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नेक्स्ट होराइजन : बिल्डिंग सिटीज़ ऑफ टुमारो थीम पर होगा कॉन्क्लेव

मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव 11 जुलाई को इंदौर में इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा नेक्स्ट होराइजन : बिल्डिंग सिटीज़ ऑफ टुमारो थीम पर होगा कॉन्क्लेव इंदौर प्रदेश में रीयल एस्टेट की गतिविधियों के विस्तार के लिये नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा 11 जुलाई को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में "मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव" का आयोजन किया जा रहा है। "नेक्स्ट होराइजन: बिल्डिंग सिटीज़ ऑफ टुमारो" थीम पर आधारित यह कॉन्क्लेव राज्य के शहरी विकास और निवेश के लिये नए क्षितिज खोलने का माध्यम बनेगा। 'उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025' के अंतर्गत इस आयोजन का उद्देश्य प्रदेश की नगरीय अधोसंरचना को भविष्योन्मुखी बनाना, सतत विकास को गति देना और व्यापक निवेश आकर्षित करना है। मध्यप्रदेश में निवेश इसलिये मध्यप्रदेश देश के केन्द्र में रणनीतिक भौगोलिक स्थिति के कारण महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसलिये यहां से आसानी से देश भर से लॉजिस्टिक संपर्क किया जा सकता है। प्रदेश में तेज गति से होता शहरीकरण, विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन जैसे शहरों में सशक्त इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है। राज्य में सस्ती भूमि और श्रम, सरल प्रशासनिक प्रक्रियाएं हैं और उद्योगों के लिए अनुकूल नीतियाँ लागू की गई हैं। मध्यप्रदेश में केन्द सरकार की प्रधानमंत्री गति-शक्ति, अमृत 2.0 और स्मार्ट-सिटी जैसी योजनाओं से प्रदेश में समावेशी विकास हो रहा है। निवेश और विकास के प्रमुख क्षेत्र प्रदेश में विकास और निवेश शहरी परिवहन (मेट्रो, ई-बस, मल्टीमॉडल हब), किफायती आवास, स्लम पुनर्विकास, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, जलापूर्ति, सीवेज नेटवर्क, झील संरक्षण, डिजिटलीकरण, ई-गवर्नेंस, भवन स्वीकृति प्रणाली और स्वच्छ ऊर्जा, हरित भवन, रिन्यूएबल इनफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। निवेशक इन क्षेत्रों में निवेश कर भविष्य में होने वाले लाभ के सहभागी हो सकते हैं।  प्रमुख आगामी अधोसंरचना विकास परियोजनाएँ मध्यप्रदेश के भोपाल और इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना, स्मार्ट सिटी के तहत इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स, इंडस्ट्रियल टॉउनशिप्स, न्यू टॉउन डेवलपमेंट प्लान, नगरीय निकायों में आधुनिक वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट्स और स्ट्रीट वेंडिंग जोन, शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण जैसी परियोजनाएं चल रही हैं और कुछ भविष्य के लिए प्रस्तावित हैं। निवेश को साकार करने हेतु सुदृढ़ इको-सिस्टम मध्यप्रदेश उद्योग विकास निगम उद्योगों को वन-स्टॉप सुविधा उपलब्ध करा रहा है। ई-नगर पालिका पोर्टल पर भी संबंधित सेवाएं रियल-टाइम ऑनलाइन उपलब्ध हैं। निवेश प्रोत्साहन के दृष्टिकोण से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल को बढ़ावा दिया जा रहा है। निवेशकों के लिए स्पेशल पॉलिसी इंसेंटिव्स भी प्रारंभ किये गये हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में देश के अलावा विदेश के निवेशकों से भी सघन सम्पर्क स्थापित किये गये हैं। उक्त के दृष्टिगत अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय डेवलपर्स के साथ करार होने की बड़ी संभावनाएं भी हैं। मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव राज्य को नगरीय पुनर्निर्माण और वैश्विक निवेश के पथ पर अग्रसर करेगा। यह आयोजन न केवल भौतिक अवसंरचना बल्कि डिजिटल, सामाजिक और आर्थिक विकास का भी सशक्त मंच बनेगा। प्रदेश सरकार इस अवसर को नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने के एक निर्णायक कदम के रूप में देख रही है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लुधियाना में उद्योगपतियों से भेंट कर निवेश के लिये दिया आमंत्रण

मध्यप्रदेश की गतिशीलता-शांति और संसाधनों का लाभ उठाएँ निवेशक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव जहां संभावना दिखती है, वहां नियम बदलने से नहीं हिचकिचाएंगे: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लुधियाना में उद्योगपतियों से भेंट कर निवेश के लिये दिया आमंत्रण भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को लुधियाना स्थित वर्धमान औद्योगिक परिसर में पंजाब के प्रमुख उद्योगपतियों से भेंट की और उन्हें मध्यप्रदेश की समावेशी, उदार और निवेश-अनुकूल नीतियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार  न केवल उद्योग लगाने और निवेश बढ़ाने के लिए तैयार है, बल्कि यदि किसी सेक्टर में संभावना दिखती है, तो वहां आवश्यकतानुसार नियमों में परिवर्तन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में गारमेंट और टेक्सटाइल सेक्टर के लिए विशेष अवसर उपलब्ध हैं और राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि इंदौर की हुकुमचंद मिल को पुनर्जीवित करने की दिशा में कार्य हो रहा है और मजदूरों के हितों को प्राथमिकता देते हुए सौ करोड़ रु. से अधिक के सेटलमेंट क्लियर किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों और श्रमिकों के साथ सरकार की प्रतिबद्धता हर स्तर पर बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर की जेसी मिल और उज्जैन की हीरा मिल के मामले में भी राज्य सरकार ने सह्रदयता से निर्णय किये है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार उद्योगपतियों के हित में निर्णय लेने के लिए कैबिनेट स्तर पर नीतियों में बदलाव को भी तैयार है। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि वे मध्यप्रदेश में आकर संभावनाओं को देखें और राज्य की गतिशीलता, शांति और संसाधनों का लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि राज्य में टेक्सटॉइल, एग्री बेस्ड इंडस्ट्री, इंजीनियरिंग गुड्स, स्टील प्रोसेसिंग, रिन्यूएबल एनर्जी और आईटी जैसे सेक्टरों में व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से यह भी कहा कि मध्यप्रदेश केवल निवेश के लिए नहीं, बल्कि एक जनकल्याणकारी राज्य के रूप में भी तेजी से पहचान बना रहा है। उन्होंने बताया कि गरीब तबके के लिए एयर एंबुलेंस सेवा और राहगीर सेवा योजना जैसी अभिनव योजना क्रियान्वित की जा रही हैं। इन योजनाओं की उद्योगपतियों ने सराहना करते हुए कहा कि इस स्तर की सोच और संवेदनशीलता शायद ही किसी अन्य राज्य में दिखती हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से वर्धमान ग्रुप के एमडी नीरज जैन, राल्सन इंडिया लिमिटेड के चेयरमेन संजीव पहवा, कंगारू इंडस्ट्रीज के एमडी अंबरीश जैन, टीके स्टील रोलिंग मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी लोकेश जैन, रजनीश इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राहुल आहूजा, फार्मपार्ट्स कंपनी के उपाध्यक्ष जे.एस. भोगल, सीआईसीयू के अध्यक्ष उपकार सिंह आहूजा, कमल (सरजवन होजरी) के प्रतिनिधि सुदर्शन जैन और अरुण जैन सहित विभिन्न सेक्टर के उद्योगपतियों ने मुलाकात की। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में बिजली दरें प्रतिस्पर्धी हैं और नियम संबंधी प्रक्रियाओं को सरल और निवेशक-अनुकूल बनाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में सोलर और पॉवर सेक्टर में भी बड़े प्रोजेक्ट आ रहे हैं। केंद्र सरकार के स्तर पर कोई पर्यावरणीय क्लियरेंस लंबित है, तो मध्यप्रदेश सरकार अपने स्तर पर उसे शीघ्र दिलाने का भी प्रयास करेगी। उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की नीति स्पष्टता, निर्णय क्षमता और कार्य के प्रति तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि देश के सबसे भरोसेमंद और निवेश के योग्य राज्यों में मध्यप्रदेश शामिल हो गया है। 

देर नहीं, अब एक सॉफ्टवेयर से संचालित होंगी सरकारी और निजी एंबुलेंस सेवाएं

ग्वालियर मध्य प्रदेश सरकार ने राहवीर योजना के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की है, जिसके अंतर्गत राज्य की सभी सरकारी और निजी एंबुलेंस को एक ही सॉफ्टवेयर के माध्यम से संचालित किया जाएगा। यह कदम प्रदेश को एंबुलेंस सेवाओं के एकीकृत प्रबंधन में एक नया आयाम प्रदान करेगा। मध्य प्रदेश संभवतः ऐसा करने वाला पहला राज्य होगा, जहां सभी एंबुलेंस एक ही प्लेटफार्म पर संचालित होंगी। राहवीर योजना के अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने वाले को 25 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।   लोकेशन के आधार पर सबसे नजदीकी एंबुलेंस को बुलाएगा वर्तमान में, प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग, एमपीआरडीसी, एनएचएआइ और निजी एंबुलेंस सेवाएं संचालित हैं, लेकिन अब परिवहन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित कर रहे हैं, जो सड़क दुर्घटना की लोकेशन के आधार पर सबसे नजदीकी एंबुलेंस को बुलाएगा। इस योजना के तहत डायल-100 सेवा को एंबुलेंस सेवा के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे घायल व्यक्तियों को शीघ्र सहायता मिल सकेगी। एंबुलेंस सेवाओं की भूमिका की समीक्षा प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के पास लगभग एक हजार एंबुलेंस हैं, जिनमें 300 जननी एक्सप्रेस भी शामिल हैं। इन सभी एंबुलेंस को भी इस नए सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा, ताकि घायल व्यक्तियों को गोल्डन टाइम में अस्पताल पहुंचाया जा सके। राहवीर योजना के लागू होने के बाद एंबुलेंस सेवाओं की भूमिका की समीक्षा की गई है। वर्तमान में, स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न एजेंसियों के बीच एंबुलेंस सेवाओं का संचालन एकीकृत नहीं है। जैसे कि हाइवे पर एंबुलेंस की सहायता के लिए एनएचएआइ का नंबर और 108 सेवा अलग है। कॉल भी इसी सॉफ्टवेयर पर होगी दर्ज अब राहवीर योजना के तहत घायलों के गोल्डन टाइम को बचाने के लिए एक ही कॉल पर सबसे नजदीकी एंबुलेंस भेजी जाएगी। डायल-100 सेवा के अंतर्गत आपातकालीन कॉल करने पर सूचना दी जाती है, और अब यह कॉल भी इसी सॉफ्टवेयर पर दर्ज होगी। जब सड़क दुर्घटना की सूचना मिलेगी, तो सबसे नजदीकी एंबुलेंस तुरंत भेजी जाएगी। देर से एंबुलेंस पहुंचने के घटेंगे मामले इस नए सॉफ्टवेयर का पूरा नियंत्रण भोपाल से होगा, जिससे एंबुलेंस के देर से पहुंचने की घटनाओं में कमी आएगी। अक्सर देखा गया है कि एंबुलेंस देर से पहुंचने के कारण घायल की जान पर संकट आ जाता है। अब एंबुलेंस की शीघ्रता से उपलब्धता से पीड़ित का प्राथमिक इलाज भी तुरंत शुरू हो सकेगा। स्वास्थ्य और परिवहन विभाग मिलकर सॉफ्टवेयर तैयार करा रहे हैं, जिसमें सभी एंबुलेंस सरकारी और निजी को एक ही जगह जोड़ा जा रहा है। यह डायल-100 से जुड़ेगा और कॉल पहुंचने पर सबसे नजदीकी एंबुलेंस जाएगी। प्रदेश ऐसा करने वाला संभवतः पहला राज्य होगा। राहवीर योजना के दृष्टिगत यह कवायद की जा रही है। किरण कुमार, उपायुक्त, परिवहन विभाग, मध्य प्रदेश

सेवकराम ने कुटुंब न्यायालय में अर्जी दाखिल कर पत्नी की पेंशन से 25 हजार रुपए प्रतिमाह की मांग

 पथरिया  एमपी के जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। पथरिया से BJP की पूर्व MLA सोना बाई के दिव्यांग पति सेवकराम अहिरवार ने उनसे गुजारा भत्ता मांगा है। सेवकराम ने कुटुंब न्यायालय में अर्जी दाखिल कर पत्नी की पेंशन से 25 हजार रुपए प्रतिमाह की मांग की है। उनका कहना है कि 2016 में दुर्घटना में पैर खराब होने के बाद वे दिव्यांग हो गए और अब मजदूरी करने में भी असमर्थ हैं। सेवकराम का आरोप है कि सोना बाई ने उन्हें अपमानित किया और बाद में छोड़ दिया, क्योंकि उन्हें उनके साथ रहने में शर्म आती थी। 1993 में हुई थी शादी सेवकराम अहिरवार और सोना बाई की शादी 1993 में हुई थी। सेवकराम ने बताया कि 2003 में सोना बाई ने राजनीति में आने की इच्छा जताई। उनके सहयोग से सोना बाई 2003 में से BJP के टिकट पर चुनाव जीतीं और 2008 तक MLA रहीं। सेवकराम के अनुसार, पत्नी के MLA रहते सब ठीक था, लेकिन 2009 में सोना बाई ने उन्हें अपमानित करना शुरू कर दिया और कुछ समय बाद छोड़ दिया। हालांकि, दोनों का तलाक नहीं हुआ है। 2016 में एक पैर खराब हो गया सेवकराम ने बताया कि 2016 में एक दुर्घटना में उनका एक पैर खराब हो गया। अब वे दिव्यांग हैं और मजदूरी भी नहीं कर सकते। इसलिए उन्होंने पत्नी से गुजारा भत्ता मांगा है। सेवकराम के वकील नितिन मिश्रा ने बताया कि दिव्यांग होने के कारण सेवकराम को भरण पोषण की आवश्यकता है। कोर्ट से नोटिस मिलने पर देंगे जवाब इस मामले पर सोना बाई का कहना है कि वे कोर्ट से नोटिस मिलने पर ही जवाब देंगी। सोना बाई और सेवकराम के तीन बच्चे हैं। सौरव, नीरज और प्रवीण. तीनों बच्चे अपनी मां सोना बाई के साथ रहते हैं। उनका एक बेटा डॉक्टर है और मकरोनिया के सरकारी अस्पताल में कार्यरत है। सोना बाई अभी भी BJP में हैं, लेकिन उनके पास कोई पद नहीं है। पहले सेवकराम करते थे ठेकेदारी पहले सेवकराम ठेकेदारी करते थे, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्होंने यह काम बंद कर दिया। उनका कहना है कि पत्नी के MLA बनने के बाद उनके व्यवहार में बदलाव आया। बड़े-बड़े नेताओं से संपर्क होने के कारण उनमें गुरूर आ गया। सेवकराम का आरोप है कि सोना बाई को उनके साथ रहने में शर्मिंदगी महसूस होती थी।

थाना रामनगर पुलिस ने गुमशुदा को 06 दिवस के भीतर दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा

रामनगर पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओपी कोतमा के मार्गदर्शन में  गुमशुदा दस्तयाबी के अभियान के अंतर्गत थाना रामनगर पुलिस द्वारा गुमशुदा व्यक्ति को मात्र 06 दिवस के भीतर तलाश कर सकुशल परिजनों को सुपुर्द किया गया।          दिनांक 30/06/2025 को फरियादी श्रीमती सीमा राठौर(परिवर्तित नाम), उम्र 35 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 6/6 खदान रोड द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उनके पति राजेश राठौर उम्र 40 वर्ष दिनांक 28/06/2025 से अपने घर से कहीं चले गए हैं और वापस नहीं लौटे।         गुम इंसान क्रमांक 31/25 गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कर गुमशुदा की तलाश की जा रही थी। ने मुखबिरों की सहायता से लगातार प्रयास किए। अंततः दिनांक 06/07/2025 को गुमशुदा राजेश राठौर(परिवर्तित नाम) को सकुशल दस्तयाब कर उनके परिजनों को सौंपा गया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक सुमित कौशिक, एएसआई संतोष पट्टा , प्र आर. राजेंद्र अहिरवार की भूमिका सराहनीय रही है ।

राजा भोज इंटरनेशनल विमानतल को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मचा

 भोपाल  राजधानी भोपाल के राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया है। यह धमकी एक ईमेल के जरिए एयरपोर्ट डायरेक्टर को भेजी गई, जिसमें दावा किया गया कि एयरपोर्ट परिसर में विस्फोटक उपकरण लगाए गए हैं और किसी भी वक्त विस्फोट कर एयरपोर्ट को उड़ा दिया जा सकता है। इस धमकी भरे ईमेल ने एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत अलर्ट मोड पर ला दिया।   जांच में जुटी पुलिस  इधर सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रबंधन ने भोपाल के गांधीनगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। गांधीनगर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और विमानन सुरक्षा नियमों के तहत आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया है। बम डिस्पोजल स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड को तुरंत मौके पर बुलाया गया, और पूरे एयरपोर्ट परिसर, टर्मिनल, बैगेज एरिया और आसपास के इलाकों की गहन तलाशी ली गई।  एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से धमकी की सूचना गांधीनगर थाने को भी दी गई, जिसके चलते अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और विमानन सुरक्षा नियमों के तहत आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है। बम डिस्पोजल स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड को तुरंत मौके पर पहुंची और एयरपोर्ट परिसर, टर्मिनल, बैगेज एरिया समेत आसपास के इलाकों की गहन तलाशी ली जा रही है। फिलहाल, अबतक कोई संदिग्ध वस्तु मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस और साइबर सेल की टीमें इस धमकी भरे संदेश के स्रोत का पता लगाने में जुटी हैं। पहले भी मिल चुकी है ऐसी धमकी ये पहली बार नहीं, जब राजा भोज एयरपोर्ट को ऐसी धमकी मिली हो। बीते कुछ महीनों में भोपाल में यह चौथी ऐसी घटना है, जहां एयरपोर्ट सहित अन्य स्थानों जैसे निजी लैब और स्कूलों को भी बम की धमकियां मिल चुकी हैं, जो बाद में फर्जी साबित हुई थीं। खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि, क्या ये धमकियां किसी बड़े आतंकी साजिश का हिस्सा हैं या महज शरारत। हाल के महीनों में देश के कई अन्य हवाई अड्डों जैसे बेंगलुरु, हैदराबाद, और कोलकाता को भी इसी तरह की धमकियां मिली हैं, जो जांच में फर्जी पाई गई थीं। पहले भी कई बार मिल चुकी है धमकियां  पुलिस और साइबर सेल की टीमें अब इस धमकी भरे ईमेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी हैं। यह पहली बार नहीं है जब राजा भोज एयरपोर्ट को ऐसी धमकी मिली हो। बीते कुछ महीनों में भोपाल में यह चौथी ऐसी घटना है, जहां एयरपोर्ट सहित अन्य स्थानों जैसे निजी लैब और स्कूलों को भी बम की धमकियां मिल चुकी हैं, जो बाद में फर्जी साबित हुई थीं। खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या ये धमकियां किसी बड़े आतंकी साजिश का हिस्सा हैं या महज शरारत। हाल के महीनों में देश के कई अन्य हवाई अड्डों जैसे बेंगलुरु, हैदराबाद, और कोलकाता को भी इसी तरह की धमकियां मिली हैं, जो जांच में फर्जी पाई गई थीं। 

डेढ महीने बाद भी नहीं सुलझी राजा रघुवंशी हत्या की गुत्थी, सोनम -राज के नार्को टेस्ट की मांग परिजनों ने तीन वरिष्ठ वकील नियुक्त किए

भोपाल   इंदौर निवासी और चर्चित कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में अब उनके परिवार ने न्याय की लड़ाई तेज़ कर दी है. परिवार ने मामले में हत्या की आरोपी सोनम और राज के नार्को टेस्ट की मांग की है, ताकि सच सामने आ सके कि आखिर राजा को क्यों और किस वजह से मारा गया. राजा रघुवंशी हत्याकांड में नार्को टेस्ट से खुलेंगे राज राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी अभी तक पूरी तरह नहीं सुलझ सकी है, लेकिन उनके परिवार का दावा है कि जिन पर शक है. उन्हें लेकर जांच अभी अधूरी है. इसी को लेकर अब राजा के परिवार ने तीन वरिष्ठ वकीलों की नियुक्ति की है, जो पूरे मामले को कानूनी रूप से मजबूती से आगे बढ़ाएंगे. परिवार की ओर से बताया गया कि वे सबसे पहले शिलांग हाईकोर्ट में सोनम और राज के नार्को टेस्ट की अनुमति के लिए अपील करने जा रहे हैं. यदि वहां से अपील खारिज होती है, तो वे दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट का रुख भी करेंगे. सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है और उसके लिए अलग से वकील तैनात किया गया है. राजा के छोटे भाई ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम सिर्फ जानना चाहते हैं कि हमारे भाई राजा को आखिर क्यों मारा गया? हत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. यदि कुछ लोग सच छिपा रहे हैं, तो नार्को टेस्ट के जरिए वह सामने आ सकता है. हम किसी को दोषी नहीं ठहरा रहे, लेकिन सच का सामने आना जरूरी है.” परिजनों का यह भी कहना है कि केस में कई ऐसे पहलू हैं जो अभी तक जांच एजेंसियों की नजर से छूटे हैं या उन्हें नजरअंदाज किया गया है. ऐसे में नार्को टेस्ट जैसी वैज्ञानिक विधियों की मदद से उन सवालों के जवाब मिल सकते हैं, जो अब तक अनुत्तरित हैं. राजा रघुवंशी की हत्या ने न केवल इंदौर बल्कि प्रदेशभर में हलचल मचा दी थी. अब जब परिवार हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाने को तैयार है, तो यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. परिजनों की इस कानूनी पहल से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस हाई-प्रोफाइल केस की सच्चाई सामने आएगी. हत्या में बड़ा नेटवर्क शामिल होने का शक विपिन ने कहा  राजा की हत्या सोनम और राज ने क्यों की, ये अभी तक सामने नहीं आया है। मुझे शक है कि इसमें बड़ा नेटवर्क शामिल है। नार्को टेस्ट से इस नेटवर्क का खुलासा होगा और वजह भी सामने आएगी। कहीं न कहीं मुझे लगता है कि उन्होंने राजा को मारने के लिए वकील या पुलिस की सलाह ली होगी या तांत्रिक क्रिया की होगी। इनका नेटवर्क बड़ा है, जो बाहर नहीं आ रहा है। मैं इसी हफ्ते मंगलवार से शनिवार के बीच पहले दिल्ली और फिर वहां से शिलॉन्ग जाऊंगा। विपिन रघुवंशी ने कहा- मेघालय पुलिस नार्को टेस्ट नहीं कराना चाहती है, हमें उसमें कोई परेशानी नहीं है। पुलिस ने मामले की बारीकी से जांच की है। 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनकी कार्रवाई पर कोई संदेह नहीं है। मैं उनके काम से संतुष्ट हूं, लेकिन मैं भाई होने का पूरा फर्ज निभाऊंगा। सोनम ने धोखा दे दिया विपिन ने कहा हमने राजा को छोटे से बड़ा किया। उसका पूरा बचपन देखा। धूमधाम से शादी की। उसकी शादी को लेकर हम बहुत खुश थे, लेकिन हनीमून से लापता होने के बाद सारी चीजें बदल गईं। फिर उसकी मौत का पता चला। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि राजा के साथ ऐसा होगा। सोनम ने धोखा दे दिया। अगर किसी हादसे में राजा चला जाता तो इतना दुख नहीं होता, जितना आज हो रहा है। 6 जुलाई को देवशयनी ग्यारस पर पूरे परिवार ने उसके लिए उपवास भी रखा। विपिन ने बताया कि राजा की शादी के वक्त घर के गेट पर जो बंदनवार लगाया था, वह आज भी लगा है। शादी के बाद उसका कमरा सजाया था, वह आज भी वैसा ही सजा है। जब तक राजा को इंसाफ नहीं मिलेगा, उसकी हत्या की वजह हमें पता नहीं चलेगी, तब तक हम शांत नहीं बैठेंगे। सोनम के भाई से मांगी शादी की फोटो विपिन ने कहा- सोनम के भाई गोविंद ने कहा था कि मैं आप लोगों के साथ हूं। राजा को न्याय दिलाने की बात कही थी। अगर वह अपनी बात पर टिका रहता है तो हमें कोई तकलीफ नहीं होगी। अगर वे लोग बदलेंगे तो वैसा ही हो जाएगा, जैसा सोनम ने हमें धोखा दिया है। गोविंद को जो करना है, वह करे लेकिन हमें दिया वचन न तोड़े। कुछ दिन पहले मेरी गोविंद से बात हुई है। हमने उससे राजा और सोनम की शादी की फोटो वाली पेनड्राइव मांगी है। उसमें राजा की कई यादें हैं। हो सकता है कि उन फोटोज में हमें कुछ क्लू मिल जाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कैप्टन विक्रम बत्रा के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन विक्रम बत्रा जी के बलिदान दिवस पर सादर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान कैप्टन बत्रा ने अदम्य साहस, शौर्य व पराक्रम का परिचय देते हुए मातृभूमि के सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा कर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। कैप्टन बत्रा का जीवन युवाओं को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।  

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर वार्ड 47, 42 और 43 के बूथ पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई, दिए गए बलिदान को याद किया गया

इंदौर  इस अवसर पर विधायक महेंद्र हार्डिया जी, MIC सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया जी ,मंडल अध्यक्ष नीतेश जैन जी,47वार्ड अध्यक्ष अजेश सिरा जी,42वार्ड अध्यक्ष ललित डेमला जी,राम पटेल जी,योगेश ठाकुर जी एवं मंडल के पदाधिकारी अंजलि गार्डे(उपाध्यक्ष),काशी सचान जी(उपाध्यक्ष),अलका दुबे जी (मंत्री), दिलीप चौहान जी (सोशल मीडिया प्रभारी),अविचल शर्मा जी (आईटी प्रभारी),जीतेन्द्र जरिया जी(युवा मोर्चा वीर सावरकर मंडल महामन्त्री),विकास वर्मा जी(युवा मोर्चा उपाध्यक्ष वीर सावरकर मंडल) उपस्थित नेतागण और कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान और देश के लिए उनके योगदान को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।  

पश्चिम रेलवे ने 4 जोड़ी साप्ताहिक विशेष ट्रेनों के फेरे बढ़ाए यात्रियों की सुविधा के लिए फेरे बढ़ाए

भोपाल  रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा तथा उनकी यात्रा मांग को पूरा करने के उद्देश्य से चार जोड़ी साप्ताहिक स्‍पेशल ट्रेनों के फेरे विस्‍तारित किए गए हैं। ये चारों स्पेशल ट्रेनें पश्चिम मध्य रेल से होकर गुजरती है। इन ट्रेनों का विवरण इस प्रकार है।  ट्रेन संख्‍या 09075/09076 मुंबई सेंट्रल – काठगोदाम स्पेशल ट्रेन संख्‍या 09075 मुंबई सेंट्रल-काठगोदाम स्पेशल को 24 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। इसी तरह, ट्रेन संख्‍या 09076 काठगोदाम-मुंबई सेंट्रल स्पेशल को 25 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। मुंबई सेंट्रल से 20.08.2025, 27.08.2025 और 03.09.2025 को यात्रा प्रारंभ करने वाली ट्रेन संख्‍या 09075 नहीं चलेगी। इसी प्रकार, काठगोदाम से 21.08.2025, 28.08.2025 और 04.09.2025 को यात्रा प्रारंभ करने वाली ट्रेन संख्‍या 09065 नहीं चलेगी।  ट्रेन संख्‍या 09185/09186 मुंबई सेंट्रल – कानपुर अनवरगंज स्पेशल ट्रेन संख्‍या 09185 मुंबई सेंट्रल- कानपुर अनवरगंज स्पेशल को 28 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। इसी तरह, ट्रेन संख्‍या 09186 अनवरगंज – मुंबई सेंट्रल स्पेशल को 29 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। मुंबई सेंट्रल से 24.08.2025, 31.08.2025 और 07.09.2025 को यात्रा प्रारंभ करने वाली ट्रेन संख्‍या 09185 नहीं चलेगी। इसी प्रकार, कानपुर अनवरगंज से 25.08.2025, 01.09.2025 और 08.09.2025 को यात्रा प्रारंभ करने वाली ट्रेन संख्‍या 09186 नहीं चलेगी।  ट्रेन संख्‍या 09117/09118 उधना-सूबेदारगंज स्पेशल ट्रेन संख्‍या 09117 उधना – सूबेदारगंज स्पेशल को 26 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। इसी तरह, ट्रेन संख्‍या 09118 सूबेदारगंज – उधना स्पेशल को 27 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है।  ट्रेन संख्‍या 09039/09040 उधना-धनबाद स्पेशल ट्रेन संख्या 09039/09040 उधना-गया स्पेशल को धनबाद स्‍टेशन तक विस्‍तारित किया गया है। अब यइ ट्रेन गया के बजाय धनबाद तक चलेगी। ट्रेन संख्‍या 09039 उधना – धनबाद स्पेशल को 26 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। इसी तरह, ट्रेन संख्‍या 09040 धनबाद – उधना स्पेशल को 28 सितंबर, 2025 तक विस्‍तारित किया गया है। इन स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन  यह ट्रेन दोनों दिशाओं में चलथान, बारडोली, नंदुरबार अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, मिर्ज़ापुर, पं. दीन दयाल उपाध्याय, सासाराम, डेहरी ऑन सोन, गया, कोडरमा, हज़ारीबाग़ रोड, पारसनाथ और नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमो स्टेशनों पर रुकेगी। स्पेशल ट्रेनों के ठहराव, संरचना और समय के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए यात्री कृपया www.enquiry.indianrail.gov.in पर जाकर अवलोकन कर सकते हैं।