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विभिन्न विद्यालयों में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

अनूपपुर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर श्रीमती माया विश्वलाल के निर्देशानुसार नालसा (बच्चों के लिए बाल-अनुकूल कानूनी सेवाएं) योजना, 2024 एवं नालसा (डीएडब्ल्यूएन-नशा मुक्त भारत के लिए नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता और कल्याण मार्गदर्शन) योजना, 2025 के संबंध में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमगवां, सरस्वती शिशु मंदिर अमगवां, शासकीय हाईस्कूल मौहरी, सोनम सिंधु शिशु पूर्व मा. विद्यालय मौहरी एवं शासकीय पूर्व मा.वि. सेन्दुरी में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविरों में न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर विनोद कुमार वर्मा, जिला विधिक सहायता अधिकारी बृजेश पटेल, पैरालीगल वालेंटियर सहित विद्यालयों के प्राचार्य, प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण, विद्यार्थीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विनोद कुमार वर्मा ने कहा कि बच्चों के लिए बाल-अनुकूल कानूनी सेवाएं योजना शारीरिक और मानसिक अपरिपक्वता के आधार पर बच्चों को विशेष देखभाल और सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे या कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चे विशेष रूप से कमजोर होते है और उन्हें विशेष सुरक्षा और सहायता की आवश्यकता होती है। इस प्रकार, यह योजना ऐसे बच्चों के लिए न्यायिक प्रक्रियाओं को नेविगेट करने में मदद करने के लिए बच्चों के अनुकूल कानूनी सेवाओं तक पहुंच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिविर में जिला विधिक सहायता अधिकारी  बृजेश पटेल ने डीएडब्ल्यूएन-नशा मुक्त भारत के लिए नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता और कल्याण मार्गदर्शन योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह योजना नशा मुक्त भारत अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य, नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना, नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकना, नशा पीड़ितों को उपचार और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करना एवं एक स्वस्थ और नशा मुक्त समाज का निर्माण करना है।    

डॉ. यादव बोले– गुरु ही हैं वह दीपक जो अंधकार से निकालकर दिखाते हैं ज्ञान का रास्ता

10 जुलाई गुरू पूर्णिमा पर विशेष अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं गुरूः मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरु अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाते हैं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव का संदेश डॉ. यादव बोले– गुरु ही हैं वह दीपक जो अंधकार से निकालकर दिखाते हैं ज्ञान का रास्ता भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गुरू हमें अज्ञानता के अधंकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। भारतीय संस्कृति में गुरू को ईश्वर के समान माना गया है। गुरू का शिक्षा का प्रकाश ही जीवन को सही दिशा दिखाते हैं। इस दिन शिष्य अपने गुरूओं का पूजन करते हैं, उनके चरण वंदन कर आशीर्वाद लेते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में 10 जुलाई से 2 दिवसीय गुरू पूर्णिमा के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। गुरू पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम में जिले के स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्ध नागरिकों, गुरूजनों एवं साधु-संतों की भागीदारी रहेगी। गुरू पूर्णिमा का दिन गुरू-शिष्य परंपरा की समृद्ध विरासत के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने दिन का है। प्रदेश में अनेक शिक्षक हैं जिन्होंने अपने उल्लेखनीय कार्य से विद्यार्थियों के साथ समाज में भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। मध्यप्रदेश में सिंगरौली की एक शिक्षिका ने अनोखी पहल कर शिक्षा का प्रकाश घर-घर तक पहुँचाया। सिंगरौली के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैढ़न में पदस्थ माध्यमिक शिक्षिका सुऊषा दुबेने एक स्कूटी को ‘चलती-फिरती लाइब्रेरी’ में बदलकर मोहल्लों और गांवों में बच्चों तक किताबें पहुँचाईं। बच्चों ने उन्हें प्यार और आदर से किताबों वाली दीदी कह कर सम्मान दिया। उनके इस अभिनव प्रयास की सराहना स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीअपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कर चुके हैं। सुऊषा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि स्कूलों के बच्चे ताजे कमल के फूल लेकर घर आये, बच्चों की भावना को समझकर उनका भरोसा बनाये रखने के लिए मैने अपने अध्यापन को क्लास-रूम से बाहर निकाल कर चलता-फिरता पुस्तकालय बना दिया। इससे बच्चे खुश हो गये उन्हें खुश देख कर मुझे बच्चों को निरंतर पढ़ाई से जोड़े रखने के लिये स्कूटी पर चलता-फिरता पुस्तकालय जारी रखने की प्रेरणा मिली। वे बताती है कि मैंने गांव-गांव जाकर बच्चों को रीडिंग हेबिट्स से जोड़े रखा है मेरे लिये वह गौरव का क्षण था जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस प्रयास का जिक्र अपने मासिक कार्यक्रम "मन की बात" में किया। सुऊषा ने बताया, “इसके बाद मैने गांवों में स्वच्छता-जागरुकता के लिये साबुन बैंक बनाया। मेरे पुस्तकालय से जुड़े बच्चों ने अपने जन्मदिन के मौके पर साबुन दान करना शुरू किया, तब लगा कि शिक्षा से संस्कार के साथ आदतें भी बदली जा सकती हैं। बच्चों का उत्साह मुझे आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करता है। सैंकड़ों बच्चों पर सफल प्रयोग सीहोर जिले के भैरूंदा तहसील (नसरूल्लागंज) के माध्यमिक शिक्षक संतोष कुमार धनवारे ने अपने क्षेत्र के अनेक बच्चों पर सफल प्रयोग किया। वे बताते हैं कि शिक्षक के रूप में छात्रों का जीवन संवारने और भविष्य बनाने के लिये वह लगातार प्रयास करते रहे हैं। बच्चों के लिये सपनों की डायरी, टीचिंग लर्निंग मटेरियल, फ्लैश कार्ड और पोर्ट फोलियो तैयार किये हैं। धनवार ने बताया कि जिन सरकारी स्कूलों में उनकी पदस्थापना रही वहां वे अपने कामों के साथ बच्चों के साथ घुल-मिल गये। उन्होंने बच्चों के अलावा पालकों के साथ भी संवाद कायम रखा। उनके सिखाने की कला ने टाटा ट्रस्ट के पराग द्वारा प्रकाशित पत्रिका में उनका उल्लेख किया गया। संतोष बताते हैं कि उन्होंने अपने पदस्थापना वाले स्कूल में चित्रकला, रंगरोगन और कला कौशल के साथ खुद के खर्चे पर विद्यालय का वातावरण बदला। उनके इस काम के फलस्वरूप उनके पदस्थापना वाले स्कूल में विकास के लिये शासन ने 5 लाख रूपये की राशि प्रदान की। उनके पढ़ाये बच्चे आज अपने जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में लगातार सफलता पा रहे हैं। उनका मानना है कि बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं। एक अच्छा शिक्षक अपने परिश्रम से उन्हें एक अच्छे सांचे में ढाल सकता है।  

बीआरटीएस हटने से मृत्यु में 70 और हादसों में 51 प्रतिशत कमी आई: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश की लाड़ली बहनों को 12 जुलाई को मिलेगी राशि : मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्यप्रदेश के नवाचार को जेएनयू दिल्ली ने भी अपनाया म.प्र. की तरह जेएनयू में भी अब कुलगुरु के नाम से जाने जायेंगे कुलपति बीआरटीएस हटने से मृत्यु में 70 और हादसों में 51 प्रतिशत कमी आई गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को भोपाल के कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय का होगा लोकार्पण जिलों में भी होंगे गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लाडली बहनों के खाते में 12 जुलाई को राशि अंतरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले माह आने वाले रक्षाबंधन के अवसर पर लाडली बहना योजना के तहत वर्तमान में दी जा रही मासिक आर्थिक सहायता राशि के अतिरिक्त 250 रूपए की विशेष सहायता राशि भी अंतरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की करीब 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मंत्रीगण को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार के एक नवाचार को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने भी अपना लिया है। मध्यप्रदेश की तरह जेएनयू दिल्ली में भी कुलपति अब कुलगुरु के नाम से जाने जाएंगे। जेएनयू ने मध्यप्रदेश से प्रेरणा लेकर यह कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को है। इस दिन प्रदेश के सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालय में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में जिले के प्रभारी मंत्री भी प्रमुखता से शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रबुद्ध नागरिक, गुरुजन एवं साधु संतों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भोपाल शहर में (कमला नेहरू स्कूल)  सांदीपनि विद्यालय का लोकार्पण किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बीआरटीएस हटाने से बड़े ही सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि बीआरटीएस हटाने से हादसों में 51 प्रतिशत और हादसों की वजह से मृत्यु में 70 प्रतिशत तक की कमी आई है। यह मध्यप्रदेश सरकार के जनहित में लिए गए निर्णयों के सुचारू क्रियान्वयन का सुखद परिणाम है। उन्होंने बताया कि सरकार ने जनवरी 2024 में बीआरटीएस हटाने का निर्णय लिया था। निषादराज सम्मेलन होंगे 12 जुलाई को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में मत्स्य पालन के क्षेत्र में कार्यरत सभी व्यक्तियों के समग्र कल्याण एवं सम्मान के लिए निषादराज सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि निषादराज जयंती 10 जुलाई को है, परंतु प्रदेश में समन्वित रूप से 12 जुलाई को निषादराज सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इस सम्मेलन में मत्स्य पालन क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों की पारिश्रमिक दरों में वृद्धि, बोनस वितरण, उनके विश्राम के लिए जलाशयों के किनारे प्लेटफॉर्म्स की स्थापना के संबंध में प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि भोपाल में करीब 5 करोड़ की लागत से आधुनिक केवट प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना के लिए भी ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। विधानसभावार बनवायें विज़न डाक्यूमेंट मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी मंत्रीगण से कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के विजन 2023 के संदर्भ में अपने-अपने प्रभार के जिलों में भ्रमण करें और शेष रह गयीं विधानसभा से विज़न डाक्यूमेंट तैयार करने संबंधी कार्यों को अगले 10 दिन में पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि विधानसभा के विकास से संबंधित कार्यों को बजट में शामिल करायें और इनके क्रियान्वयन के लिए भी समुचित कार्रवाई करें। लुधियाना के उद्योगपति भी जुड़ना चाहते हैं मध्यप्रदेश से मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गत 7 जुलाई को पंजाब के लुधियाना में उद्योगपतियों के साथ हुए संवाद  के अनुभव साझा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों पर वहां बड़े उद्योगपतियों से चर्चा हुई। इन्टरैक्टिव सेशन में उद्योग जगत के 400 से अधिक प्रतिनिधियों ने बड़ी आत्मीयता और सक्रियता से भाग लिया। उन्होंने बताया कि लुधियाना सत्र में सरकार को 15606 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इस निवेश के धरातल पर आने से मध्यप्रदेश में लगभग 20275 से अधिक नये रोजगार सृजित होने की संभावना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब के सभी उद्योगपति मध्यप्रदेश से आत्मीयता से जुड़ना चाहते हैं। 13 से 19 जुलाई के दौरान होगी दुबई और स्पेन यात्रा मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल 13 से 19 जुलाई के दौरान दुबई और स्पेन की यात्रा पर रहेगा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल व्यावसायिक बैठकों और विभिन्न कंपनियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग भी करेगा। उन्होंने बताया कि इस भ्रमण का उद्देश्य प्रमुख क्षेत्रों में निवेश प्राप्त करना, प्रौद्योगिकी के पारस्परिक हस्तांतरण और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक अपनी पहुंच बनाना, रोजगार के नए अवसर सृजित करने एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में और अधिक इजाफा करना है। उन्होंने कहा कि म.प्र. में वैश्विक निवेश की संभावनाएं तलाशने की दिशा में यह प्रवास एक बड़ा कदम साबित होगा। समय पर हो जाति प्रमाण-पत्र प्रदाय की समुचित व्यवस्था मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले नगरीय प्रशासन एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का उनकी सहदृयता के लिए पौधा भेंटकर स्वागत-सम्मान किया। उन्होंने बताया कि जाति प्रमाण-पत्र में आंशिक त्रुटि होने के कारण गत दिवस एमपीपीएससी से चयनित दो अभ्यार्थियों की जॉइनिंग में परेशानी आ रही थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की ओर से संबंधित जिला कलेक्टर को निर्देशित किये जाने पर उन दोनों अभ्यर्थियों को समय पर जाति प्रमाण-पत्र मिल गया और अब उन्होंने अपने नए पद पर ज्वाइन कर लिया है। इस प्रसंग का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे सभी जरूरतमंदों को जाति प्रमाण-पत्र की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए समुचित व्यवस्था करें। सिर्फ जाति प्रमाण-पत्र के अभाव या इसमें आंशिक त्रुटि के कारण किसी को भी परेशान न होना पड़े। 

रायसेन में बड़ा सड़क हादसा, मजदूरों से भरी पिकअप पलटी; कई घायल, गंभीरों को भोपाल भेजा गया

गैरतगंज  बुधवार की सुबह रायसेन जिले में एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसने मजदूरों को लेकर जा रहे एक पिकअप वाहन को पलट दिया। इस दर्दनाक घटना में 28 मजदूर घायल हो गए, जिनमें से 5 की हालत गंभीर होने पर उन्हें भोपाल रेफर किया गया है। यह हादसा देहगांव थाना क्षेत्र के मुड़िया खेड़ा के पास भोपाल-सागर मुख्य मार्ग पर हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गढ़ी कस्बे के खैरुआ मोहल्ले से लगभग 40 मजदूर धान लगाने एक पिकअप वाहन में बैठकर जा जा रहे थे। इसी दौरान सुबह करीब 9 बजे, पिकअप वाहन मुड़िया खेड़ा के पास तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने फौरन मदद के लिए हाथ बढ़ाया और घायलों को वाहन से बाहर निकाला। 100 डायल की सहायता से सभी घायलों को तत्काल रायसेन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज शुरू किया गया। पांच गंभीर घायलों को बेहतर उपचार के लिए भोपाल रेफर किया गया है। घायलों के नाम हरिराम कुशवाहा, दीपेश कुशवाहा, गंगाबाई अहिरवार, सोनू अहिरवार, रानी बाई, कमल ठाकुर, बलवान, केसर बाई अहिरवार, परशुराम कुशवाहा, राजेश बंसल, अंजलि, रागनी, शीला बाई, कमल सिंह, लक्ष्मी नारायण, अजय सिंह, सविता आदिवासी, कल्लू आदिवासी, पूनम बाई, हल्की अहिरवार, कमलेश आदिवासी, रूप सिंह अहिरवार, किशोरी, रानी बाई, राजकुमारी, दीपाली, लखन रैकवार, प्रवेश शामिल है।

महाकाल की नगरी उज्जैन में जल्द शुरू होगा आकाशवाणी केंद्र, CM यादव केंद्रीय मंत्री ने मिले

उज्जैन  मध्य प्रदेश के उज्जैन में जल्द ही एक आकाशवाणी केंद्र शुरू किया जाएगा. इस संबंध में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए मुरुगन से उज्जैन में जल्द ही एक आकाशवाणी केंद्र शुरू करने का अनुरोध किया. केंद्रीय मंत्री ने प्रस्ताव पर सहमति जताई और आवश्यक प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए. उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो का निर्माण पूरा होने तक उज्जैन केंद्र के कार्यक्रम आकाशवाणी इंदौर के माध्यम से प्रसारित किए जा सकेंगे. अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की और उन्हें राज्य के रायसेन जिले में बीईएमएल लिमिटेड की अत्याधुनिक रेल कोच फैक्ट्री की आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित किया. इस परियोजना में लगभग 1800 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है. मुख्यमंत्री मोहन यादव के हवाले से कहा गया है, "इस प्लांट में मध्य प्रदेश सरकार, रेल मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की साझेदारी होगी." मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने इस कारखाने के लिए रायसेन ज़िले में लगभग 60 हेक्टेयर ज़मीन आवंटित की है, जिससे लगभग 1500 लोगों को रोज़गार मिलेगा. CM यादव ने केंद्रीय अक्षय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी से भी मुलाकात की. एक बयान में कहा गया है कि राज्य के 32 लाख किसानों के लिए सौर पैनल लगाए जाएँगे ताकि वे अपनी बिजली खुद पैदा कर सकें और राज्य पर लगभग 18,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी का बोझ कम हो. उन्होंने कहा कि इसके लिए लगभग 1800 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है. यादव ने कहा, 'संयंत्र में मध्यप्रदेश सरकार, रेल मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की भागीदारी रहेगी.' इस संयंत्र की स्थापना के लिए मध्यप्रदेश शासन ने रायसेन जिले में लगभग 60 हेक्टयर भूमि का आवंटन कर दिया है. उन्होंने कहा, 'यह संयंत्र लगभग डेढ़ हजार लोगों को रोजगार दिलवाने में भी सहायक होगा, साथ ही देश के रेल कोच संयंत्रों के मानचित्र में विशेष स्थान बनाएगा.' मुख्यमंत्री यादव ने इस दौरान केन्द्रीय नवकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी से भी मुलाकात की और कहा कि पूरे देश में मध्य प्रदेश ही ऐसा राज्य है जो सबसे सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध करवा रहा है, जिससे नयी दिल्ली में मेट्रो ट्रेन चल रही हैं. मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि राज्य के 32 लाख किसानों के लिए सोलर पैनल लगाकर दिया जाएगा, जिससे भविष्य में किसान स्वयं की बिजली उत्पन्न कर सकें. उन्होंने कहा कि इससे लगभग 18 हजार करोड़ की सब्सिडी के भार से राज्य सरकार मुक्त हो सकेगी.

सरकारी की योजना के तहत छात्राओं को बांटने के लिए आई थीं साइकिलें, लेकिन उससे पहले ही स्कूल के प्रिंसिपल ने बड़ा खेल कर दिया

सिंगरौली  मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां एक स्कूल के प्रिंसिपल ने साइकिल की चोरी की है। जब इस मामले का खुलासा हुआ तो सभी सोच में पड़ गए। जिन साइकिलों की चोरी हुई हैं वह सरकारी की योजना के तहत छात्राओं को बांटने के लिए आई थीं लेकिन उससे पहले ही स्कूल के प्रिंसिपल ने बड़ा खेल कर दिया। पुलिस ने जब इस मामले में छापामारी की तो 23 साइकिलों को बरामद किया गया है। छिपाकर रखी साइकिलें दरअसल, मामला सिंगरौली जिले के शासकीय हाई स्कूल खटाई का है। यहां स्कूल के प्राचार्य जयकांत चौधरी ने सरकारी योजना के तहत वितरण के लिए आई साइकिलों का गबन कर दिया। तीन महीने पहले उन्होंने स्कूल में आई साइकिलों की चोरी बताकर खैरा गांव में एक व्यक्ति के यहां छिपाकर रखवा दी। बेचने की कोशिश में थे साइकिल चोरी की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। तीन महीने बाद प्राचार्य ने साइकिल बेचने की कोशिश की तो पुलिस को इसकी भनक लग गई। स्कूल के प्राचार्य ने साइकिलें बेचने की प्लानिंग की जानकारी पुलिस को मिली तो टीम ने खैरा गांव में छापेमारी की। इस दौरान गांव के एक आदमी के यहां से 23 साइकिलें बरामद की गईं। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मच गया है। इस तरह की चोरी का यह कोई पहला मामला नही है, इसके पहले भी इस जिले में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन उन मामलों में कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। वहीं, मामले सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने कहा कि साइकिलें गैर कानूनी तौर से बेचने की नीयत से रखी गईं थी। इसलिए स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है कि खैरा गांव में साइकिलें कैसे पहुंचीं और इसके पीछे कौन-कौन है। हालांकि अभी इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने साइकिलों को जब्त कर लिया है।  

जनसुनवाई :बड़ी संख्या में जनसुनवाई में आये नागरिको की विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने सुनी समस्याएं

विधायक की जनसुनवाई में पहुची दिव्यांग महिला क्रिकेट टीम की कैप्टन,स्कूटी दिलाने की जनसुनवाई में विधायक गोपालसिंह इंजीनियर से की मांग,बड़ी संख्या में जनसुनवाई में आये नागरिको की विधायक ने सुनी समस्याएं आष्टा मध्य प्रदेश के आष्टा जिला में आज मप्र दिव्यांग महिला क्रिकेट टीम की कप्तान राधा पिता  गणपतसिंह बडगुर्जर आज वैशाखी के सहारे आष्टा विधायक गोपालसिंह इंजीनियर द्वारा प्रति बुधवार को आम जन की समस्याओं को सुनने आयोजित जन सुनवाई में पहुची एवं विधायक जी को बताया कि वो जावर तहसील के ग्राम छायन कला की मूल निवासी है,मप्र दिव्यांग महिला क्रिकेट टीम की कप्तान है,इंदौर में आनन्द नगर में रहती हूं,रोजाना नेहरू स्टेडियम इंदौर में प्रेक्टिस हेतु जाती हूं । निवास से स्टेडियम की दूरी करीब 8 किमी है,जाने आने में काफी परेशानी होती है । अतः मुझे एक दुपहिया स्कूटी उपलब्ध कराई जाये । विधायक ने दिव्यांग खिलाड़ी की पूरी बात सुनी उसके बाद जनपद सीईओ से चर्चा कर प्राप्त आवेदन को जनपद पंचायत आष्टा कार्यवाही हेतु भेजा गया । आज जनसुनवाई में कई ग्रामो से विधायक कार्यालय में आयोजित होने वाली जनसुनवाई में ग्रामीण जन पहुचे । स्मरण रहे प्रत्येक बुधवार को आष्टा विधायक अपने कार्यालय में सुबाह 10 बजे से जनता की समस्याओं को सुनने,उनेह हल करवाने के लिये जनसुनवाई करते है । आज बुधवार को प्रातः 10 बजे से कार्यालय में उपस्तिथ रह कर विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने जनता की समस्याओं को सुना एवं उनकी समस्याओं को हल करने के सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये । आष्टा विधायक गोपालसिंह इंजीनियर जो की हर बुधवार को अपने कार्यालय में जन सुनवाई कार्यक्रम के तहत उपस्तिथ रहते है । आज भी बड़ी संख्या में क्षेत्र से नागरिक जनसुनवाई में पहुचे एवं अपनी अपनी पीड़ा से विधायक को अवगत कराया एवं आवेदन दिये। जनता से प्राप्त आवेदनों पर विधायक ने कहा की आपका जन सेवक होने के नाते आपकी समस्याओं को सुनना, हल करना मेरा धर्म है। आज आये आवेदनों को तत्काल सम्बंधित विभागों के अधिकारियों से चर्चा कर ग्रामीणों की समस्याओं का समय सीमा में तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिये । आज जनसुनवाई में कई विभागों के जैसे आवेदन प्राप्त हुए उन्हें निराकरण हेतु भेजे गये । विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने कार्यालय आये सभी नागरिको को भरोसा दिया कि आपकी समस्याओं का जल्द निराकरण होगा। विधायक कार्यालय से जानकारी देते हुए बताया की आज जनसुनवाई में कृषि भूमि पर कब्ज़ा दिलवाने, स्वास्थ्य उपचार कराने,माध्यमिक शाला गवाखेड़ा की बाउंड्री वॉल निर्माण कराने,दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी को ई-स्कूटी दिलाने,ग्राम पंचायत चिन्नौठा में पंचायत भवन निर्माण,ट्रांसफॉर्मर का स्थान परिवर्तन कराने,वन विभाग की भूमि से पृथक ना करने,टीन शेड निर्माण कराने,ग्राम पंचायत चिन्नौठा में मंदिर चबूतरा एवं रामदेव बाबा मंदिर जीर्णोद्धार कराने,प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने,संबल योजना का लाभ प्रदान कराने,कृषि भूमि पर कब्ज़ा प्रदाय कराने, ग्राम पंचायत भूफोड़ में मुर्मिकरण कराने,ग्रेवल रोड निर्माण, अशासकीय विद्यालय से टी सी दिलवाने,विद्युत तार का स्थान परिवर्तन हेतु,बीपीएल कार्ड सम्बंधित,दहेज सम्बंधित आवेदन पत्र पुलिस से कार्यवाही करवाने सहित अन्य आवेदन प्राप्त हुए । सभी आई शिकायतों एवं आवेदनों को सम्बंधित विभागों को निराकरण हेतु निर्देश दिये है । विभागों की आई समस्याओं को लेकर मौके से ही सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को आई समस्याओं के निराकरण करने के निर्देश दिये,कुछ आवेदन निराकरण हेतु सम्बंधित विभागों को भेजे गये ।

सैकड़ो की संख्या में अनुसूचित जाति जनजाति युवा छात्र संगठन के लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन

सिंगरौली मध्य प्रदेश के गुना जिले के आरोग थाना क्षेत्र अंतर्गत निवास करने वाले शिक्षक समाजसेवी ब्रम्हादास अहिरवार के निर्मम हत्या एवं उनके पुत्र सत्य अहिरवार के दोनों पैर तोड़ते हुए उनके समूचे परिवार पर जानलेवा हमला के संदर्भ में उच्च स्तरीय जाँच करबा कर दोषियों के ऊपर तत्काल कठोर कार्यवाही की जाए।  मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन  वर्तमान में मध्य प्रदेश में विगत वर्षों से एससी एसटी ओबीसी वर्ग के लोगों से संयोजित तरीके से हत्या बलात्कार जातिगत अत्याचार दिनों दिन बढ़ता चला जा रहा है जिससे समूचा समाज और संपूर्ण मध्य प्रदेश की जनता सहमा सी गई है स्वयं को असुरक्षित और कमजोरी के साथ साथ मानसिक रूप से आक्रोशित भी होता चला जा रहा है जिसका दीर्घ कालीन परिणाम समूचे प्रदेश के लिए सकारात्मक नही होगा ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश का समस्त एससी एसटी समुदाय माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं पुलिस महानिदेशक महोदय की ओर यह आवेदन अनुसूचित जाति जनजाति युवा छात्र संघ के नेतृत्व में प्रेषित कर वर्तमान मध्य प्रदेश में हो रहे अत्याचार ,हत्या, बलात्कार , जातिगत , मानसिक , शारीरिक एवं विभिन्न मामलों के खिलाफ उच्च स्तरीय जाँच करवा कर दोषियों के ऊपर कठोर कार्यवाही की मांग करता है ताकी वर्तमान और भविष्य में इस प्रकार के घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो और प्रदेश में शासन व्यवस्था के प्रति एसटीएससी समुदाय का विश्वास बना रहे और समूचा समुदाय सुरक्षित महसूस कर प्रदेश में रह सके इन मांगों को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय सिंगरौली में सौपा ज्ञापन। 

खंडवा जिले में मांस, मछली और अंडा की बिक्री पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया

 खंडवा   खंडवा जिले में मांस, मछली और अंडा की बिक्री पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है। गुरुपूर्णिमा पर्व के मौके पर श्री दादाजी धुनीवाले का वार्षिक मेला आज यानी 9 जुलाई से शुरु हो रहा है, जो 11 जुलाई तक चलेगा। ऐसे में तीन दिन शहरी क्षेत्र में दुकानें बंद रहेगी। इस संबंध में खंडवा नगर निगम द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। इस संबंध में महापौर अमृता अमर यादव का कहना है कि, राजवीर ढाबे के घटनाक्रम की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निर्णय लिया गया है। दरअसल, बीते दिनों दादाजी धूनीवाले के निशान लेकर आ रहे भक्तों को ढाबे पर सेव टमाटर में नॉनवेज परोस दिया गया था। इसके चलते धार्मिक भावनाएं आहत न होम और श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ न हो, इसे मद्देनजर रखते हुए ये आदेश जारी किया गया है। सख्ती से होगा आदेश का पालन गुरु पूर्णिमा पर्व पर दादाजी धूनीवाले के दरबार में तीन दिन महोत्सव मनाया जाता है। ऐसे में नगर निगम शांति और धार्मिक वातावरण बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से निर्णय का सख्ती से पालन कराने की बात कही गई है। सेव टमाटर की सब्जी की जगह परोस दिया था मटन बता दें कि, पंधाना क्षेत्र से दादाजी धूनीवाले के निशान लेकर खंडवा आ रहे श्रद्धालु एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके थे। वहां उन्हें सेव टमाटर की सब्जी की जगह मटन परोस दिया गया था। इस घटना के बाद हिंदू जागरण मंच ने आक्रोश व्यक्त करते हुए जमकर बवाल मचाया था।

इंदौर में 3 साल की बच्ची को संथारा दिलाने पर हाईकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब, माता पिता सहित 10 को नोटिस

इंदौर  मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने साढ़े तीन वर्षीय बच्ची वियाना के संथारा (मृत्यु का प्रयास) की कथित सहमति के मामले में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और उसके माता-पिता को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने यह सवाल उठाया है कि इतनी छोटी बच्ची, जो समझने की स्थिति में नहीं थी, वह संथारा की सहमति कैसे दे सकती थी। इंदौर में साढ़े 3 साल की बच्ची के संथारा करने के मामले में इंदौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई. कोर्ट ने सुनवाई करते हुए बच्ची के माता-पिता के अलावा केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी. बच्ची को थी ब्रेन ट्यूमर की बीमारी बता दें कि इसी साल 21 मार्च को साढ़े 3 वर्ष की एक बच्ची ने इंदौर में संथारा लिया था. उसे ब्रेन ट्यूमर की बीमारी थी. इसके बाद जैन संतों ने बच्ची के माता-पिता को संथारा दिए जाने मार्गदर्शन दिया. बच्ची के माता-पिता ने संथारा कराया. इतनी कम उम्र में बच्ची को संथारा करवाने को लेकर इंदौर में रहने वाले प्रांशु जैन ने एडवोकेट शुभम शर्मा के माध्यम से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की. नाबालिग के संथारा पर रोक लगाने की मांग याचिका में कोर्ट को बताया गया "जैन समुदाय में 3 नाबालिगों का संथारा हुआ है. ये तीनों नाबालिग बालिकाएं थीं. इनमें हैदराबाद की 13 वर्षीय बच्ची, मैसूर की 10 वर्षीय और इंदौर की साढ़े 3 वर्षीय बालिका शामिल हैं." कोर्ट से मांग की गई है "याचिका का अंतिम निराकरण होने तक नाबालिग के संथारा करने पर रोक लगाई जाए." याचिकाकर्ता की बातों को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने गंभीरता से लिया. दोनों पक्षों की बात सुनेगी हाई कोर्ट याचिका पर सुनवाई करने के बाद हाई कोर्ट ने इंदौर में रहने बच्ची के माता-पिता के सथ ही केंद्र व राज्य सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने कहा "यह जैन समाज से जुड़ा हुआ मामला है. अतः समाज का पक्ष जानना जरूरी है. उनका पक्ष सुने बगैर आदेश नहीं दे सकते." बच्ची दिमागी बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित थी मामले में याचिकाकर्ता प्रांशु जैन ने अपने एडवोकेट शुभम शर्मा के माध्यम से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की। याचिका में नाबालिग बच्चों और मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को संथारा दिलाए जाने पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका में उल्लेख किया है कि मानसिक रूप से कमजोर और नाबालिग बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता। बच्चों के साथ इस तरह की प्रथा बंद किए जाने की मांग याचिका में की गई है। हालांकि जिस बच्ची को संथारा दिलाया गया था वह दिमागी बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित थी। मंगलवार को याचिकाकर्ता ने नोटिस जारी करने की जानकारी दी। जस्टिस विवेक रूसिया और जस्टिस बिनोद कुमार द्विवेदी की डबल बेंच ने इन सभी 10 प्रतिवादीगण को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।  यह है मामला मामला 21 मार्च का है। बच्ची वियाना ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित थी। उसे माता-पिता इंदौर में एक आध्यात्मिक संकल्प अभिग्रहधारी महाराज के पास दर्शन करने ले गए। महाराज ने बालिका की दूसरे दिन मृत्यु की भविष्यवाणी की थी। साथ ही उसे संथारा दिलाने के लिए कहा था। इस पर माता-पिता ने उसे संथारा दिलाया था। 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में इसे सबसे कम उम्र में संथारा का रिकॉर्ड बताते हुए उन्हें सर्टिफिकेट जारी किया था।    क्या होती है संथारा प्रथा बता दें कि संथारा जैन धर्म में एक धार्मिक प्रथा है, जिसमें मृत्यु को स्वीकार करने के लिए व्यक्ति स्वेच्छा से उपवास करता है. यह एक स्वैच्छिक मृत्यु है, जिसे धीरे-धीरे भोजन और पानी का त्याग किया जाता है. इसे आत्मा की शुद्धि और मुक्ति का मार्ग माना जाता है. संथारा तब लिया जाता है, जब व्यक्ति मृत्यु के करीब आने लगता है.