरकार ने पौधारोपण अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी 75 जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं।  

चोरों ने सेंधमारी कर किया लाखो का माल पार।

सीधी मामला पिपराव चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत गड़हरा राघोभान  सिंह के ग्राम धनेसर का है जंहा बीती रात धीरेंद्र सिंह,जितेंद्र सिंह पिता लालन सिंह के घर मे अज्ञात चोरों ने घर मे सेंधमारी  कर लाखो का माल पार कर दिया  चोरों ने घर के बाहर से किवाड़ बंद कर दिया था ताकी जानने पर हल्ला गुहार बाहर न जा सके और  सुबह जब घर के लोग जागे तो देखा कि घर का सामान सन्दूख सूटकेश एवम जरूरी कागजात घर के पास खेत में पड़े थे मौके से घर खोदने के लिए सब्बर पड़ा मिला है सूचना देने पर मौके में पहुँचे चौकी प्रभारी पिपराव  शेषमणि मिस्र स्थल निरीक्षण कर चोरी में उपयोग लाई गई लोहे की सब्बर अपने कब्जे में लिया है मामला कायम कर विवेचना वा तलास जारी है।

सिंगरौली के जंगल में संदिग्ध हालात में युवती की मिली लाश, परिजन बोले- यह सड़क दुर्घटना नहीं, सोची-समझी हत्या है

सिंगरौली के जंगल में संदिग्ध हालात में युवती की मिली लाश, परिजन बोले- यह सड़क दुर्घटना नहीं, सोची-समझी हत्या है सिंगरौली: जिले के धौहनी क्षेत्र में रविवार देर रात करीब 12 बजे एक युवती रिया की रहस्यमयी मौत हो गई। दिलीप इसे सड़क दुर्घटना बता रहा है वहीं परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं। मृतका के परिजनों के अनुसार, रिया और दिलीप के बीच पिछले 5 व  6 वर्षों से संबंध थे। इसी दौरान किसी विवाद में रिया ने दिलीप को जेल भी भिजवाया था। बाद में दोनों के बीच समझौता हुआ और उन्होंने विवाह कर लिया। लव, सेक्स, रेप केश, जेल, कोर्ट मैरिज, पति-पत्नी, सड़क दुर्घटना, हत्या या साजिश  थाना सरई इलाके के निवास चौकी अंतर्गत बरका के रहने वाले दिलीप जायसवाल ने उत्तरप्रदेश की रहने वाली रिया राय से 5-6साल पहले दोनों के बीच प्रेम हो गया और दोनों ने सेक्स भी किया जिसके बाद रिया ने शादी के लिए दिलीप के ऊपर दबाव बनाया तो दिलीप ने शादी के लिए मना कर दिया जिससे क्षुब्ध होकर रिया ने केस दर्ज कराया जिसमें दिलीप को जेल जाना पड़ा।इसके बाद दिलीप जेल से छुटने के बाद रिया से बातचीत करना शुरू किया और  मामला शादी तक पहुंच गया फिर दोनों ने कोर्ट मैरिज कर लिया, लेकिन दिलीप को जेल जाने का दिमाग में कचोट रहा था जिससे दिलीप ने रिया से बदला लेने के लिए रिया को इंदौर से बुलेट बाईक से सिंगरौली तक के शफर के लिए मना लिया और दोनों ने इंदौर से भोपाल, भोपाल से जबलपुर, जबलपुर से व्यवहारी, व्यवहारी से टिकरी, टिकरी से बरका आते हुए बुलट गाड़ी सड़क दुर्घटना हो गई जिससे रिया का मौके पर ही मौत हो गई।जबकि पति दिलीप को मामूली चोटें आई हैं । परिजनों का आरोप है कि विवाह के बाद भी दिलीप का बर्ताव ठीक नहीं था और रविवार की रात उसने सुनियोजित तरीके से रिया को धौहनी जंगल में ला कर हत्या कर दी, जिसे अब दुर्घटना का रूप दिया जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए निवास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया है और जांच प्रारंभ कर दी है परिजनों की मांग है कि पीएम डाक्टरों की टीम बना कर किया जाए। रिया के गले में मिले नाखुन के निशान हत्या की ओर बढ़ रहा मामला, एसडीओपी देवसर, थाना प्रभारी सरई निरीक्षक जितेंद्र सिंह भदौरिया के निर्देश में मामले की जांच जारी है ।

आपदा प्रबंधन दल जल भराव क्षेत्रो की लगातार करते रहे मानीटरिंग :-कलेक्टर

 सिंगरौली   जिले मे लगातार हो रही बर्षा को दृष्टिगत रखते हुयें कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला ने आपदा प्रबंधन दलो को निर्देश दिए है कि लगातार जल भराव वाले क्षेत्रो की मानीटरिंग करते रहे है। ताकि जिले में जल भराव बाढ़ के कारण कोई अप्रिय घटना घटिन न होने पायें। उन्होने राजस्व अधिकारियो को निर्देश दिए कि राजस्व एवं पुलिस दल संयुक्त रूप से समन्वय बनाकर लगातार चिन्हित जल भराव क्षेत्रो की सूचना से हर समय अपडेट रहे। अपने सूचना तंत्र को मजबूत रखे। कलेक्टर ने चितरंगी क्षेत्र के उपखण्ड अधिकारी से सोन नदी के बाढ़ प्रभावित वाले क्षेत्र के वास्तु स्थिति की जानकारी लेने के पश्चात निर्देश दिए कि सोन नदी के बाढ़ से प्रभावित होने वाले गावो में हर पल निगरानी बनाये रखे। जहा पर बाढ़ आने की संभावना है ऐसे स्थलो पर निवास करने वाले नागरिको को पहले से ही चिन्हित सुरंक्षित स्थानो पर ले जाने की व्यवस्था बनाकर रखे।   कलेक्टर ने नगरीय क्षेत्र में भी नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि नगरीय क्षेत्र के जल भराव वाले प्रभावित स्थलो की लगातार मानीटरिंग कराते रहे। नाले नालियो को उचित साफ सफाई कराये ताकि कही पर भी जल भराव कि स्थिति निर्मित न होने पायें। कलेक्टर ने 24 घण्टे कंट्रोल रूम संचालित करने के निर्देश दिए।

नगर निगम वसूलेगा 1,00,000 रुपए तक जुर्माना, पहली बार चेतावनी, इसके बाद समझाइश, फिर लगेगा जुर्माना : महापौर मीनल

रायपुर  नगर निगम एक्ट की धाराओं के तहत अलग-अलग मामले में जुर्माने की रकम तय कर दी गई है. इसकी जानकारी आम नागरिकों को नहीं है. इस पर अब नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी जोन स्तर पर नियमों के साथ ही इसका उल्लंघन करने पर क्या दंड मिलेगा, इसका भी प्रचार करेंगे. निगम में पिछले एक महीने से लागू ई-चालान सिस्टम और उससे हुई वसूली पर महापौर मीनल चौबे ने स्पष्ट कर दिया कि निगम के राजस्व में वृद्धि जरूरी है, लेकिन इसके लिए आम नागरिक अधिक परेशान न हों. पहले नियमों की जानकारी नागरिकों को देते हुए पहली बार चेतावनी दें, इसके बाद समझाइश, फिर जुर्माना लगाने की कार्रवाई करें. नियमों की जानकारी पहले जनता को दें, उसके बाद ही अर्थदंड की कार्रवाई करें. इसके लिए निगम का राजस्व अमला और नगर निवेश विभाग अब तैयारी शुरू करेगा. नगर निवेश अधिकारी के मुताबिक सम्पूर्ण निगम सीमा क्षेत्र में विज्ञापन की नीति है कि बिना लिखित अनुमति के नगर निगम सीमा क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक, निजी संपत्ति, दीवार, वाहन, ढांचे आदि पर कोई भी प्रचार सामग्री नहीं लगा सकता. केवल पंजीकृत विज्ञापन एजेंसियों को ही इसकी अनुमति नियमानुसार दी जाती है. निजी संपत्ति पर लाइसेंस की अवधि एक वर्ष होती है. सार्वजनिक संपत्ति पर टेण्डर के नियमों के अनुसार लाइसेंस अवधि होती है. अस्थायी विज्ञापन हेतु एक माह की अवधि होती है. जिसमें मासिक नवीनीकरण संभव है. वहीं निजी संपत्ति पर एक वर्ष की लाइसेंस अवधि नवीनीकरण योग्य होती है. निगम के नगर निवेश विभाग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि अनाधिकृत प्रचार पर 50 हजार रुपये से 1 लाख तक का जुर्माना करने तथा 10 हजार रुपये तक हटाने का शुल्क लिया जाएगा. अब सवाल ये उठता है कि क्या ये जुर्माना राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से भी वसूले जाएंगे ? क्योंकि राजधानी रायपुर में सबसे ज्यादा अवैध होर्डिंग विभिन्न पार्टियों के नेताओं की नजर आती है. वहीं अवैध विज्ञापन पर मूल शुल्क का दो गुना तक दण्ड वसूलने 15 दिनों में सुधार ना करने पर बिना नोटिस के अवैध विज्ञापन हटाये जाने का प्रावधान है. इसी प्रकार गाड़ियों में विज्ञापन करने पर वाहन जब्ती, एफआईआर एवं काली सूची में डालने की कार्रवाई इसमें संभव है. विज्ञापन शुल्क समय पर जमा ना करने की स्थिति में संबंधित राशि को संपत्ति कर में जोड़ दिया जायेगा, आवश्यकता पड़ने पर संपत्ति सील भी की जा सकती है.

मरीज के श्रेष्ठतम उपचार के लिए नवीनतम तकनीक अपनाना आवश्यक

मरीज के श्रेष्ठतम उपचार के लिए नवीनतम तकनीक अपनाना आवश्यक –   श्री अरबिंदो यूनिवर्सिटी में तीन दिवसीय “इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसायटी” के “ऑर्थो कुंभ-2025” में देश के 250 से अधिक दंत विशेषज्ञों ने की शिरकत  .     आष्टा (इंदौर)  हम एक ऐसे दौर के साक्षी बन रहे हैं, जिसमें चिकित्सा से जुड़े अमूमन हर क्षेत्र की तकनीक हर दिन के साथ बेहतर हो रही है। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े निजी चिकित्सा संस्थान के रूप में श्री अरबिंदो अस्पताल अपने मरीजों को, इन नित नई बेहतर हो रही तकनीकों का फायदा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। “ऑर्थो-कुंभ-2025” के माध्यम से हम दंत चिकित्सा जगत में हो रहे नवाचारों से रूबरू हो रहे हैं। एक्सपर्ट्स के साथ-साथ इस आयोजन में हिस्सा ले रहे स्टूडेंट्स भी कुछ बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कर रहे हैं। यहाँ प्रजेंट की गई “टेबल क्लीनिक्स” में भी कई स्टूडेंट्स ने अपने कमाल के इनोवेशन शेयर किए हैं।   ये बात सैम्स के फाउंडर चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी ने शनिवार को तीन दिनी “सेंट्रल इंडिया जोनल पी.जी. कन्वेंशन – ऑर्थो कुंभ-2025” का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि ऐसे सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत कार्यक्रमों से जुड़े रहकर ही हम श्री अरबिंदो अस्पताल में मरीजों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करनें में सफल हो रहे हैं। “इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसायटी” और “श्री अरबिंदो विश्वविद्यालय” के द्वारा “श्री अरबिंदो कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री” में आयोजित किए गए दंत चिकित्सा समारोह में देश भर के 250 से अधिक डेंटिस्ट और एक्सपर्ट्स ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर श्री अरबिंदो यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. ज्योति बिंदल, डॉ. पुनीत बत्रा (अध्यक्ष, आईओएस), डॉ. संजय लाभ (सचिव, आईओएस) और डॉ. श्रीदेवी पद्मनाभन (निर्वाचित अध्यक्ष आईओएस) समे