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9 जुलाई को 10 बड़े ट्रेड यूनियनों ने पूरे देश में हड़ताल का ऐलान किया, 25 करोड़ से ज़्यादा कर्मचारी होंगे शामिल

नई दिल्ली  देशभर में कल 9 जुलाई को भारत बंद का ऐलान किया गया है। यह बंद 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने मिलकर बुलाया है। इनमें बैंक, बीमा, डाक, कोयला खदान, हाईवे और कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टरों के 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों के शामिल होने की उम्मीद है। इस विरोध प्रदर्शन को ' भारत बंद ' नाम दिया गया है। यूनियनों का कहना है कि सरकार की नीतियां कंपनियों को फायदा पहुंचाने वाली और मजदूरों के खिलाफ हैं। ग्रामीण भारत से किसान और खेतिहर मजदूर भी इस बंद में शामिल होंगे। अडानी ने किसे दिया बिना शर्त 12600 करोड़ रुपये का ऑफर? इस कंपनी को खरीदने का है प्लान बंद में इन ट्रेड यूनियनों का समर्थन इस हड़ताल में कई प्रमुख राष्ट्रीय संगठन शामिल हैं। इनमें ये शामिल हैं:     इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC)     ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)     हिंद मजदूर सभा (HMS)     सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU)     ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC)     ट्रेड यूनियन कोऑर्डिनेशन सेंटर (TUCC)     सेल्फ एम्प्लॉयड वीमेंस एसोसिएशन (SEWA)     ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU)     लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF)     यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC) क्या खुला है, क्या बंद रहेगा? इस हड़ताल से कई क्षेत्रों पर असर पड़ने की उम्मीद है। इनमें बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, डाक विभाग, कोयला खनन और कारखाने, राज्य परिवहन सेवाएं, सरकारी कार्यालय शामिल हैं। एनएमडीसी और स्टील व खनिज क्षेत्रों की कई सरकारी कंपनियों के कर्मचारियों ने भी हड़ताल में शामिल होने की पुष्टि की है। हिंद मजदूर सभा के हरभजन सिंह सिद्धू ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के उद्योगों और सेवाओं में मजबूत भागीदारी देखने को मिलेगी। क्या बैंक बंद रहेंगे? बैंकिंग यूनियनों ने अलग से बंद के कारण सेवाओं में व्यवधान की पुष्टि नहीं की है। लेकिन, बंद आयोजकों के अनुसार वित्तीय सेवाएं प्रभावित होंगी। बंद आयोजकों ने कहा कि हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और सहकारी बैंकिंग क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल हैं। इससे कई क्षेत्रों में शाखा सेवाएं, चेक क्लीयरेंस और ग्राहक सहायता जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस का क्या होगा? 9 जुलाई को स्कूल, कॉलेज और प्राइवेट ऑफिस खुले रहने की उम्मीद है। हालांकि, परिवहन संबंधी समस्याओं के कारण कुछ क्षेत्रों में कामकाज प्रभावित हो सकता है। ट्रेड यूनियनों और सहयोगी ग्रुप की ओर से कई शहरों में विरोध मार्च और सड़क प्रदर्शन किए जाने से सार्वजनिक बसें, टैक्सियां और ऐप-आधारित कैब सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। इससे स्थानीय यात्रा और लॉजिस्टिक्स संचालन में देरी या रद्द होने की संभावना है। क्या रेल सेवाएं प्रभावित होंगी? 9 जुलाई को देशव्यापी रेलवे हड़ताल की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, देश के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम की आशंका है, जिससे कुछ क्षेत्रों में ट्रेन सेवाएं बाधित हो सकती हैं या उनमें देरी हो सकती है। रेलवे यूनियनों ने औपचारिक रूप से भारत बंद में भाग नहीं लिया है। लेकिन, पहले हुईं इस तरह की हड़तालों में देखा गया है कि प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशनों के पास या पटरियों पर प्रदर्शन करते हैं, खासकर उन राज्यों में जहां यूनियन की मजबूत उपस्थिति है। इससे स्थानीय स्तर पर ट्रेनों में देरी हो सकती है या अधिकारियों द्वारा सुरक्षा उपाय बढ़ाए जा सकते हैं। हड़ताल का कारण क्या है? ट्रेड यूनियनों का दावा है कि उनकी चिंताओं को लगातार नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने पिछले साल श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को 17 सूत्रीय मांगों का एक चार्टर सौंपा था, लेकिन उनका कहना है कि इस पर कोई गंभीर प्रतिक्रिया नहीं हुई है। यूनियन फोरम ने कहा कि सरकार ने देश की कल्याणकारी राज्य की स्थिति को त्याग दिया है। यह विदेशी और भारतीय कंपनियों के हित में काम कर रही है। यह उन नीतियों से स्पष्ट है जिनका सख्ती से पालन किया जा रहा है। यूनियन ने ये लगाए सरकार पर आरोप     पिछले दस वर्षों में भारतीय श्रम सम्मेलन आयोजित नहीं किया है।     चार नए श्रम कानूनों को आगे बढ़ा रही है जो यूनियनों को कमजोर करते हैं और काम के घंटे बढ़ाते हैं।     संविदात्मक नौकरियों और निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।     अधिक सार्वजनिक क्षेत्र की भर्ती और वेतन वृद्धि की मांगों को नजरअंदाज कर रही है।     युवा बेरोजगारी से निपटने के बिना नियोक्ताओं को प्रोत्साहन दे रही है। किसान और ग्रामीण मजदूर क्यों शामिल? किसानों के ग्रुप और ग्रामीण श्रमिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा और कृषि श्रमिक संघ ग्रामीणों को जुटाने और उन आर्थिक फैसलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे ग्रामीण संकट को बढ़ा रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकारी कामों के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है। वहीं आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याणकारी खर्चों में कटौती की जा रही है।

उत्तर बस्तर कांकेर : कलेक्टर ने लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने अधिकारियों को दिए निर्देश

उत्तर बस्तर कांकेर : कलेक्टर ने लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने अधिकारियों को दिए निर्देश समय-सीमा बैठक में की विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा उत्तर बस्तर कांकेर समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें उन्होंने विभिन्न विभागों में लंबित विकास कार्यों की जानकारी ली तथा उन्हें पूर्ण गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द करने के लिए आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होंने विभागवार निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज सुबह 10.30 बजे से आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर क्षीरसागर ने कहा कि जिले में राजस्व विभाग द्वारा जाति प्रमाण-पत्र जारी किए जा रहे हैं, उनकी राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी एसडीएम इसे गंभीरता से लेते हुए स्कूली विद्यार्थियों का जाति, निवास एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज शीघ्रता से तैयार कराएं तथा जरूरत पड़ने पर राजस्व शिविर भी आयोजित किए जाएं। इसी तरह कलेक्टर ने नियद नेल्लानार योजना के तहत जुड़े नए गांवों में विभिन्न योजनांतर्गत शासकीय कार्यों व सुविधाओं में विस्तार करने पर जोर देते हुए माओवाद प्रभावित ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अलावा जिले में डीएपी खाद की कमी के संबंध में अन्य वैकल्पिक खाद एवं उर्वरक का उपयोग कराए जाने हेतु किसानों को जागरूक करने और तकनीकी सलाह देने के निर्देश खाद्य अधिकारी एवं जिला विपणन अधिकारी को दिए। बैठक में आंगनबाड़ी भवन निर्माण तथा पीडीएस सेंटर निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसमें तेजी लाने के निर्देश सभी जनपद पंचायतों के सीईओ एवं निर्माण एजेंसियों को दिए। बताया गया कि 499 स्वीकृत आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 290 पूर्ण हो चुके हैं जबकि 209 कार्य लंबित हैं। इसी तरह पीडीएस सेंटर भवन निर्माण के 103 स्वीकृत भवनों के विरूद्ध 79 पूर्ण हो चुके हैं तथा 24 कार्य अभी तक लंबित हैं। कलेक्टर ने लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्राप्त लक्ष्य के विरूद्ध अब तक हुई प्रगति को लेकर कलेक्टर ने प्रति सप्ताह जनपदवार समीक्षा करने जिला पंचायत के सीईओ को निर्देशित किया। इसके अलावा बस्तर विकास प्राधिकरण एवं डीएमएफ अंतर्गत लंबित प्रकरणों की जानकारी लेेते हुए तेजी से निर्माण कार्य पूर्ण करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने  सामाजिक अंकेक्षण, पीएम जनमन, पीएम विश्वकर्मा, पोषण पुनर्वास केन्द्र आदि योजनाओं की समीक्षा करते हुए जल्द से जल्द अधूरे एवं अप्रारंभ कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में डीएफओ हेमचंद पहारे, जिला पंचायत सीईओ हरेश मंडावी, अपर कलेक्टर जितेन्द्र कुर्रे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही : जनदर्शन में 23 लोगों ने दिया आवेदन : कलेक्टर ने एक-एक कर सुनी सभी की फरियाद

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही साप्ताहिक कलेक्टर जनदर्शन में अपनी मांगों एवं समस्याओं को लेकर 23 लोगों ने आवेदन प्रस्तुत किया। जनदर्शन में आए लोगों ने कतारबद्ध होकर बारी-बारी से कलेक्टर से मिलकर अपनी समस्याओं-मांगों से अवगत कराया। कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने एक-एक कर सभी की फरियाद सुनी और उनके आवेदनों का अवलोकन किया। उन्होंने शिकायत से संबंधित आवेदनों की जांच कराने और मांगों से संबंधित आवेदनों को संबंधित विभाग को भेजकर नियम प्रक्रिया का पालन कराते हुए कार्रवाई हेतु अग्रेषित किया। जनदर्शन में कलेक्टर ने आवेदकों को राजस्व से संबंधित प्रकरणों के निराकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने, विवादित मामलों में प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने तथा न्यायालयीन प्रकरण जिनकी सुनवाई कलेक्टर न्यायालय में पूर्व में हो चुका है, को अपील करने कहा। उन्होंने घरेलू विवाद के मामले में आपसी समझौता कराने सलाह दी। जनदर्शन में आर्थिक सहायता, पारिश्रमिक भुगतान, मुआवजा, अतिक्रमण हटाने, आवास का किश्त दिलाने, पदस्थापना, नियुक्ति आदि से संबंधित आवेदन शामिल हैं।

जगदलपुर : प्लेसमेंट केम्प के माध्यम से रिक्त पदों की पूर्ति हेतु जानकारी देने की अपील

जगदलपुर : प्लेसमेंट केम्प के माध्यम से रिक्त पदों की पूर्ति हेतु जानकारी देने की अपील जगदलपुर  जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र जगदलपुर द्वारा निजी क्षेत्र के रिक्त पदों हेतु प्लेसमेंट केम्प का आयोजन जुलाई माह में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। उप संचालक रोजगार जगदलपुर से मिली जानकारी के अनुसार प्लेसमेंट केम्प के माध्यम से रिक्त पदों की पूर्ति करने के इच्छुक नियोजक अपने फर्म (संस्था), कार्यालय और दुकान की रिक्तियों की जानकारी कार्यालय जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र जगदलपुर को पत्र के माध्यम से या कार्यालय के ईमेल  ddirempl@gmail.com अथवा कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर जानकारी प्रदाय कर सकते हैं। जिसमें पदवार रिक्तियों की संख्या, वांछित योग्यता, अनुभव एवं प्रतिमाह देय वेतन की जानकारी भी दिया जाना आवश्यक है, ताकि प्लेसमेंट कैम्प हेतु पद अनुरूप युवाओं को आकर्षित किया जा सके।

विंबलडन के दौरान यानिक सिनर चोटिल, करवाना होगा ‘एमआरआई स्कैन’

लंदन विंबलडन के चौथे दौर में ग्रिगोर दिमित्रोव के खिलाफ मुकाबले के शुरुआती चरण में यानिक सिनर गिरकर चोटिल हो गए, जिसके बाद वर्ल्ड नंबर-1 सिनर चोट की जांच के लिए ‘एमआरआई स्कैन’ कराने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, सिनर विंबलडन के चौथे दौर में पहुंच गए हैं, क्योंकि ग्रिगोर दिमित्रोव को चोट के कारण मैच छोड़ना पड़ा। चौथे दौर के मैचअप के पहले ही गेम में सिनर हार की ओर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे थे। इसी बीच जमीन पर एक सहज दिखने वाली स्लाइड के दौरान उनकी कोहनी में चोट लग गई। इसके बाद उन्हें ‘मेडिकल टाइमआउट’ मिला। हाल ही में अपने फिजियोथेरेपिस्ट और ट्रेनर से अलग होने के बाद, सिनर अब अपनी कोहनी के इलाज के लिए एटीपी टूर के फिजियो की मदद लेंगे। सिनर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “उस तरह गिरना काफी दुर्भाग्यपूर्ण था। मैंने वीडियो देखी, तो लगा कि यह गंभीर नहीं था, लेकिन फिर भी मुझे काफी दर्द महसूस हुआ, खासकर सर्व और फोरहैंड पर। मैं दर्द को महसूस कर सकता था। अब देखते हैं, कल चोट की जांच करेंगे, फिर तय करेंगे आगे क्या करना है।” उन्होंने आगे कहा, “यहां एटीपी के अच्छे फिजियोथेरेपिस्ट हैं। डॉक्टर भी अच्छे हैं। जैसा कि मैंने कहा, एमआरआई से पता चलेगा कि कहीं कोई गंभीर बात तो नहीं है, और फिर उसी के अनुसार इलाज किया जाएगा।” इस मुकाबले में ग्रिगोर दिमित्रोव दो सेट से आगे चल रहे थे। इसी बीच दिमित्रोव अपने दाहिने हाथ के नीचे ‘पेक्टोरल मसल्स’ को पकड़कर मैदान पर गिर पड़े। जब तक उन्होंने गेम खत्म किया, तब तक वह दर्द से कराह रहे थे। दिमित्रोव अपनी सर्विसिंग आर्म को मुश्किल से उठा पाए और चोटिल होने के कारण उन्हें रिटायर होना पड़ा। यह लगातार पांचवां ग्रैंड स्लैम है, जिसमें उन्हें मैच के बीच में ही हटना पड़ा। क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले सिनर का सामना अमेरिका के बेन शेल्टन से होगा।  

महासमुंद : सीईओ श्री एस. आलोक ने जन चौपाल में सुनी आम जनों की समस्याएं

महासमुंद : सीईओ श्री एस. आलोक ने जन चौपाल में सुनी आम जनों की समस्याएं अधिकारियों को शीघ्र निराकरण के दिए निर्देश महासमुंद कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिला पंचायत सीईओ श्री एस आलोक ने आज मंगलवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल में जिले के विभिन्न स्थानों से आए नागरिकों की समस्याएं एवं शिकायतें सुनी। उन्होंने संबंधित विभाग को आवेदनों का अवलोकन कर नियमानुसार पात्र हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए कहा। आज ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 26 आवेदकों ने आवेदन प्रस्तुत किए। सीईओ ने सभी आवेदकों की समस्याएं बारी-बारी सुनी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू एवं रविराज ठाकुर, एसडीएम सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। जन चौपाल में सरायपाली के हितग्राही श्री तिलक राम ने पीएम आवास की राशि जारी करने हेतु सचिव द्वारा पैसे लिए जाने के संबंध में शिकायत प्रस्तुत किया, इसी क्रम में श्री दीनबंधु सोना ने भी शिकायत किया जिस पर सीईओ ने उक्त मामलों में प्राथमिकता से जाँच करने हेतु निर्देशित किया। इसके अलावा श्री सेवक राम साहू पोटापारा पिथौरा द्वारा त्रुटि सुधार हेतु आवेदन, ग्राम पंचायत छांदनपुर के शिव मंदिर में अतिक्रमण श्री वेणुधर थानापति द्वारा आवेदन, झलप में शासकीय भूमि अतिक्रमण संबंधी आवेदन, श्री परमेश्वर यादव साराडीह महासमुंद द्वारा बैंक की ग़लत एंट्री के संबंध में आवेदन, श्री राजकुमार भोई झगरेनडीह पिथौरा द्वारा सीमांकन हेतु आवेदन किया गया। जन चौपाल में इसके अलावा पीएम आवास योजना, अवैध अतिक्रमण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, धान खरीदी, मुआवजा राशि, साथ ही अन्य माँग एवं शिकायत संबंधी आवेदन प्राप्त हुए, जिस पर शीघ्र निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

अम्बिकापुर : एम.पी.एच.डब्ल्यू. (सेनेटेरियन/फिजियोथैरेपी टेक्नीशियन) डाईंग कैडर के पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू

अम्बिकापुर : एम.पी.एच.डब्ल्यू. (सेनेटेरियन/फिजियोथैरेपी टेक्नीशियन) डाईंग कैडर के पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू वरिष्ठता, चयन एवं प्रतीक्षा सूची जारी, दावा-आपत्ति के लिए 10 जुलाई तक की समय-सीमा अम्बिकापुर  छत्तीसगढ़ शासन की अधिसूचना दिनांक 11 जून 2020 के प्रावधानों के तहत एम.पी.एच. डब्ल्यू. (पुरुष)/वरिष्ठ सेनेटेरियन/फिजियोथैरेपी टेक्नीशियन (डाईंग कैडर) के पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए पदोन्नति की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। स्वास्थ्य शिक्षक (हेल्थ एजुकेटर)/सेनेटेरियन-कम-हेल्थ एजुकेटर के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार ऐसे कर्मचारी जो संबंधित प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके हैं, जिनके पास न्यूनतम पाँच वर्षों का अनुभव तथा स्नातक उपाधि है, वे इस पद के लिए पात्र माने गए हैं। इसी क्रम में जिला कार्यालय अम्बिकापुर में 03 जुलाई 2025 को विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें समिति द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। इसके पश्चात् अंतिम वरिष्ठता सूची, अनंतिम चयन सूची एवं प्रतीक्षा सूची जारी कर दी गई है। यह सूची 01 अप्रैल 2025 की स्थिति के आधार पर तैयार की गई है और आम जनता के अवलोकन हेतु जिले की आधिकारिक वेबसाइट    https://surguja.gov.in/ पर उपलब्ध कराई गई है। सूची में सम्मिलित कर्मचारियों की प्रविष्टियों में यदि कोई त्रुटि पाई जाती है अथवा कोई पात्र कर्मचारी सूची से छूट गया है, तो वे 10 जुलाई 2025 तक अपने प्रमाणित दस्तावेजों सहित कार्यालय में दावा/आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित समयावधि के बाद प्राप्त आवेदन पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात अंतिम सूची के आधार पर पदोन्नति की कार्यवाही की जाएगी। यदि किसी कर्मचारी को नियमों के अनुरूप पदोन्नति नहीं मिलती है, तो इसके लिए संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खंड चिकित्सा अधिकारी उत्तरदायी होंगे।

रायपुर : प्रदेश में अब तक 320.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

रायपुर : प्रदेश में अब तक 320.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज रायगढ़ में सर्वाधिक 451 मि.मी. वर्षा दर्ज रायपुर छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 320.1 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक रायगढ़ जिले में सर्वाधिक 451.1 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 138.9 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगुजा में 259.8 मि.मी., सूरजपुर में 403.9 मि.मी., बलरामपुर में 449.5 मि.मी., जशपुर में 417.7 मि.मी., कोरिया में 375.8 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 295.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। रायपुर जिले में 250.4 मि.मी., बलौदाबाजार में 277.7 मि.मी., गरियाबंद में 276.9 मि.मी., महासमुंद में 274.4 मि.मी. और धमतरी में 275.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बिलासपुर में 318.8 मि.मी., मुंगेली में 347.8 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 324.8 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 427.5 मि.मी., सक्ती में 365.9 मि.मी. कोरबा में 429.6 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 324.1 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड हुई है। दुर्ग जिले में 195.2 मि.मी., कबीरधाम में 229.0 मि.मी., राजनांदगांव में 212.7 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 431.2 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 190.9 मि.मी., बालोद में 254.2 मि.मी. और बस्तर जिले में 435.6 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड हुई है। कोंडागांव में 260.6 मि.मी., कांकेर में 344.1 मि.मी., नारायणपुर में 312.6 मि.मी., दंतेवाड़ा में 389.1 मि.मी., सुकमा में 202.9 मि.मी. और बीजापुर में 420.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

प्रधानमंत्री सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, कृषक उन्नति योजना से हो रहा फायदा

पर्याप्त मात्रा में किसानों को मिल रहा खाद एवं बीज शासन की योजनाओं का किसानों को मिल रहा भरपूर लाभ प्रधानमंत्री सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, कृषक उन्नति योजना से हो रहा फायदा सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के दायरे को विस्तृत करने तथा दलहन, तिलहन, मक्का की फसल की खरीदी पर किसानों में हर्ष व्याप्त रायपुर खेती-किसानी कार्य के लिए किसानों में खुशी एवं उल्लास है। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से अन्नदाता किसान धन-धान्य से परिपूर्ण एवं समृद्ध हो रहे हैं। किसान सेवा सहकारी समिति से लगातार खाद-बीज क्रय कर रहे है। शासन की योजनाएं उनके लिए मददगार साबित हो रही है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बोरी के किसान संजय कुमार टंडन सेवा सहकारी समिति गठुला खाद खरीदने आए थे। उन्होंने बताया कि उनके पास 20 एकड़ जमीन है और आज उन्होंने यूरिया, डीएपी, पोटाश और राखड़ खरीदा है। उन्होंने बताया कि आज जरूरत के हिसाब से खाद मिल गया है। 20 एकड़ खेत में धान की रोपाई हो गई है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 1 लाख 50 हजार रूपए का ऋण लिया है। जिसका उपयोग वे खेती-किसानी के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिना ब्याज के राशि मिल जाने से बहुत मदद होती है और यह किसानों के लिए लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री सम्माननिधि योजना के तहत प्रतिवर्ष 6000 रूपए की राशि मिल रही है। जिसका उपयोग वे खेती कार्यों के लिए कर रहे है। खेती कार्यों में नवीनतम तकनीक के प्रयोग से कृषि कार्य आसान होते जा रहे है। उन्होंने कहा कि कृषक उन्नति योजना सरकार की बेहतरीन योजना है। जिसके तहत 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के दायरे को विस्तृत किया गया है तथा दलहन, तिलहन, मक्का की फसल लगाने वालों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि कृषक उन्नति योजना से धान की बिक्री करने पर जो बचत हुई उसका उपयोग उन्होंने बच्चों की पढ़ाई लिखाई, घर की मरम्मत एवं अन्य कार्यों में किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को शासन की योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया।      राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम गठुला के किसान सुखदास साहू ने 3 बोरी यूरिया, 3 बोरी डीएपी एवं 1 बोरी पोटाश खरीदा। उन्होंने बताया कि समिति में उनकी जरूरत के अनुसार खाद मिल गया है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उन्होंने शून्य प्रतिशत ब्याज पर 50 हजार रूपए की राशि ऋण में ली है तथा उन्हें प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री सम्मान निधि से 6000 रूपए की राशि प्राप्त हो रही है। शासन की योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ मिल रहा है। ग्राम चिखली के किसान रामनारायण साहू ने बताया कि उनके पास 1 एकड़ जमीन है और आज उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद मिल गया है। उन्होंने यूरिया, डीएपी, पोटाश खाद खरीदा है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 10 हजार रूपए ऋण लिया है। जिसका उपयोग वे खेती किसानी के लिए करेंगे। इसी तरह ग्राम चिखली के किसान बिरेन्द्र साहू खाद खरीदने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उनके पास 12 एकड़ जमीन है और आज उन्होंने सेवा सहकारी समिति से यूरिया एवं डीएपी खरीदा है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 40 हजार रूपए का ऋण लिया है। ग्राम बोरी की श्रीमती ऊषा बाई खाद खरीदी के लिए पहुंची थी और उन्होंने यूरिया, पोटाश खरीदा। उन्होंने बताया कि किसान सेवा सहकारी समिति में उन्हें लगातार व पर्याप्त खाद-बीज मिल रही है। 

रायपुर : लमती जलाशय के निर्माण कार्यों के लिए 242.77 करोड़ रूपए स्वीकृत

रायपुर छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग द्वारा खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के विकासखण्ड-खैरागढ़ की लमती फीडर जलाशय एवं उसकी नहरों के निर्माण कार्य के लिए 242 करोड़ 77 लाख रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के निर्माण कार्यों के पूरा हो जाने पर क्षेत्र में एक हजार 840 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। जल संसाधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन से योजना के निर्माण कार्यों को पूर्ण कराने के लिए मुख्य अभियंता महानदी गोदावरी कछार, जल संसाधन विभाग रायपुर को प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।