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खंडवा जिले में मांस, मछली और अंडा की बिक्री पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया

 खंडवा   खंडवा जिले में मांस, मछली और अंडा की बिक्री पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है। गुरुपूर्णिमा पर्व के मौके पर श्री दादाजी धुनीवाले का वार्षिक मेला आज यानी 9 जुलाई से शुरु हो रहा है, जो 11 जुलाई तक चलेगा। ऐसे में तीन दिन शहरी क्षेत्र में दुकानें बंद रहेगी। इस संबंध में खंडवा नगर निगम द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। इस संबंध में महापौर अमृता अमर यादव का कहना है कि, राजवीर ढाबे के घटनाक्रम की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निर्णय लिया गया है। दरअसल, बीते दिनों दादाजी धूनीवाले के निशान लेकर आ रहे भक्तों को ढाबे पर सेव टमाटर में नॉनवेज परोस दिया गया था। इसके चलते धार्मिक भावनाएं आहत न होम और श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ न हो, इसे मद्देनजर रखते हुए ये आदेश जारी किया गया है। सख्ती से होगा आदेश का पालन गुरु पूर्णिमा पर्व पर दादाजी धूनीवाले के दरबार में तीन दिन महोत्सव मनाया जाता है। ऐसे में नगर निगम शांति और धार्मिक वातावरण बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से निर्णय का सख्ती से पालन कराने की बात कही गई है। सेव टमाटर की सब्जी की जगह परोस दिया था मटन बता दें कि, पंधाना क्षेत्र से दादाजी धूनीवाले के निशान लेकर खंडवा आ रहे श्रद्धालु एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके थे। वहां उन्हें सेव टमाटर की सब्जी की जगह मटन परोस दिया गया था। इस घटना के बाद हिंदू जागरण मंच ने आक्रोश व्यक्त करते हुए जमकर बवाल मचाया था।

गुरु पूर्णिमा पर इन राशियों पर बरसेगी गुरु कृपा

गुरु पूर्णिमा का दिन अत्यंत शुभ दिन होता है. आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. साल 2025 में गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई, गुरुवार के दिन पड़ रही है. इस दिन गुरु पूर्णिमा और गुरुवार का अत्यंत शुभ और दुर्लभ संयोग बन रहा है. गुरुवार के स्वामी गुरु देव बृहस्पति हैं, और पूर्णिमा तिथि स्वयं गुरु को समर्पित होती है. इस संयोग में गुरु की कृपा कई गुना बढ़ जाती है. गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु, माता-पिता और आचार्य को प्रणाम करें और उनका आशीर्वाद लें ऐसा करना बहुत फलदायी होता है. गुरु पूर्णिमा का दिन इन 5 राशियों के लिए अति शुभ रहने वाला है और गुरु बृहस्पति की कृपा इन राशियों पर बरसेगी. मेष राशि मेष राशि वालों के 10 जुलाई गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की कृपा से अटके काम पूरे होंगे. नौकरी और व्यवसाय में तरक्की के संकेत मिल सकते हैं. छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है. पारिवारिक जीवन में शुभ समाचार. उपाय- गुरु के बीज मंत्र ॐ बृं बृहस्पतये नमः का जाप करें. कर्क राशि कर्क राशि धन लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं, बिजनेस में विस्तार और नई डील हाथ लग सकती है. गुरु की कृपा से जीवन में आ रही रुकावटें दूर होंगी. मान-सम्मान में वृद्धि होगी आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे. उपाय-केले के पेड़ की पूजा कर पीला फूल चढ़ाएं. सिंह राशि सिंह राशि वालों के लिए गुरु पूर्णिमा का दिन करियर के लिहाज से शानदार रहेगा, करियर के आगे बढ़ने के योग बन सकते हैं. गुरु का आशीर्वाद से सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी. संतान पक्ष से सुखद समाचार मिल सकता है. आध्यात्मिक उन्नति के अवसर मिलेंगे. उपाय- पीली मिठाई गरीबों में बांटें. वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि वालों के लिए गुरु की कृपा से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. रुके हुए काम पूरे होंगे. विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं. परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी. उपाय- गुरुवार को पीले कपड़े पहनें और हल्दी दान करें. मीन राशि मीन राशि वालों के लिए गुरु की राशि होने से विशेष कृपा का योग बन रहा है. विवाह के योग बन सकते हैं. शिक्षा, करियर, नौकरी में प्रगति हाथ लगेगी. आध्यात्मिक साधना में रुचि बढ़ेगी. उपाय- अपने गुरु या मंदिर में पीली वस्तु दान करें.

इंदौर में 3 साल की बच्ची को संथारा दिलाने पर हाईकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब, माता पिता सहित 10 को नोटिस

इंदौर  मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने साढ़े तीन वर्षीय बच्ची वियाना के संथारा (मृत्यु का प्रयास) की कथित सहमति के मामले में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और उसके माता-पिता को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने यह सवाल उठाया है कि इतनी छोटी बच्ची, जो समझने की स्थिति में नहीं थी, वह संथारा की सहमति कैसे दे सकती थी। इंदौर में साढ़े 3 साल की बच्ची के संथारा करने के मामले में इंदौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई. कोर्ट ने सुनवाई करते हुए बच्ची के माता-पिता के अलावा केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी. बच्ची को थी ब्रेन ट्यूमर की बीमारी बता दें कि इसी साल 21 मार्च को साढ़े 3 वर्ष की एक बच्ची ने इंदौर में संथारा लिया था. उसे ब्रेन ट्यूमर की बीमारी थी. इसके बाद जैन संतों ने बच्ची के माता-पिता को संथारा दिए जाने मार्गदर्शन दिया. बच्ची के माता-पिता ने संथारा कराया. इतनी कम उम्र में बच्ची को संथारा करवाने को लेकर इंदौर में रहने वाले प्रांशु जैन ने एडवोकेट शुभम शर्मा के माध्यम से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की. नाबालिग के संथारा पर रोक लगाने की मांग याचिका में कोर्ट को बताया गया "जैन समुदाय में 3 नाबालिगों का संथारा हुआ है. ये तीनों नाबालिग बालिकाएं थीं. इनमें हैदराबाद की 13 वर्षीय बच्ची, मैसूर की 10 वर्षीय और इंदौर की साढ़े 3 वर्षीय बालिका शामिल हैं." कोर्ट से मांग की गई है "याचिका का अंतिम निराकरण होने तक नाबालिग के संथारा करने पर रोक लगाई जाए." याचिकाकर्ता की बातों को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने गंभीरता से लिया. दोनों पक्षों की बात सुनेगी हाई कोर्ट याचिका पर सुनवाई करने के बाद हाई कोर्ट ने इंदौर में रहने बच्ची के माता-पिता के सथ ही केंद्र व राज्य सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने कहा "यह जैन समाज से जुड़ा हुआ मामला है. अतः समाज का पक्ष जानना जरूरी है. उनका पक्ष सुने बगैर आदेश नहीं दे सकते." बच्ची दिमागी बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित थी मामले में याचिकाकर्ता प्रांशु जैन ने अपने एडवोकेट शुभम शर्मा के माध्यम से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की। याचिका में नाबालिग बच्चों और मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को संथारा दिलाए जाने पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका में उल्लेख किया है कि मानसिक रूप से कमजोर और नाबालिग बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता। बच्चों के साथ इस तरह की प्रथा बंद किए जाने की मांग याचिका में की गई है। हालांकि जिस बच्ची को संथारा दिलाया गया था वह दिमागी बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित थी। मंगलवार को याचिकाकर्ता ने नोटिस जारी करने की जानकारी दी। जस्टिस विवेक रूसिया और जस्टिस बिनोद कुमार द्विवेदी की डबल बेंच ने इन सभी 10 प्रतिवादीगण को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।  यह है मामला मामला 21 मार्च का है। बच्ची वियाना ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित थी। उसे माता-पिता इंदौर में एक आध्यात्मिक संकल्प अभिग्रहधारी महाराज के पास दर्शन करने ले गए। महाराज ने बालिका की दूसरे दिन मृत्यु की भविष्यवाणी की थी। साथ ही उसे संथारा दिलाने के लिए कहा था। इस पर माता-पिता ने उसे संथारा दिलाया था। 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में इसे सबसे कम उम्र में संथारा का रिकॉर्ड बताते हुए उन्हें सर्टिफिकेट जारी किया था।    क्या होती है संथारा प्रथा बता दें कि संथारा जैन धर्म में एक धार्मिक प्रथा है, जिसमें मृत्यु को स्वीकार करने के लिए व्यक्ति स्वेच्छा से उपवास करता है. यह एक स्वैच्छिक मृत्यु है, जिसे धीरे-धीरे भोजन और पानी का त्याग किया जाता है. इसे आत्मा की शुद्धि और मुक्ति का मार्ग माना जाता है. संथारा तब लिया जाता है, जब व्यक्ति मृत्यु के करीब आने लगता है. 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हथिनी वत्सला के निधन पर व्यक्त कीं संवेदनाएं

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना टाइगर रिज़र्व को सबसे उम्रदराज हथिनी 'वत्सला' के निधन पर गहन शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर कहा कि 'वत्सला' मध्यप्रदेश के जंगलों की मूक संरक्षक, पीढ़ियों की सखी और हमारी संवेदनाओं की प्रतीक थी। जिसने हाथी दल का नेतृत्व किया और नानी-दादी बनकर हाथियों के बच्चों की स्नेह से देखभाल भी की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 'वत्सला' को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि टाइगर रिज़र्व में हाथी दल की प्रिय सदस्य के 100 वर्षों के साथ पर विराम लगा है, भले ही अब वो हमारे बीच नहीं है, लेकिन वत्सला की स्मृतियां हमारे मन में सदैव जीवंत रहेंगी।  

महिला के साथ घर में घुसकर अशोभनीय हरकत करने वाले आरोपी गिरफ्तार

जैसलमेर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ घर में घुसकर अशोभनीय हरकत करने वाले आरोपी को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। यह मामला क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना 26 जून को उस समय हुई जब रामगढ़ क्षेत्र के पारेवर गांव की एक महिला अपने घर में मौजूद थी। नशे की हालत में गांव का ही निवासी शिवलाल पुत्र दानाराम मेघवाल महिला के घर में जबरन घुस गया। आरोपी छत के रास्ते घर में दाखिल हुआ और महिला के साथ बदसलूकी करने लगा। पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने न सिर्फ उसके साथ छेड़छाड़ की, बल्कि उसके कपड़े और हाथ-पांव खींचने की भी कोशिश की। घटना के बाद पीड़िता ने रामगढ़ थाने में पहुंचकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और महिला की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी को जल्द ही तलाश कर हिरासत में ले लिया गया और जांच के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है  

मुख्यमंत्री योगी बोले – पौधरोपण अभियान अपनी मां के नाम कृतज्ञता ज्ञापित करने का मौका

अयोध्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पौधरोपण अभियान अपनी मां के नाम कृतज्ञता ज्ञापित करने का मौका देता है। इसलिए इसे एक पेड़ मां के नाम अभियान नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज के दिन पौधरोपण कर इनकी सुरक्षा के लिए और संरक्षण के लिए काम करें। मुख्यमंत्री योगी बुधवार को अयोध्या में सोलर सिटी के पास दशरथ पथ पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। पौधरोपण महा अभियान का शुभारंभ करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पहले संकट मोचन हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया और प्रदेश की सुख-शांति की कामना की। इसके बाद सीएम योगी ने श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, आरती की और सीएम ने दर्शन-पूजन के उपरांत निकलते समय आमजन का अभिवादन भी स्वीकार किया। वहीं मंदिर परिसर की परिक्रमा कर राम मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया और राम दरबार में भी दर्शन पूजन किये। मुख्यमंत्री ने अपने दौरे की शुरुआत संकट मोचन हनुमानगढ़ी मंदिर से की। उन्होंने यहां विधिवत पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेशवासियों के सुखमय जीवन की प्रार्थना की। यहां से निकल कर मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला के दर्शन किए। उन्होंने श्रीरामलला की आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा की इसके साथ ही उन्होंने राम दरबार में भी दर्शन पूजन किये। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी भी ली। राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उन्हें निर्माण कार्यों की वर्तमान स्थिति और आगामी योजनाओं से अवगत कराया। इससे पहले मुख्यमंत्री के अयोध्या आगमन पर महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उन्हें स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी का जुलाई महीने में पहले अयोध्या दौरा है। इससे पहले वह 5 जून को राम दरबार के उद्घाटन के अवसर पर यहां आए थे।

प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा, 35 जिलों में आज भारी बारिश की चेतवनी, शिवपुरी में 3 युवक बाइक समेत बहे

भोपाल  मध्यप्रदेश में लगातार तेज बारिश का दौरा जारी है. प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा है. प्रदेशभर में अब तक 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74 प्रतिशत ज्यादा है. मंगलवार को भी प्रदेश के कई जिलों में जमकर बरसात हुई. बुधवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के 35 जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. लगातार हो रही बारिश के चलते नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मध्यप्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा है। इस मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक औसत 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है। बुधवार को प्रदेश के 35 जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट है।  इन जिलों में अति भारी बारिश मौसम विभाग ने बुधवार को विदिशा, रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. अगले 24 घंटे में यहां 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है. इन जिलों भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, सीहोर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, कटनी, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भारी बारिश हो सकती है. इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, श्योपुर, हरदा समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है. बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में 136 मिमी यानी साढ़े 5 इंच हुई है। वहीं, नर्मदापुरम में 2.2 इंच, बैतूल में 2.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। भोपाल, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर, सीधी, सीहोर, शाजापुर, आगर-मालवा, विदिशा, दतिया, नरसिंहपुर, मऊगंज, मंडला, सागर, रायसेन, टीकमगढ़, हरदा, रतलाम, छतरपुर, गुना, इंदौर, दमोह समेत कई जिलों में हल्की बारिश का दौर चला। उधर, मंडला-नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। रास्ते बंद हो गए हैं। कई गांव पानी में डूबे हैं। शिवपुरी में गूगरीपुरा गांव के रपटे को पार करने के दौरान बाइक बहने लगी। इस पर सवार तीनों युवक पानी में आ गिरे। एक युवक बाइक समेत बह गया। हालांकि, कुछ देर बाद वह तैरकर बाहर आ गया। 12 जुलाई तक बारिश सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मध्यप्रदेश में दो ट्रफ का असर है, साथ ही साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है. यही वजह है कि प्रदेश में अति भारी या भारी बारिश हो रही है. अगले चार दिन यानी 12 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में तेज बारिश का दौर रहेगा. रायसेन में उफान पर नर्मदा नदी… डूब गया बोरास पुल, रायसेन और नरसिंहपुर के बीच संपर्क टूटा रायसेन जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश का असर अब जनजीवन पर साफ नजर आने लगा है. यहां नर्मदा नदी उफान पर है, जिसकी वजह से बोरास पुल पूरी तरह पानी में डूब गया है. पुल पर 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है, जिससे रायसेन और नरसिंहपुर जिले का सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है. बता दें कि रायसेन जिले में बीते दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. इसके चलते नदी-नालों में उफान आ गया है. नर्मदा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी हुई, जिससे बोरास पुल पर 3 से 4 फीट तक पानी भर गया. पुल के डूबते ही दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और पुलिस ने मौके पर बैरिकेडिंग कर ट्रैफिक रोक दिया.  होमगार्ड और पुलिस कर्मियों की ड्यूटी मौके पर लगाई गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति या वाहन पुल पार न कर सके. प्रशासन की ओर से निचले इलाकों डुंडी और पिटवा गांवों में अलर्ट जारी किया गया. ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे नदी या बाढ़ वाले क्षेत्रों में न जाएं, क्योंकि स्थिति किसी भी वक्त और गंभीर हो सकती है. स्थानीय लोगों ने इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बोरास पुल हर साल बारिश में डूब जाता है. यदि पुल को 2-3 फीट ऊंचा बनाया गया होता तो आवागमन बाधित नहीं होता. ग्रामीणों ने स्थायी समाधान की मांग की है. इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री कंप्यूटर बाबा का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. यहां सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. प्रदेश में 14 इंच बारिश मध्यप्रदेश में अभी तक औसत 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है. 9-10 जुलाई को स्ट्रॉन्ग सिस्टम के रहने का अनुमान है. पूर्वी हिस्से में सिस्टम का असर ज्यादा रहेगा. कई जिलों में बाढ़ के हालात लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. नर्मदा नदी उफान पर होने से नरसिंहपुर के कई गांव पानी में आधे डूब गए. टीकमगढ़ में सुजारा बांध के 5 गेट और खोल दिए गए हैं. बैतूल के सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोल दिए गए.  स्कूलों की हुई छुट्टी नर्मदापुरम में लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. मंडला में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. धार में खेतों में पानी भरने से फसलें खराब हो रही हैं.  9 घंटे में 5 इंच बारिश हुई मंगलवार को नर्मदापुरम के पचमढ़ी में 9 घंटे में 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा. नर्मदापुरम में सवा इंच, बैतूल, बालाघाट के मलाजखंड में 1 इंच, श्योपुर, छिंदवाड़ा-दमोह में पौन इंच पानी गिरा. वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश का दौर जारी रहा.   

ब्राजील से पीएम मोदी को मिला बड़ा सम्मान, CM डॉ. यादव ने दी बधाई

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ब्राजील का सर्वोच्च नागरिक सम्मान "द ग्रांड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस" मिलने पर प्रदेशवासियों की ओर से बधाई देकर उनका अभिनंदन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर कहा है कि ब्राजील के राष्ट्रपति लूला द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान से सभी भारतीय गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विश्व कल्याण, शांति एवं सद्भाव के प्रति अप्रतिम योगदान से दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है।  

जबलपुर में ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल, मामला एक बार फिर HC पहुंचा, कोर्ट ने जिम्मेदारों से माँगा जवाब

जबलपुर  मप्र हाईकोर्ट में जबलपुर शहर के बंद ट्रैफिक सिग्नल्स और कैमरों बंद होने को चुनौती देते हुए जनहित याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट में कार्यवाहक चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा व जस्टिस विनय सराफ की युगलपीठ ने याचिका की सुनवाई करते हुए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, जबलपुर कलेक्टर, एसपी जबलपुर और निगमायुक्त सहित अन्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। याचिका पर अगली सुनवाई 28 जुलाई को निर्धारित की है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे की तरफ से दायर याचिका में कहा गया था कि जबलपुर शहर में तकरीबन 26 ट्रैफिक सिग्नल्स लगे हैं, जिनमें अधिकांश गत छह माह से बंद हैं। इसके कारण शहर की यातायात व्यवस्था चौपट हो गई है। सिग्नल्स बंद होने के कारण जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। इसके अलावा  कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी बंद पड़े हैं। इससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की भी पहचान नहीं हो पा रही है। अपराधिक वारदातों को सुलझाने में भी कैमरों की अहम भूमिका रहती है। ट्रैफिक सिग्नल्स तथा सीसीटीवी कैमरा बंद होने के कारण शासन को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। सिग्नल्स तोड़ने वालों पर चालानी कार्यवाही नहीं हो रही है। याचिका में कहा गया है कि ट्रैफिक सिग्नल्स के संचालन को लेकर जिम्मेदार संस्था एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं, लेकिन उसका समुचित समाधान नहीं कर रहे हैं। शहर में लगे सभी ट्रैफिक सिग्नल का अनुबंध समाप्त हो चुका है। नए अनुबंध न होने के कारण शहर में यातायात व्यवस्था अराजक हो चली है। ब्लूम चौक को पार करने में 35 से 40 मिनट लग रहे हैं। याचिका की सुनवाई करते हुए युगलपीठ ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। याचिकाकर्ता की तरफ से अधिवक्ता दिनेश उपाध्याय ने पक्ष रखा।   

कोर्ट ने शहर में ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या और ट्रैफिक सिग्नलों की खराब स्थिति पर भी चिंता जताई, मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को

 इंदौर  इंदौर शहर के बदहाल ट्रैफिक को लेकर हाई कोर्ट ने सख्ती दिखाई है। कोर्ट ने कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह और निगमायुक्त शिवम वर्मा से व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा है, ताकि इस समस्या का समाधान निकल सके। कोर्ट ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से कहा है कि वे सुनवाई के दौरान न्यायमित्र के रूप में उपस्थित रहें और कोर्ट का सहयोग करें। शहर में लगातार बढ़ रही ई-रिक्शा की संख्या को लेकर भी कोर्ट ने शासन को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि वर्तमान में ई-रिक्शा संचालन के लिए राज्य सरकार और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) के पास कोई नीति नहीं है। ई-रिक्शा की संख्या, मार्ग और किराए पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है। कोर्ट ने ध्वस्त हो चुकी शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर शासन और पुलिस विभाग से बिंदुवार विस्तृत जानकारी मांगी है। कोर्ट ने यह आदेश राजलक्ष्मी फाउंडेशन की ओर से दायर जनहित याचिका में दिया है। दो जुलाई को याचिका में बहस के बाद कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया था जो  देर शाम जारी हुआ। याचिका में शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर कहा है कि रात के वक्त एक भी चौराहे पर यातायात सिग्नल चालू नहीं रहते। चौराहों पर लगे सिग्नल बंद कर दिए जाते हैं। दुर्घटना रोकने को कोई इंतजाम नहीं दुर्घटना संभावित क्षेत्र तो चिह्नित कर लिए गए, लेकिन यहां दुर्घटना रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए गए। हालत यह है कि चौराहों से सुबह और शाम को निकलना मुश्किल है। दुकान से ज्यादा सामान तो दुकानदार बाहर रखते हैं। शहर में ई-रिक्शा की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे नियंत्रित करने की कोई नीति नहीं है। मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी। इन बिंदुओं पर मांगी जानकारी     शहर में प्रमुख चौराहों पर कितनी ट्रैफिक लाइटें लगाई गई हैं और कितनी काम कर रही हैं।     मार्ग चौड़ीकरण के माध्यम से कितने लेफ्ट टर्न बनाए गए हैं।     मुख्य और साइड लेन सड़कों पर रोड मार्किंग की गई या नहीं।     शहर में प्रमुख चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती।     दुर्घटना, ब्लैक स्पाट की पहचान के लिए क्या किया।     पिछले पांच वर्ष के दौरान कितने स्पीड ब्रेकर, पार्किंग जोन, फुट ओवर ब्रिज बनाए।     दुकानों के बाहर सड़क और फुटपाथ पर सामान रखने वाले दुकानदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की। ज्यादातर जगह तो दुकानदार दुकान के क्षेत्रफल से ज्यादा फुटपाथ इस्तेमाल कर रहे हैं।     सार्वजनिक स्थानों पर ठेले, गुमटियों को हटाने के लिए क्या कार्रवाई की और पिछले पांच वर्ष में कितने चालान बनाए।     हेलमेट नहीं पहनने वाले और लाल लाइट का उल्लंघन करने वाले कितने दोपहिया वाहन चालकों के चालान बनाए।     ऐसे दो पहिया वाहन जिन पर दो से अधिक यात्री यात्रा करते हैं वह भी बगैर हेलमेट के, उन्हें नियंत्रित करने के लिए क्या योजना है। यह भी बताएं कि पुलिस सख्ती क्यों नहीं बरतती। बीआरटीएस में निजी वाहन नहीं चलेंगे कोर्ट ने तीन पेज के आदेश में स्पष्ट किया है कि जब तक बीआरटीएस चालू है, तब तक इसमें केवल आईबस, एंबुलेंस और पुलिस वाहन ही चलेंगे। निजी वाहनों को बीआरटीएस का उपयोग करने की अनुमति नहीं है।