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शिव की कृपा से लक्ष्मी का वरदान, इन राशियों की किस्मत पलटेगा गजलक्ष्मी राजयोग

हिंदू धर्म में सावन माह को भगवान शिव की उपासना का सबसे पवित्र समय माना जाता है। इस पूरे महीने में शिवभक्त व्रत, पूजा और रुद्राभिषेक के माध्यम से शिव की कृपा प्राप्त करते हैं। साल 2025 में सावन का अंतिम सोमवार 4 अगस्त को पड़ रहा है, और यह दिन खास इसलिए है क्योंकि इस दिन एक नहीं बल्कि कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जो कुछ राशियों के लिए सौभाग्य के द्वार खोल सकते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, इस दिन मिथुन राशि में गुरु और शुक्र की युति से गजलक्ष्मी राजयोग बन रहा है, जो धन, वैभव और सौंदर्य का प्रतीक है। साथ ही सूर्य और गुरु की स्थिति से द्विद्वादश योग भी बन रहा है, जो भाग्यवृद्धि और आत्मबल को बढ़ाता है। इतना ही नहीं, सूर्य जब कर्क राशि में रहकर बुध के साथ युति करेगा, तब बुधादित्य योग का निर्माण होगा, जो बुद्धि और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि लाता है। इन सभी शुभ योगों के कारण कई राशियों की किस्मत इस दिन चमक सकती है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वे भाग्यशाली राशियां। वृषभ राशि वृषभ राशि के जातकों के लिए सावन का अंतिम सोमवार बेहद शुभ साबित हो सकता है, खासतौर पर द्विद्वादश योग के बनने से। यह योग आपके लंबे समय से अटके हुए कामों को गति देने वाला है। जो कार्य अब तक बार-बार अटक रहे थे, वे अब पूरे होने लगेंगे। साथ ही आमदनी के नए रास्ते खुल सकते हैं, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। भगवान शिव की कृपा से इस समय आपकी मेहनत का फल मिलना शुरू होगा। पारिवारिक जीवन में भी सुख-शांति बनी रहेगी। घर में जो आपसी मतभेद या परेशानियां चल रही थीं, वे अब दूर होने लगेंगी। भाई-बहनों के साथ रिश्तों में मधुरता आएगी और आपसी सहयोग बढ़ेगा। नौकरीपेशा लोगों को काम के क्षेत्र में मान-सम्मान और तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। वहीं व्यापारी वर्ग के लिए यह समय रणनीति बनाकर काम करने का है  क्योंकि इस दौरान बनाई गई योजनाएं सफल होंगी और लाभदायक साबित हो सकती हैं। कन्या राशि कन्या राशि के जातकों के लिए सावन का अंतिम सोमवार बहुत ही शुभ संकेत लेकर आ रहा है। इस दिन बनने वाला गुरु और सूर्य का द्विद्वादश योग आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस समय आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलने की संभावना है , खासकर वे कार्य जो लंबे समय से अधूरे थे, अब पूरे हो सकते हैं। परिवार के साथ भी रिश्ते मजबूत होंगे और आपसी समय की गुणवत्ता बढ़ेगी। यदि आप विदेश से जुड़े किसी काम में हैं या विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो वहां से भी लाभ मिलने के संकेत हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए यह समय बहुत ही अनुकूल रहेगा। आपके काम की सराहना होगी और लीडरशिप क्वालिटी उभरकर सामने आएगी, जिससे आपको नई ज़िम्मेदारियां और ऊंचा पद मिल सकता है। वेतन वृद्धि और पदोन्नति के योग भी बन रहे हैं। इसके साथ ही इस समय आपको पिता या किसी गुरु तुल्य व्यक्ति का पूरा सहयोग मिल सकता है, जो आपके लक्ष्य को पाने में सहायक साबित होगा। तुला राशि तुला राशि वालों के लिए सावन का आखिरी सोमवार शिव जी की विशेष कृपा लेकर आ सकता है। इस समय आपके जीवन में खुशियों की नई शुरुआत हो सकती है। जो भी कार्य आप लंबे समय से कर रहे हैं, उनमें अब साफ तौर पर सफलता दिखने लगेगी। कानूनी मामलों में उलझे हुए लोग राहत की सांस ले सकते हैं, क्योंकि कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में आपके पक्ष में फैसला आ सकता है। पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि के संकेत हैं, जिससे समाज या कार्यक्षेत्र में आपकी पहचान और सम्मान बढ़ेगा। पारिवारिक रिश्तों की बात करें तो पिता के साथ यदि कोई मनमुटाव या दूरी थी, तो वह अब दूर हो सकती है। अविवाहित लोगों को विवाह का अच्छा प्रस्ताव मिल सकता है और विवाहित जातकों के वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियां खत्म हो सकती हैं। पार्टनर के साथ संबंधों में गहराई आएगी और साथ में समय बिताने के अवसर मिलेंगे। जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं, उनके प्रयास अब रंग ला सकते हैं। यह समय आपके लिए आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ रहेगा। 

अगस्त में 15 दिन बंद रहेंगे बैंक, लॉन्ग वीकेंड में इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें लिस्ट

हर महीने की तरह अगस्त 2025 में भी बैंक कई दिनों के लिए बंद रहेंगे. अगर आपके पास कोई जरूरी बैंक का काम है, जैसे पासबुक अपडेट कराना, कैश जमा करना, ड्राफ्ट बनवाना या लॉकर एक्सेस करना, तो अभी से उसकी प्लानिंग कर लेना अच्छा रहेगा.रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की छुट्टियों की लिस्ट(RBI Bank Holidaylist) के अनुसार, अगस्त महीने में कुल 15 दिन बैंक बंद रहेंगे. इनमें कुछ दिन वीकेंड यानी शनिवार और रविवार की छुट्टियां हैं, जबकि कुछ छुट्टियां राज्य विशेष त्योहारों और आयोजनों के कारण हैं. हर राज्य की बैंक छुट्टियां एक जैसी नहीं होतीं, इसलिए ये जानना जरूरी है कि आपके शहर में किस-किस तारीख को बैंक बंद (State-Wise Bank Holiday List) रहेंगे. शनिवार और रविवार की छुट्टियां हर हफ्ते के रविवार को सभी बैंक बंद रहते हैं. इसके अलावा, हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को भी बैंकों में छुट्टी होती है. अगस्त 2025 वीकेंड की छुट्टियां कब-कब रहेंगी? अगस्त 2025 में रविवार को बैंक हमेशा की तरह बंद रहेंगे. इस बार 3, 10, 17, 24 और 31 अगस्त को रविवार है. इसके अलावा, 9 अगस्त को दूसरा शनिवार और 23 अगस्त को चौथा शनिवार होने के कारण भी बैंक बंद रहेंगे. अगस्त 2025 में त्योहारों की वजह से कई दिन  बंद रहेंगे बैंक  अगस्त में कई बड़े त्योहार आने वाले हैं जैसे रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी. इन्हीं त्योहारों के चलते अलग-अलग राज्यों में बैंक बंद रहेंगे. 8, 9, 13, 15, 16, 19, 25, 27 और 28 अगस्त को अलग-अलग राज्यों में बैंक बंद रहेंगे. जैसे – 9 अगस्त को रक्षाबंधन पर यूपी, राजस्थान, एमपी समेत कई राज्यों में बैंक बंद रहेंगे.15 अगस्त को पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ गुजरात और महाराष्ट्र में पारसी न्यू ईयर की छुट्टी होगी.16 अगस्त को जन्माष्टमी के चलते बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, तेलंगाना जैसे राज्यों में बैंक बंद रहेंगे.27 और 28 अगस्त को गणेश चतुर्थी और इसके अगले दिन महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, ओडिशा जैसे राज्यों में बैंक बंद रहेंगे. छुट्टियों की तारीखें राज्य और वहां मनाए जाने वाले त्योहारों पर निर्भर करती हैं, इसलिए बैंक जाने से पहले  हॉलिडे लिस्ट जरूर चेक करें. अगस्त 2025 की छुट्टियों की पूरी लिस्ट इस बार अगस्त में कुल 15 छुट्टियां होंगी, जिनमें से करीब 7 दिन वीकेंड की छुट्टियां हैं और बाकी राज्य/त्योहारों के हिसाब से हैं.     3 अगस्त 2025 रविवार को देशभर में सभी बैंक बंद रहेंगे.     8 अगस्त 2025 को तेंगना पोर्निमा और झूलन पूर्णिमा के मौके पर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बैंक बंद रहेंगे.     9 अगस्त को दूसरा शनिवार होने की वजह से देशभर में बैंकिंग सेवाएं बंद रहेंगी.     10 अगस्त 2025 रविवार को देशभर में सभी बैंक बंद रहेंगे.     13 अगस्त को केरल में ओणम पर्व की छुट्टी के कारण बैंक बंद रहेंगे.     15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर पूरे देश में बैंक अवकाश रहेगा.     16 अगस्त को पारसी नववर्ष (नवरोज) के चलते महाराष्ट्र और गुजरात में बैंक बंद रहेंगे.     17 अगस्त 2025 रविवार को देशभर में सभी बैंक बंद रहेंगे.     19 अगस्त को रक्षाबंधन के अवसर पर उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहेंगी.     23 अगस्त को चौथे शनिवार की वजह से पूरे देश में बैंक बंद रहेंगे.     24 अगस्त 2025 रविवार को देशभर में सभी बैंक बंद रहेंगे.     25 अगस्त को जन्माष्टमी के कारण उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली समेत कई राज्यों में बैंक बंद रहेंगे.     27 अगस्त को श्री नारायण गुरु जयंती के चलते केरल में बैंक अवकाश रहेगा.     28 अगस्त को थिरुवोनम (ओणम का प्रमुख दिन) पर केरल में एक बार फिर बैंकिंग सेवाएं बंद रहेंगी.     31  अगस्त 2025 रविवार को देशभर में सभी बैंक बंद रहेंगे. राज्य के अनुसार छुट्टियां अलग-अलग हो सकती हैं. पूरी लिस्ट आप RBI की वेबसाइट या अपने स्थानीय बैंक ब्रांच से भी चेक कर सकते हैं. बैंक हॉलिडे के दिन क्या ऑनलाइन बैंकिंग काम करेगी? हाँ, छुट्टी के दिन भी नेट बैंकिंग, UPI, मोबाइल बैंकिंग और ATM जैसे डिजिटल साधन चलते रहेंगे. आप फंड ट्रांसफर, बैलेंस चेक, बिल पेमेंट जैसे काम आराम से कर पाएंगे.हालांकि, NEFT और RTGS जैसे ट्रांजैक्शन में थोड़ी देरी हो सकती है और चेक क्लीयरेंस, KYC अपडेट, लॉकर विज़िट जैसे काम के लिए ब्रांच जाना ज़रूरी होता है, जो छुट्टी वाले दिन नहीं हो पाएगा. अब भले ही डिजिटल बैंकिंग आम हो गई हो, लेकिन बहुत से ऐसे काम हैं जो बिना बैंक जाए पूरे नहीं होते. इसलिए अगर आप किसी जरूरी बैंकिंग काम की प्लानिंग कर रहे हैं जैसे लोन प्रोसेसिंग, फिक्स्ड डिपॉजिट, ड्राफ्ट बनवाना या चेक क्लियरेंस तो बेहतर होगा कि छुट्टियों की लिस्ट देखकर काम पहले ही पूरा कर लें.वरना छुट्टी के चलते आपको फालतू की दौड़भाग और देरी का सामना करना पड़ सकता है.

सफाई में नंबर 1 इंदौर की नई पहल: ऑन डिमांड कचरा उठाने के लिए लॉन्च होगा मोबाइल ऐप

इंदौर सफाई के मामले में इंदौर एक बार फिर नंबर बन रहा है। वहीं अब इंदौर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के बाद एक और सुविधा मिलने जा रही है। इस सुविधा के तहत लोग अपने मोबाइल में एक एप्लीकेशन के जरिए कचरा गाड़ी बुलवाकर कचरा दे सकेंगे। यह सुविधा घर और संस्थानों सभी के लिए उपलब्ध रहेगी। दरअसल, इस खास ऐप के जरिए लोगों को साफ-सफाई का ऑप्शन दिया जाएगा। इंदौर में शुरू होने वाले इस खास ऐप को 5 अगस्त को लॉन्च किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक जो ऐप लॉन्च किया जाएगा, वह एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ही एप्लीकेशन पर काम करेगा। इस ऐप का मकसद सफाई के मामले में इंदौर को और आगे ले जाना है। अब इंदौर में डोर टू डोर ही नहीं ऑन डिमांड भी कचरा किया जाएगा कलेक्ट, फूड डिलीवरी की तरह ही होगा काम कैसे काम करेगा यह ऐप? दरअसल, लॉन्च किया जाने वाला यह ऐप एकदम फूड डिलीवरी ऐप की तरह ही काम करेगा। जिस प्रकार से हम किसी फूड डिलीवरी ऐप पर जाकर फूड आइटम सेलेक्ट करते हैं और अपना एड्रेस डालकर ऑर्डर करते हैं, वैसे ही इस ऐप में भी सफाई के कुछ ऑप्शंस को सेलेक्ट करना होगा और अपने घर व संस्थान का एड्रेस देना होगा। इसके बाद गाड़ियां घर आएंगी और आपका कचरा कलेक्ट करेंगी। दरअसल, यह कचरा रोज़ाना के अलावा इकट्ठा होने वाला एक्स्ट्रा कचरा होगा। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं किया गया है कि इसका चार्ज कितना होगा, लेकिन जल्द ही यह तय किया जा सकता है। यह चार्ज नगर निगम द्वारा लिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 5 अगस्त को इस ऐप को लॉन्च किया जा सकता है। ये एप्लिकेशन एंड्राइड और आईओएस दोनों के लिए रहेगी। फूड डिलीवरी ऐप की तरह करेगी काम जिस प्रकार आप फूड डिलीवरी ऐप का इस्तेमाल करते हैं। वैसे ही ये ऐप भी काम करेगी। फूड डिलीवरी ऐप पर जिस प्रकार फूड को सिलेक्ट करते हैं उसके बाद ऑर्डर देते हैं। ऑर्डर होने के बाद फूड आपके घर या संस्थान तक पहुंचाया जाता है। उसी प्रकार इस ऐप के माध्यम से आप अपने घर या संस्थान से निकलने वाले कचरे (रोजाना के अलावा) कलेक्शन के लिए गाड़ियां बुला सकते हैं। बड़े संस्थान और बड़े इवेंट के लिए साफ-सफाई का भी ऑप्शन मिलेगा। हालांकि, इसके लिए नगर निगम द्वारा चार्ज लिया जाएगा, लेकिन कितना चार्ज लिया जाएगा ये फिलहाल तय नहीं हुआ हैं। ऐप को दिया ‘क्विक साफ' नाम स्वच्छ भारत मिशन द्वारा तैयार की गई इस ऐप को 'क्विक साफ' (Quick Saaf) नाम दिया है। इंदौर में लोगों के घरों में डोर-टू-डोर कचरा गाड़ी रोजाना आती हैं, जिसमें लोग गिला और सूखा कचरा अलग-अलग डालते हैं। 5 अगस्त को लॉन्च की जा सकती है ऐप 5 अगस्त को नगर निगम परिषद के कार्यकाल के तीन साल पूरे हो रहे हैं। महापौर भार्गव ने बताया कि 5 अगस्त को कार्यकाल पूरे हो रहे हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव से इस विषय में चर्चा की जाएगी। अगर अनुमति मिलती है तो इस ऐप को 5 अगस्त को ही लॉन्च कर दिया जाएगा। इस ऐप की फिलहाल दरें तय नहीं हुई है। दरें एमआईसी में अप्रूवल के लिए आई है। जल्द ही दरें भी अप्रूव हो जाएगी। मगर इस ऐप का इस्तेमाल से लोग अपने घरों और संस्थानों में निकलने वाले एक्स्ट्रा कचरे को देने के लिए गाड़ी बुक कर सकते हैं। बुकिंग पर गाड़ी आपके घर आएगी और घर या संस्थान से कचरा कलेक्ट कर ले जाएगी। बड़े इवेंट या बड़े संस्थानों में साफ-सफाई के लिए भी आप इस माध्यम से टीम को बुला सकते हैं। नवाचार और इनोवेशन से इंदौर नंबर वन महापौर पुष्यमित्र भार्गव से दैनिक भास्कर ने इसे लेकर खास चर्चा की। उन्होंने बताया कि इंदौर नगर निगम अपने नवाचार और इनोवेशन के कारण लगातार देश में नंबर वन हैं। गीले कचरे से बायो सीएनजी बन रही है, सूखे को रिसाइकिलिंग कर रहे हैं, हरे कचरे से प्लेट्स बनाने का काम इंदौर नगर निगम में शुरू हो गया है, लेकिन इस कचरा प्रबंधन को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने लिए अब इंदौर नगर निगम ऑन डिमांड कचरा कलेक्शन भी शुरू करने जा रहा है। क्विक साफ (Quick Saaf) नाम से ऐप हमारा बनकर तैयार हो गया है, जिसकी शुरुआत जल्द होने वाली है। फूड डिलीवरी ऐप पर जैसे खाने की डिलीवरी होती है। उसी तरह डोर-टू-डोर कचरा गाड़ी के अलावा जो कचरा है वह यदि कोई देना चाहता है तो ऐप के माध्यम से घर बुलाकर दे सकता है। वैसे ही किसी बडे़ आयोजन की साफ-सफाई करना है तो ऐप के माध्यम से रिक्वेस्ट भेज सकता है। टीम वहां जाकर साफ-सफाई भी कर देगी। कई नवाचार लाइन में हैं। रोड स्वीपिंग के हो, मिक्स्ड वेस्ट के या प्लास्टिक से फ्यूल बनाना हो। इन्हें हम तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। क्या है इस ऐप का नाम? बता दें कि इंदौर में डोर टू डोर कलेक्शन किया जाता है, यानी गाड़ियां लोगों के घर जाती हैं और वहां से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग इकट्ठा करती हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब महीने या हफ्ते में घर की सफाई की जाती है तो एक्स्ट्रा कचरा निकलता है। ऐसे में इस कचरे को डालना भी बड़ी समस्या बन सकता है। लेकिन इंदौर नगर निगम सफाई के मामले में बेहद ही सक्रिय है। अब एक्स्ट्रा कचरे के लिए लोग गाड़ी बुक कर सकेंगे। बुकिंग करने पर यह गाड़ी आपके घर आएगी और घर से यह कचरा कलेक्ट कर लेगी। यह बड़े इवेंट और संस्थाओं के लिए भी सफाई का अच्छा माध्यम बनेगी। बता दें कि इंदौर में शुरू होने वाले ऐप को क्विक साफ नाम से तैयार किया गया है।

स्वास्थ्य के नाम पर ज़हर! मिलावटी हरी सब्जियों से तिल-तिल कर मर रहा है शरीर

भोपाल  स्वस्थ समझकर खा रहे हरी सब्जियों में छुपा हो सकता है कीटनाशकों का जहर! जानिए कैसे ये सब्जियां बन रही हैं बीमारियों की जड़ और क्या है इससे बचने का सही तरीका. सर्दियों में जैसे ही पालक, मेथी, बथुआ और सरसों की बहार बाजार में आती है, लोग इन्हें विटामिन और आयरन से भरपूर सुपरफूड मानकर थालियों में सजाना शुरू कर देते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब्जियां जिन खेतों से आती हैं, वहां क्या छिड़का जा रहा है? रसायनों से भरी सब्जियां, स्वाद से पहले ज़हर किसानों द्वारा तेजी से उत्पादन बढ़ाने और फसल को कीटों से बचाने के लिए सिस्टमिक कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है. ये रसायन सीधे पौधे की जड़ों और पत्तियों में समा जाते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि इनका असर सब्जियों से हटाने के लिए 7–10 दिन का समय देना चाहिए, लेकिन अधिकतर किसान इस निर्देश को नजरअंदाज करते हैं. धीमा जहर: स्वास्थ्य पर घातक असर डॉक्टर मनीष खेडेकर के अनुसार, लंबे समय तक ऐसे कीटनाशक खा लेने से शरीर पर गहरा असर होता है. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियां पहले आती हैं और बाद में कैंसर, किडनी व लिवर डैमेज जैसे घातक परिणाम सामने आते हैं बच्चों और बुजुर्गों पर असर और भी तेज़ होता है क्या करें? ये हैं सेफ्टी के उपाय सब्जियों को धोएं, भिगोएं और फिर पकाएं जहां संभव हो, जैविक खेती से आई सब्जियां खरीदें खुद छोटे पैमाने पर किचन गार्डन या ऑर्गेनिक फार्मिंग अपनाएं बाजार से आने वाली हरी पत्तेदार सब्जियों को नमक या सिरके के पानी में भिगोना असरदार हो सकता है प्राकृतिक खेती ही एकमात्र सुरक्षित विकल्प नीम का अर्क, गोमूत्र, जीवामृत, राख जैसे पुराने संसाधन न सिर्फ फसल को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि मानव शरीर के लिए भी पूरी तरह सेहतमंद होते हैं. सरकारें भी अब प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने लगी हैं, लेकिन जब तक ग्राहक खुद जागरूक नहीं होंगे, बदलाव धीमा ही रहेगा.

भोपाल-इंदौर में नई व्यवस्था: बिना हेलमेट वालों को नहीं मिलेगा पेट्रोल, प्रशासन ने कसी कमर

भोपाल / इंदौर मध्य प्रदेश के दो शहर भोपाल और इंदौर में सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है. अब आज 1 अगस्त 2025 से शहर के किसी भी पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं मिलेगा. यह सख्त निर्देश दोनों शहरों के कलेक्टर ने जारी किए हैं. प्रशासन का मानना है कि इस कदम से सड़क हादसों में कमी लाई जा सकेगी और लोगों में ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूकता बढ़ेगी. इस आदेश को लागू करने का निर्णय सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष और सेवानिवृत्त न्यायाधीश अभय मनोहर सप्रे के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया. बैठक में इंदौर की मौजूदा यातायात व्यवस्था और सड़क दुर्घटनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके बाद जिला प्रशासन ने यह ठोस कदम उठाने का ऐलान किया. कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि यह आदेश दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है औरआज  1 अगस्त से इसे सख्ती से लागू किया जाएगा. आदेश से पहले 30 और 31 जुलाई को शहर भर में जनजागरूकता अभियान चलाया गया , ताकि लोगों को समय रहते जानकारी मिल सके और वे नियमों का पालन करें. नियम नहीं माना तो पेट्रोल पंप के खिलाफ होगी कार्रवाई प्रशासन ने पेट्रोल पंप संचालकों को भी निर्देशित किया है कि वे बिना हेलमेट आए किसी भी व्यक्ति को पेट्रोल न दें. अगर कोई पेट्रोल पंप इस नियम का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस आदेश के लागू होने से शहर में हेलमेट पहनने की आदत को मजबूती मिलेगी और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा. मप्र मोटर यान अधिनियम 1988 की धारा-129 मप्र मोटर यान अधिनियम 1988 की धारा-129 में यह स्पष्ट प्रावधान है कि प्रत्येक दो पहिया वाहन चालक और सवारी को आईएसआई मार्क हेलमेट(Helmet Petrol Rule 2025) पहनना जरूरी है। यह प्रतिबंध 01 अगस्त 2025 से लागू होकर 29 सितंबर 2025 तक प्रभावशील रहेगा। इसके उल्लंघन की स्थिति में संबंधित व्यक्ति, संस्था या संचालक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के तहत कार्रवाई की जाएगी। किस कानून के तहत आया आदेश?  यह नियम मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 129, आपदा प्रबंधन अधिनियम और नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2023 की धारा 163 के तहत लागू किया गया है। इसके तहत दोनों शहरों के पेट्रोल पंप संचालकों को आदेशित किया गया है कि वे बिना हेलमेट आए ग्राहक को ईंधन न दें। आदेश का उल्लंघन करने पर पंप संचालकों पर कानूनी कार्रवाई होगी, हालांकि उपभोक्ता पर क्या सज़ा होगी, इसका अभी स्पष्ट विवरण नहीं दिया गया है। कहां, कैसे और किसको मिलेगी हेलमेट न पहनने की छूट? यदि किसी व्यक्ति के पास मेडिकल इमरजेंसी या आकस्मिक परिस्थिति है, तो उसे इस नियम से अस्थायी रूप से छूट दी जाएगी। लेकिन अन्य सभी मामलों में यह नियम सख्ती से लागू होगा। इमरजेंसी में मिले सकेगी छूट     प्रतिबंध मेडिकल संबंधी मामलों व आकस्मिक स्थिति में लागू नहीं होगा। यह प्रतिबंध अन्य किसी नियम/आदेश के प्रतिबंध के अतिरिक्त होंगे।     यह आदेश 1 अगस्त 25 से लागू होगा। 29 सितंबर 25 तक की अवधि में प्रभावशील रहेगा।     इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्ति, संस्था और संचालक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता-23 की धारा 223 के अंतर्गत कार्रवाई की जा सकेगी। बिना हेलमेट आने वालों पर क्या कार्रवाई? पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन बिना हेलमेट के पेट्रोल देने पर पंप संचालक पर तो कार्रवाई करेगी, लेकिन जो पेट्रोल ले रहा है, उस पर क्या कार्रवाई होगी? सड़क पर पुलिस बिना हेलमेट वाले वाहन चालकों को नहीं पकड़ पा रही है। इस पर भी सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए। सड़क सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष और रिटायर्ड न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने मंगलवार को इंदौर में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली थी। इस दौरान उन्होंने कुछ जरूरी निर्देश दिए थे।     सरकारी कर्मचारियों और विद्यार्थियों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य किया जाए।     अगले 6 महीनों में सुधार के लिए रणनीति तैयार की जाए ताकि सकारात्मक बदलाव और नतीजे देखने को मिलें। न्यायमूर्ति सप्रे ने कहा था कि इंदौर में लोगों को हेलमेट पहनने की आदत डालनी चाहिए। सीट बेल्ट के इस्तेमाल को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाई जाए। शराब पीकर वाहन चलाने वालों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। लोक परिवहन के साधन बढ़ाए जाएं ताकि सड़कों पर छोटे निजी वाहनों की भीड़ कम हो। पुलिस, सरकारी कर्मचारी और विद्यार्थी जब भी वाहन चलाएं, तो हेलमेट पहनना अनिवार्य हो। सरकारी दफ्तरों में बिना हेलमेट एंट्री नहीं  इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर सरकारी कार्यालयों में हेलमेट अनिवार्य करने की सिफारिश की थी। अब बिना हेलमेट किसी सरकारी दफ्तर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट की सिफारिशों पर अमल  सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष रिटायर्ड जज अभय मनोहर सप्रे ने इंदौर समीक्षा बैठक में हेलमेट अनिवार्यता, शराब पीकर वाहन चलाने पर सज़ा, और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को प्रोत्साहन जैसे बिंदुओं पर सख्त अमल की मांग की थी। यही दिशा-निर्देश अब जमीन पर उतारे जा रहे हैं। कब से लागू होगा हेलमेट पहनने का आदेश? क्या मिलेगा दंड? यह आदेश 1 अगस्त से 29 सितंबर 2025 तक लागू रहेगा। नियम का उल्लंघन करने पर IPC की धारा 223 के तहत चालान या अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आदेश में स्पष्ट नहीं प्रशासन का निर्णय ठीक है, लेकिन आदेश में स्पष्ट नहीं है कि पेट्रोल पंप(Helmet Petrol Rule 2025) पर यदि कोई बिना हेलमेट के पेट्रोल भरवाता है तो इसमें पेट्रोल पंप संचालक को दोषी नहीं माना जाएगा। पंप संचालक को इसके लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। पंप संचालक पर इसकी अनिवार्यता नहीं होना चाहिए।-अजय सिंह, अध्यक्ष, मप्र पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन

डिजिटल इंडिया को मिलेगी नई उड़ान: Google बनाएगा एशिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर

हैदराबाद  सरकारी सूत्रों ने बताया कि गूगल, दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 1 गीगावाट का डेटा सेंटर और उसका विद्युत बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए 6 अरब डॉलर का निवेश करेगा। यह अल्फाबेट इकाई का भारत में इस तरह का पहला निवेश होगा। मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले आंध्र प्रदेश सरकार के दो सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम में बनने वाले इस डेटा सेंटर में 2 बिलियन डॉलर का नवीकरणीय ऊर्जा निवेश शामिल है, जिसका उपयोग इस सुविधा को संचालित करने के लिए किया जाएगा। सर्च दिग्गज का डेटा सेंटर क्षमता और निवेश के लिहाज से एशिया में सबसे बड़ा होगा और यह सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड सहित पूरे क्षेत्र में इसके डेटा सेंटर पोर्टफोलियो के अरबों डॉलर के विस्तार का हिस्सा है। अप्रैल में, अल्फाबेट ने कहा था कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वैश्विक टैरिफ आक्रमण से उत्पन्न आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद, इस साल डेटा सेंटर क्षमता निर्माण पर लगभग 75 अरब डॉलर खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध है। अल्फाबेट ने रायटर्स के टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश, जो सरकार और व्यापारिक नेताओं के साथ निवेश पर चर्चा करने के लिए सिंगापुर में हैं, ने गूगल निवेश पर कोई टिप्पणी नहीं की। हैदराबाद में गूगल का सुरक्षा इंजीनियरिंग केंद्र खुला उन्होंने सिफ़ी टेक्नोलॉजीज़ द्वारा राज्य में बनाए जाने वाले 550 मेगावाट के डेटा सेंटर का ज़िक्र करते हुए कहा, "हमने सिफ़ी जैसी कुछ घोषणाएँ की हैं, जो सार्वजनिक हैं।" उन्होंने आगे कहा, "कुछ घोषणाएँ ऐसी हैं जो अभी सार्वजनिक नहीं हुई हैं। अक्टूबर में हम ये घोषणाएँ करेंगे।" राज्य का विभाजनोत्तर निवेश अभियान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सहयोगी द्वारा संचालित राज्य आंध्र प्रदेश को 2014 में दो भागों में विभाजित कर दिया गया, जिससे इसकी पूर्व राजधानी हैदराबाद और राजस्व का एक प्रमुख स्रोत नव निर्मित तेलंगाना राज्य के हाथों में चला गया। आंध्र प्रदेश तब से उच्च ऋण और सामाजिक व्यय के वित्तीय दबाव को कम करने के लिए निवेश आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है। लोकेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश पहले ही 1.6 गीगावाट की कुल क्षमता वाले डेटा केंद्रों में निवेश को अंतिम रूप देने में सक्षम हो गया है, उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 6 गीगावाट के डेटा केंद्र बनाने का है, जो वर्तमान में लगभग शून्य है। उन्हें उम्मीद है कि पहले से तय 1.6 गीगावाट के शुरुआती डेटा सेंटर अगले 24 महीनों में चालू हो जाएँगे। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी एनारॉक के अनुसार, यह पूरे देश में वर्तमान में संचालित 1.4 गीगावाट से ज़्यादा होगा। लोकेश ने कहा, "हम विशाखापत्तनम में तीन केबल लैंडिंग स्टेशन लगाने पर भी काम कर रहे हैं। हम पर्याप्त केबल नेटवर्क बनाना चाहते हैं, जो मुंबई की मौजूदा क्षमता से दोगुना होगा।" केबल लैंडिंग स्टेशन – जो आमतौर पर डेटा केंद्रों के नजदीक स्थित होते हैं, जिन्हें वैश्विक नेटवर्कों के लिए तीव्र और विश्वसनीय कनेक्शन की आवश्यकता होती है – का उपयोग उन उपकरणों को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है जो समुद्र के नीचे स्थित केबलों से डेटा प्राप्त करते हैं और उन्हें रिले करते हैं। लोकेश ने यह भी कहा कि राज्य डेटा केंद्रों की स्थिरता संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ऊर्जा अवसंरचना के निर्माण पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें अगले पाँच वर्षों में बिजली-प्रधान उद्योग से 10 गीगावाट तक की बिजली उत्पादन क्षमता की आवश्यकता होने का अनुमान है। उन्होंने कहा, "अधिकांश ऊर्जा वास्तव में हरित ऊर्जा होगी, और यही वह अद्वितीय मूल्य प्रस्ताव है जिसे हम प्रस्तुत कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कुछ अतिरिक्त क्षमता कोयले से संचालित होगी, क्योंकि डेटा केंद्रों को पूरे दिन विश्वसनीय, उच्च मात्रा वाली बिजली की आवश्यकता होती है।