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CMHO की सख्ती: हथाईखेड़ा अस्पताल के 25 स्वास्थ्यकर्मियों पर गिरी गाज, कारण बताओ नोटिस भेजा

भोपाल  राजधानी के सिविल अस्पताल हथाईखेड़ा में लापरवाही और अनुशासनहीनता का गंभीर मामला सामने आया है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 अगस्त 2025 को कराए गए आकस्मिक निरीक्षण में अस्पताल के 25 स्वास्थ्यकर्मी अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल मनीष शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी अनुपस्थित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 3 कार्यदिवस के भीतर स्पष्टिकरण मांगा है। जवाब नहीं मिलने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। डॉक्टर्स से लेकर टेक्नीशियन तक शामिल प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह 9:45 बजे तक अस्पताल में कोई नर्सिंग स्टाफ या डॉक्टर मौजूद नहीं था, जिससे मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भटकना पड़ा। अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों से लेकर तकनीकी स्टाफ तक शामिल हैं। अनुपस्थित पाए गए प्रमुख स्वास्थ्यकर्मी: चिकित्सा अधिकारी 1. डॉ. योगेश सिंह कुरव 2. डॉ. सुनन्दा जैन 3. डॉ. अब्दुल हाफीज 4. डॉ. मनीष मुकाती 5. डॉ. दानिष पटेल 6. डॉ. दयाशंकर त्रिमूर्ति 7. डॉ. भावना मालवीया 8. डॉ. हर्षिता शर्मा 9. डॉ. सुरती शर्मा नर्सिंग ऑफिसर  10. संध्या नारीया 11.  रजनी मोवाडे 12. भाग्यश्री फाटेगाओंकर 13. मोनीका बोबड़े 14.  मेघा सोनी 15.  लीना जाटव 16.  रेखा गुप्ता 17. श्रष्टि खसदेव (प्रशिक्षक) 18.मीना वाडकेले 19. पायल भास्कर और ये भी पढ़े     फार्मासिस्ट और तकनीकी स्टाफ 20.ममता माजोका 21. ललीता साह 22. एन.एन. वर्मा 23. ज्ञान सिंह बोरेला (लैब टेक्नीशियन) 24. लोकेश जैन (लैब टेक्नीशियन) 25. जयदीप माजोका (एक्स-रे टेक्नीशियन) नोटिस में कहा गया है कि इन कर्मचारियों की समय पर गैर-मौजूदगी से मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल सका, जो कि सेवा अनुशासन और नैतिक जिम्मेदारी का उल्लंघन है। CMHO ने स्पष्ट किया है कि आपकी अनुपस्थिति से हितग्राहियों को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित होना पड़ा है। यह घोर लापरवाही है। 3 दिन के भीतर जवाब दें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, यह निरीक्षण भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि समयपालन, जिम्मेदारी और मरीजों को गुणवत्ता वाली सेवा सुनिश्चित की जा सके।  

EPF में गड़बड़ी से परेशान? ये है सरकारी समाधान पोर्टल और शिकायत दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया

नई दिल्ली क्या आपकी सैलरी से कट रहा पीएफ अमाउंट पासबुक में दिखाई नहीं दे रहा? या फिर आप अपनी पिछली जॉब में कटा पीएफ का पैसा अपने अकाउंट में नहीं देख पा रहे? तो जान लें कि अब सिर्फ एक सरकारी पोर्ट्ल पर आपको पीएफ से जुड़ी हर समस्या का समाधान मिल जाएगा। आपको अपने पीएफ अकाउंट से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। दरअसल सरकार ने इसके लिए पोर्टल लॉन्च किया है जहां आप पीएस खाते से जुड़ी किसी भी शिकायत को दर्ज करा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर रिमाइंडर भी भेज सकते हैं। चलिए इस पूरे तरीके को समझते हैं और जानते हैं कि आखिर कैसे आप अपने पीएफ अकाउंट से जुड़ी किसी भी समस्या को दूर कर सकते हैं। EPFiGMS क्या है? EPFiGMS का मतलब है Employees’ Provident Fund Grievance Management System। यह एक ऑनलाइन सरकारी पोर्टल है जिसे की PF से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए बनाया गया है। इस पोर्टल पर PF से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान आसानी से मिल सकता है। अब भले आपके PF ट्रांसफर में देरी हो, क्लेम अटका हो, अकाउंट में कोई गलत जानकारी दर्ज हो या ऑफिस से जवाब न मिल रहा हो, आप इस पोर्टल की मदद से कम से कम समय में अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं। इस पोर्टल की खासियत यह है कि आप इस पर शिकायत के साथ जरूरी डॉक्यूमेंट्स भी सबमिट कर सकते हैं और जल्द से जल्द अपनी शिकायत का निवारण पा सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको अपनी शिकायत का जवाब मिलने में समय लगता है, तो आप रिमाइंडर भी भेज सकते हैं, ताकि आपकी समस्या पर तेजी से काम किया जा सके। कैसे करें शिकायत? PF से जुड़ी किसी भी समस्या की शिकायत करने के लिए आपको: स्टेप 1: सबसे पहले गूगल पर EPFiGMS सर्च करें। स्टेप 2: सबसे पहले लिंक पर क्लिक करें और वहां Register Grievance पर क्लिक करें। स्टेप 3: इसके बाद अपना स्टेटस चुनें जैसे कि PF Member। स्टेप 4: अगर आपकी शिकायत किसी क्लेम से जुड़ी है, तो क्लेम आईडी डाल कर क्लेम की डिटेल्स दें। या फिर आप Claim ID के दिए NO को सलेक्ट कर सकते हैं। स्टेप 5: अपना UAN नंबर दर्ज करें और कैपचा डालकर Get Details पर क्लिक करें। इसके बाद आपको अपने फोन नंबर और ईमेल आईडी पर एक OTP मिलेगा जिसे दर्ज करके आप आगे बढ़ सकते हैं। स्टेप 6: इसके बाद आपको अपनी बेसिक डिटेल्स दर्ज करनी होंगी जैसे कि पता। स्टेप 7: अब पीएफ नंबर चुनकर अपनी शिकायत डिटेल में बता दें। साथ में समस्या से जुड़े डॉक्युमेंट्स अटैच करना न भूलें। स्टेप 8: इसके बाद अपनी शिकायत को सबमिट कर दें। दो फीचर हैं कमाल इस पोर्ट्ल पर आपको दो ऐसे फीचर मिलते हैं जिनसे आपके काम बहुत तेजी से पूरे हो जाएंगे। दरअसल आप इस पोर्ट्ल पर एक बार शिकायत करने के बार हर 7 दिन में एक रिमाइंडर भेज सकते हैं ताकि आपकी समस्या का जल्द समाधान मिल सके। इसके अलावा आप अगर मिलने वाले समाधान से संतुष्ट न हों तो आप अपना फीडबैक भी इस पोर्टल पर सब्मिट कर सकते हैं। ध्यान रखने वाली बातें इस पोर्टल पर शिकायत दर्ज करते हुए दो बातों का खास तौर पर ध्यान रखें कि अपनी शिकायत से संबंधित सभी ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स जरूर उपलब्ध कराएं। इससे आपकी समस्या का समाधान जल्द हो सकेगा। इसके अलावा शिकायत दर्ज करने के बाद मिलने वाले कंप्लेंट नंबर को ध्यान से रखें ताकि अपनी शिकायत का स्टेटस बाद में चेक कर सकें।

साउथ इंडस्ट्री ने खोया बेहतरीन कलाकार, अभिनेता शानवास का निधन

साउथ के सुपरस्टार शानवास ने 71 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस इंडस्ट्री में अशोक की लहर दौड़ पड़ी है। पिछले काफी लंबे वक्त से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे, जिनकी हालत खराब होने पर उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक्टर का सोमवार की रात करीब 11:50 के आसपास निधन हुआ है। दरअसल, कल रात उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद परिजनों द्वारा उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए और उनका निधन हो गया। इस खबर से इंडस्ट्री के साथ-साथ उनके फैंस भी काफी दुखी हैं। इस तरह उनका यूं दुनिया से चले जाना लोगों के लिए बहुत बड़ा झटका है। फिलहाल, संवास का अंतिम संस्कार पलायन मुस्लिम जमात कब्रिस्तान में किया जाएगा। बड़े-बड़े दिग्गज कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं, साथ ही परिवार का भी ढांढस बंधा रहे हैं। फिल्मी करियर शानवास के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने करीब 96 फिल्मों में काम किया है, जो कि मलयालम और तमिल भाषा की थीं। 1955 में तिरुवंतपुरम में जन्मे एक्टर ने फिल्म प्रेम गीतांगल से इंडस्ट्री में डेब्यू किया था, जो कि 1981 में रिलीज हुई थी। यह पूरी तरह से रोमांटिक फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दीं। वह अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते थे, क्योंकि उनके पिता फिल्म इंडस्ट्री के लिए एंट्री एक्टर प्रेम नजीर थे। टीवी में भी आए थे नजर शानवास ने टीवी जगत में भी अपनी किस्मत आजमाई थी। उन्होंने सत्यमेव जयते, वेलुथु कैटरीना जैसे शो में काम किया था। हालांकि, कुछ टाइम के लिए उन्होंने एक्टिंग से ब्रेक ले लिया था और अपने परिवार के साथ समय गुजारने लगे थे। बाद में उन्होंने साल 2011 में फिल्म चाइना टाउन से वापसी की थी। उनकी आखिरी फिल्म साल 2022 में रिलीज़ हुई थी, जिसका नाम जन गण मन था। फिल्मी सफर उनका काफी रोमांचक भर रहा है। यह उन चुनिंदा एक्टर्स की लिस्ट में शुमार हैं, जिन्होंने एक्टिंग की दुनिया में अपनी मेहनत से पहचान बनाई है। लोग उन्हें इतना ज्यादा प्यार देने लगे कि उनकी दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगी। करियर में उन्होंने कई तरह के रोल निभाए हैं, जिनके लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की थी। संवास में अपने पिता के साथ करीब सात फिल्मों में काम किया था, जो कि उनके लिए काफी गर्व की बात थी। वह हमेशा ही अपने पिता का गुणगान किया करते थे।  

चिकित्सा घोटाले में ED की रेड, रायपुर में करोड़ों की संपत्ति पर कसा शिकंजा

रायपुर  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रायपुर में चिकित्सा उपकरण एवं री-एजेंट खरीद घोटाले के संबंध में बड़ी कार्रवाई की है। पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत ईडी ने छत्तीसगढ़ में शशांक चोपड़ा, उनके परिवार के सदस्यों, व्यावसायिक संस्थाओं और राज्य के अधिकारियों सहित अन्य सहयोगियों के आवासीय व कार्यालय परिसरों में 30 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक छापेमारी अभियान चलाया। 40 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त इस दौरान 20 स्थानों पर तलाशी ली गई। छापे के दौरान बैंक खातों में जमा राशि, सावधि जमा, डीमैट खातों में शेयर और वाहनों के रूप में 40 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति सामने आई। विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और चल-अचल संपत्तियां जब्त/फ्रीज की गई हैं। ईडी ने कहा- अभी और खुलासे होंगे ईडी ने इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग की कड़ी जांच के तहत की गई है, जिसमें कई और खुलासे संभावित हैं। 

रीवा में सरकारी कर्मचारियों के लिए खास निर्देश, एक दिन बिना वाहन के पहुंचें कार्यालय

रीवा  रीवा संभाग में एक विशेष पहल की गई है। यहां सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मंगलवार को साइकिल से ही दफ्तर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। आदेश जारी करने वाले संभाग आयुक्त बीएस जामोद ने खुद साइकिल से दफ्तर पहुंचकर इसकी शुरुआत भी की है। संभाग आयुक्त बीएस जामोद ने मंगलवार को 'साइकिल डे' की शुरुआत की है। पूरे संभाग के सरकारी अधिकारी-कर्मचारी सप्ताह में एक दिन साइकिल आएंगे अथवा पैदल या रिक्शा का सहारा ले सकते हैं। लेकिन बाइक या कार से ऑफिस नहीं जा सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य है ईंधन की बचत, पर्यावरण संरक्षण और बेहतर स्वास्थ्य है। मंगलवार को रीवा कमिश्नरी के कर्मचारी साइकिल से कार्यालय पहुंचे। हालांकि बहुत से कर्मचारी-अधिकारी वाहन से ही आए। संभागीय कमिश्नर बीएस जामोद ने रीवा संभाग के सभी कलेक्टर और विभाग प्रमुखों को पत्र लिखकर, मंगलवार साइकिल डे प्रारंभ करने को कहा है। सप्ताह में एक दिन साइकिल के उपयोग की बात कहते हुए कमिश्नर ने कहा है कि वर्तमान में हम सभी वैश्विक और स्थानीय चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इनमें ईंधन की बढती कीमतें, पर्यावरण प्रदूषण का स्तर और नागरिकों के स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं गंभीर विषय बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से जहां शरीर स्वस्थ रहेगा वहीं पर्यावरण का प्रदूषण भी कम होगा और खर्चे में भी कटौती होगी। हालांकि इसकी शुरुआत के पहले दिन जहां कमिश्नर और उनके कर्मचारी साइकिल से कार्यालय पहुंचे तो कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज्यादातर अधिकारी कर्मचारी वाहन से ही पहुंचते दिखे।

भारत-पाकिस्तान मैच से पहले बड़ा बयान: पूर्व पाक कप्तान ने अपनी टीम पर ही उठा दिए सवाल

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान राशिद लतीफ ने 14 सितंबर को होने वाले एशिया कप मुकाबले में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की संभावनाओं को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने हालिया खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि टीम के प्रदर्शन और रणनीति में सुधार की जरूरत है। IANS से बात करते हुए लतीफ ने बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के खिलाफ पाकिस्तान की हालिया हार का जिक्र किया और एक मजबूत भारतीय टीम का सामना करने की चुनौतियों पर जोर दिया। पाकिस्तान क्रिकेट टीम अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है, जहां उसे उन टीमों के खिलाफ अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ रहा है जिन्हें उससे हराने की उम्मीद थी। इन असफलताओं ने 9 सितंबर से शुरू होने वाले प्रतिष्ठित एशिया कप टूर्नामेंट की उनकी तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राशिद लतीफ ने कहा कि, "पाकिस्तान के लिए 14 सितंबर को एक मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ खेलना बहुत मुश्किल होगा। एशिया कप हो जाए बस।"दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। देश में फैले आक्रोश को देखते हुए भारत किसी भी स्तर पर पाकिस्तान से क्रिकेट नहीं खेलना चाहता। हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में भी भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले का बहिष्कार किया। पूर्व कप्तान ने पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति का विस्तृत आकलन किया। उन्होंने कहा, "हमारी क्रिकेट हवा में चल रही है… हम बांग्लादेश और वेस्टइंडीज से हार गए, ऐसे मैच जो हमें कभी नहीं हारने चाहिए थे। हमारा कप्तान अच्छा हो सकता है, लेकिन तीनों फॉर्मेट में तालमेल बिठाना आसान नहीं है। हमारे पास प्रतिभा है, लेकिन हम अभी तक सही फैसले नहीं ले पा रहे हैं।" पाकिस्तान के हालिया प्रदर्शन में बांग्लादेश और दूसरी श्रेणी की वेस्टइंडीज़ टीम से हार शामिल है, जिसके नतीजों ने उनकी तैयारी के तरीकों और टीम रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।  

कुम्हार का बेटा, मां की मेहनत और मटका बेचने की जिद – पहुंचा BARC साइंटिस्ट बनने

 जबलपुर  मध्य प्रदेश में जबलपुर के एक गरीब कुम्हार का बेटा साइंटिस्ट बनने जा रहा है. कभी जो हाथ माटी से मटके बनाया करते थे, अब उन्हीं हाथों से ये नौजवान शोध करेगा. त्रिपुरी चौक में रहने वाले 23 वर्ष के नौजवान का सिलेक्शन भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC)  में बतौर साइंटिस्ट के रूप में हुआ है. ऑफर लेटर देखकर पूरा परिवार खुशियों से झूम उठा है.  तब नजरा देखते बनता था. जहां मिट्टी के बर्तनों की सुगंध के बीच सफलता की खुशी साफ महसूस की जा सकती थी. जैसे टीम अजय के घर पहुंची, तब भी अजय दुकान में ग्राहकी कर रहे थे. अजय ने बताया, परिवार का हाल… अजय ने बताया सड़क किनारे वर्षों से पिता मिट्टी के बर्तन बेचने का काम कर रहे हैं. मम्मी घरों-घरों में जाकर गमले बेचने का काम करती है. ऐसे में सिर्फ एक ही रास्ता था, पढ़ लिखकर मां-बाप का सहारा बनना और देशभर में नाम कमाना. उन्होंने बताया, हर चीज आसान नहीं थी, लेकिन पढ़ाई के दौरान हर वक्त जहन में माता-पिता का संघर्ष दिखाई देता था. आज वही मेहनत रंग लाई है और परिवार के आंखों में खुशी के आंसू हैं. इस तरह शुरू हुआ सिलसिला…  अजय ने बताया, सरस्वती विद्या मंदिर से 10वीं की पढ़ाई पूरी की और मध्य प्रदेश में 9वां स्थान हासिल किया था. फिर 12वीं के बाद ग्रेजुएशन के लिए साइंस कॉलेज से केमिस्ट्री सब्जेक्ट से पढ़ाई पूरी की. हालांकि, अब अजय को पोस्ट ग्रेजुएट करना था. इसके बाद आईआईटी बॉम्बे से पोस्ट ग्रेजुएशन का एंट्रेंस एग्जाम देकर देशभर में 19वीं रैंक हासिल की और पढ़ते पढ़ते ग्रेजुएट एटीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) में दसवीं रैंक हासिल की और इंटरव्यू पास कर लिया. पिता बोले; पढ़ाई में कोई भी कसर नहीं छोड़ी  अजय के पिता बिहारी लाल चक्रवर्ती ने कहां, अजय की मां ने कभी स्कूल की चौखट नहीं चढ़ी. मैं सिर्फ 11वीं तक पढ़ा हूं. ऐसे में सिर्फ एक ही सपना था, बेटा सड़क किनारे मटका न बेचे. कोई अधिकारी बने. इसको लेकर दिन-रात मेहनत करते थे. किसी भी तरह की पढ़ाई में कसर नहीं छोड़ी. बेटे ने घर की परिस्थितियों को समझा और जिसका परिणाम रहा कि बेटी बैंक में नौकरी कर रही है और आज बेटा साइंटिस्ट बनने जा रहा है. दुकान भी चलाते थे, मटके भी बेचते थे  अजय ने बताया, पढ़ाई के दौरान काफी संघर्ष किया, ऐसे मौके भी आए, जब मां और पिता घर में नहीं होते थे, तब बाहर बैठकर सड़क किनारे मटके बेचने का भी काम किया. जब ग्राहक नहीं होते थे तब पढ़ाई भी किया करते थे. इस दिन का इंतजार काफी समय से कर रहा था, जब माता-पिता को बेटे पर गर्व होगा और आज वह दिन आ गया. उन्होंने बताया मेरी उपलब्धि का हक माता-पिता दोस्तों और गुरुजन को जाता है. परिस्थिति को समझा, आगे बढ़ता गया  अभी स्कूल और कॉलेज के लिए जाता था, तब पहली नजर माता-पिता के मेहनत पर ही जाती थी. घर की परिस्थितियों इतनी अनुकूल नहीं थी, जितनी होनी थी. लेकिन हाथ में सिर्फ मेहनत थी. जिसके बलबूते आगे बढ़ते चले गए और आज उसी मेहनत का परिणाम है कि प्रतिभा को सम्मान मिला है.

उत्तराखंड में प्राकृतिक कहर: धराली गांव में बादल फटा, कई घर सैलाब में बहे

 उत्तरकाशी उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ है. गंगोत्री धाम और मुखवा के पास स्थित धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से एक नाला उफान पर आ गया. नाले का पानी बहुत तेज़ी से पहाड़ी से निचले इलाकों की तरफ बहकर आया, जिससे कई घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं. यह घटना बेहद गंभीर है और इसने स्थानीय लोगों को चिंता में डाल दिया है. नाले के पानी के साथ मलबा भी आया है, जिसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. गंगोत्री धाम के पास है प्रभावित इलाका बादल फटने के बाद नाले में पानी के उफान से पूरे इलाके में दहशत फैल गई, अब इलाके में राहत और बचाव का काम चल रहा है. जिला आपदा प्रबंधन ने हादसे की पुष्टि की है और कहा कि हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भेजा जा रहा है, साथ ही जिला प्रशासन भी रेस्क्यू में लगा हुआ है. हालात इतने विकट हैं कि सेना भी राहत और बचाव कार्य के लिए रवाना हुई है. भटवाड़ी से एसडीआरएफ की टीम भी धराली की ओर रवाना हो गई है. आज सुबह ही उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में भारी अतिवृष्टि हुई है. बादल फटते ही पहाड़ से आया सैलाब उत्तरकाशी के धराली गांव में दोपहर बादल फटने के बाद पहाड़ से ढेर सारा मलबा सैलाब बनकर नीचे आ गया। इसके चलते कई लोगों के दबे होने की आशंका भी है। वीडियो में देखने पर पता चलता है कि यह जलजला कितना भयावह था। लोगों ने यह दृश्य देखते चीख-पुकार मचाना शुरू कर दी। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसांई ने बताया रेस्क्यू टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। लोग वीडियो बनाते वक्त चीख रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली में खीर गंगा नदी में बादल फटने से तबाही आई है। यहां पर विनाशकारी बाढ़ की वजह से करीब 20 होटल और होमस्टे को नुकसान पहुंचा है। कई स्थानीय लोग और मजदूरों के दबे होने की आशंका भी है। गंगोत्री विधायक सुरेश सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया- धराली में खीर गाढ़ के ऊपर बादल फटने से पलय का मंजर है। सूचना पर तत्काल मुख्यमंत्री को सूचना दे दी गई है। जिलाधिकारी को सूचना के साथ ही सेना, पुलिस, एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। यह बहुत बड़ी दुघटना है। मैं भी देहरादून से घटनास्थल के लिए निकल चुका हूं। भगवान से पाथना है कि इस आपदा की घड़ी से सबको सुरक्षित बचाएं। उत्तराखंड पुलिस ने दी अपडेट उत्तराखंड पुलिस ने अपने एक्स हैंडल से बताया कि उत्तरकाशी,हर्षिल क्षेत्र में खीर गाड़ का जलस्तर बढने से धराली में नुकसान होने की सूचना पर पुलिस,SDRF,आर्मी आदि आपदा दल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। उक्त घटना को देखते हुए सभी नदी से उचित दूरी बनाएं। पुलिस ने सचेत करते हुए स्वयं,बच्चों व मवेशियों को नदी से उचित दूरी पर ले जाने को कहा है। प्रभावित गांव गंगोत्री धाम और गंगाजी के शीतकालीन प्रवास मुखवा के बहुत करीब है. इस इलाके में बादल फटने से लोग घबराए हुए हैं. प्रशासन की तरफ से सभी लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है और एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं ताकि कोई अनहोनी न हो. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएं लगातार हो रही हैं. इन हादसों में कई लोगों की जान भी जा चुकी है और घरों को काफी नुकसान पहुंचा है. UP के 17 जिलों में बाढ़, 300+ मकान ढहे, 16 मौतें UP-बिहार में मानसून की बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। बिहार के मुंगेर, बक्सर, पूर्णिया, भोजपुर, पटना समेत कई जिलों में सैकड़ों गांव डूब गए हैं। बिहार के पूर्णिया में 38 साल बाद रिकॉर्ड बारिश हुई। यहां रविवार से सोमवार तक 270.6mm बारिश हुई। इससे पहले 1987 में 294.9mm बारिश हुई थी। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज, वाराणसी समेत 17 जिलों के 402 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। अब तक 343 मकान बारिश के चलते ढह चुके हैं। पिछले 24 घंटे में बाढ़-बारिश से जुड़े हादसों में 16 लोगों की मौत हो गई है। जौनपुर, चंदौली, सुल्तानपुर, कानपुर, पीलीभीत और सोनभद्र में 5 अगस्त, वाराणसी, हमीरपुर और लखीमपुर में 6 अगस्त तक, जबकि प्रयागराज और मिर्जापुर में 7 अगस्त तक स्कूलों में छुट्टी बढ़ा दी गई है। हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से 310 सड़कें बंद हैं। शिमला में सोमवार को बारिश के बाद 3 घरों पर लैंडस्लाइड हो गया। लोगों ने एक दिन पहले ही घर छोड़ा था। कल रात में तेज बारिश के बाद चंडीगढ़-मनाली फोरलेन भी बंद है। उत्तराखंड के हल्द्वानी में नदी में बहने से 3 लोगों की मौत हो गई। केरल में भारी बारिश का रेड अलर्ट मौसम विभाग ने मंगलवार को केरल में भारी बारिश का रेड अलर्ट और हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, पुडुचेरी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनके अलावा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब समेत 19 राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश का दौर, कई जिलों में रिकॉर्ड टूटा; ग्वालियर-मुरैना में अलर्ट जारी

 भोपाल  मध्यप्रदेश में इस समय मानसून की सक्रियता कम हो गई है। फिलहाल प्रदेश में कोई प्रभावी मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है, जिससे ज्यादातर जिलों में तेज बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि, लोकल वेदर सिस्टम के कारण कुछ इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग में अगले 24 घंटों के दौरान मूसलाधार बारिश की संभावना जताई जा रही है। मध्यप्रदेश में इस मानसूनी सीजन में 28.6 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक सामान्य से 47 प्रतिशत पानी ज्यादा गिर चुका है। यह कोटे का 77% है। पूर्वी हिस्से में बादल जमकर बरसे हैं। हालांकि, अगले 4 दिन तक प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव नहीं है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना जिलों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश (Heavy Rainfall Alert) हो सकती है। वहीं रीवा और सतना में सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात को तेज वर्षा के आसार हैं। अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर जैसे शहरों में आंशिक बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की फुहारें पड़ सकती हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस समय देश के उत्तरी हिस्सों में मानसून की प्रमुख प्रणाली सक्रिय है, जिससे मध्यप्रदेश में इसका असर सीमित हो गया है। इस कारण प्रदेश के कई जिलों में बारिश की तीव्रता कम है। मौसम विभाग के अनुसार, अगस्त के दूसरे सप्ताह में तेज बारिश का दौर शुरू होगा, जो आखिरी तक चलेगा। ऐसे में बारिश का कोटा अगस्त में ही पूरा हो जाएगा। हालांकि, अब तक ग्वालियर समेत 9 जिलों में कोटा पूरा हो चुका है लेकिन इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों की तस्वीर बेहतर नहीं है। मंगलवार को ग्वालियर, मुरैना और भिंड में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। वहीं, भोपाल में सुबह से धूप खिली है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में औसत से 51% और पश्चिमी हिस्से यानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में 43% बारिश अधिक हुई है। सोमवार को दिनभर के दौरान प्रदेश के कुछ शहरों में हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई। दतिया में 14 मिमी, खजुराहो में 5 मिमी, नौगांव में 3 मिमी, इंदौर में 1 मिमी, उज्जैन में 0.4 मिमी, रीवा और सतना में 1-1 मिमी और सिवनी में 0.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। कम बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में भी हल्की वृद्धि देखी जा रही है। प्रदेश के प्रमुख शहरों में तापमान कुछ इस प्रकार रहा-     भोपाल: अधिकतम 31.0°C, न्यूनतम 24.2°C     इंदौर: अधिकतम 30.2°C, न्यूनतम 21.7°C     ग्वालियर: अधिकतम 31.2°C, न्यूनतम 26.4°C     जबलपुर: अधिकतम 32.8°C, न्यूनतम 24.4°C अगले 24 घंटे विशेष रूप से ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना के लिए अहम माने जा रहे हैं। इन जिलों के नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। जिन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट है, वहां प्रशासन ने भी निगरानी बढ़ा दी है। एमपी में बाढ़ से 2 माह में 275 मौतें पूरे मध्यप्रदेश की बात करें तो बाढ़ के दौरान हुए हादसों में 275 लोगों की जान जा चुकी है। मानसून की आमद के बाद से जून और जुलाई के ये आंकड़े सरकार ने खुद विधानसभा में बताए हैं। 1657 पशुओं की भी मौत हुई है। बारिश के चलते ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण (RRDA) की 254 से अधिक सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। 293 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 3 हजार 687 मकानों में आंशिक नुकसान हुआ है। कुल 3980 मकानों को नुकसान पहुंचा है। पिछले सप्ताह बने थे बाढ़ के हालात पिछले सप्ताह प्रदेश में बाढ़ के हालात बने थे। खासकर पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में मानसून जमकर मेहरबान रहा। रायसेन में बेतवा नदी ने विकराल रूप ले लिया था। खेत-मंदिर और पुल डूब गए थे। वहीं, डैम ओवरफ्लो हो गए थे। उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के उफान पर आने से चित्रकूट में कई दुकानों में पानी भर गया था। गुना में सबसे ज्यादा 45 इंच पानी गिरा इस बार सबसे ज्यादा पानी गुना में गिरा है। यहां 45.8 इंच बारिश हो चुकी है। निवाड़ी में 45.1 इंच, मंडला-टीकमगढ़ में 44 इंच और अशोकनगर में 42 इंच के करीब बारिश हो चुकी है।  

लव जिहाद फंडिंग में बड़ी कार्रवाई की तैयारी, अनवर कादरी की संपत्तियां होंगी जब्त

इंदौर लव जिहाद फंडिंग करने के मामले में फरार चल रहे 20 हजार रुपए के इनामी आरोपी और कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आज पुलिस कोर्ट से उसकी फरारी का वारंट जारी करा कर उसे विधिवत रूप से भगोड़ा घोषित कराने जा रही है,साथ ही उसकी संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक,आरोपी अनवर कादरी को फरार घोषित कराने की तैयारी अंतिम चरण में है। आज कोर्ट में उसके फरारी वारंट के लिए आवेदन दाखिल किया जाएगा। वारंट जारी होते ही पुलिस उसे कानूनी रूप से भगोड़ा घोषित कर सकेगी। दूसरी और सोमवार को पुलिस ने कादरी का लुक आउट सर्कुलर नोटिस भी जारी कर दिया है। इसके आधार पर देश के सभी हवाई अड्डों और सीमाओं पर अलर्ट जारी हो गया है,जिससे वह विदेश न भाग सके। संपत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही अनवर कादरी की चल-अचल संपत्तियों की जानकारी जुटाने के लिए पंजीयन विभाग और नगर निगम से डेटा मंगवाया गया है। संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो सकती है। भगोड़े डकैत को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम कई राज्यों में सक्रिय होकर मदद मांग रही हैं। मुख्य रूप से पुलिस की टीम सिक्किम और चेन्नई में नजर रखे हुए हैं। पुलिस का दावा है कि कादरी अब उनके रडार पर है और जल्द गिरफ्तारी संभव है। अपने पिता की मदद करने वाली कादरी की बेटी आयशा कादरी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूछताछ में कादरी के मामले में ज्यादा कुछ खास खुलासा तो नहीं हुआ,जो भी उससे जानकारी मिली पुलिस उसे पर लगातार कार्रवाई कर रही है। बेटी आयशा भी गिरफ्तार इंदौर पुलिस ने कुछ दिन पहले दिल्ली से अनवर कादरी की बेटी आयशा को गिरफ्तार कर लिया था । पुलिस ने अनवर कादरी पर लव जिहाद के लिए फंडिंग और हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश रचने का केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से ही अनवर लगातार फरार चल रहे हैं।आरोपी पार्षद की फरारी के दौरान उनकी मदद करने वालों पर अब पुलिस का शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही अनवर के बेटी आयशा को सोमवार को दिल्ली के शालीमार बाग से गिरफ्तार किया। वह पिता अनवर कादरी के फरार होने के बाद उनके संपर्क में थी। बताया जा रहा है कि आयशा अपने पिता अनवर कादरी के साथ दिल्ली में थी। इंदौर पुलिस ने सोमवार को जब वहां दबिश दी तो अनवर फरार हो गए, जबकि आयशा पुलिस के हत्थे चढ़ गई। फरार पार्षद पर बढ़ाया गया इनाम इस बीच अब पुलिस ने कांग्रेस पार्षद पर इनाम की रकम दोगुनी कर दी है। पुलिस ने पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत की गिरफ्तारी पर घोषित इनाम की रकम दस हजार रुपये से बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दी। अगर अगले कुछ दिनों में कांग्रेस पार्षद गिरफ्तार नहीं होते हैं तो उनकी संपत्तियां कुर्क करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। पुलिस ने बताया कि शहर के दो युवक साहिल शेख और अल्ताफ शाह ने जून महीने में पुलिस की पूछताछ में कथित तौर पर यह स्वीकार किया था कि हिन्दू युवतियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण कराने के लिए कादरी ने उन्हें तीन लाख रुपये दिए थे और यह रकम उन्होंने युवतियों पर खर्च की थी।