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मोर आवास-मोर अधिकार योजना बनी उम्मीद की किरण, बीजापुर में 30 हजार से अधिक परिवार लाभान्वित

मोर आवास-मोर अधिकार योजना बनी उम्मीद की किरण, बीजापुर में 30 हजार से अधिक परिवार लाभान्वित प्रशासन की पहुंच बढ़ी -165 ग्राम पंचायतों में हुआ सर्वे रायपुर मोर आवास मोर अधिकार योजना के तहत् राज्य के बीजापुर जिले में बड़ा बदलाव देखने को मिल  रहा है। अब तक जिले में 30 हजार से अधिक परिवार आवास प्लस सर्वे में शामिल हो चुके हैं। जिससे उन्हें स्थाई आवास की दिशा में एक नई आश मिली है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप सभी पात्र परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का विशेष प्रयास किया जा रहा है। वर्ष 2018 में तैयार की गई आवास प्लस की सूची में छूटे हुए पात्र परिवारों को सर्वे में शामिल करने मोर दुवार – साय सरकार थीम पर प्रदेश भर में महाअभियान चलाया गया। जिले में कुल 30 हजार 186 परिवार इस सर्वे में शामिल हुए है। इस सर्वे की महत्वपूर्ण बात यह है कि 2018 में जहां 117 ग्राम पंचायतों में ही सर्वे किए गए थे, वहीं इस बार जिले में कुल 170 ग्राम पंचायतों में से 165 ग्राम पंचायतों में सर्वे कार्य पूर्ण किया गया है। पहुंच विहीन  ग्राम पंचायतें जो दशकों से माओवाद प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पूर्व में किये गए सर्वे में छूट गए थे। उन क्षेत्रों में भी जिला प्रशासन की ठोस रणनीति की बदौलत पहली बार वंचित परिवार का सर्वे कर पात्र परिवारों को शामिल करने में सफलता मिली है।      प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के जिला समन्वयक श्री गंभीर सिंह परिहार ने बताया कि कलेक्टर श्री संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में जरूरत मंद वंचित परिवार तक पहुंचने आवास प्लस सर्वे 2.0 की कार्ययोजना बनाई गई। जिला प्रशासन की विशेष पहल पर निरंतर मॉनिटरिंग एवं नियमित समीक्षा से बड़ी संख्या में परिवार सर्वे में शामिल हुए हैं। मोर दुवार साय सरकार थीम पर प्रदेश भर में 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक सर्वेक्षण विशेष पखवाड़ा चलाये जाने का शासन स्तर से निर्णय था, सर्वे करने की अंतिम तिथि 15 मई निर्धारित थी। तय समय-सीमा में सर्वे से वंचित परिवारों को जोड़ने हेतु जिला स्तर से पत्र प्रेषित कर पुनः आवास प्लस ऐप को चालू करवाने हेतु राज्य शासन को पत्र प्रेषित किया। जिसे स्वीकार करते हुए भारत सरकार द्वारा 16 जून से 26 जून तक सर्वे तिथि को बढ़ाया गया।     जिला प्रशासन की सक्रियता और समर्पित कार्यप्रणाली के चलते यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी पात्र परिवारों को उनका हक मिल सके।

स्वच्छता की जंग में इंदौर की सातवीं परीक्षा, सूरत-नवी मुंबई समेत 12 शहरों से टक्कर

 इंदौर  स्वच्छत भारत रैंकिंग के परिणाम इस माह 17 जुलाई को आ रहे हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू की मौजूदगी में स्वच्छता की रैंकिंग की घोषणा की जाएगी। सात साल से लगातार देश में स्वच्छता में सरताज बने इंदौर का दावा इस बार भी मजबूत है, लेकिन सूरत की तरफ से कड़ी टक्कर इंदौर को मिल रही है। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण भी देरी से हुआ। इस कारण परिणाम भी देरी से आ रहे है। विजेता शहरों को राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत किया जाएगा। इस आयोजन में शामिल होने प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर के मेयर पुष्य मित्र भार्गव और अन्य अधिकारी जाएंगे। कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू होगा। इंदौर को पिछली बार संयुक्त रूप से सूरत के साथ अवार्ड मिला था। इस बार सूरत की भी कोशिश है कि वह अकेला स्वच्छता की पहली रैंकिंग पाए। सूरत ने कचरे से कमाई के मामले में बेहतर काम किया है। इंदौर में भी सीएनजी गैस का प्लांट लगाया गया, लेकिन वह ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। डोर टू डोर कलेक्शन इंदौर की सबसे बड़ी ताकत स्वच्छता के लिए घर-घर कचरा संग्रहण इंदौर की सबसे बड़ी ताकत है। ज्यादातर शहर इसे मजबूत नहीं कर पाए है। इंदौर में कचर पेटियां ही नहीं है। शत-प्रतिशत कचरा घरों से निकल कर सीधे ट्रेंचिंग ग्राउंड तक जाता है। 12 शहर स्वच्छता लीग में शामिल पिछले साल सूरत ने 30 वार्डों को अलग-अलग जनप्रतिनिधियों को गोद दिया था और वहां घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था मजबूत की थी। इंदौर के साथ 12 शहर स्वच्छता लीग में शामिल है। इनमें सूरत, नवी मुबंई, चंडीगढ़, नोएडा, तिरुपति, अंबिकापुर, नई दिल्ली जैसे शहर शामिल हैं। आंकलन के लिए 28 बिन्दू तय केंद्रीय शहरी मंत्रालय ने इस बार इन शहरों की स्वच्छता आंकने के लिए 28 बिन्दू तय किए गए थे। स्वच्छता के अलावा कचरे का निपटान, कचरे का फिर से उपयोग, नदी-नालों की सफाई सहित अन्य बिन्दू के हिसाब से नंबर मिले। पब्लिक फीडबैक के अंक भी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।  

Amazon Sale की बड़ी डील, 10 हजार से कम में मिल रहे ये पांच नए 5G फोन, सबसे सस्ता ₹7199 का

नए स्मार्टफोन का प्लान कर रहे हैं, तो Amazon Prime Day Sale में आपकी तलाश खत्म हो सकती है। यह सेल 12 जुलाई से शुरू होगी और 14 जुलाई तक चलेगी। सेल में स्मार्टफोन्स भारी डिस्काउंट के साथ हजारों रुपये सस्ते मिलेंगे। अमेजन ने कुछ डील्स का खुलासा कर दिया है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि अगर आप 10 हजार रुपये से कम में नया 5G Smartphone खरीदना चाहते हैं, तो आपके पास कौन-कौन से ऑप्शन हैं। लिस्ट में देखें आपको कौन सा फोन पसंद आ रहा है… सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 9,499 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 6000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.74 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का एआई मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP64 रेटिंग के साथ आता है। फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 चिपसेट से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 7,199 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.75 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP64 रेटिंग के साथ आता है। फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6400 चिपसेट से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 7,999 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5160mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.88 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP52 रेटिंग के साथ आता है। फोन स्नैपड्रैगन 4s जेन 2 प्रोसेसर से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 8,999 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.75 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP64 रेटिंग के साथ आता है। फोन डाइमेंसिटी 7060 प्रोसेसर से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 8,499 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.78 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 64 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। फोन डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर से लैस है।

शनि 139 दिन के लिए होने जा रहे वक्री, इन 4 राशियों की शुरू होने वाली है कड़ी परीक्षा

13 जुलाई 2025 को शनि मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं और वह इस राशि में 28 नवंबर यानी लगभग 139 दिन तक वक्री अवस्था में रहेंगे. ज्योतिष में शनि को एक गंभीर या यहां तक कि संकीर्ण दृष्टिकोण वाला ग्रह माना जाता है. शनि एक कर्म प्रधान ग्रह हैं, जो न्याय, कर्म, अनुशासन, कड़ी मेहनत और गरीब व जरूरतमंद लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं. अगर किसी व्यक्ति को शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, तो वह गरीब से राजा बन सकता है, जबकि अगर शनिदेव का अशुभ प्रभाव हों तो व्यक्ति को भारी नुकसान का डर रहता है. शनिदेव अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार परिणाम देता है और शनिदेव जिम्मेदारी और बाधाओं को पार करने की क्षमता का प्रतीक हैं. आज हम आपको उन राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको शनि के वक्री अवस्था से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. शनि वक्री का वृषभ राशि पर प्रभाव शनि वृषभ राशि के भाग्य और कर्म भाव के स्वामी हैं, जो अब आपके लाभ भाव में वक्री हो रहे हैं. इस समय के दौरान, जो सकारात्मक परिणाम आप प्राप्त कर रहे थे, वे कम हो सकते हैं. आपके अब तक के लाभ में कमी का डर है. अब आपको पहले से कम अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. आपको अपनी इच्छा के अनुसार परिणाम या फल नहीं मिल सकता. इस समय के दौरान लाभ की उम्मीद कम है. अगर आपकी सेहत पहले से ही खराब है, तो अब आपको अधिक सावधान रहने की जरूरत है. आपको अपने काम में देरी या कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. शनि वक्री का मिथुन राशि पर प्रभाव साल 2025 में शनि के वक्री होने के दौरान, शनि जो मिथुन राशि वालों के लिए 8वें और 9वें घर का स्वामी है, आपके 10वें घर में वक्री होने जा रहे हैं. इस समय के दौरान आपके काम की दिशा बदलने के मौके बन सकते हैं. मेहनत और प्रयास के बावजूद सफलता आसानी से नहीं मिलेगी. आपको अधिक मेहनत करने का दबाव महसूस हो सकता है और आपका बोझ बढ़ सकता है. शनि की स्थिति से 12वें, चौथे और 7वें घर पूरी तरह प्रभावित होंगे. आपके परिवार से जुड़ी जिम्मेदारियां भी आप पर भारी पड़ सकती हैं, जिससे आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बुजुर्ग परिवार के सदस्यों, खासकर आपके माता-पिता को इस वक्री अवधि के दौरान विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि वे बीमार पड़ सकते हैं. इसके अलावा, अपने विवाह को सकारात्मक बनाए रखना महत्वपूर्ण है. अगर आप बिजनस कर रहे हैं, तो नीतियों और नियमों का पालन करना बेहतर रहेगा. शनि वक्री का कर्क राशि पर प्रभाव कर्क राशि के लोगों के लिए शनि, जो 7वें और 8वें घर का स्वामी हैं और आपके 9वें घर में वक्री होने जा रहे हैं. इस दौरान आपको पिताजी या गुरुओं के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही, इस समय पिताजी के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. इस समय आप भी सावधानी बरतें, क्योंकि स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. जब यह समय बीत जाएगा, तो चीजें बेहतर होती जाएंगी. शनिदेव के प्रभाव से आपके 11वें, तीसरे और छठे घर में आपके दुश्मनों का पराजय होगा. इस दौरान शेयर बाजार में निवेश से भी लाभ हो सकता है. हालांकि, आपको अपने पिताजी का ध्यान रखना होगा क्योंकि उनकी सेहत चिंता का विषय हो सकती है. शनि वक्री का वृश्चिक राशि पर प्रभाव शनिदेव की वक्री गति वृश्चिक राशि वालों को मिलने वाले लाभकारी प्रभाव को कम कर सकती है, जिससे आपके सोचे हुए परिणामों में बदलाव आ सकता है. हालांकि, ज्योतिष के अनुसार, करियर और नौकरी में कठिनाइयों का कारण बनता है. इसके परिणामस्वरूप, काम से संबंधित चुनौतियों में मामूली वृद्धि हो सकती है और अधिकारियों व सहकर्मियों के साथ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. व्यक्तिगत स्तर पर, बेकार के विवादों से बचने की कोशिश करें और जीवनसाथी की कठोर या उलझन भरी टिप्पणियों को नजरअंदाज करें. इसके अलावा, स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए आहार और लाइफस्टाइल में अनुशासन बनाए रखें.