News Aazad Bharat

ससुराल से बहू लापता, साथ ले गई 67 लाख और ज़ेवर – बॉक्स देखकर उड़ गए ससुर के होश

जबलपुर  लव मैरिज के चार साल बाद बहू घर में रखे 15 लाख की जूलरी और 67 लाख 50 हजार रुपए लेकर चंपत हो गयी। ससुर ने राशि की आवश्यकता पड़ने पर बॉक्स को खोला तो देखा की जेवरात और नगदी गायब हैं। पीड़ित ससुर की शिकायत पर जबलपुर पुलिस ने आरोपी बहू के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसके संबंध में पतासाजी प्रारंभ कर दी है। पुलिस को महिला के संबंध में कोई सुराग नहीं मिल पाया है। 2021 में की थी शादी सिविल लाइन थाना प्रभारी अनूप कुमार नामदेव ने बताया कि दिनेश कुमार चौबे, उम्र 66 वर्ष, निवासी साई बाबा मंदिर के सामने राजकुमारी भवन डुप्लेक्स नंबर 02 ने शिकायत की है। उन्होंने बताया कि उसके बेटे कार्तिकेय चौबे ने पूजा गुर्जर (चौबे) से नामक युवती से 13 जून 2021 को प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद से बहू और बेटा उसके घर पर रहते थे। उसने कचनार कैसल्य में डूपलेक्स खरीदने का सौदा किशोर कुकरेजा आदिवासी तिलहरी गोरा बाजार से 52 लाख 50 हजार रुपए में किया था। फर्नीचर के लिए 10 लाख रुपए का भुगतान करना था। घर में की थी राशि जमा उसके पास स्वयं की आय के 18 लाख 50 हजार रुपए थे और अन्य रिश्तेदारों से उधार लेकर शेष राशि एकत्रित की थी। इसके अलावा 15 लाख के जेवरात उसके पूर्वज एवं स्वयं के विवाह के समय के थे। उसने जेवरात और रकम अपनी बहू पूजा गुर्जर (चौबे) को सुरक्षित घर में रखने के लिए दी थी। बहू ने जेवरात और रकम अपने कमरे में पलंग में बने बॉक्स में रख दी थी। रुपए और जेवरात गायब मिले उसकी बहू 21 जून 2025 को घर से चली गयी थी। उसे रुपए कि आवश्यकता पड़ी तो लड़के कार्तिकय चौबे के साथ ऊपर के कमरे में जाकर पलंग के बॉक्स को खोला तो रुपए और जेवरात गायब थे। जेवरात व रुपए के संबंध में अपनी पत्नी वीना चौबे और लड़के कार्तिकय चौबे से पूछा तो जानकारी नहीं होने की बात कही। 68 लाख कैश और जूलरी लेकर चली गई बहू बहू अपने साथ 68 लाख 50 हजार रुपए नगद एवं घर में रखे जेवर ले गयी है। पूछताछ करने पर उसका कोई सुराग नहीं मिलने पर पीड़ित ने थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने महिला के विरूध्द धारा 316(2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर उसकी तलाश प्रारंभ कर दी है। अभी तक आरोपी बहू के संबंध में कोई सुराग नहीं मिल पाया है।  

9 पार्षद सीटों पर उप निर्वाचन के नतीजे आए, नगरीय निकायों में बदला सियासी समीकरण

भोपाल 9 नगरीय निकायों में आज एक-एक पार्षद के उप निर्वाचन के परिणाम घोषित किये गये। घोषित परिणामों में 6 पार्षद भारतीय जनता पार्टी के और 3 पार्षद इंडियन नेशनल कांग्रेस के हैं।  सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री अभिषेक सिंह ने जानकारी दी है कि भोपाल जिले के नगरीय निकाय बैरसिया के वार्ड 7 में भारतीय जनता पार्टी की सुश्री शाइस्ता सुल्तान, नगरीय निकाय सिवनी के वार्ड 11 में भारतीय जनता पार्टी की सुश्री निधि, इंदौर जिले के नगरीय निकाय सांवेर के वार्ड 7 में इंडियन नेशनल कांग्रेस की सुश्री हसीना और नगरीय निकाय गौतमपुरा के वार्ड 15 में भारतीय जनता पार्टी के श्री शंकरलाल, मंडला जिले के नगरीय निकाय बिछिया के वार्ड 13 में इंडियन नेशनल कांग्रेस की सुश्री राजकुमारी धुर्वे, शहडोल जिले के नगरीय निकाय खांड के वार्ड 8 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के श्री शशिधर त्रिपाठी, छिंदवाड़ा जिले के नगरीय निकाय न्यूटन चिखली के वार्ड 4 में भारतीय जनता पार्टी की सुश्री निकिता बरखे और खरगोन जिले के नगरीय निकाय भीकनगाँव के वार्ड 5 में भारतीय जनता पार्टी की श्रीमती कमलेश कौशल को विजेता घोषित किया गया है। पन्ना जिले के नगरीय निकाय ककरहटी के वार्ड 13 में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री हीरालाल आदिवासी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं।  

एमपी ट्रांसको को मिला गौरव, इंजीनियर तिवारी के शोधकार्य को वैश्विक मंच पर मिली सराहना

एमपी ट्रांसको के इंजीनियर तिवारी के शोधपत्र को अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मिली सराहना MP ट्रांसको के इंजीनियर तिवारी को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सम्मान, शोधपत्र को मिली सराहना इंजीनियर तिवारी का कमाल, MP ट्रांसको के शोधपत्र की अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हुई तारीफ एमपी ट्रांसको को मिला गौरव, इंजीनियर तिवारी के शोधकार्य को वैश्विक मंच पर मिली सराहना तकनीकी समाधान और सुझावों को विशेषज्ञों ने माना उपयोगी भोपाल  मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी (एमपी ट्रांसको) में कार्यरत कार्यपालन अभियंता हितेश कुमार तिवारी द्वारा प्रस्तुत तकनीकी शोधपत्र को जयपुर में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सराहना मिली। यह सम्मेलन अमेरिका मुख्यालय स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर्स (IEEE) के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। तिवारी का शोधपत्र "प्रस्तावित 2×800 मेगावाट उत्पादन इकाइयों से विद्युत निकासी के लिये ट्रांसमिशन सिस्टम नेटवर्क की तकनीकी-आर्थिक योजना" विषय पर आधारित है। यह शोध पत्र डॉ. राजीव कुमार चौहान एवं डॉ. संजय कुमार मौर्य के सहयोग से 5वें IEEE अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया। इसमें सतत ऊर्जा एवं भविष्य की विद्युत परिवहन प्रणालियों पर भी गहन मंथन हुआ। ट्रांसमिशन क्षेत्र के लिए सुझाये अनेक उपाय सम्मेलन का उद्देश्य सतत ऊर्जा समाधान एवं भविष्य की विद्युत प्रणालियों के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी विकास को साझा करना भी था। तिवारी द्वारा प्रस्तुत शोधपत्र ने न केवल विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि ट्रांसमिशन प्रणाली की योजना, निष्पादन और मूल्यांकन के लिए एक उपयोगी मार्गदर्शन भी प्रस्तुत किया। शोधपत्र में तिवारी ने ट्रांसमिशन सिस्टम की स्थिरता, सामान्य परिचालन परिस्थितियों में प्रदर्शन तथा आपात स्थिति में ग्रिड की लचीलापन क्षमता का विश्लेषण विशेषज्ञों के सामने रखा। उनके द्वारा दिए गए तकनीकी समाधान और सुझावों को बिजली क्षेत्र के दिग्गज विशेषज्ञों ने गंभीरता से लिया और ऊर्जा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण माना। एमपी ट्रांसको के लिए यह एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है।  

महाकाल मंदिर में आज रात 3 बजे खुलेंगे द्वार, भोर में भक्तों को मिलेगा भस्म आरती का दर्शन

उज्जैन  ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शुक्रवार से श्रावण मास की शुरुआत होगी। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात तीन बजे मंदिर के पट खुलेंगे। पश्चात भगवान की भस्म आरती होगी। देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन को उमड़ेंगे। मंदिर प्रशासन ने महापर्व को लेकर तैयारी की है। मंदिर परिसर के सभी छोटे-बड़े मंदिरों में रंगरोगन किया गया है। गर्भगृह की रजत मंडित दीवार, चांदी द्वार आदि की साफ- सफाई की जा रही है। आकर्षक विद्युत रोशनी से मंदिर दमक रहा है। महाकाल मंदिर में 11 जुलाई से नौ अगस्त तक एक माह श्रावण का उल्लास छाएगा। रोज करीब एक लाख भक्तों के महाकाल दर्शन करने आने का अनुमान लगाया जा रहा है। महाकाल मंदिर समिति व जिला प्रशासन उसी के अनुसार तैयारी कर रहे हैं। श्रावण में मंदिर के पट खुलने का समय बदल जाएगा। आम दिनों में तड़के चार बजे खुलने वाले मंदिर के पट श्रावण में प्रत्येक रविवार को रात 2.30 बजे तथा सप्ताह के शेष दिनों में रात तीन बजे खुलेंगे। इसके बाद भस्म आरती होगी। भस्म आरती में चलायमान दर्शन व्यवस्था रहेगी। कोई भी व्यक्ति बिना किसी अनुमति के चलते हुए भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए कार्तिकेय मंडपम में तीन लाइन चलाकर भक्तों को भस्म आरती के दर्शन कराने की व्यवस्था की है। सामान्य, शीघ्र दर्शन, कावड़ यात्रियों के लिए अलग-अलग द्वार सामान्य दर्शनार्थी : आम श्रद्धालुओं को महाकाल महालोक के नंदी द्वार से प्रवेश मिलेगा। इसके बाद मानसरोवर भवन, फैसिलिटी सेंटर के रास्ते दर्शनार्थी गणेश व कार्तिकेय मंडपम से भगवान के दर्शन करेंगे। सशुल्क शीघ्र दर्शन : 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट वाले दर्शनार्थी गेट नं.1 व गेट नं.4 से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। यह दर्शनार्थी भी कार्तिकेय व गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। कावड़ यात्री : देशभर से आने वाले कावड़ यात्रियों को मंगलवार से शुक्रवार गेट नं. 4 से वीआईपी प्रवेश मिलेगा। सप्ताह में तीन दिन शनि, रवि व सोमवार को कावड़ यात्री सामान्य दर्शनार्थियों के साथ प्रवेश करेंगे।  

नगर निगम आयुक्त ने वार्डो की खराब सड़को की दो दिवस में मरम्मत कराने के दिए निर्देश

 सिंगरौली  नगर पालिक निगम सिंगरौली के आयुक्त द्वारा आज प्रातः नगर निगम के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण कर वार्डो की नाले नालियो की साफ सफाई वार्डो की सड़को का अवलोकन किया गया।निगमायुक्त ने वार्ड नवजीवन विहार सेक्टर नम्बर 3 में पहुचकर नालियो की सफाई की स्थिति का अवलोकन किया एवं उपस्थित स्वच्छता निरीक्षक को निर्देश दिए कि नालियो की समुचित साफ सफाई कराये कही पर भी जल भराव  जैसी स्थिति की शिकायत नही मिलनी चाहिए। उन्होने कलवर्ट का निर्माण करने का निर्देश दिया ताकि पानी निकासी सही से हो सके।  उन्होने स्वच्छता निरीक्षक को निर्देश दिए कि कही पर भी नाली जाम य जल भराव की स्थिति निर्मित होती है तो तत्काल संबंधित उपयंत्री को अवगत कराये। उन्होने वार्ड की सड़को का अवलोन  क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मत कराने के निर्देश दिए ताकि आम लागो के आवागमन में किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाए।  निगमायुक्त के द्वारा वॉर्ड न 38 तुलसी ढोटी का वार्ड पार्षद अनिल कुमार वैश्य अपीलीय समिति सदस्य के साथ हनुमान मंदिर रोड का भ्रमण कर क्षतिग्रस्त सड़को का अवलोकन  किया गया  एवं उपस्थित संविदाकार को तत्काल क्षतिग्रस्त सड़क का मरम्मत कराने के निर्देश दिए । उन्होने वार्ड वासियो को अवश्वासन दिया कि 10 दिवस में कायाकल्प-2 के तहत पीसीसी सड़क निर्माण कराया जायेगा। निगमायुक्त ने स्वाक्षता निरीक्षक को नालियो की साफ सफाई कराकर उनमें कीटनाशक दवाओ का छिड़काव कराने के भी निर्देश दिए। उन्होने वार्ड क्रमांक 29 का भ्रमण कर नालियो की बेहतर साफ सफाई कराने के साथ ही क्षतिग्रस्त सड़को का निर्माण कराने के निर्देश दिए। उन्होने जल भराव वाले क्षेत्रो की नियमित निगरानी के भी निर्देश दिए।  तत्पश्चात सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री राम निवास शाह के साथ वार्ड क्रमांक 42 ट्रामा सेन्टर मुख्य मार्ग का निरीक्षण किया गया एवं संबंधित उपयंत्री को सड़क के क्षतिग्रस्त हिस्सो में मुरूम डालवाने के निर्देश दिए। साथ निर्देश दिया गया कि आगामी दिनो में सड़क का पेंच वर्क भी कराया जाये। उन्होने डॉ. कालोनी में मुख्य मार्ग में बायो टायलेट लगवाने के निर्देश दिए कि ताकि बारिश के मौसम में आम जन इसका उपयोग कर सके। उन्होने शहर की सड़को में विचरण करने वाले आवारा मवेसियो को हटाने के लिए गठित दल को निर्देश दिए कि ताकि आवागमन सुगम बना रहे तथा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने से रोका जा सके। इस दौरान पार्षद सीमा जयसवाल, संतोष शाह,सहायक यंत्री एस.एन द्विवेदी, आलोक टीरू, उपयंत्री जीतेन्द्र कुमार, विष्णुपाल सिंह, इन्द्रवेश यादव, स्वच्छता निरीक्षक पवन बरोदे,विशाल सोनी सहित सफाई अमला उपस्थित रहा।

कोतमा में आयोजित बीएलओ प्रशिक्षण का अपर कलेक्टर ने किया निरीक्षण

अनूपपुर   भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची के सुधार एवं बूथ लेवर ऑफिसर्स की शंकाओं का समाधान करने के उद्देश्य से जिले में सभी बीएलओ के प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 86-कोतमा विधानसभा के बूथ लेवल ऑफिसर्स (बीएलओ) का प्रशिक्षण 10 जुलाई को शासकीय मॉडल स्कूल कोतमा में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का अपर कलेक्टर श्री दिलीप कुमार पाण्डेय ने निरीक्षण कर जायजा लिया और बीएलओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।  प्रशिक्षण में 202 बीएलओ एवं 20 बीएलओ सुपरवाईजर को मास्टर ट्रेनर्स डॉ. कौशलेन्द्र सिंह, श्री अजय सिंह चौहान, श्री डी.आर. बांधव, श्री आर के मिश्रा, श्री विजय तिवारी, श्री संतोष सक्सेना, श्री यू के तिवारी, श्री सुधीर जैन, श्री रामजी पटेल, श्री राजमणि पाण्डेय, श्री बी.के. विश्वकर्मा, श्री के के गौतम द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी बीएलओ को मतदाता सूची में नाम जोड़ना, हटाना, संशोधन करना सहित अन्य बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकरी दी गई। इसके साथ ही सभी को बीएलओ के दायित्वों के बारे में भी बताया गया।

मैहर शहर में नो एंटी में मैहर पुलिस सख्त नो एंटी में पाए जाने पर होगा जुर्माना

 मैहर   मैहर पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल के निर्देशन में यातायात थाना प्रभारी नृपेंद्र सिंह द्वारा मैहर में नो इंट्री जोन में घुसे दो ट्रक UP36T1437  एवं MP16H1328 को पकड़ कर चालक के खिलाफ कार्यवाही करते हुए 5-5 हजार के चालान काटे गया

MP में पुलों की सुरक्षा पर फोकस, इंजीनियरों से शार्प मोड़ वाले स्ट्रक्चर की रिपोर्ट तलब

भोपाल  मध्य प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर फिर बड़ा ऐक्शन देखने को मिल रहा है। हाल ही में राजधानी भोपाल के दो प्रमुख पुलों- ऐशबाग के 90 डिग्री वाले पुल और सुभाष नगर के सर्पाकार फ्लाईओवर पर मौजूद खतरनाक मोड़ों की समस्या सुर्खियों में रही। मध्य प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर  खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. हाल ही में राजधानी भोपाल के दो प्रमुख पुलों- ऐशबाग के 90 डिग्री वाले पुल और सुभाष नगर के सर्पाकार फ्लाईओवर पर मौजूद खतरनाक मोड़ों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था. इस खबर के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने सख्ती दिखाते हुए ऐसे सभी ब्रिज और निर्माणाधीन पुलों जांच के निर्देश दिए हैं.  रिपोर्ट के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है. इसके तहत प्रदेश के सभी निर्माणाधीन और मौजूदा पुलों, फ्लाईओवर, ROB (रेलवे ओवर ब्रिज) और एलिवेटेड कॉरिडोर की गहन जांच की जाएगी. PWD ने दिया जांच का निर्देश पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने इस संबंध में सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सभी निर्माणाधीन ब्रिजों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी और इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी गठित की जाएगी. यदि किसी भी पुल में कोई तकनीकी खामी पाई जाती है तो ब्रिज एक्सपर्ट उसका तुरंत समाधान करेंगे. 'जब तक सड़कें हैं, गड्ढे होते रहेंगे…', MP के PWD मंत्री राकेश सिंह का बयान मध्यप्रदेश की सड़कों में बारिश के दौरान हो चुके गड्ढों पर राज्य के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री राकेश सिंह ने अटपटा बयान दिया है. कहा कि बारिश में कौन-सी सड़क पर गड्ढे नहीं होते? हैवी रेन और हैवी ट्रैफिक से सड़कों पर गड्ढे होते हैं. अभी ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है, जिसके आधार पर कह सकें कि हम ऐसी सड़क बनाएंगे जिस पर कभी गड्ढा होगा ही नहीं. जब तक सड़कें रहेंगी, तब तक गड्ढे होते रहेंगे. PWD मंत्री सिंह ने आगे कहा, ''गलत तब है, जब चार साल तक खराब न होने वाली सड़क में 6 महीने में ही गड्ढे होने लग जाएं. लेकिन हम ऐसे मामलों पर कार्रवाई भी करते हैं.'' राकेश सिंह ने कहा, ''मुझे ध्यान में नहीं आता कि दुनिया में कोई ऐसी सड़क भी है, जिसमें गड्ढा होता ही नहीं और ऐसी कोई तकनीक अभी पीडब्ल्यूडी के ध्यान में नहीं आई है. इसका मतलब यह नहीं कि सड़कों पर गड्ढे होना चाहिए. सड़कों की क्वालिटी पर ध्यान दिया जाना जरूरी है और इसलिए हम कई बदलाव कर रहे हैं जिससे बेहतर सड़कें बनाई जा सकें.  इसके लिए पीडब्लूडी ने तय किया है कि सड़क बनाने में इस्तेमाल होने वाला बिटुमिन अब स्थानीय स्तर पर नहीं खरीदा जा सकेगा और सिर्फ भारत पेट्रोलियम या हिंदुस्तान पेट्रोलियम से ही बिटुमिन खरीदी होगी. जब बिटुमिन निकलेगा तो डिजिटल लॉक के साथ निकलेगा. जिस क्षेत्र के लिए बिटुमिन जाएगा, वहां के सब-इंजीनियर के मोबाइल पर ओटीपी आएगा और ओटीपी डालने के बाद ही डिजिटल लॉक खुलेगा और बिटुमिन अनलोड किया जा सकेगा, इससे गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी.'' वहीं, सीधी ज़िले में लीला साहू के वायरल हो रहे वीडियो पर मंत्री राकेश सिंह ने कहा, ''ऐसे कई मामले हैं जहां सड़क की डिमांड है. पीडब्ल्यूडी या किसी भी विभाग के पास इतना बजट नहीं होता कि किसी की एक पोस्ट पर हम सीमेंट कंक्रीट लेकर या डंपर लेकर सड़क बनाने पहुंच जाएं. कौन सी सड़क कौन बनाएगा, इसकी व्यवस्था तय है. विभाग की अपनी सीमाएं होती हैं.'' 3 दिन में उपलब्ध करानी होगी जानकारी पीडब्ल्यूडी विभाग ने पूरे प्रदेश के सभी चीफ इंजीनियर (ब्रिज), सुपरिटेंडिंग इंजीनियर (एसई) और एग्जीक्यूटिव इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में उन सभी पुलों, फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर की जांच करें, जिनमें- तीव्र मोड़, वाहनों के स्पीड के अनुसार पर्याप्त टर्निंग रेडियस और ट्रांजिशन लेंथ की कमी, इंटरनल-एक्सटर्नल वाइंडिंग का प्रावधान न होना और वाहनों की गति के अनुसार मोड़ो पर सुपर ऐलीवेशन की कमी.  विभाग ने इन कमियों की जानकारी तीन दिनों के अंदर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. सभी पुल, फ्लाईओवर की जांच IRC के नियमों जैसे IRC 38, IRC-73:2023 और IRC SP 90:2023 के आधार पर होगी. 7 इंजीनियर निलंबित आपको बता दें कि इससे पहले सीएम मोहन यादव ने  ऐशबाग में 90 डिग्री वाले पुल के निर्माण में लापरवाही बरतने वाले सात इंजीनियरों को निलंबित कर दिया था और एक रिटायर्ड इंजीनियर पर विभागीय जांच का आदेश दिया था.

राशन के साथ पोषण भी पहुंचाएंगी उचित मूल्य दुकानें, उपभोक्ताओं के लिए बढ़ेगी सुविधा

अभिनव पहल भोपाल  उपभोक्ताओं के हित में और उचित मूल्य दुकानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए शासन द्वारा नवाचार किया जा रहा है। अब शासकीय उचित मूल्य दुकानों से उपभोक्ताओं को राशन के साथ ही गुणवत्तापूर्ण दुग्ध उत्पाद और अन्य पोषण सामग्रियाँ भी उचित मूल्य पर देने की व्यवस्था शुरू की गई हैं। इन दुकानों से जैविक उत्पाद भी उपलब्ध कराये जाने का भी लक्ष्य है। योजना में इंदौर जिले में 30 चिन्हित उचित मूल्य दुकानों पर जन पोषण केन्द्र की स्थापना की गई है। इसी दिशा में आगे कदम बढ़ाते हुये जिला उज्जैन एवं सागर में 15-15 उचित मूल्य दुकानों को जन पोषण केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिये दुकानों का चयन कर लिया गया है। इस संबंध में भारत सरकार द्वारा चयनित विक्रेताओं को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि सरकारी राशन की दुकानों को पोषण केंद्रों में बदलने की यह एक अभिनव पहल है। इसका उद्देश्य लोगों को पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ मुहैया कराना है। उपभोक्ताओं ने भी की सराहना स्थानीय उपभोक्ताओं द्वारा उचित मूल्य दुकान पर उक्त सामग्री की उपलब्धता पर प्रसन्नता जाहिर की जा रही है। उनका कहना है कि राशन के साथ ही अन्य सामग्री भी एक ही जगह पर मिलने से अब अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। उचित मूल्य की दुकानों पर जन पोषण केन्द्र शुरू हो जाने के बाद उपभोक्ताओं को तो लाभ होगा ही, इसके साथ ही राशन डीलरों की आय में भी वृद्धि होगी और लोगों को पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ मिलेंगे। जन पोषण केंद्रों में पोषण से जुड़े उत्पादों का भंडारण होगा। इन केंद्रों में राशन डीलर्स को आसान लोन की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही केंद्रों में डिजिटल टूल्स और सहायता प्रणालियों का इस्तेमाल किया जाएगा। कॉमन सर्विस सेंटर, बैंकिग कॅरसपोंडेंस बनाने की कार्यवाही भी जन पोषण केन्द्र पर की जा रही है। जन पोषण केन्द्रों में पोषण सघन वस्तुओं जैसे कि बाजरा, दालें, खाद्य तेल, सोयाबीन और डेयरी उत्पाद का भण्डारण कर उचित मूल्य पर देने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। उचित मूल्य दुकानों के डीलर्स को राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रोजेक्ट के प्रबंधन एवं निगरानी के लिये एक राज्य स्तरीय प्रबंधन समिति का गठन किया गया है।  

बधाई लेने पहुंचीं शबनम मौसी पर आभूषण छीनने का आरोप, पुलिस जांच में जुटी

अनूपपुर  देश की पहली किन्नर विधायक रहीं शबनम मौसी पर एक गंभीर आरोप लगा है. शबनम मौसी पर आरोप है कि वो एक बच्चे के जन्म की बधाई लेने पहुंची थीं, जहां उन्होंने जबरदस्ती सोने के आभूषण छीन लिए. मंगलवार को हुए विवाद का एक वीडियो भी सामने आया है. पीड़ित ने चचाई थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है. शबनम मौसी ने इन आरोपों से इंकार किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. बधाई लेने पहुंची शबनम पर आभूषण छीनने का आरोप बापू चौक अमलाई के निवासी और अनूपपुर सब्जी मंडी व्यापारी राहुल कुमार सोनी ने अपनी शिकायत में बताया है कि "बुधवार को शबनम मौसी 8-10 लोगों के साथ पुत्र के जन्म की बधाई देने पहुंची थीं. उन्होंने बधाई देने के एवज में 21 हजार रुपए की मांग की. बधाई के रूप में मां ने सीधा (अन्न) और 1100 रुपए दिए, तो उन्होंने रुपए फेंक दिए और कहा 'बद्दुआ दे दी तो तेरा नाती नहीं रह पाएगा'. इसके अलावा उन्होंने मां को डायन कहकर संबोधित किया और धमकी भी दी." राहुल का आरोप है कि "शबनम मौसी ने पत्नी के कान में पहने सोने के टॉप्स मांगे तो पत्नी ने डरकर उसे उतारकर रख लिए, लेकिन शबनम ने जबरदस्ती पत्नी से टॉप्स छीन लिया और लेकर चली गईं." शबनम मौसी ने आरोप को बताया झूठ ईटीवी भारत से बात करते हुए शबनम मौसी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठ बताया है. उन्होंने कहा कि "उनके द्वारा रुपए की कोई मांग नहीं की गई थी, बल्कि बच्चे की मां ने अपनी मर्जी से कान के टॉप्स दिए हैं. डेढ़ महीने पहले राहुल ने 50 हजार रुपये उधार लिए थे और अभी तक नहीं दिए हैं." वहीं, राहुल का कहना है कि शबनम से मैंने कोई उधार नहीं लिया है. वह किसी को उधार दे भी नहीं सकतीं. चचाई थाना प्रभारी सुंदरेश मरावी ने बताया कि "पूर्व विधायक शबनम मौसी के खिलाफ आभूषण छीनने की शिकायत मिली है. जांच जारी है और अभी इस मामले में कोई अपराध पंजीबद्ध नहीं हुआ है."