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10 गुरुवार 2025, सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य

मेष राशि- आज किसी मौके को हाथ से न जाने दें। आप दूसरों को अपनी खुशी में इनवॉल्व करना चाहेंगे, लेकिन हो सकता है कि वे तैयार न हों। किसी मुद्दे पर चिंता आपको परेशान कर सकती है, लेकिन लंबे समय तक नहीं। वित्तीय मोर्चे पर स्थिरता कुछ लोगों के लिए राहत बनकर आएगी। वृषभ राशि- आज करियर का कोई मसला सही ढंग से सुलझने की संभावना है। स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा के मामलें में अतिरिक्त प्रयास करने का समय है। दोस्तों के साथ बाहर जाने से आपका ध्यान कुछ जरूरी मामलों से हट सकता है। मिथुन राशि- आज अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अपनी क्षमता के अनुसार काम करने से इनाम मिलता है, जो आपको प्रमोशन और तारीफ के रूप में मिल सकता है। आपने जो कमाया है उसका पूरा लाभ उठाएं। कर्क राशि- कभी-कभी आपको लोगों को उनकी इच्छाओं के अनुसार चलने देना चाहिए और उन्हें खुश करने की कोशिश में खुद पर तनाव नहीं डालना चाहिए। स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है, लेकिन कोई गंभीर बात नहीं होगी। सिंह राशि- आज कार्यस्थल पर आपका सामना किसी ऐसे व्यक्ति से हो सकता है, जो थोड़ा दबंग है। आप उन्हें खुश करने की पूरी कोशिश कर सकते हैं, लेकिन अगर किसी ने तय कर लिया है कि वे संतुष्ट नहीं होंगे, तो आप उनका मन बदलने के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकते। कन्या राशि- आज हर चीज के सफल होने की गारंटी नहीं है। इसलिए अपने कंफर्ट जोन को छोड़ने और पार्टनर से मिलने के लिए अलग-अलग रास्ते आजमाने से न डरें। आपको किसी भी काम का ज्यादा प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है। तुला राशि- आज हो सकता है किसी मुद्दे पर परिवार आपके साथ न हो। कुछ स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाई के मामले में सुधार होने की संभावना है। जिसे आप प्यार करते हैं उसे प्रभावित करने के आपके प्रयास आपको रोमांटिक शाम बिताने का मौका दे सकते हैं। वृश्चिक राशि- आज ऐसी एक्टिविटी करें, जो आपको खुश और कॉन्फिडेंट बनाती है। यह आपकी आनंदमय ऊर्जा को बढ़ाने और उन लोगों को आकर्षित करने का सबसे अच्छा तरीका है, जो आपके जैसा ही महसूस करते हैं। ब्रह्मांड के डीसीजन में अपना विश्वास रखें। धनु राशि- आज अपने नियमित व्यायाम से ब्रेक लेने से आपको लाभ होगा। अगर आपने व्यवसाय में पैसा खो दिया है, तो आप इसे फिर से कमाने के लिए तैयार हैं। सफलतापूर्वक पूरा हुआ कोई प्रोजेक्ट आपको प्रतिष्ठा के पद पर पहुंचा देगा। मकर राशि- आज किसी को उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलने की उम्मीद कर सकते हैं। व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करने के लिए यह एक अच्छा दिन है। पारिवारिक विवाद को सुलझाने का आपका प्रयास सफल होने की संभावना है। कुंभ राशि- आज आपको बीच का रास्ता अपनाने की सलह दी जाती है। संतुलन बनाना जरूरी है। जिस व्यक्ति से आप प्यार करते हैं उसे यह बताने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है कि आपके रास्ते अलग-अलग हो सकते हैं। मीन राशि- आज अपने रोज के कार्यक्रम से कुछ समय निकालें और कुछ ऐसा करें, जो आप हमेशा से करना चाहते थे। आपका अच्छा मूड होगा और यह उन लोगों को आकर्षित करेगा, जो कनेक्शन बनाने के लिए तैयार हैं।

हर जिले की चयनित सोसाइटियों के लिए होगा ओरिएंटेशन प्रोग्राम: मंत्री सारंग

भोपाल  सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने हर जिले से पांच चयनित सोसाइटियों का ओरिएंटेशन प्रोग्राम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस प्रोग्राम के माध्यम से सोसाइटियों द्वारा किए गए नवाचार और उनकी विभाग से अपेक्षाओं को जानने को भी कहा है। मंत्री श्री सारंग बुधवार को मंत्रालय में सहकारिता विभाग की समीक्षा कर रहे थे। मंत्री श्री सारंग ने कहा है कि लगभग ढाई सौ सोसाइटियों का ओरिएंटेशन प्रोग्राम 50-50 के ग्रुप में करें। उन्होंने कहा कि यह ओरिएंटेशन प्रोग्राम दो दिवसीय हो ताकि उनकी हर एक समस्याओं का समाधान भी हो सके। माइक्रो एटीएम कार्ड का 100% वितरण हो मंत्री श्री सारंग ने माइक्रो एटीएम कार्ड रूपे कार्ड को एक माह के अंदर 100% वितरित करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्रालय की इस पहल को निचले स्तर तक पहुंचाने का भी कम करें। साथ ही नवाचार विंग को पुनर्गठित करें। चीता ब्रांड का 'लोगो' जल्द होगा लोकार्पित मंत्री श्री सारंग ने चीता ब्रांड का 'लोगो' जल्द फाइनल कर लोकार्पित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने चीता ब्रांड के उत्पाद हितग्राही तक पहुंचाने के लिए एक चेन डेवलप करने को भी कहा। इसके लिए उन्होंने बिजनेस प्लान बनाकर प्रेजेंटेशन देने को भी कहा है और संभागवार समीक्षा बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए। इस मौके पर प्रमुख सचिव श्री डीपी आहूजा, विपणन संघ प्रबंध संचालक श्री आलोक कुमार सिंह, आयुक्त एवं पंजीयक श्री मनोज पुष्प, अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री मनोज गुप्ता, उप सचिव सुश्री शीला दाहिमा और मनोज सिन्हा उपस्थित थे।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘सदानीरा जल संसाधन बहती रहे जल की धारा’ पुस्तिका का किया विमोचन

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को मंत्रालय में जल संसाधन विभाग की "सदानीरा जल संसाधन बहती रहे जल की धारा" पुस्तिका का विमोचन किया। इस अवसर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, पंचायत, ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, एमएसएमई मंत्री श्री चेतन्य कुमार काश्यप भी उपस्थित थे। यह पुस्तिका प्रदेश में इस वर्ष जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए चलाए गए जल गंगा संवर्धन अभियान पर केन्द्रित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान की अभूतपूर्व सफलता पर सभी संबंधितों को बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी नदियां, तालाब और जलस्रोत जीवन का आधार हैं। इनके संरक्षण के लिए सरकार और समाज का यह संयुक्त प्रयास न केवल अनुकरणीय है, बल्कि यह मध्यप्रदेश को जल प्रबंधन में अग्रणी बनाएगा। जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के "कैच द रेन" संकल्प को मूर्त रूप देते हुए 'खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में' के सिद्धांत पर आधारित जल गंगा संवर्धन अभियान ने मध्यप्रदेश में जल संरक्षण को एक नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कुशल नेतृत्व में जल संसाधन विभाग द्वारा प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून 2025 तक चलाए गए इस अभियान ने जल संरक्षण को एक जन-आंदोलन में परिवर्तित कर दिया। मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि इस अभियान ने जल संरक्षण के प्रति जागरूकता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित किया। डिजिटल मानचित्रण, जलवायु अनुकूल संरचनाओं का विकास और वित्तीय-तकनीकी संसाधनों का समावेश भविष्य में जल प्रबंधन को और सुदृढ़ करेगा। "जल है जीवन का आधार" का संदेश जन-जन तक पहुंचा, जिससे जल संरचनाओं का प्रभावी रखरखाव और संरक्षण सुनिश्चित हुआ। श्री सिलावट ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान ने जल संसाधन विभाग के माध्यम से प्रदेश में जल प्रबंधन और कृषि विकास के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन की आधारशिला रखी। लघु और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं की पूर्णता, नहरों की व्यापक सफाई, तालाबों व जलाशयों का जीर्णोद्धार और जन सहभागिता आधारित पहलों ने जल संसाधनों की दक्षता और स्थिरता को नया आयाम दिया। यह अभियान न केवल मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है, बल्कि जल संरक्षण के क्षेत्र में देश के लिए एक प्रेरणा बन गया है। अभियान की उल्लेखनीय उपलब्धियां अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी 55 जिलों में 2,444 में से 2,190 वृहद् जल संरचनाओं के कार्य पूर्ण किए गए, जिनमें तालाबों व जलाशयों का जीर्णोद्धार, नहरों की सफाई, अतिक्रमण मुक्ति और वृक्षारोपण जैसे कार्य युद्ध स्तर पर हुए। उज्जैन, इंदौर, चंबल-बेतवा, नर्मदापुरम, रीवा, सागर और वैनगंगा कछार जैसे क्षेत्रों में विशेष प्रगति दर्ज की गई। जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार कार्यों के अंतर्गत तालाबों, जलाशयों और नहरों की सफाई, पिचिंग, बोल्डर टो, पाल का पुनर्निर्माण, स्लूस गेट और घाटों की मरम्मत ने जल प्रवाह को निर्बाध बनाया। इन कार्यों ने जल संग्रहण क्षमता में वृद्धि, भूजल पुनर्भरण को प्रोत्साहन, मृदा क्षरण में कमी और जल संरचनाओं की दीर्घकालिक स्थायित्व को सुनिश्चित किया गया। अभियान के अंतर्गत नहरों की सफाई तथा नहरों को शासकीय संपत्ति के रूप में चिह्नित करने और किलोमीटर स्टोन स्थापित करने से जल प्रबंधन पारदर्शी और व्यवस्थित हुआ, जिससे अतिक्रमण हटा और अवैध जल उपयोग में कमी आई। ऐतिहासिक जल संरचनाओं के अंतर्गत 300 वर्ष पुरानी माता अहिल्या बावड़ी का जीर्णोद्धार, कनाडिया तालाब और रतनतलाई तालाब का सौंदर्गीकरण और टिगरिया गोगा बैराज का भूमिपूजन इत्यादि इस अभियान की सफलता के प्रतीक हैं। अभियान में जनसहभागिता से केरवा बांध की सफाई, विदिशा के जमवार तालाब में श्रमदान और रामनगर में बच्चों के साथ जल संरक्षण पर विचार-विमर्श जैसे कार्यों ने समुदाय में स्वामित्व और जिम्मेदारी की भावना को प्रबल किया।  

मां नर्मदा परिक्रमा पथ पर पौधरोपण का कार्य की निगरानी ड्रोन-सैटेलाइट इमेज से की जाएगी

भोपाल  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल, प्रकृति, पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पूरे देश में चलाए जा रहे एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान को प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मिशन के रूप में चला रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार प्रकृति, पर्यावरण और जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रदेश के 16 जिलों में मां नर्मदा परिक्रमा पथ के आश्रय स्‍थलों की भूमि पर पौधरोपण करेगी। इसके लिए मनरेगा परिषद ने तैयारी भी शुरू कर दी है। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने पौधरोपण के संबंध में निर्देश भी जारी किए हैं।  233 स्‍थानों की लगभग 1000 एकड़ भूमि पर किया जाएगा पौधरोपण मां नर्मदा परिक्रमा पथ पर स्थित आश्रय स्‍थलों के लगभग 233 स्‍थानों की लगभग 1000 एकड़ भूमि पर 43 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से लगभग 7.50 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। पौधरोपण का कार्य 15 जुलाई से शुरू होगा जो 15 अगस्त तक चलेगा। इसके लिए बकायदा अभियान चलाया जाएगा।  इन जिलों में मां नर्मदा आश्रय स्थलों पर होगा पौधरोपण मां नर्मदा आश्रय स्थलों पर जिन जिलों में पौधरोपण किया जाएगा, उनमें अनूपपुर, डिंडोरी, मण्‍डला, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, नर्मदापुरम, रायसेन, सीहोर, हरदा, देवास, खंडवा एवं खरगोन शामिल हैं।  ड्रोन-सैटेलाइट इमेज से की जाएगी निगरानी  मां नर्मदा परिक्रमा पथ के आश्रय स्थलों की भूमि पर पौधरोपण का कार्य सही ढ़ग से हो रहा है या नहीं। पौधे कहा पर लगे है या नहीं। मनरेगा परिषद द्वारा इसकी ड्रोन-सैटेलाइट इमेज से बकायदा निगरानी भी की जाएगी। आश्रय स्थलों पर भूमि की उपलब्धता के अनुसार दो श्रेणियों में पौधरोपण का कार्य किया जाएगा। प्रदेश में 136 ऐसे स्थान हैं जहां पर 2 एकड़ से अधिक भूमि है। यहां पर 2.15 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसी तरह से 97 ऐसे स्थान हैं जहां पर 1 एकड़ से अधिक और 2 एकड़ से कम भूमि है। यहां पर 5.50 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।  पौधरोपण की खासियत:  -पौधरोपण के आश्रय स्थलों का चयन सिपरी सॉफ्टवेयर से किया जाएगा। साथ ही यदि सिपरी सॉफ्टवेयर पौधरोपण के लिए जगह को उपयुक्‍त नहीं बताता है तो उस स्थान पर पौधरोपण नहीं किया जाएगा। इसके अलावा सॉफ्टवेयर से यह भी देखा जाएगा कि जिस जगह पर पौधरोपण किया जा रहा है उस जगह पर पानी का स्‍थायी स्रोत हो।  ऐसे स्‍थल जहां पर 2 एकड़ या अधिक भूमि उपलब्‍ध है, वहां पर सामान्य पद्धति से पौधरोपण का कार्य किया जाएगा।  2 एकड़ से कम एवं 1 एकड से अधिक भूमि उपलब्‍ध है वहां मियावाकी पद्धति से पौधरोपण किया जाएगा। जहां पौधरोपण किया जाना है, वहां पौधों की सुरक्षा के लिए तार फेंसिंग की जाएगी। 14 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा गड्ढे की खुदाई, तार की फेंसिंग का कार्य  मां नर्मदा परिक्रमा पथ के आश्रय स्‍थलों की भूमि पर पौधरोपण का कार्य शुरू होने से पहले गड्‌ढे की खुदाई, तार की फेंसिंग, सिपरी सॉफ्टवेयर द्वारा प्रस्तावित भूमि का स्थल निरीक्षण, भौतिक सत्यापन, तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति जैसे कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद 15 जुलाई से पौधरोपण का कार्य शुरू होगा।

मंत्री श्री पटेल की सौजन्य मुलाकात, नवनियुक्त पंचायत CEO और विकासखंड अधिकारियों से की बातचीत

मंत्री  पटेल ने नवनियुक्त जनपद पंचायत CEO और विकासखंड अधिकारियों से की सौजन्य भेंट नए पदस्थ अधिकारियों से मिले मंत्री श्री पटेल, जनपद और विकास कार्यों को लेकर हुई चर्चा मंत्री श्री पटेल की सौजन्य मुलाकात, नवनियुक्त पंचायत CEO और विकासखंड अधिकारियों से की बातचीत भोपाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने बुधवार को अपने निवास पर नवनियुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं विकासखंड अधिकारियों से सौजन्य भेंट की। उन्होंने सभी अधिकारियों को सौपे गये दायित्वों के सफल निर्वहन के ‍लिये शुभकामनाएँ दी। उन्होंने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर कोर्स डायरेक्टर श्री वीरेन्द्र पटेल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा-2022 से चयनित 23 मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं विकासखंड अधिकारियों का 45 दिवसीय प्रशिक्षण 26 मई से प्रारंभ हुआ था। प्रशिक्षण के दौरान नव नियुक्त अधिकारियों को विषय-विशेषज्ञों द्वारा विभागीय योजनाओं एवं कार्यप्रणाली की जानकारी प्रदान की गई। अधिकारियों को महिला बाल विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, कृषि, उद्यानिकी, श्रम सहित 12 विभिन्न विभागों में प्रशिक्षण दिलाया गया एवं विभागों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। आदर्श ग्राम पंचायत भोजपुर, आदर्श जनपद पंचायत सांची और जिला पंचायत भोपाल का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षु अधिकारियों को सांची, भीमबेटका, भोजपुर सहित अन्य पर्यटन स्थलों एवं विधानसभा, विकास भवन, संभाग आयुक्त कार्यालय सहित प्रमुख प्रशासकीय कार्यालयों का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षण समापन के उपरांत नवनियुक्त अधिकारियों को जनपद पंचायतों एवं विकासखंडों में पदस्थ किया गया है।  

भारत के सबसे महंगे स्टॉक ने रचा इतिहास, एक शेयर की कीमत 150000 रुपये के अधिक

मुंबई  डेढ़ लाख रुपये से ज्यादा एक शेयर की कीमत, हर किसी के पोर्टफोलियो में नहीं हो सकता है ये शेयर. आज देश के सबसे महंगे शेयर MRF लिमिटेड की कीमत बढ़कर 1.5 लाख रुपये से ज्यादा हो गई. एक बार ये देश का सबसे महंगा शेयर हो गया है. पिछले तीन महीने में MRF के शेयर ने तगड़ा रिटर्न दिया है.  दरअसल, बुधवार को MRF का शेयर 1,44,945 रुपये पर खुला और कारोबार के दौरान 1,50,995 रुपये तक पहुंच गया, जो कि शेयर के ऑल टाइम हाई बेहद करीब है. MRF का ऑल टाइम हाई प्राइस 1,51,283.40 रुपये है, जो इसने फरवरी 2024 में टच किया था. एक बार फिर MRF के शेयर ने Elcid Investments को पीछे छोड़कर देश का सबसे महंगा शेयर बन गया है.   इसी साल 4 मार्च को शेयर गिरकर 1 लाख रुपये के आसपास पहुंच गया था, जहां से पिछले तीन महीने में एकतरफा रैली देखने को मिली है, यानी महज तीन में MRF के शेयर ने करीब 50 फीसदी का रिटर्न दिया है. हालांकि पिछले एक साल में शेयर ने 14 फीसदी रिटर्न बनाकर दिया है. 5 साल में रिटर्न का आंकड़ा बढ़कर 132 फीसदी तक हो जाता है. MRF के फिर डेढ़ लाख रुपये के पार जो भी हो, MRF के शेयर के लिए 1.50 लाख रुपये का आंकड़ा एक साइक्लोजिकल बैरिकेड था, जिसने उसने आज पार कर लिया है. MRF कंपनी की कहानी बेहद की रोचक रही है. कंपनी पैसेंजर कारों, दोपहिया, ट्रक, और यहां तक कि भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई विमानों के लिए टायर बनाती है. इसके अलावा, फनस्कूल ब्रांड के तहत खिलौने और पेंट्स भी इसका हिस्सा हैं. वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का राजस्व 28,153 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 1,869 करोड़ रुपये रहा, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है. अगर कंपनी के इतिहास पर नजर डालें तो MRF के एक शेयर की कीमत 1995 में करीब 1,100 रुपये थी, पिछले 30 वर्षों में शेयर ने 18.5% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. 2005 तक शेयर मूल्य बढ़कर लगभग 3,500 रुपये हो गया. इस अवधि में कंपनी ने उत्पादन क्षमता बढ़ाई और निर्यात बाजार में प्रवेश किया, जिससे राजस्व में स्थिर वृद्धि हुई. 2005 से 2015 तक MRF ने वैश्विक और घरेलू मांग का लाभ उठाया. कंपनी ने ट्रक, बस, और ऑफ-रोड टायर सेगमेंट में विस्तार किया. 2015 तक शेयर मूल्य 40,000 रुपये के स्तर को पार कर गया, जो 27.8% CAGR का संकेत देता है. इस दौरान कंपनी ने फनस्कूल (खिलौने) और पेंट्स जैसे विविध कारोबार शुरू किए और भारतीय वायुसेना के लिए विशेष टायर बनाए. 2015 के बाद शेयर में ऐतिहासिक उछाल  2015 से 2025 तक MRF के शेयर ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया. जून 2023 में इसका शेयर मूल्य 1 लाख रुपये को पार कर गया, जो भारत में किसी कंपनी का पहला ऐसा रिकॉर्ड था. फिर जनवरी- 2024 में 1.50 रुपये के स्तर को पार किया, उसके बाद शेयर में लंब वक्त तक गिरावट हावी रहा. लेकिन एक बार फिर  MRF के शेयर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है.   MRF कंपनी की कहानी बेहद ही दिलचस्प है, आइए जानते हैं कैसे गुब्बारे बनाते-बनाते ये टायर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में आई और कैसे इसके शेयर ने देश के सबसे हैवीवेट शेयर का तमगा हासिल किया. गुब्बारे बनाने से हुआ था बिजनेस शुरू टायर की दुनिया का बादशाह बनने से पहले इस कंपनी के फाउंडर के.एम. मामेन मपिल्लई (K. M. Mammen Mappillai) गुब्बारे बनाते थे. मपिल्लई ने साल 1946 में कारोबारी दुनिया में कदम रखा. उन्होंने तिरुवोट्टियूर, मद्रास में एक छोटे से शेड में गुब्बारे बनाने का कारोबार शुरू किया. वे ज्यादातर बच्चों के खिलौने के साथ ही इंडस्ट्रियल ग्लव्स और लैटेक्स से बनी हुई चीजों का निर्माण करते थे. समय के साथ उन्होंने अपने कारोबार का विस्तार किया और इस पर आगे बढ़ते हुए साल 1952 में मद्रास रबर फैक्ट्री (MRF) की स्थापना की. ट्रेड रबर बनाने का उनका कारोबर की दुनिया में प्रवेश करने के महज 4 वर्षों के भीतर ही कंपनी तेजी से आगे बढ़ी और साल 1956 तक MRF 50% शेयर के साथ भारत में ट्रेड रबर का मार्केट लीडर बन गया. समय के साथ बदला कारोबार  5 नवंबर 1961 को MRF को एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का दर्जा मिला. उस वक्त तक कंपनी मैन्सफील्ड टायर एंड रबर कंपनी के सहयोग से ऑटोमोबाइल, विमान, साइकिल के लिए टायर और ट्यूब बनाती थी. 1965 में कंपनी ने अपने पहले फॉरेन वेंचर के जरिए अमेरिका (US) में टायरों का निर्यात शुरू कर दिया. 80 के दशक में भारतीय ऑटो सेक्टर में बड़ा बदलाव आया, किफायती कारों ने दस्तक दी, जिसका उदाहरण मारुति 800 (Maruti 800) है. वहीं टू-व्हीलर इंडस्ट्री ने भी रफ्तार पकड़ ली थी, 1985 में कंपनी ने टू-व्हीलर्स के लिए टायर बनाने शुरू कर दिए. 1993 तक MRF का कारोबार स्थापित हो चुका था और अब ये कंपनी ट्रक, कार, बाइक-स्कूटर बाजार तक में अव्वल बन गई थी. 

सांसदों-विधायकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन, डिप्टी सीएम साव बोले – विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए साबित होगा मिल का पत्थर

सरगुजा मैनपाट में आयोजित भाजपा सांसदों-विधायकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हुआ. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने प्रेसवार्ता में प्रशिक्षण शिविर की जानकारी दी. प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, प्रशिक्षण भाजपा की कार्य पद्दति, कार्य योजना का अभिन्न अंग है, इस तरह का प्रशिक्षण बीजेपी कार्यकर्ताओं, शक्ति केंद्र और अलग-अलग मोर्चो को भी समय-समय पर दिया जाता है. प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, प्रशिक्षण में कार्यकर्ताओं को संगठन में कैसा काम करना है, पदाधिकारियों की क्या जिम्मेदारी है. इन सभी विषयों पर हर कोई संसद-विधायकों को बताया जाता है. शिविर में हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के साथ वरिष्ठ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष समेत कई वरिष्ठ केंद्रीय नेताओं का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिसे हम अपने कार्यशैली में अपनाने वाले हैं. प्रशिक्षण सत्र के बाद कॉर्डिनेशन में किस तरह बदलाव होगा, इस पर किरण देव ने कहा, हमारी सरकार में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत पूरे कैबिनेट के बीच किसी प्रकार से समन्वय को लेकर कोई तकलीफ नहीं होती है. हमारा मूल कार्य राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र सेवा के साथ प्रधानमंत्री की परिकल्पना से विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ बनाना है, जिससे इसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके. भाजपा का कार्यक्रम हमारे कार्य करने की पद्दति, योजनाओं का महत्वपूर्ण अंग है. राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर समय-समय पर प्रशिक्षण वर्ग लगाया जाता है. ऐतिहासिक रहा प्रशिक्षण शिविर : अरुण साव उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, सांसद-विधायक प्रशिक्षण वर्ग हर एक दृष्टि से ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण रहा है. अंबिकापुर के मैनपाट की खूबसूरती को पूरे देश और दुनिया ने देखा है. इस जगह पर ऐसा कार्यक्रम होना, बहुत ऐतिहासिक रहा है. प्रशिक्षण शिविर बीजेपी के कार्य पद्दति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमारे सभी सांसद और विधायक एक साथ तीन दिन एक स्थान पर रहकर कार्यक्रम में शामिल हुए. यह ये बताता है कि बीजेपी में परिवार का भाव कैसे बनता है. सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएंगे डिप्टी सीएम साव ने कहा, हमारी प्रतिबद्धता केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है. प्रशिक्षण शिविर विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाला है. उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ की ताकत और क्षमता उसके माध्यम से विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण और यहां के लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए रहा है. छत्तीसगढ़ के विकास में वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन की होगी बड़ी भूमिका अरुण साव ने कहा, इस आयोजन में शत प्रतिशत उपस्थिति, पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से लेकर वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है. सूरजपुर विधानसभा में पहली बार बीजेपी जीती है इसीलिए भी यह जगह बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है. इस जगह से निकला हुआ संदेश पूरे देश और विश्व तक पहुंचने वाला है.

पांच महीने के मासूम को लावारिस छोड़कर फरार हो गई मां

तखतपुर  नौ महीने तक कोख में पालने वाली मां क्या इतनी निष्ठुर हो सकती है? यह सवाल तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पाली के लोगों के मन में बार-बार कौंध रहा है, जहां एक मां अपने पांच महीने के मासूम को लावारिस छोड़कर फरार हो गई है. ग्राम पाली में आज सुबह जब मासूम के रुदन से लोगों की नींद खुली. देखा भूख-प्यास से व्याकुल करीबन पांच महीने का दुधमुहां रो रहा है. लोगों ने आस-पास तलाश किया, कहीं उसकी मां होगी, लेकिन वह कहीं नजर नहीं आई. सोचा कि अब आ जाएगी, तब आ जाएगी, लेकिन मां तो उस मासूम को छोड़कर जा चुकी थी. काफी देर इंतजार करने के बाद जब बच्चे के लिए कोई नहीं आया तो ग्रामीणों को समझ आ गया कि उसकी मां उसे छोड़कर जा चुकी है. इस पर ग्रामीणों ने जूनापारा पुलिस चौकी में सूचना दी. पुलिस वाले मासूम की मां से ज्यादा संवेदनशील निकले. उन्होंने बच्चे को चौकी में दूध पिलाया, और फिर कागजी कार्रवाई पूरी कर एडाप्टेशन सेंटर भेज मासूम के माता-पिता की तलाश में जुट गई.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जोधपुर में रेल मंत्री वैष्णव के पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने बुधवार को राजस्थान के जोधपुर प्रवास के दौरान केंद्रीय रेल़, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव के निवास पहुंच कर उनके पिता स्व. श्री दाउलाल वैष्णव को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री दाऊलाल जी वैष्णव का गत 8 जुलाई को निधन हो गया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. दाऊलाल जी वैष्णव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और बाबा महाकाल से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव एवं उनके अन्य परिजन से भेंट एवं चर्चा कर उन्हें दुख की घड़ी में सांत्वना प्रदान की।  

भोपाल में 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव, डॉ. यादव देंगे विशेष उपस्थिति

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 10 जुलाई को भोपाल में गुरु पूर्णिमा महोत्सव में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम तात्या टोपे नगर के कमला नेहरू सांदीपनि कन्या विद्यालय में दोपहर 12:30 बजे से होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस मौके पर कमला नेहरू सांदीपनि कन्या विद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण करेंगे और विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल वितरण का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह करेंगे। इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चेतन्य कुमार काश्यप, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, सांसद श्री आलोक शर्मा, महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक सर्वश्री रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री और भगवान दास सबनानी उपस्थित रहेंगे। नि:शुल्क साइकिल वितरण प्रदेश में इस वर्ष 2025-26 में नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना में करीब 4 लाख 30 हजार पात्र विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल वितरित की जायेंगी। इस योजना में 195 करोड़ रुपये की राशि व्यय होगी। सांदीपनि विद्यालय के नव-निर्मित भवन का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. यादव शासकीय कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय के सर्व-सुविधायुक्त भवन का लोकार्पण करेंगे। यह भवन 36 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। भवन में सर्व-सुविधायुक्त प्रयोगशालाएँ, लायब्रेरी तथा ऑडिटोरियम निर्मित हैं। इसके अलावा उत्कृष्ट शिक्षा के लिये स्माल डिजिटल कक्षाएँ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये नि:शुल्क कोचिंग, कॅरियर काउंसिलिंग और इण्डोर-आउटडोर खेल की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। विद्यालय के आसपास के 10 किलोमीटर दूरी से आने वाले बच्चों के लिये नि:शुल्क परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है। प्रदेश में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव स्कूल शिक्षा विभाग प्रदेश के समस्त विद्यालयों में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को प्रार्थना सभा के दौरान गुरु पूर्णिमा के महत्व एवं पारम्परिक गुरु-शिष्य संस्कृति पर जानकारी दी जा रही है। विद्यार्थियों को प्राचीन काल में प्रचलित गुरुकुल व्यवस्था एवं उसका भारतीय संस्कृति में प्रभाव विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी हैं। गुरु पूर्णिमा के दूसरे दिन माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा गुरुओं के महत्व पर व्याख्यान और गुरुजनों एवं शिक्षकों के सम्मान के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।