इंग्लैंड ने पहली पारी में बनाए 387 रन, भारत का पहला विकेट गिरा, जोफ्रा आर्चर ने यशस्वी को भेजा पवेलियन

लॉर्ड्स  इंग्लैंड की टीम ने भारत के खिलाफ लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे तीसरे मुकाबले में पहली पारी में 387 रन बनाए हैं। इसके जवाब में भारत ने पहला विकेट गंवा दिया है। जो रूट ने तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड को मैच के दूसरे दिन तीन झटके दिए हैं। उन्होंने कप्तान बेन स्टोक्स (44) और जो रूट (104) को क्लीन बोल्ड किया और फिर क्रिस वोक्स को कैच आउट करवाया। दूसरे दिन लंच के बाद मोहम्मद सिराज ने जेमी स्मिथ को पवेलियन का रास्ता दिखाया। जेमी 56 गेंद में 51 रन बनाकर आउट हुए। जोफ्रा आर्च 4 रन बनाकर बुमराह का शिकार बने। उन्होंने पांच विकेट हॉल भी लिया। बशीर और ब्रायडन कार्स क्रीज पर मौजूद हैं। भारत का पहला विकेट गिरा भारतीय टीम को दूसरे ओवर में पहला झटका लगा है। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को जोफ्रा आर्चर ने पवेलियन का रास्ता दिखाया है। यशस्वी 13 रन बनाकर आउट हुए। इंग्लैंड ने पहली पारी में बनाए 387 रन इंग्लैंड की टीम ने लॉर्ड्स टेस्ट में पहली पारी में 112.3 ओवर में सभी विकेट खोकर 387 रन बनाए हैं। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट हॉल लिए। 

सिर्फ मैदान पर ही नहीं, दौलत में भी दिग्गज हैं गावस्कर

मुंबई लिटिल मास्टर के रुप में लोकप्रिय रहे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर 76 वर्ष की उम्र में भी क्रिकेट से मोटी कमाई कर रहे हैं। खेल से संन्यास के बाद गावस्कर कमेंट्री से जुड़ गये थे। अपने अंदाज के कारण गावस्कर ने कमेंटेटर के तौर पर अलग पहचान बनायी है। संन्यास के कई साल बीत जाने के बाद भी गावस्कर के पास करोड़ों के विज्ञापन हैं। उनके पास महंगी लक्जरी गाड़ियां हैं। उनके पास देश में ही नहीं विेदेश में भी संपत्ति है। उनकी नेटवर्थ में लगातार बढ़ रही है। उन्हें बीसीसीआई से भी हर महीने पेंशन की राशि मिलती है। इसके अलावा वह आईपीएल 2025 के बाद से ही एक सत्र में सबसे अधिक रकम पाने वाले कमेंटेटर भी बन गये हैं। गावस्कर की नेटवर्थ लगभग 250 करोड़ है। उन्होंने ये संपत्ति कमेंट्री, विज्ञापनों और पेंशन से अर्जित की है। एक  रिपोर्ट के मुताबिक गावस्कर आईसीसी और आईपीएल कमेंट्री से करीब 30 से 36 करोड़ कमाते हैं। आईपीएल के पिछले सत्र के बाद से वह एक कमेंट्री में एक सत्र से लगभग 4.17 करोड़ कमा रहे हैं। वहीं बीसीसीआई से जुड़े मैच अनुबंध से वह लगभग 6 करोड़ कमा रहे हैं। बीसीसीआई से उन्हें पेंशन के तौर पर प्रति माह 70 हजार रुपये मिलते हैं।  भारतीय क्रिकेट बोर्ड 75 या उससे ज्यादा टेस्ट खेलने वाले अपने खिलाड़ियों को हर महीने ये राशि देता है. गावस्कर कई बड़े ब्रैंड्स के विज्ञापन भी करते हैं। उनक क्रिकेट बल्ले बनाने वाली विश्व की सबसे बड़ी बैट कंपनी एसजी के साथ भी करार हुआ है। इसके अलावा वह कारोबार भी करते हैं। साल 1985 में गावस्कर ने सुमेध शाह के साथ मिलकर देश की पहली स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी बनाई। वर्तमान में गावस्कर इस कंपनी के निदेशक हैं।  गावस्कर के पास गोवा में एक आलीशान कोठी है जिसकी कीमत करीब 20 करोड़ है। इसके अलावा दुबई के पॉश इलाके पाल्म जुमैराह में भी गावस्कर का घर है। उनके पास बीएमडब्ल्यू 5 सीरीज और 7 सीरीज की कारें हैं। गावस्कर की गैराज में डेढ़ करोड़ से अधिक की कीमत वाली एमजी हेक्टर प्लस और 1.2 करोड़ से अधिक की बीएमडब्ल्यू 7 सीरीज कारें हैं। गावस्कर समाजसेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। उनकी संस्था जरूरतमंद लोगों की सेवा करती है।   

‘100 टेस्ट खेलने पर हो रहा हूं बूढ़ा महसूस’ – मिशेल स्टार्क का मजेदार बयान

किंग्स्टन पिछले सप्ताह क्रेग ब्रैथवेट 100वें टेस्ट की उपलब्धि तक पहुंचने वाले 82वें खिलाड़ी बने थे जबकि मिशेल स्टार्क फ्रंटलाइन तेज गेंदबाजों में इस उपलब्धि तक पहुंचने वाले केवल 12वें खिलाड़ी बनेंगे। अपने 14 वर्ष के लंबे करियर में स्टार्क वेस्टइंडीज के खिलाफ सबीना पार्क में रविवार से खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट के दौरान इस उपलब्धि तक पहुंच जाएंगे, वह 400 टेस्ट विकेट हासिल करने से भी केवल 5 विकेट दूर हैं।  स्टार्क ने कहा कि उनके लिए यहां तक पहुंचना अपने आप में एक बड़ी बात है। उन्होंने कहा, ‘बड़ा होते समय मैं हमेशा ही ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना चाहता था लेकिन मुझे नहीं लगता था कि मैं कभी एक टेस्ट मैच भी खेल पाऊंगा। लेकिन 99 टेस्ट खेलना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है।' स्टार्क ने अपनी इस यात्रा में जॉश हेजलवुड और पैट कमिंस के साथ अपनी मित्रता पर भी बात की जिन्होंने उन्हें बतौर गेंदबाज विकसित होने में मदद की जिसमें वोबल सीम पर पकड़ बनाना भी शामिल है।  स्टार्क ने कहा, ‘जब गेंद अधिक हरकत नहीं कर रही होती थी तो मेरे पास अधिक अलग करने के लिए कुछ नहीं हुआ करता था। हां मेरे पास गेंद को रिवर्स कराने की क्षमता थी लेकिन यह खेल के मध्य के हिस्से में संभव था। बतौर गेंदबाज विकसित होने में मेरे दो करीबी मित्रों जोश हेजलवुड और पैट कमिंस जो कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं, ने मेरी काफी मदद की। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है। इसके बाद अलग-अलग चरणों में और दुनिया के अन्य हिस्सों में गेंदबाजी करने में मदद मिली।'  तीनों तेज गेंदबाजों के बीच का रिश्ता और उनके करियर की ओवरलैपिंग प्रकृति, जिसमें उन्होंने एक साथ 37 टेस्ट मैच खेले हैं, ने भी दोनों की मदद की है। स्टार्क ने कहा, ‘मुझे या हम तीनों को इस बात का एहसास है कि हम कितने भाग्यशाली हैं कि हम सब एक ही जगह से हैं। हम साथ में ट्रेनिंग करते हैं, सालों से रिहैब रूम में साथ बैठते हैं। एक-दूसरे को आगे बढ़ाने की क्षमता, चाहे वो एक खराब हफ्ता हो या टेस्ट हफ्ता। मुझे लगता है कि यही हम तीनों के लंबे करियर में खास तौर पर योगदान देता है।'  स्टार्क ने खुद 2022 के अंत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उंगली में चोट लगने के बाद से कोई भी टेस्ट मैच नहीं छोड़ा है, जिसके कारण उन्हें तीन मैचों से बाहर होना पड़ा था। हालांकि उन्होंने एमसीजी में खेले गए उस मैच में भी गेंदबाजी की थी। तेज गेंदबाजी के नुकसान के बारे में उन्होंने कहा, ‘ज्यादातर दिनों में कुछ निशान और कुछ दर्द वाले हिस्से होते हैं। चाहे वो झटके हों या दर्द निवारक दवाएं, मुझे पता है कि मैं क्या कर सकता हूं और क्या नहीं। मैं कभी भी ऐसे मैच में नहीं जाऊंगा जिसके बारे में मुझे नहीं लगता कि मैं अपना 100 फीसदी दे सकता हूं।'  हाल के दिनों में स्टार्क आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं। लेकिन कई वर्षों तक वह आईपीएल में नहीं खेले, जब वह टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने के लिए वह आसानी से ऐसा कर सकते थे। स्टार्क ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट शायद सबसे मुश्किल प्रारूप था, या तो मुझे लगता था कि मैं इसके लिए काफी अच्छा हूं या फिर मुझे लगता था कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं। उस मौके को पाने के लिए, मैं उसे बिल्कुल भी हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। जिन सालों में मैंने फ्रेंचाइजी क्रिकेट को मिस किया, मुझे उसका बिल्कुल भी अफसोस नहीं है।'  उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के लिए 99 मैच खेलने, घर पर कुछ समय बिताने, एलिसा (हीली) और परिवार के साथ कुछ समय बिताने के लिए अपने शरीर को जितना हो सके उतनी अच्छी स्थिति में रखने के लिए जरूरी था। यही वजह है कि मैंने वो चीजें कीं। चाहे अब इसका फायदा मिला हो, 100 टेस्ट से कुछ दिन पहले, या सीरीज जीत या टेस्ट मैच जीत, पीछे मुड़कर देखूं तो मैं इसे नहीं बदलूंगा।'  भविष्य के संदर्भ में स्टार्क आगामी गर्मियों से आगे नहीं देखना चाहते, जिसमें एशेज भी शामिल है। एक ऑल-फॉर्मेट गेंदबाज होने के नाते, वह अगले साल होने वाले टी20 वल्डर् कप में शामिल होंगे और 2027 का वनडे वर्ल्ड कप उनके लिए एक संभावित अतिरिक्त अवसर होगा। टेस्ट क्रिकेट के संदर्भ में, जिसे स्टार्क हमेशा से अपना नंबर 1 प्रारूप बताते रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया को अगले अगस्त से शुरू होकर 2027 के मध्य तक काफी मुकाबले खेलने हैं।  स्टार्क ने कहा, ‘एंड्रयू (मैकडोनाल्ड) ने कुछ दिन पहले कहा था कि हम युवा गेंदबाजी समूह नहीं हैं। आने वाले समय पर नजर रखते हुए, हम यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम उतने ही फिट और प्रभावशाली रहें जितने हम युवा होने पर थे। आगे क्या होगा, मुझे यकीन नहीं है। इस साल आगे क्या होगा, इस बारे में सोचने के लिए मेरे पास कुछ हफ्ते हैं, लेकिन जाहिर है कि आने वाली गर्मियां हमारे लिए एक बड़ा सीजन हैं।'   

जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड को मैच के दूसरे दिन तीन झटके दिए, स्टोक्स, रूट-वोक्स को भेजा पवेलियन

लॉर्ड्स इंग्लैंड की टीम ने भारत के खिलाफ लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे तीसरे मुकाबले में सात विकेट गंवा दिए। जो रूट ने तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड को मैच के दूसरे दिन तीन झटके दिए हैं। उन्होंने कप्तान बेन स्टोक्स (44) और जो रूट (104) को क्लीन बोल्ड किया और फिर क्रिस वोक्स को कैच आउट करवाया। जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स क्रीज पर मौजूद हैं। हैट्रिक से चूके जसप्रीत बुमराह भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैट्रिक लेने से चूक गए हैं। बुमराह ने शतकवीर जो रूट को आउट किया और फिर क्रिस वोक्स को आउट करके लगातार गेंदों पर दो विकेट लिए। जो रूट 199 गेंद में 104 रन बनाए। जसप्रीत बुमराह ने बेन स्टोक्स को किया आउट जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को क्लीन बोल्ड करके दूसरे दिन भारत को पहली सफलता दिलाई। इंग्लैंड ने पहली पारी में पांच विकेट गंवा दिए हैं। बेन स्टोक्स 110 गेंद में 44 रन बनाकर आउट हुए।

करुण को नहीं सुदर्शन को तीसरे नंबर पर उतारें : मांजरेकर

मुंबई पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा है कि आठ साल बाद टीम में शामिल किये गये करुण नायर को नंबर तीन पर नहीं उतारा जाना चाहिये। करुण इस सीरीज में अब तक असफल रहे हैं। वह दोनो ही मैचों में रन नहीं बना पाये हैं। मांजरेकर ने कहा कि अभी इस बल्लेबाज को अवसर मिलने चाहिये क्योंकि एक-दो मैचों के आधार पर फैसला नहीं हो सकता। मांजरेकर ने इसके साथ ही केवल एक मैच के बाद बाहर कर दिये गये साई सुदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि वह प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी है जिसे अभी अपने को साबित करने पर्याप्त अवसर मिलने चाहिेये। साथ ही कहा कि सुदर्शन को नंबर तीन पर उतारना चाहिये। वहीं करुण को पांचे क्रम पर अवसर देना चाहिये।  मांजरेकर ने कहा, पिछले मैच में चयन जिस प्रकार हुए उनसे में सहमत नहीं हूं। एक जीत उन फैसलों को कैसी सही ठहरा सकत है। सिर्फ एक मैच के बाद साई सुदर्शन को टीम से बाहर कर देना समझ से परे है क्योंकि वह एक युवा खिलाड़ी हैं और हम भविष्य के लिए उन पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने दूसरी पारी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मैं उनके साथ रहना चाहता हूं, लेकिन यह टीम प्रबंधन थोड़ा अलग है और वे माहौल के अनुसार बदलाव करने में पीछे नहीं हटता है।  मांजरेकर ने सुदर्शन को तीसरे नंबर पर उतारने की जरुरत बतायी। साथ ही कहा कि करुण इस जगह के लिए उपयोगी नहीं है। उन्होंने कहा, मैं सुदर्शन को तीसरे नंबर पर देखना चाहूंगा। मेरी नजर में करुण तीसरे नंबर के खिलाड़ी नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा, अगर सभी बड़े शतक लगा रहे हैं, तो उन्हें एक टेस्ट के बाद बाहर करना अनुचित है। मुझे लगता है कि सुदर्शन भी और अवसर दिये जाने के अधिकारी हैं। मांजरेकर ने करुण के चयन और टीम में वापसी के भावनात्मक पक्ष का हवाला देते हुए उनका समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें अभी अवसर मिलने चाहिये। करुण ने साल 2027-18 में इंग्लैंड के खिलाफ ही तिहरा शतक लगाया था। उसके बाद भी वह टीम में अपनी जगह नहीं बचा पाये थे।  

ऋषभ की देखभाल कर रही डॉक्टरों की टीम : बीसीसीसीआई

मुंबई भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीसीआई) ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में जारी तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में चोटिल हुए विकेटकीपर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अभी ठीक हैं और डॉक्टरों की एक टीम उनकी देखरेख कर रही है। ऋषभ को विकेटकीपिंग करते हुए पहले ही दिन अंगुली में चोट लग गयी। जिसके कारण उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। ऐसे में उनकी जगह ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग के लिए उतारा गया।  बीसीसीआई के अनुसार ऋषभ जब मैदान पर इलाज से राहत नहीं मिली तो उन्हें हटाकर जुरेल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गई, हालांकि जुरेल  अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं हैं। ऋषभ को ये चोट तब लगी जब जसप्रीत बुमराह के 34वें ओवर में एक गेंद को रोकने के प्रयास में उन्होंने छलांग मार मारी पर गेंद से उनकी अंगुली में चोट लग गयी।   इसके कारण खेल भी कुछ देर के लिए रुका और उन्हें फिजियो ने मैदान पर ही प्राथमिक इलाज दिया। इसके बाद खेल फिर शुरू हुआ पर ऋषभ दर्द ls परेशान दिखे और बुमराह का ओवर खत्म होने के बाद उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इस सीरीज के दोनो ही मैचों में काफी रन बनाये हैं। ऐसे में अगर वह आगे नहीं खेल पाते हैं तो ये टीम के लिए करारा झटका होगा। उनकी जगह पर शामिल जुरेल इस मैच में केवल विकेटकीपिंग कर सकते है पर बल्लेबाजी नहीं क्योंकि ऋषभ को को सिर या आंख में चोट नहीं लगी है। इसलिए कन्कशन सब्सटीट्यूट का इस्तेमाल इसलिए नहीं किया जा सकता। ऐसे में टीम उम्मीद कर रही है कि उपकप्तान पंत फिट होकर बल्लेबाजी कर सकें।  इस मैच में मेजबान इंग्लैंड ने पहले दिन का खेल समाप्त होने पर अपनी पहली पारी में चार विकेट पर 251 रन बना लिए थे। जो रूट 99 नाबाद और बेन स्टोक्स 39 पर खेल रहे थे। रूट और स्टोक्स ने चौथे विकेट के लिए 79 रन बनाये। वहीं भारतीय टीम की ओर से नीतीश कुमार रेड्डी ने पहले ही ओवर में दो विकेट लिए।   

पाकिस्तान ने हॉकी टीम के भारत दौरे को सुरक्षा जांच से जोड़ा

कराची पाकिस्तान इस साल के आखिर में होने वाले एशिया कप और जूनियर विश्व कप के लिए अपनी राष्ट्रीय हॉकी टीम को भारत भेजने से पहले वहां की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगा। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा है कि यदि राष्ट्रीय टीम को सुरक्षा को लेकर किसी तरह का खतरा होगा तो उसे भारत नहीं भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री युवा विकास एवं खेल कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मसूद ने कहा कि सरकार के सुरक्षा स्थिति से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही पाकिस्तान की टीम को भारत का दौरा करने की अनुमति दी जाएगी। पूर्व मंत्री मसूद ने कहा, ''सरकार पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगी और यदि वह संतुष्ट नहीं होगी तो वह अपने किसी भी खिलाड़ी को भारत में खेलने के लिए भेजकर उसे खतरे में नहीं डालेगी।'' उन्होंने बताया कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने भारत में होने वाली दो प्रमुख हॉकी प्रतियोगिताओं के लिए राष्ट्रीय टीमें भेजने के लिए संबंधित मंत्रालयों से सलाह और अनुमति मांगी है। एशिया कप अगले महीने होगा जो 2026 में होने वाले अगले विश्व कप के लिए क्वालीफायर भी होगा। पीएचएफ के महासचिव राणा मुजाहिद ने स्वीकार किया कि अतीत में पाकिस्तान ने भारत में कुछ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। उन्होंने कहा, ''लेकिन अभी स्थिति अलग है, संबंध तनावपूर्ण हैं इसलिए सरकार से मंजूरी मिलने पर ही हम इन प्रतियोगिताओं में भाग ले पाएंगे।'' मुजाहिद ने इसके साथ ही बताया कि पीएचएफ हॉकी खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर मिलने वाली धमकियों पर नज़र रख रहा है।  

भारतीय गेंदबाजी के सामने टिकना मुश्किल: पोप ने मानी चुनौती

लंदन इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन अपनी टीम की रक्षात्मक बल्लेबाजी का बचाव करते हुए कहा कि यह ऐसी पिच नहीं है जिस पर आप आक्रामक होकर खेल सकते हैं। इंग्लैंड ने पिछले कुछ वर्षों में आक्रामक बल्लेबाजी शैली को अपनाया है लेकिन गुरुवार को उसने भारतीय गेंदबाजों के सामने रक्षात्मक बल्लेबाजी की और पहले दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 251 रन बनाए। पोप ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''यह ऐसी पिच नहीं है जिस पर आप खुलकर खेल सकें। भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लेंथ बनाए रखी और रन बनाना मुश्किल कर दिया।'' उनका इशारा भारतीय गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी की ओर था, जिसे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (35 रन देकर एक विकेट) की वापसी से मजबूती मिली है। नितीश कुमार रेड्डी ने 46 रन देकर दो विकेट लिए हैं और वह पहले दिन भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। तेज गेंदबाज आकाशदीप और मोहम्मद सिराज को पहले दिन विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने किफायती गेंदबाजी की। पोप ने रविन्द्र जडेजा की गेंद पर आउट होने से पहले 104 गेंदों में 44 रन की पारी खेली। उन्होंने कहा, ''जरूरी नहीं कि हम जिस तरह से पहली पारी में बल्लेबाजी करते रहे हैं, वैसे ही करें। हमें परिस्थितियों के अनुसार खेलना होगा। हमने पिच की प्रकृति को देखते हुए बल्लेबाजी की। इसके अलावा भारतीय गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की।'' अपनी बल्लेबाजी के बारे में बात करते हुए पोप ने कहा कि पारी को आगे बढ़ाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ''यह कुछ ऐसा है जिसे हम एक टीम के रूप में बेहतर से बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं और ज़ाहिर है कि यह भारत के खिलाफ टेस्ट मैच है। वे हमेशा ऐसी परिस्थितियों में आपके सामने कड़ी चुनौती पेश करेंगे। इसलिए यह परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने से जुड़ा है।''  

लॉर्ड्स में ‘बैजबॉल’ हुआ बेअसर, इंग्लैंड की टीम खेलने लगी टुकटुक क्रिकेट

लॉर्ड्स  भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2024-25 का तीसरा मुकाबला गुरुवार (10 जुलाई) से लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू हुआ है. मुकाबले में पहले दिन का खेल समाप्त हो चुका है. इंग्लैंड ने पहले दिन स्टम्प तक अपनी पहली पारी में चार विकेट के नुकसान पर 251 रन बना लिए. जो रूट 99 और बेन स्टोक्स 39 रन पर नाबाद है. दोनों देशों के बीच सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में खेला गया था, जिसमें मेजबान टीम ने 5 विकेट से जीत हासिल की थी. इसके बाद भारतीय टीम ने शानदार कमबैक करते हुए एजबेस्टन टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 336 रनों से हराया और पांच मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबर कर ली. ऐसी रही है इंग्लैंड की पहली पारी पहली पारी में इंग्लैंड की शुरुआत सधी रही. बेन डकेट (23 रन) और जैक क्राउली (18 रन) ने मिलकर पहले विकेट के लिए 43 रनों की पार्टनरशिप की. नीतीश कुमार रेड्डी ने एक ही ओवर में इन दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट किया. यहां से जो रूट और ओली पोप ने 109 रनों की पार्टनरशिप करके इंग्लैंड को संभाला. रूट ने भारत के खिलाफ शानदार फॉर्म जारी रखते हुए 102 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 3000 हजार रन भी पूरे कर लिए. भारतीय टीम को तीसरी सफलता चाय के बाद के खेल में मिली, जब रवींद्र जडेजा ने सेट हो चुके ओली पोप को विकेट के पीछे कैच आउट कराया. पोप ने 104 गेंदों पर 44 रन बनाए, जिसमें चार चौके शामिल रहे. फिर जसप्रीत बुमराह ने हैरी ब्रूक (11 रन) को बोल्ड करके भारत को चौथी सफलता दिलाई. यहां से जो रूट और बेन स्टोक्स ने नाबाद 79 रनों की पार्टनरशिप की. रूट ने 9 चौके की मदद से अब तक 191 गेंदों पर 99 रन बनाए हैं. वहीं स्टोक्स ने तीन चौके की मदद से 102 बॉल पर 39* रन बनाए.  लॉर्ड्स में 'बैजबॉल' हुआ बेअसर, इंग्लैंड की टीम खेलने लगी टुकटुक क्रिकेट लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन (10 जुलाई) जो कुछ हुआ, उससे एक बात तो जाह‍िर थी कि 'बैजबॉल' वाला माइंडसेट लेकर बेन स्टोक्स एंड कंपनी नहीं उतरी थी. क्योंकि इंग्लैंड टीम का रन रेट पूरे दिन किसी भी सेशन में 4 से ऊपर नहीं गया. कुल मिलाकर इंग्लैंड की टीम ने टुकटुक (बेहद धीमी गत‍ि) क्रिकेट खेला.  पहले दिन का खेल 251/4 पर खत्म हुआ, ये सभी रन अंग्रेज टीम ने 3.02  रन प्रत‍ि ओवर के ह‍िसाब से 83 ओवर में बनाए थे.  वहीं दिन के आख‍िरी 10 ओवर में तो अंग्रेज टीम और रुक-रुककर यानी टिककर खेली. पूरा ट्रेड‍िशनल टेस्ट क्रिकेट दिखाया. आख‍िरी 10 ओवर्स में अंग्रेज टीम ने 25 रन ढाई रन प्रत‍ि ओवर के ह‍िसाब से बनाए.  थोड़ा पहले दिन की शुरुआत में जाते हैं. पहले सेशन में लंच तक इंग्लैंड टीम ने 83/2 रन 25 ओवर्स में बनाए, रन रेट रहा 3.32 का. दूसरे सेशन में इंग्लैंड ने 24 ओवर में 2.91/ओवर की औसत से 70 रन बनाए. यह बैजबॉल युग में इंग्लैंड का घरेलू टेस्ट में दूसरा सबसे धीमा स्कोर रहा, इससे पहले 2022 में लॉर्ड्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे दिन दूसरे सत्र में 2.72/ओवर की औसत से स्कोर बनाया गया था.  द‍िन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की टीम ने 251/4 का स्कोर बनाया. जो बैजबॉल युग में पहले दिन के खेल में इंग्लैंड का सबसे कम स्कोर है, जहां वे आउट नहीं हुए थे, पहले दिन उनका प्रत‍ि ओवर स्कोर‍िंग रेट 3.02 का था.  इस अवधि में एक दिन के खेल में उनका दूसरा सबसे कम स्कोर है, जहां उन्होंने कम से कम 50 ओवर बल्लेबाजी की है. इससे पहले 2024 में रांची में तीसरे दिन 2.69 रन प्रत‍ि ओवर के ह‍िसाब से (53.5 ओवर में 145) बनाए थे.  यानी एक बात तो साफ है कि जो रूट भले ही 99 नाबाद (191 गेंद, स्ट्राइक रेट 51.83), कप्तान बेन स्टोक्स 39 नाबाद (102 गेंद, 38.23 स्ट्राइक रेट) नाबाद जमे हों, लेकिन वह भारतीय टीम से डर-डर कर खेल रहे हैं. द‍िमाग में कहीं ना कहीं एजबेस्टन में मिली हार का डर भी है. वहीं इंग्लैंड टीम के जो 4 बल्लेबाज भी आउट हुए, उनका स्ट्राइक रेट कहीं से भी बैजबॉल (टेस्ट में तेजी से रन बनाना) वाले मानक पर खरा नहीं उतरता है. कुल मिलाकर भारतीय गेंदबाजों की गेंदबाजी से अंग्रेज खौफ में दिखे, यही वजह थी क‍ि वो पूरे मैच में किसी भी क्षण खुलकर नहीं खेल पाए. बेन डकेट का बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट पहली पारी में 57.50 दर्ज किया गया, जो इंग्लैंड के क‍िसी भी बल्लेबाज का लॉर्ड्स में सबसे अध‍िक था.   जो रूट की नाबाद 99 रनों की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने गुरुवार को लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन अपनी पारंपरिक आक्रामक बल्लेबाजी शैली को त्यागकर भारतीय गेंदबाजों के लगातार प्रेशर के बीच ट्रेड‍िशनल टेस्ट बल्लेबाजी का सहारा लिया और चार विकेट पर 251 रन बनाए. स्टंप्स के समय रूट 191 गेंदों पर 39 रन बनाकर अपने 37वें टेस्ट शतक से एक रन दूर थे और बेन स्टोक्स (102 गेंदों पर 39 रन) के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे. दोनों नाबाद 79 रन जोड़ चुके हैं.  वैसे बैजबॉल युग में केवल दूसरी बार घरेलू मैच में इंग्लैंड टीम ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया. दरअसल, मैच से पहले एक द‍िन पहले प‍िच हरी-भरी दिख रही थी, लेकिन टॉस से पहले प‍िच से घास गायब हो गई. अब देखना होगा कि शुक्रवार (11 जुलाई) को मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड टीम का स्टैंड क्या होगा? क्या ट्रेड‍िशनल क्रिकेट होगा या बैजबॉल के दर्शन होंगे? 

गेंदबाजी का करिश्मा: आयरलैंड के स्टार ने 5 गेंदों पर 5 विकेट लेकर तोड़ा रिकॉर्ड

नई दिल्ली आयरलैंड के ऑलराउंडर कर्टिस कैंपर ने मेंस क्रिकेट में उस समय इतिहास रचा जब उन्होंने 5 गेंदों पर लगातार 5 विकेट लिए। कर्टिस कैंपर इसी के साथ मेंस क्रिकेट में ऐसा करनामा करने वाले पहले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने यह वर्ल्ड रिकॉर्ड इंटर-प्रांतीय टी20 ट्रॉफी में नॉर्थ-वेस्ट वॉरियर्स के खिलाफ मुंस्टर रेड्स की ओर से खेलते हुए बनाया। उन्होंने 2.3 ओवर में मात्र 16 रन देकर यह 5 विकेट चटकाए। एक समय पर नॉर्थ-वेस्ट वॉरियर्स का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 87 रन था। कर्टिस कैंपर की घातक गेंदबाजी के आगे टीम इसके बाद ताश के पत्तों की तरह ढह गई और 88 रन पर ऑलआउट हो गई। मुंस्टर रेड्स के कप्तान कैंपर ने अपने दूसरे और तीसरे ओवर यह सभी पांच विकेट लिए। 189 रनों के टारगेट का पीछा कर रही नॉर्थ-वेस्ट वॉरियर्स के खिलाफ कैंपर ने अपना पहला विकेट 12वें ओवर की पांचवी गेंद पर लिया। जेरेड विल्सन को उन्होंने बोल्ड किया, उनकी अगली गेंद पर, ग्राहम ह्यूम बैकफुट पर LBW आउट हो गए। इसके बाद 14वें ओवर में गेंदबाजी करने आए कैंपर ने अपनी पहली गेंद पर विकेट लेकर हैट्रीक पूरी की। इस दौरान उन्होंने एंडी मैकब्राइन को डीप मिडविकेट पर अपना शिकार बनाया। इसके बाद मुंस्टर रेड्स के कप्तान के कप्तान ने नंबर-10 पर आए रॉबी मिलर और 11 पर आए जोश विल्सन को अपना शिकार बनाया। कैंपर ने मैच के बाद बताया कि जब उन्होंने दो ओवरों में लगातार 5 विकेट लिए तो उन्हें इस रिकॉर्ड के बारे में नहीं पता था। उन्होंने क्रिकेट आयरलैंड को बताया, "मुझे सच में समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। मैं बस अपनी बात पर अड़ा रहा और इसे बहुत सरल रखा और खुशकिस्मती से यह कामयाब हो गया।" बता दें, कैंपर ने इससे पहले 2021 टी20 वर्ल्ड कप में नीदरलैंड के खिलाफ चार गेंदों पर चार विकेट लिए थे।