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अगर बुमराह होते तो जीत बन जाती यादगार, सिराज ने जताई भावनाएं

नई दिल्ली यह जगजाहिर है कि मोहम्मद सिराज के लिए जसप्रीत बुमराह प्रेरणा स्रोत रहे हैं। हैदराबाद के इस गेंदबाज ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में भारत की जीत के बाद उन्हें अपने गौरवशाली क्षणों में अपने सीनियर साथी तेज गेंदबाज की कमी खल रही थी। सिराज ने ओवल में पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में पांच विकेट लिए, जिससे भारत ने सोमवार को रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को छह रन से हराकर श्रृंखला 2-2 से बराबर कर ली। सिराज ने मैच में नौ विकेट लेकर न केवल 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार जीता, बल्कि अपने प्रशंसकों से भी खूब प्रशंसा बटोरी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में भावुक सिराज ने कहा, ‘‘हर बल्लेबाज, हर गेंदबाज (जिसने टेस्ट खेला), उसे मैं सलाम करता हूं। जिस तरह से हमने वापसी की वह शानदार थी। मुझे जस्सी (बुमराह) भाई की याद आती है क्योंकि अगर वह वहां होते तो यह खास होता। मुझे जस्सी भाई और खुद पर विश्वास है।’’ बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में नहीं खेल पाए थे। उन्हें चौथे टेस्ट मैच के बाद टीम से रिलीज कर दिया गया था। रविवार को हैरी ब्रुक का कैच छोड़ने के बाद सिराज आखिरी दिन पूरी तरह से प्रतिबद्ध नज़र आए। सोमवार को सुबह के सत्र में उन्होंने जो भी गेंद फेंकी, उसने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो, इस समय (जीत के बाद) जो भावनाएं मेरे अंदर हैं, मैं उन्हें शब्दों में बयां नहीं कर सकता, क्योंकि कल (रविवार को) मैंने कैच छोड़ दिया था। जब मैं (चौथे दिन के बाद) सोने जा रहा था, तो मैं बस यही सोच रहा था कि मैंने ऐसा कैसे कर दिया।’’ सिराज ने कहा, ‘‘अगर मैंने वह कैच ले लिया होता, तो हमें सोमवार को मैदान पर आकर खेलने की ज़रूरत नहीं पड़ती। हम आराम कर रहे होते। लेकिन ऊपर वाले ने हमारे लिए कुछ और ही सोच रखा था। वह हमें सोमवार को स्टेडियम तक ले आए और नतीजा सबके सामने है।’  

रोजगार दफ्तरों में पंजीयन घटा, 5 साल में 62.75 लाख बेरोजगार हुए थे रजिस्टर

भोपाल  प्रदेश में वर्ष 2018 से जून 2023 के बीच 62 लाख 75 हजार बेरोजगार युवाओं ने रोजगार कार्यालयों में पंजीयन कराया। हालांकि अब यह संख्या घटी है। वर्ष 2018 में 26.82 लाख बेरोजगार पंजीकृत थे, जो 2023 में बढ़कर 33.13 लाख हो गए। वहीं जून 2025 में यह संख्या घटकर 25.68 लाख रह गई। यह जानकारी राज्य मंत्री कौशल विकास एवं रोजगार गौतम टेटवाल ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। ‘आकांक्षी युवा’ शब्द को लेकर जवाब विधायक ने पूछा कि किस निर्देश पर बेरोजगार के स्थान पर ‘आकांक्षी युवा’ शब्द का उपयोग किया गया। इस पर मंत्री ने बताया कि एमपी पोर्टल पर आवेदन करने वाले युवाओं को बेरोजगार नहीं माना गया है, बल्कि केवल पंजीकृत आवेदक कहा गया है। इसी कारण पंजीकृत आवेदक के स्थान पर आकांक्षी युवा शब्द का उपयोग किया गया।  

धार्मिक भेदभाव पर रोक और अपराधियों पर शिकंजा – डीजीपी का दो टूक संदेश

भोपाल  भोपाल में सामने आए लव जिहाद और ड्रग्स कनेक्शन मामले के बाद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना ने प्रदेशभर में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि गर्ल्स स्कूल और कॉलेजों के पास नियमित पेट्रोलिंग की जाए ताकि छेड़खानी की घटनाएं न हों। धार्मिक आधार पर बालिकाओं का शोषण न हो, इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतें। शैक्षणिक संस्थानों के आसपास घूमने वाले मजनुओं पर सख्त कार्रवाई करें। वर्चुअल बैठक में दिए निर्देश सोमवार को पुलिस मुख्यालय से आयोजित वर्चुअल मीटिंग में प्रदेश के सभी जोनल एडीजी/आईजी, पुलिस आयुक्त भोपाल-इंदौर और सभी जिलों के एसपी शामिल हुए। डीजीपी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक गर्ल्स होस्टल और वर्किंग वुमन होस्टल से समन्वय के लिए बीट अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाएं। प्रारंभिक शिकायत को गंभीरता से लेकर त्वरित कार्रवाई करें। ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान तेज करें और अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ड्रग्स हॉटस्पॉट्स की पहचान करें। बालिकाओं की गुमशुदगी के मामलों में तेजी से कार्रवाई करें। स्टाफ रोटेशन और समीक्षा के निर्देश डीजीपी ने अधिकारियों से अधीनस्थ स्टाफ की समीक्षा करने और अतिरिक्त या अटैच स्टाफ को उनकी मूल पदस्थापना या थानों में वापस भेजने को कहा। साथ ही सभी कर्मचारियों का नियमानुसार रोटेशन करने के निर्देश दिए, विशेषकर उन वाहन चालकों का जो लंबे समय से एक ही अधिकारी या थाने पर कार्यरत हैं। बैठक में विशेष पुलिस महानिदेशक महिला सुरक्षा अनिल कुमार ने ऑपरेशन मुस्कान, ऑपरेशन हेल्पिंग हैंड, महिला अपराधों की विवेचना और डीएसआर की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

राज्यपाल पटेल से उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने की सौजन्य भेंट

भोपाल राज्यपाल मंगुभाई पटेल से उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंगलवार को राजभवन में सौजन्य भेंट की। राज्यपाल पटेल का उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। राज्यपाल पटेल से उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने प्रदेश के विकास संबंधी विभिन्न विषयों पर औपचारिक चर्चा की।

ड्रग पार्टी किंग यासीन गिरफ्तार, होटल में युवती से रेप और भारी रकम वसूली का आरोप

भोपाल  भोपाल के हाई प्रोफाइल ड्रग तस्करी के मामले में गिरफ्तार डीजे यासीन उर्फ मछली शहर में सबसे ज्यादा नाइट पार्टी ऑर्गेनाइज करता था। वह क्लब, लाउंज और पब में नशे के आदी युवक-युवतियों के साथ पार्टी की प्लानिंग करता था।खास बात यह है कि इन पार्टी में एंट्री के लिए 10 से 25 हजार रुपए तक की वसूली की जाती थी। जबकि ड्रग के लिए अलग से रकम ऐंठी जाती थी। खुद यासीन ने रिमांड पर रहने के दौरान क्राइम ब्रांच की पूछताछ में इन तमाम बातों का खुलासा किया है। उसके मोबाइल से पुलिस को कई रेव पार्टीज के भी वीडियो मिले हैं। शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हर पार्टी से पहले यासीन के बताए पब में पार्टी में शामिल होने वाले लोग एकत्र होते थे। बाद में एक साथ वेन्यू के लिए रवाना होते थे। वेन्यू शहर के आउटर में बने फार्म हाउस में होते हैं। जहां रात भर लाउड म्यूजिक के साथ डांस मस्ती और धमाल करने पर भी इन लोगों की शिकायत नहीं की जाती थी। क्योंकि पार्टी के लिए ऐसे फार्म को चुना जाता था, जो आबादी से दूर हों। ड्रग्स कांड में यासीन के खिलाफ पीड़िता ने कराई FIR भोपाल के हाई प्रोफाइल ड्रग्स केस में एक-एक कर कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस बीच एक और पीड़िता सामने आई है। जिसने यासीन मछली के खिलाफ शादी का झांसा देकर रेप का आरोप लगाया है। वहीं आरोपी से पुलिस ने कई हैरान करने वाले राज उगलवाए हैं।  लड़कियों को शिकार बनाने के लिए किराए पर फार्म हाउस लेता था मछली यासीन मछली ने पुलिस को बताया कि ड्रग पार्टी के लिए 25 हजार रुपए तक वसूले जाती थे। मछली क्लब लॉन्ज और पब में नशे के आदी युवक-युक्तियां के साथ नई शिकार की प्लानिंग करता था। इसके लिए किराए पर फार्म हाउस, डुप्लेक्स और फ्लैट लिए जाते थे। पुलिस ड्रग पार्टी में शामिल होने वाले युवक-युवतियों समेत मकान मालिकों की भी तलाश में जुट गई है। पीड़िता ने यासीन के खिलाफ लगाए रेप के आरोप ड्रग्स कांड और लव जिहाद मामले में एक और पीड़िता सामने आई है। पीड़िता ने बताया कि पब में 1 साल पहले यासीन की इससे मुलाकात हुई थी। फाइव स्टार होटल में यासीन उससे मिला था। जिसके बाद शादी का झांसा देकर इसके साथ दुष्कर्म किया। फिर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया था। पीड़िता ने महिला थाने में रेप और पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पब-क्लब मैनेजरों और मालिकों को नोटिस जारी क्राइम ब्रांच शहर के उन तमाम क्लब-पब और लाउंज मालिक और मैनेजरों को नोटिस जारी कर रही है, जहां यासीन और उसके गिरोह के लोगों का बैठना उठना था। जिससे यह साफ हो सके कि ड्रग तस्कर गिरोह की मिलीभगत क्लब, पब मालिक या स्टाफ से तो नहीं है।पब में मिली युवती से रेप कर चुका यासीन एमपी नगर थाने की सब इंस्पेक्टर अर्चना तिवारी के मुताबिक 29 वर्षीय युवती प्राइवेट जॉब करती है। करीब एक साल पहले उसकी मुलाकात ड्रग तस्कर यासीन से एक पब में हुई थी। दोनों की बातचीत के बाद एक-दूसरे से दोस्ती हो गई थी। दोनों ने मोबाइल नंबर शेयर किए थे। बाद में आरोपी यासीन ने युवती को मिलने के लिए एक फाइव स्टार होटल में बुलाया, जहां उसने शादी करने का झांसा देकर उसके साथ रेप किया। उसके बाद से वह लगातार युवती का शोषण कर रहा था। यासीन को अरेरा हिल्स पुलिस ने लिया रिमांड पर यासीन को अरेरा हिल्स थाना पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। 4 अगस्त को उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया गया है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी कर पत्रकार पास हासिल करने का मामला दर्ज है। वह अपनी स्कॉर्पियो में विधानसभा का पास लगाकर घूमता था। इसके अलावा उसे एमपी नगर और महिला थाने की पुलिस भी रिमांड पर लेने की तैयारी में है। महिला थाने में रेप पॉस्को और एमपी नगर थाने में रेप की एफआईआर दर्ज हैं। उससे अहम साक्ष्यों की जब्ती भी की जाना है। यासीन के गुर्गे की रिमांड बढ़ी गिरोह से जुड़े अंशुल सिंह उर्फ भूरी को 31 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी से डिटेल पूछताछ के लिए गुरुवार को कोर्ट में पेश कर 4 अगस्त तक की रिमांड पर लिया था। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उसे फिर तीन दिन की रिमांड (7 अगस्त) तक भेज दिया है। वह नए शहर में संगठित अपराधों में शामिल रहा है। टीटी नगर थाने का हिस्ट्रीशीटर होने के साथ ही पूर्व में भी शराब तस्करी के केस में गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी खुद को एक कांग्रेस नेत्री का बेटा बताता है। शहर के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ 20 से अधिक हत्या के प्रयास, मारपीट, बलवा, आर्म्स एक्ट और तस्करी जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं। अंशुल सिंह उर्फ भूरी (35) टीटी नगर इलाके का रहने वाला है। वह पुराना बदमाश है, ड्रग तस्कर यासीन से रिमांड के दौरान की गई पूछताछ में उसका नाम पैडलर के तौर पर सामने आया था। दोनों के बीच लेन-देन संबंधी चैट्स और ट्रांजेक्शन भी मिले हैं। पिस्टल के साथ एक और आरोपी पकड़ाया अंशुल सिंह उर्फ भूरी की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच ने ऐशबाग में रहने वाले 32 वर्षीय तौफीक निजामी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्टल और 1 जिंदा राउंड जब्त किया गया है। इसी ने अंशुल को अवैध पिस्टल दी थी। उससे पूछताछ की जा रही है।

लाल किला बना सुरक्षा अलर्ट का केंद्र, चूक पर 7 पुलिसकर्मी नपे

नई दिल्ली स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा से जुड़ी दिल्ली से बड़ी खबर आई है। दिल्ली के लाल किले की सुरक्षा में तैनात एक हेड कांस्टेबल समेत 7 पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि लाल किले में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित होने वाला कार्यक्रम को लेकर हर रोज पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मॉक ड्रिल करती है। शनिवार को भी एक ड्रिल की गई। इसमें दिल्ली पुलिस स्पेशल स्टाफ की एक टीम सिविल ड्रेस में डमी बम के साथ लाल किला परिसर में दाखिल हुई। लेकिन लाल किले की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी बम का पता नहीं लगा सके जिसके बाद सुरक्षा में तैनात सभी 7 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया। तत्काल प्रभाव से पुलिसकर्मी सस्पेंड स्पेशल सेल की एक टीम शनिवार को सादे कपड़ों में डमी बम के साथ लाल किले परिसर में दाखिल हुई। उस समय, सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी बम का पता नहीं लगा सके। इसलिए उन पर एक्शन हुआ है। लाल किले की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक का मामला होने से सात पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। साथ ही बाकी जवानों को डीसीपी राजा बांठिया ने सख्त हिदायत दी।  तत्काल प्रभाव से संबंधित सभी पुलिसकर्मी लाइन हाजिर इस चूक के बाद तत्काल प्रभाव से संबंधित सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है. डीसीपी का कहना है कि ये सुरक्षा में नहीं है, इस तरह हम अपनी तैयारी को और पुख्ता कर रहे हैं. वहीं, सोमवार को लाल किले में घुसपैठ कर रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया, जिनको बांग्लादेशी दूतावास को सौंपकर डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पूछताछ में फिलहाल कोई संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आई है. सभी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. 15 अगस्त को लेकर लाल किले की सुरक्षा अभूतपूर्व -डीसीपी राजा बांठिया डीसीपी राजा बांठिया का कहना है कि 15 अगस्त को लेकर लाल किले की सुरक्षा अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दी गई है. रात-दिन पुलिस व अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात हैं. किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति की आवाजाही सख्ती से प्रतिबंधित है. खासकर आईआईटी गेट, नेटा गेट, लोहे वाले गेट समेत सभी प्रमुख एंट्री पॉइंट्स पर ट्रिपल लेयर सुरक्षा व्यवस्था की गई है. उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा घेरा और सतर्कता आने वाले दिनों में और बढ़ाई जाएगी. उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, जिससे त्योहार शांतिपूर्ण व सुरक्षित तरीके से मनाया जा सके. लाल किला में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे 6 बांग्लादेशी वहीं लाल किले की सुरक्षा से जुड़ी एक और खबर सामने आई है। दिल्ली पुलिस ने लाल किला परिसर में जबरन घुसने के आरोप में 6 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनकी उम्र करीब 20-25 साल बताई जा रही है। ये सभी अवैध बांग्लादेशी हैं जो दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में मजदूरी करते हैं। आरोपियों के पास से बांग्लादेशी दस्तावेज मिले  पुलिस को इनके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज मिले हैं। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इनका लाल किले में घुसने का मकसद क्या था।

बिजली उपभोक्ताओं को झटका, हाफ बिल योजना अब सिर्फ 100 यूनिट तक

रायपुर   राज्य सरकार द्वारा हाफ बिजली बिल योजना के अंतर्गत दी जाने वाली छूट की सीमा में युक्तियुक्त संशोधन किया गया है। अब प्रतिमाह दी जाने वाली 400 यूनिट की छूट के स्थान पर 100 यूनिट तक की मासिक खपत पर 50 प्रतिशत रियायत दी जाएगी। वर्तमान में राज्य के 45 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से लगभग 31 लाख परिवार (करीब 70%) ऐसे हैं जिनकी खपत 100 यूनिट प्रतिमाह से अधिक नहीं है। अतएव हाफ बिजली बिल की छूट सीमा के इस पुनरीक्षण के बावजूद इन 31 लाख जरूरतमंद सामान्य एवं कमजोर वर्ग के उपभोक्ता परिवारों को योजना का लाभ पहले की ही तरह मिलता रहेगा। प्रदेश के लगभग 70 प्रतिशत घरेलू उपभोक्ता परिवार हाफ बिजली योजना से पूर्ववत लाभान्वित होते रहेंगे। इन 31 लाख परिवारों में 15 लाख बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार भी शामिल हैं, जिन्हें पूर्ववत हाफ बिजली बिल योजना का लाभ मिलता रहेगा। इन परिवारों को 30 यूनिट तक की मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत पहले की तरह प्राप्त होती रहेगी, साथ ही वे हॉफ बिजली बिल योजना के अन्य सभी लाभों से भी यथावत् लाभान्वित रहेंगे।  राज्य सरकार गरीब परिवारों को बिजली खर्च में राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना को गति दे रही है, जिसके अंतर्गत 3 किलोवॉट या उससे अधिक क्षमता के रूफटॉप सोलर प्लांट की स्थापना पर केंद्र सरकार से ₹78,000/- तथा राज्य सरकार से ₹30,000/- की कुल ₹1,08,000/- तक की सब्सिडी दी जा रही है। 2 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट पर 75% (₹90,000/-) का अनुदान उपलब्ध है, जिससे उपभोक्ता प्रतिमाह 200 यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन कर सकते हैं। यह उत्पादन वर्तमान में हॉफ बिजली बिल योजना से मिलने वाली अधिकतम छूट (400 यूनिट पर 200 यूनिट की छूट) से भी अधिक है। 400 यूनिट तक औसत खपत करने वाले उपभोक्ताओं का बिजली बिल आमतौर पर ₹1000/- से अधिक होता है, जो सोलर प्लांट की स्थापना के बाद लगभग शून्य हो जाएगा। इस प्रकार के उपभोक्ता हॉफ बिजली बिल योजना से “मुफ्त बिजली बिल” योजना की ओर अग्रसर होंगे, और दीर्घकालिक बचत प्राप्त करेंगे। उपभोक्ता स्वयं की छत पर उत्पादित बिजली के अतिरिक्त शेष बिजली को ग्रिड में प्रवाहित कर प्राप्त कर सकेंगे अतिरिक्त आय रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करने वाले उपभोक्ता अपनी छत पर उत्पादित बिजली का उपयोग करने के साथ-साथ शेष बिजली को ग्रिड में प्रवाहित कर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकेंगे। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के अंतर्गत 25 प्रतिशत शेष लागत उपभोक्ता स्वयं वहन कर सकते हैं, या फिर बैंक से न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इस ऋण की मासिक किस्त लगभग ₹800/- होगी, जो कि वर्तमान में 400 यूनिट पर देय औसत बिजली बिल ₹1000/- से भी कम है। इस प्रकार, उपभोक्ता अपने मासिक बिजली बिल को कम करते हुए भविष्य में आत्मनिर्भर ऊर्जा उत्पादक बन सकते हैं। यह कदम न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार का यह निर्णय गरीब और मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं को राहत देने, तथा उन्हें ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करने का एक सशक्त और दूरदर्शी प्रयास है। यह योजना राज्य को स्वच्छ ऊर्जा, आत्मनिर्भरता और आर्थिक बचत के पथ पर अग्रसर करेगी।

भोपाल नर्मदापुरम संभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक डॉ० मथुरा प्रसाद को नोटिस जारी

सीएम हेल्पलाइन के हंटर से हायर एजुकेशन के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक को नोटिस जारी छात्र को स्कॉलरशिप दिलाने में लापरवाही भारी पड़ी उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी को भोपाल नर्मदापुरम संभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक डॉ० मथुरा प्रसाद को नोटिस जारी कारण बताओ नोटिस जारी कर दो वेतन वृद्धि रोकी विदिशा शासकीय महाविद्यालय, नटेरन जिला विदिशा में अध्ययनरत छात्र सुमित साहू को वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 की पिछडा वर्ग संवर्ग की पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति समय-सीमा में नहीं प्रदान करायी गई। जिस कारण छात्र सुमित साहू द्वारा सी०एम० हेल्पलाईन में शिकायत दर्ज की गई। छात्र द्वारा प्रथम वर्ष की स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने के दिनांक 22.01.2021 से एक वर्ष से अधिक समय के बाद 11.03.2022 को महाविद्यालय द्वारा मंजूर की गई।  शिकायत का संतुष्टिपूर्ण समाधान किये जाने के पूर्व ही एल-2 अधिकारी डॉ० नीता पाण्डे, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय अग्रणी महाविद्यालय, विदिशा द्वारा कराए जाने की अनुशंसा एल-3 स्तर अधिकारी डॉ० मथुरा प्रसाद क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा, भोपाल-नर्मदापुरम संभाग, भोपाल को की गई।  छात्रवृत्ति का भुगतान समय-सीमा में न होने के कारण छात्र सुमित साहू की शिकायत समाधान आनलाईन पर चर्चा के लिए चिन्हित हुई। इस मामले में नोटिस जारी कर सात दिन में मांगा जबाब जबाब नहीं देने पर एक पक्षीय होगी कार्यवाही  उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव वीरन सिंह मलावी ने जारी किया नोटिस

रेप केस में कांग्रेस विधायक पर दोबारा जांच के निर्देश, सुप्रीम कोर्ट ने दिए सख्त आदेश

अटेर  भिंड के अटेर से कांग्रेस विधायक और मध्य प्रदेश विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ दर्ज रेप केस की जांच एक बार फिर शुरू होगी. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इस मामले में अहम फैसला सुनाते हुए जांच की निगरानी भोपाल रेंज के डीआईजी स्तर के अधिकारी को सौंपी है. बता दें कि ये मामला 2018 का है. इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश की राजनीति कई बार गरमा चुकी है. अब ये मामला एक बार फिर तूल पकड़ चुका है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत कटारे की गिरफ्तारी पर रोक को बरकरार रखा. लेकिन ये राहत उन्हें तभी मिलेगी, जब वे जांच में पूरा सहयोग करेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश मध्य प्रदेश सरकार की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया, जिसमें हाईकोर्ट के 2 दिसंबर 2024 के आदेश को चुनौती दी गई थी. कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. बता दें कि हेमंत कटारे मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यदेव कटारे के बेटे हैं. एक-दूसरे पर दर्ज कराई थी FIR यह मामला वर्ष 2018 का है, जब भोपाल में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही 21 वर्षीय छात्रा ने विधायक हेमंत कटारे पर रेप और अपहरण के गंभीर आरोप लगाए थे. छात्रा की शिकायत पर भोपाल के महिला थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. दूसरी ओर, हेमंत कटारे ने इसे भी राजनीतिक साजिश बताते हुए छात्रा पर ब्लैकमेलिंग और करोड़ों की फिरौती मांगने का आरोप लगाया था. कटारे की शिकायत पर छात्रा को गिरफ्तार भी किया गया था. छात्रा की आत्महत्या से मामला और उलझा छात्रा ने जेल से छूटने के बाद कटारे और पुलिस पर मिलकर उसे झूठे आरोप में फंसाने की बात मीडिया से कही थी. उसने कटारे यौन शोषण के आरोप लगाए थे. मामला तब और जटिल हो गया जब 2019 में छात्रा ने प्रयागराज में आत्महत्या कर ली. इस घटना ने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया था. वहीं, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस प्रकरण में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फिर से जांच की मांग की थी. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अब यह मामला फिर चर्चा में आ गया है. भिंड जिले के अटेर से कांग्रेस विधायक और विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ रेप केस की जांच फिर से शुरू होगी। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को हेमंत कटारे के खिलाफ दर्ज मामले की जांच भोपाल रेंज के डीआईजी की निगरानी में कराने का आदेश दिया है सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जांच की निगरानी DIG स्तर के अधिकारी करेंगे। हालांकि कोर्ट ने ये भी कहा कि फिलहाल हेमंत कटारे की गिरफ्तारी नहीं की जाएगी, बशर्ते वे जांच में पूरा सहयोग करें। सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश मध्यप्रदेश सरकार की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है, जिसमें हाईकोर्ट के 2 दिसंबर 2024 के आदेश को चुनौती दी गई थी। राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू, एएजी अमित शर्मा और अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे। वहीं, हेमंत कटारे की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता गगन गुप्ता ने पक्ष रखा। जानिए सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा? सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की निगरानी डीआईजी भोपाल करेंगे, ताकि निष्पक्षता बनी रहे। साथ ही कोर्ट ने कहा कि जब तक अगली सुनवाई नहीं होती, तब तक हेमंत कटारे की गिरफ्तारी नहीं की जाए, यदि वे जांच में पूरा सहयोग करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में चार सप्ताह में जवाब (काउंटर एफिडेविट) दाखिल करने का निर्देश भी दिया है। इसके बाद मामले की अगली सुनवाई होगी। भूपेंद्र सिंह बोले- कांग्रेस विधायक पर रेप केस में रिपोर्ट बदली पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने उप नेता प्रतिपक्ष और अटेर से कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे पर दर्ज रेप केस में एफएसएल रिपोर्ट बदले जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने मध्यप्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लेटर लिखकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। 

दुर्घटना पीड़ित की मदद के लिए रुका मंत्री का काफिला, घायल को खुद के वाहन से भिजवाया अस्पताल

रायपुर छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता और मानवीयता का परिचय दिया। रायपुर से अपने निज निवास वीरपुर जाते समय मंत्री श्रीमती राजवाड़े का काफिला जैसे ही सुत्तररा मोड़, कटघोरा पहुंचा, उन्होंने सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त एक दोपहिया वाहन सवार युवक को देखा। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने तत्काल अपने काफिले को रुकवाया और स्वयं मौके पर पहुंचकर घायल व्यक्ति की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बिना समय गंवाए घायल को अपने वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कटघोरा भिजवाने की व्यवस्था की। श्रीमती राजवाड़े ने कोरबा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को फोन कर घायल को त्वरित और समुचित उपचार देने के निर्देश भी दिए।