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मंगलवार 05 अगस्त 2025 बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत

मेष राशि- आज का दिन आपकी अपने स्वयं के भीतर की एक बड़ी समझ हासिल करने का अवसर लाएगा। यह संभावना है कि आप अपनी अंतरतम भावनाओं के अनुरूप होंगे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको जिस दिशा में जाने की आवश्यकता है, उसकी समझ होगी। वृषभ राशि- अपने रिश्तों पर ध्यान दें। समाधान खोजने की दिशा में काम करें। यह ग्रहण आपकी रचनात्मकता और नवीनता को भी उजागर करेगा, जिससे आपको नई परियोजनाओं या शौक का पता लगाने के अवसर मिलेंगे। अपने जुनून को पूरा करने के लिए जोखिम उठाएं। मिथुन राशि- एक कदम पीछे हटें और अपने जीवन के उन क्षेत्रों का आकलन करें जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। यह आपके काम, रिश्तों या व्यक्तिगत विकास से संबंधित हो सकता है। कर्क राशि- दिनचर्या से मुक्त होने और जीवन में नए रास्ते तलाशने की तीव्र इच्छा महसूस कर सकते हैं। आप जोखिम उठाते सकते हैं जो आप आमतौर पर नहीं लेते या उन लक्ष्यों का पीछा करते हैं जो कभी दूर के सपने थे। खुले दिमाग रखना आवश्यक है। सिंह राशि- जीवन में कुछ अप्रत्याशित परिवर्तन और चुनौतियां आ सकती हैं। आपको अपने व्यक्तिगत संबंधों या कार्य जीवन में स्वतंत्रता और प्रामाणिकता की सख्त आवश्यकता महसूस हो सकती है। खुले दिमाग से रहना और अपने विचारों को संसाधित करने के लिए खुद को समय देना महत्वपूर्ण है। कन्या राशि- आज कन्या राशि वालों के जीवन में अप्रत्याशित परिवर्तन या अवसर आ सकते हैं। इसमें यात्रा की योजनाएं या सीखने के अनुभव शामिल हो सकते हैं। यह व्यक्तिगत विकास का एक मौका है।आज आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। निवेश कर सकते हैं। तुला राशि- आपको नए अवसरों या रचनात्मक प्रयासों की ओर खींचा जा सकता है। हालांकि, खुद को ओवरकमिट करने या सेल्फ-केयर की उपेक्षा करने से सावधान रहें। मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से संतुलन बनाए रखें। वृश्चिक राशि- परिवार के सदस्यों के बीच तनाव बढ़ सकता है। किसी भी गलतफहमी से बचने के लिए संवाद करना आवश्यक है। वित्तीय अस्थिरता से बचने के लिए खर्च करने पर नियंत्रण रखें। आज के दिन धैर्य से काम करें। धनु राशि- आज आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। हालांकि, जो लोग जीवन के इन पहलुओं की उपेक्षा कर रहे हैं, उन्हें अचानक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। धन का अधिक खर्च करने से बचें। यह समय थोड़ा धैर्य से काम लेने का है। मकर राशि- आज का दिन अतीत की कुछ अनसुलझी भावनाओं को भी सामने ला सकता। आपको इस समय का उपयोग किसी नई शुरुआत के साथ आगे बढ़ने के लिए करना चाहिए।यह समय जीवन में बड़े बदलाव ला सकता है। कुंभ राशि- व्यक्तिगत संबंधों या घरेलू जीवन में परिवर्तन हो सकते हैं। नए कार्य की शुरुआत के लिए दिन अच्छा है। उन विचारों और योजनाओं पर कार्रवाई करने की इच्छा भी बढ़ सकती है जिन्हें अतीत में बंद कर दिया गया था। मीन राशि- आप अधिक ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं। ऊर्जा का सदुपयोग बड़ी चीजें हासिल करने में करें। यह लक्ष्य निर्धारित करने और समर्पण के साथ उसकी ओर काम करने का समय है। आज अप्रत्याशित अवसर भी मिल सकते हैं। इसके लिए तुरंत निर्णय लेने के कौशल की आवश्यकता हो सकती है।

ट्रंप की जुबान फिर फिसली! 27 वर्षीय सेक्रेटरी पर टिप्पणी से मचा सियासी बवाल

वाशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट की तारीफ करते हुए ऐसे शब्द कहे जिन पर अब देश-विदेश में बहस छिड़ गई है। न्यूजमैक्स को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने लेविट को “अब तक की सबसे बेहतरीन प्रेस सचिव” बताया, लेकिन तारीफ के दौरान उनके शब्दों ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। ट्रंप ने कहा, “वो एक स्टार बन चुकी हैं। वो चेहरा, वो दिमाग, वो होंठ… जिस तरह वो हिलते हैं, जैसे मशीन गन हो। वो वाकई एक शानदार इंसान हैं।” कौन हैं कौरोलिन 27 वर्षीय कैरोलिन लेविट ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की पहली प्रेस सचिव हैं और अब तक कुल मिलाकर उनकी पांचवीं प्रेस सचिव हैं। एक दिन पहले वाइट हाउस प्रेस ब्रीफिंग में लेविट ने ट्रंप के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की तारीफ करते हुए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि ट्रंप ने पिछले छह महीनों में लगभग “हर महीने एक शांति समझौता या संघर्षविराम” कराया है। लेकिन ट्रंप की व्यक्तिगत शैली में की गई यह प्रशंसा कई लोगों को अजीब और असहज लगी। सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणियों को “अप्रोफेशनल”, “क्रिंजी” और “परेशान करने वाली” बताया गया। सोशल मीडिया पर कमेंट एक यूज़र ने लिखा, “अगर किसी आम ऑफिस में कोई पुरुष किसी महिला सहयोगी के लिए ऐसी बात कहे, तो उसे फौरन नौकरी से निकाल दिया जाए और कंपनी पर केस कर दिया जाए।” कई यूज़र्स ने मीडिया की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। कहा, “क्या कोई मेनस्ट्रीम मीडिया इन बेतुकी और अजीब बातों पर ट्रंप या वाइट हाउस से सवाल पूछेगा? शायद नहीं।” इस बयान ने ट्रंप की पहले से ही विवादों में घिरी छवि को और बिगाड़ दिया है, खासकर महिलाओं के साथ उनके बर्ताव को लेकर लोग पहले भी सवाल उठाते रहे हैं।

जेब में वोटर स्लिप, ID भी मौजूद! ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों की पाकिस्तान से पुष्टि

श्रीनगर  पिछले महीने 28 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के दाचीगाम में महादेव की पहाड़ियों में जंगलों के बीच 'ऑपरेशन महादेव' के दौरान मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे। इस बात की पुष्टि उनके पास से बरामद सरकारी पहचान पत्र और बायोमेट्रिक डेटा से हुई है। ये तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे और तीनों ही पहलगाम में हुई आतंकी हमले में शामिल थे। सुरक्षा बलों द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्य इस बात की पुष्टि करते हैं। प्राप्त साक्ष्यों के मुताबिक, ये आतंकवादी पहलगाम में हमले को अंजाम देने के बाद से ही दाचीगाम-हरवान वन क्षेत्र में छिपे हुए थे। सुरक्षा बलों द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों के मुताबिक, पहलगाम में पर्यटकों पर की गई गोलीबारी में कोई भी स्थानीय कश्मीरी शामिल नहीं था। बता दें कि 28 जुलाई को ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकवादी – सुलेमान शाह उर्फ फैजल जट्ट, अबू हमजा उर्फ 'अफगान' और यासिर उर्फ 'जिब्रान' को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया था।साक्ष्यों के विश्लेषण से पता चला है कि A++ लश्कर कमांडर सुलेमान शाह, पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड और मुख्य शूटर था, जबकि हमजा और यासिर ए-ग्रेड लश्कर कमांडर थे। गोलीबारी के दौरान हमजा दूसरा बंदूकधारी था, जबकि यासिर तीसरा बंदूकधारी था जिसके पास हमले के दौरान बाकी दोनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी। मतदाता पहचान पत्र और स्मार्ट आईडी चिप से खुलासा रिपोर्ट में कहा गया है कि इन आतंकियों के शवों से मतदाता पहचान पत्र और स्मार्ट आईडी चिप सहित पाकिस्तानी सरकारी दस्तावेज भी बरामद किए गए, जिससे उनके पड़ोसी देश से संबंध होने की पुष्टि होती है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट से पता चलता है कि सुलेमान शाह और अबू हमजा की जेबों से पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा जारी दो मतदाता पर्चियाँ मिलीं। पर्चियों पर मतदाता क्रमांक क्रमशः लाहौर (एनए-125) और गुजरांवाला (एनए-79) की मतदाता सूचियों से मेल खाते हैं। सैटेलाइट फोन से एक मेमोरी कार्ड भी बरामद सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के क्षतिग्रस्त सैटेलाइट फोन से एक मेमोरी कार्ड भी बरामद किया है, जिसमें तीनों व्यक्तियों के NADRA (राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण) बायोमेट्रिक रिकॉर्ड थे। इन रिकॉर्डों में उनके फिंगरप्रिंट, चेहरे के नमूने और वंशावली की जानकारी है, जो उनकी पाकिस्तानी नागरिकता और चांगा मंगा (कसूर ज़िला) और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में रावलकोट के पास कोइयाँ गाँव में उनके पते की पुष्टि करती है।

AI ही भविष्य है: सुंदर पिचाई ने इंजीनियर्स को दिया सख्त अल्टीमेटम

नई दिल्ली गूगल की ओर से अपनी ऑल-हैंड्स मीटिंग में कर्मचारियों को साफ कर दिया गया है कि कंपनी अब पूरी तरह से AI पर फोकस होगी। इसे लेकर खुद सुंदर पिचाई ने कहा है कि जब कंपनियां बड़े निवेश करती हैं, तो ज्यादा हायरिंग होती हैं लेकिन गूगल में ऐसा नहीं होगा। दरअसल गूगल AI के इस दौर में कम कर्मचारियों से ज्यादा और तेज काम करवाना चाहता है। पिचाई ने इस मीटिंग में जानकारी दी है कि इस साल गूगल AI इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉ में लगभग 85 बिलियन डॉलर खर्च करेगी। हालांकि फिर भी नई भर्तियां बहुत सीमित होंगी। कर्मचारियों को मिल रही AI की ट्रेनिंग बता दें कि सुंदर पिचाई ने इस मीटिंग में अपने कर्मचारियों से AI को हाथों-हाथ लेने के लिए कहा है। इसके लिए कंपनी ने AI Savvy Google नाम का प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जिसकी मदद से गूगल के इंजीनियर्स को AI की ट्रेनिंग दी जा रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि गूगल के कर्मचारी अपनी रोजमर्रा की कोडिंग में AI को शामिल करना सीखें। इसके लिए DeepMind के साथ मिलकर "Building with Gemini" नाम का एक कोर्स भी बनाया गया है ताकि इंजीनियर Gemini AI का ठीक तरीके से इस्तेमाल करना सीख सकें। कर्मचारियों को मिले AI कोडिंग असिस्टेंट गूगल अपने कर्मचारियों को सिर्फ AI की ट्रेनिंग ही नहीं दे रहा बल्कि गूगल ने एक खास AI कोडिंग असिस्टेंट भी पेश किया है। इसका इस्तेमाल अब गूगल के 50% इंजीनियर रोजाना कर रहे हैं। गूगल का मकसद है कि इस AI असिस्टेंट को डेवलपर की दिनचर्या का हिस्सा बनाना है। साथ ही गूगल ने Windsurf नाम के एक AI स्टार्टअप को 2.4 बिलियन डॉलर में खरीदा है। इस कंपनी के सीईओ वरुण मोहन अब गूगल के साथ उन्हें AI के क्षेत्र में मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। गूगल में कर्मचारियों की स्थिति पिछले कुछ समय में गूगल में कर्मचारियों की भर्ती देखने को मिली है लेकिन यह 2023 के मुकाबले में अभी भी काफी कम है। गूगल अपनी वर्कफोर्स का 6% हिस्सा पहले ही घटा चुकी है। इसके अलावा कुछ विभागों में वॉलंटरी बायआउट की पेशकश की गई है। कुल मिलाकर अब कंपनी "छोटी टीम, स्मार्ट टूल्स और तेज आउटपुट" की स्ट्रैटजी पर काम कर रही है और गूगल के साथ अब आगे बढ़ने के लिए AI को अपनाना बेहद जरूरी हो जाएगा। गूगल की मीटिंग से निकल कर आई यह तमाम जानकारी इस बात को साफ करती है कि भविष्य में शायद AI द्वारा नौकरी खाए जाने वाली बात सच साबित हो जाए क्योंकि कुछ ऐसा ही हम फिलहाल होता देख रहे हैं।

हेरोइन तस्करी केस में बड़ी सफलता: रायपुर पुलिस ने पकड़े 9 आरोपी, 1 करोड़ की हेरोइन जब्त

रायपुर  रायपुर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए पंजाब से जुड़े मुख्य सप्लायर सहित रायपुर के स्थानीय नेटवर्क के कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान 412.87 ग्राम हेरोइन जब्त की गई है, जिसकी बाजार कीमत लगभग 1 करोड़ रुपए आंकी गई है। इस नेटवर्क के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के पुख्ता इनपुट मिले हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुख्य सप्लायर लवजीत सिंह उर्फ बंटी, पंजाब के गुरदासपुर का निवासी है, जो पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाकर भारत में सप्लाई करता था। रायपुर में इस नेटवर्क का संचालन सुवित श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा था, जिसने कमल विहार सेक्टर-4 स्थित अपने मकान को नेटवर्क का हब बना रखा था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ है। आरोपी विदेशी नंबरों से नेट कॉलिंग, वीडियो और लोकेशन शेयरिंग के जरिए ग्राहकों को माल सप्लाई करते थे। पैसों के लेन-देन के लिए म्यूल अकाउंट्स का उपयोग किया जा रहा था। पुलिस की कार्ययोजना और कार्रवाई आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा एवं एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर स्पेशल टीम गठित की गई थी। विशेष इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीम ने आरोपी के ठिकानों पर निगरानी रखते हुए दिनांक 03 अगस्त को कमल विहार स्थित मकान में दबिश दी। वहां से तीन आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया गया और भारी मात्रा में हेरोइन बरामद की गई। गिरफ्तार आरोपी 1. लवजीत सिंह उर्फ बंटी (39), निवासी गुरदासपुर, पंजाब 2. सुवित श्रीवास्तव (31), निवासी राजेन्द्र नगर, रायपुर 3. अश्वन चंद्रवंशी (33), निवासी जामसरा, राजनांदगांव 4. लक्ष्य परिफल राघव उर्फ लव (24), निवासी सतनामीपारा, रायपुर 5. अनिकेत मालाधरे (24), निवासी गोंदिया, महाराष्ट्र 6. मनोज सेठ (27), निवासी महासमुंद 7. मुकेश सिंह (39), निवासी टाटीबंध, रायपुर 8. जुनैद खान उर्फ सैफ चिला (27), निवासी मौदहापारा, रायपुर 9. राजविंदर सिंह उर्फ राजू (30), निवासी कांकेर इन सभी आरोपियों के कब्जे से हेरोइन, मोबाइल फोन, तौल मशीन, सिल्वर पेपर रोल, नशा करने के उपकरण, एटीएम कार्ड, चेक बुक, और एक क्रेटा कार जब्त की गई है।  

करौली में जलभराव पर सख्त CM भजनलाल: अधिकारियों को दिए त्वरित राहत के निर्देश

करौली राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को करौली जिले के मंडरायल क्षेत्र का दौरा कर जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया। हाल ही में भारी बारिश के कारण क्षेत्र में जलभराव की गंभीर स्थिति बनी हुई थी। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण किया और स्थानीय निवासियों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं।   मुख्यमंत्री के मंडरायल पहुंचने पर उनका स्वागत करौली विधायक दर्शन सिंह गुर्जर, सपोटरा विधायक हंसराज मीणा, भाजपा नेता सुशील शर्मा, जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना और पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री को पुलिस जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। ‘प्रभावितों को मिले त्वरित राहत, नहीं हो लापरवाही’ मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों से राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता पहुंचाई जाए, उन्हें सुरक्षित आवास, चिकित्सा और जरूरी वस्तुएं मुहैया कराई जाएं। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।   प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के साथ की समीक्षा बैठक हवाई निरीक्षण और क्षेत्रीय भ्रमण के बाद मुख्यमंत्री ने करौली और सपोटरा के विधायकों तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट ली और पुनर्वास के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में मौजूद आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, सहकारिता मंत्री गौतम दक और मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ सिहाग ने भी राहत प्रयासों की समीक्षा की।   जनता के साथ है सरकार, हर स्तर पर मिलेगी सहायता मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रभावित लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से आमजन के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि जलभराव से हुए नुकसान का पूरा सर्वेक्षण कराया जा रहा है, ताकि प्रभावितों को नियमानुसार मुआवजा और सहायता मिल सके। वहीं, मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी कहा कि जिला प्रशासन के माध्यम से हर समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।   धौलपुर के लिए हुए रवाना, दिए स्पष्ट निर्देश मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का करौली दौरा समाप्त होने के बाद वे हेलीकॉप्टर से धौलपुर के लिए रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि राहत और पुनर्वास कार्यों में पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरती जाए तथा प्रभावितों को हरसंभव सहायता सुनिश्चित की जाए।  

मुंबई में पक्षियों को दाना खिलाना अपराध! 51 कबूतरखाने बंद, 100 लोग चालान के शिकंजे में

मुंबई महाराष्ट्र सरकार के निर्देश और बॉम्बे उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने दादर कबूतरखाना में कबूतरों को दाना डालने पर आधिकारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया है. बीएमसी ने 2 अगस्त को दादर कबूतरखाना के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इसे प्लास्टिक की बड़ी तिरपालों से ढक दिया. यह प्रतिबंध गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों के कारण लागू किया गया है, क्योंकि कबूतरों की बीट (मल) से सांस संबंधी बीमारियां और संक्रमण होने की संभावना होती है, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले शहरी क्षेत्रों में. बीएमसी ने बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश को लागू करते हुए दादर कबूतरखाना में बने अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया और कबूतरों को खिलाने के लिए रखे गए अनाज को जब्त कर लिया गया. कबूतरों को दाना डालने पर प्रतिबंध लागू होने के बाद से बीएमसी ने दादर कबूतरखाना में 100 से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाया है. बॉम्बे उच्च न्यायालय ने बीएमसी को प्रतिबंध का उल्लंघन कर कबूतरों को दाना डालने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और आपराधिक शिकायत दर्ज करने का अधिकार दिया है, जिसमें किसी व्यक्ति द्वारा बार-बार आदेश का उल्लंघन पर संभावित गिरफ्तारी भी शामिल है. बीएमसी को इस कार्रवाई में मुंबई पुलिस का भी सहयोग मिला है और उन जगहों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जहां लोग कबूतरों को दाना डालते हैं. कबूतरों को दाना डालने के पीछे सांस्कृतिक और धार्मिक आधारों का हवाला देकर स्थानीय लोग बीएमसी के एक्शन का विरोध कर रहे हैं. हालांकि, बीएमसी का कहना है कि वह हाई कोर्ट के आदेश पर जन स्वास्थ्य और स्वच्छता को प्राथमिकता दे रही है.  दादर निवासी नीलेश त्रेवाडिया ने कहा कि बीएमसी को इस तरह के प्रतिबंध के परिणामों पर भी ध्यान देना चाहिए. यह प्रतिबंध दादर सहित मुंबई के सभी प्रमुख कबूतरखानों पर लागू है और हाई कोर्ट ने बीएमसी से इसे सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है. प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई हो रही है. मुंबई में 51 कबूतरखाने हैं, जिनमें दादर कबूतरखाना जैसे प्रतिष्ठित स्थल भी शामिल हैं. मुंबई में कबूतरों को दाना खिलाने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने मुंबई के म्युनिसिपल कमिश्नर को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि पक्षी प्रेमियों, जैन साधुओं और नागरिकों द्वारा व्यक्त की गई भावनाओं को ध्यान में रखा जाए. बॉम्बे हाई कोर्ट के निर्णय का सम्मान करते हुए उन्होंने बीएमसी से कोई बीच का रास्ता निकालने का आग्रह किया है. मुंबई में पिजन फीडिंग की सदियों पुरानी प्रथा मुंबई में लोगों द्वारा कबूतरों को दाना डालना सदियों से चली आ रही एक प्रथा है, जो कई बार विवादों का कारण भी बना है. भारतीय संस्कृति में कबूतरों को दाना डालना पुण्य का कार्य माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि इससे पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है. कहा जाता है कि कबूतरों को भोजन कराने से मृत पूर्वजों की आत्मा को तृप्ति मिलती है और पितृ-पीड़ा से मुक्ति मिलती है. विशेष रूप से अमावस्या के दिन कबूतरों को दाना डालना शुभ माना जाता है. कुछ संस्कृतियों में यह भी मान्यता है कि कबूतरों को सांसारिकता और आध्यात्म के बीच संदेशवाहक के रूप में देखा जाता है, उन्हें भोजन कराने से आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है और ईश्वर के साथ बेहतर संबंध बनता है. जैन धर्म में, कबूतरों को दाना डालना जीव दया या जीवों के प्रति करुणा का एक रूप है, जो जैन परंपरा के प्रमुख सिद्धांतों में से एक है. जैन मंदिर और ट्रस्ट कबूतरखाना संचालित करते हैं. जैन धर्म के अनुयायी इन स्थानों पर नियमित रूप से कबूतरों को दाना डालने जाते हैं. दादर कबूतरखाना को भी एक जैन मंदिर द्वारा स्थापित किया गया था. मुंबई में कबूतरों को दाना खिलाने का इतिहास मुंबई में गुजराती और जैन व्यापारियों की बड़ी संख्या के कारण शहरभर में कबूतरखाने मिल जाते हैं. इस कारण मुंबई में कड़ी संख्या में कबूतर देखे जा सकते हैं. एडवर्ड हैमिल्टन ऐटकेन ने 1909 में अपनी किताब 'द कॉमन बर्ड्स ऑफ बॉम्बे' में शहर में कबूतरों की बड़ी आबादी के कारणों पर विस्तार से बताते हुए लिखा, 'वे दो चीजों से बंबई की ओर आकर्षित होते हैं: उनके रहने के लिए यहां इमारतों की कोई कमी नहीं है और हिंदू अनाज व्यापारियों की उदारता के कारण उन्हें भोजन की कमी नहीं होती.' बॉम्बे नगरपालिका ने 1944 में दादर स्थित जैन मंदिर को एक पत्र लिखकर पक्षियों के भोजन के लिए एक ट्रैफिक आइलैंड के निर्माण की अनुमति दी. यह पत्र जैन मंदिर द्वारा भेजे गए उस पत्र के जवाब में जारी किया गया था जिसमें मंदिर के पास झुंड में रहने वाले और कारों से कुचले जाने के खतरे में रहने वाले कबूतरों की सुरक्षा के लिए एक बाड़ा बनाने की अनुमति मांगी गई थी. ट्रैफिक आइलैंड सड़क पर एक उठा हुआ या चिह्नित क्षेत्र होता है जिसका उपयोग यातायात को नियंत्रित करने, पैदल यात्रियों को सुरक्षित स्थान प्रदान करने और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए किया जाता है. ऐसे स्ट्रक्चर चौराहों पर या सड़कों के बीच में बनाए जाते हैं, ताकि वाहनों की आवाजाही को व्यवस्थित किया जा सके और पैदल चलने वालों को सड़क पार करने के लिए सुरक्षित स्थान मिल सके.  मुंबई में कबूतरों की बीट से स्वास्थ्य जोखिम तत्कालीन बॉम्बे में कबूतरों को दाना डालना व्यापक रूप से स्वीकार्य था. लेकिन 90 के दशक के मध्य में इस पर चिंताएं उभरने लगीं, जब मेडिकल स्टडीज में कबूतरों की बीट को सांस संबंधी बीमारियों से जोड़ा गया. इसके बाद, मुंबई में कबूतरों को दाना खिलाने से संबंधित शिकायतें बढ़ने लगीं, नागरिकों ने कबूतरों की अधिक संख्या के कारण श्वसन संबंधी समस्याओं की शिकायत की. 2013 में, 30 जून को ग्रांट रोड पर कबूतरखाना के पास एक कबूतर के अचानक सामने आने से बीएमसी के एक इंजीनियर की मोटरसाइकिल से गिरकर मौत हो गई थी. घटना के बाद स्थानीय पार्षद ने दाना बेचने वालों को सड़क से हटा दिया. दो दिन बाद, तत्कालीन बीएमसी लॉ कमिटी के चेयरमैन मकरंद नार्वेकर ने कबूतरखानों को कम भीड़-भाड़ वाले इलाकों में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रखा. हालांकि, इस प्रस्ताव … Read more

IAS अधिकारियों के हुए तबादले, पदस्थापना आदेश जारी, देखें लिस्ट

भोपाल. मध्य प्रदेश शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों (IAS Transfer) के तबादला आदेश जारी किये हैं, सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिकारियों की नई पदस्थापना के आदेश जारी किये हैं। GAD MP द्वारा जारी तबादला आदेश में 5 अधिकारियों को नई जिम्मेदारी दी गई है वहीं तीन IAS अधिकारियों से अतिरिक्त प्रभाव वापस लिया है और अन्य अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। इन IAS अधिकारियों की पदस्थापना में बदलाव  राज्य शासन ने मंत्रालय में पदस्थ पदस्थापना की प्रतीक्षा कर रहे सीनियर IAS अधिकारी मनीष सिंह को प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की जिम्मेदारी दी है इसके अलावा उन्हें प्रमुख सचिव, खेल एवं युवा कल्याण विभाग (अतिरिक्त प्रभार) सौंपा है। शासन ने पदस्थापना की प्रतीक्षा कर रहीं IAS जी व्ही रश्मि को सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी दी है। सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश में प्रबंध संचालक, मध्य प्रदेश बीज एवं फार्म विकास निगम तथा उप सचिव, , किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग (अतिरिक्त प्रभार) अनुराग सक्सेना को अपर प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड, भोपाल पदस्थ किया है। IAS अभिलाष मिश्रा को राज्य शासन ने अपर आयुक्त, नगर पालिक निगम, इन्दौर के पद से ट्रांसफर करते हुए आयुक्त नगर पालिक निगम उज्जैन पदस्थ किया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी श्रीमती अर्चना सोलंकी मुख्य महाप्रबंधक (प्रशासन), मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण, भोपाल की पदस्थापना में बदलाव करते हुए शासन ने उप सचिव, “कार्मिक”, सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी है। 

शहबाज शरीफ भड़के: इजरायली मंत्री ने अल अक्सा मस्जिद में की पूजा, कहा– बर्दाश्त नहीं करेंगे

 यरूशलम  इजरायल के दक्षिणपंथी नेता और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन गिविर (Itamar Ben Gvir) ने  यरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद में पूजा की. अल-अक्सा मंदिर में उनका पूजा करना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को नागवार गुजरा और उन्होंने खुलकर अपना गुस्सा जाहिर किया.  बेन गिविर के अल-अक्सा मस्जिद के दौरे से तनाव बढ़ गया है. उनके इस दौरे के मुस्लिम जगत के लिए उकसावे वाला बताया जा रहा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गिविर के अल-अक्सा मस्जिद में पूजा करने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि हम इजरायली मंत्रियों द्वारा हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद में घुसने की निंदा करते हैं.  शहबाज शरीफ ने कहा कि इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक का अपमान ना केवल दुनियाभर के एक अरब से अधिक मुसलमानों की धार्मिक आस्था का घोर अपमान है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवता की सामूहिक अंतरात्मा पर भी सीधा हमला है. इस तरह के योजनाबद्ध उकसावे और क्षेत्र को हड़पने की गैरजिम्मेदाराना मांगें शांति की संभावनाओं को गंभीर रूप से खतरे में डाल रही हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इजरायल की ये निंदनीय और शर्मनाक कार्रवाइयां न केवल फिलिस्तीन बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव को जानबूझकर भड़का रही हैं, जिससे यह क्षेत्र और अधिक अस्थिरता और संघर्ष की ओर धकेला जा रहा है. पाकिस्तान एक बार फिर जोर देकर अपील करता है कि तत्काल युद्धविराम लागू किया जाए, आक्रामकता की सभी कार्रवाइयां रोकी जाएं और एक विश्वसनीय शांति प्रक्रिया को बहाल किया जाए, जो अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के संबंधित प्रस्तावों के अनुरूप हो. बता दें कि अल-अक्सा मस्जिद को यहूदी टेंपल माउंट कहते हैं और इसे अपना पवित्र स्थल मानते हैं. अल-अक्सा मस्जिद में लंबे समय से नमाज पढ़ी जाती हैं. यहां यहूदी पूजा नहीं करते बल्कि तय समय पर ही यहूदी यहां प्रवेश कर सकते हैं. वहीं, इस्लाम में अल-अक्सा मस्जिद मक्का और मदीना के बाद तीसरा सबसे पवित्र स्थल है. मुसलमान, यहूदी और ईसाई धर्मों के अल-अक्सा को लेकर किए जाने वाले दावों को लेकर यह परिसर अशांत बना हुआ है. बता दें कि गिविर 2021 में भी अल-अक्सा मस्जिद गए थे. उस समय भी उनके इस दौरे का विरोध हुआ था. 

चमक रहा इवेंट मैनेजमेंट, उभर रहे नए रोजगार

उदारीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों ने हमारी आर्थिक और सामाजिक ढांचे को ही बदल दिया है। यही वजह है कि आज लोगों में बच्चों के बर्थ डे कार्यक्रम से लेकर शादी−विवाह तक के समारोहों में बड़े पैमाने पर मनाने की होड़ लग गई है। यही वजह है कि आज स्टेटस सिंबल बन चुके सामाजिक रस्मों−रिवाजों को पूरा करने की जिम्मेदारी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को सौंपी जानी लगी है। ये कंपनियां मोटी रकम लेकर संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन करती हैं। फिलहाल इस व्यवसाय का देश भर में 600 हजार करोड़ रुपए का कारोबार है। इसमें हर साल 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी हो रही है। लिहाजा इस क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं उभर कर सामने आई हैं। इवेंट मैनेजमेंट का मतलब कार्यक्रम प्रबंधन है। जिसके तहत शादी, पार्टियां, बर्थ डे पार्टियां, सौन्दर्य प्रतियोगिता, खेल आयोजन, उद्योग जगत के विभिन्न कार्यक्रमों जैसे नए उत्पादों की लांचिंग, प्रेस कांफ्रेंस, सेमिनार, प्रशिक्षण और ब्रांड शो जैसे कार्यक्रम हैं। इवेंट मैनेजमेंट के तहत इन कार्यक्रमों से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों का एक समूह कार्यक्रम कराने वालों की स्थिति का अध्ययन करता है। जिसके आधार पर ही इवेंट मैनेजर कार्यक्रमों की तैयारी करते हैं। आयोजक की जिम्मेदारी सिर्फ पैसे चुकाने तक ही होती है। इवेंट मैनेजमेंट के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यों का संपादन किया जाता है। लिहाजा इसके लिए किसी विशेष पाठ्यक्रम की व्यवस्था नहीं है। यह व्यवसाय पूरी तरह से व्यवहार कुशलता और संचालन व्यवस्था पर आधारित है। इसलिए आमतौर पर एमबीए और जनसंचार से संबंधित डिग्रियां एक कुशल इवेंट मैनेजर बनने के लिए सहायक होती हैं। लेकिन व्यवहारिक रूप से कोई भी ग्रेजुएट युवक जो बहिमुखी प्रतिभा का धनी है और अपनी बातों को प्रभावी ढंग से दूसरे के समक्ष रखने में सक्षम है तथा उसमें प्रबंधन की क्षमता हो वह इसे कॅरियर के तौर पर अपना सकता है। एक इवेंट मैनेजर में टीम भावना होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह इस व्यवसाय का मेरू दंड है। इस कारोबार में उतरने से पहले अभ्र्यथी को किसी इवेंट कंपनी में बतौर प्रशिक्षु काम करना आवश्यक है। इसके अलावा उसे पार्टियों के आयोजन में हो रहे बदलाव से अवगत होना भी जरूरी है। साथ ही समाज के धनी तबके के बीच पैठ एक इवेंट मैंनेजर की सफलता के सूत्र हैं। इच्छुक अभ्यर्थी इन संस्थानों से संपर्क कर सकते हैं… -नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, 7 एवन आरकेड, डीजे रो विल पार्ले मुंबई। -इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, जेएनयू कैम्पस, नई दिल्ली। -मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, शोला अहमदाबाद। -सेंट जेविर्यस कॉलेज ऑफ कम्युनिकेशन, धोबी तालाब रोड़, लाइंस मुंबई। -केजे सोमाया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, विले पार्ले मुंबई। -यूनिवर्सिटी ऑफ पुणे, गणेश खिंड, पुणे।