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छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर कहर: 20 महीने में 445 ढेर, 1554 की गिरफ्तारी

रायपुर प्रदेश में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में पिछले 20 महीने में उल्लेखनीय सफलता मिली है। राज्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार में दिसंबर 2023 से अब तक 33 बड़ी मुठभेड़ों में शीर्ष माओवादी नेताओं सहित 445 माओवादी मारे गए हैं। वहीं, 1554 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं, एवं 1588 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। ये जानकारी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को नई दिल्ली में दी। संसद भवन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ के समग्र विकास, माओवादी चुनौती से निपटने की रणनीति सहित विभिन्न विषयों पर केंद्रीय गृहमंत्री शाह से चर्चा की। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि राज्य सरकार की समन्वित विकास और सुरक्षा नीति के तहत माओवादी प्रभाव को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। इन प्रयासों से न केवल माओवादी प्रभाव कम हुआ है, बल्कि स्थानीय समुदायों में प्रशासन के प्रति भरोसा भी बढ़ा है। शाह ने छत्तीसगढ़ सरकार की माओवाद उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने माओवादी उन्मूलन के लिए राज्य सरकार के प्रयासों को ऐतिहासिक बताया और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का वादा किया। अमृत रजत महोत्सव की तैयारियों पर चर्चा बैठक में छत्तीसगढ़ के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले अमृत रजत महोत्सव 2025 की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि इस आयोजन को भव्य और यादगार बनाने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक एकता, और आर्थिक उपलब्धियों को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने बस्तर के विकास और सुरक्षा में सहयोग और मार्गदर्शन पर शाह को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।

इतिहास में दूसरी बार बीजेपी के 100+ सांसद राज्यसभा में, कांग्रेस पीछे छूटी

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत बीजेपी सरकार को संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा से एक बड़ी राजनीतिक बढ़त मिली है. आगामी 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी ने राज्यसभा में 100 का आंकड़ा फिर से पार कर लिया है, जो पार्टी के लिए सियासी तौर पर बेहद अहम मानी जा रही है. बीजेपी की ताकत अब 102 सांसदों तक पहुंच गई है, जो कि अप्रैल 2022 के बाद पहली बार हुआ है. यह बढ़त तीन नामित सदस्यों के बीजेपी में शामिल होने से मिली है- शीर्ष वकील उज्ज्वल निकम, पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और केरल के समाजसेवी सी सदानंदन मास्टर… बीजेपी ने दूसरी बार पार किया 100 का आंकड़ा राज्यसभा की मौजूदा ताकत 240 सांसदों की है, जिसमें 12 नामित सदस्य भी शामिल हैं और 5 सीटें खाली हैं. ऐसे में बीजेपी के पास अकेले 102 सांसद हैं, जबकि एनडीए गठबंधन की कुल संख्या बढ़कर 134 हो गई है, जो बहुमत के लिए जरूरी 121 के आंकड़े से कहीं ज्यादा है. 31 मार्च, 2022 को 13 राज्यसभा सीटों के लिए हुए चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद बीजेपी भारतीय इतिहास में संसद के ऊपरी सदन में 100 से अधिक सांसदों वाली दूसरी पार्टी बन गई थी. तब बीजेपी की संख्या 97 से बढ़कर 101 हो गई थी. कांग्रेस को 1988 और 1990 के बीच यह गौरव प्राप्त था. कौन हैं ये तीन नए चेहरे? उज्ज्वल निकम: 26/11 मुंबई आतंकी हमलों में अजमल कसाब को सज़ा दिलवाने वाले स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर. 2016 में पद्मश्री से सम्मानित. 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर उतरे थे, हालांकि हार गए थे. हर्षवर्धन श्रृंगला: 2020 से 2022 तक भारत के विदेश सचिव रहे. वह G20 समिट 2023 के चीफ कोऑर्डिनेटर भी रहे हैं. अमेरिका और बांग्लादेश में भारत के राजदूत के तौर पर काम कर चुके हैं. सी सदानंदन मास्टर: केरल के चर्चित समाजसेवी और शिक्षक. 1994 में हिंसा में उनके पैर काट दिए गए थे, आरोप सीपीएम कार्यकर्ताओं पर लगे थे. 2016 में बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. एक और नामित सदस्य – मीना मेनन इन तीनों के साथ नामित हुईं राजनीतिक इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन को भी बीजेपी के विचारों के करीब माना जाता है. वे भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (ICHR) की सदस्य रह चुकी हैं और 2020 में उन्हें भी पद्मश्री से नवाजा गया था. क्या है इसका मतलब? राज्यसभा में 102 सांसदों के साथ बीजेपी अब संसद के दोनों सदनों में मजबूत पकड़ रखती है. इसका सीधा असर कानूनों के पारित होने में रफ्तार, नीतियों के लागू होने में सुगमता और राजनीतिक दबदबे में दिखेगा. 2024 के बाद पीएम मोदी की तीसरी पारी में यह संसदीय मजबूती उनके लिए ‘नीतिगत सुधारों’ को तेज़ी से लागू करने का रास्ता खोलती है. राज्यसभा से आई यह खुशखबरी मोदी सरकार के लिए न सिर्फ सांसदों की गिनती में बढ़त है, बल्कि एक राजनीतिक संकेत भी है- सरकार अब और सरपट दौड़ने को तैयार है!

रायपुर की धरती के नीचे छुपा है 2100 साल पुराना इतिहास, खुदाई में मिले चौंकाने वाले साक्ष्य

रायपुर महादेव घाट के पास गिरिजा शंकर स्कूल के पीछे लगभग 2,100 साल पुराने अवशेष मिलने का दावा किया जा रहा हैं। एक निजी जमीन को समतल करते समय यह खोज हुई। इसके बाद पुरातत्व विभाग ने इस क्षेत्र को संरक्षित करने का निर्णय लिया है। मार्च महीने में एक निजी मालिक अपनी 36 एकड़ जमीन को समतल करवा रहे थे। तभी खुदाई के दौरान उन्हें एक से दो फीट की गहराई पर कुछ प्राचीन वस्तुएं मिलीं। इन वस्तुओं में लोहे के बाल, शील-बट्टा, पुराने पत्थर और मिट्टी के बर्तन शामिल हैं। इधर, जानकारी मिलते ही पुरातत्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शुरुआती जांच के बाद एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया। समिति ने पूरे क्षेत्र का गहन सर्वेक्षण किया और अपनी रिपोर्ट कलेक्टर व राज्य सरकार को सौंपी। समिति की रिपोर्ट के अनुसार यह स्थल ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है और यहां जमीन के 30 फीट नीचे महल और किले जैसी और भी कई प्राचीन संरचनाएं मिलने की संभावना है। इसी वजह से प्रशासन ने इस जमीन पर सभी तरह के निर्माण कार्यों पर तत्काल रोक लगा दी है। 2,100 साल पुरानी सभ्यता के संकेत शुरुआत में मिले अवशेषों को देखकर अधिकारियों ने इसे कलचुरी काल (लगभग 1,000 साल पुराना) का माना था। हालांकि बाद में मिले और भी साक्ष्यों की गहन जांच के बाद यह स्थल 2,100 साल से भी अधिक पुराना है। यह खोज रायपुर में रींवा की तरह ही एक बड़ी पुरातात्विक उपलब्धि साबित हो सकती है। पुरातत्वविदों का मानना है कि यह जगह कभी एक टीले के रूप में रही होगी। क्योंकि यह खारुन नदी के तट पर स्थित है। प्राचीन सभ्यताओं में लोग अक्सर नदी किनारे ही बसते थे। इसलिए यह संभावना बहुत अधिक है कि इस जगह पर कोई प्राचीन बस्ती या शहर बसा हुआ था। जमीन को हैंडओवर करने की तैयारी खुदाई का काम शुरू करने के लिए पुरातत्व विभाग ने शासन-प्रशासन से इस 36 एकड़ जमीन को अपने अधिकार में लेने की मांग की है। इसके लिए विभाग की ओर से पत्र भी भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार जमीन के मालिक यानी निजी बिल्डर यहां निर्माण कार्य शुरू करने पर अड़े हुए हैं। वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उन्हें काम करने की अनुमति मिल जाए। महादेव घाट के पास लगभग 2,100 साल पुराने अवशेष मिलने की संभावना है। क्योंकि यहां एक से दो फीट की गहराई पर कुछ प्राचीन वस्तुएं मिलीं। इन वस्तुओं में लोहे के बाल, शील-बट्टा, पुराने पत्थर और मिट्टी के बर्तन शामिल हैं।- प्रताप पारख, उप संचालक, पुरातत्व विभाग

रीवा-पुणे एक्सप्रेस को मिली हरी झंडी, जानें यात्रा का शेड्यूल और स्टॉपेज

रीवा रेल यात्रियों के लिए एक खुशी की खबर आ रही है। भारतीय रेलवे  ने रीवा-पुणे-रीवा एक्सप्रेस शुरू कर रहा है जो पुणे और रीवा के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली पहली ट्रेन होगी। वर्तमान में दोनों स्टेशनों के बीच अप्रत्यक्ष कनेक्टिविटी उपलब्ध है, लेकिन अब यह ट्रेन इन दोनों स्थानों के बीच यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाएगी। इन स्टेशनों पर होगा स्टॉप रीवा एक ऐतिहासिक और शैक्षिक केंद्र के अलावा एक पर्यटन केंद्र भी है, जहां केवटी और बहुती झरने, व्हाइट टाइगर सफारी आदि आकर्षण हैं। सीआर के एक अधिकारी ने बताया कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के पुणे, दौंड, अहमदनगर, कोपरगांव, मनमाड, भुसावल, वर्धा, नागपुर और गोंदिया शहरों और मध्य प्रदेश के बालाघाट, नैनपुर, जबलपुर, कटनी, सतना और रीवा को जोड़ने वाले महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण स्टेशनों के बीच तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करेगी। ट्रेन का समय ट्रेन संख्या 20152 रीवा-पुणे एक्सप्रेस प्रत्येक बुधवार को रीवा स्टेशन से सुबह 06.45 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन सुबह 09.45 बजे पुणे स्टेशन पहुंचेगी। वहीं ट्रेन संख्या 20151 पुणे-रीवा एक्सप्रेस प्रत्येक गुरुवार को शाम 5.15 बजे पुणे स्टेशन से रवाना होगी और अगले दिन शाम 5.30 बजे रीवा स्टेशन पहुंचेगी।

यूपी वालों के लिए अलर्ट! आज इन इलाकों में तेज बारिश के आसार, घर से निकलने से पहले जानें मौसम का हाल

लखनऊ उत्तर प्रदेश का मौसम सुहावना हो गया है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रूक-रूककर बारिश हो रही है। अगस्त महीने में एक बार फिर बारिश रफ्तार पकड़ सकती है। मौसम विभाग के अनुसार तीन अगस्त से पांच अगस्त के बीच राज्य के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं आज राज्य के दो दर्जनों जिलों में जमकर बादल बरसने वाले है। इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने आज राज्य के 24 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही 51 जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना नहीं है। कल यानी 3 अगस्त को भी मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक कल यूपी के बस्ती, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, संतकबीर नगर, सीतापुर, गाजीपुर, गोंडा हराइच, गोरखपुर, मऊ, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़ और बलिया जिले में भारी बारिश का अलर्ट है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया था। आगरा, पीलीभीत, शामली, मथुरा, अलीगढ़, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर,  हापुड़, महामायानगर, सहारनपुर, ज्योतिबाफुले नगर, बागपत, मुरादाबाद, बुलंदशहर, संभल, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मेरठ, बरेली में जमकर बादल बरसे थे।

मुख्यमंत्री साय की दिल्ली में हाई-लेवल मीटिंग, बस्तर और विकास एजेंडे पर मंथन

रायपुर  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने तीन दिवसीय दिल्ली दौरे के बाद शनिवार सुबह रायपुर लौट आए। इस दौरे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। दौरा राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण रहा, जिसमें छत्तीसगढ़ के विकास, बस्तर की पहचान और बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार जैसे अहम विषयों पर मंथन हुआ। मुख्यमंत्री साय ने एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि दिल्ली दौरे में उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा आलाकमान से हुई। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के विजन "अंजोर@2047", राज्य के राज्योत्सव, और अगले छह महीनों तक चलने वाले आयोजनों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। सीएम साय ने बस्तर ओलंपिक को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की योजना का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इसे 'खेलो इंडिया ट्राइब गेम्स' के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे बस्तर को नई सांस्कृतिक और खेल पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में मिली सफलताएं इस दिशा में सकारात्मक संकेत हैं। जल्द होगा मंत्रिमंडल विस्तार दिल्ली दौरे की एक और अहम उपलब्धि रही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सकारात्मक संकेत। सीएम साय ने कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए, बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा आलाकमान से इस विषय पर गहन चर्चा हुई है और संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में नए मंत्रियों का शपथग्रहण हो सकता है। सीएम साय ने 13 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उस समय कुल 12 मंत्रियों ने शपथ ली थी। लेकिन बृजमोहन अग्रवाल के सांसद निर्वाचित होने के बाद दो मंत्री पद रिक्त हो गए, जिन्हें भरने की कवायद कई बार शुरू होकर भी अधूरी रह गई थी। अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस गतिरोध का समाधान निकल जाएगा।  

जिला एम सी बी के स्काउट्स एवं गाइड्स साहसिक शिविर जलकी सिरपुर में हुए शामिल

एमसीबी भारत स्काउट्स एवम गाइड्स छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव एवम राज्य सचिव कैलाश सोनी के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़  शासन स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से साहसिक प्रशिक्षण संस्थान सिरपुर ग्राम जलकी जिला महासमुंद  में पर्वतारोहण,  व्यक्तित्व विकास एवं आपदा प्रबंधन शिविर 28  से 31 जुलाई 2025 तक आयोजित की गई जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी सह पदेन जिला आयुक्त स्काउट आर.पी.मिरे के आदेशानुसार ,राज्य प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट शैलेन्द्र मिश्रा के मार्गदर्शन एवम  जिला संगठन आयुक्त स्काउट दान बहादुर सिंह  के नेतृत्व में एमसीबी जिला के तीनों विकास खंड खड़गवां, मनेन्द्रगढ़ ,भरतपुर से 15 स्काउट 15 गाइड एव प्रभारी गाइडर सुमित्रा यादव के साथ सम्मिलित हुए। इस साहसिक प्रशिक्षण शिविर के अंतर्गत स्काउट्स एवम गाइड्स ने जलकी  में स्थित एडवेंचर पॉइंट्स मंकी ब्रिज,सस्पेंसन ब्रिज,बैलेंसिंग रोप,नौका विहार आदि   साहसिक गतिविधियां किये।  साथ ही सिरपुर संग्रहालय का भ्रमण  करके पुरातात्विक धरोहरों का अवलोकन किये,,लक्ष्मणेश्वर मंदिर,गंधेश्वर मंदिर ,युधिष्ठिर मंदिर का भ्रमण करते हुए स्थानीय निवासियों के जीवन शैली के बारे में जानकारी प्राप्त किये।शिविर में   सेजेस खड़गवां से अजय,महेश,सतेंद्र,साहित्य हाई स्कूल मझौली से सरसती,अंशिका हायर सेकंडरी स्कूल उधनापुर से विनोद कुमार,आकाश कुजूर शा  कन्या उ मा विद्यालय चिरमिरी से गौरी मनहर,सीमा प्रजापति ,हाई स्कूल बंजारीडाँड़ से संजना राजवाड़े,प्रीति सिंह, शा उ मा विद्यालय बुंदेली से हर्षित टोप्पो,कुलदीप सिंह ,शा उ मा विद्यालय नागपुर से ओम जायसवाल, दुर्गेश साहू ,शा हाई स्कूल भल्लोर से प्रिया,दुर्गावती ,शा कन्या उ मा विद्यालय (शिवि) मनेन्द्रगढ़ से  नंदनी सिंह, सुलोचनी सिंह ,सिमरन एक्का सेंट जोसेफ झगराखण्ड से प्रिंस जांगड़े,आदित्य मोहन बियानी उ मा विद्यालय कलम बड़ेरी से लालिमा सिंह, रेशमा वर्मा, लक्ष्मण सिंह न्यू लाइफ उ मा विद्यालय जनकपुर से सत्येंद्र यादव,कमलेश चौधरी,काजल पांडेय,रुचि यादव  शामिल हुए।  इस शिविर में  छत्तीसगढ़ राज्य से कुल 97 प्रतिभागी शामिल हुए जिसमें सफलता पूर्वक शिविर सम्पन्न करके सभी प्रतिभागियों के वापसी होने पर जिले के  तीनों विकास खंड शिक्षा अधिकारी खड़गवां,मनेन्द्रगढ़ एवम भरतपुर  बलविंदर सिंह,  श्री गोपाल कृष्णा दुबे एवं  इस्माइल खान ,सहायक राज्य संगठन आयुक्त  जेरमिना एक्का जिला संघ एम सी बी के जिला मुख्य आयुक्त राजकुमार गुप्ता, जिला सचिव अशोक साहू जिला आयुक्त गाइड रश्मि रानी गुप्ता,जिला संगठन आयुक्त गाइड सोनम कश्यप जिला प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट शान्तनु कुर्रे ,प्राचार्य गण ,पालकों सभी यूनिट लीडर्स श्री सत्येंद्र सिंह व टी विजय गोपाल राव ने बधाई एवम शुभकामनाएं प्रेषित की।

50 साल पुरानी भारतीय डाकघर की रजिस्ट्री को अलविदा

बाय ,,,,,, बाय ,,,,,,, रजिस्ट्री एमसीबी/मनेन्द्रगढ़ कभी यही रजिस्ट्री हमारे रिश्तों, खबरों और सरकारी कामों की सबसे बड़ी गवाह हुआ करती थी।वही  सात समुन्द्र पार मीलों का सफ़र तय कर, डाकिया घंटी बजाता और दरवाजे मे दस्तक के साथ लाता था — विश्वास और भरोसे की मुहर। आज आधुनिक  तकनीक  ने डाकघर की उस पुरानी रजिस्ट्री को पीछे छोड़ दिया है। जैसे ई-मेल, व्हाट्सऐप और ऑनलाइन सेवाओं ने उसके महत्व को कम कर दिया। फिर भी, 50 साल पुरानी वह रजिस्ट्री केवल कागज़ का टुकड़ा नहीं, बल्कि हमारी भावनाओं और इतिहास की याद है। हमारी चिट्ठी पत्री पहुँचाने का सबसे किफायती और भरोसेमंद साधन है लेकिन इसकी एक सर्विस के माध्यम से लीगल नोटिस और महत्त्वपूर्ण सरकारी फरमान के लिए इससे भरोसे की कोई सर्विस नही है।  मगर आगे से ऐसा नहीं होगा. भारतीय डाक विभाग ने अब अपनी 50 साल से भी अधिक पुरानी प्रतिष्ठित सेवा को समाप्त (india says goodbye to respected postal tradition) करने की घोषणा कर दी है. एक सितंबर से नागरिक अपने पार्सल को विश्वसनीय और सस्ती रजिस्ट्री के माध्यम से नहीं भेज पाएंगे. फिर क्या होगा ? बताते हैं। स्पीड पोस्ट से स्पीड मिलेगी वंही एमसीबी जिला के निवासी अधिवक्ता संजय गुप्ता ने बताया की भारतीय डाक विभाग ने इस सेवा को अपनी महंगी स्पीड पोस्ट सेवा में विलय करने का आदेश जारी कर दिया है. तथा  अब हर पार्सल या कागज पत्री पर मोटा-माटी दोगुना 'लगान' देना होगा. उदाहरण के लिए, अब तक जो 20 ग्राम का पार्सल लगभग 26-27 रुपये में रजिस्ट्री हो जाता था, उसे स्पीड पोस्ट से भेजने के लिए 41 रुपये चुकाने होंगे, जो लगभग 75 फीसदी ज्यादा हुआ. जिसकी वजह से आम जन को उक्त सेवा के लिए अतिरिक्त राशि चुकाने पर सेवा प्राप्त होगी।  तो आइए कहें – “धन्यवाद भारतीय डाक, धन्यवाद रजिस्ट्री… अब वक्त है आपको बाय-बाय कहने का।”…….

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के विशेष जांच एवं जागरूकता अभियान बने खाबो-बने रहिबो

एमसीबी   वरिष्ठ खाद्य अधिकारी के जानकारी अनुसार  राज्य शासन एवं श्री दीपक कुमार अग्रवाल (आई.ए.एस.) नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार वर्षा ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए खाद्य जनित बीमारियों, संक्रमण की रोकथाम एवं जन-सामान्य को सुरक्षित खाद्य उपलब्ध कराए जाने हेतु विभाग प्रतिबद्ध है। स्ट्रीट फूड वेन्डर्स, हैण्डलर, खाद्य सेवा प्रदायकर्ताओं से विशेषकर वर्षा ऋतु के दौरान खाद्य पदार्थों के सुरक्षित हैंडलिंग, खाद्य पदार्थ की स्वच्छता, व्यक्तिगत स्वच्छता, ताजे एवं स्वच्छ भोजन जन-सामान्य को परोसे जाने की अपेक्षा की जाती है। उक्त निर्देश के परिपालन में 04 अगस्त, 05 अगस्त एवं 06 अगस्त 2025 को "बने खाबो-बने रहिबो" अभियान के तहत व्यापक तौर पर राज्य के संपूर्ण जिले के साथ जिला-मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में भी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा स्ट्रीट फूड वेन्डर्स एवं खाद्य बनाकर परोसने वाले संस्थानों, रेस्टोरेंटों एवं मिठाई दुकानों का सघन जांच एवं निरीक्षण किया जाएगा। मौके पर उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य के बारे में जानकारी भी दी जाएगी।

ऑनलाइन गेम के पैसे कटे, मां से डरा 12 साल का बच्चा… इंदौर में फांसी लगाकर दी जान

इंदौर  इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां 12 साल के एक बच्चे ने ऑनलाइन गेम के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक बच्चा आठवीं क्लास का छात्र था और ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन था. इस घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. जानकारी के मुताबिक, 31 जुलाई को बच्चा अपने घर पर अपनी मां के मोबाइल पर गेम खेल रहा था. इसी दौरान उसकी मां के खाते से 3000 रुपये कट गए. जब मां को इसका पता चला, तो उन्होंने बेटे को समझाया, लेकिन बच्चे ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और चुपचाप अपने कमरे में चला गया. काफी देर तक जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो परिजनों को कुछ संदेह हुआ. उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया. अंदर का नजारा देखकर चीख-पुकार मच गई। बच्चे ने पंखे से लटककर फांसी लगा ली थी. परिजन तुरंत उसे अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 30 जुलाई को ही घर में बच्चे का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया था. इसके बाद किसी को अंदाजा नहीं था कि अगले ही दिन घर में मातम छा जाएगा. घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू कर दी. जांच अधिकारी राजेश जैन ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण ऑनलाइन गेम और पैसों का ट्रांजेक्शन सामने आया है. वहीं, मृतक के ताऊ ने सरकार से अपील की है कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को देखते हुए ऑनलाइन गेम्स पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाए.