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करुण को नहीं सुदर्शन को तीसरे नंबर पर उतारें : मांजरेकर

मुंबई पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा है कि आठ साल बाद टीम में शामिल किये गये करुण नायर को नंबर तीन पर नहीं उतारा जाना चाहिये। करुण इस सीरीज में अब तक असफल रहे हैं। वह दोनो ही मैचों में रन नहीं बना पाये हैं। मांजरेकर ने कहा कि अभी इस बल्लेबाज को अवसर मिलने चाहिये क्योंकि एक-दो मैचों के आधार पर फैसला नहीं हो सकता। मांजरेकर ने इसके साथ ही केवल एक मैच के बाद बाहर कर दिये गये साई सुदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि वह प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी है जिसे अभी अपने को साबित करने पर्याप्त अवसर मिलने चाहिेये। साथ ही कहा कि सुदर्शन को नंबर तीन पर उतारना चाहिये। वहीं करुण को पांचे क्रम पर अवसर देना चाहिये।  मांजरेकर ने कहा, पिछले मैच में चयन जिस प्रकार हुए उनसे में सहमत नहीं हूं। एक जीत उन फैसलों को कैसी सही ठहरा सकत है। सिर्फ एक मैच के बाद साई सुदर्शन को टीम से बाहर कर देना समझ से परे है क्योंकि वह एक युवा खिलाड़ी हैं और हम भविष्य के लिए उन पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने दूसरी पारी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मैं उनके साथ रहना चाहता हूं, लेकिन यह टीम प्रबंधन थोड़ा अलग है और वे माहौल के अनुसार बदलाव करने में पीछे नहीं हटता है।  मांजरेकर ने सुदर्शन को तीसरे नंबर पर उतारने की जरुरत बतायी। साथ ही कहा कि करुण इस जगह के लिए उपयोगी नहीं है। उन्होंने कहा, मैं सुदर्शन को तीसरे नंबर पर देखना चाहूंगा। मेरी नजर में करुण तीसरे नंबर के खिलाड़ी नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा, अगर सभी बड़े शतक लगा रहे हैं, तो उन्हें एक टेस्ट के बाद बाहर करना अनुचित है। मुझे लगता है कि सुदर्शन भी और अवसर दिये जाने के अधिकारी हैं। मांजरेकर ने करुण के चयन और टीम में वापसी के भावनात्मक पक्ष का हवाला देते हुए उनका समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें अभी अवसर मिलने चाहिये। करुण ने साल 2027-18 में इंग्लैंड के खिलाफ ही तिहरा शतक लगाया था। उसके बाद भी वह टीम में अपनी जगह नहीं बचा पाये थे।  

HC की कड़ी टिप्पणी: चयनित नायब तहसीलदार को नियुक्ति न देना अनुचित

ग्वालियर ग्वालियर हाईकोर्ट(MP High Court) की एकल पीठ ने नायब तहसीलदार के पद पर चयनित होने के बाद भी नियुक्ति नहीं देने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को 30 दिन में नायब तहसीलदार के पद पर पोस्टिंग देने का आदेश देते हुए कहा कि यह एक ऐसा ज्वलंत मामला है, जहां राज्य शासन के अधिकारियों ने मनमाना, दुर्भावनापूर्ण, निरंकुश रवैया दिखाया। 2016 में नायब तहसीलदार के पद पर चयन के बाद वह अपनी सफलता का पूरा आनंद नहीं ले सका। उसके जीवन के सात साल बर्बाद कर दिए। न अभ्यावेदन का निराकरण किया, न नियुक्ति दी। इसलिए याचिकाकर्ता 7 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति (हर्जाना) पाने अधिकार रखता है। हर्जाने की राशि उस अधिकारी से वसूली जाएगी, जिसने मनमाना रवैया अपनाया। विभाग की मनमानी कांच मिल रोड ग्वालियर निवासी अतिराज सेंगर पीएससी द्वारा वर्ष 2013 में तहसीलदार पद पर भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में शामिल हुए थे। 2016 में रिजल्ट घोषित किया गया। अतिराज सेंगर को सामान्य श्रेणी की प्रतिक्षा सूची (श्रवण बाधित) में 16 नंबर पर रखा गया। इस श्रेणी में चयनित एक मात्र व्यक्ति अमित कुमार तिवारी थे, लेकिन उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया। इस कारण एमपी पीएससी ने अतिराज के नाम की अनुशंसा की। विभाग को 2018 में अनुशंसा प्राप्त हो गई। नियुक्ति के लिए राजस्व विभाग में पत्राचार किया, लेकिन राजस्व विभाग ने उनके अभ्यावेदन पर ध्यान नहीं दिया, उन्हें नियुक्ति नहीं दी। इसके चलते हाईकोर्ट में याचिका दायर की। एक साल बाद दी थी सूची राज्य शासन ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि चयन सूची एक साल के लिए थी। 2016 में शुरू होकर 2017 में समाप्त हो गई। इसलिए नियुक्ति नहीं दी जा सकती है। पीएससी ने परिणाम घोषित होने के एक साल बाद नाम की सिफारिश की थी। जब वह सूची अस्तित्व में नहीं थी, तो याचिकाकर्ता को नियुक्ति का सवाल ही नहीं होता है, इसलिए याचिका खारिज किए जाने योग्य है।

जनता की पुकार पर मुख्यमंत्री योगी का भरोसा, बोले- कोई भी असहाय नहीं रहेगा अकेला

गोरखपुर  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में 'जनता दर्शन' किया। इस दौरान उन्होंने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं और कहा कि परेशान मत हों, आपकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबंधित मामलों के निस्तारण के निर्देश दिए। जनता दर्शन में एक महिला इलाज के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई तो उन्होंने कहा कि इलाज का इस्टीमेट मंगा लीजिए, सरकार भरपूर मदद करेगी। मुख्यमंत्री शुक्रवार सुबह जनता दर्शन में गोरखनाथ मंदिर परिसर में कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक पहुंचे और एक-एक करके सबकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने करीब 200 लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जनता की हर पीड़ा का निवारण सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में एक महिला समेत कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे। सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए।  

ऋषभ की देखभाल कर रही डॉक्टरों की टीम : बीसीसीसीआई

मुंबई भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीसीआई) ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में जारी तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में चोटिल हुए विकेटकीपर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अभी ठीक हैं और डॉक्टरों की एक टीम उनकी देखरेख कर रही है। ऋषभ को विकेटकीपिंग करते हुए पहले ही दिन अंगुली में चोट लग गयी। जिसके कारण उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। ऐसे में उनकी जगह ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग के लिए उतारा गया।  बीसीसीआई के अनुसार ऋषभ जब मैदान पर इलाज से राहत नहीं मिली तो उन्हें हटाकर जुरेल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गई, हालांकि जुरेल  अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं हैं। ऋषभ को ये चोट तब लगी जब जसप्रीत बुमराह के 34वें ओवर में एक गेंद को रोकने के प्रयास में उन्होंने छलांग मार मारी पर गेंद से उनकी अंगुली में चोट लग गयी।   इसके कारण खेल भी कुछ देर के लिए रुका और उन्हें फिजियो ने मैदान पर ही प्राथमिक इलाज दिया। इसके बाद खेल फिर शुरू हुआ पर ऋषभ दर्द ls परेशान दिखे और बुमराह का ओवर खत्म होने के बाद उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इस सीरीज के दोनो ही मैचों में काफी रन बनाये हैं। ऐसे में अगर वह आगे नहीं खेल पाते हैं तो ये टीम के लिए करारा झटका होगा। उनकी जगह पर शामिल जुरेल इस मैच में केवल विकेटकीपिंग कर सकते है पर बल्लेबाजी नहीं क्योंकि ऋषभ को को सिर या आंख में चोट नहीं लगी है। इसलिए कन्कशन सब्सटीट्यूट का इस्तेमाल इसलिए नहीं किया जा सकता। ऐसे में टीम उम्मीद कर रही है कि उपकप्तान पंत फिट होकर बल्लेबाजी कर सकें।  इस मैच में मेजबान इंग्लैंड ने पहले दिन का खेल समाप्त होने पर अपनी पहली पारी में चार विकेट पर 251 रन बना लिए थे। जो रूट 99 नाबाद और बेन स्टोक्स 39 पर खेल रहे थे। रूट और स्टोक्स ने चौथे विकेट के लिए 79 रन बनाये। वहीं भारतीय टीम की ओर से नीतीश कुमार रेड्डी ने पहले ही ओवर में दो विकेट लिए।   

पाकिस्तान ने हॉकी टीम के भारत दौरे को सुरक्षा जांच से जोड़ा

कराची पाकिस्तान इस साल के आखिर में होने वाले एशिया कप और जूनियर विश्व कप के लिए अपनी राष्ट्रीय हॉकी टीम को भारत भेजने से पहले वहां की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगा। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा है कि यदि राष्ट्रीय टीम को सुरक्षा को लेकर किसी तरह का खतरा होगा तो उसे भारत नहीं भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री युवा विकास एवं खेल कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मसूद ने कहा कि सरकार के सुरक्षा स्थिति से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही पाकिस्तान की टीम को भारत का दौरा करने की अनुमति दी जाएगी। पूर्व मंत्री मसूद ने कहा, ''सरकार पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगी और यदि वह संतुष्ट नहीं होगी तो वह अपने किसी भी खिलाड़ी को भारत में खेलने के लिए भेजकर उसे खतरे में नहीं डालेगी।'' उन्होंने बताया कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने भारत में होने वाली दो प्रमुख हॉकी प्रतियोगिताओं के लिए राष्ट्रीय टीमें भेजने के लिए संबंधित मंत्रालयों से सलाह और अनुमति मांगी है। एशिया कप अगले महीने होगा जो 2026 में होने वाले अगले विश्व कप के लिए क्वालीफायर भी होगा। पीएचएफ के महासचिव राणा मुजाहिद ने स्वीकार किया कि अतीत में पाकिस्तान ने भारत में कुछ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। उन्होंने कहा, ''लेकिन अभी स्थिति अलग है, संबंध तनावपूर्ण हैं इसलिए सरकार से मंजूरी मिलने पर ही हम इन प्रतियोगिताओं में भाग ले पाएंगे।'' मुजाहिद ने इसके साथ ही बताया कि पीएचएफ हॉकी खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर मिलने वाली धमकियों पर नज़र रख रहा है।  

सरकारी बैठक या शाही भोज? अफसरों ने उड़ाए 13 किलो काजू-बादाम और पी गए 2 किलो घी

 शहडोल  शहडोल जिले में 4 लीटर पेंट के लिए 165 मजदूरों का बिल निकालने के मामले के बाद एक और चौंकाने वाला बिल सामने आया है. मई महीने में जब गांव-गांव जल संरक्षण के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा था, तब भदवाही गांव में कुछ और ही खेल चल रहा था. सामने आए बिल के अनुसार, मात्र एक घंटे के कार्यक्रम में जिले के आला अधिकारियों ने 13 किलो ड्राई फ्रूट खा लिया और 19,000 रुपये का बिल बनाया गया. दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने बारिश के पानी को बचाने और लोगों को जागरूक करने के लिए 'जल गंगा संवर्धन' अभियान चलाया था. मई में शुरू हुए इस अभियान के तहत, सरकार की जानकारी के अनुसार, प्रदेश के सभी गांवों में प्रशासन और ग्रामीणों ने जल संरक्षण के लिए चौपाल लगाई. लोग कितने जागरूक हुए, यह तो पता नहीं, लेकिन सरकारी रुपए पानी की तरह बहाए गए. जब गांव के कुएं, तालाब और नाले सूखे हैं, तब सरकारी चौपाल की छांव में अफसरों की मेज पर काजू-बादाम, दूध-घी और नमकीन की बरसात हो रही है. शहडोल जिले के गोहपारू जनपद की ग्राम पंचायत भदवाही में पिछले महीने जल चौपाल का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर कनिष्ठ कर्मचारी और ग्रामीण मौजूद थे. चौपाल का उद्देश्य गांव-गांव जाकर जल संरक्षण की सीख देना था. लेकिन चौपाल के नाम पर पंचायत रजिस्टर में दर्ज खरीदारी किसी शादी-ब्याह की दावत से कम नहीं है.  इस मेहमान नवाजी पर काजू 5 किलो, बादाम 5 किलो, किशमिश 3 किलो,नमकीन 30 किलो, बिस्कुट पैकेट 20, दूध 6 किलो, शक्कर 5 किलो लगी. वहीं, अफसरों को 2 किलो घी भी पिलाया गया. इस मेहमाननवाजी पर 19,010 रुपये खर्च हुए और इसके अलावा 5 हजार 260 रुपये का एक और बिल निकाला गया, जिसमें घी विशेष रूप से शामिल है. अब सवाल उठता है कि जल संरक्षण के नाम पर अफसरों की थाली में काजू-बादाम कैसे आ गए?  इस पूरे मामले में जिला पंचायत प्रभारी सीईओ मुद्रिका सिंह का कहना है कि जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जिसमें हम लोग और ग्रामीण शामिल थे. चाय-नाश्ते और खाने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन काजू, बादाम, किशमिश जैसे बिलों का मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच कराई जाएगी.

वित्तीय साक्षरता शिविर मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक बमनौरा कला द्वारा

 बमनौरा कलां आज मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक बमनौरा कलां के ब्रांच मैनेजर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों मैं जाकर वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया इसमें वित्तीय साक्षरता शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगो को वित्तीय रूप से साक्षर बनाना है ताकि वे अपने पैसे का प्रबंधन बेहतर ढंग से कर सके सही वित्तीय निर्णय ले सके और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सके वित्तीय साक्षरता शिविर मैं वित्तीय जागरूकता बढ़ाना लोगो को विभिन्न वित्तीय उत्पादों सेवाओं योजनाओं के बारे मैं जानकारी देना इसमें वित्तीय साक्षरता शिविर मैं बचत खाते , ऋण,बीमा और बैंकिंग सेवाओं के बारे मैं विस्तृत जानकारी तथा बैंकिंग सुविधाओ का सही ढंग से लाभ लेना एवं बैंकिंग लोन ऋण समय पर चुकाना इत्यादि शिविर मैं मौजूद मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक से ब्रांच मैनेजर श्री राजेश कुमार जैन, कियोस्क संचालक राकेश अहिरवार , अखलेश रायकवार रक्षपाल सिंह यादव इत्यादि।

भारतीय गेंदबाजी के सामने टिकना मुश्किल: पोप ने मानी चुनौती

लंदन इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन अपनी टीम की रक्षात्मक बल्लेबाजी का बचाव करते हुए कहा कि यह ऐसी पिच नहीं है जिस पर आप आक्रामक होकर खेल सकते हैं। इंग्लैंड ने पिछले कुछ वर्षों में आक्रामक बल्लेबाजी शैली को अपनाया है लेकिन गुरुवार को उसने भारतीय गेंदबाजों के सामने रक्षात्मक बल्लेबाजी की और पहले दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 251 रन बनाए। पोप ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''यह ऐसी पिच नहीं है जिस पर आप खुलकर खेल सकें। भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लेंथ बनाए रखी और रन बनाना मुश्किल कर दिया।'' उनका इशारा भारतीय गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी की ओर था, जिसे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (35 रन देकर एक विकेट) की वापसी से मजबूती मिली है। नितीश कुमार रेड्डी ने 46 रन देकर दो विकेट लिए हैं और वह पहले दिन भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। तेज गेंदबाज आकाशदीप और मोहम्मद सिराज को पहले दिन विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने किफायती गेंदबाजी की। पोप ने रविन्द्र जडेजा की गेंद पर आउट होने से पहले 104 गेंदों में 44 रन की पारी खेली। उन्होंने कहा, ''जरूरी नहीं कि हम जिस तरह से पहली पारी में बल्लेबाजी करते रहे हैं, वैसे ही करें। हमें परिस्थितियों के अनुसार खेलना होगा। हमने पिच की प्रकृति को देखते हुए बल्लेबाजी की। इसके अलावा भारतीय गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की।'' अपनी बल्लेबाजी के बारे में बात करते हुए पोप ने कहा कि पारी को आगे बढ़ाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ''यह कुछ ऐसा है जिसे हम एक टीम के रूप में बेहतर से बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं और ज़ाहिर है कि यह भारत के खिलाफ टेस्ट मैच है। वे हमेशा ऐसी परिस्थितियों में आपके सामने कड़ी चुनौती पेश करेंगे। इसलिए यह परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने से जुड़ा है।''  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिए निर्देश, शासकीय भर्ती प्रक्रिया की नियमित निगरानी करें अधिकारी

नवीन शासकीय भर्तियों के कार्य की सतत् समीक्षा करें, वरिष्ठ अधिकारी: मुख्यमंत्री डॉ.यादव नवीन शासकीय भर्तियों की सतत समीक्षा करें वरिष्ठ अधिकारी: मुख्यमंत्री डॉ. यादव का निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिए निर्देश, शासकीय भर्ती प्रक्रिया की नियमित निगरानी करें अधिकारी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जानकारी प्राप्त कर दिए निर्देश भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विभिन्न शासकीय विभागों में रिक्त पदों को भरने का कार्य तेजी से पूर्ण किया जाए। रिक्त पदों पर सतत् रूप से नियुक्तियों का कार्य होने से विभागों के नियमित कार्यों में भी गति आ रही है। साथ ही वर्षों पश्चात पदोन्नतियों की प्रक्रिया प्रारंभ किए जाने से भी बड़ी संख्या में पदों पर नियुक्ति का कार्य आसान हो रहा है। वरिष्ठ अधिकारी नवीन शासकीय भर्तियों के कार्य की सतत् समीक्षा करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरूवार को समत्व भवन, मुख्यमंत्री निवास में हुई एक बैठक में विभिन्न शासकीय विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती के संबंध में जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभागों में नियुक्तियों के कार्य की निरंतर समीक्षा भी की जाए। मुख्य सचिव स्तर और अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा विभागों को समय सीमा में कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है। इस क्रम में विभागों से पालन प्रतिवेदन प्राप्त किया जाए। इस कार्य को आवश्यक समन्वय और सर्वोच्च प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग संजय कुमार शुक्ल ने लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन मंडल और अन्य स्तर से नवीन शासकीय भर्तियों की प्रगति से अवगत करवाया। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय नीरज मंडलोई, सचिव मुख्यमंत्री सिबि चक्रवर्ती, आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।  

दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव: ओंकारेश्वर में अब सिर्फ प्रोटोकॉल पर मिलेंगे VIP दर्शन

खंडवा  श्रावण मास 2025 में इस बार 14 जुलाई से 28 अगस्त तक कुल 6 सोमवार पड़ रहे हैं। ओंकारेश्वर में इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने तैयारियां तेज़ कर दी हैं। इसी क्रम में  एसडीएम शिवम प्रजापति की श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर पांच अहम बिंदुओं पर कार्य योजना बनाई गई। दर्शन व्यवस्था सप्ताह के शनिवार, रविवार और सोमवार को विशेष दर्शन प्रबंध रहेंगे। वीआईपी दर्शन सिर्फ प्रोटोकॉल से ही होंगे। स्थानीय लोगों के लिए प्रातः 9:00 बजे तक विशेष दर्शन की सुविधा रहेगी। उसके बाद आम श्रद्धालु की तरह लाइन में लगना होगा। भीड़ को देखते हुए दोपहर 12:20 से 1:20 तक मंदिर बंद रहता था, जिसका समय कम कर दिया गया है। अब मंदिर जल्दी खोला जाएगा, ताकि दर्शन में कोई अवरोध न हो। ट्रस्ट की ओर से पहले से लागू नये सिस्टम से श्रद्धालु अब काफी अभ्यस्त हो चुके हैं। स्वास्थ्य सेवाएं मंदिर ट्रस्ट की ओर से तीन डॉक्टर नियमित रूप से तैनात रहेंगे। एक अतिरिक्त डॉक्टर जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा। सभी प्रमुख घाटों पर ऑक्सीजन सिलिंडर और प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे। घाटों और सुरक्षा प्रबंध घाटों पर सुरक्षा नाव तैनात की जाएंगी। नगर परिषद को अनाउंसमेंट सिस्टम लगाने के निर्देश। कोटवार, पटवारी, आरआई आदि की घाटों पर ड्यूटी सुनिश्चित की जाएगी। ओंकारेश्वर नर्मदा नदी में नौका विहार में डीजल इंजन नावों पर रोक, केवल पेट्रोल चालित नए इंजन वाली नावों को अनुमति। यातायात प्रबंधन ऑटो रिक्शा को नगर की सीमा में प्रवेश नहीं मिलेगा। ऑटो स्टैंड: दंडी आश्रम, पुराने बस स्टैंड और बालवाड़ी तक सीमित।