News Aazad Bharat

ED की बड़ी कार्रवाई: फर्जी बैंक गारंटी केस में अनिल अंबानी के खिलाफ जांच तेज

मुंबई  रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन और एमडी अनिल अंबानी की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं. बैंक लोन फ्रॉड केस के बाद अब ईडी ने 68 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी मामले में जांच तेज कर दी है. इसी सि​लसिले में शुक्रवार को ईडी ने ओडिशा और कोलकाता में छापेमारी की. ईडी ने इस मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से 11 नवंबर, 2024 को दर्ज एक मामले के आधार पर एक ईसीआईआर (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) दर्ज की है. ईडी का आरोप है कि अनिल अंबानी की कंपनी को इसी फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर ठेका दिया गया था. भुवनेश्वर में ईडी ने मेसर्स बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों से जुड़े 3 परिसरों पर छापा मारा और तलाशी ली. वहीं कोलकाता में इसी फर्म के एक सहयोगी के परिसर में ईडी ने छापेमारी की. मेसर्स बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड (ओडिशा स्थित), इसके निदेशक और सहयोगी 8% कमीशन पर फर्जी बैंक गारंटी जारी करने में संलिप्त पाए गए.' कमीशन देने के लिए फर्जी बिल तैयार किए ईडी ने आरोप लगाया है कि अनिल अंबानी की कंपनी ने फर्म को कमीशन देने के लिए फर्जी बिल भी तैयार किए थे. कई अघोषित बैंक खातों का पता चला है. इन बैंक खातों में करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेनदेन पाए गए हैं. संघीय एजेंसी ने कहा कि उसने अनिल अंबानी समूह की कंपनियों और भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) को सौंपी गई ₹68.2 करोड़ की एक फर्जी बैंक गारंटी के बीच संबंधों का खुलासा किया है. इसी से जुड़े एक मामले में, पहले जब्त किए गए सबूत (अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के मामले में 24.07.2025 को की गई तलाशी के दौरान) का वर्तमान जांच से सीधा संबंध है. SBI का फर्जी ईमेल डोमेन इस्तेमाल किया ईडी के अनुसार, यह फर्जी गारंटी मेसर्स रिलायंस एनयू बेस लिमिटेड और मेसर्स महाराष्ट्र एनर्जी जनरेशन लिमिटेड के नाम पर जारी की गई थी, जो दोनों अनिल अंबानी समूह से जुड़ी हैं. फर्जी बैंक गारंटी को असली बताने के प्रयास में, अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने कथित तौर पर SECI से संपर्क करने के लिए आधिकारिक "sbi.co.in" के बजाय एक नकली ईमेल डोमेन, "s-bi.co.in" का इस्तेमाल किया. ईडी ने इस नकली डोमेन के सोर्स का पता लगाने के लिए नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NIXI) से डोमेन रजिस्ट्रेश का विवरण मांगा है. कंपनी के पते पर मिला रिश्तेदार का आवास ईडी के अनुसार, कंपनी केवल एक कागजी संस्था है- इसका पंजीकृत कार्यालय एक रिश्तेदार की आवासीय संपत्ति है. पते पर कंपनी का कोई वैधानिक रिकॉर्ड नहीं मिला. कई कंपनियों के साथ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन का पता चला है. कंपनी से जुड़े प्रमुख लोग टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल 'डिसअपीयरिंग मैसेज' फीचर इनेबल करके चैट करते पाए गए हैं, जो बातचीत को छिपाने के प्रयासों का संकेत देता है. इससे पहले अंबानी को ईडी ने शुक्रवार को कथित ₹17,000 करोड़ के लोन फ्रॉड केस की चल रही जांच के सिलसिले में समन जारी किया और पूछताछ के लिए 5 अगस्त को अपने नई दिल्ली में दफ्तर पेश होने को कहा.

खंडवा की शिफा ने अपनाया हिन्दू धर्म, राहुल के साथ मंदिर में रचाई शादी

खंडवा मध्यप्रदेश के खंडवा में एक प्रेम कहानी ने धर्म के बंधनों को तोड़कर नया अध्याय लिखा। छतरपुर की शिफा राइन ने अपने प्रेमी राहुल वर्मा के लिए इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाया और शान्वी वर्मा बनकर महादेवगढ़ मंदिर में सात फेरे लिए। राहुल से हुआ था प्यार शिफा और राहुल की मुलाकात छतरपुर में हुई थी। दोनों का प्यार धीरे-धीरे परवान चढ़ा, लेकिन धर्म का अंतर उनके रास्ते में सबसे बड़ी चुनौती था। शिफा ने बताया कि वह बचपन से ही हिंदू संस्कृति और देवी-देवताओं से प्रभावित थीं। उनके सपनों में माता रानी और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता था, जिसने उनके मन में सनातन धर्म के प्रति आस्था जगाई। शिफा ने जब राहुल से शादी का फैसला लिया, तो उन्होंने खंडवा के प्राचीन महादेवगढ़ मंदिर को अपनी मंजिल चुना। यूट्यूब पर इस मंदिर की महिमा सुनकर शिफा ने यहां आने का मन बनाया। मंदिर के पुजारी पंडित अश्विन खेड़े ने शिफा का प्रायश्चित हवन करवाया और विधि-विधान से उन्हें सनातन धर्म में शामिल किया। इसके बाद शिफा ने अपना नाम शान्वी वर्मा रखा। अग्नि को साक्षी मानकर लिए सात फेरे शान्वी और राहुल ने महादेव को साक्षी मानकर पाणिग्रहण संस्कार पूरा किया। वैदिक मंत्रों के बीच दोनों ने अग्नि के सात फेरे लिए और एक-दूसरे को जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया। शान्वी ने कहा, 'सनातन धर्म में महिलाओं का सम्मान देखकर मेरा मन यहां खींचा चला आया। मां सीता और मां पार्वती की पूजा ने मुझे प्रेरित किया।'

श्रम कानून संशोधन: हड़ताल और बंद से पहले कंपनियों को देना होगा 6 सप्ताह का नोटिस

 भोपाल  वर्षों पुराने श्रम कानूनों में तीन संशोधन विधेयक गुरुवार को विधानसभा में पारित हो गए। इनमें ठेका श्रम अधिनियम 1970, कारखाना अधिनियम 1948 और औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 शामिल हैं। ठेका श्रम अधिनियम में संशोधन के बाद अब 50 से अधिक मजदूर होने पर पंजीयन की आवश्यकता होगी। हालांकि, पीएफ, ईएसआइ जैसे नियम कम संख्या पर भी लागू होंगे। इसी तरह से कारखाना अधिनियम में 20 की जगह 40 मजदूर होने पर पंजीयन जरूरी होगा। औद्योगिक विवाद अधिनियम में कारखाना बंद करने के छह सप्ताह पहले नियोक्ता को सूचना देनी होगी। इसी तरह से श्रमिकों को हड़ताल करने के लिए भी नियोक्ता को छह सप्ताह पहले बताना होगा। चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों ने इन विधेयकों को मजूदरों के हित के विपरीत बताया। प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा, दोनों के हितों का ध्यान रखा गया कांग्रेस की ओर से हीरालाल अलावा, सोहन लाल वाल्मीकि व अन्य सदस्यों ने कहा कि ऐसे में तो मजदूर अब हड़ताल ही नहीं कर पाएंगे। उनका शोषण होगा। सरकार की ओर श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा दोनों के हितों का ध्यान रखा गया है। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा जैसे हड़ताल की सूचना मजदूर के लिए जरूरी है उसी तरह से नियोक्ता को तालाबंदी के पहले बताना होगा। कांग्रेस ने विधेयकों के विरोध में दो मिनट के लिए बहिर्गमन कर नारेबाजी की। इसी बीच घ्वनिमत से तीनों संशोधन विधेयक पारित हो गए। कांग्रेस ने किया विरोध कांग्रेस नेताओं ने कहा, इस विधेयक से मजदूरों का हड़ताल और आंदोलन करने का अधिकार छीन जाएगा। वहीं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि यह संशोधन विधेयक श्रमिकों के हित में है। सरकार श्रमिकों के हितों का संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत छोटी विनिर्माण इकाइयों को कारखाना अधिनियम के उपबंधों से राहत देने के लिए इसके तहत नियोजित श्रमिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। कारखाना अधिनियम के तहत निर्माण इकाई के पंजीयन के लिए अब मशीनों से उत्पादन होने की स्थिति में नियोजित श्रमिकों की संख्या 10 से बढ़ाकर 20 और बिना मशीन के उत्पादन होता है वहां 20 से बढ़ाकर 40 की जा रही है। कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने कहा, संशोधन छोटी संस्था के कामगारों के हित में नहीं है। एक ओर सरकार निवेश बढ़ाकर रोजगार को बढ़ावा दे रही है। वहीं श्रमिकों का नुकसान कर रही है। विधायक दिनेश जैन बोस ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारी का ठेका प्रणाली से भारी शोषण होता है। कंप्यूटर ऑपरेटर को सरकार क्ञस् 13 हजार भुगतान करती है, पर उन्हें 12-13 हजार रुपए मिलते हैं। बिचौलिए पैसे खा जाते हैं। सीधे आउटसोर्स कर्मी के खाते में रुपए डालने की व्यवस्था होनी चाहिए। एसजीएसटी संशोधन विधानसभा में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने मप्र माल और सेवा कर संशोधन विधेयक 2025 पेश किया। इसमें विशेष आर्थिक जोन, मुक्त व्यापार, भंडारण क्षेत्र में माल आपूर्ति को जीएसटी विधान में सप्लाय की श्रेणी से बाहर किया। इसमें जब तक माल की निकासी निर्यात के लिए न हो, करदाता इस जोन में बिना कर दिए आपस में कारोबार कर सकेंगे।

तिलक जी के विचार राष्ट्रसेवा के मूल मंत्र हैं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समाज सुधारक एवं प्रखर चिंतक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. श्री बाल गंगाधर तिलक जी ने "स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और इसे मैं लेकर रहूंगा" के दृढ़ संकल्प से भारत की स्वतंत्रता के लिए जन-जन को जागृत किया। उनके विचार सदैव राष्ट्रसेवा के मूल मंत्र रहेंगे।  

मौसम अपडेट: एमपी में भारी बारिश से राहत, कुछ इलाकों में हल्की फुहारें; रायसेन अभी भी प्रभावित

भोपाल  मध्यप्रदेश में इस मानसूनी सीजन में 28 इंच बारिश हो चुकी है, जो कोटे की 74 प्रतिशत है। पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में मानसून जमकर मेहरबान रहा। इस वजह से बाढ़ के हालात भी बन गए। हालांकि, अब भारी बारिश का दौर थम गया है।  इससे पहले गुरुवार को 15 से अधिक जिलों में हल्की बारिश का दौर जारी रहा। इनमें भोपाल, बैतूल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, दमोह, जबलपुर, मंडला, रीवा, बालाघाट, शाजापुर, सीहोर, देवास शामिल हैं।कहीं भी अति भारी या भारी बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर समेत पूरे प्रदेश में हल्की बारिश का दौर रह सकता है। कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। पूर्वी हिस्से में ज्यादा गिरा पानी मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी हिस्से में अब तक 62 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 55 प्रतिशत पानी ज्यादा गिर चुका है। रायसेन में बेतवा ने विकराल रूप लिया, खेत-मंदिर और पुल डूब गए     पिछले दो से तीन दिन तक रायसेन जिले में अति भारी बारिश का दौर रहा। गुरुवार को बारिश थमी, लेकिन हालात गंभीर नजर आए। बेतवा नदी ने विशाल रूप ले लिया। आसपास के खेत, मंदिर और पुल डूब गए। हर तरफ सिर्फ पानी ही नजर आया।     श्योपुर में पार्वती नदी की बाढ़ में बहे चाचा-भतीजे के शव खेत में एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले। शिवपुरी में माधव टाइगर रिजर्व की सांख्य सागर झील ओवरफ्लो हो गई। सागर के देवरीकलां में संजय नगर स्थित रामघाट नाले में एक महिला बह गई। एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम पहुंची, जो सर्चिंग करती रही। वंदना साहू मंगलवार को सुबह 9 बजे नाग पंचमी पर रामघाट मंदिर में पूजन करके घर लौट रही थी। पुल पर से गुजरने के दौरान पानी के तेज बहाव में बह गई थी।     खंडवा में इंदिरा सागर बांध के 12 गेटों से पानी छोड़ा गया। इनमें 8 गेट 4 मीटर और 4 गेट साढ़े तीन मीटर तक खोले गए। पावर स्टेशन पर पूरी क्षमता के साथ बिजली उत्पादन किया जा रहा है। इसके चलते नर्मदा में बाढ़ के हालात हैं।     खंडवा के मोरटक्का में प्राचीन जाबरेश्वर महादेव मंदिर में पानी पहुंच गया। लोगों का कहना है कि बरसों से देखते आ रहे हैं कि नर्मदा मैया हर साल जबरेश्वर महादेव का जलाभिषेक करने आती हैं। अभी भारी बारिश का अलर्ट नहीं सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि गुरुवार को कुछ जिलों में बारिश का दौर रहा, लेकिन अगले चार दिन तक कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। सिस्टम एक्टिव होने के बाद फिर से तेज बारिश का दौर चलेगा।

ओवल टेस्ट में इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ीं, चोट के चलते बाहर हुए तेज़ गेंदबाज़ क्रिस वोक्स

ओवल  भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला लंदन के ओवल क्रिकेट पर ग्राउंड पर हो रहा है. इस मुकाबले में भारतीय टीम को पहले बैटिंग करने का न्योता मिला था. भारतीय टीम ने पहले दिन (1 अगस्त) स्टम्प तक अपनी पहली पारी में 6 विकेट पर 204 रन बनाए. अब दूसरे दिन का खेल काफी रोमांचक होने की संभावना है. दूसरे दिन के खेल से पहले मेजबान इंग्लैंड को बड़ा झटका लगा है. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स इस मुकाबले से बाहर हो गए हैं. वो इस मैच में अब ना तो बल्लेबाजी कर पाएंगे, ना ही वो गेंदबाजी के लिए उपलब्ध होंगे. इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इस बात की जानकारी दी है. ईसीबी ने कहा कि वोक्स की चोट का आगे का मूल्यांकन इस सीरीज के खत्म होने के बाद किया जाएगा. बता दें कि क्रिस वोक्स को खेल के पहले दिन लॉन्ग ऑफ बाउंड्री पर गेंद को रोकने के समय कंधे में चोट लग गई थी, इसके चलते उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा था. वोक्स का बायां कंधा अजीब तरीके से मुड़ गया था और मैदान से बाहर जाने से पहले वो काफी दर्द में दिखे. क्रिस वोक्स का बायां हाथ स्वेटर में लिपटा हुआ था. वोक्स का कैसा रहा प्रदर्शन? क्रिस वोक्स ने मौजूदा टेस्ट सीरीज में पांचों मुकाबलों में भाग लिया. उनका चोटिल होकर ओवल टेस्ट से बाहर होना इंग्लैंड के लिए किसी बड़े सेटबैक से कम नहीं है. वोक्स ना सिर्फ गेंद, बल्कि बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन करने में माहिर हैं. वोक्स ने तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी 2025 में कुल 9 पारियों में 52.18 की औसत से 11 विकेट चटकाए. वहीं 10.66 की औसत से 64 रन बनाए. बताते चलें कि इंग्लैंड की टीम इस मुकाबले में चार बदलाव के साथ उतरी. कप्तान बेन स्टोक्स कंधे में लगी चोट के चलते इस मुकाबले का हिस्सा नहीं बने. स्टोक्स की अनुपस्थिति में ओली पोप इंग्लिश टीम की कप्तानी कर रहे हैं. जोफ्रा आर्चर, लियाम डॉसन और ब्रायडन कार्स भी इस मुकाबले का हिस्सा नहीं हैं.

9 सितंबर को मतदान, उपराष्ट्रपति पद के चुनाव का पूरा शेड्यूल EC ने जारी किया

नई दिल्ली चुनाव आयोग ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति के उप चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. 9 सिंतबर को उपचुनाव होंगे. इसी दिन वोटिंग की जाएगी. वहीं, नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त है. साथ ही 9 सितंबर को ही वोटों की गिनती भी की जाएगी. पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को पद से इस्तीफा दे दिया था. धनखड़ ने इस्तीफा देने की वजह स्वास्थ्य कारण बताए थे. स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंप दिया था. अब उनके इस्तीफे के बाद ही उप चुनाव कराए जा रहे हैं. उपराष्ट्रपति चुनाव की अहम तारीखें:     चुनाव आयोग की अधिसूचना – 7 अगस्त, 2025 को जारी होगी.     नामांकन की अंतिम ताीरख- 21 अगस्त, 2025 (गुरुवार)     नामांकन की जांच – 22 अगस्त, 2025 (शुक्रवार)     नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख- 25 अगस्त, 2025 (सोमवार)     वोटिंग – 9 सितंबर, 2025 (मंगलवार)     वोटों की गिनती- 9 सितंबर, 2025 (मंगलवार)     मतदान 9 अगस्त को होगा और वोटों की गिनती भी उसी दिन की जाएगी. बता दें कि 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 को समाप्त होने वाला था। लेकिन धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफे की घोषणा की थी। यदि एक से ज्यादा उम्मीदवारों का नामांकन हुआ तो फिर चुनाव कराना पड़ेगा और ऐसी स्थिति में 9 सितंबर को मतदान कराया जाएगा। 9 सितंबर को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। उसी दिन काउंटिंग होगी और शाम तक रिजल्ट आ जाएगा। जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की शाम को अचानक ही पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इसकी जानकारी भी खुद ही एक्स अकाउंट पर लेटर शेयर करके दी थी। इससे पहले वह राष्ट्रपति भवन गए और प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंप आए थे। बता दें कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर अब तक कयासों का दौर जारी है। भले ही उन्होंने अपने इस्तीफे में बिगड़ते स्वास्थ्य का हवाला दिया था, लेकिन विपक्ष की ओर से लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर उन्होंने अचानक पद क्यों छोड़ा है। सरकार के साथ उनके रिश्ते बिगड़ने को लेकर भी तमाम अपुष्ट दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन सरकार या फिर जगदीप धनखड़ की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ कहा नहीं गया है। गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने किसानों के मुद्दे पर तीखी राय जाहिर की थी। इसके अलावा बीते कुछ महीनों में विपक्ष के साथ उनके रिश्ते ज्यादा गहराने की भी चर्चाएं चलती रही हैं। कैसे होते हैं उपराष्ट्रपति पद के चुनाव उपराष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट के अनुसार, उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए एक निर्वाचक मंडल (Electoral College ) होता है. यह ही लोग वोट करते हैं. चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली (Proportional Representation System) के तहत होता है. उपराष्ट्रपति के पद के लिए किसी व्यक्ति का चुनाव करने वाले निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के सभी सदस्य शामिल होते हैं. कोई व्यक्ति उपराष्ट्रपति तब तक नहीं चुना जा सकता जब तक कि वह:     भारत का नागरिक हो     35 साल या उससे ज्यादा उसकी उम्र हो     राज्यसभा सांसद के रूप में चुनाव के लिए योग्य है. जगदीप धनखड़ ने दिया था इस्तीफा जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 21 जुलाई को भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था. धनखड़ के इस्तीफे से राजनीतिक हलचल मच गई थी. विपक्षी नेताओं ने उनके अचानक इस्तीफे को लेकर अटकलों को हवा दी थी. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी का “संवैधानिक पदों और प्रक्रियाओं, दोनों को कमजोर करने” का रिकॉर्ड रहा है. सुरजेवाला ने कहा था कि धनखड़ के “अचानक और रहस्यमय” इस्तीफे ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए हैं. शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने भी धनखड़ के इस्तीफे पर संदेह जताया और “पर्दे के पीछे” राजनीति का आरोप लगाया था.  

‘अमेरिका फर्स्ट’ में ट्रंप ने नहीं देखा रिश्ता! इजरायल समेत कई देशों पर 15% टैरिफ लागू

नई दिल्ली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत कुल 92 व्यापारिक साझेदार देशों पर टैरिफ लगाया गया है। इन देशों पर 10 से 41 फीसदी तक टैरिफ लगाया गया है। ट्रंप ने अपने इस कार्यकारी आदेश के जरिए उस कहावत को भी चरितार्थ किया है कि बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपैया.. और इसी क्रम में ट्रंप ने अपने दोस्त नेतन्याहू को भी नहीं बख्शा। अमेरिका ने नई व्यापार नीति के तहत इजरायल पर 15% टैरिफ लगाने का फैसला किया है। वाइट हाउस ने घोषणा की है कि ट्रम्प प्रशासन की नई व्यापार नीति के तहत इजरायल से आने वाले सामानों पर 15 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा। इससे पहले अप्रैल में लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ में इजरायल पर दो फीसदी ज्यादा यानी कुल 17 फीसदी का टैरिफ लगाया गया था। नए आदेश में सीरिया पर 41% तक टैरिफ लगाया गया है, जबकि दक्षिण अफ्रीका पर 30% टैरिफ लगाया गया है। इसके अलावा, कनाडा से आने वाले सामानों पर मौजूदा टैरिफ 25% को बढ़ाकर 35% कर दिया गया है। पाकिस्तान पर 19% टैरिफ आदेश में कहा गया है कि धरती पर मौजूद हर देश से अमेरिका में आयातित वस्तुओं पर कम से कम 10% टैरिफ तो लगाया ही जाएगा। द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की तरफ से जारी नई लिस्ट में कुल 92 देश शामिल हैं, जो उच्च टैरिफ रेट के अधीन हैं। ट्रंप ने पहले अफ्रीकी देश लेसोथो पर 50% टैरिफ की लगाने की धमकी दी थी लेकिन इस देश से आने वाले सामानों पर 15% टैरिफ ही लगाया गया है। इनके अलावा ताइवान पर 20%, पाकिस्तान पर 19% टैरिफ लगाया गया है। 15 फीसदी टैरिफ के दायरे में कौन-कौन से देश? 15 फीसदी के टैरिफ दायरे में इजरायल के अलावा और जो देश हैं, उनमें आइसलैंड, फिजी, घाना, गुयाना, इक्वाडोर, वेनेजुएला,दक्षिण कोरिया, तुर्की, अंगोला, बोत्सवाना, कैनरुन, चाड, कांगो, जापान, जॉर्डन, मेडागास्कर, मलावी, मॉरीशस. वनातु, जिम्बाव्वे और जाम्बिया आदि शामिल हैं।

खतरनाक इमारतों पर बड़ी कार्रवाई: 2699 भवन होंगे सील और ध्वस्त

जयपुर प्रदेश में झालवाड़ में स्कूल बिल्डिंग गिरने हुई बच्चों की मौतों के बाद अब स्वायत्त शासन विभाग ने प्रदेश भर में जर्जर इमारतों को चिन्हित करने का काम शुरू कर उन्हें ध्वस्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। विभाग के सचिव रवि जैन ने इसे लेकर गुरुवार को सभी 224 निकायों के प्रमुखों की बैठक ली।  इस बैठक में प्रदेश में 2699 भवनों के जर्जर होने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद उन्होंने इन भवनों को सील कर इन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए हैं। रवि जैन ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश अनुसार प्रदेश के 224 नगरीय निकायों में अब तक कुल 2 हजार 699 जर्जर भवनों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें नियमानुसार सील करके ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। जैन ने सख्त निर्देश दिए कि सभी आयुक्त और अधिशासी अधिकारी अपने क्षेत्रों में जाकर नियमित रूप से निरीक्षण कर जर्जर भवनों के सामने स्पष्ट सूचना बोर्ड लगाएं, जिससे आम जनता को चेतावनी मिल सके और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। बारिश में विद्युतजनित हादसों को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई। जैन ने विद्युत तंत्र की सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए विद्युत डिस्कॉम के अभियंताओं के साथ समन्वय कर सड़क किनारे ढीले तारों को तुरन्त ठीक करने के आदेश दिए। इसके साथ ही बिजली के खम्भों, डीपी, केबल बॉक्स और स्वीच बॉक्स के पास फैले हुए लूज तारों को हटाने, स्वीच बॉक्स के टूटे ढक्कनों की तुरंत मरम्मत करने के निर्देश दिए। वहीं आकस्मिक अग्निकांड या करंट से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए अग्निशमन वाहन, तकनीकी उपकरण और स्टाफ को हमेशा तैयार रखने के निर्देश दिए। बैठक में हरियालो राजस्थान के तहत करवाए जा रहे पौधारोपण के कार्यों की भी समीक्षा की गई, जिसमें अधिकारियों को अपने-अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पौधारोपण करने के निर्देश दिए गए।

Bigg Boss 19 कंटेस्टेंट लिस्ट लीक? मुनमुन दत्ता और राम कपूर की एंट्री की चर्चा तेज

मुंबई  इंडियन टेलीविजन का सबसे बड़ा रियलिटी शो 'बिग बॉस 19', 24 अगस्त से जियो हॉटस्टार और कलर्स चैनल पर शउरू होने वाला है. फैन्स इसके लिए बेहद एक्साइटेड हैं. सोशल मीडिया पर कई सेलेब्स के नाम का बज चल रहा है जो इस शो का हिस्सा बन सकते हैं. हालांकि, मेकर्स अभी कास्टिंग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जल्द ही वो फाइनल कंटेस्टेंट्स के बारे में पूरी डिटेल देंगे.  कौन हौंगे कंटेस्टेंट्स? अभी जिन सेलेब्स के शो में एंट्री लेने की चर्चाएं हो रही हैं, उनमें राम कपूर, मुनमुन दत्ता, फैजल शेख, द रिबेल किड उर्फ अपूर्वा मुखिजा, पूरब झा, गौतमी कपूर, धीरज धूपर जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं. आइए आपको बताते हैं कि इस बार सलमान खान के रियलिटी शो में कौन आने वाला है… राम कपूर और गौतमी कपूर पति-पत्नी की ये जोड़ी कई बार न्यूज में रह चुकी है. बीते दिनों राम कपूर ने एक वेब सीरीज के मेकर्स पर ही जुबानी हमला बोल दिया था, जिसके बाद वो काफी सुर्खियों में आए थे. इसके अलावा गौतमी ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी शॉकिंग खुलासे किए थे.  धीरज धूपर टीवी के पॉपुलर शो 'कुंडली भाग्य' में श्रद्धा आर्या संग इनकी जोड़ी काफी पसंद की गई. रिपोर्ट्स की मानें तो कहा जा रहा है कि धीरज इस बार सलमान के शो का हिस्सा बन सकते हैं.  मुनमुन दत्ता 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की बबीता जी भी सलमान के में आ सकती हैं. हालांकि, मुनमुन की ओर से शो में पार्टिसिपेट करने को लेकर अबतक कोई अपडेट नहीं है.  द रिबेल किड उर्फ अपूर्वा मुखिजा 'द ट्रेटर्स' में जब अपूर्वा आई थीं तो इन्होंने अपने गेम से हर किसी का दिल जीता था. देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार भी ये ऐसा करने में खरी उतरती हैं या नहीं. फैजल शेख यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लूएन्सर फैजल शेख के लिए ये साल काफी टफ रहा. जन्नत जुबैर से इनका ब्रेकअप काफी चर्चा में रहा. हो सकता है कि ये भी सलमान के शो में आ जाएं.  पूरब झा यूट्यूब और सोशल मीडिया इन्फ्लूएन्सर पूरब झा भी शो का हिस्सा बन सकते हैं. अगर अपूर्वा शो में आती हैं और पूरब भी जाते हैं तो दोनों की जोड़ी क्या रंग लाएगी, देखना दिलचस्प होगा.