News Aazad Bharat

8th Pay Commission का तोहफा, कर्मचारियों की सैलरी में होगी जबरदस्त बढ़ोतरी!

नई दिल्ली  करोड़ों सरकारी कर्मचारी और रिटायर्ड कर्मचारी 8th Pay Commission के लागू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है, जिससे उनकी खुशी और बढ़ गई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस वेतन आयोग के लागू होने से कर्मचारियों की सैलरी 30 से 34 % तक बढ़ सकती है। ब्रोकरेज फर्म एम्बिट कैपिटल का दावा ब्रोकरेज फर्म एम्बिट कैपिटल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 8वां वेतन आयोग, वेतन और पेंशन में 30-34% की वृद्धि कर सकता है, जिससे लगभग 1.1 करोड़ लोगों को लाभ होगा। उम्मीद है कि नया वेतनमान जनवरी 2026 से लागू हो जाएगा, लेकिन इसके लिए पहले वेतन आयोग की रिपोर्ट तैयार करनी होगी, फिर उसे सरकार को भेजना होगा और सरकार को उसे मंजूरी भी देनी होगी। अभी तक सिर्फ आयोग के गठन का ऐलान ही हुआ है। आयोग का अध्यक्ष कौन होगा और उसका कार्यकाल क्या होगा, ये फैसले अभी बाकी हैं।   किसे मिलेगा लाभ? 8वें वेतन आयोग से लगभग 1.1 करोड़ लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है, जिनमें करीब 44 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारी और लगभग 68 लाख पेंशनर्स शामिल हैं। 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद कर्मचारियों की बेसिक सैलरी, भत्ते (जैसे महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, परिवहन भत्ता) और रिटायरमेंट बेनिफिट में बढ़ोतरी होगी। क्या होता है फिटमेंट फैक्टर? नए वेतन तय करने का एक खास हिस्सा फिटमेंट फैक्टर होता है. यह वह संख्या है जिसका उपयोग मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा करके नई सैलरी तय की जाती है. उदाहरण के लिए सातवें वेतन आयोग ने 2.57 के फैक्टर का इस्तेमाल किया था। उस समय इसने न्यूनतम बेसिक सैलरी 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये प्रति माह कर दी थी। रिपोर्ट के अनुसार इस बार फिटमेंट फैक्टर 1.83 और 2.46 के बीच हो सकता है. कर्मचारियों और पेंशनर्स को कितनी बढ़ोतरी मिलेगी, इसमें यह सटीक आंकड़ा अहम भूमिका निभाएगा। सैलरी बढ़ोतरी का इतिहास पिछले वेतन आयोगों ने भी सैलरी में महत्वपूर्ण वृद्धि दिखाई है:     छठा वेतन आयोग (2006): इसने कुल वेतन और भत्तों में लगभग 54% की वृद्धि दी थी।     सातवां वेतन आयोग (2016): यह लागू होने पर बेसिक सैलरी में 14.3% और अन्य भत्ते जोड़ने के बाद पहले साल में करीब 23 फीसदी की वृद्धि दिखाई थी। कैसे की जाती है सैलरी की कैलकुलेशन? एक सरकारी कर्मचारी की सैलरी में मूल वेतन, महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA), परिवहन भत्ता (TA) और अन्य छोटे-मोटे लाभ शामिल होते हैं। समय के साथ मूल वेतन का हिस्सा कुल पैकेज के 65% से घटकर लगभग 50% रह गया है और अन्य भत्तों का हिस्सा इससे भी ज्यादा हो गया है। इन सभी को जोड़कर ही मासिक सैलरी दी जाती है। पेंशनर्स के लिए भी इसी तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे, हालांकि उन्हें HRA या TA नहीं दिया जाएगा।  

ट्राई साइकिल एवं सहायक उपकरण दिव्यांगजनों को सशक्त करने का माध्यम है : मंत्री पटेल

भोपाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने शुक्रवार को बालाघाट के सांदीपनी विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में 240 दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल एवं सहायक उपकरणों का वितरण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री राजा लिल्हारे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं आधिकारी उपस्थित थे। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांगजनों को एक सम्मानजनक नाम दिया है। दिव्यांगजनों को शासन की सभी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए और उन्हें कहीं पर भी आवेदन करने की आवश्यकता नहीं पड़ना चाहिए। मंत्री श्री पटेल ने दिव्यांगजनों की पहचान कर उनके पंजीयन और उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने में अच्छा कार्य करने के लिए बालाघाट जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि इस शिविर में दिव्यांगजनों को प्रदाय किए गए उपकरण एवं सामग्री उनके कष्ट कम कर सशक्त और स्वावलंबी बनाने में मदद करेंगे। कलेक्टर श्री मृणाल मीणा ने कहा कि शासन की मंशानुसार बालाघाट जिले में दिव्यांगजनों का सर्वे कर उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने का काम किया जा रहा है। अब तक 6615 दिव्यांगजनों को शासकीय योजनाओं से जोड़ा गया है। दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण एवं सामग्री प्रदान करने के लिए यह 10 वां शिविर लगाया गया है। असंगठित क्षेत्र के लोगों को अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ने का काम किया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष में अटल पेंशन योजना में 2000 के लक्ष्य के विरुद्ध 12 हजार लोगों को जोड़कर बालाघाट जिला सम्पूर्ण देश में प्रथम स्थान पर है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक सराफ ने बताया कि दिसंबर 2024 से अब तक जिले में 06 हजार दिव्यांगजनों को 05 करोड़ 88 लाख रुपए के 14 हजार सहायक उपकरण एवं सामग्री निःशुल्क प्रदाय की गई है। आज के शिविर में 240 दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल एवं सहायक उपकरण प्रदान किए जा रहे हैं।  

मध्यप्रदेश में फिर घोटाले का खेल, वेतन घपले में ट्रेजरी अफसर सस्पेंड

भोपाल मध्य प्रदेश में आयुक्त कोष एवं लेखा कार्यालय की जांच में 50 हजार शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों का डाटा अपडेट न पाए जाने का खुलासा होने के बाद अब शिवपुरी ऐसा दूसरा जिला सामने आया है जहां वेतन घोटाला किया गया। इससे पहले देवास जिले में भी इसी तरह का घपला पकड़ा गया था। शिवपुरी जिले में ट्रेजरी अधिकारी की मिली भगत से डेढ़ करोड़ रुपये का वेतन घोटाला पकड़ा गया है। शिवपुरी के खनियाधाना विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कार्यालय के लेखापाल सुखनंदन रसगैया और जिला कोषालय कार्यालय में पदस्थ सहायक कोषालय अधिकारी मोहित कुशवाह ने मिलीभगत कर घोटाले को अंजाम दिया। इसमें सुखनंदन रसगैया ने हर माह अपना वेतन बढ़ाकर निकलवाया। इतना ही नहीं जो शिक्षक नहीं थे उन्हें भी शिक्षक बताकर उनके खाते में राशि डाली गई। अपनी पत्नी, बेटे समेत कई सगे संबंधियों को फर्जी तरीके से शिक्षक दर्शाकर उनके बैंक खातों में वेतन का भुगतान किया जाता रहा। इस घोटाले को वर्ष 2018 से अंजाम दिया जा रहा था।   वेतन पास करने के नाम पर 17.19 लाख रुपये रिश्वत ली सहायक कोषालय अधिकारी मोहित कुशवाह ने फर्जी लोगों के वेतन पास करने के नाम पर 17.19 लाख रुपये रिश्वत ली, जिसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शिवपुरी शाखा के अपने बैंक खाता में 10 अप्रैल 2023 से अप्रैल 2025 तक अलग-अलग किस्तों में जमा करवाए। घोटाले की भनक लगने पर आयुक्त कोष एवं लेखा भास्कर लक्षकार ने मामले की जांच कराई तो गड़बड़ी प्रमाणित पाई गई। इस मामले में सहायक कोषालय अधिकारी कुशवाह को निलंबित कर दिया है और बर्खास्त करने की कार्रवाई की जा रही है। लेखापाल सुखनंदन रसगैया के विरुद्ध एक मई 2025 को थाना खनियाधाना में एफआईआर दर्ज करा कर निलंबन की कार्रवाई की गई। देवास में किया था ढाई करोड़ का घोटाला मई माह में देवास जिले में ढाई करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ में आया था। इसमें देवास जिले के बागली और हाटपीपल्या के शासकीय कालेज के लिपिकों और उप कोषालय के लिपिक हरि सिंह चौहान ने मिलकर वित्तीय गड़बड़ी की थी। शासकीय कॉलेज के लिपिकों ने कॉलेज की दो करोड़ 51 लाख रुपये की राशि निकालकर अपने और रिश्तेदारों के बैंक खातों में जमा कराया था। इसके बिल बनाकर उप कोषालय भेजे गए जहां उप कोषालय के चौहान ने इन्हें पास भी कर दिया था। जांच कस बाद ट्रेजरी लिपिक व दोनों कॉलेजों के लिपिकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सॉफ्टवेयर ने पकड़ी थी बड़ी चूक आयुक्त कोष एवं लेखा कार्यालय की जांच में 50 हजार शासकीय अधिकारी-कर्मचारी ऐसे पाए गए थे जिनके ई-केवाईसी अपडेट नहीं थे। इसमें यह पता नहीं चल रहा था कि वे सेवानिवृत्त हो गए या प्रति नियुक्त पर हैं। वहीं इनका छह माह से वेतन आहरण ही नहीं हो रहा था। ऐसे में शक हुआ तो आयुक्त कोष एवं लेखा भास्कर लक्षकार ने सभी छह हजार आहरण एवं संवितरण अधिकारियों (डीडीओ) से रिपोर्ट मांगी थी। पड़ताल की गई तो तब यह बात सामने आई कि कुछ लोग प्रति नियुक्त पर हैं। तो कुछ फर्जी नामों पर भी वेतन आहरण हो रहा है। लेखापाल के विरुद्ध एफआईआर दर्ज मप्र कोष एवं लेखा के आयुक्त भास्कर लाक्षाकार ने कहा कि शिक्षा विभाग के लेखापाल और सहायक कोषालय अधिकारी द्वारा वित्तीय गड़बड़ी करना पाया गया है। लेखापाल के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। सहायक कोषालय अधिकारी मोहित कुशवाह को निलंबित कर दिया गया है। बर्खास्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी। 

IFS अधिकारी अरुण प्रसाद के इस्तीफे को केंद्र सरकार की लगी मोहर

रायपुर  केंद्र सरकार ने 2006 बैच के IFS अधिकारी अरुण प्रसाद के इस्तीफे को मंजूरी दे दी है. भारत सरकार की स्वीकृति के बाद उनका इस्तीफा स्वीकार हो गया है. बता दें कि आईएफएस अरुण दंतेवाड़ा और राजनांदगांव के डीएफओ रह चुके हैं. वर्तमान में वे राज्य पर्यावरण संरक्षण मंडल के सदस्य सचिव के पद पर पदस्थ थे. चर्चा है कि अरुण प्रसाद अब निजी क्षेत्र की ओर रुख कर सकते हैं. वे किसी बड़ी निजी कंपनी से जुड़ने जा रहे हैं, जहां उन्हें प्रशासनिक और रणनीतिक सलाहकार की भूमिका मिल सकती है. रमन सरकार की तीसरी पारी में अरुण प्रसाद काफी प्रभावशाली रहे. वहीं कांग्रेस सरकार में वे सीएसआईडीसी के एमडी रहने के साथ ही पौल्यूशन बोर्ड के मेम्बर सिकरेट्री रहे. विष्णुदेव सरकार में भी वे वही हैसियत रखते थे. अरुण प्रसाद लगातार तीसरी सरकार में पौल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मेम्बर सिकरेट्री हैं. तमिलनाडु के रहने वाले हैं अरुण प्रसाद अरुण प्रसाद मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और वे 2006 बैच के IFS अधिकारी हैं. वे वर्तमान में मुख्य वन संरक्षक (C.C.F.) के स्तर के अधिकारी हैं. उनकी कार्यशैली को प्रभावशाली और अनुशासित माना जाता रहा है. उन्होंने दंतेवाड़ा और राजनांदगांव जिलों में डीएफओ के रूप में सेवा दी है और जंगलों के संरक्षण में अहम भूमिका निभाई है. CSIDC और मंडी बोर्ड में भी निभा चुके हैं बड़ी जिम्मेदारी IFS अरुण प्रसाद ने छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में लंबी सेवा दी. इसके अलावा वे मंडी बोर्ड के एमडी भी रहे. दोनों जिम्मेदारियों में उनके कार्यकाल को प्रभावशाली और नीति-निर्माण में सक्रिय माना गया.

ऑपरेशन सिंदूर पर डोवल का बड़ा बयान, बोले- ‘भारत पूरी तरह सुरक्षित, 23 मिनट में हुआ सबकुछ’

नई दिल्ली  भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवल ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। IIT मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए डोवल ने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि विदेशी मीडिया ने जानबूझकर झूठी खबरें फैलाईं, लेकिन किसी के पास भारत को हुए नुकसान की कोई तस्वीर नहीं है। पूरे ऑपरेशन में 23 मिनट लगे डोवल ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा था। ये ठिकाने सीमावर्ती इलाकों में नहीं थे और पूरे ऑपरेशन में केवल 23 मिनट लगे। उन्होंने कहा, "हमें अपनी स्वदेशी तकनीक विकसित करनी होगी। ऑपरेशन में इस्तेमाल की गई सामग्री भी ज्यादातर स्वदेशी थी।" विदेशी मीडिया पर भड़के  NSA ने विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "विदेशी मीडिया ने कहा कि पाकिस्तान ने कुछ किया, लेकिन आप मुझे एक भी तस्वीर दिखाइए जिसमें भारत की तरफ से कोई नुकसान हुआ हो। आज के समय में सैटेलाइट तस्वीरें उपलब्ध हैं। 10 मई से पहले और बाद की तस्वीरों में पाकिस्तान के 13 हवाईअड्डे ही दिखाए गए, जिनमें कोई भी नुकसान नहीं था।" उन्होंने आगे कहा, "मैं केवल वही बता रहा हूं जो विदेशी मीडिया ने तस्वीरों के आधार पर प्रसारित किया। हम पाकिस्तान के हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाने में सक्षम हैं। लेकिन भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ।" इस बयान से स्पष्ट हुआ कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को पूरी तैयारी और रणनीति के साथ अंजाम दिया और किसी भी प्रकार की क्षति से बचा। NSA डोवल ने स्वदेशी तकनीक और रणनीतिक सतर्कता की आवश्यकता पर जोर देते हुए देश की सुरक्षा को प्राथमिकता बताया। 

एयर इंडिया क्रैश पर सरकार गंभीर, जांच एजेंसी AAIB जल्द देगी रिपोर्ट

मुंबई विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट जल्द आएगी और जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जा रही है। 12 जून को उड़ान भरने के तुरंत बाद एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान क्रैश हो गया था, जिसमें 241 यात्रियों सहित 260 लोगों की मौत हुई थी। यह ड्रीमलाइनर विमान का पहला घातक हादसा था और एएआईबी इसकी जांच में जुटा है। विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि अहमदाबाद में पिछले महीने हुए घातक एयर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट बहुत जल्द जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंत्रालय इस पूरी जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित कर रहा है। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान (फ्लाइट एआई 171) 12 जून को लंदन के गैटविक जा रहा था। विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल कॉम्प्लेक्स से टकरा गया था। इस हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों सहित कुल 260 लोगों की मौत हो गई। एक यात्री इस हादसे में बच गया।  मंत्री नायडू से जब पूछा गया कि इस हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट कब तक आने की संभावना है, तो उन्होंने कहा, बहुत जल्द… एएआईबी इस पर काम कर रहा है। यह उनकी जिम्मेदारी है, उन्हें अपना काम करने दीजिए। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि जांच प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और जिम्मेदार हो। अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के नियमों के अनुसार, एएआईबी किसी भी विमान दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर सौंप सकता है। यह पहली बार था, जब बोइंग 787 ड्रीमलाइनर जैसे दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले चौड़े आकार वाले विमान की किसी हादसे में पूरी तरह क्षति और जनहानि हुई। 26 जून को इस हादसे को लेकर मंत्रालय ने एक स्थिति रिपोर्ट जारी की थी। 

सलामत रहें फोन के कंटैक्ट्स

आपके सामने भी कभी इस तरह की स्थिति आई होगी कि आपको अपने जानने वालों से कहना पड़ा हो, मेरा फोन खो गया है… या फिर चोरी हो गया है, आपके पास फलां व्यक्ति का नंबर है क्या… या फिर सोशल साइट्स पर भी इस तरह के पोस्ट देखे जा सकते हैं कि मेरा कंटैक्ट खो गया है आप अपना नंबर शेयर कीजिए…। ऐसे में कई बार लगता है कि अगर कंटैक्ट्स का बैकअप होता, तो इस तरह की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ता। अपने स्मार्टफोन के कंटैक्टस का आप इन तरीकों से बैकअप ले सकते हैं… एंड्रायड फोन सुपर बैकअप: अगर आपके पास एंड्रायड फोन है, तो कंटैक्ट्स बैकअप के लिए सुपर बैकअप एप्लीकेशन का उपयोग कर सकते हैं। इसे यूज करना काफी आसान है। यह कंटैक्ट्स के साथ एसएमएस बैकअप की भी सुविधा देता है। कंटैक्ट्स फोन के इंटरनल स्टोरेज में बैकअप बनता रहता है। आप इसे गूगल ड्राइव में सेव करने के लिए ऑटोमैटिकक अपडेट के ऑप्शन को चुन सकते हैं। अगर आप गूगल कंटैक्ट अपडेट के ऑप्शन को चुनते हैं तो नियमित तौर पर बैकअप बनता रहेगा। हालांकि एप का फ्री वर्जन एड सर्पोटेड है, लेकिन अगर आप एड नहीं चाहते हैं, तो सुपर बैकअप प्रो को परचेज कर सकते हैं। आइओएस माइ कंटैक्ट्स बैकअप प्रो: यह एप्लिकेशन आइओएस डिवाइस यूजर्स के लिए है। इसमें बैकअप व री-स्टोरेशन की आसान सुविधाएं हैं। साथ ही, यह आपके कंटैक्ट्स बैकअप को इमेल एड्रेस पर भी भेजने की सुविधा देता है। फिर आप चाहें, तो उसे ड्रॉपबॉक्स पर भी सेव कर सकते हैं। यहां आप कंटैक्ट्स को वाइ-फाइ के जरिए ब्राउजर पर मैनेज करने के अलावा, रेग्युलर बैकअप और रिमूव का रिमाइंडर भी सेट कर सकते हैं। इस एप्लिकेशन को एपल के एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। विंडोज फोन कंटैक्ट्स व मैसेज बैकअप: इस एप्लिकेशन के जरिए विंडोज 8.1 यूजर्स अपने कंटैक्ट्स बैकअप के साथ एसएमएस और एसएमएस का बैकअप एसडी कार्ड में ले सकते हैं। हालांकि विंडोज फोन में क्लाउड-बेस्ड बैकअप फंक्शैनलिटी इन-बिल्ट होता है, लेकिन लोकल बैकअप से फायदा यह है कि आप फोन को तेजी से रिस्टोर कर सते हैं। अगर फोन में कंटैक्ट्स और मैसेज का बड़ा डाटाबेस है और नये फोन में बैकअप लेना चाहतें हैं, तो इस एप्लिकेशन के जरिए क्लाउड स्टोरेज की तुलना में ज्यादा तेजी से फोन में कंटैक्ट बैकअप और मैसेज को रिस्टोर किया जा सकता है। हालांकि इस एप्लिकेशन के लिए आपको माइक्रोएसडी कार्ड की जरूरत पड़ेगी। यह आपके एसडी कार्ड में बैकअप रिस्टोर का फोल्डर बना देगा। यहां कंटैक्ट्स वीसीएफ फॉर्मेट में स्टोर होता है और मैसेज एक्सएमएल फॉर्मेट में। ब्लैकबेरी फ्री कंटैक्ट बैकअप:- ब्लैकबेरी 10 यूजर के लिए फ्री कंटैक्ट बैबअप यूजफूल एप्लिकेशन है। आप सिंगल टैप के जरिए कंटैक्ट का बैकअप ले सकते हैं। इस एप्लिकेशन की खासियत है कि आप चाहें तो पूरे फोन का बैकअप ले सकते हैं। इसके अलावा यह डुप्लिकेट कंटैक्ट्स को मर्ज करने का ऑप्शन भी देता है। आप बैकअप को मेल के जरिए भी भेज सकते हैं। पुराने ब्लैकबेरी फोन यूजर फ्री बैकअप कंटैक्ट एप बाइ अमैरा सॉफ्ट ट्राइ कर सकते हैं। कंटैक्ट्स होंगे ऑटोमैटिक अपडेट 6 डिग्री:- ऑटोमैटिक कंटैक्ट बैकअप के लिए इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप अपने फोनबुक में कोइ नया कंटैक्ट अपडेट करते हैं, तो यह खुद ही उसे अपडेर कर देगा। इसके अलावा, अगर आपके फ्रेंड्स अलाउ करें, तो यह फ्रेंड्स के फोन में भी कंटैक्ट को सर्च करने का ऑप्शन देता है। आप इस एप की मदद से डुप्लिकेट कंटैक्अ को रिमूव करने के अलावा दूसरे डिवाइस में भी रिस्टोर कर सकते हैं। यह एप आइओएस के साथ एंड्रायड डिवाइस को भी सपोर्ट करता है। एडाप्पट:- यह एप्लिकेशन भी आपके एड्रेस बुक को हमेशा अपटूडेट रखेगा। जब भी कोई फ्रेंड या फिर फैमिली मेंबर कंटैक्ट को अपडेट करता है, तो यह खुद ही एड्रेस बुक को अपडेट कर देगा। यह यूजर को आइडेंटीफाइ करने के लिए इमेल आइडी का इस्तेमाल करता है। एप्लिकेशन डाउनलोड करने के बाद कुछ स्टेप के जरिए आप लोगों को इनवाइट भी कर सकते हैं। इसे डिवाइस के साथ भी आसानी से सिंक किया जा सकता है।  

हाथों की खूबसूरती बनाए रखने के ये 6 नुस्खे

त्वचा को जवां बनाने और निखारने की बात करते हैं तो अपने हाथों को भूल जाते हैं। जबकि देखभाल की सबसे ज्यादा जरूरत हमारे हाथों को होती है, क्योंकि इन पर धूप का प्रभाव सबसे ज्यादा पडता है। इसके अलावा घरेलू कामकाज के दौरान भी हार्ड केमिकल्स का इन पर बहुत प्रभाव पडता है। अगर इनकी ठीक प्रकार से देखभाल की जाए, तो आपके हाथ लम्बे समय तक जवां और खूबसूरत बने रहेंगे। -बढती एज की निशनियां -अपने हाथों पर गौर करें। -हाथों की स्किन का ढीला हा कर लडक जाना। -हाथों की नसों का दिखायी देना। -हथेलियों का हर समय रूखा-सूखा रहना। हाथों की खूबसूरती बनाएं रखें:- 1. दिनभर घर का काम करने से हाथों का मॉइश्चर खत्म हो जाता है और वे खुरदरे हो जाते हैं। बदलते मौसम में शुष्क हवाओं के असर भी हाथ रूखे हो जाते हैं। पानी में काम करने के बाद और सुबह नहाने के बाद अच्छा अब्जॉर्बिग लोशन लगाएं। रात में थोडा हेवी और क्रीम बेस्ड मॉइश्चराइजर लगाएं, ताकि क्रीम हाथों में अच्छी तरह से जज्ब हो आए। 2. धूप और धूल के प्रभाव से हाथों में पिगमेंटेशन और टैनिंग भी हो जाती है। इन्हें दूर करने के लिए स्क्रब करके पैक लगाएं। हाथों की ब्लीचिंग भी की जा सकती है। 3. स्क्रबिंग के लिए होममेड स्क्रब जैसे चीनी और बेसन का यूज करें और ताजे फलों का पैक लगाएं। चीनी से सक्रब करने के लिए हथेलियों को गीला करके थोडी सी चीनी लें और तब तक हाथों की मसाज करें जब तक चीनी घुल ना जाए। फिर साफ पानी से हाथ धो लें। इसी तरह 1 चम्मच बेसन में थोडा नींबू का रस, हल्दी और कच्चाा दूध या मलाई मिलाएं। इसे हाथों पर लगा कर स्क्रब करें। 4. सनस्क्रीन ना सिर्फ आपके चेहरे के लिए, बल्कि बॉडी के उन सभी पाट्र्स के लिए जरूरी है, जो सीधे धूप के सम्पर्क में आते हैं। घर से बाहर निकलते समय 15 मिनट पहले चेहरे के साथ-साथ हाथों पर भी सनस्क्रीन लगाएं। 5. नाखूनों के क्यूटिकल्स की भी देखभाल करें। हाथ रूखें हो जाने पर क्यूटिकल्स निकल आते हैं, जिनसे हो कर गंदगी और बैक्टीरिया हमारे शरीर में घुस जाते हैं। हाथ धोने के बाद शिया बटर युक्त मॉइश्चराइजर लगाएं। चाहें, तो नाखूनौं के बेस पर थोडा सा लिप बाम भी लगा सकती हंै। 6. हटाए झुर्रियां हाथों में आयी झुर्रियां आपको अपने हाथ छिपाने के लिए मजबूर ना करें इाके लिए जरूरी है कि हैंड रिजूविनेशन ट्रीटमेंट अपनाया जाए। डर्मा फिल्र्स जैसे ज्यूवडर्म इसके लिए बेहद करागर उपचार है। इस ट्रीटमेंट में हाइएल्यूरोनिक एसिड जैल का इस्तेमाल किया जाता है। यह हमारी स्किन का एक कुरती तत्व है, जो स्किन को वॉल्यूम देता है। इस ट्रीटमेंट के बाद हाथ भरे-भरे दिखते हैं, स्किन का टेक्सचर बेहतर होता है और स्किन में कोलेजन बन कर स्किन में कसाव आता है। हाथों की झुर्रियां हटाने के लिए भी यह अच्छा ट्रीटमेंट है।  

खाटूश्यामजी मंदिर के पास बवाल, श्रद्धालुओं के साथ पुलिस की झड़प

राजस्थान राजस्थान के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटूश्यामजी एक बार फिर हिंसा और अव्यवस्था की खबरों के चलते सुर्खियों में है। ताजा मामला सीकर जिले के रींगस स्थित खाटूश्याम मंदिर का है, जहां श्रद्धालुओं और दुकानदारों के बीच हुई झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में लाठी-डंडों से की गई मारपीट और भगदड़ के दृश्य सामने आए हैं, जो मंदिर की व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। वायरल वीडियो में दिखी बर्बरता वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह भीड़ के बीच युवकों और दुकानदारों ने एक-दूसरे पर लाठियां बरसाईं। महिलाएं चीखती-चिल्लाती रहीं लेकिन बर्बरता नहीं रुकी। लाठी-डंडे हवा में लहरते रहे और जो भी सामने आया, उसे पीटा गया। कुछ लोगों के सिर फूटने और चोटिल होने की भी बात सामने आई है। मारपीट इतनी भीषण थी कि श्रद्धालु अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष की ओर से FIR दर्ज नहीं हुई है। स्थानीय पुलिस ने सिर्फ यह बताया कि मामले की जांच की जा रही है और वायरल वीडियो के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है। लेकिन एक के बाद एक ऐसी घटनाओं का सामने आना यह दर्शाता है कि मंदिर प्रशासन और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी तरह विफल नजर आ रहे हैं। कुछ दिन पहले भी हुआ था बड़ा अपराध यह पहली बार नहीं है जब खाटूश्याम मंदिर की व्यवस्था सवालों के घेरे में आई हो। कुछ दिन पहले चिड़ावा निवासी भगवती प्रसाद सोनी की लाखों रुपये की चोरी भी इसी परिसर में हुई थी। वे अपने परिवार के साथ शादी की 50वीं सालगिरह मनाने आए थे, लेकिन इसी दौरान ढाई लाख नकद और 25 ग्राम सोना अज्ञात युवकों ने उनके बैग से उड़ा लिया। सीसीटीवी फुटेज में घटना की कुछ झलकियां कैद होने के बावजूद अब तक आरोपियों का सुराग नहीं मिला। क्राइम के केंद्र में धार्मिक स्थल? पिछले कुछ महीनों में खाटूश्यामजी मंदिर परिसर अपराध और अव्यवस्था का नया गढ़ बनता जा रहा है। जहां एक ओर लाखों श्रद्धालु भगवान श्याम के दर्शन के लिए आते हैं, वहीं दूसरी ओर जेबकतरे, झगड़े, चोरी और हिंसा जैसी घटनाएं आम होती जा रही हैं। प्रशासन की लापरवाही, मंदिर ट्रस्ट की निष्क्रियता और पुलिस की सुस्त कार्यशैली इस पवित्र स्थल को अपराधियों के लिए सुरक्षित जगह बना रही है। अब क्या? इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह है कि मंदिर जैसी आस्था की जगह पर लाठीचार्ज जैसी घटनाएं आखिर क्यों हो रही हैं? क्या यह सिर्फ आपसी विवाद है या फिर इसके पीछे संगठित अपराध या दबंगई का एंगल भी हो सकता है? यह जानना और जांचना पुलिस के लिए जरूरी है। अगर समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में इससे भी बड़ी घटनाएं हो सकती हैं। आस्था के केंद्र को अपराध का अड्डा बनने से रोकना होगा – नहीं तो न भगवान बचाएंगे, न कानून।  

सीएम साय की अध्यक्षता में कैबिनेट, हुआ 12 अहम फैसले

रायपुर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए – 1-    मंत्रिपरिषद द्वारा राज्य पुलिस सेवा संवर्ग के उचित प्रबंधन हेतु अर्हकारी सेवा अवधि पूर्ण कर चुके वर्ष 2005, 2006, 2007, 2008 तथा 2009 बैच के अधिकारियों को वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान प्रदान किये जाने हेतु 30 सांख्येतर पद निर्मित कर वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान प्रदान करने का निर्णय लिया गया। 2-    मंत्रिपरिषद द्वारा जनजातीय समूहों एवं अन्य वंचित वर्गों के गरीब युवा, महिलाओं एवं तृतीय लिंग के लोगों के संस्थागत विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए छत्तीसगढ़ शासन एवं पैन आईआईटी एलुमनी रीच फॉर इंडिया फाउंडेशन (PanIIT) के मध्य एक गैर-लाभकारी संयुक्त उद्यम कंपनी के गठन को मंजूरी प्रदान की गई। इस ज्वाइंट वेंचर कंपनी के माध्यम से अनुसूचित जनजाति एवं अन्य वंचित समुदायों के गरीब युवाओं, महिलाओं एवं तृतीय लिंग के लोगों को संस्थागत व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं ग्रामीण उद्यमिता के माध्यम से सशक्त एवं विकसित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ शासन एवं पैन आईआईटी का ज्वाइंट वेंचर वंचित समुदायों के विकास के लिए आदिवासी उपयोजना, अनुसूचित जाति उपयोजना आदि के अप्रयुक्त फंड का अभिसरण कर आजीविका एवं सामाजिक आर्थिक बदलाव के लिए कार्य करेगा। कौशल विकास कार्यक्रमों के प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्य पैन आईआईटी द्वारा किया जाएगा। प्रशिक्षित युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कौशल के साथ फॉरेन लैग्वेज सिखाने का कार्य किया जाएगा। पैन आईआईटी द्वारा प्रशिक्षण देने के लिए जिला प्रशासन एवं विभागों द्वारा आवश्यक शासकीय भवनों का पहचान किया जाएगा एवं उसे ज्वाइंट वेेन्चर कंपनी को हस्तांतरित किया जाएगा। पैनआईआईटी, आईआईटी के पूर्व छात्रों द्वारा बनाई गई सोसायटी है जो राज्य सरकारों के साथ गैर लाभकारी संयुक्त उपक्रम बनाकर, राष्ट्रनिर्माण मिशन, व्यवसायिक, आजीविका शिक्षा व्यवस्था एवं ग्रामीण उद्यमिता के माध्यम से वंचित समुदायों के आय में सुधार लाने का कार्य करती है। 3-    मंत्रिपरिषद द्वारा पुराने वाहनों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा वायु प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम-1991 में संशोधन विधेयक के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। 4-    मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ़ मोटरयान नियम-1994 के नियम, 55 में संशोधन का अनुमोदन किया गया। जिसके तहत वाहन स्वामी अपने पुराने वाहन के फैंसी या च्वाइस नंबर को नए या किसी अन्य राज्य से लाए गए उसी श्रेणी के वाहन में उपयोग कर सकेंगे, इसके लिए आवश्यक शुल्क का भुगतान करना होगा। यदि पुराना नंबर सामान्य नंबर था तो छत्तीसगढ़ मोटरयान नियम 1994 के नियम 55(2)(ग) के अनुसार आवश्यक शुल्क भरने के बाद इसका उपयोग संभव होगा। यह सुविधा केवल नए वाहन के पंजीयन या अन्य राज्य से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आए वाहनों पर लागू होगी, पहले से राज्य में पंजीकृत वाहनों पर नहीं। शासकीय वाहनों के लिए भी यह सुविधा मिलेगी, इसके लिए उन्हें कोई शुल्क नहीं देना होगा। 5-    छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) (संशोधन) विधेयक, 2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। 6-    मंत्रिपरिषद ने राज्य के युवाओं को स्टार्टअप और नवाचार के जरिए सशक्त बनाने के लिए छात्र स्टार्ट-अप और नवाचार नीति लागू करने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस नीति का उद्देश्य छात्र-केंद्रित नवाचार और इन्क्यूबेशन सिस्टम बनाना, साथ ही बौद्धिक संपदा जागरूकता बढ़ाना है। जनजातीय क्षेत्रों में नवाचार केंद्र स्थापित करना और कृषि, हरित ऊर्जा, स्वास्थ्य व विनिर्माण जैसे क्षेत्रों पर खास ध्यान देना भी इस नीति के प्रमुख उद्देश्य हैं। इस नीति का लक्ष्य है राज्य के 100 तकनीकी संस्थानों के 50 हजार छात्रों तक पहुंच बनाना, 500 प्रोटोटाइप्स का समर्थन करना, 500 बौद्धिक संपदा अधिकार फाइल करना और 150 स्टार्टअप्स को इन्क्यूबेट करना। इससे युवाओं को नई सोच और तकनीक विकसित करने में मदद मिलेगी। 7-    छत्तीसगढ़ कृषि उपज मण्डी (संशोधन) विधेयक, 2025 के प्रारूप पर अनुमोदन किया गया। 8-    मंत्रिपरिषद द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की तर्ज पर छत्तीसगढ़ राजधानी क्षेत्र (State Capital Region) के विकास के लिए संबंधित प्राधिकरण की स्थापना हेतु विधेयक के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। रायपुर, दुर्ग-भिलाई और नया रायपुर अटल नगर में तेजी से बढ़ती आबादी और शहरीकरण को देखते हुए इस क्षेत्र के सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध विकास के लिए यह प्राधिकरण कार्य करेगा। यह प्राधिकरण राजधानी क्षेत्र के लिए योजना बनाना, निवेश को बढ़ावा देना, विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों के बीच समन्वय तथा शहर के विस्तार को सही ढंग से नियंत्रित करने का काम करेगा। 2031 तक इस क्षेत्र में लगभग 50 लाख लोग रहने की संभावना है, इसलिए भूमि का प्रभावी उपयोग और पर्यावरण की रक्षा करते हुए शहरी विकास सुनिश्चित करना जरूरी है। इस तरह राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों को बेहतर, सतत और सुव्यवस्थित बनाने में मदद करेगा। 9-    छत्तीसगढ़ माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। इससे अंतर्राज्यीय लेनदेन में इनपुट सेवा वितरक के नियम और अधिक प्रभावी तथा केंद्र सरकार के वित्त अधिनियम, 2025 के संशोधनों के अनुरूप यह होगा। 10-    मंत्रिपरिषद द्वारा राज्य के छोटे और मध्यम व्यापारियों को प्रोत्साहित करने तथा न्यायालयों में लंबित कर संबंधी मामलों को शीघ्र निपटाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए छत्तीसगढ़ बकाया कर, ब्याज एवं शास्ति के निपटान (संशोधन) विधेयक, 2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया है। 11-    मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक 2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। इससे नक्शा बंटवारे और अभिलेखों के अद्यतनीकरण में सहूलियत होगी अवैध प्लाटिंग पर रोक लगेगी, जियो-रेफरेंस मैप से भविष्य में कानूनी विवाद कम होंगे। नामांतरण की प्रक्रिया आसान होगी। भूमि धारक की मृत्यु पर संयुक्त खाताधारकों और वारिसों को नामांतरण में सहूलियत होगी। भवन या भूखंड का हस्तांतरण भूमि के अनुपात में हो सकेगा। औद्योगिक नीति, आवास योजना और नगरीय विकास की प्रक्रियाएं सरल होंगी। 12-    मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ़ कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय अधिनियम, 2004 में संशोधन विधेयक के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।