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‘स्पेशल ऑप्स 2’ 18 जुलाई से, सिर्फ जियो हॉटस्टार पर होगी स्ट्रीम

मुंबई, ‘स्पेशल ऑप्स’ का बहुप्रतीक्षित दूसरा सीज़न अब 18 जुलाई से जियोहॉटस्टा9र पर स्ट्रीम होगा। इस शो में के. के. मेनन एक बार फिर रॉ अधिकारी हिम्मत सिंह के किरदार में वापसी कर रहे हैं, एक ऐसा अफसर जो जंग लड़ता है, लेकिन सीमाओं पर नहीं, बल्कि डिजिटल दुनिया की छाया में। उनकी अगुवाई में स्पेशल टीम इस बार उस दुश्मन का सामना करेगी जो दिखाई नहीं देता, लेकिन हर जगह मौजूद है। ‘स्पेशल ऑप्स 2’ की कहानी आज के अनिश्चित वैश्विक माहौल में बुनी गई है। अब लड़ाई सिर्फ बंदूक़ों या बॉर्डर पर नहीं होती — ये क्लाउड में लड़ी जा रही है, और दुश्मन हमारे आस-पास की आम ज़िंदगी में ही छिपा है। जब संगठित साइबर हमले देश की नींव हिलाने लगते हैं, तब हिम्मत सिंह और उनकी टीम एक ऐसी जंग में उतरती है जो बिना चेतावनी, बिना धुएं और बिना किसी सुराग के लड़ी जाती है ,लेकिन इसका असर पूरे देश को झकझोर देता है। शिवम नायर के निर्देशन में बनी इस सीरीज़ में प्रकाश राज, विनय पाठक, ताहिर राज भसीन, करण टैकर, सैयामी खेर, मुज़म्मिल इब्राहिम, गौतमी कपूर, परमीत सेठी और काली प्रसाद मुखर्जी जैसे मंझे हुए कलाकार शामिल हैं, जो अपने-अपने किरदारों के ज़रिए कहानी को और ज़्यादा प्रभावशाली बनाते हैं। के. के. मेनन ने अपने किरदार के बारे में कहा, “हिम्मत सिंह कोई सुपरहीरो नहीं है, वह लाइमलाइट में नहीं रहता, बल्कि खामोशी से अपना फर्ज निभाता है। इस बार की लड़ाई चुपचाप है, लेकिन कहीं ज़्यादा खतरनाक भी। हर फैसला भारी पड़ सकता है। एक कलाकार के तौर पर ऐसा किरदार बहुत कम मिलता है, जो अंदर तक असर छोड़ता है। हमने इस सीज़न में जो मेहनत और भावना डाली है, उम्मीद है दर्शक उसे महसूस करेंगे।” ‘स्पेशल ऑप्स 2’ 18 जुलाई से, सिर्फ जियोहॉटस्टा र पर प्रसारित होगा।  

धामी की कैबिनेट का बड़ा निर्णय—जियो थर्मल ऊर्जा नीति पास, सरकारी योजनाओं का पुनरावलोकन

देहरादून  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की अहम बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में कुल छह महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिनमें राज्य के विकास और प्रशासनिक सुधारों से जुड़े फैसले शामिल हैं। बैठक में सबसे अहम निर्णय राज्य की जियो थर्मल ऊर्जा नीति को लेकर लिया गया, जिसे अब कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। यह नीति प्रदेश में वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के विकास को बढ़ावा देगी और ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। पुष्कर सिंह धामी सरकार ने इसके अलावा राज्य में पुलों की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (PMU) के गठन को भी मंजूरी दी गई है। इससे प्रदेश में निर्माणाधीन और प्रस्तावित पुलों के निर्माण कार्यों की निगरानी और प्रबंधन में तेजी आएगी। बैठक में प्रशासनिक ढांचे में भी सुधार को लेकर अहम निर्णय लिए गए। कैबिनेट बैठक के महत्वपूर्ण प्रस्ताव: सतर्कता विभाग के संशोधित ढांचे को मिली मंजूरी 20 और पद बढ़ाए जाने पर मिली मंजूरी जीएसटी विभाग के ढांचे में किया गया संशोधन प्रदेश में मौजूद पुलों को अपग्रेड करने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को मिली मंजूरी दो विभागों में बढ़े पद प्रदेश सरकार ने विभागीय कामकाज को बेहतर बनाने के लिए दो प्रमुख विभागों में पदों की संख्या में वृद्धि का निर्णय लिया है। धामी सरकार ने सतर्कता विभाग में 20 नए पद सृजित किए गए हैं, जिससे विभाग में पदों की संख्या 132 से बढ़कर 156 हो गई है। वहीं, जीएसटी (GST) विभाग में भी पदों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है। इससे कर संग्रहण और निगरानी की प्रक्रिया और मजबूत की जा सके। खनन क्षेत्र में पारदर्शिता और विकास को ध्यान में रखते हुए, नए खनिजों के लिए जिला और राज्य स्तर पर खनन न्यास (Mining Trust) के गठन को भी कैबिनेट की हरी झंडी मिली है। पेंशन योजना में अहम बदलाव धामी सरकार ने बुजुर्गों के लिए पेंशन योजना में अहम बदलाव किए हैं। कैबिनेट ने वृद्धावस्था पेंशन योजना में भी अहम संशोधन को मंजूरी दे दी है। अब अगर लाभार्थी का पुत्र 18 वर्ष का हो जाता है तो भी पेंशन बंद नहीं होगी। इससे प्रदेश के हजारों पेंशनधारी वृद्धजनों को राहत मिलेगी।  

Slum free होगी एमपी की राजधानी, तोड़े जाएंगे 6 हजार से ज्यादा मकान-दुकान, 24 हजार ईडब्ल्यूएस फ्लैट तैयार किए जाएंगे

भोपाल  राजधानी भोपाल जल्द ही मध्यप्रदेश का स्लम फ्री शहर बनने जा रहा है। यहां अरेरा हिल्स पर झुग्गीवासियों के लिए वल्लभ नगर क्षेत्र में 45 मीटर ऊंचाई की बहुमंजिला इमारतें बनेंगी। 24 हजार ईडब्ल्यूएस फ्लैट तैयार किए जाएंगे। हालांकि इस प्लान पर फिलहाल एयरपोर्ट अथॉरिटी की एनओसी नहीं मिल पाई है। सुरक्षा की दृष्टि से इनकी ऊंचाई 30 मीटर करने को कहा गया है। इस सप्ताह कलेक्टर संबंधितों से बैठक कर मामला निराकृत करेंगे। तय प्लान में यहां ठीक वैसे बहुमंजिला आवासीय टॉवर तय हैं जो, स्मार्ट सिटी में तोड़े गए सरकारी मकानों के बदले में होटल पलाश के सामने बनाए गए हैं। वल्लभ भवन और आसपास के पूरे क्षेत्र के स्लम एरिया के लिए यहीं जगह तय की जाएगी। इसलिए आपत्ति में प्रोजेक्ट अरेरा हिल्स पहले ही शहर के ऊंचाई वाले क्षेत्र में शामिल है। इस पर 45 मीटर से ऊंची बिल्डिंग एयरलाइंस के लिए कहीं बाधा न उत्पन्न कर दें, इसलिए ऊंचाई घटाने का कहा जा रहा है। इससे पहले हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग की ऊंचाई पर भी सवाल उठे थे, जिसका चर्चा के बाद निराकरण किया गया। अभी अहमदाबाद में हुए हवाई हादसे के बाद एनओसी में सभी स्थितियों का आंकलन किया जा रहा है। ऐसा स्लम रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम ● 9 क्लस्टर में शहर के स्लम क्षेत्र को बांटा गया ● 6534 झुग्गियों को पहले चरण में हटाएंगे ● 650 एकड़ का क्षेत्र दबा रखा है झुग्गियों ने ● 05 लाख की आबादी स्लम क्षेत्र में रहती है इस समय ● 4000 करोड़ रुपए की जमीन निजी एजेंसियों से विकसित कराई जाएगी 120 से अधिक भवन यहां करीब 18 एकड़ क्षेत्रफल में 120 से अधिक बहुमंजिला टॉवर बनाए जाएंगे। इस काम में कम से कम चार साल का समय लगेगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने इसके प्लान पर निगम अफसरों से चर्चा की है। अगले एक माह में एजेंसी तय करने के साथ ही जमीनी काम शुरू करने का कहा है। झुग्गी मुक्त होगा शहर झुग्गी मुक्त शहर की दिशा में काम किया जा रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी से भी चर्चा की जा रही है। सभी एजेंसियों से चर्चा की जा रही है। निगम जल्द ही जमीनी काम शुरू करेगा। -कौशलेंद्र विक्रमसिंह, कलेक्टर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का जल संसाधन मंत्री सिलावट ने माना आभार

मंत्रि-परिषद ने किसानों की कृषि सिंचाई जलकर राशि में से ब्याज राशि माफ करने का लिया निर्णय भोपाल  जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने मंत्रि-परिषद की बैठक में किसान हितैषी निर्णय के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि किसानों की कृषि सिंचाई जलकर राशि में से ब्याज राशि माफ करने का निर्णय ऐतिहासिक और स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों की कृषि सिंचाई जलकर राशि में से ब्याज राशि (शास्ति दण्ड) माफ करने के निर्णय से प्रदेश के लगभग 35 लाख किसान लाभांवित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में वर्ष 2000 से आज तक के 25 वर्षों में कृषकों पर सिंचाई जलकर की मूल राशि 563 करोड़ 29 लाख रूपये बकाया है। इसमें ब्याज राशि (दण्ड राशि) 84 करोड़ 17 लाख रूपये है।  मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि प्रदेश में कृषि सिंचाई राजस्व की कारगर वसूली एवं चुनौतियों के समाधान तथा कृषकों की आर्थिक स्थिति के दृष्टिगत एक अप्रैल 2025 तक की कुल बकाया जलकर राशि एकमुश्त जमा करने की सुविधा दी जाएगी। यदि कृषक बकाया सिंचाई जलकर की मूल राशि एकमुश्त 31 मार्च 2026 तक जमा करते हैं तो अधिरोपित शास्ति (दांडिक ब्याज) की राशि माफ की जायेगी। इसका लाभ उन किसानों को दिया जायेगा जो उन पर बकाया मूल राशि एकमुश्त जमा करेंगे। वित्त विभाग द्वारा इस अल्पकालीन सुविधा पर सहमति दी गई है। जल संसाधन मंत्री ने बताया कि राज्य शासन द्वारा पहले भी कृषकों को दांडिक ब्याज से मुक्ति दी गई थी, जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुये तथा शासन को भी एकमुश्त राजस्व राशि प्राप्त हुई थी।वर्तमान में यह सुविधा पुनः दी जाएगी इससे मध्यप्रदेश सरकार को एकमुश्त राजस्व प्राप्ति तो होगी ही बड़ी संख्या में प्रदेश के किसान भी लाभान्वित होंगे।

आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर ने ‘सैयारा’ के ट्रेलर की तारीफ की

मुंबई, बॉलीवुड स्टार आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर ने 'सैयारा' के ट्रेलर की तारीफ की है। 'आशिकी 2' की प्रतिष्ठित जोड़ी आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर ने यशराज फिल्म्स की आगामी रोमांटिक फिल्म 'सैयारा' के ट्रेलर को लेकर उत्साह व्यक्त किया है। इस फिल्म का निर्देशन मोहित सूरी ने किया है और निर्माण अक्षय विधानी ने किया है। इसमें दो नए चेहरे नजर आएंगे। अहान पांडे, जो इस फिल्म से अपना डेब्यू कर रहे हैं, और अनीत पड्डा, जिन्होंने बिग गर्ल्स डोंट क्राई के ज़रिए पहले ही दर्शकों का ध्यान खींचा है। आदित्य रॉय कपूर ने ट्रेलर को अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर करते हुए लिखा,लेट्स गो मोहित! श्रद्धा कपूर ने भी मोहित और नए ऑन-स्क्रीन कपल को अपना समर्थन देते हुए लिखा,“मोहित मैजिक सूरी ने फिर कर दिखाया है। क्या ट्रेलर है! जो आशिकी 2 ने मेरे लिए किया, ऐसा लगता है वही अब अनीत पड्डा और अहान पांडे के लिए करेगा। #सैयारा” फिल्म'सैयारा' 18 जुलाई को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।  

सोनी सब के कलाकारों ने गुरुओं के प्रति दिल से कृतज्ञता व्यक्त की

मुंबई, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सोनी सब के कलाकारों ने जीवन के अनमोल सबक देने वाले अपने गुरुओं के प्रति दिल से कृतज्ञता व्यक्त की। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सोनी सब के कलाकार सुमित राघवन, आशी सिंह, कृष्णा भारद्वाज और आरव चौधरी ने अपने जीवन के गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त किया है। ‘वागले की दुनिया: नई पीढ़ी, नए किस्से’ में राजेश वागले का किरदार निभा रहे सुमित राघवन ने कहा, “मेरे लिए ‘गुरु’ शब्द सुनते ही सबसे पहले मेरे पिताजी का चेहरा सामने आता है। वह मेरे पहले शिक्षक, सबसे बड़े आलोचक और सबसे मजबूत सहारा रहे हैं। उन्होंने कभी उपदेश नहीं दिए,बल्कि उन मूल्यों को जीकर दिखाया। जीवन को गरिमा, ईमानदारी और नैतिकता के साथ जीते हुए देखना मेरे लिए सबसे बड़ी सीख रही। उनका हमेशा मानना था कि चाहे आप कितनी भी दूर क्यों न चले जाएं, सबसे ज़्यादा मायने यह रखता है कि आप कितने ज़मीनी बने रहते हैं और दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। एक अभिनेता के तौर पर, मैंने अक्सर उनके शब्दों से ताकत पाई है- 'अपना सर्वश्रेष्ठ दो, और काम को बोलने दो।' गुरु पूर्णिमा उन लोगों को सम्मानित करने के बारे में है जो हमें आकार देते हैं, और मेरे लिए, यह उन्हीं से शुरू और खत्म होता है। जो कुछ भी आज मैं हूं, एक इंसान और कलाकार के रूप में, वह सब उन्हीं की वजह से है।” ‘उफ़्फ़… ये लव है मुश्किल’ में कैरी का किरदा निभा रहीं आशी सिंह ने कहा, “मेरे लिए मेरी माँ ही मेरी गुरु हैं। वह मेरी सबसे बड़ी समर्थक भी हैं और सबसे कड़ी आलोचक भी। उन्हीं की वजह से मैं बेखौफ़ सपने देखती हूं और हर स्थिति में आत्मविश्वास से आगे बढ़ती हूं। इस इंडस्ट्री में मुझे कुछ वरिष्ठ कलाकारों के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है जिन्होंने सिखाया कि सफलता का कोई मूल्य नहीं अगर उसमें विनम्रता न हो। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं शब्बीर सर, जिनका उफ्फ़…ये लव है मुश्किल के सेट पर अनुशासन और समर्पण बहुत प्रेरणादायक रहा है। उन्हें काम करते देखना अपने आप में एक सबक है। इस गुरु पूर्णिमा पर मैं उन सभी आत्माओं का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने मुझे बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया।” ‘वीर हनुमान’ में केसरी की भूमिका निभा रहे आरव चौधरी ने कहा, “मेरे पहले और सबसे अहम गुरु हमेशा मेरे माता-पिता रहे हैं। उन्होंने मुझे अनुशासन, ईमानदारी और जमीन से जुड़े रहने का मूल्य सिखाया—ऐसी बातें जो कोई किताब नहीं सिखा सकती। बचपन से ही मैंने बजरंग बली को अपना आध्यात्मिक गुरु माना है। 7वीं कक्षा से ही मेरे कुछ स्कूल टीचर्स ने मेरी बुनियादी सोच को आकार दिया। जब मैंने जयपुर में थिएटर करना शुरू किया, तो मेरे थिएटर गुरुओं ने मुझे एक अभिनेता के रूप में विकसित होने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई। मुंबई आने के बाद, मुझे इंडस्ट्री के अविश्वसनीय लोगों और प्रसिद्ध सिनेमैटोग्राफर, निर्माता, निर्देशकों से सीखने का सौभाग्य मिला। उनमें से प्रत्येक ने अपने तरीके से मेरी यात्रा में योगदान दिया है। आज भी, मेरा मानना है कि सीखना कभी बंद नहीं होता। इस गुरु पूर्णिमा पर, मैं अपने सभी गुरुओं को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने मुझे जीवन भर मार्गदर्शन और प्रेरणा दी है।” ‘तेनाली रामा’ में तेनाली रामा का किरदार निभा रहे कृष्णा भारद्वाज ने कहा, “मैं सच में मानता हूं कि हर व्यक्ति जिससे आप जीवन में मिलते हैं, वह किसी न किसी रूप में आपका गुरु होता है। चाहे वो कुछ पल के लिए मिले हों या जीवनभर साथ रहे।हर कोई कुछ न कुछ सिखा ही जाता है। एक अभिनेता के रूप में मैंने हर तबके के लोगों से कुछ सीखा है ।निर्देशक, सह-कलाकार, स्पॉट दादा, मेकअप आर्टिस्ट , हर एक से कुछ न कुछ मिला है। गुरु पूर्णिमा मेरे लिए सिर्फ बड़े गुरुओं का नहीं, बल्कि उन अनकहे, रोज़मर्रा के शिक्षकों का भी सम्मान है। मैं जीवन का विद्यार्थी बने रहना चाहता हूं, क्योंकि जिस दिन आप सीखना बंद कर देते हैं, उसी दिन आप आगे बढ़ना भी छोड़ देते हैं।”  

मोर गांव मोर पानी अभियान बना जन अभियान

  जनसहयोग और श्रमदान से बलरामपुर जिले में लक्ष्य से अधिक बने 1.22 लाख सोख्ता गड्ढे रायपुर, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में जल संरक्षण को जन आंदोलन का स्वरूप मिला है। "मोर गांव मोर पानी" अभियान के तहत जिले में जनसहयोग और श्रमदान से 1 लाख 22 हजार 455 सोख्ता गड्ढों का निर्माण किया गया है। यह उपलब्धि पूर्व निर्धारित लक्ष्य 1 लाख 20 हजार से भी अधिक है, जो प्रशासनिक नेतृत्व और जनता की सहभागिता का सशक्त प्रमाण है। जिला प्रशासन की पहल से अभियान न केवल प्रशासनिक प्राथमिकता बना, बल्कि गांव-गांव में लोगों की चेतना और सहभागिता से एक जनआंदोलन में बदल गया। जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला पंचायत सीईओ ने अभियान की निगरानी करते हुए ग्राम पंचायत स्तर तक इसकी पहुंच सुनिश्चित की । वे स्वयं ग्रामों में पहुंचकर सोख्ता गड्ढा निर्माण कार्यों का अवलोकन कर ग्रामीणों से संवाद करती रहीं। उन्होंने न केवल लोगों को प्रेरित किया, बल्कि स्वयं भी निर्माण कार्य में भागीदारी कर एक मिसाल पेश की। अभियान की सबसे विशेष बात यह रही कि इसमें कोई मशीनरी उपयोग नहीं किया गया। लोगों ने अपने हाथों से गड्ढों की खुदाई की और स्थानीय सामग्री जैसे पत्थर, टूटी ईंटें और रेत का उपयोग कर सोख्ता गड्ढे तैयार किए। प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों और महिला स्व-सहायता समूहों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। गांवों की दीवारों पर जल संरक्षण संबंधी स्लोगन, जैसे – "बारिश का पानी बचाओ, भूजल का स्तर बढ़ाओ" – लिखकर और पोस्टर-बैनर के माध्यम से अभियान को व्यापक प्रचार मिला। यह पहल केवल जल संकट से निपटने का समाधान नहीं, बल्कि भूजल स्तर में दीर्घकालीन सुधार की दिशा में प्रभावी कदम माना जा रहा है।

भारत का बांग्लादेश दौरा टला, श्रीलंका-भारत बोर्डों के बीच बातचीत जारी; अगस्त में 3 वनडे और 3 टी20 मैच हो सकते

मुंबई  भारत और बांग्लादेश (IND vs BAN) के बीच खेली जाने वाली व्हाइट बॉल क्रिकेट को हाल में एक करारा झटका लगा है। 17 अगस्त से दोनों देशों के बीच सफेद गेंद से तीन मैच की वनडे और टी20 सीरीज की शुरुआत होनी थी, लेकिन बांग्लादेश में बिगड़े हालातों को देखते हुए इस सीरीज को अगले साल सितंबर तक स्थगित कर दिया है। अब भारत बांग्लादेश की बजाय श्रीलंका के खिलाफ भारत वनडे और टी20 सीरीज खेलने की प्लानिंग कर चुका है। इसके लिए बीसीसीआई बोर्ड ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से बातचीत भी शुरू कर दी है।  बांग्लादेश के शेड्यूल पर श्रीलंका के साथ खेलेगी भारतीय टीम! भारतीय टीम (Team India) को 17 अगस्त से बांग्लादेश का दौरा करना था, लेकिन अब इसे आगामी समय के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में भारत के पास काफी समय मौजूद है। वहीं, दूसरी तरफ श्रीलंका में खेली जाने वाली प्रीमियर लीग को भी फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। दरअसल, जुलाई और अगस्त में श्रीलंका में श्रीलंका प्रीमियर लीग खेली जाती है जो इस साल यह नहीं होगी, जिसके चलते श्रीलंकाई खिलाड़ी खाली रहेंगे। यही कारण है कि दोनों देशों के बीच तीन मैच की वनडे और टी20 सीरीज आयोजित करवाई जा सकती है। उम्मीद की जा रही है कि 10 अगस्त से दोनों देशों के बीच टी20 सीरीज खेली जा सकती है। बता दें कि 29 अगस्त से श्रीलंका को जिम्बाब्वे के खिलाफ पहला वनडे मैच खेलना है। Team India को बोर्ड की सहमति का इंतजार टीम इंडिया बनाम श्रीलंका वनडे और टी20 सीरीज का शेड्यूल पहले से तय नहीं था, लेकिन बांग्लादेश दौरा रद्द होने के बाद इस सीरीज का आयोजन करवाया जा सकता है। हालांकि, बीसीसीआई या फिर श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की ओर से इसपर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन न्यूज वायर की रिपोर्ट के अनुसार, टीम इंडिया (Team India) श्रीलंका का दौरा कर सकती है। हालांकि, अभी तक इस दौरे का शेड्यूल सामने नहीं आया है, लेकिन अगस्त के अंत में श्रीलंकाई टीम को जिम्बाब्वे का दौरा करना है, जिससे पहले इस सीरीज का आयोजित करवाया जा सकता है और अगस्त से पहले इस सीरीज को खत्म किया जा सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि दोनों बोर्ड के बीच इस व्हाइट बॉल श्रृंखला को लेकर सहमति बनती है या फिर नहीं। 2024 में खेली थी आखिरी सीरीज रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने आखिरी बार श्रीलंकाई सरजमीं पर वनडे सीरीज और टी20 सीरीज खेली थी। जहां टी20 टीम इंडिया (Team India) की कमान सूर्यकुमार यादव संभाल रहे थे और भारत ने उन श्रृंखला को अपने नाम किया था तो रोहित शर्मा की कप्तानी वाली वनडे टीम को सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था। खास बात यह है कि इस सीरीज से ही टीम इंडिया (Team India) के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अपने कार्यकाल की शुरुआत की थी। अब अगर इस दोनों टीमों के टीम सीरीज खेली जाती है तो भारत के पास उस हार का बदला लेने का शानदार मौका होगा। जबकि एक बार फिर वनडे टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी होती नजर आएगी। जो फैंस बांग्लादेश दौरे पर रोहित और विराट कोहली को एक बार फिर टीम इंडिया (Team India) में साथ खेलते देखने की चाह रख रहे थे अब उनकी चाहत श्रीलंका टूर पर पूरी हो सकती है। वनडे का संभावित शेड्यूल: मैच तारीख वेन्यू पहला वनडे 19 अगस्त 2025 कोलंबो दूसरा वनडे 22 अगस्त 2025 कोलंबो तीसरा वनडे 25 अगस्त 2025 कोलंबो T20I का संभावित शेड्यूल: मैच तारीख वेन्यू पहला टी20 10 अगस्त 2025 कोलंबो दूसरा टी20 13 अगस्त 2025 कोलंबो तीसरा टी20 16 अगस्त 2025 कोलंबो  

महावतार नरसिम्हा का ट्रेलर हुआ रिलीज

मुंबई, क्लीम प्रोडक्शंस की फिल्म 'महावतार नरसिम्हा' का ट्रेलर रिलीज हो गया है। होम्बले फिल्म्स प्रस्तुत महावतार नरसिंह के ट्रेलर में भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण कथा को भव्य अंदाज़ में पेश किया गया है। निर्माता शिल्पा धवन ने कहा, अब दहाड़ने का वक़्त आ गया है! पूरे पांच साल की मेहनत के बाद हम श्री नरसिम्हा और श्री वराह की महागाथा दुनिया के सामने लाने को तैयार हैं। हर एक फ्रेम, हर एक पल, हर एक धड़कन इस दिव्य कहानी को ज़िंदा करने में लगी है। तैयार हो जाइए एक ऐसे विजुअल मास्टरपीस के लिए जो आपको निशब्द कर देगा! नरसिम्हा की दहाड़ आ रही है… और ये सब कुछ बदलने वाली है! निर्देशक अश्विन कुमार ने कहा, महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स की पहली एनिमेटेड फिल्म का ट्रेलर अब रिलीज हो चुका है, और वो भी वृंदावन की पवित्र धरती पर, जहां इसे श्रद्धेय इंद्रेश जी महाराज ने लॉन्च किया। इससे शुभ शुरुआत और क्या हो सकती थी! ये हमारा सपना था कि भारत की संस्कृति और विरासत को आज के दौर की मीडिया और स्क्रीन के ज़रिए जिंदा रखा जाए और आज वो सपना सच होता दिख रहा है। महावतार नरसिम्हा का निर्देशन अश्विन कुमार ने किया है, और इसे शिल्पा धवन, कुशल देसाई, और चैतन्य देसाई ने कलीम प्रोडक्शंस के तहत प्रोड्यूस किया है। यह फिल्म 3डी और पांच भारतीय भाषाओं में 25 जुलाई 2025 को रिलीज़ होगी।  

अमित शाह बोले – रिटायरमेंट के बाद अध्यात्म और प्राकृतिक जीवन को दूंगा प्राथमिकता

नई दिल्ली  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार को कहा कि सार्वजनिक जीवन से रिटायर होने के बाद, मैं खुद को पूरी तरह से वेदों, उपनिषदों और प्राकृतिक खेती के लिए समर्पित करने की योजना बना रहे हैं. अमित शाह ने गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सहकारी समितियों से जुड़ी महिलाओं के साथ 'सहकार-संवाद' में बोलते हुए ये बातें कहीं. अमित शाह ने कहा, "मैंने फैसला किया है कि रिटायरमेंट के बाद, मैं अपनी बची जिंदगी वेदों, उपनिषदों और प्राकृतिक खेती को समर्पित करूंगा. रासायनिक उर्वरकों से उगाया गया गेहूं अक्सर कई स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बनता है. प्राकृतिक खेती न केवल शरीर को रोगमुक्त बनाने में मदद करती है, बल्कि एग्रीकल्चरल प्रोडक्टिविटी भी बढ़ाती है." 'जब मैं देश का गृह मंत्री बना…' केंद्रीय गृह मंत्री ने एक मंत्री के रूप में अपने सफ़र के बारे में भी बात की और कहा कि सहकारिता मंत्रालय उनके लिए कितना ख़ास है. अमित शाह ने कहा, "जब मैं देश का गृह मंत्री बना, तो सबने मुझसे कहा कि मुझे बहुत अहम विभाग दिया गया है, लेकिन जिस दिन मुझे सहकारिता मंत्री बनाया गया, मुझे लगा कि मुझे गृह मंत्रालय से भी बड़ा विभाग मिला है, जो देश के किसानों, गरीबों, गांवों और पशुओं के लिए काम करता है." 'सहकार-संवाद' कार्यक्रम के दौरान, अमित शाह ने स्वर्गीय त्रिभुवन काका के नाम पर त्रिभुवन सहकारिता विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी. उन्होंने भारत के सहकारिता आंदोलन की सच्ची नींव रखने का श्रेय त्रिभुवन काका को दिया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "ऐसा इसलिए मुमकिन हुआ है क्योंकि मैं देश भर में जहां भी मैं जाता हूं, देखता हूं कि कैसे छोटे परिवारों की महिलाओं ने अपने बच्चों को एजुकेट किया है और उनकी जिंदगी में बदलाव लाया है."  अमित शाह ने आगे कहा, "आज, जहां भी सहकारी समितियां स्थापित हैं, वहां लोग ₹1 करोड़ तक कमा रहे हैं, यह सब त्रिभुवन काका के दूरदर्शी विचारों की वजह से ही मुमकि हुआ है. फिर भी, उन्होंने कभी भी अपना नाम बनाने के लिए कुछ नहीं किया."